हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ मै शंकर का वह क्रोधानल कर सकता जगती क्षार क्षार डमरू की वह प्रलयध्वनि हूं जिसमे नचता भीषण संहार रणचंडी की अतृप्त प्यास मै दुर्गा का उन्मत्त हास मै यम की प्रलयंकर पुकार जलते मरघट का धुँवाधार फिर अंतरतम की ज्वाला से जगती मे आग लगा दूं मै यदि धधक उठे जल थल अंबर जड चेतन तो कैसा विस्मय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ मै आज पुरुष निर्भयता का वरदान लिये आया भूपर पय पीकर सब मरते आए मै अमर हुवा लो विष पीकर अधरोंकी प्यास बुझाई है मैने पीकर वह आग प्रखर हो जाती दुनिया भस्मसात जिसको पल भर मे ही छूकर भय से व्याकुल फिर दुनिया ने प्रारंभ किया मेरा पूजन मै नर नारायण नीलकण्ठ बन गया न इसमे कुछ संशय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ मै अखिल विश्व का गुरु महान देता विद्या का अमर दान मैने दिखलाया मुक्तिमार्ग मैने सिखलाया ब्रह्म ज्ञान मेरे वेदों का ज्ञान अमर मेरे वेदों की ज्योति प्रखर मानव के मन का अंधकार क्या कभी सामने सकठका सेहर मेरा स्वर्णभ मे गेहर गेहेर सागर के जल मे चेहेर चेहेर इस कोने से उस कोने तक कर सकता जगती सौरभ मै हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ मै तेजःपुन्ज तम लीन जगत मे फैलाया मैने प्रकाश जगती का रच करके विनाश कब चाहा है निज का विकास शरणागत की रक्षा की है मैने अपना जीवन देकर विश्वास नही यदि आता तो साक्षी है इतिहास अमर यदि आज देहलि के खण्डहर सदियोंकी निद्रा से जगकर गुंजार उठे उनके स्वर से हिन्दु की जय तो क्या विस्मय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ दुनिया के वीराने पथ पर जब जब नर ने खाई ठोकर दो आँसू शेष बचा पाया जब जब मानव सब कुछ खोकर मै आया तभि द्रवित होकर मै आया ज्ञान दीप लेकर भूला भटका मानव पथ पर चल निकला सोते से जगकर पथ के आवर्तोंसे थककर जो बैठ गया आधे पथ पर उस नर को राह दिखाना ही मेरा सदैव का दृढनिश्चय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ मैने छाती का लहु पिला पाले विदेश के सुजित लाल मुझको मानव मे भेद नही मेरा अन्तःस्थल वर विशाल जग से ठुकराए लोगोंको लो मेरे घर का खुला द्वार अपना सब कुछ हूं लुटा चुका पर अक्षय है धनागार मेरा हीरा पाकर ज्योतित परकीयोंका वह राज मुकुट यदि इन चरणों पर झुक जाए कल वह किरिट तो क्या विस्मय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ मै वीरपुत्र मेरि जननी के जगती मे जौहर अपार अकबर के पुत्रोंसे पूछो क्या याद उन्हे मीना बझार क्या याद उन्हे चित्तोड दुर्ग मे जलनेवाली आग प्रखर जब हाय सहस्त्रो माताए तिल तिल कर जल कर हो गई अमर वह बुझनेवाली आग नही रग रग मे उसे समाए हूं यदि कभि अचानक फूट पडे विप्लव लेकर तो क्या विस्मय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ होकर स्वतन्त्र मैने कब चाहा है कर लूं सब को गुलाम मैने तो सदा सिखाया है करना अपने मन को गुलाम गोपाल राम के नामोंपर कब मैने अत्याचार किया कब दुनिया को हिन्दु करने घर घर मे नरसंहार किया कोई बतलाए काबुल मे जाकर कितनी मस्जिद तोडी भूभाग नही शत शत मानव के हृदय जीतने का निश्चय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ मै एक बिन्दु परिपूर्ण सिन्धु है यह मेरा हिन्दु समाज मेरा इसका संबन्ध अमर मै व्यक्ति और यह है समाज इससे मैने पाया तन मन इससे मैने पाया जीवन मेरा तो बस कर्तव्य यही कर दू सब कुछ इसके अर्पण मै तो समाज की थाति हूं मै तो समाज का हूं सेवक मै तो समष्टि के लिए व्यष्टि का कर सकता बलिदान अभय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ ~अटल बिहारी बाजपेई जी❤
