विस्वास जी आपको कोटि कोटि नमन । बहुत मशहूर लोग है जो ओशो को पढ़ते और सुनते है लेकिन कहने की हिम्मत नही ।आपने हिम्मत की है । इसके लिए आपको नमन साधुवाद ।।।
कुमार विश्वास जी मैं आपका फैन हूँ लेकिन ओशो सन्यासी भी हूँ ,,, ओशो ही पीता हूँ ओशो ही खाता हूं ओशो ही ओशो है और जब भी आपको सुनता था लगता था ये बंदा पक्का ओशो पढ़ता होगा वैसे मैं ये भी जानता हूँ कि इस देश के जितने भी कला से जुड़े लोग या बुद्दिजीवी हैं सब ओशो प्रेमी हैं लेकिन ये स्वीकार करने में डरते हैं जो भी तथाकथित गुरु हैं वो रात को ओशो पढ़ते हैं और सुबह प्रवचन देते हैं लेकिन मानते नहीं हैं लेकिन आपका ये audio सुन कर लगा आप वाकई सच्चे कलाकार हैं बहुत बहुत साधुवाद बस एक request है कि अपने कवि संमेलन वाले मंचो से भी ये जिक्र किया करें
@@IshwarSingh-bu6pb ओशो को महिमा मन्ड्ंन की जृरत नहीं जीवन जिनेकी कला निसर्गक के सात ना की विपरीत ओशो आखरी पन्ना है इस दुनिया के जिने के लिये जत धर्म देशो की सीमा ये कोहि मय्ने नही रख्ती शंती और प्रेम से जीने के लिये
वर्तमान में आचार्य प्रशांत जी आध्यात्मिक क्रांति का काम बहुत ही तीव्रता से कर रहे हैं और उनकी भी बातों में गहराई असीम सागर से है और सत्य बोलने की निष्ठा भी😊❤
जब भी बीसवीं सदी के इतिहास को देखा जाएगा तब एक महान दार्शनिक और एक आदर्श आईना में ओशो का संदेश देने की कला सहज एवं सरलतम रूपों में अग्रणी भूमिका में दिखेगा ।
वाह डॉक्टर साहब मजा आ गया, अपनी कविताओं की तरह ही आपने सच्चे मन से ओशो के प्रति अपनी श्रद्धा और अभिव्यक्ति को जनता के सामने प्रस्तुत किया। बहुत बहुत धन्यवाद आपका।❤️🙏
@@ShashikantSadaiv are 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 on your website or designing or sunao are the duck 🦆🦆🦆🦆🦆🦆🦆 on a set 📐📐 pppp you can 🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫 iyoyoyoyyyyyoyo
जीवन में हमेशा खुश रहो सभी को खुश करो प्रसन्न रहो जीवन में कभी कोई कष्ट नहीं होता । जीवन एक आनद है जीने के लिए कोई सीमाएं नहीं है । पक्षियों की तरह प्रकृति का आनंद उठाओ । सदा मुस्कुराते रहो । मुझे आशा है की आस पास के लोग आपसे प्रभावित होगे।
I am a lover of Osho. Osho is eternal , not influenced by any body , spoke the truth as it should be told . It is good to learn that Kumar Biswas , a reader and lover of Osho.
You are wrong das,oshi was absolute learner,with grasping power after vivekanand and bhimrao ambedkar and osho influenced much by mahavir and siddharth not by dhyan sadhana but by his reading profound reading that's all
रामनवमी 2008, भोपाल पहली बार डॉ विश्वास को रूबरू सुना, देखा... मेरे ज़ेहन में ये बात आयी कि ऐसा प्रतिभासंपन्न और मुखर युवा कवि ओशो प्रेमी होगा ही होगा... और क़रीब 4-5 साल बाद यूट्यूब में कहीं इनके द्वारा ओशो के ज़िक्र सुना तो कन्फर्म हुआ कि मेरा पूर्वाभास सही था.! 😊 कबीर की काव्य परम्परा के शिखर पुरुषों में से एक डॉ कुमार विश्वास से आपकी ये बेबाक बातचीत ये अंतर-view सुनना सुंदर अनुभव सदैव स्वामी जी.. 💐 प्रेमिल प्रणाम... शुभेच्छाएँ
Vishwas ji u understood very well. You r great. Dhanywad 🙏 Jai Osho apko sun ke bahut guru log bhi badalthe hai kyu ki bahut se log chorise osho books padte hai, sunthe hai usme hai so matter, stories and jokes use karthe hai jaise ki unhi ka hai lekin OSHO ka naam lena darte hai. Jai Osho 🙏
ओशो जैसी समझ और ज्ञान ईश्वरीय शक्ति हे देन है ऐसे ही उनको समझने का समय भी ईश्वर द्वारा निर्धारित है शायद वो आ गया अब क्योंकि ओशो को सुनने के बाद मुझे लगा कि जैसा मेरा विचार था उससे वो बहुत ऊंचाई पर हे मेरे जीवन में बहुत विशेष हे 🙏🙏🙏🙏
यह ठीक है प्रेरणा कहीं से भी मिलती फिर भी उधार के ज्ञान पर स्थिरता नहीं आती इसलिए अपने भीतर के " बीजक" को समझो। बीजक आध्यात्मिक ज्ञान की कुंजी है। अभ्यंतर योग से समाधि की ओर जाने का सरल पथ है...💞🤲🙏💞
हां सही हे मार्ग दर्शक से वो ही समझो जो तुम्हे लॉजिकली ठीक लगे बाकी अपनी समझ और अनुभव ही काम आता हे जो ईश्वर की ही देन है जो सबमें भिन्न है आपो दीपो भव 🙏🙏🙏
