शर्म नहीं आती हैं इस मंत्री को खुद लाखों तनख्वाह पाता हैं न जाने किस बात का , जो कर्मी दिन रात्रि एक कर 22 वर्षों से राष्ट्र सेवा कर रहें हैं उन्हें मात्र 10000 रुपये 11 माह का दिया जाता हैं , भगवान श्रीराम बीजेपी को मिट्टी पलीद करें ।
Shikshamitra ko ek chance diya tha gvt ne jinhone tet qualify kiya vo aaj axa salary le rhe h...ab jo b.ed btc kiye h exam qualified kiye baithe h vo log faltu h kya ?
पशु नहीं कहा विधायक जी ने कहा कुत्ते की देखभाल करने वाले 30000हजार पा रहे है तो हमारा शिक्षामित्र 10 हजार क्यों जिस प्रकार आज आरोप शिक्षामंत्री लगा रहा यहै दूसरी बार है यही बोला शिक्षामित्रों मनरेगा से तुलना करते हों तो कौन से तरीके से शिक्षामंत्री को समझाये कोई कही ये मुर्ख मंत्री तो नहीं. लगता ऐसा है. जो खुद तो मुर्ख है दुसरो को मुर्ख कहता है. खुद ठूंस कर खाता है दूसरे को सूंघ कर सोने को कहता है.
मंत्री जी कभी अपने बयान में यह नहीं बोले कि हमने उनका मानदेय 52000 से काम करके 10000 कर दिया क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उनका मानदेय काम नहीं किया बल्कि उन्होंने सरकार पर ठोक दिया सरकार चाहे तो उनके लिए जो चाहे कर सकते हैं
एक ही बात क्यों बार बार रटते। क्या 7 वर्षों में महंगाई नहीं बढ़ी है अपने तो लाखों रूपये का वेतन भत्ता आदि लेते हो हर साल अपना वेतन मेज थपथपा कर बढ़ा लेते हो और जब शिक्षा मित्रों के मानदेय बढ़ाने की बात आती है तो एक ही बात पिछले 7 साल से रटते आ रहे हो तुमलोग शर्म आनी चाहिए तुमलोगों को।महंगाई इतनी बढ़ गई है लेकिन तुमलोग एक ही बात रटते हो 3500 से बढ़ाकर 10000 कर दिया। ठीक है मैं मानता हूँ कि तुम्हारी सरकार ने 2017 में 10000 रुपये मानदेय दिया लेकिन 7 वर्षों में महंगाई नहीं बढ़ी है क्या? मुझे लगता है तुमलोगों का ज़मीर ही मर गया है।
संदीप सिंह लोधी का कौन सा मानक है, जो आज तक के सबसे नकारा शिक्षामंत्री बनकर उत्तर प्रदेश में पिछड़े, दलितों एवं सर्व समाज के युवावों को बर्बाद करने पर तुले हैं।
शिक्षा मित्रों पर शिक्षा मंत्री जी की समझ और बयान को बेहद निम्न स्तर का लगा। वहीं कोर्ट की धमकीं बार बार दोहराना और इस पर सरकार में होने का स्तर शिक्षा मित्रों के समायोजन को यथावत बहाल किए बिना सरकार का दामन बेदाग साबित नहीं सकता है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने वाराणसी में आश्वासन दिया था और घोषणा पत्र में भी लिखा पर आप की सोच और भरे सदन में ऐसा जवाब प्रधानमंत्री जी के उस आश्वासन और घोषणा पत्र की गम्भीरता पर आंच आने वाला वयान है।
बहुत जल्दी तुम लोगो का हिसाब किताब होगा अभी झलक देखे हो ट्रेलर अभी बाकी है शर्म नहीं आती है एक ही बात हर टाइम बोलते रहते हो 3500 को 10000 कर दिया यह नहीं कहते हो की 50000 से 10000 कर दिया
बीजेपी हटाओ नई भर्ती लाओ बीजेपी सरकार मे ये मन्त्री जी कोई नई भर्ती नहीं देना चाहते है 6 साल से बस एक हीं बात बोल रहे है की छात्र और टीचर्स अनुपात समान है
