Hinduism एक अनुभूति है जिसको लता मंगेशकर के पवित्रता से भरे सुर और आवाज से महसूस किया जा सकता है। लता जी की आवाज और सुर से सही माने में करीब 5000 साल पुरानी प्राचीन हिंदू सभ्यता की जीवन शैली का बोध भी होता है जो निर्मल थी , सामाजिक स्तर पर पवित्र थी और जिसमे समर्पण भाव भी विद्यमान था । आज मुस्लिम भाई से यही गुजारिश है कि कट्टरवादी वंशवादी कांग्रेस इंडी दल द्वारा , मुस्लिम समुदाय को दांव पर लगा कर , साम दाम दण्ड भेद की साजिश रच कर सत्ता हथियाना पाने का एक अभियान छिड़ा हुआ है जिसमें इस्लाम को सामाजिक स्तर पर पूर्णतः खत्म कर दिया जाएगा और मुस्लिम समाज को आतंकी / बिखरा हुआ बना कर ये तो अपनी जेब भरेंगे और जैसे पिछले 67 साल से मुस्लिम समाज को गरीब रखा हुआ हैं, अनपढ़ रखा हुआ है जिस से " इस्लाम खतरे में है" के नाम पर मुस्लिम समाज को जब तब उकसाया जा सके जैसा हमने हाल में बंगलादेश में और बार बार बंगाल में हिंसा देखी है और पहले शुरू से कश्मीर में देखी है। इस देश में सिर्फ बीजेपी ही मुस्लिम का उत्थान चाहती है सही माने में। बाकी सभी विरोधी कांग्रेस इंडी गैंग मुस्लिम को वोट का मोहरा बना के रखा हुआ है पिछले 67 साल से। इस लिए ,in इंडिया , वोट फॉर बीजेपी & बीजेपी only.
VOTE FOR BJP IN J&K PART_2 of 2 : ९) वे 1996 से पहले जम्मू शहर और उसके आसपास की जनसांख्यिकी और धार्मिक परिदृश्य के बीच के अंतर और 1996 से 14 फरवरी, 2018 के बीच जम्मू में हुए बदलावों के बारे में कुछ नहीं बोलते। साथ ही, वे डोगरा लोगों को यह कहकर डराते हैं कि अनुच्छेद 35ए और अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से केवल “बाहरी लोगों” को उनकी ज़मीन और नौकरियाँ हड़पने में मदद मिलेगी। और, वे जम्मू प्रांत में उपलब्ध सरकारी और अर्ध-सरकारी नौकरियों में कश्मीरियों और डोगराओं के मौजूदा अनुपात पर प्रकाश डाले बिना उन्हें डराते हैं। वे यह भी कहने के लिए अपना मुँह नहीं खोलते कि कश्मीर के लोगों ने जम्मू में कानूनी और अन्य तरीकों से कितनी ज़मीन हासिल की है, जम्मू प्रांत में कश्मीरी युवाओं के पास कितनी नौकरियाँ हैं और जम्मू में व्यापार और उद्योग में कश्मीर की क्या भूमिका और स्थिति है। १०) वे उन परिस्थितियों के बारे में सच्चाई बताने से इनकार करते हैं जिनके तहत 1990 में सभी कश्मीरी हिंदुओं ने कश्मीर छोड़ दिया था। हालांकि, उनमें जम्मू के डोगराओं को यह बताने का साहस है कि कश्मीर धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र, विविधता, बहुलवाद, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, सहिष्णुता और न जाने क्या-क्या का प्रतीक है। ११) उन्होंने लगातार भारतीय संविधान, भारतीय कानून, भारतीय संस्थाओं, जिसमें सेना की संस्था भी शामिल है, का विरोध किया है। उनके चार मुख्य मुद्दे रहे हैं: जम्मू-कश्मीर विवादित क्षेत्र है, अधिक स्वायत्तता/स्वशासन या अर्ध-स्वतंत्रता, कश्मीर का मुख्यमंत्री एक विशेष समुदाय से संबंधित होना और पाकिस्तान के साथ बातचीत। १२) उन्होंने 1952 में झिंजियांग से आए उइगर मुसलमानों और 1959-60 में तिब्बती मुसलमानों को नागरिकता के अधिकार दिए और उन्हें श्रीनगर के