मुझे ये पता नही चलता कि gst council में बाकी प्रदेश के सदस्य इन चीजों का विरोध क्यों नही करते हैं। इसका मतलब सभी राजनीतिक दलों की इसमें सहमति है। मेरा मानना है कि income tax हो या gst , आप rate और नियम जितना कम से कम और सरल रखेंगे आमलोग और व्यापारी सबके हित में होगा। आपके विष्लेषण बहुत सुन्दर और चिन्ता बिल्कुल वाजिब है।
कांग्रेस महंगाई और gst पर बहुत बोली but तुम जैसे अंधभक्तों के समझ में नहीं आया ,अब वो इस पर नहीं बोलेगी खुद झेलो समझ में अपने आप आ जायेगा धीरे धीरे जायेगा
सरकार को बांग्लादेश अफगानिस्तान पाकिस्तान फिलिपिंस मालदीव जैसे इस्लामिक देशों को खाद्यान्न एवं आर्थिक मदद करनी पड़ती है इसलिए टैक्स लगाना पड़ता है सबका साथ सबका विकास ❤❤
फिर हिन्दू ओ को कोन अमेरिका इंग्लैंड सहाय करेगा खुद के देश में गरीबी के हालात हे डाल हमे ओस्तलीय भेजता हे तेल इस्लामिक कंट्री भेजते हे लाइथेनिम सेल चाइना भेजता हे
पॉपकार्न पर टैक्स लगाने की सोच को आपने बहुत अच्छे ढंग से समझाया है। डाक विभाग के द्वारा ' बुक पोस्ट ' को भी समाप्त किया है। अब छोटी-छोटी पुस्तकों का प्रकाशन करना कठिन हो जाएगा क्योंकि ५० रु की पुस्तक को भेजने पर डाक विभाग मूल्य से ज्यादा डाक खर्च लेगा। कृपया इस मानसिकता पर भी कुछ बताइएगा। पुस्तकों को महंगा करने से भारतीय समाज को किस प्रकार के लाभ नुकसान की उपलब्धि होगी, यह समझा जा सकता है।
Sir. Very well thought off. Answer is the govt wants more more money. Failure of govt to curtail own expenses . The problem is deep rooted. And the SCAPRGOAT is the middle class.
In 1976 , i had read one sentence in my Economy book , still i remember that India was , is and will be an underdeveloped country. Now a days Gst ,toll tax are like a punishment to the people. Vijayji you described very well and in simple manner.
इतिहास पर ध्यान रखना चाहिए जैसा कि वाजपेई साहब ने पेंशन खत्म करके 10 साल सत्ता से बाहर हो गए, फिर से मोदी का फ्लॉप वित्त मंत्री ने डबल टैक्सेशन नहीं बल्कि मल्टीपल टैक्स देना पड़ रहा
You are absolutely right. Being a scientist and a Hindu, for a long time, I was planning to start up an innovative business but every time I simply dropped the idea because of Indian tax policy as well as her socio-political issues. Now I am determined to settle my future business in Europe.
You have raised some very crucial points in this video. I hear all the time India is on its way to become third largest economy of the world but every time I visit India, I see population of poor people has increased. Maybe urban sector has improved but there is no sign of progress in the rural sector. Overall a very informative video. Thank you for that.
Sir, Very valid question raised related to government GST policies. It needs to be addressed by concerned authorities properly and all such anomalies are removed from the system.
आप जैसे आदरणीय ही शासक का मार्गदर्शन कर सकते हैं,हां ।मार्गदर्शन लोग भी बहुतायत में अमीर हैं ,सारा food &food stuffs चाहे picnic हो या ट्रेन traveling घर से बना कर चलते हैं including water.
