सन 1727 में संत गरीबदास जी को कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणा में मिले थे। उनको ज्ञानोपदेश दिया था। 19-21 मार्च 2024 को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में संत गरीबदास जी का बोध दिवस मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
Bhagwat Ji ek chhote hokar ek udaharan ke taur se Gyan Bata rahe hain Geeta mein khud parmeshwar Rampal Ji Bhagwan khud bol rahe hain aur khol kar dekho apna jivan moksh per lagao satguru Dev ki Jay Ho Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki Jay Ho koti koti dandvat pranam❤❤❤😅😅
पवित्र गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में वर्णित पूर्ण परमात्मा के सांकेतिक मंत्र "ॐ, तत्, सत्" को पूर्ण संत से प्राप्त करके सतभक्ति करने से परमात्मा की प्राप्ति होगी और वर्तमान में इन मंत्रों को देने के एकमात्र अधिकारी पूर्ण संत, सतगुरु रामपाल जी महाराज हैं।
Aaj jo ramaini, or asur nikandan se sab Falana falan krte ho na sb garib das ke granth se bolte ho 😂😂😂... Kuch nhi ha brand new panth ha brand new . Kiliyam kiliyam hariyam hariyam sriyam sriyam soham soham 👀👀👀👀
जितने भी नकली संत, महंत हैं वे सभी सनातन धर्मग्रंथ के विपरीत विधान बताते हैं कि परमात्मा निराकार है। जबकि संत रामपाल जी महाराज सनातन धर्म ग्रंथ पवित्र यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15, अध्याय 5 मंत्र 1, पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, सूक्त 86 मंत्र 26-27 आदि से स्पष्ट करते हैं कि परमात्मा मानव सदृश्य साकार, राजा के समान दर्शनीय है, उसका नाम कबीर है।
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
शास्त्र विरुद्ध क्रिया का कोई लाभ नहीं गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 के अनुसार, शास्त्र विरुद्ध मनमाना आचरण करने से कोई लाभ नहीं होता। इसलिए हमें शास्त्र अनुकूल भक्ति करनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा
Wo Jail .. ak lilaa krne gye hai ..aur hm jaise log unki lilaa samjh nhi skte wo hm bagato ki pariksha le rhe !! .. ye sab aap nhi samjh paoge .. apko samay lagega !!
जिस समय काल ब्रह्म ने श्री कृष्ण जी के शरीर से बाहर निकलकर अपना विराट रूप दिखाया, वह बहुत प्रकाशमान था। अर्जुन भयभीत हो गया तथा श्री कृष्ण उस विराट रूप के प्रकाश में ओझल हो गया था। इसलिए पूछ रहा था कि आप कौन हो? क्या अपने साले से भी यह पूछा जाता है कि आप कौन हो? इसलिए गीता का ज्ञान काल ब्रह्म ने श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रवेश करके बोला था।
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
ऐसे मिलेगा भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 34 व अध्याय 15 श्लोक 1 में वर्णित तत्वदर्शी संत मिल जाने के पश्चात् गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में वर्णित उस परमेश्वर के परम पद को भलीभाँति खोजना चाहिए जिसमें गये हुए साधक फिर लौटकर संसार में नहीं आते और जिस परम अक्षर ब्रह्म से आदि रचना-सृष्टि उत्पन्न हुई है। अर्थात परम अक्षर ब्रह्म की प्राप्ति तत्वदर्शी संत के द्वारा बताई भक्ति से ही संभव है। ऐसे मिलेगा भगवान गीता अध्याय 4 श्लोक 34 और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 के अनुसार पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति के लिए तत्वदर्शी संत की तलाश करनी चाहिए। जिनके द्वारा बताई शास्त्र अनुकूल भक्ति से साधक को ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 49 मंत्र 1 में वर्णित सुख और मोक्ष के साथ-साथ परमात्मा की प्राप्ति होती है।
