🚩🚩अत्यंत महत्वपूर्ण और सराहनीय पद्धति है। ब्राह्मण समाज को अपने संस्कारो से आधुनिकता की होड़ मे विमुख होना खतरनाक साबित होगा। हम अपने पूर्वजों द्वारा दी गई पूजा पद्धति से जुड़े रहें तभी कल्याण है। हमें सीखने में संकोच भी नहीं होना चाहिये। दाहिने हाथ के लिए दो लरी पावित्री और बांये हाथ के लिए तीन लरी पावित्री हमारे यहाँ प्रयोग की जाती है।🙏🙏🙏🙏
बहुत उत्तम तरीके से आपने कुश एवं पवित्री का निर्माण करके समझाया इसके लिए जितनी भी तारीफ की जाए कम है लेकिन आचार्य वर बिना जड़ का कुश एवं पवित्री अशुद्ध माना जाता है
मेरे ब्रह्मलीन पिताश्री ( गौतम गोत्रोत्पन्न) पं. चिंताराम मिश्रा जी भी बहुत सुंदर कुशा बनाते थे । पवित्री, त्रिकुशा और मोढ़ा सहित देवताओं तथा पितरों के तर्पण हेतु अपने और यजमानों के हित निर्माण करते थे । कुल 16 कुशों से एक सेट तैयार करते थे । जनेऊ भी बहुत ही प्रामाणिक तैयार करते थे । हर हर महादेव 👏👏👏
जय जय श्री राधे श्याम, आपने बहुत अच्छे तरीके से पवित्री बनाई परंतु यह साधारण पवित्री है। मैं चाहता हूं की आप एक और वीडियो बनाए जिसमे आप साधारण पवित्रि नही, ब्रह्म पवित्री बनाना सिखाएं। धन्यवाद
बिंध्याचल में एक राजस्थानी पंडित जी के पास अतिसुंदर पवित्री देखा था पुनः मिलता जुलता इस विडियो में देखा। मैं बिहार से हूं जहां पिछले 60वर्षों से पवित्री के नाम पर पंडितों को कुश का खड़ा डंठल ही पहनाते देखा है।बिंध्याचल के बाद से ही पूजा- कार्यक्रम के समय , दिल में कसक रहता है। अन्य राज्य कई क्षेत्रों में हमसे काफी आगे हैं, यहां समर्पण का नितांत अभाव है।
Pranam Panditji aap se nivedan hai aap heme puja ki kitni thali banani chahiye hum bahut confused ho jate hai kabhi prasad chut jata hai tho kabhi vastra bhul jate yeh bahut confusing hai please batane ki kripa kare Jai shri Ram Hari bol 🙏🎉🌻
🙏 बहुत बहुत आभार एवं धन्यभाग। जब इतना कर ही दिया है तब हे बंधु अनुरोध करता हूँ कि कृपया इस वनस्पति की प्राप्ति स्थलों के बारे में भी जानकारी दें। इससे मिलती-जुलती अन्य वनस्पतियों ने हमलोगों को भ्रमित कर रखा है। धन्यवाद 🙏 🙏
Jaiguru ji sukrana guru ji apna payar banay rakhna guru ji mere prevar par kirpa bnay rakhna sukrana guru ji apna bachaiytai khushiyài kli kirpa Karo guru ji Dan Dan guru ji thank guru ji sukrana guru ji
महाराज प्रणाम । बहुत सुंदर बनाई ह महाराज ।किन्तु यहांदर्भा तीन प्रयोग होती है या दो। हमारे काशी की तरफ जड़ युक्त तीन कुशा का प्रयोग होता है मार्जनी व पवित्री निर्माण में
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉 मुकेश जी कुशा पुरुष वर्ग के लिए 3 स्त्री वर्ग के लिए दो उपयोग की जाती जड़ युक्त कुशा संपूर्ण भारत में प्रयोग की जाती है परंतु जहां हम रहते हैं वहां कुशा पत्र ही अधिक प्राप्त होता है जिसके परिणाम स्वरुप हमें स्थिति बस वीडियो में वही लेना पड़ा, आपके प्रति उत्तर के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