सर जी, आप का विश्लेषण सटीक और बिल्कुल सही तरीके से अपने समझाए। समस्या का बुनियादी ढांचे में परिवर्तन करना जरूरी है। भाजपा मोदी जी का सरकार ब्यूरोक्रेटस पर ज्यादा निर्भरशील रहा है। ब्यूरोक्रेट्स को गरीबी का या आम आदमी का दर्द को समझना कठिन है। सरकारी तंत्र चाहे कांग्रेस हो या भाजपा कोई काम बिना घुश दिए होंगे नहीं। इंस्पेक्टर राज पूरी तरह हॉबी है। भ्रष्टाचार ही बेरोजकरी को बढ़ाबा दे रहा है। भ्रष्टाचार पोलिटिकल नेताओं का देखरेख में फलफूल रहा है। निर्मला सीतारमण जी भले ही सीधी सादी महिला हैं लेकिन उनको ग्राउंड रियलिटी पता नहीं चल पा रहा है क्योंकि आईएएस जो भी समझाते हैं उसे ही मंजूरी देते हैं। मोदी जी भी सम्पूर्ण रूप से आईएएस बाबूलोगो का एडवाइस को हरी झंडी दे देते दिखते है। मेक इन इंडिया, msme सेक्टर फेल होने का कारण यही सोच रहा है। अब भी समय है मोदी जी निर्मला सीतारमण जी इसमें थोड़ी समय दें और समझें। GST को कस्टम ड्यूटी जैसा एक ही दर से लिया जाना चाहिए।
वित मन्त्री को जमीन पर जाकर सर्वे करना चाहिए। नाकी आपने उच्च अधिकारी की सर्वे रिपोर्ट को मनना चाहिए। टैक्स दर पर सुधार करना चाहिए। तभी चोरी रुकेगी और टैक्स कलेक्शन ज्यादा होगी।
Hopefully the message will reach the authorities particularly the Government and they will think over it without engaging themselves in abusing the opposition political parties always.
Vijayji your thoughts are very logical, you should be called by indian govt.has advisors on various development/ tax/environment programmes for people.
आपके इस विचार से की सभी वस्तू पर एक जैसा टैक्स रेट इस बात पर मैं सहमत नहीं हूँ क्योंकि रोजमर्रा की वस्तू जो गरीब या मध्यम वर्ग के लोग खरीदते हैं और जो वस्तू अमीर लोग अपने शौक के लिए खरीदते हैं उसमें फर्क़ होना चाहिये जैसेकि रोजमर्रा में सिर पर लगानेवाले ऑइल और सेंट मिक्स ऑईल जोकि जरूरत नहीं ब्लकि शौक हैं.
उदाहरण आपने बकवास दिया है बाहर ताजा भुट्टा सेक कर दे रहे है वो खराब कैसे हो गया और कैंसर करने वाले प्रिजर्वेटिव डाल कर पैक वाले अच्छे कैसे हो गए एक सोच तो ठीक है कि इस तरह tax नहीं बढ़ाना जाना चाहिए
Bahut hi achha topic h aur vishleshan bhi, hum logo ki eyes open karne wala h, modi government kya hum logo ko ko hindu muslims m gumakar hamara dhayan wahi rakhna chahtey h ye niti sahi nahi h
You have hit the nail on the head....top leadership of BJP have lost touch with ground and common people, MSME ....it is only political sloganeering and blaming previous govts.
अब एक ही आइटम पर अलग अलग gst FM ने लगाना चालू कर दिया हे। अब बारी टेक्सटाइल की होगी। कपड़े पर 5%, सिलाई करवाओ तो 12%,शर्ट बनावो तो 18%, पेंट बनावो तो 28%। मिडिल क्लास खत्म कर देगा ये सरकार 😞😠😡😥😥
Sir , your analysis on taxation and failure of make in India programme describes precisely what is happening. Indiscriminate imposition of tax (GST) either it be on popcorn or insurances or life saving medicines , is a reflection of failure of economists who decide policy formulation and guide Govt. on taxation . They (economists) have either surrendered to political decision of Govt. or misguiding the political leader. Since Govt.has failed to earn enhanced revenue from other fronts of economy taxation is the last resort.
