Join Apka Akbar Channel for latest updates & Upcoming Videos with this link Whatsapp Channel Link whatsapp.com/channel/0029VaDimIU1iUxfrYWsBm24 Telegram Channel Link t.me/apkaakhbar Apka Akhbar Official News Updates Group (Whatsapp) chat.whatsapp.com/JdfrbyTQisZF2ox6ox0Vfy
Rajniti ka Khel ab sabko dukh dene wala hai.charitra aur .maryada mein jo giravat ayee hai iski aag ke parinam ko soch le sara desh.15 sal mein 70 plus wale log lagbhag vida ho jaenge.jai hind.🎉
दोनों अनर्थशास्त्री घोर वामपंथी है, ये स्वार्थी लोग हैं, अमर्त्य सेन भी और रघुराम राजन भी दोनों मोदी के आने से अंदर तक दुखी हैं, इन्हें लूटने का मौका नहीं मिल रहा।
दोनों चोट्टे है , शाय़द कहना ठीक है या नहीं मुझे नहीं पता मगर बन्दर के हाथ शीशा लग गया,या बिल्ली के भाग्य से छींका टूटा यह दोनों को पद योग्यता निर्भीकता निष्ठा और ईमानदारी का ज्ञान नहीं है अतः ऐसे लोगों को मूर्ख ही समझता हूं।
बिलकुल सही कहा आपने।अमर्त्य सेन जैसे सो कॉल्ड बुद्धिजीवी होकर ऐसी बचकानी बाते करते है।आश्चर्य होता है हिंदू होकर भी हिंदू को नीचा दिखाने का काम करते है।
बीजेपी अपने एजेंडे से उतर गई है और यही इसके लिए घातक सिद्ध होगी।हम जैसे बीजेपी समर्थक ख़ून के आंसू रोते रहेंगे।संभल जाओ मोदी जी एक मत रखिए हिन्दुत्व पर ध्यान दीजिए।
प्रदीप सर को कोटी कोटी प्रणाम 🎉🎉🎉🎉🎉। आपने वामपंथी पाखंडियों को बेनकाब कर दिया है 🎉🎉🎉🎉। वामपंथियों ने हमे झूठा इतिहास पढ़ाया है 😮😮😮😮😮😮। इस्लाम की बर्बरता को पोंछ दिया है 😮😮😮😮। हिंदू मुस्लिम भाईचारा का झूठा इतिहास पढ़ाया 😮😮😮😮😮
अमृत्य सेन ने मुस्लिमों की तरह तीन शादियां की हैं जिनमें से दो विदेशी हैं। ऐसा लगता है कि गुपचुप तरीके से मुस्लिम बन गये हैं। और उन्हीं की तरह बच्चे भी 5-6 पैदा किये हैं, इसमें भी थोड़ा अर्थशास्त्र लगा लेते। लास्ट वाली शादी तो सन 1991 में, 58 साल में की। कोई भी आम सनातनी इस आयु में शादी के बारे में मुश्किल ही सोचता है। इस अप्रत्यक्ष विदेशी/मुस्लिम को भारत के मामले में बोलने का कोई अधिकार ही नहीं है।
ये तीनों सज्जन ,सेन रघुराम और मनमोहन ,अर्थशास्त्र के ज्ञाता रहे होंगे,पर व्यवहारिक जगत में इनका योगदान केवल गांधी परिवार की😢चरण वंदना रही है जिसके बल पर ये उनसे और वो इनसे ऊर्जा प्राप्त कर,आलोकित होते रहे।जिसके पास योग्यता में कोई भी कमी हो तो वह ऐसे भी प्रतिपूर्ति कर ,भरपाई कर लेता ही है।
बड़ा ही अच्छा दमदार विश्लेषण । ऐसा शोध पूर्ण विश्लेषण प्रदीप सिंह जी जैसा निर्भीक, निष्पक्ष, राजनीति का ग्याता ही कर सकता है। भगवान इनको स्वस्थ, प्रसन्नचित्त,और दीर्घायु करें ।
आदरणीय प्रदीपजी नमस्कार,अब हिंदुओं को सहिष्णु बोलना छोड़ कर डरपोक और मूर्ख बोलना चाहिए,जिनको संविधान हिंदुओं में गिनता है वो लोग खुदको जातियों में बांटकर रखने में ही अपनी शान समझते है, ऐसे लाखों लोग आज भी गुलामी की मानसिकता में है,आरएसएस और भाजपा ने उनको ये समझने की बहुत कोशी की,लेकिन उनकी छोटी सोच आलू प्याज टमाटर के भावों तक सीमित हो जाती है, ऐसे हिंदुओं के लिए देशहित कोई महत्व ही नहीं है,
ये लोग देश के लिए नही सिर्फ देश के प्रति समर्पित लोगों से नफरत करते है , चाहे वे कितने बडे अवार्डी हो। ऐसे लोग देश की एकता और अखंडता के लिए घातक लगते है।
जब सबका ऐजेण्डा ओपन हो गया है,तो भाजपा अपना खुला हिन्दू वादी ऐजेण्डा घोषित क्यों नहीं करती है? वोट लेना सिर्फ हिन्दुओं का है और खुश सारी दुनिया को करना है, सिवाय हिन्दुओं के? कहीं ऐसा ना हो कि समर्थक हिन्दू वोटर अगली बार निराश होकर चुनाव से ही किनारा ना कर लें?
