हम सभी शिक्षक आपके साथ है सरकार को उनके स्थानांतरण नियमावली को सप्रीम कोट में चुनौती मिलना चाहिए ये नियमावली निराधार है और बदले की भावना से बनाया गया है ।
आज सारे शिक्षक ब्रजवासी सर के बात की अवहेलना का नतीजा भुगतने के लिए विवश हैं। फिर भी ब्रजवासी सर सभी शिक्षकों के हित की रक्षा के लिए अथक प्रयास करते नजर आते हैं। अब भी इस बात पर विचार कीजिए की ब्रजवासी सर यदि सदन में नहीं पहुंचे तो कैसे कैसे दिन दिखने पड़ सकते हैं विचारणीय है।
नियमित, बीपीएससी के जैसा येच्छीक ट्रान्सफर होना चाहिए,जिनको कही जाना होगा वे इच्छा के अनुसार जायेंगे ,जिनको नही जाना होगा वो वही रहकर राज्यकर्मी बन जायेंगे।
संघ को न्यायालय में याचिका दायर नहीं करनी चाहिए क्योंकि सक्षमता परीक्षा देने वाले क्या संघ के आह्वान को स्वीकार किये है। मेरे विचार में कोर्ट में याचिका दायर नहीं करनी चाहिए। नियोजित शिक्षक यदि संघ के आदेश का पालन किये होते तो आज यह स्थिति नहीं हुई होती।
सीथी सी बात है कि बिहार सरकार सरकारी स्कूल चलाना ही नही चाहती है, इतना तंग करो ताल तिकड़म करो कि शिक्षक पढाने की जगह परेशान रहे ।गरीबों/ग्रामीणों के बच्चे अनपढ़ रहे
आप दोनो सम्मानीय लोगो से आग्रह है कि एक आप ही लोग नियमावली बनाकर पब्लिक डोमेन यानी सोशल मीडिया में ले जिससे कि सभी लोग खुश रह सके। थोड़ा और शेष शिक्षक उसको देखकर ये समझ सके की नियमावली सबके हित के लिए बनता कैसे है ?
शिक्षकों की जैसी करनी है उसका परिणाम भुगतना ही पड़ेगा शिक्षकों को अभी कुछ नहींहुआ है आने वाला समय काले पानीकी सजा की तरह काटना पड़ेगा तब तब समझ में आएगा कि हम टुकड़े टुकड़े में क्योंबैठेहीं
जब सरकार ने मकर-संक्रांत ओर होली की छुट्टियां काटी उसी समय शिक्षकों की ग्रह-दसा बदल गयी और राहु-केतु का वास हो गया...थमा दिया न झुनझुना ओर दो "एग्जाम"...😢😅😂
जिस टीचर को ट्रांसफर से इतना दिक्कत हो रहा है तो जॉब क्यों नहीं छोड़ देते हो घर मे बैठे बैठे सरकार का पैसा खाओगे और बच्चों को नहीं पढ़ाओगे मेरे गांव का टीचर अपने ही गांव के स्कूल मे पढ़ाने जाते है और सभी सरकारी टीचर गांव में कोचिंग खोल रखा है स्कूल में नहीं पढ़ाता है और स्टूडेंट को बोलता है पढ़ना है तो कोचिंग मे आओ डबल सैलरी उठा रहा है ट्रांसफर तो होना ही चाहिए अगर ज्यादा दिक्कत हो रहा तो जॉब छोड़ दो ट्रांसफर से गांड़ क्यों फट रहा है
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पत्नी जब तक शिक्षक थी तब तक बिहार में गुणवतापूर्ण पढ़ाई होता था उनके जाते ही शिक्षा चौपट हो गया था।उसी को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी लगे हुए है।अब गुणवतापूर्ण शिक्षा लिए चंद्रयान3 से चांद पर भेजने की तैयारी में जुटे हुए है बच्चें और शिक्षक को।
शिक्षकों /शिक्षिकाओं के स्थानांतरण के लिए सबसे आसान रास्ता 1. जो लोग जहां के आवास प्रमाण पत्र दिए है अपने जॉब में उनको वही ब्लॉक के पंचायत या उसके आसपास के ब्लॉक में पोस्टिंग दे दिया जाय। 2. शादी शुदा महिलाओं को संभव हो तो उनके ससुराल के पंचायत में या उसके बगल के पंचायत में पोस्टिंग दिया जाय। 3. अविवाहित महिलाओं को उनके पिताजी के घर के पास के पंचायत /वार्ड या ब्लॉक में पोस्टिंग दिया जाय। 4. दूसरे राज्य के शिक्षकों /शिक्षिकाओं को उनके राज्य बॉर्डर के जिलों के पास दिया जाय। सबने जो अपना आवास प्रमाण पत्र दिया होगा उसके अनुसार इससे 80% लोगो का समस्या हल हो सकता। ऑप्शन पूछने पर समस्या बढ़ सकती है। इसपर सरकार को विचार करने की जरूरत है।🙏🏻