मुझे ये पता नही चलता कि gst council में बाकी प्रदेश के सदस्य इन चीजों का विरोध क्यों नही करते हैं। इसका मतलब सभी राजनीतिक दलों की इसमें सहमति है। मेरा मानना है कि income tax हो या gst , आप rate और नियम जितना कम से कम और सरल रखेंगे आमलोग और व्यापारी सबके हित में होगा। आपके विष्लेषण बहुत सुन्दर और चिन्ता बिल्कुल वाजिब है।
कोई चिंता विंता नहीं है ! ज़रूर कोई सरकार से मतलब होगा
कांग्रेस महंगाई और gst पर बहुत बोली but तुम जैसे अंधभक्तों के समझ में नहीं आया ,अब वो इस पर नहीं बोलेगी खुद झेलो समझ में अपने आप आ जायेगा धीरे धीरे जायेगा
sirf suriya ki roshni bchi h is pr bhi GST lga do
Bahut der se pata chala ki sab mile hue hai 😂
ये फेक प्रोपोगेंडा चला रहा है, सच्चाई ये नहीं है 😊
विजय जी धन्यवाद🙏आशा है कि आप की बात निर्मला ताई तक पहुँच जाएगी।
उनके नाक पर की जू तक नहीं हटेगी
आपने बहुत बढ़िया विषय उठाया है। जनता अलग-अलग टैक्सौं के बोझ से दबी हुई है।
सरकार को बांग्लादेश अफगानिस्तान पाकिस्तान फिलिपिंस मालदीव जैसे इस्लामिक देशों को खाद्यान्न एवं आर्थिक मदद करनी पड़ती है इसलिए टैक्स लगाना पड़ता है
सबका साथ सबका विकास ❤❤
फिर हिन्दू ओ को कोन अमेरिका इंग्लैंड सहाय करेगा खुद के देश में गरीबी के हालात हे डाल हमे ओस्तलीय भेजता हे तेल इस्लामिक कंट्री भेजते हे लाइथेनिम सेल चाइना भेजता हे
NIRMALA- I don't eat popcorn.
And she don't eat onions 😅😅
पॉपकार्न पर टैक्स लगाने की सोच को आपने बहुत अच्छे ढंग से समझाया है। डाक विभाग के द्वारा ' बुक पोस्ट ' को भी समाप्त किया है। अब छोटी-छोटी पुस्तकों का प्रकाशन करना कठिन हो जाएगा क्योंकि ५० रु की पुस्तक को भेजने पर डाक विभाग मूल्य से ज्यादा डाक खर्च लेगा। कृपया इस मानसिकता पर भी कुछ बताइएगा। पुस्तकों को महंगा करने से भारतीय समाज को किस प्रकार के लाभ नुकसान की उपलब्धि होगी, यह समझा जा सकता है।
Very well said sir... निकम्मी निम्मो को तो पहले हटाना चाहिए
Ab ye nahi hategi,,,modi ki koi majburi hogi sayaad 😂😂😂🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
बिस्किट पर जीएसटी 18% है और ये किसी भी तरीके से तार्किक नहीं लगता... ये खाद्य महंगाई बढ़ने का कारक भी है
Sir. Very well thought off. Answer is the govt wants more more money. Failure of govt to curtail own expenses . The problem is deep rooted. And the SCAPRGOAT is the middle class.
In 1976 , i had read one sentence in my Economy book , still i remember that India was , is and will be an underdeveloped country. Now a days Gst ,toll tax are like a punishment to the people. Vijayji you described very well and in simple manner.
इतिहास पर ध्यान रखना चाहिए जैसा कि वाजपेई साहब ने पेंशन खत्म करके 10 साल सत्ता से बाहर हो गए, फिर से मोदी का फ्लॉप वित्त मंत्री ने डबल टैक्सेशन नहीं बल्कि मल्टीपल टैक्स देना पड़ रहा
कानून पास कर लिया यही रहेंगे,राजीव कूमार जिन्दावाद।
Sir you have hit the nail on it’s head . It is amazing how a professional lawyer can understand the problems faced by the MSME
You are absolutely right. Being a scientist and a Hindu, for a long time, I was planning to start up an innovative business but every time I simply dropped the idea because of Indian tax policy as well as her socio-political issues. Now I am determined to settle my future business in Europe.
