आज मैने पहली बार युटुब मै आप का विडोज देखा आंखे नम हो गई बोलने को शब्द नही है मेरे पास, मेरा भी घर अल्मोड़ा चोखोटिया तरागतल मै है, 29शाल मुझे हो गए कोई जमाने मै पापा जी गए थे गांव जब वो 9th कलास मै थे, आज हमारे पिताजी ही नही है 209मै भगवान को प्यारे हो गए मै जाऊंगा अपना गांव अब 😢😢
बहुत ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया गया पलायन के बारे में आपके इस मेहनत के लिए आपको सैल्यूट है मैं ईष्ट देव गोलू जू से प्रार्थना करता हूं कि आप अपने इस प्रयास के लिए जरूर सफल होए बहुत बहुत धन्यवाद
How far is Kheti village from Your village. Have you ever been to that' village ? If Yes, how is the situation there. Please share,if you have seen that village.
बहुत सुंदर भाई जी । आपके अंदर बहुत हौसला है । आपने बहुत सुंदर घर दिखाए पहाड़ो के और गांवों की सुंदरता भी। आज दिनांक 4/5/2024 की रात को आपकी वीडियो बिना स्किप किये हुये देखी । आपके इस भृमण पर मुझे आप पर गर्व है।
दाजयू, आपने बहुत सुंदर प्रस्तुति दिखाई गांव की। घरों को देखकर हृदय बहुत भाव विभोर हो गया। कितनी मेहनत से हमारे पूर्वजों ने उन घरों को बनाया होगा। लेकिन गांव में काम की मजबूरी और सड़के ना होने से अस्पताल की कमी होने से कई ऐसी चीजें जो कि पहाड़ों में अभी तक नहीं हो पाई। इस कारण भी लोग अपने घरों को मजबूरन छोड़ कर चले गए। अगर पहाड़ों में यह सुविधा हो जाए तो हम लोगों को कहीं भी हिल स्टेशन जाने की जरूरत ना पड़े। प्राकृतिक दृश्यों के सामने,शहरों ऊंची बिल्डिंग, मोटर गाड़ियां, या कोई भी ऐशो आराम की चीज बहुत फीकी सी लगती है। अपने गांव का प्राकृतिक सौंदर्य दिखाए व समझाया उसके लिए आपको कोटि कोटि नमन❤❤❤
Write your real name. Are you ashamed to do that. Second thing, while You are earning, You can live at Your working place,which could be any City or town. But, Once you retire,go back to your native village. It would help the growth in the economy of Uttarakhand. Utilise Your savings at Your native places. I too have the same plan for myself.
जो लोग आज से 40 या 50 साल पहले उत्तराखंड से पलायन कर चुके उन्हीं की वजह से क्योंकि उन्होंने बहुत कमर तोड़ मेहनत करके अपने बच्चों को पढ़ाई लिखाए आज इन्हीं की वजह से उत्तराखंड मैं लेटर वाले मकान बने और उन लोगों ने ही बताया कि पलायन करने के बाद भी हम अपनी भूमि से जुड़े अन्यथा पहाड़ में पैसा कहां से आता
सच मैं आज मेरे आशु निकल गए ये वीडियो देख कर ये तो पहाड़ के निवाशी हैं इन्हें कितनी याद आती होगी मैने तो पहाड़ में काम किया था मुझे बहुत याद आती है पर मेरी मजबूरी है कि मैं जा नहीं सकता हूं दो साल से बीमारी से जूझ रहा r
बहुत सुंदर, इतनी दूर तक सफर भी किया पर उनके बिरादर नहीं मिले । पलायन से बुरी हालत है। पर सरकार को भी चाहिए उत्तराखंड के गांव में चकबंदी की जाए। ताकि एक जगह पर जमीन हो जाए। महिलाओं पुरुषों को मेहनत कम पड़े। आगे पलायन न हो।