मैं भी थोड़ा सा लिख लेता हु, अभी ११वि कक्षा में हु। क्षणभर पहले ही मुझे पता चला की स्वर्गीय अटल जी ने यह अद्भुत काव्य काव्य १०वि कक्षा में पढ़ते हुए लिखा था। मैं अचंभित हो गया। शत शत नमन
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! मै शंकर का वह क्रोधानल कर सकता जगती क्षार-क्षार। डमरू की वह प्रलय-ध्वनि हूँ, जिसमे नचता भीषण संहार। रणचंडी की अतृप्त प्यास, मै दुर्गा का उन्मत्त हास। मै यम की प्रलयंकर पुकार, जलते मरघट का धुँआधार। फिर अंतरतम की ज्वाला से जगती मे आग लगा दूँ मैं। यदि धधक उठे जल, थल, अंबर, जड चेतन तो कैसा विस्मय? हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! मै अखिल विश्व का गुरु महान्, देता विद्या का अमरदान। मैने दिखलाया मुक्तिमार्ग, मैने सिखलाया ब्रह्मज्ञान। मेरे वेदों का ज्ञान अमर, मेरे वेदों की ज्योति प्रखर। मानव के मन का अंधकार, क्या कभी सामने सका ठहर? मेरा स्वर्णभ मे घहर-घहर, सागर के जल मे छहर-छहर। इस कोने से उस कोने तक, कर सकता जगती सोराभ्मय। हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! मैने छाती का लहू पिला, पाले विदेश के क्षुधित लाल। मुझको मानव में भेद नही, मेरा अन्तस्थल वर विशाल। जग से ठुकराए लोगों को लो मेरे घर का खुला द्वार। अपना सब कुछ हूँ लुटा चुका, फिर भी अक्षय है धनागार। मेरा हीरा पाकर ज्योतित परकीयों का वह राजमुकुट। यदि इन चरणों पर झुक जाए कल वह किरीट तो क्या विस्मय? हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! होकर स्वतन्त्र मैने कब चाहा है कर लूँ सब को गुलाम? मैने तो सदा सिखाया है करना अपने मन को गुलाम। गोपाल-राम के नामों पर कब मैने अत्याचार किया? कब दुनिया को हिन्दू करने घर-घर मे नरसंहार किया? कोई बतलाए काबुल मे जाकर कितनी मस्जिद तोडी? भूभाग नहीं, शत-शत मानव के हृदय जीतने का निश्चय। हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! मै एक बिन्दु परिपूर्ण सिन्धु है यह मेरा हिन्दु समाज। मेरा इसका संबन्ध अमर, मैं व्यक्ति और यह है समाज। इससे मैने पाया तन-मन, इससे मैने पाया जीवन। मेरा तो बस कर्तव्य यही, कर दू सब कुछ इसके अर्पण। मै तो समाज की थाति हूँ, मै तो समाज का हूं सेवक। मै तो समष्टि के लिए व्यष्टि का कर सकता बलिदान अभय। हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! ~ अटल बिहारी वाजपेई
कोटी कोटी प्रणाम अटल बिहारी वाजपेई 🚩🙏🙏आपका अनमोल कविता सुनकर मैं धन्य हो गया ।। हिन्द तन मन ,हिंदू जीवन।। रग रग हिंदू ,मेरा परिचय।। गर्व से कहो हम हिन्दू हैं 🚩🚩🙏🙏🇮🇳🇮🇳
हिन्दू,पवन पुत्र,कि तरह अपनी आत्मशक्ति एकता अखंडता स्वाभिमान सब हम भूल चुके थे अब फिर से हुन्कार भरी है अब कभी अलग नहीं होंगे हम भूले थे एकता शक्ति अब फिर से नहीं भुलाएंगे फिर से नहीं भुलाएंगे भारत माता कि जय 🙏
जैसा राजनेता वैसा ही श्रेष्ठ कवि ।जैसा भाषण वैसा ही मधुर आवाज।सच तो यह है कि आपके प्रधानमंत्री बनने से वह पद गौरवान्वित हुआ। विश्व के एकमात्र 🙏🌹❤️अटल 🙏🌹❤️ 🙏🙏🙏शत् शत् नमन 🙏🙏🙏
sorry brother you are born as a Sanatani but in Muslim family after your khatna you become Muslim. in Muslim khatna is important other wise you are not Muslim.
जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था, रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई, यूं लगा जिंदगी से बड़ी हो गई। मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, जिंदगी सिलसिला, आज कल की नहीं। मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं? तू दबे पांव, चोरी-छिपे से न आ, सामने वार कर फिर मुझे आजमा। मौत से बेखबर, जिंदगी का सफ़र, शाम हर सुरमई, रात बंसी का स्वर। बात ऐसी नहीं कि कोई ग़म ही नहीं, दर्द अपने-पराए कुछ कम भी नहीं। प्यार इतना परायों से मुझको मिला, न अपनों से बाक़ी हैं कोई गिला। हर चुनौती से दो हाथ मैंने किए, आंधियों में जलाए हैं बुझते दिए। आज झकझोरता तेज़ तूफ़ान है, नाव भंवरों की बांहों में मेहमान है। पार पाने का क़ायम मगर हौसला, देख तेवर तूफ़ां का, तेवरी तन गई। मौत से ठन गई।
हिंदू तन-मन***** , मैं अखिल विश्व का***** विराट, भव्य श्रद्धेय श्री अटल जी को हार्दिक नमन, एक रिक्तता का बोध हर दिन, होता है। कोटि कोटि श्रद्धांजलि, शत शत नमन
सर मै ये कहना चाहता हु की हर बस स्टेशन रेलवे और एयर पोर्ट पर रवर्गीय अटल ji का विडिओ चलाये उनकी कविता. जिससे हमेशा सब के मन मे हिंदूवादी जी फिर जिन्दा हो जाए... जय भाजपा तय भाजपा....
हर हिंदू शिव है भगवान शिव जी संसार के स्वामी सनातन धर्म के संस्थापक विश्वविधाता विश्व पिता की संतान सच्चे शिवभक्त हम सभी एक परिवार के एक समान हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
Saddened and disheartened by West Bengal and Bihar’s situation today, not able to sleep to see Hindu’s condition in Bharat, so came here to listen to this poem
Mahan Bharat ke Mahan pradhan mantri Sri Atal Bihari Vajpayee Ji ko mera sat sat koti pranam jinohne eise mahan kavita Hinduon ko uphar diya. Hindu tan man hindu jivan.
समूचे देश वासियों के परम् आदरणीय, और पूज्य अटल बिहारी वाजपेई जी सदा सदा अमर थे, है, और हमेशा हमेशा अजर अमर ही रहेंगे, जय विजय हिन्द वन्दे मातरम्, अति गर्व से कहो हम सभी हिन्दू है.
में हिंदू हूं यह में केसे भूल सकता हूं किसी को भूलना भी नही चाइए ,,मगर मेरा हिंदुत्व संकुचित नही है ,, मेरा हिन्दुत्व अंतरप्रांतीय अंतरराष्ट्रीय अंतर्जातीय विवाह का विरोध नही करता ।। नमन श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी
मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूँ क्यो कि मैं सनातनी हिन्दू हूँ ।हमने इतिहास में कभी भी अपने धर्म के विस्तार के लिए हिंसा नहीं की।सनातन धर्म का न प्रारंभ ओर न अंत।
@@navedmahmoodkhan4523 जिहादियों ने क्या किया था ट्रेन में तीर्थ यात्री थे उनको जला दिया था जिहादी सुवरो को उनका फल मिला तुझे भी 72 रंडियो के दल्ले के पास जाना है क्या 🤔
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
मै शंकर का वह क्रोधानल कर सकता जगती क्षार क्षार
डमरू की वह प्रलयध्वनि हूं जिसमे नचता भीषण संहार
रणचंडी की अतृप्त प्यास मै दुर्गा का उन्मत्त हास
मै यम की प्रलयंकर पुकार जलते मरघट का धुँवाधार
फिर अंतरतम की ज्वाला से जगती मे आग लगा दूं मै
यदि धधक उठे जल थल अंबर जड चेतन तो कैसा विस्मय
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
मै आज पुरुष निर्भयता का वरदान लिये आया भूपर
पय पीकर सब मरते आए मै अमर हुवा लो विष पीकर
अधरोंकी प्यास बुझाई है मैने पीकर वह आग प्रखर
हो जाती दुनिया भस्मसात जिसको पल भर मे ही छूकर
भय से व्याकुल फिर दुनिया ने प्रारंभ किया मेरा पूजन
मै नर नारायण नीलकण्ठ बन गया न इसमे कुछ संशय
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
मै अखिल विश्व का गुरु महान देता विद्या का अमर दान