@@bhawanasood8311 आप ने सही कहा। कोई भी प्रवचन हमारे cerabral cortex में जाता है वहां मन को उत्पन्न करता है। यह मन logic में जाता है ,spiritual की ओर भी जाता है, नेगेटिव फोर्स की तरफ भी जाता है। एक और क्रिया हो रही होती वोह BBB ( blood brain barrier) k bavajud cicumventricular organs के जरिए heart मे जाती है। सब मिला कर एक निर्णाय करना होता है।यही हमारे value judgement hote hain . Hamare bhitar aur bhi uthal puthal ho rhi hoti hain ie pituitary gland ke रहस्य, hypothalamous, adernal cortex and medulla glands के अंदर की क्रियाएं बहुत सी unknown hain jo hame psychomachay state में डाल सकती हैं। एक psychlogical stressess को उत्पन्न कर सकतीं हैं। कहने का तात्पर्य यह है। आत्म ज्ञान, आत्म दर्शन, बीजक उसकी कुंजी है। आध्यात्मिक छिपे खजाने को ढूंढना है। Who m I? V all needs to know this ,no problem search trough ... Logic, philosophy,psychlogy, ethology,psychophysics, physiology, intuitions, materialism dualism or Monism whatsoever the way individual like he is free in his or her option and will.... When individual opt and will ,the Almighty Creator put His will in your will the creation of hidden knowledge takes place in u and me accordingly 💞😭💞 Mujhe chhama karna aap ka kimti waqt liya🙏
Vishwas! I have heard you sometimes here n there. And always felt " yeh kitna sacha aur suljha hua hai^! Your presence is strongly felt n I found myself blessing you umpteen nos.of times! 2de you split the beans! By talking about osho.! I salute to you for being so natural n humble with depth!!! God bless you! May you Celebrate throughout lifetimes! Namah Shivayh!!!
हे ऋषि वर! आतुर न हो । उधार ज्ञान से तृप्ति नही मिलेगी अपने भीतर के बीजक को तलाश करो। आध्यात्मिक खजाने छिपे हैं। बीजक कुंजी है। मिल जाए तो " अभ्यांतर योग से समाधि की ओर अग्रसर हो।बहुत सरल पथ है। संभोग से समाधि सुख तौ देगा परंतु संभोग मे ही हिलगा के रखेगा शांति,bliss, tranquility, आनंद आध्यात्मिक से दूर की संभावनाएं बढ़ा देगा.💞🙏😭💞
बहुत ही सुन्दर। जीवन की विविधताओ को जानने का एक माध्यम है ओशो। अपने जीवन में एक बार अवश्य ही ओशो को पढ़े। ओशो जीवन जीने का बहुत ही आनंदमय नजरिया देते है। धन्यवाद🙏
विश्वास जी बहुत अच्छा लगा आपने ओशो पर कुछ कहा। आप साहसी भी हैं क्योंकि आपने एक सूरज और चांद को साथ साथ छुआ है। मनुवादी सोच को अगर देश से हटाना है तो ओशो ,कबीर,बुद्ध और अंबेडकर के अलावा कोई उपाय नहीं।
मैं आदरणीय कुमार विश्वास जी के माध्यम से,जो आचार्य रजनीश जी के बारे इतना अच्छा कहा है।जो कटु सत्य है।मैं कुमार विश्वास जी का सह दिल से धन्यवाद अदा करता हूं। बिल्कुल कवियों में मेरे अनुसार भाई अकेल है।और आगे लोग आज से ज्यादा बाद याद आयेंगे पक्का।
मे लम्बे समय से कुमार विश्वास जी को और औशो को सुन रहा था और मुझे लग रहा था कि जैसे उनके अन्दर से उनके विचारों ओर शब्दावली मे कहीं ना कहीं ओशो बोल रहे हैं । और यह बात मुझे तब समझ आई जब । विश्वास जी ने उनके एक प्रसिद्ध सम्बोधन मे कहा" कि जब कोई बच्चा जन्म लेता है तब बच्चा नहीं जन्मता एक माँ का जन्म होता है "तब से मुझे ऐसा लग रहा था और आज यह पता चला । धन्यवाद
@@netra3940 Don't worry .. negative sense mein nahin kayagaya hai.. waise khud Osho ne aisa kaha hai apne barein mein: like "main ek madhushala hun."..............
चिकने रास्ते सुखद हैं ही किन्तु खुरदुरे रास्ते उससे कुछ अधिक महत्वपूर्ण हैं क्यों कि परिणाम ये होगा कि चिंतन स्थिर व समतल होगा और संदर्भ सरल बन जायेगा। मुझे ये आदर्श आत्म सात हुआ क्यों कि मैंने योशो को खूब पढ़ा और परम सौभाग्य यह हैं कि योशो से प्रत्यक्ष संवाद का सहभागी बन सका हूँ। अब मैं उदय अस्त का मर्म समझ पाया हूँ। BATUK SHUKLA.
Osho Ji jaise hi vichar rakhne wale aaj ke dour ke ek guru hai acharya Prashant Ji wah bhi krantikari vicharo ke sath adhyatam ko badhawa de rahe hai or swami vivekanada, osho ka bacha kam pura kr rahe hai..