Nitesh Sarkar ne Jatiyo ko hamesha Torane ka kam kiya hai. Unhone kabhi V Jatiyo ko Jora Nahi hai. Sif tora hai. Ab Shikshako ko Torane ka kam shuru kar diya hai. Shikshak V Tutate Ja Rahe hai Sarkar ke Maha Jal me Shikshak bechare buri Tarah se Fans chuke hai.
महिला को छोड़, सभी पुरुष को, चाहे वो महिला शिक्षिका के पति ही काहे नही हो सब को अनुमंडल चेंज करें तो ठीक है, नही तो फिर BRC का पहले जैसा ही हाल रहेगा. भेदभाव नही हो.
भईया मैं औरंगाबाद से हूं मैं अपने घर से हूं करीब १०२ किलोमीटर दूर हूं और मेरी सिर्फ मां है पिता नहीं हैं जिनकी उम्र ८२वर्ष है पत्नी भी रोगी है मैं अपने जिले भी रह कर दूर हूं। मैने सक्षमता नहीं दिया है।
2 . Yesa bhi ho skta hai ki only mahila teacher ko phle dusre जिला me jo jana chahte hain unka transfer ka aply krayen To kitna h o pta chal jayega 1. Phle sabhi teacher ko Rajykarmi bnane ki kbayed shuru kren srkar . Tb clear hojayega .
यह नियमावली शिक्षकों को परेशान करने वाला है इस नियमावली से किसी तरह की सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है,पुरुष शिक्षक से भी निकटतम प्रखंड का विकल्प लिया जाना चाहिए।अब कोर्ट के शरण में जाना चाहिए।
सरकार सक्षमता परीक्षा दे चुके शिक्षकों के सोच के अनुरूप ही कार्य कर रही है, सरकार सक्षमता परीक्षा दे चुके शिक्षकों की ऐतिहासिक और भौगोलिक पृष्ठभूमि से भलीभांति परिचित है ।
Sahi bole sir mai bhi gaighat se hu or mai motipur or साहेबगंज paru Etna dur kaise ja sakte hai । Home ब्लॉक छोड़ के बगल वाले ब्लॉक या उसके बगल वाले में देना चाहिए सरकार को
आप इंसान नहीं फरिश्ता हैं सर।🙏🙏
आपको शिक्षक आन्दोलन के कारण सेवा मुक्त कर दिया गया है फिर भी आप शिक्षकों के लिए लड़ रहे हैं।आप धन्य हैं।आपकी जय हो। 🙏🙏
सरकार को कोर्ट में घसीटना चाहिए।
ये पुरूष शिक्षकों के साथ अन्याय है high court ही हमलोगो को बचा सकता है
हम सभी शिक्षक आपके साथ है सरकार को उनके स्थानांतरण नियमावली को सप्रीम कोट में चुनौती मिलना चाहिए ये नियमावली निराधार है और बदले की भावना से बनाया गया है ।
महोदय उच्च न्यायालय में इसे जल्द से जल्द चुनौती दी जाए,हमलोग आर्थिक सहयोग के लिए तैयार है
नीतीश हटाओ अभियान चलाया जाएगा
8:35 😊
बर्बाद कर दिया हमलोगो को यह सरकार, बहुत टेनसन देता है।
आप हिंदू मुसलमान,भारत पाकिस्तान, जात पात पर लुढ़कते है तो भोगिए।
आज सारे शिक्षक ब्रजवासी सर के बात की अवहेलना का नतीजा भुगतने के लिए विवश हैं। फिर भी ब्रजवासी सर सभी शिक्षकों के हित की रक्षा के लिए अथक प्रयास करते नजर आते हैं। अब भी इस बात पर विचार कीजिए की ब्रजवासी सर यदि सदन में नहीं पहुंचे तो कैसे कैसे दिन दिखने पड़ सकते हैं विचारणीय है।
❤❤❤ बिल्कुल सर।
Right
पुरुष शिक्षकों के साथ घोर अन्याय है.
