परमेश्वर कबीर साहिब जी सन 1398 में सशरीर प्रकट हुए थे और सन 1518 में सशरीर सतलोक गए थे। न कबीर परमात्मा का जन्म होता न ही मृत्यु। कबीर परमात्मा अविनाशी हैं। चारों युगों में सशरीर आते हैं।
बेटा बेटी एक समान’ इस नारे को यथार्थता के धरातल पर स्थापित करना संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है। इसी कारण उन्होंने दहेज जैसी प्रथा का समूलनाश करने के लिए विवाह की सादगीपूर्ण विधि समाज को दी है
दहेज जैसी बुराई का होगा अब जड़ से खात्मा संत रामपाल जी महाराज नहीं चाहते कि किसी बहन - बेटी की हत्या दहेज के कारण हो। इसलिए उनके सानिध्य में बिना कुछ लेन देन किए हज़ारों दहेज मुक्त शादियां की गई। जिनसे प्रेरणा लेकर समाज तेजी से उनका अनुसरण कर रहा है।
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग कार्यक्रम से युवाओं में अच्छी सोच जागृत हो रही है बिना दहेज के साधारण तरीके से विवाह कार्यक्रम करके वर्तमान युवा पीढ़ी को एक अच्छा संदेश दे रहे हैं
दहेज प्रथा का समाधान क्या है? दहेज मुक्त भारत (Dowry Free Marriages in Hindi) : दहेज प्रथा का समाधान हरियाणा के प्रसिद्ध संत रामपाल जी महाराज को छोड़कर हर सरकार और संगठनों या धार्मिक संप्रदायों की पहुंच से बाहर लगता है। संत रामपाल जी ने रमैनी नामक दहेज मुक्त विवाह की एक शानदार पहल की है जो दहेज के किसी भी आदान-प्रदान को स्वीकार नहीं करती है। इस दहेज विरोधी आंदोलन की सफलता की कहानी संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों द्वारा उनके नेतृत्व में दहेज के आदान-प्रदान पर रोक लगाने के अनुशासन पर आधारित है। ये अपने आप में अनोखा है। इस तरह का दहेज विरोधी आंदोलन समाज से ऐसे अभिशाप को खत्म करने में उपयोगी हो सकता है जिसने कई मासूम महिलाओं की जान ले ली है।
संत रामपाल जी महाराज जी भक्त समाज को सतभक्ति मार्ग देकर मोक्ष की राह दिखा रहे हैं। समाज में फैली कुरीतियों दहेज प्रथा, नशा, भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करके एक सभ्य समाज की स्थापना कर रहे हैं। ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है। 🙏🙏 目
ना बैंड बाजा, ना बारात बस 17 मिनट और हम तेरे साथ। जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर सतलोक आश्रमों में हुईं दहेज मुक्त अद्भुत शादियां, बनीं चर्चा का विषय।
परमेश्वर कबीर साहेब जी का मगहर से सशरीर सतलोक गमन 20 फरवरी 2024 को कबीर परमेश्वर निर्वाण दिवस है। इस दिन माघ शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि. स. 1575 (सन् 1518) को कबीर साहिब जी मगहर से सशरीर सतलोक गये थे। जिसका प्रमाण आज भी मगहर में विद्यमान है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य विश्व में प्रेम व शांति स्थापित करना व कुरीतियों, पाखंडवाद, नशा, दहेज प्रथा आदि को समाप्त करके सबको एक परमात्मा की भक्ति करवाकर सुखी बनाना और पूर्ण मोक्ष देना है।
इस पवित्र महासमगम पर अद्वितीय विशाल भंडारे के साथ-साथ अखंड पाठ, निःशुल्क नाम दीक्षा, दहेज मुक्त विवाह, आध्यात्मिक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। 20 फरवरी 2024 को सुबह 9:15 बजे से अवश्य देखिए विशेष कार्यक्रम का सीधा पप्रसारण साधना टीवी पर।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम सेआज हजारों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आप समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है।
दहेज के लिए जहां नव विवाहिताओं को जिंदा जला दिया जाता है। वहीं संत रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से हो रही हैं दहेज मुक्त शादी। अब दहेज रूपी दानव की भेंट नहीं चढ़ेगी बेटियां। संत रामपाल जी महाराज का सपना दहेज मुक्त हो भारत अपना।
ना बैंड बाजा ना बारात बस 17 मिनट और हम तेरे साथ जगतगरू तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य रक्तदानउनके अनुयायियों ने बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हजारों यूनिट रक्त दान किया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