बहुत सुंदर प्रस्तुति। । आज लोग पलायन के लिए मजबूर हैं बेहतर जीवन के लिए व रोजगार के लिए लोग पलायन करने को मजबूर हैं पर कर्म भूमि जहाँ भी हो हमें अपने पूर्वजों की धरोहर का भी समय-समय पर जो हमारी जन्म भूमि है की ओर ध्यान देना चाहिए समय बिताना चाहिए।
👌👌👌👌Uttrakhand ke bare mein bahut sundar explain kiya hai uttrakhand ka har cona har pahad har road har khet khaliyan wahan ke sachche bhole bhale logo ka bahut kathin jiwan 👍👌👌
बेहतर जिन्दगी की चाहत और रोजगार की मजबूरी पलायन के कई बिन्दुओं में से दो मुख्य बिन्दु है। " पलायन " संसार के लिये शाश्वत सामाजिक मुद्दा नित बना रहेगा । गरूड वाली विडीये बहुत अच्छी लगी । विशेषकर जूते - चप्पल मरम्मत करने वाली बाला कीआत्मविश्वास ने मुझे बहुत प्रभाव्ति किया । पथिक ऐसे ही चलते चलो ... . . . चलते चलो और सालों - साल से वीरान पड़े भवनों व बाखलियों के दर्शन कराते रहो। बन्द पड़े सूने खोली - दरवाजों को खट खटाते रहों। तुम्हारे ईमानदार परिश्रम को सलाम है।😊😊
नमस्कार जी गाण घतार पहाड़क ठंडी हवा चलतें रोल तमर विडियो देख भेर पहाड़क दर्शन होते रल तुम हगाणी बणते रो तमर लिजिक हर सड़क हर गॉवक बाट दरवाज आपो आप खुल ते रोल जय हो देव भूमि
जैसे जैसे लोगो के पास पैसा आता गया लोग गांव छोड़ने लगे थोड़ा बहुत जो गांव बचे है वही लोग है जो मजबूर है नही तो सब कब के पलायन कर गए होते😢 आप सभी को प्रणाम पैलाग टिहरी गढ़वाल ❤
बहुत सुंदर भैय्या यहां के दोस्त लोग थे हमारे स्कूल टाईम पर स्कूल का नाम था महतगांव यहां से मेरे मायके का एरिया शुरू होता है कुँवाली थैक्स आप का हमारी यादे ताजा करने को
Bhai ji Jo aapne makan dikhaya jo band tha wo Mera hi hai Jo sabse upar tha aapne mujhe Mera Ghar dikhaya aur aapka bhaut bahut dhanyawad ham sare log bahar hi hai job ke chalte
Sir door duragam pahadi village me jatiwaad casteism but hota h iss but difficulties hoti h sir kuch kariye Note ,: me khud bhatt bhramin hu pithoragarh se
घर छोड़कर पलायन कर गए ये कहना आसान है पर क्यों गये ये क्या कारण थे सभी जानते हैं।सरकारों की नाकामी, उचित विकास न होना, रोजगार की अनुपलब्धता, लचर चिकित्सा सुविधा व शिक्षा, कारण है वरना किसै अच्छी नहीं लगती अपनी जन्मभूमि। कोई यूं ही बेबफा नहीं होता, कुछ तो मजबूरियां रही होंगी।
भाई जी सिर्फ बढिया मकान होना गाँव में रहने का जरिया थोड़़े ही है। कभी सरकारी अकर्मण्यता पर भी प्रकाश डालें तो सायद कुछ उत्थान हो पहाड के दर्द का। गाँव वासियों से ही सुना कि रोड कनैक्टिविटी नहीं है। तो फिर वहां कोई क्यों रुका रहेगा। सिर्फ इसलिए कि मेरे पुर्खों की धरोहर है। सोचने का बिषय है.. । रोजगार.. कहाँ से लाओगे रोजगार......