मैने दिखलाया मुक्तिमार्ग मैने सिखलाया ब्रह्म ज्ञान
मेरे वेदों का ज्ञान अमर मेरे वेदों की ज्योति प्रखर
मानव के मन का अंधकार क्या कभी सामने सकठका सेहर
मेरा स्वर्णभ मे गेहर गेहेर सागर के जल मे चेहेर चेहेर
इस कोने से उस कोने तक कर सकता जगती सौरभ मै
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
मै तेजःपुन्ज तम लीन जगत मे फैलाया मैने प्रकाश
जगती का रच करके विनाश कब चाहा है निज का विकास
शरणागत की रक्षा की है मैने अपना जीवन देकर
विश्वास नही यदि आता तो साक्षी है इतिहास अमर
यदि आज देहलि के खण्डहर सदियोंकी निद्रा से जगकर
गुंजार उठे उनके स्वर से हिन्दु की जय तो क्या विस्मय
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
दुनिया के वीराने पथ पर जब जब नर ने खाई ठोकर
दो आँसू शेष बचा पाया जब जब मानव सब कुछ खोकर
मै आया तभि द्रवित होकर मै आया ज्ञान दीप लेकर
भूला भटका मानव पथ पर चल निकला सोते से जगकर
पथ के आवर्तोंसे थककर जो बैठ गया आधे पथ पर
उस नर को राह दिखाना ही मेरा सदैव का दृढनिश्चय
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
मैने छाती का लहु पिला पाले विदेश के सुजित लाल
मुझको मानव मे भेद नही मेरा अन्तःस्थल वर विशाल
जग से ठुकराए लोगोंको लो मेरे घर का खुला द्वार
अपना सब कुछ हूं लुटा चुका पर अक्षय है धनागार
मेरा हीरा पाकर ज्योतित परकीयोंका वह राज मुकुट
यदि इन चरणों पर झुक जाए कल वह किरिट तो क्या विस्मय
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
मै वीरपुत्र मेरि जननी के जगती मे जौहर अपार
अकबर के पुत्रोंसे पूछो क्या याद उन्हे मीना बझार
क्या याद उन्हे चित्तोड दुर्ग मे जलनेवाली आग प्रखर
जब हाय सहस्त्रो माताए तिल तिल कर जल कर हो गई अमर
वह बुझनेवाली आग नही रग रग मे उसे समाए हूं
यदि कभि अचानक फूट पडे विप्लव लेकर तो क्या विस्मय
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
होकर स्वतन्त्र मैने कब चाहा है कर लूं सब को गुलाम
मैने तो सदा सिखाया है करना अपने मन को गुलाम
गोपाल राम के नामोंपर कब मैने अत्याचार किया
कब दुनिया को हिन्दु करने घर घर मे नरसंहार किया
कोई बतलाए काबुल मे जाकर कितनी मस्जिद तोडी
भूभाग नही शत शत मानव के हृदय जीतने का निश्चय
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
मै एक बिन्दु परिपूर्ण सिन्धु है यह मेरा हिन्दु समाज
मेरा इसका संबन्ध अमर मै व्यक्ति और यह है समाज
इससे मैने पाया तन मन इससे मैने पाया जीवन
मेरा तो बस कर्तव्य यही कर दू सब कुछ इसके अर्पण
मै तो समाज की थाति हूं मै तो समाज का हूं सेवक
मै तो समष्टि के लिए व्यष्टि का कर सकता बलिदान अभय
हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥
~अटल बिहारी बाजपेई जी❤
Jai Shri ram
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
वीर शिवा, महाराना प्रताप का
गुंज उठा ये नारा हैं
कहो गर्व से हम हिंदू है
हिंदुस्तान हमारा हैं....🚩🚩🚩
मैं भी थोड़ा सा लिख लेता हु, अभी ११वि कक्षा में हु। क्षणभर पहले ही मुझे पता चला की स्वर्गीय अटल जी ने यह अद्भुत काव्य काव्य १०वि कक्षा में पढ़ते हुए लिखा था। मैं अचंभित हो गया। शत शत नमन
अटल बिहारी वाजपेयी एक ऐसा देश प्रेमी थे जिन्होंने भारत को बहुत आगे बढ़ायें ❤ 2:45
पूज्यनीय अटल बिहारी वाजपेई जी अमर रहें।
आज के बाद अगर कोई मुझसे मेरा परिचय पूछेगा तो मैं कहूंगा
हिन्दू तन मन हिन्दू जीवन रग रग हिन्दू मेरा परिचय।
मेरा रोम रोम खड़ा हो गया । आंख में आंसू है ।और स्वाभिमान से उठा सर । गर्व है मैं हिन्दू हूं।
Jay Ram ji ki
सीता राम
🔥🔥
@@divyanshudhar8694 diiffi
Aur Mulla loga gand maar raha hai
Agar Tera bhi. Gandu Jay tu kya Vishvamei
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय!