डॉ कुमार विश्वास जी बहुत पहले मैंने आपको ओशो टाइम्स में पढ़ा था बिंदास और बेबाक शैली के लिए आप भी जाने जाते हैं सदैव ऐसे ही अपनी विचारधारा और कविता से रूबरू कराते रहो
मिलते रहने चाहिए प्रकाशमय लोगों से🥰 मुझे तो ओशो श्री प्रकाश ही लगते हैं क्या आपको भी🥰😍🙏 बिलकुल कुमार विश्वाश जी प्रकृति जीवन का आधार है चाहे वो आंतरिक हो या बाह्य ❤️
*।। गायत्री महामंत्र ।।* *॥ ओ३म् ॥ भूर्भुवः स्वः । तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ - यजु० ३६* *शब्दार्थ* *ओ३म* :- सबकी रक्षा करने वाला *भूः* :- जो सब जगत् के जीवन का आधार, प्राण से भी प्रिय और स्वयंभू है । *भुवः* :- जो सब दुःखों से रहित, जिसके संग से जीव सब दुःखों से छूट जाते हैं । *स्वः* :- जो नानाविध जगत् में व्यापक होके सबका धारण करता है । *सवितुः* :- जो सब जगत् का उत्पादक और सब ऐश्वर्य का दाता है । *देवस्यः* :- जो सब सुखों का देनेहारा और जिसकी प्राप्ति की कामना सब करते हैं । *वरेण्यम्* :- जो स्वीकार करने योग्य अतिश्रेष्ठ *भर्गः* :- शुद्धस्वरूप और पवित्र करने वाला चेतन ब्रह्मस्वरूप है। *तत्* :- उसी परमात्मा के स्वरूप को हम लोग *धीमहि* :- धारण करें। किस प्रयोजन के लिये कि *यः* :- जो सविता देव परमात्मा *नः* :- हमारी *धियः* :- बुद्धियों को *प्रचो दयात्* :- प्रेरणा करे अर्थात् बुरे कामों से छुड़ा कर अच्छे कामों में प्रवृत करें। *भावार्थ* तूने हमें उत्पन्न किया, पालन कर रहा है तू। तुझसे ही पाते प्राण हम, दुखियों के कष्ट हरता तू ॥ तेरा महान् तेज है, छाया हुआ सभी स्थान । सृष्टि की वस्तु-वस्तु में, तू हो रहा है विद्यमान ॥ तेरा ही धरते ध्यान हम, मांगते तेरी दया । ईश्वर हमारी बुद्धि को, श्रेष्ठ मार्ग पर चला ॥🙏🏻🇮🇳💖🇳🇵🙏🏻
ओशो भगवान रजनीश संभोग से समाधि समझ पाना बड़ा ही रहस्यमय बहुत पहले मैंने पढा़ था जीवन रस गंगा जो जीवन के यथार्थ ज्ञान को प़गट किया था बहुत अच्छा लगा डा विश्वास जी बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने रजनीश के बारे में जानकारी धन्यवाद हार्दिक शुभकामनाएँ❤
kumaar ji aapne 100% sahi kaha osho aaj ki zarurat hai .......saath hi jaan kar achha laga ki aapne pustak sambhog se samdhi ki or padhi hai ......main chahti hun usay har koi padhe .....bina padhe hi nakartamak vichaar na failaye ......dhanyawaad
परमात्मा का अनुभव कहने की बात नहीं है, बस, उसे जिया ही जा सकता है। उस परम अनुभूति में स्वयं को डुबोया जा सकता है, सराबोर किया जा सकता है। लहर सागर में है और सागर भी लहर में है, फिर भी इस कथन में एक रहस्य है-पूरी की पूरी लहर तो सागर में है, पर पूरा का पूरा सागर लहर में नहीं है। अनुभव-खासतौर पर परमात्मा का अनुभव सागर जैसा है और अभिव्यक्ति तो बस, लहर जैसी है, जो थोड़ी सी खबर लाती है, लेकिन अनंत गुना अनुभव का सच पीछे छूट जाता है। वैसे भी शब्द शून्य को नहीं बाँध सकते। इनकी सीमा में अनंत नहीं समा सकता। शब्द तो बस, छोटी-छोटी खिड़कियों की तरह हैं; जबकि प्रभु के अनुभव का, शून्यता का, परमात्मा के स्वरूप व प्रेम का आकाश अनंत है, असीम है। हाँ! यह सच है कि खिडकी से भी वही आकाश झाँकता है, लेकिन खिड़की को आकाश समझ लेना भारी भूल है, बड़ी गलती है। जो यह भूल कर बैठते हैं, वे कभी भी सीमाओं के कारागृह से मुक्त नहीं हो पाते। खिड़कियों से आकाश बहुत बड़ा है, ठीक उसी तरह से, जिस तरह शब्दों की तुलना में अनुभव अति व्यापक एवं विशिष्ट है । शब्द से प्यास जगे, शब्द से साधना शुरू हो, यहाँ तक बात ठीक है, लेकिन शब्द को साधना की संपूर्णता मान लिया जाए, शब्द में तृप्त हो लिया जाए, यह उचित नहीं है शब्द को सब कुछ समझ लेने की भूल कभी मत करना। शब्द में इशारे हैं, संकेत हैं, इंगित है। इनमें आगे बढ़ने की सूचना है, जो आगे बढ़ चलता है, वही इनके अर्थ को जान पाता है। शब्द चाहे बाइबिल के हों या वेद के, कुरान के हों या जेन्द-अवेस्ता के, सभी परमात्मा के अनुभव की ओर इशारा करते हैं। परमात्मा का अनुभव तो अतिव्यापक और परम विराट है। ऐसा नहीं है कि जिन्होंने जाना, उन्होंने कहा नहीं। उन्होंने खूब कहा, बार-बार कहा, फिर भी जो कहना चाहते थे, वह नहीं कह पाए। इसीलिए उन्होंने अपनी सारी कथनी के निष्कर्ष में बस इतना ही कहा कि जो मैंने अनुभव करके जाना, उसे तुम भी अनुभव करके जान सकते हो। परमात्मा का अनुभव कुछ ऐसा है. जिसे कागद की लेखी नहीं, आँखिन की देखी ही समझा सकती है। साभार आपको शशिकान्त जी मेरे सपने को साकार कर दिया.... मैं सोच ही रहा था कि "ओशो" पर 'कुमार विश्वास' के क्या विचार हैं.... कभी वो अभिव्यक्त करें.... और आज हमें सुनने के मिला.....आपको कोटी कोटी साधुवाद!