दाजू आज आप की कोसोश की बहुत सुंदर थी मैं भी इसी गांव का रहेने वाला ही यानी दुगोडा कोट आंगड़ी से पहले जो आप ने दिखाया दाजु गांव का हाल तो आप ने देखा ही इस का मुख्य कारण रोड का नही होना है क्योंकि जब भी कोई दुख तकलीफ होती है उस समय बहुत कष्ट उठाना पड़ता जिस कारण आज लोग गांव छोड़ छोड़ कर जाने को मजबूर है धन्यवाद आपका का बहुत बहुत 🙏🙏
❤❤ भाई आपकी पूरी वीडियो देखी है लेकिन आपकी शक्ल नहीं देखी कितने अच्छे अच्छे मकान हैं गांव में लोग भी नहीं है सब लोग पलायन कर चुके हैं फिर भी अपना घर देखने जाना चाहिए😊😊😊
Aap ka hur video mai dekhta hu ,aapki prastuti bahut uttam hai 🙏, kya aap hume uttrakhand ke us jagah ko bhi dikhyen Joo 2000 MTR se jyada height ki hoo aur sant hoo please 🙏
सुविधाओं का अभाव, पलायन को मिला भाव, मुख्य कारण यही है, उसी कारण बंदरों और जंगली जानवरों का आतंक अब अलग से है, उज्जवल भविष्य जहां रहना पसंद करता हर कोई वहां है, इंसानी जिंदगी खानाबदोश की तरहां है, पहाड़ भी किसी समय, कोई तो कारण रहा होगा, बसा भी तभी है।
जब बिटीकि हमरु राज्य उत्तराखंड ह्वे अपणा खुटौन खड़ु नि ह्वे बस उतणदंड ह्वे। विकास क नौ पर बस खंड मंड ह्वे शहीदूं कू दिख्यूं सुपिनू खंड खंड ह्वे अपणा खुटौन खड़ु नि ह्व बस उतणदंड ह्वे।
Agar Congress (government) Nehru aur Gandhi jaise logo ne pure uttrakhand ka sarvnash kiya hai khaskar ye dono na hote toh uttrakhand jita jagta Swarg hota Jo Aaj Tak kisi bhi tarah se aage nahi badha 100 saal pahle jaisa hi pichhda huwa hai palayan karne wale ogo ki bhi galti nahi unke samne pariwar palne pet ka sawal bhi tha Devbhumi uttrakhand devtaao ki bhoomi hai Jai ho Devbhumi ki
आज मैने पहली बार युटुब मै आप का विडोज देखा आंखे नम हो गई बोलने को शब्द नही है मेरे पास, मेरा भी घर अल्मोड़ा चोखोटिया तरागतल मै है, 29शाल मुझे हो गए कोई जमाने मै पापा जी गए थे गांव जब वो 9th कलास मै थे, आज हमारे पिताजी ही नही है 209मै भगवान को प्यारे हो गए मै जाऊंगा अपना गांव अब 😢😢
बहुत ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया गया पलायन के बारे में आपके इस मेहनत के लिए आपको सैल्यूट है मैं ईष्ट देव गोलू जू से प्रार्थना करता हूं कि आप अपने इस प्रयास के लिए जरूर सफल होए बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत सुंदर प्रस्तुति आपने पलायन की याद दिलाई हमारे गांव शिलग जालली जिला अल्मोड़ा से भी 90 परसैंट परिवार बाहर चले गए हैं
How far is Kheti village from Your village. Have you ever been to that' village ? If Yes, how is the situation there. Please share,if you have seen that village.
थैंक यू सर
आपने बचपन की याद दिला दी
सर मैं ३० साल बाद अपने गांव जाकर अपना घर बना रहा हूं
बहुत सुंदर भाई जी । आपके अंदर बहुत हौसला है । आपने बहुत सुंदर घर दिखाए पहाड़ो के और गांवों की सुंदरता भी। आज दिनांक 4/5/2024 की रात को आपकी वीडियो बिना स्किप किये हुये देखी । आपके इस भृमण पर मुझे आप पर गर्व है।
दाजयू,
आपने बहुत सुंदर प्रस्तुति दिखाई गांव की। घरों को देखकर हृदय बहुत भाव विभोर हो गया। कितनी मेहनत से हमारे पूर्वजों ने उन घरों को बनाया होगा। लेकिन गांव में काम की मजबूरी और सड़के ना होने से अस्पताल की कमी होने से कई ऐसी चीजें जो कि पहाड़ों में अभी तक नहीं हो पाई। इस कारण भी लोग अपने घरों को मजबूरन छोड़ कर चले गए। अगर पहाड़ों में यह सुविधा हो जाए तो हम लोगों को कहीं भी हिल स्टेशन जाने की जरूरत ना पड़े। प्राकृतिक दृश्यों के सामने,शहरों ऊंची बिल्डिंग, मोटर गाड़ियां, या कोई भी ऐशो आराम
की चीज बहुत फीकी सी लगती है। अपने गांव का प्राकृतिक सौंदर्य दिखाए व समझाया उसके लिए आपको कोटि कोटि नमन❤❤❤
Write your real name. Are you ashamed to do that. Second thing, while You are earning, You can live at Your working place,which could be any City or town. But, Once you retire,go back to your native village. It would help the growth in the economy of Uttarakhand. Utilise Your savings at Your native places. I too have the same plan for myself.
