Sakal Ban | Video Song | Sanjay Leela Bhansali | Raja Hasan | Heeramandi | Bhansali Music | Netflix

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  • Опубліковано 15 січ 2025

КОМЕНТАРІ • 7 тис.

  • @shubhangigarg479
    @shubhangigarg479 8 місяців тому +4727

    02:07 the way face of all four women was shown... Waheeda had jealousy on her face, richa has pain on her face, Manisha had cunningness and Aditi had innocence..pure gold..kudos to choreographer..

    • @ankitmishra1804
      @ankitmishra1804 7 місяців тому +867

      And here alamzeb is expressionless

    • @Someone-wu8fn
      @Someone-wu8fn 7 місяців тому +53

      ​@@ankitmishra1804😂😂😂😂

    • @AnonymousRB88
      @AnonymousRB88 7 місяців тому +154

      ​@@ankitmishra1804 she has nothing on her face 😂

    • @debater399
      @debater399 7 місяців тому +27

      Role situation demand

    • @jaswindersingh5319
      @jaswindersingh5319 7 місяців тому +76

      ​@@AnonymousRB88 uska bhi expression sahi because wo apni nathutrai sa khush nhi thi so expression aa are on point

  • @animeshbaroi7736
    @animeshbaroi7736 9 місяців тому +149

    Richa chadda and her movments are soo elegant also monisha.oh my god, her eye expression ❤

  • @Ahtisham100
    @Ahtisham100 10 місяців тому +4024

    Raja Hasan deserves the National Award for this rendition... Absolutely superlative 😍

    • @SanjayBiswas-fn3tw
      @SanjayBiswas-fn3tw 9 місяців тому +6

      Serenpan

    • @AbuzarSufi
      @AbuzarSufi 9 місяців тому +7

      💯💪🏻

    • @gyansahu2894
      @gyansahu2894 9 місяців тому +36

      But now national award is losing its importance.

    • @nipunpurohit6029
      @nipunpurohit6029 9 місяців тому +16

      National award is many times a scam. And would they consider ott series songs ?

    • @ramawadkar3377
      @ramawadkar3377 9 місяців тому +20

      Mere muh ki baat chinli. This singer deserves national award.

  • @pamparoy2087
    @pamparoy2087 7 місяців тому +121

    There is so much to say about this song. I would like to start of with Richa. My god! The way she joined the background dancers after her entry was mervelous. Manisha mam just killed the antara with the hand gestures. So graceful! Her entry where she walked up everyone was cheering for her. So delightful to watch. The way she called the other girls to join, wah! Just wah. And the part where faces of all the women were shown was amazing. Just wonderful. It's very mesmerizing to see Bhansali sir bring this wonderful bandish in rag Bagar to his web series. Raja has left me really speechless by his singing skills. There is so much to say here that I can't even express how much. Lots of love to all the members including the background singers and dancers. Without them the video would have been incomplete.
    Thank you to those who have came this far reading.
    Yours truly
    A music lover.

  • @snehalavhad1673
    @snehalavhad1673 9 місяців тому +365

    The tabla drop at 0:55 literally goosebumps

    • @anishchauhan6071
      @anishchauhan6071 8 місяців тому +7

      True

    • @lovelygore5172
      @lovelygore5172 8 місяців тому +8

      Yes ..❤

    • @pub7496
      @pub7496 8 місяців тому +10

      Very good observation !

    • @S.M.L
      @S.M.L 8 місяців тому +5

    • @kalimsayyed9062
      @kalimsayyed9062 4 місяці тому

      Didn't notice that... Thanks now I'm keep on listening this part

  • @mahwishfatima1668
    @mahwishfatima1668 8 місяців тому +3139

    Nobody talking about how gracefully Manisha did Tarah Tarah k phool mangwaye done brilliantly

    • @Alchemista420
      @Alchemista420 8 місяців тому +82

      The way she joined in that dance was just so Flawless!!! My goodness! It definitely needs to be mentioned! 🥵🥵🥵😎😎😍😍😍👏🏾👏🏾👏🏾

    • @Im_That_Queen
      @Im_That_Queen 8 місяців тому +32

      She is just perfect! ♡ I love manisha ma'am ♡

    • @VarshaSahasrabudhe-t4t
      @VarshaSahasrabudhe-t4t 8 місяців тому +12

      Makes me wonder how supriya pathak had given expression ? As she is a trained dancer too

    • @naheedkiran
      @naheedkiran 8 місяців тому +5

      ​@@VarshaSahasrabudhe-t4t supriya pathak? means? she is inthis dong? or related?

    • @deedt8279
      @deedt8279 7 місяців тому +3

      WATCH - TITLE CALLED - TANNO BAI: Famous ‘Mujre Ki Rani’ of Azimabad Aka Patna City

  • @adityaray1914
    @adityaray1914 10 місяців тому +2056

    Confidence on Richa Chadha 's face...!
    Manisha is oh my god.
    Kudos to the singer and every element who has contributed to the music.

    • @munni333
      @munni333 10 місяців тому +14

      Thank Amir Khusro for the music … he wrote it over 750 years ago

    • @yousufhaider7611
      @yousufhaider7611 9 місяців тому +16

      Singer is Raja Hassan from saregamapa. Finally got a very big break. Thanks to SLB

    • @studybugsbunny4211
      @studybugsbunny4211 9 місяців тому +3

      ​@@munni333 music is not written by someone it is lyrics
      And khusro wrote the lyrics of this poem for his master Nizamuddin auliya and raha of this song is "raga bahar "

    • @BTSXARMYY_
      @BTSXARMYY_ 4 місяці тому +1

      We will be singing this in our school for teacher day and infront of the wole campus 😊

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @delwar3624
    @delwar3624 5 місяців тому +461

    0:11 I hear "Aaeee CIRCLE BANAaaa" 😂

  • @ajesha15s40
    @ajesha15s40 10 місяців тому +1574

    This is what I expect from bhansali sir's music label. Classical raag based songs. This song is so beautiful. It makes me feel emotional. I'm so happy that Bhansali sir decided to open his music label. I hope his label gives more classical raag based music which currently is lacking in bollywood sadly. But i'm hoping with bhansali music that they'll create more classical music songs like this. I hope they give more chances to great singers too. Great job to the whole team. Thank you to bhansali sir again. 🙏

    • @muhammadibrahim5207
      @muhammadibrahim5207 10 місяців тому +18

      You are absolutely rightt

    • @sushiray80
      @sushiray80 10 місяців тому +14

      Yes...absolutely...grandeur, opulence with class and finesse...that is totally missing these days

    • @slayerlawyer24
      @slayerlawyer24 10 місяців тому +1

      Can you please tell me the raag used?

    • @sirived
      @sirived 10 місяців тому +24

      ​@@slayerlawyer24 It's in Raag Bahar

    • @ss206
      @ss206 10 місяців тому

      Beautiful, wish i knew the meaning....Translation?

