छप्पनिया अकाल के बारे में हमने इतिहास कि किताबो में अध्ययन किया था बहिन,, किन्तु आपके शब्दों में में एक जादुई शक्ति है,,, आपके असाधारण शब्दों ने श्रोताओं के के रोम रोम खड़े कर दिए,, आप में एक बेहतरीन और उम्दा वक्ता की सभी निशानियां मोजूद है,,, कदाचित आप भारतवर्ष की एक महान बेटी हो,,,
Aapne kaha sethani ka johara logo ko pani pine ke liye khudwaya tha . Nahi medam ye Johar sethani ne apane nahane ke liye khudawaya tha . Kyo ki sethani ko Rani ne apane johare me nahane se mana kar diya tha
में मथुरा यूपी से हूं इसी छपपनिया अकाल के कारण मेरा परिवार आमेर से मथुरा आ गया और आज कई पीड़ी बीत गई लेकिन आज भी आमेर राजस्थान हमारे दिल में है राजस्थान हमारी पहली पसंद है
इसी आकाल में हमारे पूर्वज हरियाणा प्रदेश में आ वसे थे।कभी दादा दादी से सुना था, आज आपने उसका आँखों के सामने चरित्र चित्रण भी करवा दिया। धन्यवाद, जय हिंद जय भारत। जय राजस्थान 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
मेरे और अनेकों के पूर्वज इसी ही अकाल के कारण गुजरात में आ बसे थे।हम आज भी अहमदाबाद में रह रहे हैं।सुन कर आंखों में आंसु आ गए। हमारे पूर्वजों की हिम्मत, साहस और फैसले के कारण हमारी हस्ती हैं।बहुत बहुत आभारी हैं।
@@ramjibhairajput2454 બસ આ જ રાગદ્વેષ અને કુસંપ ને કારણે વિદેશી, વિધર્મી આક્રમણકારીઓ ફાવ્યા, સૈકાઓ સુધી અમાનુષી રાજ કર્યું અને દેશના ટુકડેટુકડા કર્યા.માત્ર રાજપૂતોમાં એકતા અને સંપ હોત ને તો ભારત અખંડ હોત,ઇતિહાસ કિર્તિમાન હોત...જય માં ભારતી..
तोषीणा नागौर राजस्थान छप्पनिया अकाल का समय बहुत ही दर्दनाक समय था हमारे पूर्वजों ने बहुत ही दर्द सहन किया है आपका भी बहुत बहुत शुक्रिया जो ऐसे बीते हुए समय की कहानियां आने वाली जनरेशन के सामने प्रकाशित करते हो।
बहुत सराहनीय प्रयास हमारे पूर्वजों के संघर्ष को बताने का और जिन लोगों के पैर जमीन पर नहीं टिकते उन्हें ऐसे संघर्षों से सीख लेनी चाहिए धन्यवाद आपका में एमपी के धार से
@@BADNAMEicON आज तो आप ही उनके प्रतिनिधि के रूप में हमारे बीच. दुःख की बात ये है कि उनकी कहानी हमें हमारे टीचर ने बतायी ना कि main stream history books में.
@@BADNAMEicON उनका त्याग और खरवा ठाकुर साहब हमेशा-हमेशा के लिए अमर हो गया है। कुछ समय बाद या उसी समय के लगभग हमारे भीलवाड़ा से 27किलोमीटर मांडलगढ़ जाने वाली सड़क पर सवाईपुर तीन किलोमीटर आगे कुड़ी नामक स्थान है जो ठाकुर साहब लक्ष्मण सिंह जी ने वहां पर निवास किया था पानी के लिए उनके द्वारा कुई खोदी गई कुई है।पास में ही हमारा गांव खजीना है। जहां से वो बीच बाजार दिन दिहाड़े अंग्रेजों से बेखोप व धुल चटवा कर इस पास के किसानों से मंहगे मोल से अफीम खरीद तुलवाते थे।और पुजीपतियो के धाड़ा भी डालते थे।और अंतिम समय तक ठाकुर साहब यहां कुड़ी पर ही रहे थे। ठाकुर साहब को हमारे पिताजी ने भी देखा है । मेरे नाना कहते थे की ठाकुर साहब गरीब को भगवान समान मानते थे आगे कहते हैं नाना के खेत तो था पर कुआं नहीं था तो नाना ठाकुर साहब के यहां गये तो ठाकुर साहब ने पुछा कारीगर जी कैसे आना हुआ आपका मेरे लाईक कोई चीज की जरूरत हो तो बताओ नाना ने सारी कहानी बताई तो ठाकुर साहब ने कहा कल से मैं टेक्टर भेजता हुं आप जब कूआं में पानी पुरा हो जाए बता देना आप गरीब हैं। पैसे के लिए परेशान मत होना जब तुम्हारे पास पैसे हो तब भेज देना नहीं भी हो तो भी कोई बात नहीं है। ऐसे दयालु थे वो खरवा ठाकुर साहब आज भी जब कुई पर जाता हूं तो ठाकुर साहब की बातें याद आती है।जो अपनी प्रजा को सुखी देखना चाहते थे।