mukesh ji जड़युक्त अर्थात मूल सहित कुशा कहलाती है और मूलरहित दर्भा कहलाती है चतुभिरदरभेपिंजुलैर्ब्रह्मणस्य पवित्रकम । एकैकन्यूनमुद्दीष्टम वर्णे वर्णे यथाक्रमम।। (मार्कण्डेय:) विप्र वर्ण हेतु 4 कुश , अन्य वर्णों हेतु क्रम से 1 ,1 कम कर पवित्र हेतु दी जाती है
जी जय हो कुशा का आसन बनाने की कृपा करें आप की महान दया होगी।अपने हाथों से स्वयं कुशा का आसन कैसे बनाएं गुरुजी इस पर वीडियो बनाएं अवश्य। कुशा का आसन बनाना मैं नहीं जानता हूं आप कृपा करके बताएं
श्री शिवेशा, गुरुजी आपने जो शोडश मातृका, ओर ६४ योगिनी मातृका पीठ स्खापन क्रिया बताई है ओ कालीका माई की पूजा मे भी अनिवार्य होती है? कृपया बताये ऐक ईच्छूक
प्रणाम पंडितजी अत्यंत सुंदर तरिका प्रस्तुत किया है पवित्री और कुशा बनाने का यदि हमारे माता पिता जीवित है या दोनों मे से यदी माता या पिता जीवित ना हो तब पुजा के समय पवित्री घारण कर सकते हैं ? प्रश्न हमारी समज के बहार है कृपया मागँदशँन कीजिए धनयवाद 🙏
Pranam panditaji, bahot hi achhi tarah se bataya hai,. Aap ek meharbani kar sakate hai,? Hum Mumbai me rahate hai, yahaa par original aur akhand kusha nahi milati hai, to aap hume original, akhand kusha courier se bhej sakate hai ? Ho sake to bata dijiye,.
मेरे अराध्य और सनातन धर्म की सेवा मे रहने वाले पंडित जी को सादर प्रणाम
🚩🚩अत्यंत महत्वपूर्ण और सराहनीय पद्धति है। ब्राह्मण समाज को अपने संस्कारो से आधुनिकता की होड़ मे विमुख होना खतरनाक साबित होगा। हम अपने पूर्वजों द्वारा दी गई पूजा पद्धति से जुड़े रहें तभी कल्याण है।
हमें सीखने में संकोच भी नहीं होना चाहिये।
दाहिने हाथ के लिए दो लरी पावित्री और बांये हाथ के लिए तीन लरी पावित्री हमारे यहाँ प्रयोग की जाती है।🙏🙏🙏🙏
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
इस विषय पर जल्दी ही वीडियो बनाने वाले हैं ...
🚩🚩सत्य कहा आपने 🚩🚩🙏
बहुत उत्तम तरीके से आपने कुश एवं पवित्री का निर्माण करके समझाया इसके लिए जितनी भी तारीफ की जाए कम है
लेकिन आचार्य वर बिना जड़ का कुश एवं पवित्री अशुद्ध माना जाता है
🚩🚩आप पंडित जी🙏 दीर्घायु हों सनातन धर्म में आपके जैसे ही ज्ञानी और सतकर्मी पंडितों की आवश्यकता है।🚩🚩
सभी मित्रों से अनुरोध है कृपया सत्य सनातन वैदिक धर्म बोलें
आप द्वारा दिखाई गई विधि से हमने भी पवित्री बनाना सीख लिया है। कुछ कठिन है परन्तु अच्छी व साफ बन जाती है।
इसे भाद्रपद अमावस्या पर कुश लाकर बनाया है।
महाराज जी के चरणों में साष्टांग दंडवत बहुत सुंदर महाराज जी
हेलो हाय राइटर राकेश कुमार राजपूत की ओर से बहुत-बहुत धन्यवाद बहुत अच्छी वीडियो आपने बनाई करो शुभकामनाएं आपको
Bahut achha kam kr rhe h aap es samay aap jese hi logo ki jarurat h
पंडितजी, आपकी वाणी भी आपके व्हिडिओ की तरही ही बहुत सुंदर है. जैसे की साक्षात सरस्वती माता आपकी जिव्हा पर विराजमान हो.