मै शंकर का वह क्रोधानल कर सकता जगती क्षार-क्षार।
डमरू की वह प्रलय-ध्वनि हूँ, जिसमे नचता भीषण संहार।
रणचंडी की अतृप्त प्यास, मै दुर्गा का उन्मत्त हास।
मै यम की प्रलयंकर पुकार, जलते मरघट का धुँआधार।
फिर अंतरतम की ज्वाला से जगती मे आग लगा दूँ मैं।
यदि धधक उठे जल, थल, अंबर, जड चेतन तो कैसा विस्मय?
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय!
मै अखिल विश्व का गुरु महान्, देता विद्या का अमरदान।
मैने दिखलाया मुक्तिमार्ग, मैने सिखलाया ब्रह्मज्ञान।
मेरे वेदों का ज्ञान अमर, मेरे वेदों की ज्योति प्रखर।
मानव के मन का अंधकार, क्या कभी सामने सका ठहर?
मेरा स्वर्णभ मे घहर-घहर, सागर के जल मे छहर-छहर।
इस कोने से उस कोने तक, कर सकता जगती सोराभ्मय।
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय!
मैने छाती का लहू पिला, पाले विदेश के क्षुधित लाल।
मुझको मानव में भेद नही, मेरा अन्तस्थल वर विशाल।
जग से ठुकराए लोगों को लो मेरे घर का खुला द्वार।
अपना सब कुछ हूँ लुटा चुका, फिर भी अक्षय है धनागार।
मेरा हीरा पाकर ज्योतित परकीयों का वह राजमुकुट।
यदि इन चरणों पर झुक जाए कल वह किरीट तो क्या विस्मय?
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय!
होकर स्वतन्त्र मैने कब चाहा है कर लूँ सब को गुलाम?
मैने तो सदा सिखाया है करना अपने मन को गुलाम।
गोपाल-राम के नामों पर कब मैने अत्याचार किया?
कब दुनिया को हिन्दू करने घर-घर मे नरसंहार किया?
कोई बतलाए काबुल मे जाकर कितनी मस्जिद तोडी?
भूभाग नहीं, शत-शत मानव के हृदय जीतने का निश्चय।
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय!
मै एक बिन्दु परिपूर्ण सिन्धु है यह मेरा हिन्दु समाज।
मेरा इसका संबन्ध अमर, मैं व्यक्ति और यह है समाज।
इससे मैने पाया तन-मन, इससे मैने पाया जीवन।
मेरा तो बस कर्तव्य यही, कर दू सब कुछ इसके अर्पण।
मै तो समाज की थाति हूँ, मै तो समाज का हूं सेवक।
मै तो समष्टि के लिए व्यष्टि का कर सकता बलिदान अभय।
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय!
~ अटल बिहारी वाजपेई
गर्व है कि मैं हिन्दू हूं 🙏🏼🕉️🚩
I am Muslim
From pok
@@vipindubey2235 भाई नाम तो हिन्दू हैं लेकिन तुम खुद को मुस्लिम क्यों बोल रहे हो
पता नही कितनी बार इसको सुन चुका हूं और कितने बार अपनी अंतिम सांस तक सुनूगा 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩🚩
I feel you... Same emotions here too❤
@@Alexa_wander thanks 👍 bro
Sanatany Zindabad.
Sanatan Zindabad.
I am proud to be a Hindu.