उस समय एक बहुत बड़े भामाशाह और हुए,जिनका नाम था ठाकुर रामाराम जी कच्छावा जैलदार,निहालखेड़ा(जिला फाजिल्का पंजाब वर्तमान में)से थे,उन्होंने इस अकाल में राजस्थान की जनता के लिए अपने अन्न के भंडार खोल दिए थे,फाजिल्का पंजाब से राजस्थान के चुरू नागौर तक ऊंटो पर लाद कर अन्न भिजवाया था,मारू राजपूतों में बहुत बड़े भामाशाह हुए थे उस वक्त। इनका विवरण भी वीडियो में करना चाहिए था।
एक दम सही दस्ता है ये हमने हमारे पूर्वजों से सुना ह,, वो चावल को उबाल कर खाते थे,, और बकरी का दूध पीकर गुजारा करते थे,, धन्य हो,,, वो पूर्वज,, जिन्होंने ये दिन देखे,, प्रणाम करता हूं,, 🙏🙏🙏🙏🙏
Bhagwan aap logo ko hamisa himaat de or hamisa khus rahe ye mere Bhagwan se parthana karti hu mujhe laga ki me hi bohut parisan hu par inko deke mere parisani kuch nahi h 😭😭😭😭
बहुत भयंकर अकाल छप्पनिया मेरी उम्र अब 73 साल की है मेरे गांव के सभी बुजुर्ग हमारे को बताते थे कि छप्पनिया कल में हमने खेजड़ी के थोड़ी उतार कर कूट पीसकर रोटी अथवा दलिया बना करके और गुजरकरते शरीर की हड्डियां बची थी पुरानी जो कांटेदार झाड़ी की नीचे से जड़ कट करके उसको ओखली में मुसल से कूट कर दलिया बना के खाना पड़ा बहुत सारे लोग मर गए थे आपका कहना एकदम सही है इस पर फिल्म बननी चाहिए जनता को मांग करनी चाहिए जोर शोर से की छप्पनिया काल की फिल्म बनाकर जनता को दिखाईजाए भगवान बचाए ऐसा किसी को इतना बुरा समय देखना ना पड़े हर हर महादेव ओम नमःशिवाय
रोंगटे खड़े कर दिए, बहुत ही अच्छा संदेश दिया युवा पीढ़ी को,ये छपनिया अकाल की कहानी सुनकर, उस समय के लोग बहुत ही संघर्ष, और दुःख झेला अपने जीवन में, so proud
सपनीया काल के बारे में कई कहानियां हमने अपने पूर्वजों से सुनने हैं और अब आज भी पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में रहते हैं इतने खतरनाक अकाल के बाद में भी हमने अपनी मातृभूमि खुद नहीं छोड़ा
हमारे पूर्वजों द्वारा छप्पनिया काल की संघर्ष की दास्तान बयां कर दिल को झकझोर दिया, धन्य है वो मां जिसने आपको जन्म दिया। हमेशा खुश रहो दीदी।। ऐसे विडियो बना कर आंखों से अपने आप आंसू आ गए।। जुग जुग जियो
Mere pitaji bol rahe the ki jb gav me anaj aaya tha to hm log bhukh rehne s bol nhi paa rahe the to hm logo miti ki mtki k tukade ko aaps me bja kr Khushi mnai thi 🙏🙏
बहुत अच्छी जानकारी देने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद आने वाली पीढ़ी को आप इसके बारे में बताइए ताकि उन्हें मालूम है कि हमारे पूर्वज ने कितना संघर्ष किया है
हमें राजस्थान और राजस्थान के बहादुर योद्धाओं पर गर्व है जिन्होंने हर जंग जीती चाहे उसके लिए कुछ भी कुर्बान क्यों ना करना पड़ा हो। यूपी से रोहिताश कुमार। 🙏🙏 जय राजपूताना 🙏🙏
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बहन जी, बहुत सुंदर अंदाज़ में आपने राजस्थान के लोगों के संघर्ष को बयाँ कर दिया। आपने ठीक ही कहा है कि इस संघर्ष में इतना रुदन है कि उसे बोल कर नहीं कहा जा सकता, कलेजा हिल जाए। अब पता चला कि राजस्थान के लोग फौज में इतने सफल कैसे होते हैं। 👌👌👌
आप का बहुत बहुत धन्यवाद आपने छपनिया काल के बारे में बतलाया जिस केबारे हमारे बुजुर्ग बताते थे कि एक लाश कों दफ़ना कर दुसरी लाश पड़ी पाई । बताया कि पेड़ भी सुखने लग गये । बहुत जनता भुखी प्यासी व बीमारी से मर गये।
धन्य है राजस्थान, जिसने ऐसे ऐसे राजाओ ओर भामाशाहो को जन्म दिया। राजस्थान वीरो की धरा है, त्याग और बलिदान राजस्थानियों की रग रग में बहता है।। जय जवान, जय किसान जय राजस्थान, जय जय राजस्थान
बहुत-बहुत धन्यवाद दीदी आपने इतिहास की चादर को उठाया है जिसको ना तो सरकार उठा पाई और ना ही इतिहासकार बहुत-बहुत बहुत धन्य हो आप🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 मैं दीपक गुर्जर जिला बूंदी राजस्थान से हूं मेरा गांव अर्नेठा है लाखेरी के पास