इसने ओबीसी होकर,ओबीसी का बेड़ागर्क किया, चाहे 68500, हो या 69000 भर्ती 68500 में पिछड़ा आयोग ने 5%का रिलीफ भी दिया obc को, पर ये सरकार उसके अगेंस्ट केस लड़ रही है
मंत्री से जब शिक्षक भर्ती को पूछा जाय तब यह कहता है शिक्षक छात्र अनुपात बराबर है तब यह शिक्षामित्रो को शिक्षक अनुपात मे मान लेता है मगर वेतन शिक्षामित्रो वाला ही देगा जब छात्र अनुपात की बात आये तो यह शिक्षामित्रो को शिक्षक मानता है दोगलेपन की भी हद होती है शिक्षक भर्ती इस हिसाब से आने बाली कयोकि 1:22 है अभी शिक्षक बच्चों से ज्यादा है यह सही अनुपात 1:30 का होता है
एक ही बात कब तक रटते रहेंगे बेसिक शिक्षा मंत्री जी । आपके पास भी पावर है कुछ अपना पावर दिखाते हुए शिक्षा मित्र,अनुदेशक का मानदेय 24000 तक कर दीजिए साहब ।
आदरणीय उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र पिछले 20 वर्षों से प्राथमिक विद्यालय में पढ़ा रहे हैं जब शिक्षामित्र रखे गए थे यूपी उत्तराखंड एक ही राज्य थे एक ही नियम से रखे गए थे यूपी में ₹10000 मानदेय मिलता है 11 महीने का जबकि उत्तराखंड में अध्यापक बना दिया 50 हजार शिक्षामित्र यूपीटीईटी सीटीईटी परीक्षा पास है पूरी योग्यता रखते हैं एक अध्यापक बनने की मान्यवर आप से निवेदन है कि आप शिक्षामित्र की बात माननीय सरकार तक पहुंचाएं पूरा शिक्षामित्र परिवार आप का आभारी रहेगा धन्यवाद
5 सितंबर को sm नौकरी लेकर आए या नौकरी देकर आए, वरना आज के समय तो 10000₹ घर या दुकान के एक अनपढ़ नोकर भी मिल रहे है! SM की औकात एक बंधुआ घर दुकान के नौकर से भी बत्तर कर दी है, इसलिए कहते है 5 सितंबर से लगातार धरना जारी रखें कमर कस ले स्थायीकरण और सम्मान जनक वेतन के लिऐ नहीं तो चाहे सरकार सामूहिक बरखास्त करे सभी शिक्षा मित्रों को क्योंकि खोने के लिए अब कुछ नहीं बचा अगर लड़ोगे और संघर्ष कर लोगे तो कुछ मिलेगा ही बांकी छिन ना कुछ है ही नहीं 10000₹ तो किसी के घर का या दुकान का झाड़ू पोंछा कर भी कमा लोगे, क्यों इतना मोह करे हो नौकरी का 🙏
ताना शाही जो आज सरकार की चाल रही है और इतने शिक्षा मित्र भाई और बहनों की मृत्यु हो ho चुकी है पर बाबा जी की अभी तक आंख नहीं खुल रही की इनका कैसे कल्याण हो उस पर विचार हो पर उत्तर हमेशा निराशा जनक रहा अगर अभी भी इन्होने आवाज नहीं सुनी तो इनका हॉल 2027 में बहुत ही खराब होगा क्युकि शिक्षा मित्र भी अपना जीवन बहुत परेशानी काट रहे हैं यदि योगी जी महाराज कुछ इनके लिए करते हैं तो सभी इनके साथ होगे 🙏
ये मंत्रीजी कितने पढ़े लिखे हैं क्या पीएचडी M Ed एमफिल D Phil कोई शोध आदि क्षेत्रों में डिग्री हासिल की है, नहीं, तो क्या शिक्षा का स्तर उन्नत होगा खुद ही सोच सकते हैं।
शिक्षक पेक्षा घरकाम करणाऱ्यांना जास्त पगार आहे. किती महागाई वाढली आहे शिक्षकांना का कमी मानधन, मुलांची fee भरा घर सांभाळा, दवाखाना खर्च, विजेचे बील, कामाला जातो ते खर्च एवढ्या मानधन मध्ये तुम्ही घर चालवून दाखवा.शिक्षक पेक्षा घरकाम करणाऱ्यांना जास्त पगार आहे. किती महागाई वाढली आहे शिक्षकांना का कमी मानधन, मुलांची fee भरा घर सांभाळा, दवाखाना खर्च, विजेचे बील, कामाला जातो ते खर्च एवढ्या मानधन मध्ये तुम्ही घर चालवून दाखवा.