💰दहेज लेना व देना अपराध है, पाप है जब मानव को परमात्मा के विधान का ज्ञान होगा, तब वह सर्व पापों से बचेगा। अपराध करना विष खाने के तुल्य समझेगा। वह संत रामपाल जी महाराज के सत्संगों से हो सकता है। सत्संग के माध्यम से अच्छे विचार जनता को सुनने को मिलेंगे तो इस समस्या का समाधान पूर्ण रूप से हो जाएगा। संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिए जा रहे सत्संग-विचार के वचनों का जादुई प्रभाव पड़ता है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म करना। दहेज जैसी कुप्रथा को समाप्त करना। जातिवाद (जात पात) के भेदभाव को मिटाना। छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करना। धार्मिक भेदभाव खत्म करना। सांप्रदायिक झगड़े समाप्त करना। ब्याज लेना व देना समाप्त करना
संत रामपाल जी महाराज का मूल उद्देश्य एक ऐसे स्वच्छ समाज की स्थापना करना है जो चोरी, जारी, ठगी, रिश्वतखोरी, नशे से दूर हो। आज हकीकत में उनके ज्ञान से यह सम्भव हो रहा है।
संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संग वचनो में बताते हैं की परमात्मा ने लड़के व लड़की का संस्कार पूर्व निर्धारित कर रखा है। हम इसमें परिवर्तन नहीं कर सकते। विवाह वचन से होता है उसके लिए दहेज जैसे बाहरी आडंबर, दिखावे की कोई जरूरत नहीं है। दिव्य धर्म यज्ञ दिवस के अवसर पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में 10 सतलोक आश्रमों में दहेज मुक्त विवाह सादगी पूर्ण तरीके से असुर निकंदन रमैनी द्वारा 17 मिनिट में संप
सत साहेब जी। सत गुरु देव रामपाल जी महाराज के बोध दिवस और परमेश्वर कबीर साहेब के निर्वाण दिवस पर,,, सैकड़ों यूनिट ब ल्ड और सैकड़ों जोड़ों का विवाह हुआ 11
संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है कि दहेज के नाम पर किसी बेटी को प्रताड़ित न किया जाये। इसी के तहत संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में हजारों दहेज मुक्त विवाह संपन्न किये जा चुके हैं। जिससे समाज में दहेज प्रथा के समाप्त होने की आस जग चुकी है।
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश। ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक। पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।🙏
गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का खुला पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं। इस महासमागम के अवसर पर🙏🙏🙏
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश। ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक। पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।
मगहर से सशरीर सतलोक गमन कबीर परमेश्वर माघ माह शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी विक्रम संवत 1575 (सन 1518) को मगहर से सशरीर सतलोक गये तो उनके शरीर के बराबर सुगंधित फूल मिले। जिसे हिन्दू व मुसलमानों ने आपस में आधे - आधे बाँटकर यादगार रूप में हिन्दुओं ने मंदिर और मुसलमानों ने मजार बना ली तथा हिंदुओं ने कुछ फूल ले जाकर काशी में कबीर चौरा बना दिया। तहां वहां अविगत फूल सुवासी, मगहर घोर और चौरा काशी।🎉
दहेज के कारण मासूम लड़कियों को गर्भ में ही मार दिया जाता है। लेकिन, अब बेटी बोझ नहीं। क्योंकि संत रामपाल जी महाराज दहेज मुक्त भारत बना रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज के शिष्य बिना दहेज के 17 मिनट में रमैनी (शादी) करके, खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
बोध दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में उनके 10 आश्रमों में चार दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे विश्व को आमंत्रित किया गया है। साथ ही भंडारे में निःशुल्क नामदीक्षा, रक्तदान शिविर, सामूहिक दहेज मुक्त विवाह का भी आयोजन किया गया है।
एक अनोखा विवाह पहली बार देखने को मिला,दूल्हा,दुल्हन बिल्कुल सिंपल ड्रेस में,न कोई सोने के गहने,न कोई लेन देन,न कोई पंडित जी,न कोई जात पात,बिल्कुल 17 मिनिट में शादी होने जा रही है,दहेज एक भिकारी की तरह भिक मांगने की तरह है,दहेज मुक्त भारत होने का भारत का सपना साकार हो रहा है,
Where today because of dowry, many sisters and daughters are burnt alive in the society, or they are given many hardships. On the other hand, Social Reformer Sant Rampal Ji Maharaj is building a dowry free society.