  • @abhinandansinghfitness
    @abhinandansinghfitness 8 місяців тому +1548

    Manisha showed them all how to act! After such a long time on screen and that too after cancer! She is just 🔥

    • @lot8974
      @lot8974 7 місяців тому

      I know k endia chutiya mulk hai lekin kuch to socho 😂
      Bhansali ko sirf history ki aisi ki tesi krni hai 😂
      Itnay jhol hain screen play mai uuufffff
      Jo behen qatal mai pakarwane ki dhamki de rahi thi itni sumhajdar malika jan ne us ko hee file jalane k liye di 😅
      Dosri bewaqoofi k aalam bawli jo acting se bhi bawli lgti woh usi bazar mai eid ki shopping krne nikal parain jahan un kay najane kitne abba ghumtay phir rahe thay😅 hero itna Pagal ka bacha k ghar mai dushmanon ko party mai bula kr saari cheezain khule room or table pr saja kr betha tha😬
      aik or bewaqoofi yeh k 22 July 1947 mai flag bana tha to us waqt kis khushi mai lehra rahe flag yani or Lahore mai Pakistan ka flag hona tha ya india ka
      KUCH BHI😂

    • @Shoaib_nature
      @Shoaib_nature 7 місяців тому

      ua-cam.com/users/shortsVzUKpu3AqhQ?si=7bqyskjVPXk23qyl

    • @_____aditya____
      @_____aditya____ 7 місяців тому +11

      Exactly! She just slayed

    • @dnd-yd2uu
      @dnd-yd2uu 6 місяців тому

      @@lot8974 Abe chutiye Kai ki history? Its a fictional story based on some real events, tum logo ko bomb banane k alawa kuch nhi aata toh hum kya kare?

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @nitendra061
    @nitendra061 10 місяців тому +187

    Manisha is born to be screen goddess, proven again! Bravo! what a performance!

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @TashaXPoetry
    @TashaXPoetry 2 місяці тому +37

    The shots at 0:10 😍 I could watch them on loop... The characters of Bibbo Jaan and Mallika Jaan were my favorite. I've even written some poetry based on Mallika Jaan ... working on Bibbo Jaan's piece next ... maybe I'll finish it by series 2 🙃

  • @gauravpriyadarshi533
    @gauravpriyadarshi533 9 місяців тому +1734

    The way we have remembered Amir khusro after 700 years with a song trust me after 700 years this SBL will still leave the same impact to that generation with a new version.

    • @mohdanees7354
      @mohdanees7354 9 місяців тому +4

      😢😢😢

    • @Detoxify007
      @Detoxify007 9 місяців тому +54

      We should not remember Amir Khusro's. A man who derivated lust towards Hindu women in poetry.

    • @farjanarumi2230
      @farjanarumi2230 9 місяців тому +1

      ❤❤❤❤

    • @nityakaravade2878
      @nityakaravade2878 9 місяців тому +17

      ​@@Detoxify007See we are appreciating him for this song only. So yes

    • @gatech5190
      @gatech5190 9 місяців тому +22

      @@Detoxify007 get a life

  • @Birdie-s9p
    @Birdie-s9p 8 місяців тому +1138

    Forget everything... The voice behind this magical performace is of RAJA HASSAN.. kya gaana Gaya hai yaaaaar....uff... Kya voice hai Raja Hassan ji aapki

    • @shivathealmighty
      @shivathealmighty 8 місяців тому

      Chop sala😂😂.. Thik thak gaya hain..

    • @mixoubn34
      @mixoubn34 8 місяців тому +16

      Outch ! I remember saw him first time in India got talent maybe, 14 or 15 years ago ....

    • @aishukamal
      @aishukamal 8 місяців тому +15

      Not a comparison but he is definitely in the level of Nusrat fateh Ali Khan

    • @ARUNSHARMA-fj8pd
      @ARUNSHARMA-fj8pd 8 місяців тому +14

      Mere ghar ke samne rahta h .....most underrated singer

    • @chanchao611
      @chanchao611 8 місяців тому

      😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊

  • @imarshadraza609
    @imarshadraza609 2 місяці тому +40

    00:47 this note ❤

  • @RajanKumar-bz7yy
    @RajanKumar-bz7yy 8 місяців тому +1544

    The buzz is not just in India Pakistan or Bangladesh but apparently Heeramandi has equally hyped in entire Indian sub-continent / South Asia ❤

    • @teresitaviera3000
      @teresitaviera3000 8 місяців тому +13

      Me impactó preguntar fundamente, desde Argentina, si se la ocupación inglesa si, se de Ghandi, Pero más no se sabe.

    • @RashidG1985
      @RashidG1985 8 місяців тому +9

      That's where you are absolutely wrong. This isn't just a buzz in these countries.. Amir Khusro's love for the character of his peer and his vocal appreciation for it. It is our whole spiritual foundation.

    • @zaffiruddin6808
      @zaffiruddin6808 8 місяців тому +8

      In mauritius too

    • @migspeculates
      @migspeculates 8 місяців тому +11

      @@teresitaviera3000 La historia total del subcontinente Indu es mas profunda. Se llevaba muchos siglos desde el pasado incluso del misterioso civilizacion de Harappa/Indus

    • @mixoubn34
      @mixoubn34 8 місяців тому +15

      And even more. Greeting from an algerian 🇩🇿 ❤ 🇮🇳

  • @kamalpreetkaur7603
    @kamalpreetkaur7603 8 місяців тому +918

    02:10 Richa Chaddha's eyes are telling lajjo's story in the show😭 so perfect❤️❤️✨✨

    • @amigooner8785
      @amigooner8785 8 місяців тому +7

      kaha the aap gyaani

    • @Basitaholic_69
      @Basitaholic_69 8 місяців тому +1

      trueeeee

    • @varsha6920
      @varsha6920 8 місяців тому +29

      and alabmzeb eyes are dead, just like her character in the whole series

  • @indirakumari6171
    @indirakumari6171 10 місяців тому +188

    I saw everyone praising Manisha. Undoubtedly she is excellent but Richa n other lady presence can not b ignored too. They all are awesome together. Indeed a masterpiece.

    • @Mugg_007
      @Mugg_007 10 місяців тому +1

      N their outfits n accessories tho ❤

    • @justkidding4556
      @justkidding4556 8 місяців тому +3

      People speak what they think. Clearly, Richa Chadha has proven herself as an excellent artist over the years. I myself have been a fan of her since Ram Leela. However, there's been something about Manisha Koirala in this particular song that people are not being able to hold themselves back from praising her. They do not mean the other actresses are not good, it's just that people are all over Manisha in this video. ♥️

    • @indirakumari6171
      @indirakumari6171 8 місяців тому +1

      @@justkidding4556 U may be right. I gave my opinion n I felt her presence remarkable.