हांशिक्षा मित्र को सराहा जायेगा लेकिन आंगनबाड़ी को यही भाई बोले थे कि मानदेय नहीं बढ़ना चाहिए कुछ काम नहीं करती है और शिक्षा मित्र तो कुछ नहीं करते तो ऊनको क्यों सरकार बेतन देगी शिक्षा मित्र वाले डिग्री किये है जैसे आंगनबाड़ी कार्यकत्री भी डिग्री की है और काम का तो पता नहीं है कि कीतना काम करती है तो भाई साहब मूंह देखकर तो कैसे मत बोलो आंगनबाड़ी यो कि हाय लगेगी धन्यवाद
भारत में नई शिक्षा नीति में अनुदेशक शिक्षक को नियमित करें और तुरंत पुष्टि पाएं हैं और अनुदेशक शिक्षक को नियमित करें और तुरंत पुष्टि पाएं हैं और अनुदेशक शिक्षक को नियमित करें और यह बेचारे 8 00 बजे से 3 30 बजे तक विद्यालय में 10 साल से सेवा दे रहे हैं सरकार चुप मुख्यमंत्री नहीं चाहिए इस्तीफा चाहिए जो न्यायालय लोकतंत्र में
माननीय मंत्री जी पर दुख होता है. राष्ट्र नायक, श्रद्धेय, कल्याण सिंह जी के परिवार मे जन्म लेकर कल्याण सिंह जी की परम पवित्र आत्मा को कष्ट पहुंचाने का काम कर रहा है. एक ही रटा रटाया जबाब लगातार दे रहे हैं. 2017 मे मेरी सरकार ने दस हजार कर दिया. शर्म आती है ऐसे वक्तव्य पर
Yah mantri ji shikshamitron ke Bhala nahin karne Wale khud lakhon paate Hain aur Shiksha mitron ko Matra 333 per day usmein shikshamitra apna Ghar bhi chala lenge bacchon ko bhi padha lenge aur apni bimari ko bhi ilaaj kara denge kya Aisa sambhav ho sakta hai
शर्म नहीं आती हैं इस मंत्री को खुद लाखों तनख्वाह पाता हैं न जाने किस बात का , जो कर्मी दिन रात्रि एक कर 22 वर्षों से राष्ट्र सेवा कर रहें हैं उन्हें मात्र 10000 रुपये 11 माह का दिया जाता हैं , भगवान श्रीराम बीजेपी को मिट्टी पलीद करें ।
बिल्कुल करेंगे..!
सही कहा
Bilkul kabhi na kabhi bjp ko mitti me mila denge
Shikshamitra ko ek chance diya tha gvt ne jinhone tet qualify kiya vo aaj axa salary le rhe h...ab jo b.ed btc kiye h exam qualified kiye baithe h vo log faltu h kya ?