जामिया मस्जिद इलाके में बसाया। साथ ही, उन्होंने 1947 से जम्मू में रह रहे पाकिस्तान से आए हिंदू और सिख शरणार्थियों को भी इसी तरह के अधिकार देने से इनकार कर दिया और कहा कि "वे बाहरी हैं" और "उन्हें नागरिकता देने से जम्मू-कश्मीर की जनसांख्यिकी बदल जाएगी।" १३) उन्होंने 2007 में धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और राष्ट्रीय ध्वज पर विधेयक को खारिज कर दिया । १४) उन्होंने भारत के विरुद्ध हथियार प्रशिक्षण लेने के लिए अपने लोगों को पाकिस्तान भेजा । १५) उन्होंने अपने अनुयायियों से हुर्रियत कांफ्रेंस द्वारा शुरू किए गए “आजादी” आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया और कहा कि “वे इसके पक्ष में हैं, इसके खिलाफ नहीं।”
राहुल जी गांधी जिन्दाबाद अगले प्रधानमंत्री राहुल जी गांधी होंगे
इंडिया जिंदाबाद
Congress ko Lao Desh bachao ❤🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤. Congress Zindabad 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🇮🇳🇮🇳🇮🇳💓✨🎋🥀
Congress lao our desh bachao.
👍
India jitega❤
Jannayak Rahul Gandhi ji sab ke hai, desh ki real leader, visionary leader, next PM....pura desh Rahul Gandhi ji ke saath hai ❤🎉🎉
राहुल जिंदाबाद
RAHUL Gandhi.Jindabad Very.Nice. Congress. Party.jindabad
Rahul❤❤❤❤❤❤
कांग्रेस जिंदाबाद
INDIA ALLIANCE WILL WIN in jammu and kashmir
राहुल गाँधी नेक्स्ट पीएम 🇮🇳🇮🇳कश्मीर से दिल्ली सब जगह राहुल 🇮🇳🇮🇳
INDIA ALLIANCE ❤
Jai Hind jai bharat
❤❤
Rahul Gandhi hi ab chalege jhoothe log nahi
Rahul. Gandhi. Janta. Ki. Awaz. Haryana. J. K. Ki. Jeet. Vote. For. Cngress. Hathe. Badlanga. Halat
Rahul Gandhi Jin dabad
Jay Rahul Gandhi
Rahul gandhi next pm jay congress ❤❤❤❤❤❤
Cong + NC =60+
rahul's wave
Rahul Gandhi jindabads
Hinduism एक अनुभूति है जिसको लता मंगेशकर के पवित्रता से भरे सुर और आवाज से महसूस किया जा सकता है। लता जी की आवाज और सुर से सही माने में करीब 5000 साल पुरानी प्राचीन हिंदू सभ्यता की जीवन शैली का बोध भी होता है जो निर्मल थी , सामाजिक स्तर पर पवित्र थी और जिसमे समर्पण भाव भी विद्यमान था ।
आज मुस्लिम भाई से यही गुजारिश है कि कट्टरवादी वंशवादी कांग्रेस इंडी दल द्वारा , मुस्लिम समुदाय को दांव पर लगा कर , साम दाम दण्ड भेद की साजिश रच कर सत्ता हथियाना पाने का एक अभियान छिड़ा हुआ है जिसमें इस्लाम को सामाजिक स्तर पर पूर्णतः खत्म कर दिया जाएगा और मुस्लिम समाज को आतंकी / बिखरा हुआ बना कर ये तो अपनी जेब भरेंगे और जैसे पिछले 67 साल से मुस्लिम समाज को गरीब रखा हुआ हैं, अनपढ़ रखा हुआ है जिस से " इस्लाम खतरे में है" के नाम पर मुस्लिम समाज को जब तब उकसाया जा सके जैसा हमने हाल में बंगलादेश में और बार बार बंगाल में हिंसा देखी है और पहले शुरू से कश्मीर में देखी है।
इस देश में सिर्फ बीजेपी ही मुस्लिम का उत्थान चाहती है सही माने में। बाकी सभी विरोधी कांग्रेस इंडी गैंग मुस्लिम को वोट का मोहरा बना के रखा हुआ है पिछले 67 साल से।
इस लिए ,in इंडिया , वोट फॉर बीजेपी & बीजेपी only.