ओशो जैसा फिलोसोफर दुनिया मे कोई नहीं कुछ लोग समझ नहीं पाये
Yes
Aapne shayd swamivivekanand ji ka naam nahi suna hain
@@Kamlesh_2038 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
@@Kamlesh_2038osho ko samjha nai wahi murkh hai
Vivekanand 😂😂
मैं डॉक्टर कुमार विश्वास का भी अति धन्यवाद ही हूं जिन्होंने इतने आत्मविश्वास के साथ रजनीश ओशो को समाज के सामने प्रस्तुत किया
Dhanyawaad
Kha h aisi video jisme Osho ke baare me sabke aage bola ho unhone
@@ShashikantSadaiv @ab@:
Right sir
ओशो की बुक्स कैसे मिलेगी
विस्वास जी आपको कोटि कोटि नमन । बहुत मशहूर लोग है जो ओशो को पढ़ते और सुनते है लेकिन कहने की हिम्मत नही ।आपने हिम्मत की है । इसके लिए आपको नमन साधुवाद ।।।
Osho is jagatka bahut bada chamatkar hai.Oshoko pahachanna apna saubhagy hai
Aap ko bhi naman bhai
Osho suchme Sadguru hai.
कुमार विश्वास जी मैं आपका फैन हूँ लेकिन ओशो सन्यासी भी हूँ ,,, ओशो ही पीता हूँ ओशो ही खाता हूं ओशो ही ओशो है और जब भी आपको सुनता था लगता था ये बंदा पक्का ओशो पढ़ता होगा वैसे मैं ये भी जानता हूँ कि इस देश के जितने भी कला से जुड़े लोग या बुद्दिजीवी हैं सब ओशो प्रेमी हैं लेकिन ये स्वीकार करने में डरते हैं जो भी तथाकथित गुरु हैं वो रात को ओशो पढ़ते हैं और सुबह प्रवचन देते हैं लेकिन मानते नहीं हैं लेकिन आपका ये audio सुन कर लगा आप वाकई सच्चे कलाकार हैं बहुत बहुत साधुवाद बस एक request है कि अपने कवि संमेलन वाले मंचो से भी ये जिक्र किया करें
ओशो ने जीना भी सिखा दिया
और मरना भी सिखा दिया 🙏🌷❤💃💃💃
Bilkul sahi kaha aapne
तुमने हा में हा मिलाना सीखा
Hanji sahi kaha apne
@@IshwarSingh-bu6pb ओशो को महिमा मन्ड्ंन की जृरत नहीं जीवन जिनेकी कला निसर्गक के सात ना की विपरीत ओशो आखरी पन्ना है इस दुनिया के जिने के लिये जत धर्म देशो की सीमा ये कोहि मय्ने नही रख्ती शंती और प्रेम से जीने के लिये
वर्तमान में आचार्य प्रशांत जी आध्यात्मिक क्रांति का काम बहुत ही तीव्रता से कर रहे हैं और उनकी भी बातों में गहराई असीम सागर से है और सत्य बोलने की निष्ठा भी😊❤
जब भी बीसवीं सदी के इतिहास को देखा जाएगा तब एक महान दार्शनिक और एक आदर्श आईना में ओशो का संदेश देने की कला सहज एवं सरलतम रूपों में अग्रणी भूमिका में दिखेगा ।
Yes
वाह डॉक्टर साहब मजा आ गया, अपनी कविताओं की तरह ही आपने सच्चे मन से ओशो के प्रति अपनी श्रद्धा और अभिव्यक्ति को जनता के सामने प्रस्तुत किया। बहुत बहुत धन्यवाद आपका।❤️🙏
ओशो की जरूरत पहले भी थी, आज तो हैं ही,
आने वाले दिनों में भी ओशो के विचारों से ही
जागरूकता प्रदान होगी
Yes
@@ShashikantSadaiv are 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 on your website or designing or sunao are the duck 🦆🦆🦆🦆🦆🦆🦆 on a set 📐📐 pppp you can 🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫🥫 iyoyoyoyyyyyoyo
Bhai ab nastik se aage bado asli astik ki aur.....ab tark, sandeh, se paar utro...shradha aur prem ki aur bhakti marg osho
No
ओशो के विचारों का समर्थन की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने की हिम्मत बहुत कम सेलिब्रिटीज में है।
Y
@@m.followingheart 😂
सर् अपने जो बुलडोजर वाली बात कही वो ओशो भगवान पर एकदम सटीक बैठती है।
ओशो रजनीश जी ना कभी हुआ था और ना कभी होगा।।।।।महान है आप ओशो।।
आप आज भी है।।आप इतने प्रासंगिक है कि आप को विश्व जानेगा ।
नि: शब्द = ओशो
भगवान ओशो तुझे कोटि कोटि प्रणाम 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🌹🌺🌺💐💐💐🥀🌺💐
ओशो ने जीवन का सही मायना सिखाया परम गुरु ओशो के प्रवचनों को कोई तोड़ न है न ही कभी होगा उन्होंने जीवन के प्रत्येक पहलू को छुआ है ।
Thanks
जीवन में हमेशा खुश रहो सभी को खुश करो प्रसन्न रहो जीवन में कभी कोई कष्ट नहीं होता । जीवन एक आनद है जीने के लिए कोई सीमाएं नहीं है । पक्षियों की तरह प्रकृति का आनंद उठाओ । सदा मुस्कुराते रहो । मुझे आशा है की आस पास के लोग आपसे प्रभावित होगे।
🙏👏
ओशो आजकी जरूरत हैl
👍👍👍
आचार्य ओशो जी को मेरा शत शत नमन और कोटी कोटी प्रणाम
we love osho , from America 💌❣️🤗
Thanks
Me too man
I too
I am a lover of Osho. Osho is eternal , not influenced by any body , spoke the truth as it should be told .