जो पढ़े लिखे लोग है , अनपढ़ लोगो से अधिक खतरनाक होते है। अनपढ़ लोगो मे कम से कम देशभक्ति तो होती है, गद्दार नही होते। नोबेल पुरष्कार तो दिया ही जाता है ऐसे लोगो को। भारत मे मैगसेसे, नोबेल आदि, यह सब पुरष्कार मिलने से क्या होता है।
ऐसे अर्थशास्त्री जिस देश या संस्था में कार्यरत हों उनका भगवान हीं भला करें। मनमोहन सिंह कि तरह। इन जैसे लोगों कों नोबल जैसा इनाम किस बेसिस पे दें दिया जाता हैं सिर्फ चाटुकारिता, या किसी खास देश, संस्था, संस्कृति, धर्म, व्यक्ति, विचार के विरोध के नाम पर।
कांग्रेस ने भारत देश मे हिंदू और सनातन धर्म को मिटाने मे बहुत कोशिश की पर मिटी नही अब बीजेपी हिंदू और सनातन धर्म को बचाना चाहा रही तो उसमे कांग्रेस पार्टी अडंगा किसी भी रूप कर सकती हे ताकि मोदी सरकार बदनाम हो जाए और सरकार गिर जाए, लेकिन अब हिंदुसनातनियो ने ठाना हे की 2029 मे 400 पार जरूर करेंगे,, लेकिन अभी पूरी तरह से जाग नही पा रहा हे तभी अभी भी चुनाव परिणामों मे संकेत मिल रहे जो बड़े आगे के लिए हिंदू धर्म और सनातन वापस 1947 मे हालत थे वही लाने मे लगे हुए हे बात बडी दुःखत हे,,😢
दुख के साथ कहना चाहता हूं कि बंगाल, केरल तमिलनाडु जैसे राज्यों के कथित हिंदू बुद्धिजीवी लोग हिंदू धर्म के प्रखर विरोधी मानसिकता रखते हैं। इन लोगों ने भारत को जितना नुकसान पहुंचाया है इतना किसीने नहीं किया है।
भारत के वामपंथियों को अब कोई घास डालने वाला नहीं है यह समय सनातन धर्म के पुनरुत्थान का कालखंड है हिन्दुओं का अतीत वैभवशाली रहा है जिसपर हमें गर्व है, भारत को अमर्त्य सेन जैसे खोखले अर्थशास्त्रियों की कोई जरूरत नहीं है।
नही ,आप बहुत बडी गलतफहमीमे है। वामपंथी और शांतीप्रिय समुदाय इनकी शक्ती दिन ब दिन बढ रही है। दुसरे श्यूडो सेक्युलर बिरादरी ,व्होट बँकके लालची पॉलिटिकल पार्टी।
@@ranjitjadhav6145 सत्ता मिलने पर जिस प्रकार वामपंथी संस्थाओं पर कब्जा करते हैं अगर उसी तरह भाजपा सरकार कार्य करती तो स्थिति बिल्कुल भिन्न होती और अगर अब भी चुक गए तो,,,,,,
आदरणीय प्रदीप singh ji, सादर प्रणाम! आप अन्धो को सुरमा देने का प्रयास करते हैं, पर इनकी आँखे पूर्णतः बन्द हो चुकी लालच के कारण, उसी वर्ग मे अमर्तसेन भी आते हैं!
स्वामी विवेकानंद सुभाष चंद्र बोस गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर इन जैसे महान व्यक्तित्व जिस राज्य से आते हैं उस राज्य में ना लोकतंत्र है-ना संविधान है-ना कानून व्यवस्था है उस राज्य में अमर्त्य सेन प्रवचन दे रहा है
सही कहा आपने और सदा से सत्य ही कहते आ रहे हैं। मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूॅं। कांग्रेस के इतिहास एवं कार्यकलाप से अवगत हूॅं कि इसके कारण भारत राष्ट्र को कितना अपकार किया है। इन्हीं कारणों से मैंने आजतक कभी कांग्रेस को कभी वोट नहीं दिया। इस बात का मुझे गर्व भी है। आपको साधुवाद।
हैरत की बात है की पश्चिम बंगाल की हिंसा किसी को दिखाई नहीं देती n Hindustani media world media kisi bhi मानवाधिकार को किसी पॉलिटिशियन को लेकिन अमर्त्य सेन को तो नही पीटा गया
अमर्त्य सेन को अर्थशास्त्र पर बात करने के अलावा कोई ओर बात नहीं करनी चाहिए । ये कांग्रेस के रोल पर हैं । आपने इनको धो डाला , बेशर्म को । धन्यवाद एवं शुभकामनाएं । सीपी सिंह
भाजपा हिंदू समाज के साथ मिलकर खड़ी रहे जनता इन राजनीतिक गिद्धों से वाकिफ हैं। भाजपा हिंदू हितों की तरफ ध्यान दें। इन एजेंडा धारियों को जनता जवाब दे रही हैं और देती रहेगी।