Hindutva hi mudda🙏
Hindutva hi ekta 🙏
Hindutva hi satta 🙏
Vande Mataram 🙏
Mai apse baat karna chahta hu I am member of RSS
@@ratansinghrajpoot7576 bol
Hindutva is the Hinduism that Resist
भारत की धरती में आप जैसा कोई नहीं पैदा नहीं हुआ और न होगा,🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩
🙏 अटल जी 🙏 आप की इस कविता को बच्चा बच्चा अब दोहराएगा
भारत में फिर भगवा ध्वज फिर भगवा ध्वज लहराएगा 🚩
🚩जय मा भारती 🚩
आप जैसा न कोई न था, न कोई है, न होगा । नमन है आप को । अटल अमर है आप । अटल अमर ।
कोटी कोटी प्रणाम अटल बिहारी वाजपेई 🚩🙏🙏आपका अनमोल कविता सुनकर मैं धन्य हो गया ।।
हिन्द तन मन ,हिंदू जीवन।।
रग रग हिंदू ,मेरा परिचय।।
गर्व से कहो हम हिन्दू हैं 🚩🚩🙏🙏🇮🇳🇮🇳
गर्व से कहो हम हिन्दू हैं 🔥🔥
🚩🚩।। जय श्री राम ।।🚩🚩
अटल जी की कविता अद्भुत अविस्मरणीय है
भारत रत्न अटल जी की जयंती पर शत् शत् नमन🙏🙏
Tatsam hindi is unmatchable.❤❤❤❤❤
Hindi poem is far better than any English poem ❤❤
हिन्दू,पवन पुत्र,कि तरह अपनी आत्मशक्ति एकता अखंडता स्वाभिमान सब हम भूल चुके थे अब फिर से हुन्कार भरी है अब कभी अलग नहीं होंगे हम भूले थे एकता शक्ति अब फिर से नहीं भुलाएंगे फिर से नहीं भुलाएंगे भारत माता कि जय 🙏
जैसा राजनेता वैसा ही श्रेष्ठ कवि ।जैसा भाषण वैसा ही मधुर आवाज।सच तो यह है कि आपके प्रधानमंत्री बनने से वह पद गौरवान्वित हुआ। विश्व के एकमात्र 🙏🌹❤️अटल 🙏🌹❤️
🙏🙏🙏शत् शत् नमन 🙏🙏🙏
हिन्दू तन मन, हिन्दू जीवन, रग रग हिन्दू मेरा परिचय...
ऐसे श्रद्धेय अजर अमर अटल जी को मेरा कोटि - कोटि नमन! 🌸🙏🏻
यदि आज देहली के खंडर,सदियों की निद्रा से जगकर,
गुंजार उठे ऊँचे स्वर से हिन्दू की जय तो क्या विसमय 🚩
I am Muslim by birth but I love this poem so much
Kahan se ho
sorry brother you are born as a Sanatani but in Muslim family after your khatna you become Muslim. in Muslim khatna is important other wise you are not Muslim.
You are sanatani converted as muslim
Bhai ashu na h tumhara muslim kaise hue tm
भाई, यह पोयम् नहीं है, यह यथार्थ है, सच्चाई है,
आपका स्वागत है की आपने सभी चीजो से ऊपर होकर, निश्चल भाव से यह कहा 🙏|
कैसा कवित्व, कैसा वक्तृत्व, कैसा व्यक्तित्व, कैसा नेतृत्व! अटल! कोटि कोटि नमन!🙏🙏🙏🚩🚩🚩
जूझने का मेरा इरादा न था,
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था,
रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई,
यूं लगा जिंदगी से बड़ी हो गई।
मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,
जिंदगी सिलसिला, आज कल की नहीं।
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,
लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं?
तू दबे पांव, चोरी-छिपे से न आ,
सामने वार कर फिर मुझे आजमा।
मौत से बेखबर, जिंदगी का सफ़र,
शाम हर सुरमई, रात बंसी का स्वर।
बात ऐसी नहीं कि कोई ग़म ही नहीं,
दर्द अपने-पराए कुछ कम भी नहीं।
प्यार इतना परायों से मुझको मिला,
न अपनों से बाक़ी हैं कोई गिला।
हर चुनौती से दो हाथ मैंने किए,
आंधियों में जलाए हैं बुझते दिए।
आज झकझोरता तेज़ तूफ़ान है,
नाव भंवरों की बांहों में मेहमान है।
पार पाने का क़ायम मगर हौसला,
देख तेवर तूफ़ां का, तेवरी तन गई।
मौत से ठन गई।
Koi sabd nhi hai inke liye
♥️♥️
अदभुत, संस्मरणीय कविता।
धन्यवाद भाई साहब, आपने हमें यह कविता कंठस्थ करने में सहयोग किया।।
हिन्दू तन मन हिन्दू जीवन रग रग में हिन्दू.....
