।।प्रश्नोत्तर।।:-प्रश्न:-अनहद नांद और अखण्ड महाशब्द (सारशब्द)के संदर्भ में वेदों में क्या बतलाया है। उनके लाभ हानि पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए?:-उत्तर:-वेदों के अनुसार-अनहद नांद मानवीय प्रयासों से शरीर के अंदर पाए जाने वाले पांच मायाबी तत्वों की अलग अलग आवाजें हैं जो बदलते रहती हैं ये आवाजें अंगूठों को दोनों कानों में ठूंस कर सुनी समझी जा सकती है। देही गुरुओ के द्वारा गुरु दीक्षा में देकर मोटी रकम कमाई जाती है। इन आवाजों को वेदों में आत्मा की आवाज कहा गया है। इनके अभ्यास से परममोक्ष हासिल नहीं होता। मरणोपरांत इनका भी अंत हो जाता है। इसीलिए कबीर सुजान ने ठीक ही कहा है:-जाप मरे अजपा मरे अनहद भी मर जाय। सुरति समानी शबद में ताको काल ना खाय।।00।।:-वेदों के अनुसार:-महाशब्द (सारशब्द)-परमपिता विदेही सतगुरु के द्वारा सुपात्र जिज्ञासुओ के चित्त चेतना में अपनी ओर से अखण्ड महाशब्द (सारशब्द)-का प्रबोध कराया जाता है। जो एक रस एक ताल में सारशब्दीय संत को निरंतर मधुर मधुर झनकार के रुप में महसूस होता है। इसे ही सहज योग कहा गया है। इसीलिए कहा जाता है:-हरि मेरा सुमिरण करे, मैं पाऊं विश्राम।।यही सारशब्द की डोर अंत समय सारशब्दीय संत आत्मा,को सीधा अमरधाम लेकर जाती है फिर लौट जगत नहीं आती है वहाँ परमसुख पाती है।।02।।शेष फिर कभी::::।।00।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।00।।
Daily hajaro log parvachan karte hai last me vhi daan chanda bas kya hua gyan ko abhi ,gita, ramayan paath ka Paisa liya or baat ktm ,Un se kya sekho ge aap , story bas
बंदी छोड़ परम पिता परमात्मा की जयहो
🙏🙏🙏🙏Jai shree Satguru dev maharaj ki jai 🙏🙏🙏🙏
Satnam sahib bandgi 🎉🎉🎉🎉
Saheb bndgi
Satnam sahab bandgi 🙏🏻🙏🏻
Saheb bandagi satnam ji guruji ke charno me koti koti pranam
साहिबबंदगी सतनाम
❤❤❤❤❤
Aapke Gyan ko, koti koti pranam gurudev, Saheb bandagi, Satnam 🤲
❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉
Satnam sahib bandgi mere sat guru
Shahbbandandgi...satnam
Jay Shri Ram Jay Shri Parmatma
Saheb bandagi
सतनाम साहेब वंंदगी साहेब जी
Satguru ko koti koti pranam Saheb bandagi
Keval Ram hi Param pita Parmatma hai baki kuchh nahin hai sansar mein
Sat sahib g aapko namaskaar hai g
Sahib bandagi Satnam
ओम परमात्मा
नमस्कार नमस्कार नमस्कार जी
Lakhandabankabihar 2:05
Very good morning sir my best guruji Nitin ji iam very affred of you Mohan Lal हरदोई 12:00
Jay ho gurudev....,Jay ho ho...🤲👌🙋
वाह कागजी शेर
tum bhi bta to kuch tum kon se sher ho
Tum kagji bhi nhi lagate mere ko
Sahlbbdgistnam
कबीर कौन पवन लै आवहि,कौन पवन लै जाय। कौन पवन भ्रमित फिरै,सो मोहि देहु बताया।।ी
😂mind😮jo😅gyani😮hota😮h😅unki😅variti😅kis😮jagah😅kab😅kariye😮karti😅h😅kitni😅kul😅variti😅hoti😅h😅
नाभी द्वार फिर कौनसा द्वार कहलाता है भाई ई ई ई
