बहुत बहुत शुभकामनाएं आप सभी को बेटे की विवाह की हिमाचल में जितने भी विवाह होते हैं ना उनमें जो रसम और जो रीति रिवाज निभाए जाते हैं वह सच में बहुत अच्छे लगते हैं और हिमाचली धाम की तो बात ही अलग है जमीन पर बैठकर हिमाचली धाम खाना मतलब अपनी आत्मा को तृप्त करना है
बहुत बढ़िया ब्लॉग
❤❤🎉🎉👍
Hamirpur se hu mai
Bhai mai aapke saare vlog dekhta hu
मंडी ज़िला में अभी भी पुराने रीति रिवाज संजोए रखे है देख के अच्छा लगा 👍
Bhai ji namskar me pangna se hu aajkal chitkul bus nhi aati hai ji
ललित भाई आप के घर पर कोई शादी विवाह का प्रोग्राम हो तो हमे भी बुलाना
जरूर
Bhai aap ko awaj di thi Maine pr aap ne suni ni shaddi k din....pandit g k saath baitha tha me bi green cap me...❤
Soooorrrriiii
बहुत बहुत शुभकामनाएं आप सभी को बेटे की विवाह की हिमाचल में जितने भी विवाह होते हैं ना उनमें जो रसम और जो रीति रिवाज निभाए जाते हैं वह सच में बहुत अच्छे लगते हैं और हिमाचली धाम की तो बात ही अलग है जमीन पर बैठकर हिमाचली धाम खाना मतलब अपनी आत्मा को तृप्त करना है