वो सीआईए और डीप स्टेट का ही चेला है ये पक्का तय है चुनाव में देखिए जो बातें विपक्षी भारत में कर रहे थे बिल्कुल एकदम वहीं बातें अमेरिका के चुनाव में ट्रम्प के खिलाफ बोली जा रही है इससे ये साबित होता है कि एक ही शक्ति ने भारत और अमेरिका में एजेंडा चलाई
अमर्त्य सेन बंगाल से आते हैं । उन्हें अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार मिला है लेकिन इस पढ़ाई और पुरस्कार का क्या फायदा जो अपने जन्म राज्य का ही भला न हो । जीवन के अंतिम समय में भी कुछ जमीन के लिए शांति निकेतन विश्वविद्यालय से लड़ाई कर चुके है । ऐसे व्यक्ति को बंगाल के लोग पसंद करते होंगे। बंगाल के बाहर अमर्त्य सेन का नाम भी शायद ही कोई सुना हो ।
अर्थ शास्त्री तो manmohan singh भी हैं लेकिन देश को गर्त में डालने में सबसे बड़ा हाथ तो इसी घरेलू सहायक का था, 2 नं की अर्थ व्यस्था का भारतीय जन्म दाता
जय जय रघुरामन, जय जय अमर्त्य सेनम। जुड गये अब साथ ज्ञानी सुब्रह्मण्यम। नादान है जो बैठ किनारे आजनम। बुझे राह वतन की। कितने है मककार ये बंदे। देखलिये ईनकेभी धंदे। कोई इनसे कह दे। बडी इनायत होगी, हमे भूल जाये, और बसे बिदेस मे जाय।
बहुत ही बढीया और सटीक जाणकारी दी 🙏 हैं आप ने . धन्यवाद 🙏 . नोट बंदी से पाकिस्तान मर रहा है यह इन दोनौं अर्थशास्त्री का दुःख हैं . इन दोनौं को पाकिस्तान में कुछ बरस के लिए भेज दो . इनको पता चलेगा . अब मोदी जी ने समान नागरी कानुन , कंपलसरी मतदान और कंपलसरी परिवार नियोजन बील लाना चाहिए 🙏
सिंह जी को सादर नमन। नोवेल प्राइज प्रायः वैसे लोगो को मिलता है जों अमेरिका की तरफदारी करते हैं। वस्तुतः आजादी प्राप्ति के बाद से ही इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। लोगों के बीच गंगा जमुनी तहजीब की संस्कृति पढ़ाई गयी। केवल हिंदुओं को ही ईश्वर अल्लाह तेरे नाम सुनाया गया। मुस्लिमों ने कभी भी ये पंक्तियां स्वीकार नहीं की। देश आजाद जरुर हुआ हिंदू मुस्लिम के नाम पर देश का विभाजन हुआ। भारत में मुस्लिमों को सम्मान के साथ सरिया कानून के साथ चलने का चलन स्थापित किया गया। नेहरू हों या छद्म धर्मनिरपेक्षता का सहारा लेकर चलने वाले राजनेताओं द्वारा सनातनियों का शोषण किया जा रहा है। अमर्त्य सेन भी उसी कड़ी के व्यक्ति हैं। आंखें खोलने वाला विडियो बनाने के लिए कोटि-कोटि प्रणाम।
Join Apka Akbar Channel for latest updates & Upcoming Videos with this link
Whatsapp Channel Link
whatsapp.com/channel/0029VaDimIU1iUxfrYWsBm24
Telegram Channel Link
t.me/apkaakhbar
Apka Akhbar Official News Updates Group (Whatsapp)
chat.whatsapp.com/JdfrbyTQisZF2ox6ox0Vfy
जय श्री राम 💐💐🙏
🎉जय श्रीराम 🎉🙏🙏🚩
@@parasnathyadav3869🎉जय श्रीराम 🎉🙏🙏🚩
Thanks pardeep singh ji 🙏 for big expose big 🙏 analysis 👍 and big information.....excellent analysis
Rajniti ka Khel ab sabko dukh dene wala hai.charitra aur .maryada mein jo giravat ayee hai iski aag ke parinam ko
soch le sara desh.15 sal mein 70 plus wale log lagbhag vida ho jaenge.jai hind.🎉
इनको नोबेल मिला ही है पश्चिमी अजेण्डा चलाने के लिए।
जय श्री राम 💐💐💐🙏
Absolutely right
@@nation1st756Hame bhi Vaidik VEDANT PRIZE suru karna chaahiye Taki Sanatani Agenda ko Vishwa vyapi banaya Jaaye...
वामपंथी विचारधारा अब देश में नही चलने देनी चाहिये ये जिम्मेदारी देश के प्रत्येक नागरिक की हैं ।
Bilkul sahi
दोनों अनर्थशास्त्री घोर वामपंथी है, ये स्वार्थी लोग हैं, अमर्त्य सेन भी और रघुराम राजन भी दोनों मोदी के आने से अंदर तक दुखी हैं, इन्हें लूटने का मौका नहीं मिल रहा।
जय श्री राम 🌹💐🌹🙏
Correct. Correct. Correct.