Who*Were*-+++BhishMa*Pitamah,**-+++!?
कांग्रेस में कोई भी पदाधिकारी जमीन पर काम नहीं करता इसलिए पार्टी में ऐसी स्थिति है किसी को भी टिकट दो कोई फ़र्क नहीं पड़ता
इसमें से दलित कितने आदिवासी कितने ओबीसी कितने
😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Ruko jra
Us state me mostly muslims aur pandit gi hain
@@arpitaurasphere6125
क्योंकि बाकी लोगों को तो कांग्रेस ने ठिकाने लगा दिया है अब बचेंगे कहां से
😭😭😭😭😭
VOTE FOR BJP IN J&K PART_2 of 2 :
९) वे 1996 से पहले जम्मू शहर और उसके आसपास की जनसांख्यिकी और धार्मिक परिदृश्य के बीच के अंतर और 1996 से 14 फरवरी, 2018 के बीच जम्मू में हुए बदलावों के बारे में कुछ नहीं बोलते। साथ ही, वे डोगरा लोगों को यह कहकर डराते हैं कि अनुच्छेद 35ए और अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से केवल “बाहरी लोगों” को उनकी ज़मीन और नौकरियाँ हड़पने में मदद मिलेगी। और, वे जम्मू प्रांत में उपलब्ध सरकारी और अर्ध-सरकारी नौकरियों में कश्मीरियों और डोगराओं के मौजूदा अनुपात पर प्रकाश डाले बिना उन्हें डराते हैं। वे यह भी कहने के लिए अपना मुँह नहीं खोलते कि कश्मीर के लोगों ने जम्मू में कानूनी और अन्य तरीकों से कितनी ज़मीन हासिल की है, जम्मू प्रांत में कश्मीरी युवाओं के पास कितनी नौकरियाँ हैं और जम्मू में व्यापार और उद्योग में कश्मीर की क्या भूमिका और स्थिति है।
१०) वे उन परिस्थितियों के बारे में सच्चाई बताने से इनकार करते हैं जिनके तहत 1990 में सभी कश्मीरी हिंदुओं ने कश्मीर छोड़ दिया था। हालांकि, उनमें जम्मू के डोगराओं को यह बताने का साहस है कि कश्मीर धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र, विविधता, बहुलवाद, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, सहिष्णुता और न जाने क्या-क्या का प्रतीक है।
११) उन्होंने लगातार भारतीय संविधान, भारतीय कानून, भारतीय संस्थाओं, जिसमें सेना की संस्था भी शामिल है, का विरोध किया है। उनके चार मुख्य मुद्दे रहे हैं: जम्मू-कश्मीर विवादित क्षेत्र है, अधिक स्वायत्तता/स्वशासन या अर्ध-स्वतंत्रता, कश्मीर का मुख्यमंत्री एक विशेष समुदाय से संबंधित होना और पाकिस्तान के साथ बातचीत।
१२) उन्होंने 1952 में झिंजियांग से आए उइगर मुसलमानों और 1959-60 में तिब्बती मुसलमानों को नागरिकता के अधिकार दिए और उन्हें श्रीनगर के जामिया मस्जिद इलाके में बसाया। साथ ही, उन्होंने 1947 से जम्मू में रह रहे पाकिस्तान से आए हिंदू और सिख शरणार्थियों को भी इसी तरह के अधिकार देने से इनकार कर दिया और कहा कि "वे बाहरी हैं" और "उन्हें नागरिकता देने से जम्मू-कश्मीर की जनसांख्यिकी बदल जाएगी।"
१३) उन्होंने 2007 में धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और राष्ट्रीय ध्वज पर विधेयक को खारिज कर दिया ।
१४) उन्होंने भारत के विरुद्ध हथियार प्रशिक्षण लेने के लिए अपने लोगों को पाकिस्तान भेजा ।
१५) उन्होंने अपने अनुयायियों से हुर्रियत कांफ्रेंस द्वारा शुरू किए गए “आजादी” आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया और कहा कि “वे इसके पक्ष में हैं, इसके खिलाफ नहीं।”