आपके जैसा कोई इस जहां मे नहीं
धन्न हैं
वो मां जिसने आपको जन्म दिया
अप हमारे ही नहीं सभी के दिलों में राज करनेवाले है आप अमर है
हिंदू तन-मन***** ,
मैं अखिल विश्व का*****
विराट, भव्य श्रद्धेय श्री अटल जी को हार्दिक नमन,
एक रिक्तता का बोध हर दिन, होता है।
कोटि कोटि श्रद्धांजलि, शत शत नमन
Bhu bhag nhi amanav ke hardiy jeetne ka nishcay😊❤❤
Hindu tan mann hindu jiwan rag rag hindu mera prichay❤
भारत माता की जय , जय हो अटल जी आप हमेशा अमर रहेंगे , आपको कोटि कोटि नमन
🤣😊🤣🤣😊🤣🤣😊
हे प्रभू । ऐसा व्यक्ति भारत में कब दोबारा आयेंगे।
ऐसे महान व्यक्तिव को शत शत नमन
भारत आपको हमेशा याद रखेगा
Saral sehaj madhur vani
Purva pradhanmantri v kavi shri atal bihari Vajpayee🎉
HINDU🕉️ TAN MAN HINDU🕉️ JEEVAN . RAG RAG HINDU🕉️ MERA PARICHYA, JAI SHREE RAM 🚩🚩
जब अटल जी स्वर्ग में पहुंचे होगे तो वहां के देवता, सिद्ध आदि उनके सम्मान में खड़े हो गए हो उनके स्वागत में 🙏🚩🙏🇮🇳🙏
सर मै ये कहना चाहता हु की हर बस स्टेशन रेलवे और एयर पोर्ट पर रवर्गीय अटल ji का विडिओ चलाये उनकी कविता. जिससे हमेशा सब के मन मे हिंदूवादी जी फिर जिन्दा हो जाए... जय भाजपा तय भाजपा....
पर लोग सच सुनकर मुँह फुलाने लगते हैं |
सच सुनने की हिम्मत नहीं उनमें , इसलिए सच सुनकर घबराते है |
सत्यम् शिवम् सुन्दरम्🚩🚩🚩🚩🚩
Jai Ho 🚩🚩🚩
बृद्ध भारत ही संसार का शिरमौर है,ऐसा पुरातन देश क्या औऱ है ! अटल आप अमर है ! नमन
The real Hindu who never compromised on any illegality whatever the circumstances rashtra dharm the naseehat
कोटि-कोटि प्रणाम अटल जी,जब भी मैं यह कविता सुनता हूँ,मेरा रोम-रोम खड़ा होकर,अपने आपको सनातनी होने पर गर्व करता है!
कोटि-कोटि प्रणाम!
🙏🛐
हिंदू तन मन हिंदू जीवन रग रग हिंदू मेरा परिचय दिल से कोटि कोटि नमन भारत रत्न आदरणीय स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई जी 🥰🥰🥰🥰🥰
इन कविताओ का संचय स्कूलो में पढाना चाहीए कितना शब्द भंडार है हिंदी का और कितना राष्ट्र प्रेम है प्रेरणा है 🙏
हे महान विभूति हे महान आत्मा हमारे हृदयों में दीपक बन कर हमारे साथ हरदम रहेंगे बार बार नमन 🙏
अटल विहारीबाजपेई एक विद्वान व संबेदनशील नेता थे आजकल ऐसे नेताओं का अभाव है
परम पूज्य श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को शत शत नमन...
अटल जी आप सदा अमर रहेंगे हमारे हृदय मैं,आप को कोटि कोटि प्रणाम🙏🚩🚩
I really get goosebumps after listening this 🙏🙏🙏🙏🙏
Mujhe Garv hai ki main hindu dharm me janma hu
गर्व से कहो हम हिन्दू हैं 🚩💕
हर हिंदू शिव है भगवान शिव जी संसार के स्वामी सनातन धर्म के संस्थापक विश्वविधाता विश्व पिता की संतान सच्चे शिवभक्त हम सभी एक परिवार के एक समान हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
काश मै आपको साक्षात एक बार मै देख पाता
आपकी आवाज ही मेरे लिए है अमुल्य
Atalji ko dekhna or sunna ak garv ki anubhuti hoti hai k ham hindu hai. Aise aaderniy Atalji ko shat shat naman 🎉🎉
I am soo glad that I watched "me atal hu" 🥺 .... Otherwise I will never find this ❤
यह कविता श्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने तब लिखी थीं जब वे 10 वी कक्षा मे पढ़ाई कर रहे थे।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Kab?
jai shree ram main hindu huu🚩🚩
अटल ध्वनि! हर हर महादेव!
This poem I like very much because of its words,the composition style,the energy inside,the feeling..
.
.
He is a yugpurush....Charan main koti Naman
Raj tilak ki karo tayari ab ki baari Atal Bihari
Jai shrer ram❤
Hindu ❤🫂❤Hindu Bhai Bhai 🚩🕉️🇮🇳🕉️🚩
This legend was the only real prime minister of Bharat.