It is good to learn that Kumar Biswas , a reader and lover of Osho.
You are wrong das,oshi was absolute learner,with grasping power after vivekanand and bhimrao ambedkar and osho influenced much by mahavir and siddharth not by dhyan sadhana but by his reading profound reading that's all
@@shashisoman2951 He was enlightened as well.
रामनवमी 2008, भोपाल
पहली बार डॉ विश्वास को रूबरू सुना, देखा... मेरे ज़ेहन में ये बात आयी कि ऐसा प्रतिभासंपन्न और मुखर युवा कवि ओशो प्रेमी होगा ही होगा... और क़रीब 4-5 साल बाद यूट्यूब में कहीं इनके द्वारा ओशो के ज़िक्र सुना तो कन्फर्म हुआ कि मेरा पूर्वाभास सही था.!
😊
कबीर की काव्य परम्परा के शिखर पुरुषों में से एक डॉ कुमार विश्वास से आपकी ये बेबाक बातचीत ये अंतर-view सुनना सुंदर अनुभव सदैव स्वामी जी..
💐
प्रेमिल प्रणाम... शुभेच्छाएँ
🙏🙏☺️ मन्न की बात कह दी आपने 🙏☺️
Premaabhaar
@@ShashikantSadaiv Sir, pl upload Osho on Lord Buddha
Osho ko sunne ke bad Mera jivan sudher gya Osho great men
Osho महान थे और रहेंगे....... मेरा नमन उनको 🙏
Vishwas ji u understood very well. You r great. Dhanywad 🙏 Jai Osho apko sun ke bahut guru log bhi badalthe hai kyu ki bahut se log chorise osho books padte hai, sunthe hai usme hai so matter, stories and jokes use karthe hai jaise ki unhi ka hai lekin OSHO ka naam lena darte hai. Jai Osho 🙏
Osho has changed my life
ओशो,,को। नोबल। पुरस्कार,,मिले,,,ता
आज अगर होते
Awesome
I'm totally agree. I read osho very deeply. I'm following you also..
अच्छा लगा बिशवास के विचार। काफी candidly , impressively बोला गया ओशो के बारे में। The greatest guru , spiritual master of all times.
ओशो एक महान विद्वान महान साहसी व्यक्ति थे।
वास्तव में आज ओशो की जरूरत है कविवर आपका धन्यवाद
Welcome
Osho jaisa koi nahi ..love you osho
ओशो जैसी समझ और ज्ञान ईश्वरीय शक्ति हे देन है ऐसे ही उनको समझने का समय भी ईश्वर द्वारा निर्धारित है शायद वो आ गया अब क्योंकि ओशो को सुनने के बाद मुझे लगा कि जैसा मेरा विचार था उससे वो बहुत ऊंचाई पर हे मेरे जीवन में बहुत विशेष हे 🙏🙏🙏🙏
यह ठीक है प्रेरणा कहीं से भी मिलती फिर भी उधार के ज्ञान पर स्थिरता नहीं आती इसलिए अपने भीतर के " बीजक" को समझो।
बीजक आध्यात्मिक ज्ञान की कुंजी है। अभ्यंतर योग से समाधि की ओर जाने का सरल पथ है...💞🤲🙏💞
हां सही हे मार्ग दर्शक से वो ही समझो जो तुम्हे लॉजिकली ठीक लगे बाकी अपनी समझ और अनुभव ही काम आता हे जो ईश्वर की ही देन है जो सबमें भिन्न है आपो दीपो भव 🙏🙏🙏
@@bhawanasood8311 आप ने सही कहा। कोई भी प्रवचन हमारे cerabral cortex में जाता है वहां मन को उत्पन्न करता है। यह मन logic में जाता है ,spiritual की ओर भी जाता है, नेगेटिव फोर्स की तरफ भी जाता है। एक और क्रिया हो रही होती वोह BBB ( blood brain barrier) k bavajud cicumventricular organs के जरिए heart मे जाती है। सब मिला कर एक निर्णाय करना होता है।यही हमारे value judgement hote hain . Hamare bhitar aur bhi uthal puthal ho rhi hoti hain ie pituitary gland ke रहस्य, hypothalamous, adernal cortex and medulla glands के अंदर की क्रियाएं बहुत सी unknown hain jo hame psychomachay state में डाल सकती हैं। एक psychlogical stressess को उत्पन्न कर सकतीं हैं। कहने का तात्पर्य यह है। आत्म ज्ञान, आत्म दर्शन, बीजक उसकी कुंजी है। आध्यात्मिक छिपे खजाने को ढूंढना है। Who m I? V all needs to know this ,no problem search trough ...
Logic, philosophy,psychlogy, ethology,psychophysics, physiology, intuitions, materialism dualism or Monism whatsoever the way individual like he is free in his or her option and will....
When individual opt and will ,the Almighty Creator put His will in your will the creation of hidden knowledge takes place in u and me accordingly 💞😭💞
Mujhe chhama karna aap ka kimti waqt liya🙏
Vishwas! I have heard you sometimes here n there. And always felt " yeh kitna sacha aur suljha hua hai^! Your presence is strongly felt n I found myself blessing you umpteen nos.of times! 2de you split the beans! By talking about osho.! I salute to you for being so natural n humble with depth!!! God bless you! May you Celebrate throughout lifetimes! Namah Shivayh!!!
