कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि - एकै साधे सब सधै, सब साधै सब जाय। माली सीचें मूल को, फलै फूलै अघाय।। संत रामपाल जी महाराज, सर्वसुख व पूर्णमोक्ष दायक शास्त्रानुकूल भक्ति साधना (धार्मिक अनुष्ठान) करवाते हैं, जिसके करने से साधक पितर, भूत नहीं बनता अपितु पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है तथा जो पूर्वज गलत साधना करके पित्तर भूत बने हैं, उनका भी छुटकारा हो जाता है।
श्राद्ध की शास्त्रानुकूल विधि श्राद्ध किसके लिए निकालते हैं। श्राद्ध उनके लिए करते हैं जो मृत्यु को प्राप्त हो गए यानी प्रेत पित्तर बन गए। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में इसके लिए मना किया गया है। विष्णु पुराण के अंदर लिखा हुआ है, व्यास जी कह रहे हैं कि हे राजन! श्राद्ध के समय यदि एक हजार ब्राह्मण बैठे हों। भोजन करने आये हों। और एक तरफ योगी बैठ जा। तो वो ब्राह्मणों समेत, पित्तरों समेत, यजमानों समेत सबका उद्धार कर देता है। वह योगी कौन है? गीता अध्याय 2 श्लोक 53 में बताया है कि अर्जुन जब भिन्न भिन्न प्रकार से भर्मित करने वाले वचनों से तेरी बुद्धि हटकर एक तत्वज्ञान में स्थिर हो जाएगी। तब तो तू योगी बनेगा। तब तू योग को प्राप्त होगा। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य सारे योगी हैं। और जैसे संत रामपाल जी महाराज जी के आश्रमों में समागम होते हैं उनमें लाखों योगी भोजन करते हैं। वहां दिए गए दान से पितरों का भी उद्धार, भूतों का भी उद्धार और दान करने वालों का भी उद्धार होता है। 📲 अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj UA-cam Channel Visit करें। अवश्य देखिए संत रामपाल जी का सत्संग- 🖥️ प्रतिदिन शाम 7:30 बजे साधना चैनल 🖥️ प्रतिदिन श्रद्धा MH ONE टी.वी. पर दोपहर 2.00 से 3.00 बजे तक 📱 अब आप संत रामपाल जी महाराज के ऑडियो वीडियो सत्संग Sant Rampalji Maharaj App पर नि:शुल्क सुन व देख सकते हैं। 📚 संत रामपाल जी द्वारा लिखित "ज्ञान गंगा" या "जीने की राह" नि:शुल्क पुस्तक मंगवाने के लिए मिस कॉल करें-8193819381 🔹अधिक जानकारी के लिए पवित्र पुस्तक "ज्ञान गंगा" या "जीने की राह" निःशुल्क प्राप्त करें।अपना नाम, पूरा पता,मोबाइल नंबर हमें व्हाट्सएप करें- +91 7496801823
यदि किसी पित्र का दिन पूर्णिमा तिथि को पड़ता है तब उनका तर्पण और पूजन कब किया जाएगा कृपया बताने का कष्ट करें। क्योंकि श्राद्ध पूजन के लिए आपने अश्विन मास की प्रतिपदा से अमावस्या तिथि तक ही बताया है।
हरि ॐ:- १४ -१०-२०२३ आश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या को क्योंकि शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, कृष्ण पक्ष अमावस्या या जिनकी तिथि ज्ञात नहीं हो वो सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या हैं उस तिथि पर मृत्यु प्राप्त करने वालों के लिये महालय श्राद्ध भी अमावस्या श्राद्ध तिथि पर किया जाता है,ॐ पितृ गणाय विद्द्महे तत्सवितुर्वरेण्यं जगत् धारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात्।।🪔🙏
माता-पिता भले ही अनपढ़ क्यों न हो
लेकिन शिक्षा और संस्कार देने की जो क्षमता उनमें है
वो दुनिया के किसी स्कूल में नहीं।
🙏🌹🙏🌹🙏
बहुत सुंदर आपने व्याख्या किया पितृ पक्ष विधि का
बहुत बहुत धन्यवाद
आपके जैसा कंटेंट पूरे सोशल मीडिया में नहीं है ,ऐसी वीडियो बनाते रहें
Jai ho petero ki jai ho 7
Simple and to the point ❤
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि -
एकै साधे सब सधै, सब साधै सब जाय।
माली सीचें मूल को, फलै फूलै अघाय।।
संत रामपाल जी महाराज, सर्वसुख व पूर्णमोक्ष दायक शास्त्रानुकूल भक्ति साधना (धार्मिक अनुष्ठान) करवाते हैं, जिसके करने से साधक पितर, भूत नहीं बनता अपितु पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है तथा जो पूर्वज गलत साधना करके पित्तर भूत बने हैं, उनका भी छुटकारा हो जाता है।
पूर्ण मोक्ष तुम प्राप्त करवा दोगे क्यों झूठ बोलने हो कर्म के अनुसार लोक मिलते हैं गो लोक स्वर्ग लोक अधोगती लोक और परलोक 2:24
ये कथन पक्ति कबीर की नही रहीम की है गुरुदेव
Kuch log संत कबीर जी सारा लेकर खेल खेल रहे हैं जैसे रामपाल
❤ Jai Ho sowargya Pita Mata tasmea Tassei sodha nomoh❤❤❤❤❤
Shri Ganpati bappa morriy a
Pitrabhyo namaha
Bahut saral Bhasa mein aapne bata diya bahut bahut dhanyawad
जय श्री महाकाल
🙏🌹 जय श्री महाकाल प्रभु 🌹🙏🚩
Nice explanation. Thank you
Thank you GOD
श्राद्ध की शास्त्रानुकूल विधि
श्राद्ध किसके लिए निकालते हैं। श्राद्ध उनके लिए करते हैं जो मृत्यु को प्राप्त हो गए यानी प्रेत पित्तर बन गए। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में इसके लिए मना किया गया है।
विष्णु पुराण के अंदर लिखा हुआ है, व्यास जी कह रहे हैं कि हे राजन! श्राद्ध के समय यदि एक हजार ब्राह्मण बैठे हों। भोजन करने आये हों।
और एक तरफ योगी बैठ जा। तो वो ब्राह्मणों समेत, पित्तरों समेत, यजमानों समेत सबका उद्धार कर देता है। वह योगी कौन है?