क्या शानदार वीडियो बनाया आपने शब्दों में कभी बया नहीं कर पाउँगा ❤❤❤❤❤❤❤❤sir
बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपने हमारे गांव के दृश्य दिखाई धन्यवाद भाई जी
जो लोग आज से 40 या 50 साल पहले उत्तराखंड से पलायन कर चुके उन्हीं की वजह से क्योंकि उन्होंने बहुत कमर तोड़ मेहनत करके अपने बच्चों को पढ़ाई लिखाए आज इन्हीं की वजह से उत्तराखंड मैं लेटर वाले मकान बने और उन लोगों ने ही बताया कि पलायन करने के बाद भी हम अपनी भूमि से जुड़े अन्यथा पहाड़ में पैसा कहां से आता
😂😂😂😂
आपका विचार २ कौड़ी का है । क्योंकि यहां बात उन लोगो की है जो कभी पहाड़ लोट कर ही नही आए ।
@@uttarakhandipahadi8947तमीज और सभ्यता आपके संस्कारों को प्रदर्शित करता है। खटीमा के काठमाली लगते हो, या कोई और मिक्स ब्रीड के।
@@uttarakhandipahadi8947
जो तरक़्क़ी कर रहे है वो क्यूँ वापस आए गए ?? तुम लोग की औक़ात २० हज़ार की है । उत्तराखंड उत्तराखंड लगे रहते हो ।
@@vg82 तुम्हारी औकात एक पत्थर के बराबर भी नहीं है , 😂😂
बहुत सुंदर प्रस्तुति 👌🙏
बहुत सुंदर 👌👌
कभी इधर द्वाराहाट के ग्वाड़ गांव भी आएं
आपका स्वागत है........ अभिनंदन है.......
Bahut sunder prastuti!❤❤❤
पांडे जी,बहुत सुंदर वीडियो और बहुत सुंदर प्रयास आपका।🙏👍🙋
Bahut sunder prastuti
Bahut sundar sir hamara gaun or Ghar dikhane ke liye dhanyawaad ❤
Bahut.sundar.prastuti
Very very nice ❤️❤️🙏
शहरों में वैभव तो केवल नामका❤❤
Hum logo k liye itni mahnut karne k liye Sadhuvaad. ❤❤❤
बहुत सुन्दर प्रस्तुति 🎉🎉❤❤
सच मैं आज मेरे आशु निकल गए ये वीडियो देख कर ये तो पहाड़ के निवाशी हैं इन्हें कितनी याद आती होगी मैने तो पहाड़ में काम किया था मुझे बहुत याद आती है पर मेरी मजबूरी है कि मैं जा नहीं सकता हूं दो साल से बीमारी से जूझ रहा r
Aaj hamara purvajo gar dekhakar mera man bhar aaya
बहुत सुंदर, इतनी दूर तक सफर भी किया पर उनके बिरादर नहीं मिले । पलायन से बुरी हालत है। पर सरकार को भी चाहिए उत्तराखंड के गांव में चकबंदी की जाए। ताकि एक जगह पर जमीन हो जाए। महिलाओं पुरुषों को मेहनत कम पड़े। आगे पलायन न हो।
बहुत, सुन्दर,इतनी,दूर,सफर,भी,किया,पर, उनके बिरादर,नहीं,मिले,पलायन,से,बुरी, हालत,है,
पर,सरकार उत्तराखंड ,के,गांव,पर, चकबंदी ,कि,जाय,ताकि,एक,जगह,पर, जमीन, हो,जाय, महिलाओं,व, पुरुष,,को, मेहनत,कम,पड़े,आगे, पलायन,न,हो,
बहुत सुन्दर भाई जी आज़ आप ने गांव को दिखाया दिल बाग़बान कर दिया जय देव भूमि उत्तराखंड ❤❤❤