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
मेरे ब्रह्मलीन पिताश्री ( गौतम गोत्रोत्पन्न) पं. चिंताराम मिश्रा जी भी बहुत सुंदर कुशा बनाते थे । पवित्री, त्रिकुशा और मोढ़ा सहित देवताओं तथा पितरों के तर्पण हेतु अपने और यजमानों के हित निर्माण करते थे । कुल 16 कुशों से एक सेट तैयार करते थे । जनेऊ भी बहुत ही प्रामाणिक तैयार करते थे । हर हर महादेव 👏👏👏
एक बार बनाई हुई पवित्री से ही पूरी तर्पण हो सकता है क्या?
आप क्यू नही करते ??
Jai Ho. aap ne bahut sundar pavitri banaya.
जय बद्री विशाल। आप का प्रयास अति उत्तम है।आप को बधाई।
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
धन्यवाद
जय जय श्री राधे श्याम, आपने बहुत अच्छे तरीके से पवित्री बनाई परंतु यह साधारण पवित्री है। मैं चाहता हूं की आप एक और वीडियो बनाए जिसमे आप साधारण पवित्रि नही, ब्रह्म पवित्री बनाना सिखाएं। धन्यवाद
Bhut sundar Bidhi dwara kush bnnane ki jankari prapt hui. Aapka Dhanybad. Jay Jay Sitaram 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🌹
Thanks to you and janki bhaiya🙏,apni paramparaon ko aap jaise log abhi tak jinda rakhe hue hain.dhanyawaad
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
Bahut hi achche se btaye
Sadar pranam . Jay Sri Ram
बहुत अच्छा व सराहनीय प्रयास👌👌👌👌👌
धन्यवाद..☀☆★✌
बहुत सुंदर शास्त्री जी
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
धन्यवाद
बहुत सुंदर, इसी तरह कुछ कुछ दिखाते रहें ताकि हमारा सनातन धर्म जीवित रहे ।
Panditji Maharaj aapke dwaaraa Jo Hume mil rahaa hai .Shaayad aapke binaa hum sab ko praapt honaa asambhav tha
बिंध्याचल में एक राजस्थानी पंडित जी के पास अतिसुंदर पवित्री देखा था पुनः मिलता जुलता इस विडियो में देखा। मैं बिहार से हूं जहां पिछले 60वर्षों से पवित्री के नाम पर पंडितों को कुश का खड़ा डंठल ही पहनाते देखा है।बिंध्याचल के बाद से ही पूजा- कार्यक्रम के समय , दिल में कसक रहता है। अन्य राज्य कई क्षेत्रों में हमसे काफी आगे हैं, यहां समर्पण का नितांत अभाव है।
हमारे तरफ से भी जानकी भाई का बहुत बहुत आभार!
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
वीडियो पसंद आने पर अपने वाट्सअप और फेसबुक में शेयर करके सहयोग प्रदान करें...
धन्यवाद...
@@poojapath जी अच्छा!