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @haranogolpo9356
    @haranogolpo9356 9 місяців тому +233

    I wonder what would've been Monisha maam's reaction if somebody showed her this clip of future her, dancing gracefully at 2012 when she was fighting cancer 😭We must never give up or stop hoping for a better future ♥♥

  • @gauravpriyadarshi533
    @gauravpriyadarshi533 9 місяців тому +135

    That "Sakal Ban" at 00:50 by Raja Hassan impresses at another level. I'm quite addicted to it.

    • @___s___8071
      @___s___8071 7 місяців тому +3

      The one right after that at 0:56 has me in a chokehold. I've been replaying it non stop.

    • @sailorsoldier567
      @sailorsoldier567 4 місяці тому

      I love the Nizamuddin line, so much respect! 😍

  • @ankitkumar-kg7vb
    @ankitkumar-kg7vb 10 місяців тому +281

    Tow thing i saw..the true real expression of Manisha mam...which is recently recovered from cancer... and such performance....too much efforts...i really appreciate

    • @fantasyland135
      @fantasyland135 9 місяців тому +6

      Please watch Dear Maya and see her grand come back after cancer.Its a masterpiece.

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @NeoINSenpai
    @NeoINSenpai 3 місяці тому +67

    0:52 It's Turn into Goosebumps Mode....❤

  • @tubakhan.7575
    @tubakhan.7575 7 місяців тому +341

    1:24 the way Manisha does the hand gesture when they bow in front of her just SCREAMS ROYALTY yrr😘😘

    • @Im_That_Queen
      @Im_That_Queen 6 місяців тому +13

      I JUST realized that she did a hand gesture in the scene and ITS SO FCKING AWESOME!!!😫 Ahhh the grace she put in that!!! ♡

    • @JeetendraSharma-zf4qw
      @JeetendraSharma-zf4qw 2 місяці тому

      Haa yar❤

    • @raatrani38
      @raatrani38 2 місяці тому

      “Ham Tawaaif hain- 👑RAANIYAN👑 hai Lahore ki. Har nawaab raaja hamare dar par salaam dhokta hai”

  • @Nit915
    @Nit915 10 місяців тому +425

    the most underrated indian actress is aditi rao .she reflects royality and bhansali is casting her doing great job

    • @rg023
      @rg023 8 місяців тому +8

      Can't agree more. Look at her. So pleasant to look at.

    • @spacesight6453
      @spacesight6453 8 місяців тому +4

      ​@rg023 too fair

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @inishesh
    @inishesh 10 місяців тому +563

    the music, the set, the cinematography, the costumes............just wow. I just loveeeee Manisha Koirala so much. Finally seeing her in big project like in her heydays makes me so happy.

    • @elvisdsouza2355
      @elvisdsouza2355 10 місяців тому +15

      Totally agree, she deserves more projects with good directors🤞🏼🤞🏼🤞🏼 She has done fantabulous work in Bombay, Khamoshi, Akele Hum Akele Tum, Dil Se, Company, Mann, Agnisakshi👍🏼🔥👍🏼🔥

    • @JoydebBiswas-ey4uh
      @JoydebBiswas-ey4uh 10 місяців тому +1

      Love p0pp a.

    • @dyahsetyawaty8687
      @dyahsetyawaty8687 10 місяців тому +5

      Favorit manisha mam ❤

    • @ruksanalehri3840
      @ruksanalehri3840 10 місяців тому +1

      Beautiful classical 🎧 song loved it 👍🫶

    • @dhruvtyagi7351
      @dhruvtyagi7351 10 місяців тому +3

      Cinematography is pure Sanjay Leela's Magic ❤

  • @sanatbarua
    @sanatbarua 2 дні тому +2

    Love this song❤

  • @sakkku
    @sakkku 10 місяців тому +888

    1:37 that hand gesture is everything ❤

    • @sabrinakhan8217
      @sabrinakhan8217 10 місяців тому +6

      It says, stop the nonsense. He's confusing his mother's culture of Oudh and Lucknow ke kothas with Punjabi Heera Mandi in main Punjab Lahore. Tell him to first educate himself in Maharashtra, Manipur, Mizoram, Assam, Kerela Tamil, Karnatake etc cultures and then think of making movies on places and countries he never visited.

    • @anandalok16
      @anandalok16 10 місяців тому +18

      ​@@sabrinakhan8217ye pre independence se pehle ki movie when pakistan didn't exist

    • @Swatantra-i1j
      @Swatantra-i1j 10 місяців тому +16

      ​​@@sabrinakhan8217Pre Partition Era literature is available .Bhansali believes in serious research.
      Again as a filmmaker he can take creative liberties.

    • @sabrinakhan8217
      @sabrinakhan8217 10 місяців тому +3

      @@Swatantra-i1j Alright. How would you feel if we show Mumbai as a slum of Tamil Nadu where everyone speaks Tamil and eats idli?

    • @vatsalsanwaria537
      @vatsalsanwaria537 10 місяців тому +1

      That's Kathak for you.

  • @fahadjawaid3569
    @fahadjawaid3569 10 місяців тому +333

    Im obsessed with Manisha Koirala's grace and beauty in this song.. cant see anything else

  • @itspranay_004
    @itspranay_004 9 місяців тому +88

    that fragrance of the line "Nizamuddhin ke darwaje par".... hits totally here 🫀

    • @87prak
      @87prak 9 місяців тому +11

      That's the only bad line in the song 😀

    • @roamingbeezzz5775
      @roamingbeezzz5775 9 місяців тому +5

      @@87prakagree 👍🏻👍🏻👍🏻😒

    • @whentheimposterissus8376
      @whentheimposterissus8376 8 місяців тому +5

      @@87prak well I enjoy this creation like I enjoy Shiv Tandav stotram🙏🚩 by Ravan. Just because I liked the creation doesn't mean I admire Ravan. Same goes for Khansteraho.

    • @87prak
      @87prak 8 місяців тому +2

      @@whentheimposterissus8376 I get you. In this case, there are four entities: the song, Raja Hassan, Amir Khusro and Nizam Aulia. I love the song and Raja Hassan. The rest two I don't like.

    • @glummygoose4040
      @glummygoose4040 8 місяців тому +2

      It’s nizam, not nijam

  • @k.ashutoshbaitharu3964
    @k.ashutoshbaitharu3964 6 місяців тому +66

    0:44 that turn was so perfectly timed!!!!

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।.....

  • @kishorekhot
    @kishorekhot 8 місяців тому +85

    Rooted in 700-year-old history, 'Sakal Ban' happens to be the song whose lyrics have been penned by the Indo-Persian Sufi singer, musician, poet Amir Khusrau who lived during the kingship of the Delhi Sultanate.
    Magnificent portrayal in the web series 👏👏

    • @Myvlogcase
      @Myvlogcase 7 місяців тому

      Old PTV black and white song ki pori composition chori ki Bhansali ne.. Sab se pehly PTV ne ye song on air kiya..
      😂😂😂

  • @vrushabhlakade3338
    @vrushabhlakade3338 8 місяців тому +506

    1:04 step of Richa is just wow ❤️

    • @peppermint86
      @peppermint86 7 місяців тому +20

      exactly bro!!! richa chadha dance soo magical yaarrr!!! damnnnnn i'm fan of her now!!!