राधास्वामी बेटा जी।❤️🙏✍️🕉️🇮🇳🏡 मेरी बेटियां मेरा स्वाभिमान भारत की नारी सब पर भारी ❤️🙏✍️🕉️🇮🇳🏡 बहुत सुंदर संदेश देता वीडियो बनाकर परोसने वाले तुम्हें सलाम। उम्र छोटी ✍️पर ज्ञान भरपूर। खुश रहो बेटा।🙏❤️✍️🕉️🇮🇳🏡 दिल्ली से सोनल आंटी का आशीर्वाद प्यार।
बहुत बहुत धन्यवाद, अतीत के झरोखे से झांकने के लिए। राजस्थान खरवा ठाकुर सा जैसे दानवीरों, सूर वीरों के कारण ही अमर है। धन्य है हमारे पूर्वज, जिनके संघर्ष के कारण आज हमारा अस्तित्व है।
राजस्थान के अकाल और पानी की एक एक बूंद की प्यास ,भूख,तड़पन के किस्से सुनकर ऐसा वही निष्ठुर,कृतघ्न, पत्थरदिल वाला हैवान होगा ,जिसकी आंखों में आंसू न छलकता हों ।आपका विश्लेषण की जितनी तारीफ की जाए, कम है । इतिहास की ऐसी दास्तान सुनाने के लिए दिल से दुआ ,धन्यवाद! दुर्ग छत्तीसगढ से ।
इस छप्पनिया अकाल ने हमें एक महान विभूति व संत भी दिया जिससे बिरमा नाम का बालक आज स्वामी केशवानन्द के नाम से राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में बडे आदर व सम्मान से याद किया जाता है।
बहुत अच्छी विडियो , आपकी मेहनत काविल ऐ तारीफ , कितना असहनीय समय का सामना करना पडा था उन वेचारों को रुह कांप जाती है सुनकर ,उस वेदरद वक्त ने सव कुछ करने पर मजबूर कर दिया हमारे पूर्वजो को 😪😪😪🙏🙏🙏🙏🙏
मैम आपकी वीडियो पहली बार देख रहा हूं।मैंने पूरी वीडियो देखी है,, वास्तव में दिलचस्प कहानी है। 👉हमारे पूर्वजों को कहानियों से या जीवनियों से आज की पीढ़ी को रूबरू कराना... आपकी ये लाइन मुझे काफी पसंद आई। Tq your work is great।
छप्पनिया अकाल के बारे में बड़े बुजुर्गो से काफी सुना है। हमारे पूर्वजों ने विकट परिस्थितियों में भी अपने हौसले, हिम्मत, और जिजिविषा से सब कठिनाइयों का सामना किया।आपका आलेख पढ़कर विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई।
हेलो बहन आपको नमन वैसे तो राजस्थान मै पक्षियों काल तीसो काल पढ़ते रहे इसमें भी छपनयो काल सबकी इस काल में कमर तोड़ दी थी और आपने बहुत पुरानी लिखे हुए और हमारे पूर्वजों की बलिदान को आज की युवा पीढ़ी आपने अगर सेट किया इसलिए मैं आपका आपको कोटि-कोटि नमन करता हूं ऐसे बहुत सारे वीडियो बनाते रहे और ऐसी कहानियां अरे राजस्थान की बहुत सारी कहानियां कई लोगों ने दबाई रखी हैआज आज के युवा पीढ़ी सोसल मीडिया के माध्यम से उनहो तक पहुंचे और जागृत हो
गर्व है हमें अपने पूर्वजों पर और गर्व है। हमें अपने ऊपर की हमने इतने महान पूर्वजों के देश में जन्म लिया है। धन्य है ये भारत भूमि ओर धन्य है यहां जन्म लेने वाले ऐसे ही जन्म नही मिलता है। भारत में बड़े पुन्य करने पड़ते हैं।
दीदी हमने किताबों मे तो पढ़ा था सपनीयाकाल लेकिन आप ने सही विसतार से बतया उसके लिए आपको धनयवाद हम भी राजस्थान से हैं बाडमेर जिले से यहापर सबसे ज्यादा समस्या थी हमारे पुर्वज बहुत हीमतवाले थे जो सपनईयाकाल से सामना किया आज तो सब कुछ सुविधाओं है ऊस समय बहुत कठिन काम था भंवर पटेल मेली सिवाना बाडमेर
बहुत खूबसूरत और मार्मिक चित्रण, दुर्भाग्य है यह हमारे देश का कि उस वक्त इस अकाल से लड़ा नहीं जा सका और लड़ाई बहुत महंगी पड़ी ।। मै उत्तराखंड से, पर यह दर्द जरूर आंखें नम करती हैं ।।।
छप्पनिया अकाल के बारे में हमने इतिहास कि किताबो में अध्ययन किया था बहिन,, किन्तु आपके शब्दों में में एक जादुई शक्ति है,,,
आपके असाधारण शब्दों ने श्रोताओं के के रोम रोम खड़े कर दिए,, आप में एक बेहतरीन और उम्दा वक्ता की सभी निशानियां मोजूद है,,, कदाचित आप भारतवर्ष की एक महान बेटी हो,,,
Aapne kaha sethani ka johara logo ko pani pine ke liye khudwaya tha . Nahi medam ye Johar sethani ne apane nahane ke liye khudawaya tha . Kyo ki sethani ko Rani ne apane johare me nahane se mana kar diya tha
Sharjah UAE se
Gujarati film Manvi ni bhavai
@@sharmasanjy6917 आपने रानी को डांटा नहीं प्रभु?