आदरणीय संत गरीबदास जी ने पूर्ण संत (सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है: सतगुरु के लक्षण कहूं, मधूरे बैन विनोद। चार वेद षट शास्त्र, कहै अठारा बोध।। अर्थात् जो सतगुरु होगा वह चारों वेदों, छः शास्त्रों, अठारह पुराणों आदि सभी ग्रंथों का पूर्ण जानकार होगा अर्थात् उनका सार निकाल कर बताएगा।
@@RajeshwariJhariya-hw6lh गीता में तो भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि तू मेरी शरण में आ तेरी सारी चिंता दूर होगी और पृथ्वी जल आकाश वायु अग्नि और मन बुद्धी अहंकार ये 8 प्रकार की सबसे घटिया चीजें मैने ही बनाई हैं।और राम पाल इन बातों को छुपाके उल्टा ज्ञान इस कलयुग में दे रहा है।जो जैसा बीज है बोता वैसा ही काटता है और कर्मो का फल तो भुक्तना ही पड़ेगा तुम जिस मर्जी को परमात्मा बना लो।जो तीन देव की करे ना भक्ति उसकी होए ना मुक्ति।आखिर हमे अंत में इनकी शरण में ही जाना पड़ेगा।
@@narchidi2904 दोहे तो संत कबीर जी भी बोलते थे क्या उनकी बातों का असर कोई करता है उन्हों ने कभी नही कहा की में ही परमात्मा हूं ।जैसे राम पाल बोलता है जब की इस पृथ्वी पर मां दुर्गा मां भवानी मां अम्बे मां जगत जननी इस पृथ्वी पर ज्योति रूप में विराजमान है क्या उसकी कोई भक्ती करता है।राम पाल तो इसके पति को काल बता रहा है क्या इसने देखा है वो क्यों शास्त्रों का उल्टा ज्ञान दे रहा है और पाखंड फैला रहा है।
पवित्र गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में वर्णित पूर्ण परमात्मा के सांकेतिक मंत्र "ॐ, तत्, सत्" को पूर्ण संत से प्राप्त करके सतभक्ति करने से परमात्मा की प्राप्ति होगी और वर्तमान में इन मंत्रों को देने के एकमात्र अधिकारी पूर्ण संत, सतगुरु रामपाल जी महाराज हैं।
इस अनसुलझे ज्ञान को सुलझाने वाला पूर्ण संत महा धर्म गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं
सत साहेब सतरामपाल भगवान कोटी कोटी डवत परनाम है मालीक 🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿🍁🌿
बंन्दीछोड जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी के चरणों में कोटी कोटी दंडवत प्रणाम करता हूं 👏👏🥀🥀🏵️🏵️🙏🙏🌹
पुरे विश्व में एक मात्र पुर्ण संत है जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज उनके चरणों में दंडवत प्रणाम 🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज पूरी पृथ्वी पर एकमात्र सच्चे संत है जो शास्त्रों के आधार पर ज्ञानबताते हैं
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो सत साहेब
बहुत सुंदर ज्ञान है
सतगुरु आये सतलोक से, देह धरी जग माही।
जीवन बंध निवारीया, बंदी छोड़ कहाई।।
शास्त्रों का सच्चा पूराज्ञान है
सत साहेब सतगुरु देव जी रामपाल जी भगवान ❤
सत साहेब जी
नशा हमारे भक्ति मार्ग में सबसे बड़ा बाधक है।
- संत रामपाल जी महाराज
Sat. Saheb. Ji. 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय हो
सत् साहेब गुरु जी❤❤❤❤
Sastro se parmanit sarbauttam anmol giyan hai 🙏
सन 1727 में संत गरीबदास जी को कबीर परमात्मा सतलोक से आकर हरियाणा में मिले थे। उनको ज्ञानोपदेश दिया था।
19-21 मार्च 2024 को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में संत गरीबदास जी का बोध दिवस मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
ज्ञान तो सत्य है, लेकिन ज्ञानी सुने तो हृदय लगावे।
मूर्ख सुने तो ग़म ना पावे।।
Sat saheb ji
सत साहेब
बहुत ही मार्मिक ज्ञान ।।
संत रामपाल जी महाराज ने बताया है शस्त्र अनुकूल भक्ति करने को कहा है।
Very nice🌹🙏🌹
अनमोल सत्संग
सम्पुर्ण मुल ग्रन्थ कि बारे मे क्या लिखा है वो सच बताया सन्त रामपाल जि महाराज जि ने आत्मा सन्तुष्ट हो गया ।
जय सन्त रामपाल जि महाराज जि कि 🙏🙏
गीता के ज्ञान की फूल जानकारी के लिए इस वीडियो को जरूर देखें
बहुत ही अनमोल ज्ञान है...इस ज्ञान से काई पाखंडियों का दुकान बंद हो रही है और वो लोग बौखला गए हैं😂😂