दिव्य धर्म यज्ञ दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान। संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं। Followers of Sant Rampal Ji
सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा सतलोक आश्रम धनाना धाम में संत रामपाल जी महाराज बोध दिवस और कबीर साहेब निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में हुआ 301 यूनिट रक्तदान। 🌱 Followers of Sant Rampal Ji
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म करना। दहेज जैसी कुप्रथा को समाप्त करना। जातिवाद (जात पात) के भेदभाव को मिटाना। छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करना। धार्मिक भेदभाव खत्म करना। सांप्रदायिक झगड़े समाप्त करना। ब्याज लेना व देना समाप्त करना
परमेश्वर कबीर साहिब जी सन 1398 में सशरीर प्रकट हुए थे और सन 1518 में सशरीर सतलोक गए थे।
न कबीर परमात्मा का जन्म होता न ही मृत्यु। कबीर परमात्मा अविनाशी हैं। चारों युगों में सशरीर आते हैं।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
बेटा बेटी एक समान’ इस नारे को यथार्थता के धरातल पर स्थापित करना संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है। इसी कारण उन्होंने दहेज जैसी प्रथा का समूलनाश करने के लिए विवाह की सादगीपूर्ण विधि समाज को दी है
कबीर, तीनों देवों कमल दल बसे, ब्रम्हा विष्णु महेश।
पहले इनकी वंदना, फिर सून सतगुरु उपदेश।।
दहेज जैसी बुराई का होगा अब जड़ से खात्मा
संत रामपाल जी महाराज नहीं चाहते कि किसी बहन - बेटी की हत्या दहेज के कारण हो।
इसलिए उनके सानिध्य में बिना कुछ लेन देन किए हज़ारों दहेज मुक्त शादियां की गई। जिनसे प्रेरणा लेकर समाज तेजी से उनका अनुसरण कर रहा है।
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग कार्यक्रम से युवाओं में अच्छी सोच जागृत हो रही है बिना दहेज के साधारण तरीके से विवाह कार्यक्रम करके वर्तमान युवा पीढ़ी को एक अच्छा संदेश दे रहे हैं
रक्तदान महादान जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सानिध्य में बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हुये विशेष समागम में हजारों यूनिट रक्त दान हुआ।
दहेज प्रथा का समाधान क्या है?