@@sharmasanjy6917 इनको आदा ज्ञान है
में मथुरा यूपी से हूं इसी छपपनिया अकाल के कारण मेरा परिवार आमेर से मथुरा आ गया और आज कई पीड़ी बीत गई लेकिन आज भी आमेर राजस्थान हमारे दिल में है राजस्थान हमारी पहली पसंद है
Amer me kha se ho bhai hum bhi Amer se hi h
@@jiteshyogi2264q be
Lekin hemne khejeda ke gathgoda khada
बहुत अच्छा कार्य मैडम नहीं तो आजकल की लड़कियों को इंस्टाग्राम पर मुजरा करने से फुर्सत नहीं और आप ज्ञानवर्धक बातें हमें बता रही है धन्यवाद
Very nice thanks madam jee from bikaner v surpura se
😢@@lalarambhambhu4028
55 डिग्री तापमान तो अभी भी राजस्थान में होता है मैई जून में
Sahi kaha
Right yaar 😢
😢😢😢 कितना संघर्ष करना पड़ा हमारे पूर्वजों को । एकएक बूंद के लिए भी तरस गए थे। देख कर आंखों से आंसू निकल गए ।धन्यवाद दीदी वीडियो बनाने के लिए
❤
इसी आकाल में हमारे पूर्वज हरियाणा प्रदेश में आ वसे थे।कभी दादा दादी से सुना था, आज आपने उसका आँखों के सामने चरित्र चित्रण भी करवा दिया। धन्यवाद, जय हिंद जय भारत। जय राजस्थान 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Bhai wapas rajasthan aa jao 😊😊😊
बहुत बढ़िया कहानी सुनाइएआपने 100% Satya kahani
बहोत बढिया अैसे ज्ञान वाले विडीयो कोई नही बनाता आपका बहोत बहोत धन्यवाद
जोश, जज्बा, जुनून पैदा करती है आपकी ये कहानी। जयहिंद।
मेरे और अनेकों के पूर्वज इसी ही अकाल के कारण गुजरात में आ बसे थे।हम आज भी अहमदाबाद में रह रहे हैं।सुन कर आंखों में आंसु आ गए। हमारे पूर्वजों की हिम्मत, साहस और फैसले के कारण हमारी हस्ती हैं।बहुत बहुत आभारी हैं।
Super he aapke video🎥
Gujarat se patel
hamarep bujurg bhi bundelkhand se the Jo west up me base, jo mahan veer aalha udal ke kul se the
હવે તો પાછા જતા રહો હવે તો રાજસ્થાનમાં હવે તો સારૂં છે
@@ramjibhairajput2454 બસ આ જ રાગદ્વેષ અને કુસંપ ને કારણે વિદેશી, વિધર્મી આક્રમણકારીઓ ફાવ્યા, સૈકાઓ સુધી અમાનુષી રાજ કર્યું અને દેશના ટુકડેટુકડા કર્યા.માત્ર રાજપૂતોમાં એકતા અને સંપ હોત ને તો ભારત અખંડ હોત,ઇતિહાસ કિર્તિમાન હોત...જય માં ભારતી..
राधे राधे बहुत अच्छा
कहानी बहुत अच्छी लगी ❤बेहन बोत बोत धन्यवाद सूनकर मेरे आंखों में आचू आ गया जीयो हजारों साल बेहन
सच्ची बाते है
तोषीणा नागौर राजस्थान छप्पनिया अकाल का समय बहुत ही दर्दनाक समय था हमारे पूर्वजों ने बहुत ही दर्द सहन किया है आपका भी बहुत बहुत शुक्रिया जो ऐसे बीते हुए समय की कहानियां आने वाली जनरेशन के सामने प्रकाशित करते हो।
बहुत सराहनीय प्रयास हमारे पूर्वजों के संघर्ष को बताने का और जिन लोगों के पैर जमीन पर नहीं टिकते उन्हें ऐसे संघर्षों से सीख लेनी चाहिए धन्यवाद आपका में एमपी के धार से
बिल्कुल जी.
बहुत बहुत धन्यवाद बहुत अच्छा वीडियो बनाया आपने हमारे पूर्वजों के बलिदान एवं संघर्ष की कहानी को पेश किया बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत ही हृदय स्पर्शी रिपोर्ट। और रिपोर्टिंग का अंदाज बहुत ही काबिले तारीफ।
गोपाल सिंह जी खरवा का त्याग बलिदान वाकेय में प्रेरणा दायक हे
ऐसे महान राजाओं की गाथाएं हमे अमर रखनी है
ua-cam.com/video/0UIwzjBo2YI/v-deo.html
Asa mhan raja ko prnam
@@BADNAMEicON आज तो आप ही उनके प्रतिनिधि के रूप में हमारे बीच.
दुःख की बात ये है कि उनकी कहानी हमें हमारे टीचर ने बतायी ना कि main stream history books में.
@@BADNAMEicON उनका त्याग और खरवा ठाकुर साहब हमेशा-हमेशा के लिए अमर हो गया है।
कुछ समय बाद या उसी समय के लगभग हमारे भीलवाड़ा से 27किलोमीटर मांडलगढ़ जाने वाली सड़क पर सवाईपुर तीन किलोमीटर आगे कुड़ी नामक स्थान है जो ठाकुर साहब लक्ष्मण सिंह जी ने वहां पर निवास किया था पानी के लिए उनके द्वारा कुई खोदी गई कुई है।पास में ही हमारा गांव खजीना है। जहां से वो बीच बाजार दिन दिहाड़े अंग्रेजों से बेखोप व धुल चटवा कर इस पास के किसानों से मंहगे मोल से अफीम खरीद तुलवाते थे।और पुजीपतियो के धाड़ा भी डालते थे।और अंतिम समय तक ठाकुर साहब यहां कुड़ी पर ही रहे थे। ठाकुर साहब को हमारे पिताजी ने भी देखा है । मेरे नाना कहते थे की ठाकुर साहब गरीब को भगवान समान मानते थे आगे कहते हैं नाना के खेत तो था पर कुआं नहीं था तो नाना ठाकुर साहब के यहां गये तो ठाकुर साहब ने पुछा कारीगर जी कैसे आना हुआ आपका मेरे लाईक कोई चीज की जरूरत हो तो बताओ नाना ने सारी कहानी बताई तो ठाकुर साहब ने कहा कल से मैं टेक्टर भेजता हुं आप जब कूआं में पानी पुरा हो जाए बता देना आप गरीब हैं। पैसे के लिए परेशान मत होना जब तुम्हारे पास पैसे हो तब भेज देना नहीं भी हो तो भी कोई बात नहीं है। ऐसे दयालु थे वो खरवा ठाकुर साहब आज भी जब कुई पर जाता हूं तो ठाकुर साहब की बातें याद आती है।जो अपनी प्रजा को सुखी देखना चाहते थे।
उस समय एक बहुत बड़े भामाशाह और हुए,जिनका नाम था ठाकुर रामाराम जी कच्छावा जैलदार,निहालखेड़ा(जिला फाजिल्का पंजाब वर्तमान में)से थे,उन्होंने इस अकाल में राजस्थान की जनता के लिए अपने अन्न के भंडार खोल दिए थे,फाजिल्का पंजाब से राजस्थान के चुरू नागौर तक ऊंटो पर लाद कर अन्न भिजवाया था,मारू राजपूतों में बहुत बड़े भामाशाह हुए थे उस वक्त।
इनका विवरण भी वीडियो में करना चाहिए था।
एक दम सही दस्ता है ये हमने हमारे पूर्वजों से सुना ह,,
वो चावल को उबाल कर खाते थे,,
और बकरी का दूध पीकर गुजारा करते थे,,
धन्य हो,,, वो पूर्वज,,
जिन्होंने ये दिन देखे,,
प्रणाम करता हूं,,
🙏🙏🙏🙏🙏
राजस्थान ऐसे ही महान नही कहलाता धन्य ही रियासत के राजा जिन्होंने तन मन धन से लोगो की सेवा की हमको गर्व हे की हम राजस्थानी हे 🙏
🌻🌹जय श्री कृष्णा🌻🌹
Bhagwan aap logo ko hamisa himaat de or hamisa khus rahe ye mere Bhagwan se parthana karti hu mujhe laga ki me hi bohut parisan hu par inko deke mere parisani kuch nahi h 😭😭😭😭
Riyasat to us samay bhi lagan basula karati thi
Atal Satya Ji.