Osho is a blessing both to the field of philosophy and spirituality 🌈🌈
Then Krishnamurti?
@@vasudev1431 no doubt no doubt 🙌🏻🙌🏻
Rrtttttttt55
ओशो के चरणों में मेरा शत शत नमन/कोटि कोटि प्रणाम
Pranaam
Hindi sunne mh kitna accha lagta h.... Koi banawati pan nhi.... Ye interview sunkar bahout accha laga...
मैं जीवन में कुछ खोज रहा था मुझे भी नहीं पता था मैं क्या खोज रहा हूँ? जब उन्हें सुना तो पाया यही थी मेरी तलाश 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Yes
हे ऋषि वर! आतुर न हो । उधार ज्ञान से तृप्ति नही मिलेगी अपने भीतर के बीजक को तलाश करो।
आध्यात्मिक खजाने छिपे हैं। बीजक कुंजी है। मिल जाए तो " अभ्यांतर योग से समाधि की ओर अग्रसर हो।बहुत सरल पथ है।
संभोग से समाधि सुख तौ देगा परंतु संभोग मे ही हिलगा के रखेगा
शांति,bliss, tranquility, आनंद आध्यात्मिक से दूर की संभावनाएं बढ़ा देगा.💞🙏😭💞
अच्छा लगा कुमारजी. osho जब थे तब भी क्रान्तिकारी थे. और आज भी जारी है .
बहुत ही सुन्दर। जीवन की विविधताओ को जानने का एक माध्यम है ओशो। अपने जीवन में एक बार अवश्य ही ओशो को पढ़े। ओशो जीवन जीने का बहुत ही आनंदमय नजरिया देते है।
धन्यवाद🙏
thank u so much
All should appeal to Govt to show him all Govt channels ,his discourses,his creativity,his dancing laughing ,creative people .
Jitne logon ko meine suna osho ke baare mein, aapne osho ko sbse ache dhang se define kiya
विश्वास जी बहुत अच्छा लगा आपने ओशो पर कुछ कहा। आप साहसी भी हैं क्योंकि आपने एक सूरज और चांद को साथ साथ छुआ है।
मनुवादी सोच को अगर देश से हटाना है तो ओशो ,कबीर,बुद्ध और अंबेडकर के अलावा कोई उपाय नहीं।
मैं आदरणीय कुमार विश्वास जी के माध्यम से,जो आचार्य रजनीश जी के बारे इतना अच्छा कहा है।जो कटु सत्य है।मैं कुमार विश्वास जी का सह दिल से धन्यवाद अदा करता हूं।
बिल्कुल कवियों में मेरे अनुसार भाई अकेल है।और आगे लोग आज से ज्यादा बाद याद आयेंगे पक्का।
My beloved master ... Osho❤️❤️❤️❤️
कुमार विश्वास जी को ओशो पर बोलना चाहिए लोग आज उन्हें सुनना चाहते हैं
मे लम्बे समय से कुमार विश्वास जी को और औशो को सुन रहा था और मुझे लग रहा था कि जैसे उनके अन्दर से उनके विचारों ओर शब्दावली मे कहीं ना कहीं ओशो बोल रहे हैं ।
और यह बात मुझे तब समझ आई जब ।
विश्वास जी ने उनके एक प्रसिद्ध सम्बोधन मे कहा" कि जब कोई बच्चा जन्म लेता है तब बच्चा नहीं जन्मता एक माँ का जन्म होता है "तब से मुझे ऐसा लग रहा था और आज यह पता चला । धन्यवाद
Osho jesa koi nhi
Viswas je , its very interesting to listen to your views on Osho. Thanks for sharing his thoughts.
Osho ne Jeevan aur Mrityu ka Milan Kara dia ...uska dar khatam Kar dia ...Osho parmatma ka ek khoobsurar Roop hai
He is like drug once you listen him you can't listen any one. It was best gift to India.
Gift for world, actually west comes first towards him by open handed.
To world
Unko sunte huye achchha lgta.
Lekin unko smjhana aur bhi zroori hai.
Lekin unko drug bolna kaha tak theek hai.
@@netra3940 Don't worry .. negative sense mein nahin kayagaya hai..
waise khud Osho ne aisa kaha hai apne barein mein: like "main ek madhushala hun."..............
I, really very Big lover of osho
Osho was not only guru he was a path to reach yourself.
dil khus ho gaya .....yah jaankar
I love osho ❤️
Dr Vishwas is in himself a clear cut person who put his thoughts in Bindas way.
Thanks to Sashikant ji for the Vedio clip.
ओशो को पढ़ना मुझे भी बहुत अच्छा लगता है 🌹 आदरणीय गुरुदेव कुमार विश्वास जी को सादर प्रणाम करतीं हूं 🌹🌹🙏❤️
I'm indebted to Kumar bishwasji, who elaborated my Master Osho than any Osho Sanyasi
I love OSHO.. N it's so awesome to hear Kumar Vishwas on him🤗
Thanks
I Always listen Audio before sleep.Greatest Philosophy.
Kumar Vishwas ji ATI Sundar aap bol rahe ho ATI Sundar pahle main aapke bare mein janti thi aaj sunkar bahut khush ho gai
Love you osho!!!!!!
चिकने रास्ते सुखद हैं ही किन्तु खुरदुरे रास्ते उससे कुछ अधिक महत्वपूर्ण हैं क्यों कि परिणाम ये होगा कि चिंतन स्थिर व समतल होगा और संदर्भ सरल बन जायेगा। मुझे ये आदर्श आत्म सात हुआ क्यों कि मैंने योशो को खूब पढ़ा और परम सौभाग्य यह हैं कि योशो से प्रत्यक्ष संवाद का सहभागी बन सका हूँ। अब मैं उदय अस्त का मर्म समझ पाया हूँ। BATUK SHUKLA.