Aapka bht bht dhanyvaad sir jo hmare ghr ko apne youtube se hm tk phuchaya
Jai ho Dev Bhomi Uttrakhand ki 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩
Bahut hi sundar video ❤❤❤
भैया आप ने गाव की याद दिला दी बहुत अच्छा लगता है
Bahut sunder jai uttrakhand ❤❤
बहुत सुंदर प्रस्तुति। । आज लोग पलायन के लिए मजबूर हैं बेहतर जीवन के लिए व रोजगार के लिए लोग पलायन करने को मजबूर हैं पर कर्म भूमि जहाँ भी हो हमें अपने पूर्वजों की धरोहर का भी समय-समय पर जो हमारी जन्म भूमि है की ओर ध्यान देना चाहिए समय बिताना चाहिए।
👌👌👌👌Uttrakhand ke bare mein bahut sundar explain kiya hai
uttrakhand ka har cona har pahad har road har khet khaliyan
wahan ke sachche bhole bhale logo ka bahut kathin jiwan 👍👌👌
बेहतर जिन्दगी की चाहत और रोजगार की मजबूरी पलायन के कई बिन्दुओं में से दो मुख्य बिन्दु है। " पलायन " संसार के लिये शाश्वत सामाजिक मुद्दा नित बना रहेगा ।
गरूड वाली विडीये बहुत अच्छी लगी । विशेषकर जूते - चप्पल मरम्मत करने वाली बाला कीआत्मविश्वास ने मुझे बहुत प्रभाव्ति किया ।
पथिक ऐसे ही चलते चलो ... . . . चलते चलो और सालों - साल से वीरान पड़े भवनों व बाखलियों के दर्शन कराते रहो। बन्द पड़े सूने खोली - दरवाजों को खट खटाते रहों।
तुम्हारे ईमानदार परिश्रम को सलाम है।😊😊
बहुत सुंदर 👌दुगोड़ गांव तो देखा ही जो गांवो के केवल नाम सुना था मैने वो भी देख लिए🙏
नमस्कार जी
गाण घतार पहाड़क ठंडी हवा चलतें रोल
तमर विडियो देख भेर पहाड़क दर्शन होते रल
तुम हगाणी बणते रो तमर लिजिक हर सड़क
हर गॉवक बाट दरवाज आपो आप खुल ते रोल
जय हो देव भूमि
Maga le apann pahadak yaad 🙏eye ge hi Dajiu
जैसे जैसे लोगो के पास पैसा आता गया लोग गांव छोड़ने लगे थोड़ा बहुत जो गांव बचे है वही लोग है जो मजबूर है नही तो सब कब के पलायन कर गए होते😢
आप सभी को प्रणाम पैलाग
टिहरी गढ़वाल ❤
दड़माड़ गाँव भी आसपास है क्या ! 15 साल पहले आये थे ! वहाँ की दही, corn के पकौड़े आज तक याद हैं ! बहुत अच्छा वर्णन करते हैं आप !
Bahut sundar pryas aapka bahut bahut dhanyavad ❤❤ Dil se salute ❤️❤️💐🙏
Nice video from Austria 🇦🇹
Very very nice vlog Bhai ji
Good village from kathmandu
Meethi madhuri subh savar prabhuji 🍫🍫🌹🌹🌹🌹🍫🍫💖💖💖
बहुत यंदर है भाई ये जगह
Bahut sunder Prastuti 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Very nice blog for which I was awaiting since long pl.