@@kanagupta2296 ab rahne do chamcho
इसपे तो फिल्म बननी चाहिए
छपनिया अकाल
जय जवान जय किसान
Film he bro "Manvi Ni Bhavai"
1956 में अंग्रेजों का भारत में शासन ही नहीं था । छप्पनिया अकाल कहना गलत है ।सम्वत 1899 एवं सन 1956 का कोई तालमेल नहीं है।
@@dr.shyorajsinghparmar7936 are murkh savant 1956 me 1899 ad chal raha tha
@@dr.shyorajsinghparmar7936 ha ha ye bhi dr.sab hai.
@@abhishekjangid3750 aapne sahi kahaa bhai. Vikrami samvant 1956 me akaal paraa tha.
बहुत भयंकर अकाल छप्पनिया मेरी उम्र अब 73 साल की है मेरे गांव के सभी बुजुर्ग हमारे को बताते थे कि छप्पनिया कल में हमने खेजड़ी के थोड़ी उतार कर कूट पीसकर रोटी अथवा दलिया बना करके और गुजरकरते शरीर की हड्डियां बची थी पुरानी जो कांटेदार झाड़ी की नीचे से जड़ कट करके उसको ओखली में मुसल से कूट कर दलिया बना के खाना पड़ा बहुत सारे लोग मर गए थे आपका कहना एकदम सही है इस पर फिल्म बननी चाहिए जनता को मांग करनी चाहिए जोर शोर से की छप्पनिया काल की फिल्म बनाकर जनता को दिखाईजाए भगवान बचाए ऐसा किसी को इतना बुरा समय देखना ना पड़े हर हर महादेव ओम नमःशिवाय
जी दादाजी आप सही कह्यो छप्पनिये काळ माथे फिल्म बणनी चइजे
जो इण बात स्यूं सहमत हैं ओ लाइक जरूर करजो
इंण टिप्पणी माथे ज्यादा ऊं ज्यादा लाइक करो
Rajasthan jaipur se dekh rahe h
Today young generation is interested only in cheap intertainment not in serious topics.
मेरी बहन जुग जुग जियो आपने ऐसी कहानी सुनाई मेरे आंखों से आंसू रोक नहीं पा रहे हैं हमारे बुजुर्गों इतना कठिन मैं भी इन परिस्थितियों का सामना
रोंगटे खड़े कर दिए, बहुत ही अच्छा संदेश दिया युवा पीढ़ी को,ये छपनिया अकाल की कहानी सुनकर, उस समय के लोग बहुत ही संघर्ष, और दुःख झेला अपने जीवन में, so proud
सपनीया काल के बारे में कई कहानियां हमने अपने पूर्वजों से सुनने हैं और अब आज भी पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में रहते हैं इतने खतरनाक अकाल के बाद में भी हमने अपनी मातृभूमि खुद नहीं छोड़ा
Mai Barmer se hu😄
यह कहानी एकदम सच्ची है मुझे मेरे नानाजी वो दादाजी के मुख से सुनने को मिली उन्होंने अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण किस्सा हमें केई बार सुनाया है
Ram Ram betti.menebhi.yepitaji.se.suna😮China.kal.meaaj.kalke bccuko.patah.apne.mehi.rhtehma.bap.bdu.kKadr.krna.hi.nhi.janeh.naunko.pEsa.kdrhfaltu.khracakrte.unbcyo kodikhao.eskeupr.filysiryl.bnaoesme.bhut.gawomemelegi
गगं नहर,भले ही कोई अपने नाम का नामकरण कर दे, लेकिन लोगों के दिलो में महाराजा गंगा सिंह जी हमेशा अमर रहेंगे, जिनके बलबुते पर राजस्थान में पानी पहुंचा ❤
Bilkul stay hai parantu koi stadium kam nam badal de to
अरे भई गंग नहर तो गंगासिंह के नाम पर ही है वो गंगानगर में चलती हैं। और ये इंद्रा गांधी नहर अलग हैं
थैंक यू मैडम जी आपने जो छप्पनिया अकाल की कहानी बताई बहुत ही दिलचस्प लगी🙏
हमारे पूर्वजों द्वारा छप्पनिया काल की संघर्ष की दास्तान बयां कर दिल को झकझोर दिया, धन्य है वो मां जिसने आपको जन्म दिया। हमेशा खुश रहो दीदी।। ऐसे विडियो बना कर आंखों से अपने आप आंसू आ गए।। जुग जुग जियो
Nice
Mai Rai barely se
Han 56kal bhot khtrnaak tha
Sach me aasu aagaye,
Ji
बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रयास से आने वाले पिंडियों को सुनने का मौका मिलेगा जयभवानी
मैं बीकानेर राजस्थान से देख रहा हूं शारदा जी आपका वीडियो बहुत अच्छा लगा 👍
Mene apne dada ji suna tha pura shi bola hai aapne
Mere pitaji bol rahe the ki jb gav me anaj aaya tha to hm log bhukh rehne s bol nhi paa rahe the to hm logo miti ki mtki k tukade ko aaps me bja kr Khushi mnai thi 🙏🙏