    • @JANHVIDHIMAN
      @JANHVIDHIMAN 6 місяців тому +2

      Same ghumoor song jaise step lag rhe hain isme

    • @preets_e
      @preets_e 5 місяців тому

      😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊qqqq😊😊😊😊😊q❤ ggf in@@peppermint86😊😊😊😊😊😊😊😊😊

  • @RaymondYapp_369
    @RaymondYapp_369 10 місяців тому +69

    Wow! Manisha Koirala in this form and grace. BEAUTIFUL!

  • @samreensiddiqui3850
    @samreensiddiqui3850 2 місяці тому +25

    2:25 gives goosebumps ❤

    • @learnnewsomthingyou
      @learnnewsomthingyou 16 днів тому

      Where is goosebumps 😅😅😅
      They are prostut 😅😅😅

  • @alexm1755
    @alexm1755 10 місяців тому +75

    Manisha Koirala is one of the most beautiful actresses ever on the Indian screen...she is beautiful, innocent looking, vulnerable and a mighty talented acctress....who has conquered hearts all accross India!... Good to see her being directed by maestro Sanjay Leela Bhansali again...

  • @jibraelhassan9345
    @jibraelhassan9345 9 місяців тому +249

    If amir khusro was alive he would have danced and rejoiced to this monumental tribute to his majestic art piece. This is so magically breathtaking 😍 💖 ❤

    • @SarvesshMishra
      @SarvesshMishra 9 місяців тому +4

      Certainly Bhai ... this Is A Masterpiece

    • @jibraelhassan9345
      @jibraelhassan9345 9 місяців тому +9

      I have been watching this the moment I laid eyes upon this beauty. The cloour pallete's monochromatic yet so diverse and versatile and then the art direction,the vocals,wardrobe is jussssttt mind-boggling. Can't praise it enough man❤

    • @zoeyanaqvi-zn7482
      @zoeyanaqvi-zn7482 27 днів тому

  • @khan_zeeshann
    @khan_zeeshann 10 місяців тому +13

    बन बन फूल रही सरसों
    अम्बवा फूटे टेसू फूले
    कोयल बोले डार-डार
    और गोरी करत सिंगार
    मलनियाँ गढवा ले आईं कर
    सों
    सकल बन फूल रही सरसों
    तरह तरह के फूल खिलाए
    ले गढवा हाथन में आए
    निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
    आवन कह गए आशिक़ रंग
    और बीत गए बरसों
    सकल बन फूल रही सरसों
    Alot of words are missing from this song written and originally composed by Hazrat Amir Khusro in Raaga Bahaar... A legendary director like SLB who is so possessive about his creative aspects should have had paid attention to this.. but nevertheless thank you SLB for bringing and showcasing this masterpiece of Our Indian Music and Culture ❤

  • @BushraBaig-jc3pk
    @BushraBaig-jc3pk 5 місяців тому +5

    Singing such classic song in 2024 ..Singer must be awarded by National Award

  • @rajmahajanentertainment5642
    @rajmahajanentertainment5642 10 місяців тому +330

    Sanjay leela Bhansali Director nahin balki ek jaadugar hai 😊
    Emotions ka jaadugar

    • @mariamdadar7186
      @mariamdadar7186 10 місяців тому

      Wow sirf yh song dekh kar mehsus hotahe da wait wil b worth it unlike rocky rani yuck

    • @fnmidas7936
      @fnmidas7936 10 місяців тому +5

      ​@@mariamdadar7186bhai uske pele wali film jo banai usse dekhkar pata lag hi jata hai ki ya jadugar hai , perfectly present culture with sybolism and attention to detail with traditional folk religious song like ghoomer , jhume re gori , nimbuda etc

    • @TUTANKHAMUN077
      @TUTANKHAMUN077 10 місяців тому +4

      He in my opinion is best director in india. He can direct all sort of movies. Unlike other directors he is perfectionist in every type of movie

    • @veroniquelebreuil7124
      @veroniquelebreuil7124 10 місяців тому

      So true, he embodies the very essence of pure art.

    • @fnmidas7936
      @fnmidas7936 10 місяців тому

      @@TUTANKHAMUN077 true , even in this song he represent so well , sakal ban , spring flowers blooming mustard , and this video feels like it women looks like flower blooming in yellow mustard

  • @iamazeemkhan
    @iamazeemkhan 10 місяців тому +56

    Amir Khusro ka apne peer-o-murshid ke liye likha kalam 'Shakal ban' dil ko chhoo jaata hai.. Sanjay leela bhansali shahab ko salam is kalam ki yaad taaza karane ke liye ❤... singer Raja Hasan ki pyari aawaz kya kahne ❤

    • @anu3971
      @anu3971 10 місяців тому +3

      Ram jane yeh muslim poet sirf poetry hi karte hai ya hamesha ki tarah inke hidden meaning hote hai against kafir.

    • @av1421
      @av1421 10 місяців тому +1

      LMAO. I hated this whole song for this reason only....hahahah@@anu3971

    • @av1421
      @av1421 10 місяців тому +11

      The story goes that Nizamuddin Auliya, who was unmarried himself, was deeply attached to his sister’s son, Khwaja Nuh. But the child died young and Nizamuddin was devastated by the loss. Amir Khusro couldn’t bear to see his master so afflicted and brought low, and tried desperately to make him smile again.
      One day walking outside Nizamuddin’s house near the Khwaja’s khanqah at Chilla, Amir Khusro saw a group of village women walk by, dressed in bright yellow clothes and carrying mustard flowers and singing and clapping with guileless abandon. They were celebrating spring, they explained to the puzzled Amir Khusro, and were on their way to the Kalkaji temple where they would delight their goddess with song and dance. Enchanted by the story, Amir Khusro dressed up in a yellow sari, bedecked himself with mustard flowers, and appeared before Nizamuddin Auliya singing lusty songs in praise of spring. The saint saw his favourite disciple in the yellow sari and was startled out of his torpor. He smiled, and ever since, Basant Panchami has been celebrated thus at the Dargah of Nizamuddin.
      Perhaps, the song Khusrau sang to his master that day was : फूल रही सरसों सकल बन (phool rahi sarson sakal ban)@@anu3971

    • @askz100
      @askz100 10 місяців тому +6

      ​@@av1421 I commend you for making the effort to write about the background of this song. I appreciate your attempt to narrate how Amir Khusrow was inspired by the sight of women dressed in yellow in mustard fields, singing merrily on their way to worship and please their goddess which made Khusrow want to please Nizamuddin. The costume designer must've deliberately dress the actresses in yellow for shooting this song. But it is really sad that few people will notice such beautiful things in the art of film-making. Most people will simply get stuck on the Hindu - Muslim issues in the comments' section simply because the writer of this song is Khusrow.