यह नियमावली एक रिजनिंग है । शिक्षकों के लिए फांसी का फंदा है।
नियमित, बीपीएससी के जैसा येच्छीक ट्रान्सफर होना चाहिए,जिनको कही जाना होगा वे इच्छा के अनुसार जायेंगे ,जिनको नही जाना होगा वो वही रहकर राज्यकर्मी बन जायेंगे।
शिक्षक का तो मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया है पढावेगा घंटा
संघ को न्यायालय में याचिका दायर नहीं करनी चाहिए क्योंकि सक्षमता परीक्षा देने वाले क्या संघ के आह्वान को स्वीकार किये है। मेरे विचार में कोर्ट में याचिका दायर नहीं करनी चाहिए। नियोजित शिक्षक यदि संघ के आदेश का पालन किये होते तो आज यह स्थिति नहीं हुई होती।
सबसे पहले तो 30 दिन गर्मी की छुट्टी नहीं मिली और छुट्टी भी गिनती कर ली गई.... उसके लिए कोर्ट केस होना चाहिए ...
हाई कोर्ट जाना चाहिए
कोर्ट को सरकार से यह जरूर पूछना चाहिए कि किस आधार पर आपने अलग अलग तरह के शिक्षकों की बहाली उनके पदनाम के साथ की है जबकि सबका काम एक ही है पढ़ाना।
नीतीश कुमार और बीजेपी दोनों को हटाओ बिहार बचाओ
अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है कोई ज्वाइन मत करिए
नगर क्षेत्र में जो महिला है उनको पूरा नगर ही छोड़ना पड़ेगा ये बहुत मुश्किल होगा
ब्रजवासी सर, पश्चिम चंपारण के सभी शिक्षक आपके साथ हैं। तन मन धन से ।
सीथी सी बात है कि बिहार सरकार सरकारी स्कूल चलाना ही नही चाहती है, इतना तंग करो ताल तिकड़म करो कि शिक्षक पढाने की
जगह परेशान रहे ।गरीबों/ग्रामीणों के बच्चे अनपढ़ रहे
शिक्षक इसके लिए खुद जिम्मेदार हैं, सक्षमता देकर इन्होंने शिक्षकों के साथ धोखा किया है, ट्रांसफर सिर्फ ऐसे शिक्षकों का होता जिनका गृह प्रखंड दूर है।
आप दोनो सम्मानीय लोगो से आग्रह है कि एक आप ही लोग नियमावली बनाकर पब्लिक डोमेन यानी सोशल मीडिया में ले जिससे कि सभी लोग खुश रह सके। थोड़ा और शेष शिक्षक उसको देखकर ये समझ सके की नियमावली सबके हित के लिए बनता कैसे है ?