मैं जोधपुर से वीडियो देख रहा हूं।
आपने शानदार प्रयास किया है।
बिरले ही ऐसा प्रयास कर पाते हैं।🙏
इस छप्पनिया अकाल की कहानी अत्यंत ही दर्दनाक है जिसके बारे में जानकर हर किसी के आँखों में आँसू आ जाये ।
हमने तो बस छप्पन के अकाल के बारे में केवल सुना था , अब जाकर पूरी जानकारी मिली है । 👍🙏
मेने अपने बुजुर्गों से छपनिया काल का वर्णन सुना। आज वास्तविकता मालूम हुई। 👍🙏🙏
Hi
Hi
बहुत अच्छी जानकारी देने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद आने वाली पीढ़ी को आप इसके बारे में बताइए ताकि उन्हें मालूम है कि हमारे पूर्वज ने कितना संघर्ष किया है
Video bhut achhi lgi ये सारी बाते मेरे 90 वर्षीय पिताजी अक्सर मुजे बताते थे।
कहानी बन गई
भगवान कभी अकाल नही डाले
Dada 100th tak jive
हमें राजस्थान और राजस्थान के बहादुर योद्धाओं पर गर्व है जिन्होंने हर जंग जीती चाहे उसके लिए कुछ भी कुर्बान क्यों ना करना पड़ा हो। यूपी से रोहिताश कुमार। 🙏🙏 जय राजपूताना 🙏🙏
धन्य है हमारे राजस्थान के राजा और भामाशाह और धन्य हैं इस धोरे की धरती के लोग, फक्र और गर्व है मुझे भारतवर्ष में राजस्थान का निवासी हूं
भगवान करे ऐसे दिन किसी को देखने ना पड़े हमारे पूर्वजों ने बहुत से दुख सहे हैं इस काल में
राजस्थान वासियों की 1899 अकाल का दर्द कितना भयावह था सुनकर पूरा पता चला।भगवान ऐसी फिर मत करना
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Ouoopiiiei
बहन जी, बहुत सुंदर अंदाज़ में आपने राजस्थान के लोगों के संघर्ष को बयाँ कर दिया। आपने ठीक ही कहा है कि इस संघर्ष में इतना रुदन है कि उसे बोल कर नहीं कहा जा सकता, कलेजा हिल जाए। अब पता चला कि राजस्थान के लोग फौज में इतने सफल कैसे होते हैं। 👌👌👌
Aaj
ua-cam.com/video/0UIwzjBo2YI/v-deo.html
आजमगढ उत्तर प्रदेश लालचंद बिंद देवापुर पुर्वजों ने जो संघर्ष किऐ हैं उन्हें शत-शत प्रणाम करता हूं
Very good knolege sistar
बहुत बहुत धन्यवाद आपको जो इतनी जानकारी अपने शहर की इस जमाने में
हमारे पूर्वजो को मै कोटी कोटी नमन करता हू जो ईतना मुश्किल जिवन जिया 🙏🙏🙏
धन्य हो मेरी प्यारी बहिनआपका 1899 अकाल विडियो देखकर आँखें भर आई
Hm meri b😔 ....I m form Haryana
छप्पन निया अकाल की कहानी बताने के लिए दीदी आपको बहुत बहुत बधाई हो ❤❤❤❤se
आप का बहुत बहुत धन्यवाद आपने छपनिया काल के बारे में बतलाया जिस केबारे हमारे बुजुर्ग बताते थे कि एक लाश कों दफ़ना कर दुसरी लाश पड़ी पाई । बताया कि पेड़ भी सुखने लग गये । बहुत जनता भुखी प्यासी व बीमारी से मर गये।
आपकी यह जानकारी हमें बहुत पसंद आई और खासकर है आपका बताने ऐसे बोलने का और हमें समझाने का बताने का तरीका बहुत अच्छा है
कहानी बहुत अच्छी है।धन्यवाद❤❤टोडाभीम करौली राजस्थान।
आपने छपनिया अकाल की बहुत अच्छी जानकारी दी,हमारे बुजुर्ग अक्सर इस बारे मे बताते हैं,
राजा गोपाल सिंह को पहली बार सुना ,शत शत नमन 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
राजस्थान के इतिहास को आपने बहुत अच्छे सेसमझाया बहुत बहुत धन्यवाद मैडमजी मैं अलवर से हूं
आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण है और दर्दनाक इतिहास
फिल्म बने तो आज की युवा पीढ़ी को मालूम पड़े की हमारे पूर्वजों ने कैसे कैसे दुखों को झेला है।
Right
aisi film kaun dekhne jayenga, hme to nanhpina chaiyae ja phir action
Sahi bat he
Is akal k baare me gujarati me ek movie he.... Manavi ni bhavai
Try kar raha hu
बहुत अच्छी जानकारी देने के लिए धन्यवाद।
इतिहास में छिपा हुआ अकाल की विभीषिका कितनी भयावह है, सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते है, आपकी प्रस्तुति काबिले तारीफ है, शुक्रिया।
धन्य है राजस्थान, जिसने ऐसे ऐसे राजाओ ओर भामाशाहो को जन्म दिया।
राजस्थान वीरो की धरा है,