Kab tak jiyga Sharad 94 saal ka ho chuka hai
दोनों चोट्टे है ,
शाय़द कहना ठीक है या नहीं मुझे नहीं पता मगर बन्दर के हाथ शीशा लग गया,या बिल्ली के भाग्य से छींका टूटा
यह दोनों को पद योग्यता निर्भीकता निष्ठा और ईमानदारी का ज्ञान नहीं है अतः ऐसे लोगों को मूर्ख ही समझता हूं।
NICE ANALYSIS SA 👍
अगले ५० साल तक मोदी जैसे प्रधानमंत्री की भारत को जरूरत है तभी वह एक शक्तीशाली देश बनेगा
बिलकुल सही कहा है।
अमर्त्य सेन के अर्थशास्त्र से आम आदमी को कभी लाभ नही हुआ
जय श्री राम 💐💐🙏🙏🙏
आम आदमी के लिए लिखा भी नहीं था
नोबेल पुरस्कार के लिए था,ले लिया
उनके अर्थ शास्त्र भारत के लिए नही भारत विरोध के लिए होते हैं 😁
नोबेल पुरस्कार ऐसे लोगों को ही मिलता है ज़्यादातर
बिलकुल सही कहा आपने।अमर्त्य सेन जैसे सो कॉल्ड बुद्धिजीवी होकर ऐसी बचकानी बाते करते है।आश्चर्य होता है हिंदू होकर भी हिंदू को नीचा दिखाने का काम करते है।
प्रदीप जी आप 100 साल तक जिए ऐसा ही विश्लेषण हम लोग को देते रहे
जय श्री राम 💐💐💐💐🙏
सौ साल नहीं। अंर भी जियें भगवान उनको स्वस्थ रखें।
Bjp bahri ho gayi hai......aap ki baat nahi sunegi.
यह सब लेफ्ट के जितने लोग हैं यह बड़े नीचे प्रवृत्ति के हैं भगवान इन्हें सजा जरूर देगा
इस सभी ऐजेंडों का जवाब भाजपा को आक्रामक तौर पर देना चाहिए
जय श्री राम 🌹💐🌹🙏
Lekin BJP kuch nhi bolti
बीजेपी अपने एजेंडे से उतर गई है और यही इसके लिए घातक सिद्ध होगी।हम जैसे बीजेपी समर्थक ख़ून के आंसू रोते रहेंगे।संभल जाओ मोदी जी एक मत रखिए हिन्दुत्व पर ध्यान दीजिए।
भाजपा को अब सारी नैतिकता सहिष्णुता को ताक पर रखकर खुलकर हिंदुत्व के मुद्दे पर ध्यान लगाना चाहिए।
ભાજપે માત્ર હિન્દુ વિરૂદ્ધ મુસ્લિમની ગંદી રમત જ બતાવવાની જરૂર છે તેના માટે સો દંગાના પ્રસંગોના વીડિયો બનાવી દેશભરના લોકોને બતાવો.
शत प्रतिशत सहमत। जय श्री राम.. भारत माता की जय 🙏🌹🌹
जय श्री राम 💐🌹💐🙏
100% sahi kaha aapne
कभी भी भरोसे लायक नही
प्रदीप सर को कोटी कोटी प्रणाम 🎉🎉🎉🎉🎉। आपने वामपंथी पाखंडियों को बेनकाब कर दिया है 🎉🎉🎉🎉। वामपंथियों ने हमे झूठा इतिहास पढ़ाया है 😮😮😮😮😮😮। इस्लाम की बर्बरता को पोंछ दिया है 😮😮😮😮। हिंदू मुस्लिम भाईचारा का झूठा इतिहास पढ़ाया 😮😮😮😮😮
जिनके खून में ही गद्दारी हो उनका खून ही बदला जाएगा
Sir मैं आपके analysts से बहुत बहुत प्रभावित हूं. मैं एक सर्जन हूं और बाहर काम करत हूं. अपने बच्चों को भी कोशिश करत हूँ के वो सुनें . धन्यवाद.
