SPJIN: कैसे करे परमात्मा की खोज ? जिन खोजा, तिन पाईयां। डॉ. प्रवीण जी

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  • Опубліковано 13 вер 2024
  • कैसे करे परमात्मा की खोज ? जिन खोजा, तिन पाईयां।
    डॉ. प्रवीण जी
    परमात्मा की खोज मानव के जीवन का महत्वपूर्ण उद्देश्य है। यह खोज आत्मज्ञान, शांति और जीवन के गहरे अर्थ को समझने का प्रयास है। भौतिक सुख-सुविधाओं से परे, परमात्मा के अनुभव से व्यक्ति को अद्वितीय संतोष और आनंद की प्राप्ति होती है। ध्यान, साधना और धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन इस मार्ग में सहायक होते हैं। परमात्मा की खोज अंततः आत्मा की खोज है, जो प्रत्येक व्यक्ति के भीतर विद्यमान है।
    -ChatGPT
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    यह पंचभौतिक शरीर हमेशा रहने वाला नहीं है।
    प्रियतम परब्रह्म को पाने के लिये यह सुनहरा अवसर है।
    अतः बिना समय गवाएं उस अक्षरातीत पाने के लिये प्रयास करना चाहिये।
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    आत्मिक दृष्टि से परमधाम, युगल स्वरुप तथा अपनी परआत्म को देखना ही चितवनि (ध्यान) है। चितवनि के बिना आत्म जागृति संभव नहीं है। संसार की अब तक की प्रचलित सभी ध्यान पद्धतियाँ निराकार-बेहद से आगे नहीं जाती हैं। तारतम ज्ञान के प्रकाश में मात्र निजानन्द योग ही परमधाम ले जा सकता है।
    प्रियतम अक्षरातीत की चितवनि में इतना आनन्द है कि उसके सामने संसार के सभी सुख मिलकर भी कहीं नहीं ठहरते। यही कारण है कि ध्यान का आनन्द पाने के लिये ही राजकुमार सिद्धार्थ, महावीर, भर्तृहरि आदि ने अपने राज-पाट को छोड़ दिया और वनों में ध्यानमग्न रहे।
    बेहद मण्डल - इस प्राकृतिक जगत् से परे वह बेहद मण्डल है, जिसे योगमाया का ब्रह्माण्ड कहते हैं। चारों वेदों में इसे चतुष्पाद विभूति के रूप में वर्णित किया गया है। इस मण्डल में अक्षर ब्रह्म के चारों अन्तःकरण (मन, चित, बुद्धि तथा अहंकार) की लीला होती है, जिन्हें क्रमशः अव्याकृत, सबलिक, केवल और सत्स्वरूप कहते हैं।
    परमधाम - बेहद मण्डल से परे वह स्वलीला अद्वैत परमधाम है, जिसके कण-कण में सच्चिदानन्द परब्रह्म की लीला होती है। यह अनादि है, अनन्त है और सच्चिदानन्दमय है। जिस प्रकार सागर अपनी लहरों से तथा चन्द्रमा अपनी किरणों लीला करता है, उसी प्रकार अक्षरातीत भी अपनी अभिन्न स्वरूपा अंगरूपा आत्माओं के साथ अद्वैत लीला करते हैं, जो अनादि है और इसमें कभी अलगाव नहीं होता है।
    वेदों ने इसी परमधाम के सम्बन्ध में “त्रिपादुर्ध्व उदैत्पुरुष” अर्थात् परब्रह्म योगमाया से परे है, कहकर मौन धारण कर लिया। मुण्डकोपनिषद् ने भी 'दिव्य ब्रह्मपुर' शब्द का प्रयोग तो किया, किन्तु उसे बेहद मण्डल (केवल ब्रह्म) में मान लिया। कुरआन में मेयराज के वर्णन के द्वारा संकेत किये जाने पर भी मुस्लिम जगत अभी इसकी वास्तविकता से बहुत दूर है।
    श्री प्राणनाथजी की अलौकिक तारतम वाणी में इस परमधाम की शोभा, लीला एवं आनन्द का विशद रूप में वर्णन किया गया है, जिसका सुख किसी सौभाग्यशाली को ही प्राप्त होता है।

КОМЕНТАРІ • 33

  • @ghanshyamsingh5820
    @ghanshyamsingh5820 16 годин тому +1

    Pranam ji

  • @Wolfoxff
    @Wolfoxff 6 днів тому

    ❤ se pranam sundersath ji

  • @pradipkumer8464
    @pradipkumer8464 11 днів тому

    Prem pranam Sundar sath y

  • @vedantsangal1814
    @vedantsangal1814 12 днів тому

    Prem pranam sundersath g❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤

  • @phulshankhar6261
    @phulshankhar6261 Місяць тому

    Koti koti prem Pranamji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @jayeshrathod7526
    @jayeshrathod7526 Місяць тому +1