त्याग और बलिदान राजस्थानियों की रग रग में बहता है।।
जय जवान, जय किसान
जय राजस्थान, जय जय राजस्थान
Apne to ek roti k badle haweliyan bnwa hi li
, बहन जी यह वीडियो बहुत अच्छा लगा और आपकी आपकी कहानी कहानी की भाषा शैली एवं वाकपटुता हमें बहुत अच्छी लगी है
बहुत-बहुत धन्यवाद दीदी आपने इतिहास की चादर को उठाया है जिसको ना तो सरकार उठा पाई और ना ही इतिहासकार बहुत-बहुत बहुत धन्य हो आप🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 मैं दीपक गुर्जर जिला बूंदी राजस्थान से हूं मेरा गांव अर्नेठा है लाखेरी के पास
दीदी बहुत ही सत्य और तथ्य पर आधारित अकाट्य तर्कों से अकाल की कहानी को उजागर किया है, धन्यवाद जी।।।।
Bahut hi sarahaniye pahal apane purvajon ke hosalon ko salaam
मे आपका विडीयों आज मे मुंबई गोरेगांव पश्चिम से देख रहा हू जय हिंद जय भारत जय जय राजस्थान जय जय मारवाड़ पाली
आपकी रिपोर्ट बहुत अच्छी लगी पुरानी यादें ताजा कर दी वर्तमान की जनरेशन को भी इससे कुछ सीख लेना चाहिए
Bahut dardnak itihas hai... Isko apne bahut hi sacchai ke sath sunder tariqe se batlaya bhi hai
बहन जी आपका आभार 😭😭 जो हमारे पूर्वजों के साथ हुआ वो प्रकट किया।🙏🙏 हां मैं उत्तर प्रदेश(उन्नाव)से
धन्य है आप जो उनके पूर्वजों की आप बीती सुनाई इंदिरा नहर से सुना
अति सुंदर।
आप का विडियो बहुत अच्छा लगा धन्य वाद
बहुत ही अच्छी जानकारी
हमारे दादा जी ने बताया था कि हम अकाल के कारण सब कुछ छोड़कर पलायन कर आये थे तब हमारे दादा की उम्र 11 वर्ष थी मण्डौर से आते थे
Ji
आपकी कहानी नही हकीकत है ओर हमे सुनकर बहुत अच्छा लगा
दीदी दिल से शुक्रिया हमे गर्व है कि हम उस मिट्टी में रहते हैं जिसने हर पल सघर्ष किया है
.... कबीर गर्ग🤘🤘🤘
मै भीनमाल जालौर से हूं और ये विडियो सूरत से देख रहा हूं ।
आंखों में पानी आ गया , अपने पूर्वजों के दुख को सुनकर
Bilkul kadwa sach hai Ji.
Behtrin description about famine and drought. The way you have describe is Kamal hai bahut bahut badhai.
हमारे पूर्वजों को दिल से नमन ....मैं बहरोड़ अलवर से
सत्य--- हमारे पूर्वजो ने भयंकर मुसीबते झेली थी
छप्पनिया अकाल के इतिहास का बहुत अच्छा वीडियो
राधास्वामी बेटा जी।❤️🙏✍️🕉️🇮🇳🏡 मेरी बेटियां मेरा स्वाभिमान भारत की नारी सब पर भारी ❤️🙏✍️🕉️🇮🇳🏡 बहुत सुंदर संदेश देता वीडियो बनाकर परोसने वाले तुम्हें सलाम। उम्र छोटी ✍️पर ज्ञान भरपूर। खुश रहो बेटा।🙏❤️✍️🕉️🇮🇳🏡 दिल्ली से सोनल आंटी का आशीर्वाद प्यार।
मुझे आपका बोलने का लहजा बड़ा पसंद आया और उस समय की वास्तविक स्थिति की गंभीरता को जो आपने समझाया है वो तारीफ के काबिल है👍👍
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Mana apni dadi sa yabat suniha
बहुत बहुत धन्यवाद, अतीत के झरोखे से झांकने के लिए। राजस्थान खरवा ठाकुर सा जैसे दानवीरों, सूर वीरों के कारण ही अमर है। धन्य है हमारे पूर्वज, जिनके संघर्ष के कारण आज हमारा अस्तित्व है।
हमे गर्व है। ऐसे पुर्वजों पर की उन्होंने इतने दुख सहन किये
गोपाल सिह जी खर वा का त्याग बलिदान वाकई प्रेरणा दायक है। सत सत नमन ।
आपकी बात सुनकर अच्छा लगा गांव लेकिन आत्मा बहुत रो रही है
राजस्थान के अकाल और पानी की एक एक बूंद की प्यास ,भूख,तड़पन के किस्से सुनकर ऐसा वही निष्ठुर,कृतघ्न, पत्थरदिल वाला हैवान होगा ,जिसकी आंखों में आंसू न छलकता हों ।आपका विश्लेषण की जितनी तारीफ की जाए, कम है । इतिहास की ऐसी दास्तान सुनाने के लिए दिल से दुआ ,धन्यवाद! दुर्ग छत्तीसगढ से ।
इस छप्पनिया अकाल ने हमें एक महान विभूति व संत भी दिया जिससे बिरमा नाम का बालक आज स्वामी केशवानन्द के नाम से राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में बडे आदर व सम्मान से याद किया जाता है।
दरिया सिंह धायल प्रधानाचार्य
Right
जय हो.
