जीवतडा मेहमान है। सतगुरू कबीर साहेब के शब्द।।

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  • Опубліковано 8 вер 2024
  • जीवतडा मेहमान है। सतगुरू कबीर साहेब के शब्द।।
    गढ़ चेतन चढ़ देख ले आपने पिया का रूप।।
    मेरी चुनरी कै लाग्या दाग पिया।।

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