Why are you mentioning about being a Hindu here?ls this the New lndia?
100% true..maine khud ne peechchle 10-11 saal se apni sale down kar li h..worst FM after jetly he was also worst
श्री विजय सरदाना जी को हमारे देश का वित्त मंत्री बना देना चाहिए ✅
कौन कौन सहमत हैं........
....तब इनकी भी भाषा बदल जायेगी।😂
Sir very true. Targets are given to the officers and correct or incorrect they create problems for manufacturers
Yes this is 100% true
Compliments to you for clarifying the subject vividly.
I'm 100% with you,
धन्यवाद विजय जी बहुत सुंदर तरीके से आपने समझाया.
Vijay Ji thank you for taking up the subject of Popcorn ; it is a symbolic way of bringing out the core issue
Absolutely right sir❤🙏🙏
You have raised some very crucial points in this video. I hear all the time India is on its way to become third largest economy of the world but every time I visit India, I see population of poor people has increased. Maybe urban sector has improved but there is no sign of progress in the rural sector. Overall a very informative video. Thank you for that.
विजय जी धन्यवाद बड़ी सरलता से आप ने इतनी बड़ीबात बता दी सरकार को चाहिए इस पर ध्यान दें और उचित कार्रवाई करें❤
आपकी बात बिल्कुल सही है, विजयजी ।
आज भारतका कपड़ा उद्योग gst के हिसाबसे मृतप्राय हो गया है।
अमलदारशाहीसे छोटे उद्योगकार बहुत परेशान हैं !
Well done sir bilkul sahihe
Right thinking & thanks sir
Sahi vishleshan
Aapka बहुत-बहुत discription Laga bahut se spasht Vadi aapki Soch rahi hai bilkul
आपकी बात बहुत ही जानदार हैं शुक्रिया
धन्यवाद जी। इसे वित्त मंत्री को भेजें।
Correct analysis
💯 correct
Thanks for sharing your knowledge 🙏
aaj se kuch saal pehle aap bjp k farm bill ko support krte the lekin acha lga aapko farmers ki baat smjh aayi thanku sir😊
विजय जी आपका विश्लेषण एकदम सही है।कृपया MRP पर भी एक विडिओ बनाइये।
पॉपकॉर्न पर अलग अलग टैक्स दूसरे टैक्स से ध्यान हटाने के लिए लगाया गया है।
सोशल मीडिया वालों का सहयोग अपेक्षित है।
Thanks, excellent and to the point. Explained in simple words.
Glad you liked it
Perfect Analysis, economy is in bizzare state due to non accountability of IT,GST , last one corruption .Innovative people are leaving
आपके विचार हमे सोचने पर मजबूर कर देते है
सरकारों को आम आदमी के बारे में भी सोचना चाइए , आम आदमी पर वैसे भी बहुत बोझ डाल दिया ह
Excellent analysis
Sir,
Very valid question raised related to government GST policies. It needs to be addressed by concerned authorities properly and all such anomalies are removed from the system.
Really good perspective sir 🙏🏼
Aap ne bahut accha prayas kiya hai, apni sarkaein aaj tak so rakhi hai.
Aap ki baat bilkul sahi he. Modi ji ko agle chunaav bahut bhari padega.
सही कहा आपने
Vijay ji now you are great
Absolutely right government should think over it
Excellent analysis. Only one rate of GST be in the country
Good analysis 😮
Your observations and solutions are correct
विजय जी
आपकी आखे खुल गयी है शायद
लेकीन देर हुई ईश्वर आपको ऐसे ही सद्बुद्धी दे
@@dharmadeomainkar9289 इनकी आंखें खुली नहीं है ,
आज भी वही है
BJP का जादूगार ।
आप जैसे आदरणीय ही शासक का मार्गदर्शन कर सकते हैं,हां ।मार्गदर्शन लोग भी बहुतायत में अमीर हैं ,सारा food &food stuffs चाहे picnic हो या ट्रेन traveling घर से बना कर चलते हैं including water.