गीता अध्याय 2 श्लोक 53 में बताया है कि अर्जुन जब भिन्न भिन्न प्रकार से भर्मित करने वाले वचनों से तेरी बुद्धि हटकर एक तत्वज्ञान में स्थिर हो जाएगी। तब तो तू योगी बनेगा। तब तू योग को प्राप्त होगा। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य सारे योगी हैं। और जैसे संत रामपाल जी महाराज जी के आश्रमों में समागम होते हैं उनमें लाखों योगी भोजन करते हैं। वहां दिए गए दान से पितरों का भी उद्धार, भूतों का भी उद्धार और दान करने वालों का भी उद्धार होता है।
📲 अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj UA-cam Channel Visit करें।
अवश्य देखिए संत रामपाल जी का सत्संग-
🖥️ प्रतिदिन शाम 7:30 बजे साधना चैनल
🖥️ प्रतिदिन श्रद्धा MH ONE टी.वी. पर दोपहर 2.00 से 3.00 बजे तक
📱 अब आप संत रामपाल जी महाराज के ऑडियो वीडियो सत्संग Sant Rampalji Maharaj App पर नि:शुल्क सुन व देख सकते हैं।
📚 संत रामपाल जी द्वारा लिखित "ज्ञान गंगा" या "जीने की राह" नि:शुल्क पुस्तक मंगवाने के लिए मिस कॉल करें-8193819381
🔹अधिक जानकारी के लिए पवित्र पुस्तक "ज्ञान गंगा" या "जीने की राह" निःशुल्क प्राप्त करें।अपना नाम, पूरा पता,मोबाइल नंबर हमें व्हाट्सएप करें- +91 7496801823
Dhanyavad
गलत कर रही हो जी आप पहले सबसे पहले गौरी गणेश की पूजा होती है
Ganpati ji Ko maine bas amantran diya brahmaa ji Ko sab Rishi muniyon Ko .sab jagah alag alag hota hai.
Sir vishwakarma puja vidhi bataen please.
Jai shree ram🙏🙏
पितृ se बड़ा कोई नहीं होता है पितृ ka पूजा मे कोई ka पूजा नहीं करना है
बिना मंत्र उच्चारण के कुछ भी संभव नहीं है
Jai Mata Di. very informative and well explained
Thank you for this wonderful knowledge.
Jai Shree Ram Jai Hanuman
Jo aap karenge aapki aane wali pidhi aapke na Rahane per bhi vah aapko yad karegi video mein achcha Laga
Agar patani puja naa kar sake kisi kaarn bas to oor pati vi puja naa kare to kya kare kisase karvaaye pujaa
Very nice
🙏🏻🙏🏻
Geeta ka path to mujh dikha nahi description mein
Agar kisi relative ka 12wa or pitra Pooja ek din pade to kya kare please btaye ?
Jin badnaseeb maa baap ka iklota beta covid may chala gaya wo sharaad kese kere. Please bataye. 🙏
Kay mahila karsakti hai
Nahi
@@MortyMTjinka beta nhi he . Obviously beti hi karengi
A technical hamare yaha nahi chalta
.
आप लोग ही तो बताते हैं कि मरने के बाद दूसरा जन्म हो जाता है।
Aapke pitruone kitna bada bangla diya he aapko 😱😱😱😱😱😱👌👌👌👌👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Abe Chutye set h ye..uska ghar ni h
Shooting ka hai bhai inka apna nahi saare pooja ke tutorials isi mein shoot hue hai
My son died can I do for him
यदि किसी पित्र का दिन पूर्णिमा तिथि को पड़ता है तब उनका तर्पण और पूजन कब किया जाएगा कृपया बताने का कष्ट करें।
क्योंकि श्राद्ध पूजन के लिए आपने अश्विन मास की प्रतिपदा से अमावस्या तिथि तक ही बताया है।
29.09.2023 ko
@@Jayabhadani0105
कमेंट का जवाब देने के लिए आप कोबहुत बहुत धन्यवाद
सादर नमन 3:19
हरि ॐ:- १४ -१०-२०२३ आश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या को क्योंकि शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, कृष्ण पक्ष अमावस्या या जिनकी तिथि ज्ञात नहीं हो वो सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या हैं उस तिथि पर मृत्यु प्राप्त करने वालों के लिये महालय श्राद्ध भी अमावस्या श्राद्ध तिथि पर किया जाता है,ॐ पितृ गणाय विद्द्महे तत्सवितुर्वरेण्यं जगत् धारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात्।।🪔🙏
Kyu ladkiya nhi kar sakte
🙏🙏