दहेज मुक्त भारत (Dowry Free Marriages in Hindi) : दहेज प्रथा का समाधान हरियाणा के प्रसिद्ध संत रामपाल जी महाराज को छोड़कर हर सरकार और संगठनों या धार्मिक संप्रदायों की पहुंच से बाहर लगता है। संत रामपाल जी ने रमैनी नामक दहेज मुक्त विवाह की एक शानदार पहल की है जो दहेज के किसी भी आदान-प्रदान को स्वीकार नहीं करती है। इस दहेज विरोधी आंदोलन की सफलता की कहानी संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों द्वारा उनके नेतृत्व में दहेज के आदान-प्रदान पर रोक लगाने के अनुशासन पर आधारित है। ये अपने आप में अनोखा है। इस तरह का दहेज विरोधी आंदोलन समाज से ऐसे अभिशाप को खत्म करने में उपयोगी हो सकता है जिसने कई मासूम महिलाओं की जान ले ली है।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुए रक्तदान शिविर, बने चर्चा का विषय
💦 चिंता खागई जगत को चिंता जग की पीर जो चिंता को मेट दे वाका नाम कबीर 💕💕🙏🙏
🙏🙏पूर्ण गुरु संत रामपाल जी भगवान जी के सानिध्य में दहेज मुक्त विवाह 17 मिनट में सम्पन्न हुआ
Bahut hi achchha karya kar rahe hai Sant Rampal Ji Maharaj
Aise shadi sabhi ko karna chahiye.
संत रामपाल जी महाराज जी भक्त समाज को सतभक्ति मार्ग देकर मोक्ष की राह दिखा रहे हैं। समाज में फैली कुरीतियों दहेज प्रथा, नशा, भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करके एक सभ्य समाज की स्थापना कर रहे हैं। ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है। 🙏🙏
目
ना बैंड बाजा, ना बारात
बस 17 मिनट और हम तेरे साथ।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर सतलोक आश्रमों में हुईं दहेज मुक्त अद्भुत शादियां, बनीं चर्चा का विषय।
सदगुरुदेव की जय हो
परमेश्वर कबीर साहेब जी का मगहर से सशरीर सतलोक गमन
20 फरवरी 2024 को कबीर परमेश्वर निर्वाण दिवस है। इस दिन माघ शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि. स. 1575 (सन् 1518) को कबीर साहिब जी मगहर से सशरीर सतलोक गये थे। जिसका प्रमाण आज भी मगहर में विद्यमान है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य विश्व में प्रेम व शांति स्थापित करना व कुरीतियों, पाखंडवाद, नशा, दहेज प्रथा आदि को समाप्त करके सबको एक परमात्मा की भक्ति करवाकर सुखी बनाना और पूर्ण मोक्ष देना है।
इस पवित्र महासमगम पर अद्वितीय विशाल भंडारे के साथ-साथ अखंड पाठ, निःशुल्क नाम दीक्षा, दहेज मुक्त विवाह, आध्यात्मिक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
20 फरवरी 2024 को सुबह 9:15 बजे से अवश्य देखिए विशेष कार्यक्रम का सीधा पप्रसारण साधना टीवी पर।
कबीर साधु दर्शन राम के, मुख में बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं को होते हैं , जिनके पूर्ण भाग्य।।
जिन मोकूं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार।
दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर सृजनहार॥
-दादू दयाल जी
Bandi chhod satguru Rampal Ji bhagvan ki Jai Ho 🙏🙏🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम सेआज हजारों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आप समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है।
अद्भूत पहल है
इस धाम में ये बहुत ही अच्छा कार्य हो रहा है
बिना दहेज़ की शादी कहीं देखी न🎉 सुनी वो यहाँ होने जा रही है
दहेज के लिए जहां नव विवाहिताओं को जिंदा जला दिया जाता है।
वहीं संत रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से हो रही हैं दहेज मुक्त शादी।
अब दहेज रूपी दानव की भेंट नहीं चढ़ेगी बेटियां।
संत रामपाल जी महाराज का सपना दहेज मुक्त हो भारत अपना।
संत रामपाल जी महाराज का यही है सपना दहेज मुक्त हो भारत अपना
ना बैंड बाजा ना बारात