Absalutely correct Vijay sir
Super and bold,Analysis
Right Sir👍
Bilkul sahihe
Excellent representation of the facts Vijay ji…
Your analysis is very excellent and this should be tagged to PM FM and all
Highly intellectual & excellent analysis Vijar sir…. Thank you very much 🙏
I hope and pray goi gets your message. 🙏🙏🙏
I appreciate you thought Sir 👍
Yese hi video ki jarurat hai.
Nice analysis 🙏
सर जी, आप का विश्लेषण सटीक और बिल्कुल सही तरीके से अपने समझाए। समस्या का बुनियादी ढांचे में परिवर्तन करना जरूरी है। भाजपा मोदी जी का सरकार ब्यूरोक्रेटस पर ज्यादा निर्भरशील रहा है। ब्यूरोक्रेट्स को गरीबी का या आम आदमी का दर्द को समझना कठिन है। सरकारी तंत्र चाहे कांग्रेस हो या भाजपा कोई काम बिना घुश दिए होंगे नहीं। इंस्पेक्टर राज पूरी तरह हॉबी है। भ्रष्टाचार ही बेरोजकरी को बढ़ाबा दे रहा है। भ्रष्टाचार पोलिटिकल नेताओं का देखरेख में फलफूल रहा है। निर्मला सीतारमण जी भले ही सीधी सादी महिला हैं लेकिन उनको ग्राउंड रियलिटी पता नहीं चल पा रहा है क्योंकि आईएएस जो भी समझाते हैं उसे ही मंजूरी देते हैं। मोदी जी भी सम्पूर्ण रूप से आईएएस बाबूलोगो का एडवाइस को हरी झंडी दे देते दिखते है। मेक इन इंडिया, msme सेक्टर फेल होने का कारण यही सोच रहा है। अब भी समय है मोदी जी निर्मला सीतारमण जी इसमें थोड़ी समय दें और समझें। GST को कस्टम ड्यूटी जैसा एक ही दर से लिया जाना चाहिए।
वित मन्त्री को जमीन पर जाकर सर्वे करना चाहिए। नाकी आपने उच्च अधिकारी की सर्वे रिपोर्ट को मनना चाहिए। टैक्स दर पर सुधार करना चाहिए। तभी चोरी रुकेगी और टैक्स कलेक्शन ज्यादा होगी।
GST should be 5% on every product
Chori pakri jaye 500 guna fine aur saath mein 2 saal ki jail
Tabhi baat banegi
Lakin nahi hoga, bribe kaise milega
Welldone Sir
Very impressive analysis. Government should aware of public dissatisfaction.
Saty Vachan.
पेपर वर्क जब तक खत्म नही होगा और हर स्टेप पर टेक्स लगता रहेगा तो भ्रष्टाचार खत्म होने वाले सपने देखना अपराध है
Ajj kal app sachi batai krte hai thinks
Hopefully the message will reach the authorities particularly the Government and they will think over it without engaging themselves in abusing the opposition political parties always.
Vijayji your thoughts are very logical, you should be called by indian govt.has advisors on various development/ tax/environment programmes for people.
आपके इस विचार से की सभी वस्तू पर एक जैसा टैक्स रेट इस बात पर मैं सहमत नहीं हूँ क्योंकि रोजमर्रा की वस्तू जो गरीब या मध्यम वर्ग के लोग खरीदते हैं और जो वस्तू अमीर लोग अपने शौक के लिए खरीदते हैं उसमें फर्क़ होना चाहिये जैसेकि रोजमर्रा में सिर पर लगानेवाले ऑइल और सेंट मिक्स ऑईल जोकि जरूरत नहीं ब्लकि शौक हैं.
Pl. Watch the video...why hygiene should be taxed.
