गोकलगढ़ स्यू आई गुजरी बैठीं गऊआ ग ठोकर मार गई रोवतो कुकतो कान्हो घर आयो माता गले लाग रोयो।। भजन

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  • Опубліковано 13 жов 2024
  • गोकलगढ़ स्यू आई गुजरी बैठीं गऊआ ग ठोकर मार गई रोवतो कुकतो कान्हो घर आयो माता गले लाग रोयो।। राजस्थानी हरियाणवी भजन।। हिंदी भजन।। गुजरी भजन।। श्री कृष्ण भजन।। शारदा सिद्ध के भजन

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