Almighty God kabir
Sant Rampal Ji Maharaj hi Purna sant hai is prithvi par
Gita gyan adharita tatwa darsi santh heuchhanti santh ramapal maharaj tanka sarana ku gale muktira bata sambhab 🙏🙏🏼🙏🏻🙏🙏🏼🙏🏻🙏🙏🏼🙏🏻
True knowledge ❤
संत रामपाल जी को हमारी ज्ञान गुष्टी की चुनौती
Bhagwat Ji ek chhote hokar ek udaharan ke taur se Gyan Bata rahe hain Geeta mein khud parmeshwar Rampal Ji Bhagwan khud bol rahe hain aur khol kar dekho apna jivan moksh per lagao satguru Dev ki Jay Ho Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki Jay Ho koti koti dandvat pranam❤❤❤😅😅
अमरापुर से आया बन्दे, फेर अमरापुर जाणा रे।
कहे कबीर सुणो भाई साधो, ऐसी लगन लगाना रे।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bandi chhod sant Ramapl ji parmatma ki jai ho ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Sant Rampal maharaj ji ki ja ho
❤❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤🎉🎉🎉
Nice
पवित्र गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में वर्णित
पूर्ण परमात्मा के सांकेतिक मंत्र "ॐ, तत्, सत्"
को पूर्ण संत से प्राप्त करके सतभक्ति करने से
परमात्मा की प्राप्ति होगी और वर्तमान में इन मंत्रों
को देने के एकमात्र अधिकारी पूर्ण संत, सतगुरु रामपाल जी महाराज हैं।
🙇🙇🙇🙇🙇🙇
Acha Gyan h
ऐसा ज्ञान कभी नहीं सुना हमने
Kyuki ye Katha ha jaise Nani dadi rach ke sunati ha ,😂😂😂 dant katha 🤣🤣
Aur Ved bhi banawati 600 saal purani 🤦🏻♂️🤦🏻♂️🤦🏻♂️
Ved 600 saal purani🤣🤣🤣kya mast joke maara re Ramua ke chele.. Jb Kabir nhi aaye the naa tb se ved ha 🙏🏻🚩🚩🚩🚩
Aaj jo ramaini, or asur nikandan se sab Falana falan krte ho na sb garib das ke granth se bolte ho 😂😂😂... Kuch nhi ha brand new panth ha brand new . Kiliyam kiliyam hariyam hariyam sriyam sriyam soham soham 👀👀👀👀
कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट।
माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट।।
#SatlokAshramMundka
#KabirlsGod
Sarm kro jail me hai wo murkh andhbhakto 😢😢😢😢
जितने भी नकली संत, महंत हैं वे सभी सनातन धर्मग्रंथ के विपरीत विधान बताते हैं कि परमात्मा निराकार है।
जबकि संत रामपाल जी महाराज सनातन धर्म ग्रंथ पवित्र यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15, अध्याय 5 मंत्र 1, पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, सूक्त 86 मंत्र 26-27 आदि से स्पष्ट करते हैं कि परमात्मा मानव सदृश्य साकार, राजा के समान दर्शनीय है, उसका नाम कबीर है।
Schai bhoot aoki ander jandi hai. Kabir dev hai real god hai
बहुत अच्छा है
Jay shree ram Jay bajarang Bali ki jay om namah shivay
सनातन धर्म महान
चारों वेद सनातन धर्म के प्रमुख आधार हैं। चारों वेदों में सनातन परमात्मा कबीर साहेब की महिमा की गई।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂❤❤❤❤❤❤
Or gyan sab gyandi Kabir gyan so gyan jese gola tob ka karta chale medan
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
शास्त्र विरुद्ध क्रिया का कोई लाभ नहीं
गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 के अनुसार, शास्त्र विरुद्ध मनमाना आचरण करने से कोई लाभ नहीं होता। इसलिए हमें शास्त्र अनुकूल भक्ति करनी चाहिए।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा
Jail me roti bhi sant ji ko vedo or purano ke hisab se hi mil rhi h jo bure karm krega bura hi buktega
Wo Jail .. ak lilaa krne gye hai ..aur hm jaise log unki lilaa samjh nhi skte wo hm bagato ki pariksha le rhe !! .. ye sab aap nhi samjh paoge .. apko samay lagega !!