बीजेपी हटाओ शिक्षा मित्र संविदा कर्मी बचाओ
बिलकुल सही बात कही आपने
ये गुलाम मंत्री पिछले 8 सालों से एक ही बात तोता की तरह रटता रहता है...
इनके पास और कुछ नही है तोते की तरह रटा रटाया एक शब्द है 3500से 10000कर दिया
अभी तुम्हारी सरकार चली जाय तो कल से शिक्षमित्रों के और अनुदेशको के अच्छे दिन शुरुवात हो जायेगी
Kuan karega mulla mulayam
शिक्षामित्र का मुद्दा विधानसभा में उठाने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
बैलों की तरह सिर हिलाने वाला बैलों की तरह दिमाग भी रखता है
निन्दा ही करते रहना कुछ करना नहीं
3500 से बढाकर 10000 तो कर दिया है
2017 से लेकिन 2017 से 2027 मे अपनी सीटें भी 50 की आशा रखना
Bjp ne shiksha mitro ko barbad kiya hai unhe bhi barbad hona hai
इनके बाप का अनुपात तो पूरा हो चुका है अब इनका और बाकी रह गया है
इसको किसने मंत्री बना दिया जो अपने आप एक फैसला तक नहीं ले पता धूर्त कही का बस एक चीज रट लिया है बस 3500 से 10000 बस और कुछ आता ही नहीं
लोकसभा के चुनाव में इनके बाप का अनुपात- समानुपात तो जनता ने बराबर कर दिया।
अब 2027 में इनका भी अनुपात- समानुपात जनता बराबर कर ही देगी।
Sandeep Singh ki aatma ko shanti de bhagwan 😢
शिक्षा मंत्री जी मानदेय पर ऐसा जवाब देते हैं।जैसे अब जनता के बीच में कभी नहीं जाना पड़ेगा।
जो भी बिधायक जी शिक्षा मित्रों को पशु कहा है बिलकुल सही बात है..कम से कम शिक्षा मित्रों की बात तो रखी.. 👌👌🙏🙏
पशु नहीं कहा विधायक जी ने कहा कुत्ते की देखभाल करने वाले 30000हजार पा रहे है तो हमारा शिक्षामित्र 10 हजार क्यों जिस प्रकार आज आरोप शिक्षामंत्री लगा रहा यहै दूसरी बार है यही बोला शिक्षामित्रों मनरेगा से तुलना करते हों तो कौन से तरीके से शिक्षामंत्री को समझाये कोई कही ये मुर्ख मंत्री तो नहीं. लगता ऐसा है. जो खुद तो मुर्ख है दुसरो को मुर्ख कहता है. खुद ठूंस कर खाता है दूसरे को सूंघ कर सोने को कहता है.
मंत्री जी कभी अपने बयान में यह नहीं बोले कि हमने उनका मानदेय 52000 से काम करके 10000 कर दिया क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उनका मानदेय काम नहीं किया बल्कि उन्होंने सरकार पर ठोक दिया सरकार चाहे तो उनके लिए जो चाहे कर सकते हैं
एक ही बात क्यों बार बार रटते। क्या 7 वर्षों में महंगाई नहीं बढ़ी है अपने तो लाखों रूपये का वेतन भत्ता आदि लेते हो हर साल अपना वेतन मेज थपथपा कर बढ़ा लेते हो और जब शिक्षा मित्रों के मानदेय बढ़ाने की बात आती है तो एक ही बात पिछले 7 साल से रटते आ रहे हो तुमलोग शर्म आनी चाहिए तुमलोगों को।महंगाई इतनी बढ़ गई है लेकिन तुमलोग एक ही बात रटते हो 3500 से बढ़ाकर 10000 कर दिया। ठीक है मैं मानता हूँ कि तुम्हारी सरकार ने 2017 में 10000 रुपये मानदेय दिया लेकिन 7 वर्षों में महंगाई नहीं बढ़ी है क्या? मुझे लगता है तुमलोगों का ज़मीर ही मर गया है।
