Vishal Bagh I Abhivyakti Kavi Sammelan Mushaira l Mumbai

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  • Опубліковано 12 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 16

  • @SBharatEntertainmentReels
    @SBharatEntertainmentReels Рік тому +1

    आपको जितना सुनो उतना कम है
    यूं ही नहीं, आपकी शायरी में दम है

  • @Sheikhaltafpoetry
    @Sheikhaltafpoetry 2 роки тому +2

    جی ہم ہی ہیں محبت کے مارے ہوۓ، ❤❤❤❤

  • @santushssing
    @santushssing 2 роки тому +2

    Kya kahne ....waaah

  • @om-OK
    @om-OK 2 роки тому +1

    आज आपकी किताब आ गई ❤️
    🙏🙏 ढेर सारा प्रेम कानपुर से💗💗

    • @vishalbagh
      @vishalbagh  2 роки тому

      Bahut aabhaar aapka! Ummeed hai ki apko kitaab pasand aayegi

    • @om-OK
      @om-OK 2 роки тому +1

      @@vishalbagh जी भैया।
      भूमिका पढ़ रहा था तो लगा ये तो शायद डॉ कुमार विश्वास भैया की शैली लग रही ..अंदाज़ा सही निकला ❤️
      कुछ ग़ज़लें पढ़ी हमनें ..
      "कुछ शे'र रोक लेते हैं कुछ बहाकर ले जाते हैं।"
      इश्क़ , इंसानियत और दर्द (जिसे आप 'जो तन लागे सो तन जाने' कहते हैं ) सब इस किताब में दिखता है।
      एक व्यक्तिगत बात आपसे बतायें ये किताब हमें महँगी लग रही थी क्योंकि हम एक विद्यार्थी हैं और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। पर कुछ पन्ने पढ़ने के बाद महसूस हुआ कि किताब अनमोल है। वेदना सहने वाले जब उस वेदना से दृष्टि देते हैं तो उसकी सही कीमत समाज नहीं दे सकता।
      हम आपसे उम्र और अनुभव में बहुत छोटे हैं। फीडबैक तो क्या दे पाएंगे हम , बस कुछ शब्द हैं जो पढ़ते हुए महसूस हुए वो आपके मन तक पहुँच सके तो अच्छा है।
      सादर प्रणाम 🙏🙏

  • @kashifsayyedwrites
    @kashifsayyedwrites Рік тому +1

    Zindabad bhai Zindabad ❤️

  • @haridaas8329
    @haridaas8329 2 роки тому +1

    तेरे इनकार ने तो मांग बढाई मेरी😊
    Totally new angle💕

  • @haridaas8329
    @haridaas8329 2 роки тому +1

    Ur humble n grateful nature makes u more lovable...I have observed u never miss an opportunity to express ur gratitude for those who have supported u
    Aap humko bahot achhe lagte hain😊

    • @vishalbagh
      @vishalbagh  2 роки тому +1

      Mere kuchh kar paane ki aas lagaye bahut se log hain jinka shukriya main kaise ada karunga. Kitaab mein bhi maine iska zikr kiya hai ki in sab logon ki mehnat ka jod mujhse zyada niklega… god has been kind

  • @arpitpoetry5990
    @arpitpoetry5990 2 роки тому +1