बनि नाचे नट नीकौ आली नन्द कौ किशोर| ब्रज माधुर्य

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  • Опубліковано 10 лют 2025
  • #bani_nache_nat_neeko aali
    #बनि_नाचे_नट_नीकौ_आली नन्द कौ किशोर । राधे जगत नचायौ तेरी भौंह की मरोर ॥ ब्रज के किशोर, तो पै डारूँ तृण तोर । सुनि मुरली की घोर, मेरौ मन भयौ मोर ॥ कमल कली कौ, रंग भानु की लली कौ। मुख चन्द हू ते नीकौ, मेरे नैना हैं चकोर । ग्रीवा की लटक हरै मैंन की खटक । करै चित पै झटक, पीरे पटुका कौ छोर ॥ मुख की निकाई, भाल बिंदिया सजाई। मानों क्षीर सिंधु माँही, बाल रवि उग्यौ भोर ॥ नैननि बसाय मूँदि राखूँगी छिपाय। कहूँ भाजि न जाय, मेरी मुँदरी कौ चोर ॥
    Krishna bhajan, #braj_madhurya, raasleela
    Sung by Shri Anand bhaiya

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