अमृत्य सेन ने मुस्लिमों की तरह तीन शादियां की हैं जिनमें से दो विदेशी हैं। ऐसा लगता है कि गुपचुप तरीके से मुस्लिम बन गये हैं। और उन्हीं की तरह बच्चे भी 5-6 पैदा किये हैं, इसमें भी थोड़ा अर्थशास्त्र लगा लेते। लास्ट वाली शादी तो सन 1991 में, 58 साल में की। कोई भी आम सनातनी इस आयु में शादी के बारे में मुश्किल ही सोचता है। इस अप्रत्यक्ष विदेशी/मुस्लिम को भारत के मामले में बोलने का कोई अधिकार ही नहीं है।
सर सब हिन्दूओ को ज्ञान देते हैं विधर्मीयो को कोई नहीं समझाते है आपका विश्लेषण सटीक व सारगर्भित है आभार
सेन दो कौड़ी का इंसान है।
एक नेता कहता है, देश में तेल छिड़क दिया गया है सिर्फ एक चिंगारी की जरूरत है।
अमर्त्य सेन जैसे स्वार्थी वामपंथी किसी नोबल पुरस्कार के हकदार नहीं हो सकते।
ये तीनों सज्जन ,सेन रघुराम और मनमोहन ,अर्थशास्त्र के ज्ञाता रहे होंगे,पर व्यवहारिक जगत में इनका योगदान केवल गांधी परिवार की😢चरण वंदना रही है जिसके बल पर ये उनसे और वो इनसे ऊर्जा प्राप्त कर,आलोकित होते रहे।जिसके पास योग्यता में कोई भी कमी हो तो वह ऐसे भी प्रतिपूर्ति कर ,भरपाई कर लेता ही है।
Yes
राहुल जी की तरह ज्ञअन वाला है।
सुन्दर बहुत ही सुन्दर । अमर्त्य सेन देश के लिए खतरनाक है ।
Isme koi shak nhi
ये नहीं सुधर सकते - कभी नहीं सुधरेंगें
ये अंबेडकर के विचारों पर हमेशा चुप रहते हैं
बड़ा ही अच्छा दमदार विश्लेषण । ऐसा शोध पूर्ण विश्लेषण प्रदीप सिंह जी जैसा निर्भीक, निष्पक्ष, राजनीति का ग्याता ही कर सकता है। भगवान इनको स्वस्थ, प्रसन्नचित्त,और दीर्घायु करें ।
अमात्यसेन जैसों को पूरी तरह नजरअंदाज करना चाहिए
उनकी भर्त्सना भी उनको स्पेस देना है।
ये बहुरुपिया बहुत बड़ा वाला वो है। बंगाल के बदहाली और बर्बादी के बारे में कुछ नही बोलेगा सिर्फ कुछ पैसे और एक टुकड़ा जमीन के लिए।
Yes
अमर्त्य सेन को डाॅ.आंबेडकर की Thaugts on Pakistan ये कीताब पढना चाहिये
जय श्री राम 💐🌹💐🙏
একদম ঠিক বলেছেন 😅
Amartya Sen is a disgrace to Bharat. He is now a professional propagandist.
पहले मोदी को पढ़ने को भेजो ताकि वो सबका विश्वास का एजेंडा बंद करे
तो क्या बोलना चाहिए हिंदुओं का विश्वास और गैर हिन्दुओं से नफरत? @@OmkTomar
अमर्त्य सेन जैसे लोग इस देश के लिए एक घिनौना " विकार " है
प्रदीप जी,
अमर्त्य सेन एक घोषित एजेंडाधारी है यह अपने एजेंडे के बाहर न सोच सकता है न कुछ सुन सकता है।
इस के लिए शब्द याद आता है सावन का अंधा।
सभी राष्ट्र वादियों को प्रदीप सिंह जी की बातों को ध्यान से सुनना चाहिए,आपकी बातें बहुत सटीक एवं दूर तक की हैं धन्यवाद आपका।
आदरणीय प्रदीपजी नमस्कार,अब हिंदुओं को सहिष्णु बोलना छोड़ कर डरपोक और मूर्ख बोलना चाहिए,जिनको संविधान हिंदुओं में गिनता है वो लोग खुदको जातियों में बांटकर रखने में ही अपनी शान समझते है, ऐसे लाखों लोग आज भी गुलामी की मानसिकता में है,आरएसएस और भाजपा ने उनको ये समझने की बहुत कोशी की,लेकिन उनकी छोटी सोच आलू प्याज टमाटर के भावों तक सीमित हो जाती है, ऐसे हिंदुओं के लिए देशहित कोई महत्व ही नहीं है,
Isiliye to hindu kabhi nahi samajne wala
@@bijayagarwal6326absolutely right
शत प्रतिशत सहमत
सेन को हिन्दु और भारत के बिरुद्ध बोलने के लिए बिदेश से पैसा मिलता है।
@@ramdasbhattacharjee922 to aaise logo ka ek he ilaz hai inka upar pahuch jana jo dust hai uske kiye ki saja unhe jarur milege
ये लोग देश के लिए नही सिर्फ देश के प्रति समर्पित लोगों से नफरत करते है , चाहे वे कितने बडे अवार्डी हो। ऐसे लोग देश की एकता और अखंडता के लिए घातक लगते है।
अमर्त्य सेन को नोबेल पुरस्कार मिलना भी अंतरराष्ट्रीय साजिश का एक हिस्सा हो सकता है ।
जय श्री राम 🌹🌹🌹🙏🙏
हां ,यह पर सत्य है
हो सकता है नहीं deep state की साज़िश है।
हो सकता है नही, है ही ।
Right
अ मर्त्य सेन अभारतीय है
सेन भी लिबरांडू हैं खुद को खजाने का भगवान समझता हैं???
ये गांधी परिवार का सुपर चमचा है ।
इन जयचंद लोगों का क्या किया जाए ये बिदेशी एजेंट है
माननीय प्रदीप सर जी को सादर प्रणाम
पूरा विपक्ष 2019 के चुनाव के पहले से ही गिध्द भोज की आशा किया है लेकिन इनके मन्सूबे फेल सफल नही हो रहे है यही दर्द है
जब सबका ऐजेण्डा ओपन हो गया है,तो भाजपा अपना खुला हिन्दू वादी ऐजेण्डा घोषित क्यों नहीं करती है?
वोट लेना सिर्फ हिन्दुओं का है और खुश सारी दुनिया को करना है, सिवाय हिन्दुओं के?
कहीं ऐसा ना हो कि समर्थक हिन्दू वोटर अगली बार निराश होकर चुनाव से ही किनारा ना कर लें?