आप जी तो बच्चों जैसी बाते हो वो भी अनपढ़ और मूर्ख बड़े वाले सब कुछ देखने सुनने के बाद भी ऐसी सोच तो
जिस समय काल ब्रह्म ने श्री कृष्ण जी के शरीर से बाहर निकलकर अपना विराट रूप दिखाया, वह बहुत प्रकाशमान था। अर्जुन भयभीत हो गया तथा श्री कृष्ण उस विराट रूप के प्रकाश में ओझल हो गया था। इसलिए पूछ रहा था कि आप कौन हो? क्या अपने साले से भी यह पूछा जाता है कि आप कौन हो? इसलिए गीता का ज्ञान काल ब्रह्म ने श्री कृष्ण जी के शरीर में प्रवेश करके बोला था।
भगवत गीता फ्री में
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
ऐसे मिलेगा भगवान
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 व अध्याय 15 श्लोक 1 में वर्णित तत्वदर्शी संत मिल जाने के पश्चात् गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में वर्णित उस परमेश्वर के परम पद को भलीभाँति खोजना चाहिए जिसमें गये हुए साधक फिर लौटकर संसार में नहीं आते और जिस परम अक्षर ब्रह्म से आदि रचना-सृष्टि उत्पन्न हुई है। अर्थात परम अक्षर ब्रह्म की प्राप्ति तत्वदर्शी संत के द्वारा बताई भक्ति से ही संभव है।
ऐसे मिलेगा भगवान
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 के अनुसार पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति के लिए तत्वदर्शी संत की तलाश करनी चाहिए। जिनके द्वारा बताई शास्त्र अनुकूल भक्ति से साधक को ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 49 मंत्र 1 में वर्णित सुख और मोक्ष के साथ-साथ परमात्मा की प्राप्ति होती है।
अपने आप को सच्चे संत कहने वाले सभी धर्म गुरु से कहना है कि यह सारे प्रमाण हमारे धर्म ग्रन्थों में पहले से हैं तो इन जनता को क्यों नहीं बताया गया
आदरणीय संत गरीबदास जी ने पूर्ण संत (सतगुरु) की पहचान बताते हुए कहा है:
सतगुरु के लक्षण कहूं, मधूरे बैन विनोद।
चार वेद षट शास्त्र, कहै अठारा बोध।।
अर्थात् जो सतगुरु होगा वह चारों वेदों, छः शास्त्रों, अठारह पुराणों आदि सभी ग्रंथों का पूर्ण जानकार होगा अर्थात् उनका सार निकाल कर बताएगा।
पहले तो बुद्धि राम पाल की खो गई है जो जेल की सुखिया रोटियां खा रहा है कृपा करके जो कलयुग में हो रहा है उसे होने दो दूसरों चिंता मत करो।😂😂😂😂
गरीबदास कौन करे बंदगी ये तो करे खराब।
अमल आहारी आत्मा, कबहु न उतरे पार।
Tum apni Geeta se Mila lo glt Mil Jaye to kehna
@@RajeshwariJhariya-hw6lh गीता में तो भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि तू मेरी शरण में आ तेरी सारी चिंता दूर होगी और पृथ्वी जल आकाश वायु अग्नि और मन बुद्धी अहंकार ये 8 प्रकार की सबसे घटिया चीजें मैने ही बनाई हैं।और राम पाल इन बातों को छुपाके उल्टा ज्ञान इस कलयुग में दे रहा है।जो जैसा बीज है बोता वैसा ही काटता है और कर्मो का फल तो भुक्तना ही पड़ेगा तुम जिस मर्जी को परमात्मा बना लो।जो तीन देव की करे ना भक्ति उसकी होए ना मुक्ति।आखिर हमे अंत में इनकी शरण में ही जाना पड़ेगा।
@@narchidi2904 दोहे तो संत कबीर जी भी बोलते थे क्या उनकी बातों का असर कोई करता है उन्हों ने कभी नही कहा की में ही परमात्मा हूं ।जैसे राम पाल बोलता है जब की इस पृथ्वी पर मां दुर्गा मां भवानी मां अम्बे मां जगत जननी इस पृथ्वी पर ज्योति रूप में विराजमान है क्या उसकी कोई भक्ती करता है।राम पाल तो इसके पति को काल बता रहा है क्या इसने देखा है वो क्यों शास्त्रों का उल्टा ज्ञान दे रहा है और पाखंड फैला रहा है।
@@gianchandpal8706bhai ji bhut badiya rampal jail se to bahar aa ni skta or bolta h ki mai sant hu isi ki to sja bhugt rha h Jai shree ram
डूबो नरक मे जा कर अर्थ का अनर्थ कर दिया सोचते हैं सतलोक मिलेगा नर्क मे जाओगे पापियो 😂😂
Anmol gyan
Kabir is superim god
जगत गुरु तत्व दरसी संत रामपाल जी महाराज जी पुरे विश्व में एकमात्र सचा संत हैं जी 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Sat saheb ji
बहुत सुन्दर ज्ञान है
पवित्र गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में वर्णित पूर्ण परमात्मा के सांकेतिक मंत्र "ॐ, तत्, सत्" को पूर्ण संत से प्राप्त करके सतभक्ति करने से परमात्मा की प्राप्ति होगी और वर्तमान में इन मंत्रों को देने के एकमात्र अधिकारी पूर्ण संत, सतगुरु रामपाल जी महाराज हैं।
👍👍👍👍👍👍
Sat saheb ji