इस मंत्री का जवाब सुनकर के मन में खून खोलता है
यूपी उपचुनाव और विधान सभा चुनाव में बीजेपी दूर दूर तक नजर नहीं आयेगी
योगी सरकार को संविदा कर्मियों की अनदेखी बहुत भारी पड़ेगी
शिक्षा मित्रों की आह लगेगी.100%
बेशर्मी की भी हद हो गई
संदीप सिंह लोधी का कौन सा मानक है, जो आज तक के सबसे नकारा शिक्षामंत्री बनकर उत्तर प्रदेश में पिछड़े, दलितों एवं सर्व समाज के युवावों को बर्बाद करने पर तुले हैं।
भाजपा का सर्वनाश होगा
मंत्री के नाम पर कलंक हो तुम भी 10000में अपना घर चला के बताओ
भ्रष्टाचारी सरकार बी जे पी सरकार
शर्म नहीं आ रही है मंत्री जी 7 साल से एक ही बात बोल रहे हैं
मंत्रीजी शिक्षामित्रों को मूल विद्यालय वापसी कराइए
इसे शर्म नही आती है वही एक शब्द पिछले 7 साल से सभी मंत्री कहते आ रहा है।
शिक्षा मित्रों पर शिक्षा मंत्री जी की समझ और बयान को बेहद निम्न स्तर का लगा। वहीं कोर्ट की धमकीं बार बार दोहराना और इस पर सरकार में होने का स्तर शिक्षा मित्रों के समायोजन को यथावत बहाल किए बिना सरकार का दामन बेदाग साबित नहीं सकता है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने वाराणसी में आश्वासन दिया था और घोषणा पत्र में भी लिखा पर आप की सोच और भरे सदन में ऐसा जवाब प्रधानमंत्री जी के उस आश्वासन और घोषणा पत्र की गम्भीरता पर आंच आने वाला वयान है।
बहुत जल्दी तुम लोगो का
हिसाब किताब होगा अभी झलक देखे हो ट्रेलर अभी बाकी है शर्म नहीं आती है एक ही बात हर टाइम बोलते रहते हो 3500 को 10000 कर दिया यह नहीं कहते हो की 50000 से 10000 कर दिया
2027 में औकात पता चलेगी फिर रोते रहना
इस शिक्षा मंत्री को कुछ नहीं आता है जब शिक्षामित्र मित्रों को शिक्षक नहीं मानती है तो अनुपात समानुपात में इनकी गिनती क्यों लगता है
शर्म नहीं आती मंत्री को बोलने में एक ही बात बोलता है रट्टू तोता कीतरह
40हजार से दश हजार किया रे
मंत्री जी आप कलंक हैं अपने विभाग पर समय बलवान होता है
बीजेपी हटाओ नई भर्ती लाओ बीजेपी सरकार मे ये मन्त्री जी कोई नई भर्ती नहीं देना चाहते है 6 साल से बस एक हीं बात बोल रहे है की छात्र और टीचर्स अनुपात समान है
स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबू जी के पूत नहीं ये कपूत जन्मे हैं।
Mantri ji college wise dekhye district wise dekhye pta nhi kisne mantri bna diya
इतना घटिया शिक्षा मंत्री आपको किसी प्रदेश में ढूंढने से नहीं मिलेगा
धन्य है उत्तर प्रदेश की सरकार जिसने ऐसे घटिया लोगों को शिक्षा मंत्री बना कर रखा है
इसने ओबीसी होकर,ओबीसी का बेड़ागर्क किया,
चाहे 68500, हो या 69000 भर्ती
68500 में पिछड़ा आयोग ने 5%का रिलीफ भी दिया obc को, पर ये सरकार उसके अगेंस्ट केस लड़ रही है
चित्रकूट मे शिक्षामित्र और पढ़े लिखा युवा नहीं है क्या जो इस अनपढ़ नेता को चुनाव जीता के भेज दिए है 😠