    • @amartyakumar3077
      @amartyakumar3077 10 місяців тому

      @@av1421 loved the story but where did u get it? i want to know more about it

  • @ananyalizadutta2400
    @ananyalizadutta2400 10 місяців тому +52

    It is such a joy to get to see the batch of actresses from the 90s in the screen. They bring a lot of maturity and such their presence electrifies the screen. So good to see Manisha Koirala after so long!

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।.....

  • @mobilecontroversy
    @mobilecontroversy День тому

    Raja Hasan ji ko ... national award do ❤❤❤❤

  • @HOLLYWOODINSIDERTV
    @HOLLYWOODINSIDERTV 10 місяців тому +114

    Manisha Koirala and Sanjay Leela Bhansali = The Dream Team ❤️😍💫

  • @Alphaartistry1
    @Alphaartistry1 8 місяців тому +35

    the way richa come and join the dance while giving the bestt expressions of that particular scene.. is incredibleeee .. richa you are a true gem.. and manisha ji .. wahhh wahhh

  • @syedsaifahmed4103
    @syedsaifahmed4103 8 місяців тому +177

    Finally Raja Hasan is getting the fame he deserves...

    • @nanduzm
      @nanduzm 8 місяців тому +7

      He is a brilliant singer indeed

  • @PRIYANSHU-ok7gt
    @PRIYANSHU-ok7gt 4 місяці тому +28

    ये राग बहार के ऊपर बना हुआ गाना है। जो एक अदभुद कंपोजिशन हैं जिसे राजा हसन साहब ने backing vocals के सपोर्ट और तबला और ढोलक के तालमेल के साथ एक अद्वितीय नमूना पेश किया है ।..
    Hats off to all of the artists 👏🔥🙌

    • @chandasoni2975
      @chandasoni2975 3 місяці тому +1

      और बसंत पंचमी में जब ❤️ मां ❤ सरस्वती माता जी की पूजा के लिए सरसों के फूलों को के कर जा रहे थे

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому +2

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @Khushwant-Singh
    @Khushwant-Singh 10 місяців тому +132

    Amir Khusrow was one of the first true poets of Hindi language. Gives me goosebumps to understand something written 750 years ago without much difficulty.

    • @zerinzinia8660
      @zerinzinia8660 9 місяців тому

      What does these words " sakal ban" means?

    • @nightraider917
      @nightraider917 9 місяців тому

      Whole field = sakal ban,
      phool rahi sarso sakal ban = the entire feild blooms with mustard @@zerinzinia8660

    • @cartic.t
      @cartic.t 9 місяців тому +9

      @@zerinzinia8660’Sakal’ means ‘full’ or ‘complete’, so the whole sentence - ‘phool rahi sarson sakal ban’ means something like ‘the mustard blossoms are in full bloom’.

    • @deepakpradhan9904
      @deepakpradhan9904 9 місяців тому +2

      ​@@zerinzinia8660me ek Sambalpuri speaking hu or Hindi se koi wasta nahi or mujhe Sakal ban ka matalab pata hai par tum Urdu bolte ho or tumhe Sakal ban ka meaning nahi pata 😂

    • @deepakpradhan9904
      @deepakpradhan9904 9 місяців тому +1

      ​@@cartic.tabsolutely correct bro a khadi boli ( hindi ) hai .

  • @yudiudyan6865
    @yudiudyan6865 10 місяців тому +46

    Idk what’s more exiting, MK is back, Richas dance the song or the cinematography. Super hyped for this project. Netflix really bagged gold by signing SLB. Can’t wait!

  • @arpanlimbu7517
    @arpanlimbu7517 10 місяців тому +549

    Let me confess manisha koirala completely stole the show. She is one fresh breath of air ❤
    Versatile actress and am glad she came back with good project i hope she will continue working as a lead.

    • @whentheimposterissus8376
      @whentheimposterissus8376 10 місяців тому +17

      I think she is the antagonist . The way she taunted her by flicking her Nath as if successfully claiming her in the house after her strong resistance seems cold as well as fearful. Nath is often associated with husband and Ladies of the night wear it for *"those"* reasons . So flicking her Nath as if mocking her maiden sentiments that will soon be ruined.

    • @inishesh
      @inishesh 10 місяців тому +5

      ​@@whentheimposterissus8376 yes, Manisha Koirala's villain era.

    • @saumyapathak5865
      @saumyapathak5865 10 місяців тому

      Probably, but from the teaser it seems that Sonakshi's character too has grey shades . @@whentheimposterissus8376

    • @farhanwasiq
      @farhanwasiq 8 місяців тому +1

      she was amazing.. whole story revolves around her

    • @garimakilledar5810
      @garimakilledar5810 8 місяців тому +1

      @@whentheimposterissus8376 She is not the antagonist here. Watch the series. Every character has different shades.

  • @AmirAli-e4t
    @AmirAli-e4t Місяць тому +1

    Ameer khusro zabardast ❤❤❤

  • @soubhikghoshroy7110
    @soubhikghoshroy7110 10 місяців тому +12

    *_THIS IS NOT JUST A SONG, IT'S AN ABSOLUTE MASTERPIECE !!!_*
    *_I literally grew up watching movies of Sanjay Leela Bhansali !!! From Devdas, Bajirao Mastani, Padmaavat, and Gangubai Kathiawadi, the movies, having the songs with Epic BGM and elegant movie set, are just on another level !!!_*
    *_THE LYRICS makes me feel like, I am walking in a royal garden with flowers blooming everywhere !!!_*
    *_THE MUSIC COMPOSITION is just on another level, just giving me royal vibes !!!_*

  • @sriragsylendran4763
    @sriragsylendran4763 10 місяців тому +1197

    imagine being born 750 years ago and still having your work being relevant , thats Amir Khusro the legend 💓💓

  • @social4414
    @social4414 10 місяців тому +419

    I wish Manisha Koirala does more big films....i absolutely love her...she is such a classic beauty...finally she is given a chance to dance like this...

    • @santoshbavishi6959
      @santoshbavishi6959 8 місяців тому

      Bro, she has stage-4 cancer 🥺🥺

    • @social4414
      @social4414 7 місяців тому +1

      @@santoshbavishi6959 she does not stfu

    • @productsreview31
      @productsreview31 7 місяців тому

      She is cancer free now..she has had a long difficult journey..and finally beat cancer and changed her life completely ​@social4414

  • @shijoejoseph2011
    @shijoejoseph2011 8 днів тому

    Visual maestro, Mr. Bhansaali, knows how to compose each frame perfectly, without excessive glitter as some others do. That too is a masterful craft!

  • @swainkumar3811
    @swainkumar3811 8 місяців тому +86

    संजय लीला भंसाली जी का मैं तहेदिल से शुक्रिया अदा कर रहा हूं, इतने दिनों बाद मुझे अमृत जैसा ठुमरी सुनने को मिला । मैं 75 साल का हूं, बहुत धन्यवाद।

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।..........