बस 17 मिनट और हम तेरे साथ
जगतगरू तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य रक्तदानउनके अनुयायियों ने बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हजारों यूनिट रक्त दान किया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया।
कबीर, तीनों देवों कमल दल बसे, ब्रम्हा विष्णु महेश।
पहले इनकी वंदना, फिर सून सतगुरु उपदेश।।
संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी बिना दहेज शादीया करते हैं
💰दहेज लेना व देना अपराध है, पाप है
जब मानव को परमात्मा के विधान का ज्ञान होगा, तब वह सर्व पापों से बचेगा। अपराध करना विष खाने के तुल्य समझेगा। वह संत रामपाल जी महाराज के सत्संगों से हो सकता है। सत्संग के माध्यम से अच्छे विचार जनता को सुनने को मिलेंगे तो इस समस्या का समाधान पूर्ण रूप से हो जाएगा। संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिए जा रहे सत्संग-विचार के वचनों का जादुई प्रभाव पड़ता है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म करना।
दहेज जैसी कुप्रथा को समाप्त करना। जातिवाद (जात पात) के भेदभाव को मिटाना। छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करना। धार्मिक भेदभाव खत्म करना।
सांप्रदायिक झगड़े समाप्त करना। ब्याज लेना व देना समाप्त करना
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके शिष्यों ने बोध दिवस व निर्वाण दिवस के मौके पर सतलोक आश्रमों में हज़ारों यूनिट हुआ रक्तदान।
Amazing❤❤
संत रामपाल जी महाराज का मूल उद्देश्य एक ऐसे स्वच्छ समाज की स्थापना करना है जो चोरी, जारी, ठगी, रिश्वतखोरी, नशे से दूर हो।
आज हकीकत में उनके ज्ञान से यह सम्भव हो रहा है।
संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संग वचनो में बताते हैं की परमात्मा ने लड़के व लड़की का संस्कार पूर्व निर्धारित कर रखा है। हम इसमें परिवर्तन नहीं कर सकते। विवाह वचन से होता है उसके लिए दहेज जैसे बाहरी आडंबर, दिखावे की कोई जरूरत नहीं है। दिव्य धर्म यज्ञ दिवस के अवसर पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में 10 सतलोक आश्रमों में दहेज मुक्त विवाह सादगी पूर्ण तरीके से असुर निकंदन रमैनी द्वारा 17 मिनिट में संप
सत साहेब जी।
सत गुरु देव रामपाल जी महाराज के बोध दिवस और परमेश्वर कबीर साहेब के निर्वाण दिवस पर,,, सैकड़ों यूनिट ब
ल्ड और सैकड़ों जोड़ों का विवाह हुआ 11
संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है कि दहेज के नाम पर किसी बेटी को प्रताड़ित न किया जाये। इसी के तहत संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में हजारों दहेज मुक्त विवाह संपन्न किये जा चुके हैं। जिससे समाज में दहेज प्रथा के समाप्त होने की आस जग चुकी है।
Amazing
बहुत ही अनमोल ज्ञान का दीप जला रहे संत रामपाल जी महाराज जी
सत साहेब जी जय हो बन्दीछोड की
⛑️रक्तदान महादान
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सानिध्य में बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हुये विशेष समागम में हजारों यूनिट रक्त दान हुआ।
एक आनौठी विवाह बिना किसी लेनदेनका सिर्फ सत्र मिनेट मे बहुत अनौठी विवाह बहुत अच्छा😮😮😊
संत रामपाल जी महाराज जी सबसे बड़ा समाज कार्य कर रहे है जो दहेजमुक्त विवाह।
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।🙏
गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का खुला पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं। इस महासमागम के अवसर पर🙏🙏🙏
बहुत बढ़िया है ज्ञान संत रामपाल जी का 👌👌
कबीर,यह मन मलीन हैं,धोये ना छूटे रंग I
कै छूटे हरि भक्ति से, कै साधु सत्संग ll
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।
Sat saheb ji