मोदी धोखा खाकर भी पसमांदा मुस्लिम के मकड़जाल से बाहर नही निकले तो पार्टी का सर्वनाश तय है
अमर्यत सेन को बंगाल के मंत्री बाबी हाकिम की बात समझ में आ गई। इस मंत्री ने खुले मंच से कहा था कि गैरमुस्लिम लोग बदकिस्मत है ।
आपके ज्ञान को शत शत नमन है
सरकार अस्थिर करो,देश को गृहयुध्द में झौंक दो।
जो पढ़े लिखे लोग है , अनपढ़ लोगो से अधिक खतरनाक होते है। अनपढ़ लोगो मे कम से कम देशभक्ति तो होती है, गद्दार नही होते। नोबेल पुरष्कार तो दिया ही जाता है ऐसे लोगो को। भारत मे मैगसेसे, नोबेल आदि, यह सब पुरष्कार मिलने से क्या होता है।
ऐसे अर्थशास्त्री जिस देश या संस्था में कार्यरत हों उनका भगवान हीं भला करें। मनमोहन सिंह कि तरह। इन जैसे लोगों कों नोबल जैसा इनाम किस बेसिस पे दें दिया जाता हैं सिर्फ चाटुकारिता, या किसी खास देश, संस्था, संस्कृति, धर्म, व्यक्ति, विचार के विरोध के नाम पर।
A srn ìs an agent of ßoŕos
Bilkul sahi aishe logo ko Nobel nahi sabse ghatiya puraskar bhee nahi milna chahiye,
जय श्री राम 🌹🌹🌹🙏
कांग्रेस ने भारत देश मे हिंदू और सनातन धर्म को मिटाने मे बहुत कोशिश की पर मिटी नही अब बीजेपी हिंदू और सनातन धर्म को बचाना चाहा रही तो उसमे कांग्रेस पार्टी अडंगा किसी भी रूप कर सकती हे ताकि मोदी सरकार बदनाम हो जाए और सरकार गिर जाए, लेकिन अब हिंदुसनातनियो ने ठाना हे की 2029 मे 400 पार जरूर करेंगे,, लेकिन अभी पूरी तरह से जाग नही पा रहा हे तभी अभी भी चुनाव परिणामों मे संकेत मिल रहे जो बड़े आगे के लिए हिंदू धर्म और सनातन वापस 1947 मे हालत थे वही लाने मे लगे हुए हे बात बडी दुःखत हे,,😢
प्रदीप जी सटीक विषशलेक्शन के लिए धन्यवाद यह सबी बौद्धिक प्रबुद्धजन यह केवल जन्म से भारतीय है कर्म और मन से साम्राज्यवादी मानसिकता से ग्रस्त है
दुख के साथ कहना चाहता हूं कि बंगाल, केरल तमिलनाडु जैसे राज्यों के कथित हिंदू बुद्धिजीवी लोग हिंदू धर्म के प्रखर विरोधी मानसिकता रखते हैं। इन लोगों ने भारत को जितना नुकसान पहुंचाया है इतना किसीने नहीं किया है।
मोदी जी स्थायित्व की गारंटी है अमर्त्य सेन जैसे लोग निश्चिंत रहें मोदी जी 2024से 2029तक भी प्रधानमन्त्री रहेंगे।
भारतीय राष्ट्र राज्य को प्रधानमंत्री के रुप में अब किसी अर्थशास्त्री की आवश्यकता नहीं है एक ने ही बहुत सत्यानाश कर दिया अब और नहीं
जय हिन्दू राष्ट्र
अमर्त्य सेन को भले ही नोवेल पुरस्कार मिला हो लेकिन वह भारतीय इतिहास और भौगोलिक समाज शास्त्र से अनभिज्ञ है
भारत के वामपंथियों को अब कोई घास डालने वाला नहीं है यह समय सनातन धर्म के पुनरुत्थान का कालखंड है हिन्दुओं का अतीत वैभवशाली रहा है जिसपर हमें गर्व है, भारत को अमर्त्य सेन जैसे खोखले अर्थशास्त्रियों की कोई जरूरत नहीं है।
नही ,आप बहुत बडी गलतफहमीमे है।
वामपंथी और शांतीप्रिय समुदाय इनकी
शक्ती दिन ब दिन बढ रही है।
दुसरे श्यूडो सेक्युलर बिरादरी ,व्होट बँकके लालची पॉलिटिकल पार्टी।
मीडिया, शैक्षणिक संस्थानों, नौकरशाही,राजनीति पर उनकी [वामपन्ति] पकड़ अभी भी मजबूत है l
@@ranjitjadhav6145 सत्ता मिलने पर जिस प्रकार वामपंथी संस्थाओं पर कब्जा करते हैं अगर उसी तरह भाजपा सरकार कार्य करती तो स्थिति बिल्कुल भिन्न होती और अगर अब भी चुक गए तो,,,,,,
@@SachchidanandRai-xj5pe Bhai Hindu hi kabhi sanghatita nahi hota .bjp ya Modiji akele kya karenge.
जय श्री राम 💐🌹💐🙏🙏🙏
अद्भुत विश्लेषण,साधुवाद
मोदी सरकार की कमजोरी रही है कि सेन का भारत विरोधी रिकॉर्ड देखते हुये उसके भारत आने पर प्रतिबंध नहीं लगाया।
किस कानून के तहत रोक लगाया जा सकता था?