  • @Astha.punjabikudi
    @Astha.punjabikudi 10 місяців тому +9

    Only Sanjay Leela Bhansali can provide such a cinematic treat...just amazing

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @manikagarwal9264
    @manikagarwal9264 10 місяців тому +23

    Richa is a revelation.. given prominence n she nails it ..
    Aditi ji looks so graceful as ever .. n manishaji , u r class

  • @HarshTank-vy7jd
    @HarshTank-vy7jd 6 місяців тому +2

    Amir Khushro✨️💫

  • @himmatsinghchouhan5109
    @himmatsinghchouhan5109 10 місяців тому +18

    What a beautiful set. So good to see they use same architecture common in Lahore in 1700-1900. Most building have special bricked walls made of Lakhori bricks. In Amritsar and other Sikh empire cities a bit larger bricks called Nanak Shahi bricks were used. The set is similar to Havelis of Lahore using the Lakhori bricks. I love how deep Sanjay Leela Bhansali and his team go in details of aesthetics

  • @shehrozarifmalik
    @shehrozarifmalik 10 місяців тому +40

    Not only manisha but all the women has nailed ittt beautiful and gracefully!!!!! Love love it ❤️

  • @GirishSunkadwar96
    @GirishSunkadwar96 10 місяців тому +35

    Kon kehate hai ki 50 plus hero hi film aur Aisa grace dikhaa sakte hai Heroine bhi kuch kam nahi hai Aaj saabit ho gaya my favourite manisha koirala ko dekhkar She is so beautiful graceful and jabrdast actress❤❤❤❤❤❤❤❤love her❤❤❤❤❤

  • @Rahulsingz
    @Rahulsingz 2 місяці тому +11

    2:05 my heart stop here

  • @sachnang917
    @sachnang917 10 місяців тому +62

    Bhaiiii sabbbbb😮😮 what is this.... This guy is creating magic everytime.. What a grace RICHA CHADDA and MANISHA KOIRALA stole my heart what a expression's yarrr❤❤❤❤❤... Can't Wait for series' come up ... Everywhere will be SAKAL BAN.....!!

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।........

  • @samip3124
    @samip3124 10 місяців тому +15619

    People who don't know why they are wearing Yellow/Mustard 💛 colour dresses here it's related to Basant Panchmi festival celebrated at Saint Hazrat Nizamuddin Auliyas Dargah by his followers started by his pupil Hazrat Ameer Khusro in 12-13th century it is said when Saint's dear Nephew Khwaja Taqiuddin Nuh died by illness he was in grief for months and stopped smiling this troubled Khusro and he decides to bring smile on his Auliya's face then one day he saw across the Yamuna river rally of Women singing and dancing who were celebrating Basant Panchami wearing yellow clothes and yellow mustard flowers offering to the nearby Kalika Devi Temple it interest's him and he asked them why you offering Yellow Mustard flowers then they replied it will please their Deity then Khusro also participated in the festival of Basant Panchmi wearing yellow cloths and putting yellow flower in his hairs with dholki he sang for Auliya and that made him smile after a long time and ended his grief. it is celebrated till this day by his followers at Hazrat Nizamuddin Auliya's Dargah in Delhi as moment of joy People wearing yellow cloths offering yellow chadar and yellow Flowers also it is celebrated all over Prepartician North India as Basant Panchami as Welcome of Spring 🌼irrespective of Religions be it Hindus, Sikhs, Muslims When crops are to be cultivated and this Kalam of poetry "Sakal Ban" is written by Tota-E-Hind (Parrot of India) 🇮🇳 Hazrat Ameer Khusro deciple of Hazrat Nizamuddin Auliya 😊

    • @suvamdutta7770
      @suvamdutta7770 10 місяців тому +695

      And that's why when they are spinning..it's looking like yellow flowers blossoming... what a perfect visualisation of the lines.

    • @ec8610
      @ec8610 10 місяців тому +289

      Thank you so much for your explanation.. this is megh mallar right

    • @sayeenibedita1954
      @sayeenibedita1954 10 місяців тому +230

      I thought that it was just for aesthetics. That's why the lyrics say nizamuddin ke darwar or something like that. Thanks for the explanation

    • @grf123
      @grf123 10 місяців тому +73

      Thank you for context

    • @strawberrykun6136
      @strawberrykun6136 10 місяців тому +87

      I thought it was haldi rasam 😭

  • @NWSIMU
    @NWSIMU 8 місяців тому +75

    I see a lot of ppl who had vanished from Bollywood that have come back with this series eg. Raja Hasan, Taha shah, Manisha etc and all of them have done a great job.

    • @afreenkhan1470
      @afreenkhan1470 7 місяців тому

      More like Shekhar Suman, Adhyan Suman & Fardeen Khan

  • @Michelle-rf1to
    @Michelle-rf1to 2 місяці тому +16

    I'm from Brazil and I love this song, I watched the series and I really liked it and this song and choreography were one of my favorites in the series. ❤️

    • @SouravDas-ux4ik
      @SouravDas-ux4ik 2 місяці тому +3

      It's a Magic from Sanjay Leela Bhansali and Singer Raja Hasan

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      ​@@SouravDas-ux4ikबॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @alexm1755
    @alexm1755 10 місяців тому +124

    Manisha Koirala was poetry on screen....and maestro Sanjay Leela Bhansali has brought that beauty back on screen....and how!

  • @Nepalisentu
    @Nepalisentu 10 місяців тому +100

    So happy for Manisha ! She deserves all the happiness after batting thru life ❤

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @laibashoukat8294
    @laibashoukat8294 8 місяців тому +172

    Manisha Koirala she's acted after a long time on screen she proved that once a legend always a legend ❤🔥
    Thanks for 100 likes ❣️

  • @naazansari8044
    @naazansari8044 6 місяців тому +11

    I literally loved lajjo's (richa chadda) entry...and when she started dancing uffff damn her i literally loved her dance so much🤌❤️😍😍😍

  • @anandarjak
    @anandarjak 10 місяців тому +52

    एक तो बसंत का महिना है उपर से ये अमीर खुसरो का यह गाना नये अंदाज़ में राजा हसन के अवाज में सुनने को मिल रहा है! मन प्रसन्न हो उठा

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।..........

  • @sibauchi
    @sibauchi 10 місяців тому +126

    Extremely excited South Korean SLB fan here! This is the only reason I'm not canceling my Netflix membership!