दहेज मुक्त विवाह।
Very nice
आलौकिक विवाह
दहेज मुक्त शादी
मगहर से सशरीर सतलोक गमन
कबीर परमेश्वर माघ माह शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी विक्रम संवत 1575 (सन 1518) को मगहर से सशरीर सतलोक गये तो उनके शरीर के बराबर सुगंधित फूल मिले। जिसे हिन्दू व मुसलमानों ने आपस में आधे - आधे बाँटकर यादगार रूप में हिन्दुओं ने मंदिर और मुसलमानों ने मजार बना ली तथा हिंदुओं ने कुछ फूल ले जाकर काशी में कबीर चौरा बना दिया।
तहां वहां अविगत फूल सुवासी, मगहर घोर और चौरा काशी।🎉
दहेज के कारण मासूम लड़कियों को गर्भ में ही मार दिया जाता है। लेकिन, अब बेटी बोझ नहीं।
क्योंकि संत रामपाल जी महाराज दहेज मुक्त भारत बना रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज के शिष्य बिना दहेज के 17 मिनट में रमैनी (शादी) करके, खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज से ही दहेज मुक्त भारत बन सकता है
Sat sahib ji 🌷🙏
Nice news
बोध दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में उनके 10 आश्रमों में चार दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे विश्व को आमंत्रित किया गया है। साथ ही भंडारे में निःशुल्क नामदीक्षा, रक्तदान शिविर, सामूहिक दहेज मुक्त विवाह का भी आयोजन किया गया है।
संत रामपाल जी महाराज समाज को जागरुक कर रहे हैं
Jay bandi chhod ki 🙏
Nice post
manav samaj ko ek sacchi disha de rahe hae sant rampalji
Very nice shadi
Dowry free India by saint rampal ji maharaj
एक अनोखा विवाह पहली बार देखने को मिला,दूल्हा,दुल्हन बिल्कुल सिंपल ड्रेस में,न कोई सोने के गहने,न कोई लेन देन,न कोई पंडित जी,न कोई जात पात,बिल्कुल 17 मिनिट में शादी होने जा रही है,दहेज एक भिकारी की तरह भिक मांगने की तरह है,दहेज मुक्त भारत होने का भारत का सपना साकार हो रहा है,
📚⭐⭐
🙏🏽🙏🏽🙏🙏🙏
Very nice rameni
Marvelous interview
निर्मल समाज की झलक
Bandi chhod sat guru rampal bhagwan ki jay ho
Bandi chood sant Rampal ji maharaj ji ki jai
Where today because of dowry, many sisters and daughters are burnt alive in the society, or they are given many hardships.
On the other hand, Social Reformer Sant Rampal Ji Maharaj is building a dowry free society.
Nice👍👏😊
Very very nice
Hamare samaj ko vi es trah ke sadi ke liye achha prerna hai.
Ab beti Bojh Nahin Banegi
एक अनमोल विवाह जो समाज को मेसेज भेजा जा रहा है कि ऐसा भी होता है।
Very nice gyan
Sat,sahib,ji
Dowry free marriage
❤😢😮😅😊😅😮😢
Dahej mukat शादी
Nice
डोरी फ्री मैरिज सिविल इंजीनियर ने किया संत रामपाल जी महाराज के समागम में डोरी फ्री शादियां होती है।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुए रक्तदान शिविर, बना चर्चा का विषय।
दिव्य धर्म यज्ञ दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
Followers of Sant Rampal Ji
सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा
सतलोक आश्रम धनाना धाम में संत रामपाल जी महाराज बोध दिवस और कबीर साहेब निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में हुआ 301 यूनिट रक्तदान। 🌱
Followers of Sant Rampal Ji
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म करना।
दहेज जैसी कुप्रथा को समाप्त करना। जातिवाद (जात पात) के भेदभाव को मिटाना। छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करना। धार्मिक भेदभाव खत्म करना।
सांप्रदायिक झगड़े समाप्त करना। ब्याज लेना व देना समाप्त करना
बहुत अच्छा है ।
संत रामपाल जी माहाराज का ज्ञान ।
Sat saheb ji
Sat, sahib, jiii
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।