10 हजार में अगर मंत्री जी घर चला लें तो मैं अपने हाथ kta दूँगा 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Ye besaram bjp h
Shikshamitra ka aah lagega १००%
He Bhagwan yah shiksha mantri ko jaldi Utha le aur iska Bhagwan Beda garg kar de
RIP sandeep 😢😢
क्या मंत्री बना दिया गया mood off ho जाता है भर्ती नहीं दोगे 2साल और कूद लो बस
मंत्री से जब शिक्षक भर्ती को पूछा जाय तब यह कहता है शिक्षक छात्र अनुपात बराबर है तब यह शिक्षामित्रो को शिक्षक अनुपात मे मान लेता है मगर वेतन शिक्षामित्रो वाला ही देगा जब छात्र अनुपात की बात आये तो यह शिक्षामित्रो को शिक्षक मानता है दोगलेपन की भी हद होती है शिक्षक भर्ती इस हिसाब से आने बाली कयोकि 1:22 है अभी शिक्षक बच्चों से ज्यादा है यह सही अनुपात 1:30 का होता है
शिक्षा मंत्री अगर 10000 ज्यादा लगते हैं तो3500 कर दो
ए मंत्री इतना ही पढ़ा है औरबकुछ नही जानता
कुछ तो शर्म करो मंत्री जी, शर्म बेच खाई है क्या, 27 में पक्का हारोगे
एक ही बात कब तक रटते रहेंगे बेसिक शिक्षा मंत्री जी । आपके पास भी पावर है कुछ अपना पावर दिखाते हुए शिक्षा मित्र,अनुदेशक का मानदेय 24000 तक कर दीजिए साहब ।
शर्म नहीं आती बिल्कुल 2017 से कोई महंगाई नहीं बड़ी है
सुप्रीम कोर्ट ने ये नहीं कहा कि मंत्री जी दाल 150 रुपया kg मिलेगी तो s m को 15 रुपया kg ,
संदीप सिंह को संविदा पर मंत्री बनाया जाए नहीं तो इस बार बीजेपी का अनुपात- समानुपात सेट करना है
आदरणीय उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र पिछले 20 वर्षों से प्राथमिक विद्यालय में पढ़ा रहे हैं जब शिक्षामित्र रखे गए थे यूपी उत्तराखंड एक ही राज्य थे एक ही नियम से रखे गए थे यूपी में ₹10000 मानदेय मिलता है 11 महीने का जबकि उत्तराखंड में अध्यापक बना दिया 50 हजार शिक्षामित्र यूपीटीईटी सीटीईटी परीक्षा पास है पूरी योग्यता रखते हैं एक अध्यापक बनने की मान्यवर आप से निवेदन है कि आप शिक्षामित्र की बात माननीय सरकार तक पहुंचाएं पूरा शिक्षामित्र परिवार आप का आभारी रहेगा धन्यवाद
Ab mujhe indian political leader Amrish Puri jaise lgne lge sb plz irritation hone lg gyi ab😢😢
पीआरडी को भी बढ़ने का कष्ट करें पीआरडी को 1 दिन का वेतन 395 मिलता है और पुलिस के संबंधी से कंधे मिलाकर कामकरती है
5 सितंबर को sm नौकरी लेकर आए या नौकरी देकर आए, वरना आज के समय तो 10000₹ घर या दुकान के एक अनपढ़ नोकर भी मिल रहे है! SM की औकात एक बंधुआ घर दुकान के नौकर से भी बत्तर कर दी है, इसलिए कहते है 5 सितंबर से लगातार धरना जारी रखें कमर कस ले स्थायीकरण और सम्मान जनक वेतन के लिऐ नहीं तो चाहे सरकार सामूहिक बरखास्त करे सभी शिक्षा मित्रों को क्योंकि खोने के लिए अब कुछ नहीं बचा अगर लड़ोगे और संघर्ष कर लोगे तो कुछ मिलेगा ही बांकी छिन ना कुछ है ही नहीं 10000₹ तो किसी के घर का या दुकान का झाड़ू पोंछा कर भी कमा लोगे, क्यों इतना मोह करे हो नौकरी का 🙏