सब बोकक्स ही है ,इस सरकार में,न शिक्षा मंत्री को समझ है अधिकारी को।
इस नियमावली के अनुसार पत्नी, पति के पास जाएगी लेकिन पति, पत्नी के पास नहीं जाएगा।
30,10,30,का रेसियो इसलिए किया गया है की कोई कभी हड़ताल स्कुल न हो
लाख मना करने के बाद भी शिक्षक परीक्षा दिए, उसी का परिणाम मिल रहा है सर जी,
इस का संशोधन होना चाहिए
सक्षमता पास शिक्षक के साथ जो हो रहा है अच्छा हो रहा है, आंदोलन के बाद भी लोभ में परीक्षा दे डाला, तो अब भुक्त भोगी भी होना परेगा।
सर नगर निकाय वाला समस्या को उठाया जाए आप सही कह रहे हैं
शिक्षकों की जैसी करनी है उसका परिणाम भुगतना ही पड़ेगा शिक्षकों को अभी कुछ नहींहुआ है आने वाला समय काले पानीकी सजा की तरह काटना पड़ेगा तब तब समझ में आएगा कि हम टुकड़े टुकड़े में क्योंबैठेहीं
शिक्षकों के स्थानांतरण नियमावली गलत है। सभी शिक्षकों को विरोध करना चाहिए। बंशीधर बृजवासी सर को बहुत बहुत धन्यवाद। जो शिक्षकों का मुद्दा उठा रहा है।
एक ही लड़ाई सक्षमता पास के तिथि से राज्यकर्मी का दर्जा की मांग जाय वसरते सरकार को जब इच्छा होगा तब ,1वर्ष,या 2वर्ष में ट्रांसफर करे ।
जब सरकार ने मकर-संक्रांत ओर होली की छुट्टियां काटी उसी समय शिक्षकों की ग्रह-दसा बदल गयी और राहु-केतु का वास हो गया...थमा दिया न झुनझुना ओर दो "एग्जाम"...😢😅😂
जिस टीचर को ट्रांसफर से इतना दिक्कत हो रहा है तो जॉब क्यों नहीं छोड़ देते हो घर मे बैठे बैठे सरकार का पैसा खाओगे और बच्चों को नहीं पढ़ाओगे मेरे गांव का टीचर अपने ही गांव के स्कूल मे पढ़ाने जाते है और सभी सरकारी टीचर गांव में कोचिंग खोल रखा है स्कूल में नहीं पढ़ाता है और स्टूडेंट को बोलता है पढ़ना है तो कोचिंग मे आओ डबल सैलरी उठा रहा है ट्रांसफर तो होना ही चाहिए अगर ज्यादा दिक्कत हो रहा तो जॉब छोड़ दो ट्रांसफर से गांड़ क्यों फट रहा है
Article 15 ke hisab se
Koi bhi jaat dharm aur gender ke adhar par bhedbhav nahi kar sakte
Isko challenge kiya jaye
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पत्नी जब तक शिक्षक थी तब तक बिहार में गुणवतापूर्ण पढ़ाई होता था उनके जाते ही शिक्षा चौपट हो गया था।उसी को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी लगे हुए है।अब गुणवतापूर्ण शिक्षा लिए चंद्रयान3 से चांद पर भेजने की तैयारी में जुटे हुए है बच्चें और शिक्षक को।
नीतीश बाबु शिक्षक बिरोधी हैं..तभी ना..एक शिक्षक को ....अपने पंचायत मैं ..or एक शिक्षक को ..अनुमंडल से बाहर...
शिक्षकों /शिक्षिकाओं के स्थानांतरण के लिए सबसे आसान रास्ता
1. जो लोग जहां के आवास प्रमाण पत्र दिए है अपने जॉब में उनको वही ब्लॉक के पंचायत या उसके आसपास के ब्लॉक में पोस्टिंग दे दिया जाय।
2. शादी शुदा महिलाओं को संभव हो तो उनके ससुराल के पंचायत में या उसके बगल के पंचायत में पोस्टिंग दिया जाय।
3. अविवाहित महिलाओं को उनके पिताजी के घर के पास के पंचायत /वार्ड या ब्लॉक में पोस्टिंग दिया जाय।
4. दूसरे राज्य के शिक्षकों /शिक्षिकाओं को उनके राज्य बॉर्डर के जिलों के पास दिया जाय।
सबने जो अपना आवास प्रमाण पत्र दिया होगा उसके अनुसार इससे 80% लोगो का समस्या हल हो सकता।
ऑप्शन पूछने पर समस्या बढ़ सकती है।
इसपर सरकार को विचार करने की जरूरत है।🙏🏻
Nitesh Sarkar ne Jatiyo ko hamesha Torane ka kam kiya hai. Unhone kabhi V Jatiyo ko Jora Nahi hai. Sif tora hai. Ab Shikshako ko Torane ka kam shuru kar diya hai. Shikshak V Tutate Ja Rahe hai Sarkar ke Maha Jal me Shikshak bechare buri Tarah se Fans chuke hai.