पलायन का असली कारण सुविधा का न होना , रोड अगर आता है तो मैं दोबारा गांव में वापस आने को तैयार हू ❤❤❤
Bhai road aata nhi laana parta hai
@@ryanyadav6208 lakh koshish Kari h , bas map bna ke nikl lete hai
@@rishna-uv1ng bhai aapki baat maan lete hai chalo thik hai to uttrakhand me muslimo ki aabadi q badh rahi hai wo kaise
@@ryanyadav6208 मेरे गांव में एक भी नही है , बस ऐसे ही सभी लोग अपने गांव में एक भी मत आने दो काम खत्म
जहाँ सड़क है ,वहाँ भी पलायन है,पहाड़ों में स्वास्थ्य सुविधायें नहीं हैं।
बहुत सुंदर भैय्या यहां के दोस्त लोग थे हमारे स्कूल टाईम पर स्कूल का नाम था महतगांव यहां से मेरे मायके का एरिया शुरू होता है कुँवाली थैक्स आप का हमारी यादे ताजा करने को
Bhayaaaa ji aapne Aaj meri Amma ko b dikhaya aapka bahut bahut dhanyawad ama ne lagaya unka ladka aa gaya hoga tab wo us makan se dekhne ko ayai
Good vidio congratulate
Bhai ji Jo aapne makan dikhaya jo band tha wo Mera hi hai Jo sabse upar tha aapne mujhe Mera Ghar dikhaya aur aapka bhaut bahut dhanyawad ham sare log bahar hi hai job ke chalte
Sir door duragam pahadi village me jatiwaad casteism but hota h iss but difficulties hoti h sir kuch kariye
Note ,: me khud bhatt bhramin hu pithoragarh se
आंगड़ी की यात्रा मंगलमय हो।
Hmara gaw😍😍
bahut hi sundar karyaa .
Sir, आप अपने चैनल पर ग्राम सभा भेट को भी दिखाया करें। (धन्यवाद)
मैं Khyali Dutt Bhatt
From Delhi
Bhut sunder 👍🏼
Jai Shree Ram 🚩🚩🚩
कृपया इन घरों को धरोहर की तरह संजोकर रखें।
बंदर कुछ रहने नहीं देते ,पर बंदर तो एक भी नहीं दिखाई दे रहा है🤣🤣
बहुत सुन्दर विडियो👌👌
Hats off to you,aapne to ajib video banadi,Historic video,I am watching uttarakhand vlogs at lice five blogers,
बहुत बहुत धन्यवाद भ्राता आप ने बहुत मेहनत करी है पलायन पहाड़ का सबसे बड़ा दर्द है
well done brother bhut aacha work kr rhe ho, sath me mera gav mahatgav dikhane ke liye bhi bhut sara aabhar aapka
Beautiful vlog
घर छोड़कर पलायन कर गए ये कहना आसान है पर क्यों गये ये क्या कारण थे सभी जानते हैं।सरकारों की नाकामी, उचित विकास न होना, रोजगार की अनुपलब्धता, लचर चिकित्सा सुविधा व शिक्षा, कारण है वरना किसै अच्छी नहीं लगती अपनी जन्मभूमि।
कोई यूं ही बेबफा नहीं होता,
कुछ तो मजबूरियां रही होंगी।
सुन्दर
भाई जी सिर्फ बढिया मकान होना गाँव में रहने का जरिया थोड़़े ही है। कभी सरकारी अकर्मण्यता पर भी प्रकाश डालें तो सायद कुछ उत्थान हो पहाड के दर्द का। गाँव वासियों से ही सुना कि रोड कनैक्टिविटी नहीं है। तो फिर वहां कोई क्यों रुका रहेगा। सिर्फ इसलिए कि मेरे पुर्खों की धरोहर है। सोचने का बिषय है.. । रोजगार.. कहाँ से लाओगे रोजगार......
दाजू आज आप की कोसोश की बहुत सुंदर थी मैं भी इसी गांव का रहेने वाला ही यानी दुगोडा कोट आंगड़ी से पहले जो आप ने दिखाया दाजु गांव का हाल तो आप ने देखा ही इस का मुख्य कारण रोड का नही होना है क्योंकि जब भी कोई दुख तकलीफ होती है उस समय बहुत कष्ट उठाना पड़ता जिस कारण आज लोग गांव छोड़ छोड़ कर जाने को मजबूर है धन्यवाद आपका का बहुत बहुत 🙏🙏
Beautiful village ❤❤❤
बहुत सुन्दर जगह लेगा है ऐ 👌👌🥰🥰👍🙏
बहुत सुंदर विडिओ 👌👌
❤❤ भाई आपकी पूरी वीडियो देखी है लेकिन आपकी शक्ल नहीं देखी कितने अच्छे अच्छे मकान हैं गांव में लोग भी नहीं है सब लोग पलायन कर चुके हैं फिर भी अपना घर देखने जाना चाहिए😊😊😊
V nice information
Sir ap dugoda coat jate vhan ke gaye hai kala dhungi hamare dada ke bhai dugoda me naai negi rahte hai dugoda coat me nagarkoti negi
Taila Gav me Amit Negi vlog dekhti hu aapka to video amezing hai Ghar ki technic ki bate amezing
Very good
हमारा ही घर है सर लेकिन जो नेगी आप ढूढने आए तो वो नही है , रामनगर वाले तो अभी 10 साल पहले गए है
Thanks so much, very nice vdo sir.
