भरथरी बुखारा का बादशाह कांधड़ गोपीचंद गोरख मचेंदर बाल गोसाई कानीपाव ये सिद्ध नाथ के ९ नाथ भारत में ख्याति नाम हठ योग राजयोग १६ कला और ८ सिद्धि और९ निधि ज्ञाता हुए भारत हरी लिखित तीन शतक श्रृंगार नीति और वैराग्य शतक लिखे वे उज्जैन के नरेश थे राजा विक्रम राजा भोज राजा मूंज न्याय प्रिय और कलाप्रेमी और विद्वान थे
जयययययययययययय ऊऊऊऊ ऊऊऊऊऊऊऊ गौमाता जयययययययययययय ऊऊऊऊ ऊऊऊऊऊऊऊ गौमाता जयययययययययययय ऊऊऊऊ ऊऊऊऊऊऊऊ गौमाता जयययययययययययय
हरे हरे जय श्री राम जय जय श्री कृष्णा जय हो धन्यवाद बारटजी बा
बहुत सुन्दर प्रस्तुति 🙏🙏🙏🙏
हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे 🕉️🙏
.l
AP
😊
😮
धनवाद उगमदान जी भक्ति कीर्तन श्रवण पुनीत कार्य है आपका जीवन सार्थक हो गया कीर्तन से लाखों मनुष्यों का कल्याण होता है आपकी उम्र हजारी हो
वाह बाजी वाह जीव सोरो हो गयोएडा़ सुनातेरेवो
जय मां करणी
❤❤❤❤❤
Jordar
Jay jay
Jyasriram
Unexplaineble....
भरथरी बुखारा का बादशाह कांधड़ गोपीचंद गोरख मचेंदर बाल गोसाई कानीपाव ये सिद्ध नाथ के ९ नाथ भारत में ख्याति नाम हठ योग राजयोग १६ कला और ८ सिद्धि और९ निधि ज्ञाता हुए भारत हरी लिखित तीन शतक श्रृंगार नीति और वैराग्य शतक लिखे वे उज्जैन के नरेश थे राजा विक्रम राजा भोज राजा मूंज न्याय प्रिय और कलाप्रेमी और विद्वान थे
जय मां करणी
Shaandaar