बीजेपी की व्यवस्था में शिक्षा मित्र को पशुवत ही रखा गया है; 90 हजार और 10 हजार में काफी फर्क़ है
ताना शाही जो आज सरकार की चाल रही है और इतने शिक्षा मित्र भाई और बहनों की मृत्यु हो ho चुकी है पर बाबा जी की अभी तक आंख नहीं खुल रही की इनका कैसे कल्याण हो उस पर विचार हो पर उत्तर हमेशा निराशा जनक रहा
अगर अभी भी इन्होने आवाज नहीं सुनी तो इनका हॉल 2027 में बहुत ही खराब होगा क्युकि शिक्षा मित्र भी अपना जीवन बहुत परेशानी काट रहे हैं यदि योगी जी महाराज कुछ इनके लिए करते हैं तो सभी इनके साथ होगे 🙏
ये मंत्रीजी कितने पढ़े लिखे हैं क्या पीएचडी M Ed एमफिल D Phil कोई शोध आदि क्षेत्रों में डिग्री हासिल की है, नहीं, तो क्या शिक्षा का स्तर उन्नत होगा खुद ही सोच सकते हैं।
जब शिक्षामित्र शिक्षण कार्य करते है तो फिर उनका वेतन क्यूं नहीं बढ़ाते हो...
मदद करो मंत्री जी आपके बाबा जी की धरोहर है । sm
शिक्षक पेक्षा घरकाम करणाऱ्यांना जास्त पगार आहे. किती महागाई वाढली आहे शिक्षकांना का कमी मानधन, मुलांची fee भरा घर सांभाळा, दवाखाना खर्च, विजेचे बील, कामाला जातो ते खर्च एवढ्या मानधन मध्ये तुम्ही घर चालवून दाखवा.शिक्षक पेक्षा घरकाम करणाऱ्यांना जास्त पगार आहे. किती महागाई वाढली आहे शिक्षकांना का कमी मानधन, मुलांची fee भरा घर सांभाळा, दवाखाना खर्च, विजेचे बील, कामाला जातो ते खर्च एवढ्या मानधन मध्ये तुम्ही घर चालवून दाखवा.
हांशिक्षा मित्र को सराहा जायेगा लेकिन आंगनबाड़ी को यही भाई बोले थे कि मानदेय नहीं बढ़ना चाहिए कुछ काम नहीं करती है और शिक्षा मित्र तो कुछ नहीं करते तो ऊनको क्यों सरकार बेतन देगी शिक्षा मित्र वाले डिग्री किये है जैसे आंगनबाड़ी कार्यकत्री भी डिग्री की है और काम का तो पता नहीं है कि कीतना काम करती है तो भाई साहब मूंह देखकर तो कैसे मत बोलो आंगनबाड़ी यो कि हाय लगेगी धन्यवाद
भारत में नई शिक्षा नीति में अनुदेशक शिक्षक को नियमित करें और तुरंत पुष्टि पाएं हैं और अनुदेशक शिक्षक को नियमित करें और तुरंत पुष्टि पाएं हैं और अनुदेशक शिक्षक को नियमित करें और यह बेचारे 8 00 बजे से 3 30 बजे तक विद्यालय में 10 साल से सेवा दे रहे हैं सरकार चुप मुख्यमंत्री नहीं चाहिए इस्तीफा चाहिए जो न्यायालय लोकतंत्र में
समान कार्य समान वेतन होना चाहिए
9 sal ho gaya abhi tak kuchh nahi kiya satya nas ho tera bjp hatao des bachao jai Akhilesh
Education minister ko education ki jarurat h ye BJP ko le dubege tbhi dam lege
Bjp hatao up bachao…up mai janse bjp aayi hai tabse ek b sikshak bharti nahi aayi
मंत्री जी ने 2017 में 10000 करके बड़ा काम किया ।। इनसे पूछा जाए कि आपका वेतन,भत्ता,धन, सम्पदा,2017से आज कहा पहुंचा कि वही है।।।
Vah pashu to theek hai shikshamitron ki halat aur buri hai shriman mantri mahoday
We denounce the statement.