He has built such a nice house, maybe it would be good if he gives it to someone. Maybe he has a lot of money, that is why he left from here.
Aap ka hur video mai dekhta hu ,aapki prastuti bahut uttam hai 🙏, kya aap hume uttrakhand ke us jagah ko bhi dikhyen Joo 2000 MTR se jyada height ki hoo aur sant hoo please 🙏
Jai ho 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
सुविधाओं का अभाव, पलायन को मिला भाव, मुख्य कारण यही है, उसी कारण बंदरों और जंगली जानवरों का आतंक अब अलग से है, उज्जवल भविष्य जहां रहना पसंद करता हर कोई वहां है, इंसानी जिंदगी खानाबदोश की तरहां है, पहाड़ भी किसी समय, कोई तो कारण रहा होगा, बसा भी तभी है।
Bahut accha laga raha hai mara bhi dekha huaa hai yad taja kar di main abi UK me hu beta ji thank you ❤️❤️🌹🌹
जब बिटीकि हमरु राज्य
उत्तराखंड ह्वे
अपणा खुटौन खड़ु नि ह्वे
बस उतणदंड ह्वे।
विकास क नौ पर बस
खंड मंड ह्वे
शहीदूं कू दिख्यूं सुपिनू
खंड खंड ह्वे
अपणा खुटौन खड़ु नि ह्व
बस उतणदंड ह्वे।
❤
यही कहानी हमारी भी है ।काम कि मजबूरी यह करने पर मजबूर करती है। अपनी जड़ों से कट कर मायूस है ।
Yeh dev bhoomi hai 🙏🙏💐
सारा फौलट सरकार का है ना शिक्षा ना स्वस्थ ना गांवों के रास्ते ना रोड़ ऊपर से बाग सुवर बनंदरो का आतिंग सब से बड़ी परेशानी स्वास्थ शिक्षी 😮😮😮
Agar Congress (government) Nehru aur Gandhi jaise logo ne pure uttrakhand ka sarvnash kiya hai khaskar ye dono na hote toh uttrakhand jita jagta Swarg hota
Jo Aaj Tak kisi bhi tarah se aage nahi badha 100 saal pahle jaisa hi pichhda huwa hai palayan karne wale ogo ki bhi galti nahi unke samne pariwar palne pet ka sawal bhi tha
Devbhumi uttrakhand devtaao ki bhoomi hai
Jai ho Devbhumi ki
🎉🎉 very thanks 🙏
Very beautiful ❤️❤️
Bahut Sundar khoj m Lage ho Bhai mera khna to ye h ki chahe kitna bhi Rupiya pesa ho Apni Matra bhumi /pusteni Dharovar se jude Rahna chahiye 😢😢
हयरे म्यार पहाड़ त्वैंकैं देखि बेरा म्यर मन भरि आय 😢😭🤔👁🌨🌨🌳💥
Very beautiful 🤩
वाह।
Gjb ❤❤❤
Dhanayvad
कितना कुछ दिखा देते हो आप पहाड़ का, बस नहीं दिखाते तो अपना चेहरा ❤
गांव बहुत सुंदर है। पलायन की वजह से सब बर्बाद हो गया है।
Radhe Radhe Krishna Ji
Sab to nhi jante sir iss raste ko ha kuch k Siva but aapki videos kaafi detailing hoti hai
Super 🥰🥰🥰❤️🥰
Sir barechhhina Sai unnainaini village ki yatra dikhao