।।प्रश्नोत्तर।।:-प्रश्न:-अनहद नांद और अखण्ड महाशब्द (सारशब्द)के संदर्भ में वेदों में क्या बतलाया है। उनके लाभ हानि पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए?:-उत्तर:-वेदों के अनुसार-अनहद नांद मानवीय प्रयासों से शरीर के अंदर पाए जाने वाले पांच मायाबी तत्वों की अलग अलग आवाजें हैं जो बदलते रहती हैं ये आवाजें अंगूठों को दोनों कानों में ठूंस कर सुनी समझी जा सकती है। देही गुरुओ के द्वारा गुरु दीक्षा में देकर मोटी रकम कमाई जाती है। इन आवाजों को वेदों में आत्मा की आवाज कहा गया है। इनके अभ्यास से परममोक्ष हासिल नहीं होता। मरणोपरांत इनका भी अंत हो जाता है। इसीलिए कबीर सुजान ने ठीक ही कहा है:-जाप मरे अजपा मरे अनहद भी मर जाय। सुरति समानी शबद में ताको काल ना खाय।।00।।:-वेदों के अनुसार:-महाशब्द (सारशब्द)-परमपिता विदेही सतगुरु के द्वारा सुपात्र जिज्ञासुओ के चित्त चेतना में अपनी ओर से अखण्ड महाशब्द (सारशब्द)-का प्रबोध कराया जाता है। जो एक रस एक ताल में सारशब्दीय संत को निरंतर मधुर मधुर झनकार के रुप में महसूस होता है। इसे ही सहज योग कहा गया है। इसीलिए कहा जाता है:-हरि मेरा सुमिरण करे, मैं पाऊं विश्राम।।यही सारशब्द की डोर अंत समय सारशब्दीय संत आत्मा,को सीधा अमरधाम लेकर जाती है फिर लौट जगत नहीं आती है वहाँ परमसुख पाती है।।02।।शेष फिर कभी::::।।00।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।00।।
Daily hajaro log parvachan karte hai last me vhi daan chanda bas kya hua gyan ko abhi ,gita, ramayan paath ka Paisa liya or baat ktm ,Un se kya sekho ge aap , story bas
hm sakey satsang suney pr
kaval Mahrishi Gangadas ji ka
satsang vanni ka shi shi
bhave batatey h or birley santo ki or bhavana jati h
Jitane bhi dhvaro ki bate Karo vo sab jail hi he.
Bhaiya ji kahan se boli aapane
Kya boli
Shabd me samayegi to vapash nikalegi.
Ye bhi AEK murkh banane ki bate he.
Mahanubhab sabse jada bade to murh aap ho jo bed ko juths bol rahe ho purano pe sak karte ho jo purano me likha he bo sabhi sach he
Jab khud murkh hai to kya batayega......
Tere me jyada dimak hai kya, Ek vani ka arth nhi kar sakta tu
?𝐒𝐚𝐭𝐧𝐚𝐦 𝐬𝐚𝐡𝐢𝐛 𝐛𝐚𝐧𝐝𝐠𝐢🎉🎉🎉
बंदी छोड़ सत साहेब कबीर दास जी की जय हो
Satnam sahib bandgi❤❤
Satnam sahab bandgi satnam 🎉❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤
Satnam Saheb bandgi Nitin das guru ji aap ki kripa Jo sabad ved khole hi
Satnam saheb bandagi guru saheb bandagi
साहेब बंदगी सतनाम जी🙏🌹
Satnam sahib bandgi🎉🎉🎉
Satnam sahib bandgi🎉🎉🎉
Sahib Bandgi Sahib Ji
Satnam sahib bandgi 🙏 🙏
Satnam sahib bandgi 🎉🎉🎉🎉
Satnam sahib bandgi 🎉🎉🎉🎉
Satnam sahib bandgi 🎉🎉🎉🎉🎉
Satnam sahib bandgi 🎉🎉🎉
❤❤❤❤❤
Saheb bandagi🚩🚩🚩 SATNAM 🚩🚩🚩
Satnam sahib bandgi 🎉🎉🎉
Satnam sahib bandgi ❤
Satnam sahib bandgi 🎉🎉🎉🎉
Satnam Sahib bandgi satnam