    • @Wisdom99-z8l
      @Wisdom99-z8l 10 місяців тому +5

      Aww, respect to you for appreciating Indian talent! It will definitely be a memorable one! ❤🤗

    • @sibauchi
      @sibauchi 9 місяців тому +6

      ​@Rohan-7499 Uh, I read subtitles? And I never claimed to understand SLB movies as Indians do. Even if I learn Hindi and can watch his movies without subtitles I know that I can't. I have read about Indian history and culture to better appreciate the movies but I know that I can't understand it in a way that an Indian born & raised in India sees them. And that's fine, all humans can enjoy art that was created by people from various backgrounds. Do you not enjoy Hollywood movies, or any other movies that were not made in India? I also enjoy movies/dramas from China, and although Korea has a greater geographical and cultural proximity to China than India there are still some things I find very foreign or unfamiliar, yet also relatable and fascinating. SLB also deals a lot with doomed love/desire, which is an extremely relatable theme. He even made an adaptation of Romeo and Juliet, Goliyon Ki Raasleela Ram-Leela (one of the best I think). There's also the aspect that one can relate to different stories based on their own experiences or knowledge. Many of SLB's heroines are sublimely beautiful but also very human and relatable because they suffer from oppressive systems yet strive to uphold their love and dignity. Devdas reminds me of highly educated but weak-willed tragic young men caught between Westernized modernity and family expectations who often described in literature written during Korea's Japanese colonial era. Heeramandi is not out yet but I know that it's going to be about tawaifs, and that Korea once had similar courtesans called gisaengs. Of course they're not exactly the same, but the difference is also what makes the stories more intriguing. Also, SLB movies are just beautiful to look at. Who with sight can't appreciate that?

    • @garimakilledar5810
      @garimakilledar5810 8 місяців тому

      @@sibauchi wow what an elaborate explanation. No need to answer trolls. Thank you so much for liking and appreciating Indian culture. 😊❤

  • @elvisdsouza2355
    @elvisdsouza2355 10 місяців тому +126

    Manisha Koirala is dancing so gracefully😍👌🏼😍👌🏼 It’s a treat to watch her, she is killing it🔥🔥🔥

  • @mayanksharma9667
    @mayanksharma9667 2 місяці тому +1

    Raja Hasan is gem❤❤

  • @EdwardBee
    @EdwardBee 10 місяців тому +47

    Khamoshi to Heeramandi , that's the full circle for MK ❤ deserves every bit of praise. Richa Chaddha you are pure...

    • @shahindashaheen5747
      @shahindashaheen5747 Місяць тому

      Best actress award goes to manisha....dil se...❤❤❤❤

  • @warisaliraja916
    @warisaliraja916 8 місяців тому +161

    Deeply in love with song! Absolutely love this series! Much love & respect Rawalpindi, Punjab, Pakistan! ❤️🙏🇵🇰

  • @saniyakhan3110
    @saniyakhan3110 10 місяців тому +137

    At 1:49, the way Manisha called the other cast to join her👏👏👏👏👏 manisha ❤❤❤❤

    • @saranraj3128
      @saranraj3128 10 місяців тому +9

      Tat too her expression 🔥 Juz fix qualità to max and zoom her

  • @Infiniter-f8x
    @Infiniter-f8x Місяць тому +9

    1:17 best part

  • @anamfarooqui3795
    @anamfarooqui3795 8 місяців тому +9

    I have watched the series and I loved the fact that how Bibbojaan was always supporting her sister’s dreams. Aditi Rao Hydari is so beautiful and her voice is amazing.

  • @cora.ann.s
    @cora.ann.s 10 місяців тому +82

    I'm crying - I don't know why, but I do 😭 Thank you Sanjay Leela Bhansali, thank you ladies 🤗💕

    • @sivakumarsubramaniam2388
      @sivakumarsubramaniam2388 10 місяців тому +2

      Because u must be an artist himself/ herself from the previous birth.

  • @animeshdas8706
    @animeshdas8706 10 місяців тому +46

    Manisha ji is the epitome of grace & her moves are so effortless😍💯

  • @jasminpablo9012
    @jasminpablo9012 2 місяці тому +2

    Esta serie es espectacular visualmente. La trama. las canciones. uff de lo mejor

  • @malatipandey3288
    @malatipandey3288 9 місяців тому +8

    What a music, so serene! and Manisha Koirala! can't take eyes off her . she completely steals the show. Want to see her doing more new films.

  • @Vinodkumar-w2h1x
    @Vinodkumar-w2h1x 10 місяців тому +157

    The power of 90s actresses are unmatched!!❤
    Manisha Koirala has great screen presence...In just a small clip she has outshine Everyone.

  • @fsrai3177
    @fsrai3177 10 місяців тому +28

    Manisha Koirala stole the screen, She did so gracefully ❤

  • @lifefeltstories
    @lifefeltstories 6 місяців тому +20

    The way Manisha does the hand gesture when they bow in front of her is just another spectacular jewel in bollywood !

  • @Urdu_aura
    @Urdu_aura 8 місяців тому +228

    How gracefully manisha did that '' tarha tarha k phool mangaye''😭😭😭😭 loved it

    • @productsreview31
      @productsreview31 6 місяців тому +1

      Man!! Her expression in that dance..the best.

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।....

  • @SaadAliArts
    @SaadAliArts 8 місяців тому +161

    I wish this song was longer. Jab song apni peak pe jata hai to end ho jata hai 😩

  • @aarafatt-lz8ty
    @aarafatt-lz8ty 10 місяців тому +31

    manisha you nailed it the real diamond of bollywood ❤❤❤. so glad to see you finally with a great film maker.

  • @satisfyingzepeto
    @satisfyingzepeto 4 місяці тому +1

    My eyes were only on Manish......omg wat an actress ❤️❤️❤️

  • @a_viral_couture
    @a_viral_couture 10 місяців тому +773

    Dude let’s give a salaam to Richa chadhaa…!!!!! Bhyiii never seen her dancing like this ♥️♥️♥️

    • @mariamdadar7186
      @mariamdadar7186 10 місяців тому +6

      Xactly i ws trying 2 rem her name thank u

    • @JourneyWithin_Tiwo
      @JourneyWithin_Tiwo 10 місяців тому +19

      Shes actually trained in Kathak. :)

    • @mr.filmworm4018
      @mr.filmworm4018 10 місяців тому +9

      Always seen her in mardaana role.

    • @a_viral_couture
      @a_viral_couture 10 місяців тому +4

      @@mr.filmworm4018 yeah and for the first time seeing her like this is the cherry on the cake….

    • @haidenhill6358
      @haidenhill6358 10 місяців тому +5

      Rakheil chaddha apni aukad ma aa Gaye , aadat dal la .😊😈

  • @Monica-dj7ee
    @Monica-dj7ee 8 місяців тому +28

    This is such a masterpiece. Manisha Koirala's acting is on peak as always💖🇳🇵

  • @SHIKHRANI
    @SHIKHRANI 10 місяців тому +65

    Manish Koirala is so underrated! So graceful and expressive! Bollywood has been biased and never allowed talented actors like Manisha and Sushmita Sen to shine.