𝐇𝐢𝐧𝐝𝐮 𝐭𝐚𝐧 𝐦𝐚𝐧 𝐡𝐢𝐧𝐝𝐮 𝐣𝐢𝐯𝐚𝐧 𝐫𝐚𝐠 𝐫𝐚𝐠 𝐡𝐢𝐧𝐝𝐮 𝐦𝐞𝐫𝐚 𝐩𝐚𝐫𝐢𝐜𝐡𝐚𝐲. 😌🥰
जय जय श्रीराम. अटलजी भारत की अखंड वह ज्योति है जो हमेशा हमारे दिल मै प्रकाश करती जय. वन्दे मातरम.
स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर अटल जी को शत-शत नमन।
कल आपकी जयंती पर मैं फिर आपकी यही कविता सुनूंगी।
Atal Bihari aap Amar ho
Saddened and disheartened by West Bengal and Bihar’s situation today, not able to sleep to see Hindu’s condition in Bharat, so came here to listen to this poem
har ek Insan ko ye roj gana hoga
Mahan Bharat ke Mahan pradhan mantri Sri Atal Bihari Vajpayee Ji ko mera sat sat koti pranam jinohne eise mahan kavita Hinduon ko uphar diya. Hindu tan man hindu jivan.
My pranaam at the feet of Atalji
Hame garaw hai hamare pradha Mantri ji 🙏🙏🙏🙏🙏
भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद भारत माता की जय हिंद अटल बिहारी वाजपेयी सर जी फिर एक बार भारतीय जनता पार्टी सरकार भारत 🙏🇮🇳🙏
वाह धन्य थे आप ❤❤❤
Wah sree Maan ji atal baazpiye ji
Atal jaisa mahan vyaktitv dusra koi nahi
atal ji laga
One of the greatest statesman of Indian politics.
Ap apna mirzapur sambhaliye pehle. Guddu ban gaye hai king of mirzapur.
मेरे अटल , सबके अटल
जय हिन्द जय भारत
Jay Jawan Jay Kisan Bharat mata ki Jay 🇮🇳
समूचे देश वासियों के परम् आदरणीय, और पूज्य अटल बिहारी वाजपेई जी सदा सदा अमर थे, है, और हमेशा हमेशा अजर अमर ही रहेंगे, जय विजय हिन्द वन्दे मातरम्, अति गर्व से कहो हम सभी हिन्दू है.
Proud to be hindu❤
जय हिन्द, जय श्री राम 🚩
श्रधेय अटल जी को बारम्बार प्रणाम।।।
रग रग हिन्दू मेरा परिचय
Proud to be a HINDU 🚩🚩
में हिंदू हूं यह में केसे भूल सकता हूं किसी को भूलना भी नही चाइए ,,मगर मेरा हिंदुत्व संकुचित नही है ,, मेरा हिन्दुत्व अंतरप्रांतीय अंतरराष्ट्रीय अंतर्जातीय विवाह का विरोध नही करता ।।
नमन श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी
Sat sat naman 🙏🙏🙏🙏🙏
Very nice Atal ji
अटल जी को शत शत नमन 🙏🙏
The unforgettable leader.
Responsible for gujrat riots 2002
@@navedmahmoodkhan4523 kya proof hai ??? Godhra train kisne jalaya tha?? Tere abbu ne kya??
@@navedmahmoodkhan4523तीर्थ यात्रियों की ट्रेन तेरे जिहादी बापो ने जलाई थी उसका नतीजा था वो mc जिहादी कौम के कीटाणु😡
@@navedmahmoodkhan4523Muslims started the riots.
@@navedmahmoodkhan4523peaceful community se ha kahega hi
Jay Sri ram
I really get goosebumps after listening this poem.❤❤❤🚩🚩🚩🚩🚩
मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूँ क्यो कि मैं सनातनी हिन्दू हूँ ।हमने इतिहास में कभी भी अपने धर्म के विस्तार के लिए हिंसा नहीं की।सनातन धर्म का न प्रारंभ ओर न अंत।
कोटि कोटि नमन है आपके चरण में 🙏🙏🙏
आप अमर है अटल जी
आज शौर्य दिवस को कौन कौन हिंदू वीर यह कविता सुन ने आए हैं !
Atal was responsible for gujrat riots 2002
@@navedmahmoodkhan4523 जिहादियों ने क्या किया था ट्रेन में तीर्थ यात्री थे उनको जला दिया था जिहादी सुवरो को उनका फल मिला तुझे भी 72 रंडियो के दल्ले के पास जाना है क्या 🤔
Garv se kaho hum hindu hain ❤
महामनस्वी अटल जी की ओजस्वी काव्यपंक्तियों में आश्चर्यजनक रूप से स्वभिमान एवं राष्ट्र-प्रेम समाया हुआ है।
Jai Bhawani! true son of India 🙏