एक ही जबाब लगातार
इस सरकार मे शिक्षा मित्रों को कुछ नहीं मिलेगा..
इस मंत्री को ये भी बताना चाहिए कि 8 सालो में उनका तनखाह बढ़ा नही क्या क्या उनको आज भी 2017 के बराबर ही वेतन मिल रहा है
2026 me saf ho jayo ge bjp valo up se
कमेटी कहां गायब हुई जो इलेक्शन के समय बनाई गई थी
माननीय मंत्री जी पर दुख होता है. राष्ट्र नायक, श्रद्धेय, कल्याण सिंह जी के परिवार मे जन्म लेकर कल्याण सिंह जी की परम पवित्र आत्मा को कष्ट पहुंचाने का काम कर रहा है. एक ही रटा रटाया जबाब लगातार दे रहे हैं. 2017 मे मेरी सरकार ने दस हजार कर दिया. शर्म आती है ऐसे वक्तव्य पर
जिन टेट पास शिक्षामित्रों का समायोजन हो चुका था उनको समायोजन निरस्त होने के बाद 40 हजार वेतन से मात्र 10000 मानदेय कर दिया है ये बहुत गलत हुआ हैं
इसके जैसा मंत्री शायद ही कभी कोई हो
इस मंत्री को केवल पिछली सरकार का पहाड़ा आता है और यह कोई एम0अतलब का नही है
Mananiy mantri ji 2027 bhi aaega❤❤❤ BJP Sarkar agar kuchh nahin karegi Jo mujhe kar support Karega uske sath me hun
योगी सरकार का काल है ये मंत्री
Bade.... Mantri h kasam se😡😡😡😡😡
Boycott bjp
Bjp ne to inking jindgi barbad kar diya
शिक्षामित्रों को फिर भी एक मौका मिला था Tet पास करने का यहां तो 3 बार CTET पास कर चुके हैं और STET का कहीं दूर दूर तक पता नहीं है...😢😢
Jitna pratyek varsh aap mahangai badhate hain utna hi Ham Sab ka mandey bhi badhane ki kripa Karen
BJP samaj ke liye code hai BJP hatao Desh bachao
हम तो आपकी निन्दा करते हैं जो कि बोलने का ढंग नहीं है
कुत्ता पशु नहीं जानवर होता है शिक्षा मंत्री को इतना भी जानकारी नहीं है
शिक्षा मंत्री का जवाब बेहूदा है
Boycott bjp😡😡😡😡
इन मंत्रियों को हराम का 2 से 3 लाख मिल जाता है इन्हें क्या पता महंगाई क्या होती है।
शिक्षा मित्रों को जून मे मात्र 5 हज़ार रुपये दिये शर्म आनी चाहिये।
Bhai sandeep singh agar rajput ho to sarm kro paisa badhado😢😢😢 kisi ke bap hai kisi ke beta hain oo kya krega 10 hajar me
❤ good job
siksha mantri ko turant hatao
Aise mantri ko banar bana dena chahiye
अभी कहेंगे 10000 कर दिया
Yah mantri ji shikshamitron ke Bhala nahin karne Wale khud lakhon paate Hain aur Shiksha mitron ko Matra 333 per day usmein shikshamitra apna Ghar bhi chala lenge bacchon ko bhi padha lenge aur apni bimari ko bhi ilaaj kara denge kya Aisa sambhav ho sakta hai