Very nice Beta
बहुत अच्छी विडियो , आपकी मेहनत काविल ऐ तारीफ , कितना असहनीय समय का सामना करना पडा था उन वेचारों को रुह कांप जाती है सुनकर ,उस वेदरद वक्त ने सव कुछ करने पर मजबूर कर दिया हमारे पूर्वजो को 😪😪😪🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत शानदार विडियो दीदी मैं राजस्थान के चुरू जीले से ❤❤❤❤
मैम आपकी वीडियो पहली बार देख रहा हूं।मैंने पूरी वीडियो देखी है,, वास्तव में दिलचस्प कहानी है। 👉हमारे पूर्वजों को कहानियों से या जीवनियों से आज की पीढ़ी को रूबरू कराना... आपकी ये लाइन मुझे काफी पसंद आई। Tq your work is great।
बहुत शानदार तरीके से बताया है गजब
Chhapniya ke bare me thoda bahut hi suna , bahanji aapne vivran se sb sachai btao h bahut aachhi lagi h aapki kahani , aapka dhnewad
यह हकीकत है हमारे पुवँजो ने बहुत दुख जेले हे भगवान करे एसा दिन कभी न आए हमारे दादा ने यह कहानी सुनाई थी
मेरी बहन पिछले 1200 वर्षों में हमारे पूर्वजों ने बहुत दुःख झेले पर अपनी वंशावली नष्ट नहीं होनें दी इसलिए हम उनके वंशज आज उनकी प्रॉपर्टी पर जिंदा हैं ।
Ji
Shahi bat he bhai
Bhai me gujarat se hu
छप्पनिया अकाल के बारे में बड़े बुजुर्गो से काफी सुना है। हमारे पूर्वजों ने विकट परिस्थितियों में भी अपने हौसले, हिम्मत, और जिजिविषा से सब कठिनाइयों का सामना किया।आपका आलेख पढ़कर विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई।
अंशिका जी you are a great historian...आपने सभी कुछ साफ और सही बताया है.. बहुत धन्यवाद... मुझे बहुत पसंद आया यह आपका विडियो ...🙏
हेलो बहन आपको नमन वैसे तो राजस्थान मै पक्षियों काल तीसो काल पढ़ते रहे इसमें भी छपनयो काल सबकी इस काल में कमर तोड़ दी थी और आपने बहुत पुरानी लिखे हुए और हमारे पूर्वजों की बलिदान को आज की युवा पीढ़ी आपने अगर सेट किया इसलिए मैं आपका आपको कोटि-कोटि नमन करता हूं ऐसे बहुत सारे वीडियो बनाते रहे और ऐसी कहानियां अरे राजस्थान की बहुत सारी कहानियां कई लोगों ने दबाई रखी हैआज आज के युवा पीढ़ी सोसल मीडिया के माध्यम से उनहो तक पहुंचे और जागृत हो
जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
मुझे इस कहानी को सुनकर आंखों में आंसू आ गए 🥲🥲😭😭
बहुत अच्छा लगा 😢😢😢😢आँखें भर आइँ
में सुशांत लोक गुरुग्राम हरियाणा से ये विडीयो देख रही हूँ
जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
गर्व है हमें अपने पूर्वजों पर
और गर्व है। हमें अपने ऊपर की हमने
इतने महान पूर्वजों के देश में जन्म लिया है।
धन्य है ये भारत भूमि ओर धन्य है यहां जन्म लेने वाले
ऐसे ही जन्म नही मिलता है। भारत में बड़े पुन्य करने पड़ते हैं।
दीदी हमने किताबों मे तो पढ़ा था सपनीयाकाल लेकिन आप ने सही विसतार से बतया उसके लिए आपको धनयवाद हम भी राजस्थान से हैं बाडमेर जिले से यहापर सबसे ज्यादा समस्या थी हमारे पुर्वज बहुत हीमतवाले थे जो सपनईयाकाल से सामना किया आज तो सब कुछ सुविधाओं है ऊस समय बहुत कठिन काम था भंवर पटेल मेली सिवाना बाडमेर
जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
रेगिस्तान का जीवन बड़ा ही संघर्षशील था,जो इस तपन को सहन कर लिया,वही मारवाड़ी जो आज संसार में अपना पंचम लहरा रहा है,कमा भी रहा है, सेवाएं भी दे रहा है।
I love beti tu ne kai logo ko sachi kahani yad divai best of luck
Bilkul Ji.
मै यवतमाल महाराष्ट्र का हू बहुतेक ज्ञानवर्धक बातें आपने बताई
हमे हमारे पुर्वजोने कितना बुरा वक्त देखा यह पता लगा
बहुत खूबसूरत और मार्मिक चित्रण, दुर्भाग्य है यह हमारे देश का कि उस वक्त इस अकाल से लड़ा नहीं जा सका और लड़ाई बहुत महंगी पड़ी ।। मै उत्तराखंड से, पर यह दर्द जरूर आंखें नम करती हैं ।।।
बहुत अच्छी बात है आने पिडी को तो छपनौ काल काई वे अपने पुर्वजों मे जो हिम्मत और जज्बा था वो आज नहीं है
Bahut hi dukh bhari kahani he ❤️❤️❤️❤️ thankyou ma'am 🚩🇮🇳🙏🙏 from Assam
अकाल की विभीषिका वो जाने जिन्होंने देखा या सहा हो लेकिन शब्दों से जो अनुभूति करवा दे वो आपका प्रयास है । आपका प्रत्येक शब्द अपने आप में एक कहानी है ।