@@vijaysardanainsightsyou are right sir Very Good analysis 🎉🎉
Sir,
Really a geniune problem raised by you and middle class people are suffering like anything.
Very nice analysis .
I agree with you on your explanation on wrong policies of the government including gst. Government should rethink.
बहुत सुन्दर
टैक्स मंत्री का एक ही उद्देश्य है कि अंतिम रुपया भी मिडिल क्लास से कैसे छीन लिया जाये।
Right Sir
उदाहरण आपने बकवास दिया है
बाहर ताजा भुट्टा सेक कर दे रहे है वो खराब कैसे हो गया और कैंसर करने वाले प्रिजर्वेटिव डाल कर पैक वाले अच्छे कैसे हो गए
एक सोच तो ठीक है कि इस तरह tax नहीं बढ़ाना जाना चाहिए
Amazing analysis. In policy makers cannot comprehend such economic and legal analysis then the nation is destined to remain a third world country.
संडास टेक्ष ( 1 ) नोर्मल संडास 05 % GST
( 2 ) घू...ड घू...ड करके आने वाला 12 % GST
( 3 ) झर्रर्रर्रर्रर्र से आने वाला 18 % GST
🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
There is no possibility fii come to india instead they slowly out of India.
PM जैसे पद के लिए किसी रिटायर्ड IAS/IPS/ Judge के लिए आरक्षित होना चाहिए। ऐसे लोग ही देश का विकास कर सकते है।
India me ye bade chor hai
aap jese logo ko desh ki jarurat h
😂
Bahut hi achha topic h aur vishleshan bhi, hum logo ki eyes open karne wala h, modi government kya hum logo ko ko hindu muslims m gumakar hamara dhayan wahi rakhna chahtey h ye niti sahi nahi h
कुछ नहीं हो सकता सबसे पहले जितनी भी देश मे मुफ्त की घोषणा और जो दिया जा रहा है तब तक कुछ नहीं हो सकता इस देश का।
जरूरत ही GST काउंसिल ki नहीं है। हर महीने नए नए नियम बना देना ये सब क्या चल रहा है।
बजट में खचर पचर, जीएसटी कौन्सिल बैठा कर खचर पचर, हर बात में खचर पचर।
ये भारत सरकार की सम्प्रभुता का खचर पचर में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जा रहा है।
Here 1000 percentage agree with you sir.
BJP ko ye sudharna padega. Salt ka bhi aisa hi hai sir, nonsense policies.
App ki baat sahi hai
मोड़ी सरकार के बजट में सरकार की ९०% इनकम टॅक्स से होती है, २०१४ के पहले ५५% थी। मोड़ी लूट कर "अंतर राष्ट्रीय तृप्ति करण"करता है।
A. Very good analysis.
Very nice
Middle class and performers are always punished by family, society and government.
You have hit the nail on the head....top leadership of BJP have lost touch with ground and common people, MSME ....it is only political sloganeering and blaming previous govts.
Sarkar ko tax pichhey bhagte bazar as raha hain, kya karan hain. Very nice analysis Vijay ji Jai Hind.
अब एक ही आइटम पर अलग अलग gst FM ने लगाना चालू कर दिया हे। अब बारी टेक्सटाइल की होगी। कपड़े पर 5%, सिलाई करवाओ तो 12%,शर्ट बनावो तो 18%, पेंट बनावो तो 28%। मिडिल क्लास खत्म कर देगा ये सरकार 😞😠😡😥😥
Sir , your analysis on taxation and failure of make in India programme describes precisely what is happening. Indiscriminate imposition of tax (GST) either it be on popcorn or insurances or life saving medicines , is a reflection of failure of economists who decide policy formulation and guide Govt. on taxation . They (economists) have either surrendered to political decision of Govt. or misguiding the political leader. Since Govt.has failed to earn enhanced revenue from other fronts of economy taxation is the last resort.
Bilkul sahi baat hai
sarkar ko aaina dikhaya uske liye thanks
Very good thanks