Dhanyawaad
Osho always great..
Thank you Kumar Vishwas. We need more people like you in India. Love you Bro.
Thanks
@@ShashikantSadaiv pls remove bgm of this if possible.
True 💯 Same feeling should hav meet him once
Osho Ji jaise hi vichar rakhne wale aaj ke dour ke ek guru hai acharya Prashant Ji wah bhi krantikari vicharo ke sath adhyatam ko badhawa de rahe hai or swami vivekanada, osho ka bacha kam pura kr rahe hai..
Sahi kahe me unhe sunta hu or bahut sahi bat krte hai vo bhotiktawad ke virudh hai.
Me bhi acharya Prashant Ji ke vicharo se prabhavit hu or unhe follow krne ka pryatn krta hu...
Bilkul sahi agar acharya Prashant Ji ke vatye Marg pr log chalne lage to vakai bharat wapas se adhyatm ki rajdhani or khada utrega .
Bilkul sahi kahe bhai acharya Prashant Ji ke vichar bharat ko phir se vishvaas guru bana skte hai...
🙏🙏🙏❤
Kafi achha reflection aur sadhe shabdo me experience diya Kumar Vishwas ne. Dhanyawaad.
Thanks
डॉ कुमार विश्वास जी बहुत पहले मैंने आपको ओशो टाइम्स में पढ़ा था बिंदास और बेबाक शैली के लिए आप भी जाने जाते हैं सदैव ऐसे ही अपनी विचारधारा और कविता से रूबरू कराते रहो
मिलते रहने चाहिए प्रकाशमय लोगों से🥰
मुझे तो ओशो श्री प्रकाश ही लगते हैं
क्या आपको भी🥰😍🙏
बिलकुल कुमार विश्वाश जी प्रकृति जीवन का आधार है चाहे वो आंतरिक हो या बाह्य ❤️
I am an admirer of osho.
Kumar jaise Premi hi Osho ki dharohar hain👍🏾🙏
I love osho and kumar vishwas both
Osho is greater I love Osho
Our Nirankari mission is also teaches us like osho ji 🙏
ओशो , कृष्णामूर्ति - 20वीं सदी
आचार्य प्रशांत - 21वीं सदी।
Lol....Ye kaun prashant he...Khud to nam badal ke nahi dal rahe na...hahahh
सद्गुरु
Achrya prashant...haha bkwas banda h wo
@@sudhakartawde1940 Yes after great original Osho many have tried to copied Osho for popularity and money have failed.
@@mysitcsofindiahindi5239 lauda mera
Love u osho ❤❤
Love u Osho 🌹💞🙏🙏
Osho ke bichar es duniya m anokhe h. Or wo Amar ho gaye. Hamesa ke liye
☆ ओशो ☆
को पढ़ने के बाद भी यदि किसी अन्य को पढ़ने की आवश्यक्ता पड़े तो समझ लिजिए कि अभी आपने
ओशो को ठीक से पढ़ा
ही नही है !
🙏🙏
100:/. Sahi...
Man ki gehraiyo se sunna jaruri he
Bilkul sahi
बिल्कुल सही कहा आपने । ओशो को पढ़ने के बाद किसी को पढ़ने की जरूरत नहीं।
Absolutely right 💯👍
बिल्कुल सही बात है ओशो से गांड मरवाने के बाद किसी और से गांड मरवाने की इच्छा नहीं रुकती हैं 🤣
ओशो नमन।
ओशो जी एक अच्छा अध्यापक हैं।
*।। गायत्री महामंत्र ।।*
*॥ ओ३म् ॥ भूर्भुवः स्वः । तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ - यजु० ३६*
*शब्दार्थ*
*ओ३म* :- सबकी रक्षा करने वाला
*भूः* :- जो सब जगत् के जीवन का आधार, प्राण से भी प्रिय और स्वयंभू है ।
*भुवः* :- जो सब दुःखों से रहित, जिसके संग से जीव सब दुःखों से छूट जाते हैं ।
*स्वः* :- जो नानाविध जगत् में व्यापक होके सबका धारण करता है ।
*सवितुः* :- जो सब जगत् का उत्पादक और सब ऐश्वर्य का दाता है ।
*देवस्यः* :- जो सब सुखों का देनेहारा और जिसकी प्राप्ति की कामना सब करते हैं ।
*वरेण्यम्* :- जो स्वीकार करने योग्य अतिश्रेष्ठ
*भर्गः* :- शुद्धस्वरूप और पवित्र करने वाला चेतन ब्रह्मस्वरूप है।
*तत्* :- उसी परमात्मा के स्वरूप को हम लोग
*धीमहि* :- धारण करें। किस प्रयोजन के लिये कि
*यः* :- जो सविता देव परमात्मा
*नः* :- हमारी
*धियः* :- बुद्धियों को
*प्रचो दयात्* :- प्रेरणा करे अर्थात् बुरे कामों से छुड़ा कर अच्छे कामों में प्रवृत करें।
*भावार्थ*
तूने हमें उत्पन्न किया, पालन कर रहा है तू। तुझसे ही पाते प्राण हम, दुखियों के कष्ट हरता तू ॥ तेरा महान् तेज है, छाया हुआ सभी स्थान । सृष्टि की वस्तु-वस्तु में, तू हो रहा है विद्यमान ॥ तेरा ही धरते ध्यान हम, मांगते तेरी दया । ईश्वर हमारी बुद्धि को, श्रेष्ठ मार्ग पर चला ॥🙏🏻🇮🇳💖🇳🇵🙏🏻
ओशो भगवान रजनीश संभोग से समाधि समझ पाना बड़ा ही रहस्यमय बहुत पहले मैंने पढा़ था जीवन रस गंगा जो जीवन के यथार्थ ज्ञान को प़गट किया था बहुत अच्छा लगा डा विश्वास जी बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने रजनीश के बारे में जानकारी धन्यवाद हार्दिक शुभकामनाएँ❤
जिस कण्ठ में , मधु का कलश रहे
जिह्वा से मधुरस ,ही टपके
जब जहर पिया,मेरे शंकर ने
जो ध्यान में बैठे, अब न उठे।
हरे कृष्णा
Thanks
Great to learn he has followed OSHO...didnt know he is that open for a revolutionary spirit like Osho.