Jai shree ram
अमर्त्य सेन अपना उपदेश अपने पास रखे। ऐसे झंडू और नकारा लोगों को कैसे नोबेल पुरस्कार मिल जाता है?
प्रत्येक देशभक्त भारतीय को भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दे। तभी भारत बचेगा
जिनके आंखोमें तिनका है वे शुभ नही देख पाते हैं वही अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन और रघुरामराजन का हाल है. क्योंकि भारत का विकास नही देख पाते हैं.
आदरणीय प्रदीप singh ji,
सादर प्रणाम!
आप अन्धो को सुरमा देने का प्रयास करते हैं, पर इनकी आँखे पूर्णतः बन्द हो चुकी लालच के कारण, उसी वर्ग मे अमर्तसेन भी आते हैं!
भारत में वही हो रहा है जो फ्रांस व ब्रिटेन में भी हो रहा है। अर्थात वाम (नकारात्मक) मानसिकता कई देशों में हावी है।
स्वामी विवेकानंद
सुभाष चंद्र बोस
गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर
इन जैसे महान व्यक्तित्व जिस राज्य से आते हैं उस राज्य में ना लोकतंत्र है-ना संविधान है-ना कानून व्यवस्था है उस राज्य में अमर्त्य सेन प्रवचन दे रहा है
अमर्त्य सेन को न तो इस देश के धरातल का ज्ञान है न ही इतिहास की जानकारी है ।इसे भारत जड संदर्भ में देखना ही नहीं चाहिए। यह यहां के लिए महत्वहीन है।
सही कहा आपने और सदा से सत्य ही कहते आ रहे हैं। मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूॅं।
कांग्रेस के इतिहास एवं कार्यकलाप से अवगत हूॅं कि इसके कारण भारत राष्ट्र को कितना अपकार किया है। इन्हीं कारणों से मैंने आजतक कभी कांग्रेस को कभी वोट नहीं दिया। इस बात का मुझे गर्व भी है।
आपको साधुवाद।
जब किसी मूढ़ विद्वान को कोई खिताब मिल जाता है तो वह मूढ़ समझने लगता की मैं हीं विश्व का सबसे बड़ा विद्वान हूँ।
आप की सभी बात से सहमत है
अमर्त्य सेन एक sudo Indian हैं
इस तरह के जितने भी लोग हैं उन्हें राजनीति में अपने को आजमाना चाहिए इन्हें अपनी औकात का पता चल जाएगा।
वामपंथियों की सोच ही दोगली होती है ।
प्रदीप सिंह जी को साधुवाद 🙏
हैरत की बात है की पश्चिम बंगाल की हिंसा किसी को दिखाई नहीं देती n Hindustani media world media kisi bhi मानवाधिकार को किसी पॉलिटिशियन को लेकिन अमर्त्य सेन को तो नही पीटा गया
अमर्त्य सेन को अर्थशास्त्र पर बात करने के अलावा कोई ओर बात नहीं करनी चाहिए
। ये कांग्रेस के रोल पर हैं । आपने इनको धो डाला , बेशर्म को । धन्यवाद एवं शुभकामनाएं । सीपी सिंह
हो सकता है अमृत्य सेन को मुग़ल इतिहास ना मालूम हो , लेकिन इस वामपंथी को बंगाल का डाइरेक्ट एक्शन डे तो पता ही होगा .
सनातनी, हिन्दू राष्ट्र की मांग करें
भाजपा हिंदू समाज के साथ मिलकर खड़ी रहे जनता इन राजनीतिक गिद्धों से वाकिफ हैं। भाजपा हिंदू हितों की तरफ ध्यान दें। इन एजेंडा धारियों को जनता जवाब दे रही हैं और देती रहेगी।
घबराओ मत प्रदीप जी इन गीतों को तो हम कोने में लगा देंगे
ईश्वर आपको लम्बी उम्र तक अच्छे स्वास्थ्य के साथ हमेशा रखे. God blessed sir.
जिन लोगों को ये नहीं पता कि बद्रीनाथ में भगवान शिव का मंदिर है या भगवान विष्णु का मंदिर है उन पर किसी भगवान की कृपा कैसे हो सकती है?
वो सीआईए और डीप स्टेट का ही चेला है ये पक्का तय है चुनाव में देखिए जो बातें विपक्षी भारत में कर रहे थे बिल्कुल एकदम वहीं बातें अमेरिका के चुनाव में ट्रम्प के खिलाफ बोली जा रही है इससे ये साबित होता है कि एक ही शक्ति ने भारत और अमेरिका में एजेंडा चलाई
🙏🙏 very good news and true you are right shar 🙏🙏
शांतिनिकेतन के ही कैम्पस में आमर्त्य सेन का घर बना हुहै और उसमें इसने unauthorized कब्जा भी किया हुआ है
कुपड ये सबसे बेस्ट उपाधी हैं.