    • @kittu3049
      @kittu3049 10 місяців тому +4

      No dear, she is not underrated. She is supposed one the most beautiful and eqaully talented actress. when she was away all her roles went to Aishwarya and Dipika. Imagin her as Paro and Padmavati. You will understand

  • @mairasdreamland9428
    @mairasdreamland9428 6 місяців тому +1

    Raja Hassan sare gama hero honda main second position par the.. usswaqt ki har jeet mayne nai rakhi lekin ab jo unki success aur aese master piece songs hain, memorable hain...❤

  • @snehadas1616
    @snehadas1616 8 місяців тому +27

    Sir Sanjay Leela Bhansali and his larger than life imagination. What craft ... What incredibly talented director India has . Ufff my pranam sir

    • @islamkabawaal5292
      @islamkabawaal5292 Місяць тому

      बॉलीवुड का जिहादी गायन...
      बॉलीवुड का एक और जिहादी गाना...हीरामंडी फिल्म में फिल्माया गया (सकल बन फुल रही सरसो) (मुलतः राग बहार में है।)। इसे अक्सर भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा भी गाया जाता है। हिंदु गायकों द्वारा भी... लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे क्या गा रहे हैं, क्योंकि हिंदु कभी अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करता, बल्कि केवल भावनाओं में बहता रहता है। ख़ैर... पहले इस गाने के लिरिक्स पर गौर करते हैं -
      ***(((सकल बन फूल रही सरसों
      बन बन फूल रही सरसों
      अम्बवा फूटे टेसू फूले
      कोयल बोले डार-डार
      और गोरी करत सिंगार
      मलनियाँ गढवा ले आईं कर सों
      सकल बन फूल रही सरसों
      तरह तरह के फूल खिलाए
      ले गढवा हाथन में आए
      निजामुद्दीन के दरवज्जे पर
      आवन कह गए आशिक़ रंग
      और बीत गए बरसों
      सकल बन फूल रही सरसों)))***
      कुछ महिलाएं निज़ामुद्दीन के पास फुल लेकर जा रही हैं। लेकिन वे महिलाएं कौन हैं?
      क्या मुस्लिम महिलाएं ऐसा करती हैं?
      नहीं।
      ये तो हिंदु महिलाएं हैं।
      और कौन सी हिंदु महिलाएं?
      वही, जिनके पतियों को मारकर उन्हें माल-ए-ग़नीमत के तौर पर उठा लिया गया, और उनका बलात्कार किया जाता है।
      दरअसल अमीर खुसरो का लेखन जिहादी लेखन है। इसे समझने के लिये थोड़ा बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है। इस लेखन पर ध्यान दीजिये। ये कोई सामान्य महिलाएं अपने पति के लिये फूल नहीं सजा रही, बल्कि ये वे हिंदु महिलाएं हैं, जिनके पतियों को मारने के बाद उन्हें गुलाम भोगदासी बना लिया गया, और अब उन्हें मनाया जा रहा है अथवा श्रंगारित किया जा रहा है कि वे अपने मुस्लिम बलात्कारी और अपने पति के हत्यारों के लिये अच्छा महसूस करे, उसके प्रति प्रेम में पड़े। जिहादियों ने वाकई बहुत ही तगड़ा काम किया है।।।। "छाप तिलक सब छीनी रे मौसे नैना मिलाईके" भी ऐसा ही लेखन है। यह हिंदु महिला को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट करने की कहानी है, और उसे श्रंगार रस में पिरोया जा रहा है। वाकई मुसलमानों का काम बहुत ही शातिर रहा। जिस पर अत्याचार किया जा रहा है, उसे अत्याचार में खुशी मनाने को प्रेरित किया जा रहा है। इसे सादवाद (Sadism) कहते हैं।
      बॉलीवुड में किस तरह जिहाद को प्रमोट किया गया, उसके अनेको वीडियो पहले ही आ चुके हैं। आप सभी से अनुरोध है, कृपया इस्लाम के जिहाद के बारे में थोड़ा जानें, और आप क्या गा रहे हैं, क्या सुन रहे हैं, क्या देख रहे हैं, उस पर गौर करें। जिहादियों का लेखन बहुत ही खतरनाक रहा है, लेकिन हिंदुओं को उसकी कोई समझ नहीं। जैसे तराना गायन में "बुदपरस्ती मेकु नेद" जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है और हिंदु उसे गा रहा है। हिंदु को मालूम ही नहीं कि ये मुर्तिपूजा को गंदा बताया जा रहा है। हिंदुओं के अज्ञानता की कोई सीमा नहीं है। संगीत में पिरो के कुछ भी दे दो, वो सुन लेंगे और तालियां भी बजाएंगे। आशा है धीरे धीरे हिंदुओं की आंखें खुलेंगी और वे शब्दों पर ध्यान देना सीखेंगे।
      जितने भी हिंदु युट्युबर हैं, कृपया इस ‘‘फुल रही सरसो’’ गाने पर वीडियो बनाएं और इसकी पोलखोल करें, क्योंकि यह एक गहरा बॉलीवुड जहर है, जो हिंदु बालिकाओं के मन में अपने पति के हत्यारों, और अपने बलात्कारियों के प्रति झुकाव का रंग प्रस्तुत करता है। ऐसे बॉलीवुड जिहाद की पोल खोलनी अत्यंत आवश्यक है। लगभग प्रत्येक म्युज़िक क्लास में यह गाना गाया जाता है, जब भी राग बहार का शिक्षण होता है। इस गाने को गाना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि यह उन सभी हिंदु स्त्रियों का अपमान है, जिनका बलात्कार हुआ, हमारे उन सभी पुर्वजों का अपमान है, जिनको मुसलमानों ने मार डाला। इसीलिये इस गाने का बहिष्कार कीजिये। कोई भी हिंदु गायक इस गाने को न गाए और अगर कोई गाता है तो उसे रोकें और समझाएं कि इस गाने का वास्तविक रहस्य क्या है, इसका मतलब क्या है।
      आशा है हिंदु इस गाने को गाना बंद कर देंगे, और ये सुफिज्म के नशे से बाहर निकलेंगे।
      और हां, इस मेसेज को शेयर अवश्य करें, खासतौर पर अपने सभी संगीतज्ञ मित्रों को।
      धन्यवाद।
      जय श्री कृष्ण।........

  • @sumitchopra9905
    @sumitchopra9905 8 місяців тому +47

    That tabla drop and Richa Chadha's entry in this song. OMG!;😍

  • @aamirhamza5741
    @aamirhamza5741 10 місяців тому +7

    OMG Richa looks exquisite here. Such an underrated actress she is!

  • @s.r_limba_official
    @s.r_limba_official 5 місяців тому +4

    Amir khusro 🎉🎉❤❤❤❤

  • @meeeb5325
    @meeeb5325 8 місяців тому +25

    Manisha is iconic!! I’m so an amazed with her performance ❤❤❤ and then there’s Aditi she’s just beauty grace charm innocence they all did an outstanding job!!

  • @divyatripathi7870
    @divyatripathi7870 10 місяців тому +31

    Thank you so much Bhansali sir you've taken me back to my Kathak Days... What a song and performance as well background dancers are just awesome❤
    Being a kathak dancer its not just a song such a master piece Manisha maam's hand gestures and that "ओ मोहे आवन कह गए आशिक़ रंग और बीत गए बरसों" for a micro second the facial expressions oh my god 1:35 hand gestures starting of Manisha maam ♥️♥️ everything is just perfect👌👌