Bahut khub Shashikant Ji, thank you for your work.
धन्यवाद
I am agree with Kumar vishvas! thanks osho and thanks sadaiv.
A beautiful perception quoted by Dr Kumar Viswas
Swami Shashikannt, I always Greatful to you for bringing such a true great interview, Thanks
Welcome
Oaho is the most intelligent person post independent India
I love osho
There are selected few, who could be able to understand OSHO in reality...
Yes
U r right
Thanks
True
I love osho his talks calms my mind
Thanks to Osho. For clearing many things to me. And made me love and enjoy life😊
Agar me Osho ko nahi padati to ye jeevan vyarth jata
Osho ne is jeevan ko Amrit bana diya
Satya ko dekhna sikha diya
Ha sahi kaha kumar ji aaj Osho hote toh aacha hota mujhe bhi echa hote hai Osho se milne ki ❤🙏🙏🙏
Dil kush ho gaya I love osho
Osho my love...
ओशो एक विचार है जो जान गया वो तर गया❤❤
kumaar ji aapne 100% sahi kaha osho aaj ki zarurat hai .......saath hi jaan kar achha laga ki aapne pustak sambhog se samdhi ki or padhi hai ......main chahti hun usay har koi padhe .....bina padhe hi nakartamak vichaar na failaye ......dhanyawaad
neelam ji mane v sambog se samdi ki aur pde hai aap kha se ho aur ap kb se osho ko pd rhe ho
No doubt...Osho is the need of today's time
Thanku Kumar saheb v Greatful to u ,fr few words fr guru ji
Thanks
Yes, Osho is Osho . Jai Osho
ओशो मैं हूं तेरी बांसुरी।
परमात्मा का अनुभव कहने की बात नहीं है, बस, उसे जिया ही जा सकता है। उस
परम अनुभूति में स्वयं को डुबोया जा सकता है, सराबोर किया जा सकता है। लहर सागर
में है और सागर भी लहर में है, फिर भी इस कथन में एक रहस्य है-पूरी की पूरी लहर
तो सागर में है, पर पूरा का पूरा सागर लहर में नहीं है। अनुभव-खासतौर पर परमात्मा का
अनुभव सागर जैसा है और अभिव्यक्ति तो बस, लहर जैसी है, जो थोड़ी सी खबर लाती है,
लेकिन अनंत गुना अनुभव का सच पीछे छूट जाता है।
वैसे भी शब्द शून्य को नहीं बाँध सकते। इनकी सीमा में अनंत नहीं समा सकता।
शब्द तो बस, छोटी-छोटी खिड़कियों की तरह हैं; जबकि प्रभु के अनुभव का, शून्यता का,
परमात्मा के स्वरूप व प्रेम का आकाश अनंत है, असीम है। हाँ! यह सच है कि खिडकी
से भी वही आकाश झाँकता है, लेकिन खिड़की को आकाश समझ लेना भारी भूल है, बड़ी
गलती है। जो यह भूल कर बैठते हैं, वे कभी भी सीमाओं के कारागृह से मुक्त नहीं हो
पाते। खिड़कियों से आकाश बहुत बड़ा है, ठीक उसी तरह से, जिस तरह शब्दों की तुलना
में अनुभव अति व्यापक एवं विशिष्ट है ।
शब्द से प्यास जगे, शब्द से साधना शुरू हो, यहाँ तक बात ठीक है, लेकिन शब्द
को साधना की संपूर्णता मान लिया जाए, शब्द में तृप्त हो लिया जाए, यह उचित नहीं है
शब्द को सब कुछ समझ लेने की भूल कभी मत करना। शब्द में इशारे हैं, संकेत हैं, इंगित
है। इनमें आगे बढ़ने की सूचना है, जो आगे बढ़ चलता है, वही इनके अर्थ को जान पाता
है। शब्द चाहे बाइबिल के हों या वेद के, कुरान के हों या जेन्द-अवेस्ता के, सभी परमात्मा
के अनुभव की ओर इशारा करते हैं।
परमात्मा का अनुभव तो अतिव्यापक और परम विराट है।
ऐसा नहीं है कि जिन्होंने जाना, उन्होंने कहा नहीं। उन्होंने खूब कहा, बार-बार कहा, फिर भी जो कहना चाहते थे, वह नहीं कह पाए।
इसीलिए उन्होंने अपनी सारी कथनी के निष्कर्ष में बस इतना ही कहा कि जो
मैंने अनुभव करके जाना, उसे तुम भी अनुभव करके जान सकते हो। परमात्मा का अनुभव कुछ
ऐसा है. जिसे कागद की लेखी नहीं, आँखिन की देखी ही समझा सकती है।
साभार आपको शशिकान्त जी
मेरे सपने को साकार कर दिया....
मैं सोच ही रहा था कि "ओशो" पर 'कुमार विश्वास' के क्या विचार हैं....
कभी वो अभिव्यक्त करें.... और आज हमें सुनने के मिला.....आपको कोटी कोटी साधुवाद!
Kumar Sir, perfect.
Osho is the poweeful. Sant
ओशो महान थे.. शानदार बिचार