😮 70 साल तक खोज करते रहे कि शिक्षक भर्ती आखिर होता है तो कैसे होता है और इसी में भुलाया हुआ है ।
आप जल्दी से PILलगाइये सर हम सब आपके साथ खड़े है।
महिला को छोड़, सभी पुरुष को, चाहे वो महिला शिक्षिका के पति ही काहे नही हो सब को अनुमंडल चेंज करें तो ठीक है, नही तो फिर BRC का पहले जैसा ही हाल रहेगा. भेदभाव नही हो.
सरकार नियमावली में सुधार करे अन्यथा हाई कोर्ट पर ही भरोसा करना पड़ेगा 😮😮😮😮
भईया मैं औरंगाबाद से हूं मैं अपने घर से हूं करीब १०२ किलोमीटर दूर हूं और मेरी सिर्फ मां है पिता नहीं हैं जिनकी उम्र ८२वर्ष है पत्नी भी रोगी है मैं अपने जिले भी रह कर दूर हूं। मैने सक्षमता नहीं दिया है।
2 . Yesa bhi ho skta hai ki only mahila teacher ko phle dusre जिला me jo jana chahte hain unka transfer ka aply krayen
To kitna h o pta chal jayega
1. Phle sabhi teacher ko Rajykarmi bnane ki kbayed shuru kren srkar . Tb clear hojayega .
शिक्षा बिभाग में, लम्बे समय से शिक्षक रहे अनुभवी शिक्षक को ही उच्च पद पर होनी चाहिए ।
Sir kuchh nahi ye sab 15 Arab rupa ko ghotne ke chakkar me hai. Dr. Ranjeet, Atul prasad, k k pathak, shidharth or Nitish Babu kam nahi hai.
IAS का मतलब है जनता को लुटना
यही बिहार में लागू है।
आज तक इन लोगों के द्वारा कोई भी धरातल पर चलेबूल योजना नहीं आ सका।
कोर्ट जाना चाहिए हम लोग को
यह नियमावली शिक्षकों को परेशान करने वाला है इस नियमावली से किसी तरह की सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है,पुरुष शिक्षक से भी निकटतम प्रखंड का विकल्प लिया जाना चाहिए।अब कोर्ट के शरण में जाना चाहिए।
शिक्षक तो संगठन की बात नहीं मानता है,
Sarkar badalni chahiye
Jo bhi sangh ko chhod kar exam diye hain usko other jila bhejna chahiye
Indian Constitution kya male aur female me विभेद् करने का right deta hai?
नीतीश हटाओ बिहार बचाओ
महिला को दस विकल्प दिया गया है वो दस विकल्प है 10 पंचायत , जिसमें यदि 10 वां पंचायत लगभग 25 -30 किमी होगा तो ये महिला शिक्षक के लिए कैसे सही है
सभी विभाग मे मोबाईल से हाजरी बनना चाहिए
शिक्षा विभाग शिक्षक के साथ राजनीतिक कर रही है
Ye transfer policy gender equality ke viruddh hai isko court me challenge kijiye.....
Sir pahle Mogambo aaya tha. Ab kaliya aaya, Mogambo to 10 mahina me bhaga. Ab tera kya hoga kaliya.