    Shri prannath pyare ki Jay ho ❤🎉

  • @KamleshPatel-ec4uy
    @KamleshPatel-ec4uy Місяць тому +1

    Pranamji ❤❤❤

  • @jackpatel480
    @jackpatel480 Місяць тому

    Prem Pranamji

  • @KiranAsija-be1sn
    @KiranAsija-be1sn Місяць тому

    Prem pranam ji 🙏🙏🌹🌹❤️❤️ D Parveen saky ji 🙏🙏🌹🌹❤️❤️

  • @SuriliPaswan
    @SuriliPaswan Місяць тому

    Prem pranam ji 🙏🙏🙏🙏♥️♥️♥️♥️

  • @madhubenbabariya8815
    @madhubenbabariya8815 Місяць тому

    Prem pranamji ❤❤

  • @vinodbhavsar5509
    @vinodbhavsar5509 Місяць тому

    🙏🏽 प्रणाम जी ! ब्रह्मांगना। डॉक्टर प्रवीण जी को कोट कोटि प्रमाण !

  • @nareshsharma5310
    @nareshsharma5310 23 дні тому

    खोज बडी संसार रे तुम खोजो रे साधो।....

  • @gitatimsina5559
    @gitatimsina5559 Місяць тому

    प्रेम प्रणाम जी🌷🙏🌷🙏🌷

  • @jaikishansahani8608
    @jaikishansahani8608 Місяць тому +1

    Pranamji

  • @Vkofficiyal46
    @Vkofficiyal46 Місяць тому

    प्रेम प्रणाम जी आपको सुनकर आत्मा खुश हो गया

  • @taniagrover7224
    @taniagrover7224 Місяць тому

    Prem pranam ji

  • @induahuja4026
    @induahuja4026 Місяць тому

    प्रेम प्रणाम जी।

  • @HarshaPatel-tb1gm
    @HarshaPatel-tb1gm Місяць тому

    Aap key charnome koti koti prem pranam ji sundrsathaji bahut meethi charcha ❤❤❤❤❤❤❤

  • @harshupadhyay7802
    @harshupadhyay7802 Місяць тому

    Pranamji🙏🙏🙏

  • @jamunabasnet8230
    @jamunabasnet8230 Місяць тому +1

    Shree prannath pyare ki jay . Aap sabhi sundar saath ji ko charan kamal me kotan kot prem pranam ji

  • @user-qn5pz1nr5j
    @user-qn5pz1nr5j Місяць тому

    Kooti.kooti.pram.prnam.ji

  • @user-mn7wq7uy1s
    @user-mn7wq7uy1s 14 днів тому

    🙏🙏🙏🙏

  • @PreetiChadha-m8l
    @PreetiChadha-m8l Місяць тому

    🙏👣🙏🙏

  • @anugupta6998
    @anugupta6998 Місяць тому +2

    प्रेम प्रणाम जी 🙏❤️ श्री देवचन्द्र जी ने हमें चल कर दिखाया है कि जिस लक्ष्य को साध लिया उसे पाया राजी को ख़ुद ही आना पडा क्योंकि भागवत से आगे का ज्ञान इस कालमाया में किसी को नहीं था उसे तो पहले ही वेद- कतेव में लिख दिया कि वह ज्ञान ख़ुद अल्लाह- ताला ही खोलेंगे। प्रणाम जी 🙏🙏

  • @vinodchadha3479
    @vinodchadha3479 Місяць тому

    ❤🎉

  • @SuriliPaswan
    @SuriliPaswan Місяць тому

    Prem pranam ji 🙏🙏🙏🙏♥️♥️♥️♥️

  • @laxmdevi2851
    @laxmdevi2851 Місяць тому

    Prem pranam ji 🙏🏻

  • @swagatamwelcome9693
    @swagatamwelcome9693 Місяць тому

    Pranam

  • @kaveripatel9906
    @kaveripatel9906 Місяць тому

    प्रेम प्रणाम जी ❣️✨🌹🙇🙏🏻

  • @sangitakapadia3236
    @sangitakapadia3236 Місяць тому

    Prem pranamji 🌹🙏🌹

  • @sarojsaluja1464
    @sarojsaluja1464 Місяць тому

    Prem pranam ji 🙏 🙏

  • @deepachhetri5448
    @deepachhetri5448 Місяць тому

    Pranam ji 🙏