अमर्त्य सेन बंगाल से आते हैं । उन्हें अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार मिला है लेकिन इस पढ़ाई और पुरस्कार का क्या फायदा जो अपने जन्म राज्य का ही भला न हो ।
जीवन के अंतिम समय में भी कुछ जमीन के लिए शांति निकेतन विश्वविद्यालय से लड़ाई कर चुके है । ऐसे व्यक्ति को बंगाल के लोग पसंद करते होंगे। बंगाल के बाहर अमर्त्य सेन का नाम भी शायद ही कोई सुना हो ।
🙏🇮🇳👍अमर्त्य सेन जैसे एजेंडा बाझ ही भारत के विकास मे रोडा बनगें सच मे ये गिद्ध हे
अर्थ शास्त्री तो manmohan singh भी हैं लेकिन देश को गर्त में डालने में सबसे बड़ा हाथ तो इसी घरेलू सहायक का था, 2 नं की अर्थ व्यस्था का भारतीय जन्म दाता
क्या ईन जैसे लोगों पे देशद्रोह का मामला नहीं चलाया जा सकता है,या सत्त्ताशीन दल अपनी सहनशीलता का नया आदर्श खड़ा करना चाहते हैं ?
चाचा ! बूढ़े तोता नहीं पढ़ा करते! अभी अमर्त्य सेन कुछ दिनों में खुद ही इतिहास हो जाने वाला है !!😮
आपका मतलब है के यह नॉटि सुपूर्द ए खाक होनेवाला है।😊
Amen!
@@uttamraodeshmukh7454 pradeèp singh pahle supeŕde aa.hoga!😊😊😅
Jitna jaldi ho jaai desh hit mai hoga.
बहुत ही सटीक विश्लेषण सर 👍
ये सब बिके हुए लोग हैं......
नोबेल पुरस्कार भी एजेंडे से ही मिला होगा, मतलब ऐसे लोग ही नोबेल पुरस्कार की विश्वधनीयता खत्म हुई है
Nobel prize Mila nahi hai khareeda gaya hai
हां जैसे डीपी स्टेट का एजेंडा चलाने के लिए मैग्नेसिस अवार्ड मिलता है
Desh ko ab Maharishi Dayanand ke vicharo per chalna hoga tabhi Satya Sanatan dharm aur rastra ka bhi bhala hoga
सेन ने इतिहास पढ़ा होगा पर वह इतिहास इरफान हबीब का लिखा होगा। सेन जैसे लोगों को हिंसा दिखाई देती है पर वही हिंसा जो वह देखना चाहते हैं।
यथार्थ दर्शन हेतु साधुवाद।
अमर्त्य सेन जी को अर्थशास्त्र में नोबेल मिला, उन्हें इतिहास और दर्शन भी पढ़ना चाहिये, वह भी भारत का दर्शन, और भारत का इतिहास, जय हिन्द
जय जय रघुरामन, जय जय अमर्त्य सेनम।
जुड गये अब साथ ज्ञानी सुब्रह्मण्यम।
नादान है जो बैठ किनारे आजनम।
बुझे राह वतन की।
कितने है मककार ये बंदे।
देखलिये ईनकेभी धंदे।
कोई इनसे कह दे।
बडी इनायत होगी,
हमे भूल जाये, और बसे बिदेस मे जाय।
दो कोड़ी के आदमी हैं उस पर चर्चा करके उसे मीडिया कवरेज मिलेगा
But truth bhi dikhaya jana jaruri hai
बहुत ही बढीया और सटीक जाणकारी दी 🙏 हैं आप ने . धन्यवाद 🙏 . नोट बंदी से पाकिस्तान मर रहा है यह इन दोनौं अर्थशास्त्री का दुःख हैं . इन दोनौं को पाकिस्तान में कुछ बरस के लिए भेज दो . इनको पता चलेगा . अब मोदी जी ने समान नागरी कानुन , कंपलसरी मतदान और कंपलसरी परिवार नियोजन बील लाना चाहिए 🙏
श्री प्रदीप जी प्रणाम
ऐसे लोगो को गिद्ध कहना कोई ग़लत नहीं है आपके साथ आपके प्रशंसक पीछे खड़े हैं 🙏🙏🙏🙏🙏
आप जैसे पत्रकार की जरूरत हर आम आदमी को है जो सच के बारे में बता सके और समाज में जन जागृति पैदा कर सके
सिंह जी को सादर नमन। नोवेल प्राइज प्रायः वैसे लोगो को मिलता है जों अमेरिका की तरफदारी करते हैं। वस्तुतः आजादी प्राप्ति के बाद से ही इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। लोगों के बीच गंगा जमुनी तहजीब की संस्कृति पढ़ाई गयी। केवल हिंदुओं को ही ईश्वर अल्लाह तेरे नाम सुनाया गया। मुस्लिमों ने कभी भी ये पंक्तियां स्वीकार नहीं की। देश आजाद जरुर हुआ हिंदू मुस्लिम के नाम पर देश का विभाजन हुआ। भारत में मुस्लिमों को सम्मान के साथ सरिया कानून के साथ चलने का चलन स्थापित किया गया। नेहरू हों या छद्म धर्मनिरपेक्षता का सहारा लेकर चलने वाले राजनेताओं द्वारा सनातनियों का शोषण किया जा रहा है। अमर्त्य सेन भी उसी कड़ी के व्यक्ति हैं। आंखें खोलने वाला विडियो बनाने के लिए कोटि-कोटि प्रणाम।
अब ये सारे एजेंडे फेल होंगे हिन्दू अब धीरे धीरे सब समझ रहा है
रामराम परम आदरणीय श्री.प्रदीप सिंग जी
जय श्रीराम