आप पर ही शिक्षकों का भरोसा है बांकि धपोरसंखी है
सच में इससे बड़ा जोकर यू ट्यूब पर नहीं है।
डबल इंजन का फंडा शिक्षकों को थमा दिया अंडा।
सरकार सक्षमता परीक्षा दे चुके शिक्षकों के सोच के अनुरूप ही कार्य कर रही है, सरकार सक्षमता परीक्षा दे चुके शिक्षकों की ऐतिहासिक और भौगोलिक पृष्ठभूमि से भलीभांति परिचित है ।
Rajykarmi kb degi
Apane anumandal se dusare anumandal me jane ke baad @@suchsanjusanju7835
एक बात कहूंगा ये वकील साहब कुछ खास नही प्रभावित कर पाते।
Brajwashi sir Aap Lajawav he. Aap knowledge me sarvopari he. Aap jaise log hi Bihar gov. ko takker de sakte he. Sare teachers aapke saath he.
समक्षता पास टीचर को पोस्टिंग nhi करने की सरकार की फिर एक नई चाल
Husband ke jila me transfer wife ka ho sir ji
Sir kot me kes Kar digiye
ब्रजवासी जी यही लायक शिक्षक है अभी सक्षमता परिक्षा देकजो बैठे है वे धधा रहा है की हम रप
केतना ख्याल रखियेगा ई लोग के भैया जाए दीजिये ,मटियाईये।।।मन में टीस तो बहुत है।
भाजपा की सरकार और सुख??😂😂😂
Aap court me mukadman dayar kare hum log bharpur sahyog karege
Mera home district nhi mila hai , mera transfer kha hoga? home district ya allowted district
High court chala jay🎉
बात यह है कि यह Transfer/Posting policy जो बनाने वाले लोग हैं सब PK हैं।
Sir Nitish babu ko 4 g data kaam nahi kar raha hai. Ab Modi ji Or Nitish ji ko 5 - 6 g ki data chahiye tabhi software kaam karega.
पुरुष शिक्षक आखिर सक्षमता क्यों दिए स्थानांतरण के लिए
पुरुष शिक्षकों के साथ अन्याय क्यों
Case file kab ho raha hai sir?
RIGHT BAT KAH RAHE HAI SIR JEE ❤❤
देवो रुष्टे गुरुस्त्राता गुरो रुष्टे न कश्चन । गुरुस्त्राता गुरुस्त्राता गुरुस्त्राता न संशयः।।
मुजफ्फरपुर मे दो अनुमंडल है, एक अनुमंडल दूसरे अनुमंडल का दुरी 80-100km है, सकरा प्रखंड से साहेबगंज प्रखंड की दूरी 100km+ hai
Sahi bole sir mai bhi gaighat se hu or mai motipur or साहेबगंज paru Etna dur kaise ja sakte hai ।
Home ब्लॉक छोड़ के बगल वाले ब्लॉक या उसके बगल वाले में देना चाहिए सरकार को
हम आपके साथ है
जो सहयोग होगा हम सब तैयार है।
आप ही इस मुसीबत से बचा सकते हैं।
Bilkul ham bhi hai
पुरुष शिक्षक का उत्पीड़न किया जा रहा है
Bavasir sir ❤❤
Shiksha bhibhag burbak ke haath me doge to yehi haal hoga. Kud kud ke pariksha dene gaya tha. Pariksha dekar chaprasi bano.
Transfer policy ke khilaaf high court jana chahiye.
30 din k andar hi Jana hoga sir ji
SakchaSakchamta dene se pahle sochna chahiye
Sarkar teacher ko sirf kast Dena sikha huwa h presan krna unka maksad ban chuka hai .or kuchh nhi
Saare teacher ghr se 10 km ke radius me dedeta
Sarkar garib ke bachho ko padhhana nahi chahtii hai isaka Mansa dikkai dikhati hai.
हाई कोर्ट शरणम् गच्छामि 😅😅😅😅
Gopalganj district me 02 Anumandal hai aur dono ki doori ka bat kare to Baikunthpur se vijai pur ki doori lagbhag 150 kilometres hai.
शिक्षकों की एकता को तोड़ना ही एक और केवल एक उद्देश्य है ।
Aaj s teacher me ekta rahta to yah samasya hi n hota
विचार करने की जरूरत है, सरकार बेरोकारेट के हाथ में है
Sune the kanoon andha hota
Ab dekh bhi liye
Kanoon ko banane (sarkar) wala bhi andha hota hai
समावेशी शिक्षा पर जोर दिया गया है