अप्रतिम, स्वभाव कितना शांत और पवित्र
जय शंकर,ज्ञान वर्धक एवं उद्देश्यपूर्ण जानकारी दी है धन्यवाद
धन्यवाद..☀☆★✌
आप लोग इसी उत्तम तरीके से कार्य कीजिए क्योंकि आज कल इतने विधि विधान से पूजा पाठ करने वाले पंडित जी कम ही मिलते हैं धन्यवाद 🙏💐
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
Sita ram
Guruji aap bahut mahan ho and Guruji Bagvan apko sadev sukhi rakho 🌹🙏
बहुत ही सराहनीय।।
इसी प्रकार जनेऊ बनाने कि भी विधी बताए।।
★★ जी अवश्य
❤ बहुत ही सुंदर भैया
Aap ne bahut achha banaya ankal
Mujhe bahut aacha laga
बहुत बढ़िया यज्ञोपवीत बनाने की विधि भी बताइए मैं भूल चुका हूं बहुत साधुवाद
बहुत अच्छा गुरुजी
दिव्य।।
बहुत ही सुन्दर तरीका।।
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
Bahut hi sundar post jay shree ram 🙏 🙏
शास्त्री जी सादर प्रणाम
बनाने की बिधि बहुत ही अच्छा है
इसका प्रमाण शास्त्र सहित देने की कृपा करें
धन्यवाद..☀☆★✌
क्या प्रमाणित करें
उत्तम
अच्छी बात कही है पंडित जी आपने प्रणाम
Bahut hi Anjar apka is vidhi Ko batana ke liye
बहुत सुन्दर पवित्रम् ।
पवित्री तो ठीक अति सुंदर,
किन्तु त्रिकुषा के स्थान पर आपने मोड़क का निर्माण किया है, जिसका प्रयोग पिण्डों के आसान के रूप में किया जाता हैं पंडित जी,
Jai Bhagwaan Parshuram 🙏 Sarvebhyo Bramhanebhyo Namah 🙏
इसीतरहकी और नई नई जानकारी कृपा करके
प्रणाम गुरु जी बहुत ही सुंदर मन प्रफुल्लित हो गया। एसे ही हम सभी का मार्गदर्शन किजीए!!
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
जी अवश्य आप लोग इसी तरह प्रोत्साहित करते रहें आपके लिए कुछ नया और कुछ अच्छा सदैव उपस्थित रहेगा
बहुत सुंदर आचार्य जी
आप सनातन धर्म मानने वालों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं
श्री राधे राधे आपने बहुत बढ़िया बनाया मोदक और कुश का अंतर नहीं किया त्रिकुश भी बनाने की कृपा करें
Radhe Radhe Radhekrishna g 🚩🤲🤝
Bahut hi Sundar 👏🏻
आचार्य जी यज्ञोंपवित निर्माण पर भी प्रकाश डालें🙏🙏
शोभनम् , श्री मान् क्षमा करें यह कुश तो आपने केवल देखने में सुन्दर बनाई है ।बिना जड़ की कुशा तो किसी काम की नहीं होती
जीहां बस आपको बताने के लिए प्रयोग की है बड़े बड़े शहरों में कुश के पत्ते बस मिलते हैं तो आप बताईये की क्या करें पत्ते प्रयोग करें या बिना कुश के करें
सराहनीय प्रयास, साधुवाद।
Aashan kese bnaye plz btaiye .. radhe radhe 🙏🙏🙏
अद्भुत 👌👌👌👌
आदरणीय यग्योपवित निर्माण विधि भी बताने की कृपा करें
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
जी अवश्य ... ☀★☆★☀
Dhanyawad pandit ji
जय हो🙏 बहुत सुंदर🙏 बहुत बहुत धन्यवाद🙏
जानकी गुरुदेव को प्रणाम
उनकी तरफ से 🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
बहुत भारी... धन्यवाद
Pranam Panditji aap se nivedan hai aap heme puja ki kitni thali banani chahiye hum bahut confused ho jate hai kabhi prasad chut jata hai tho kabhi vastra bhul jate yeh bahut confusing hai please batane ki kripa kare Jai shri Ram Hari bol 🙏🎉🌻
Bahut sunder
#Vedpathiabhishekmishra
How to prepare kushodak? For shivling abhishek..
सरल भाषा में बताया और प्रत्यक्ष रूप से दिखाया गया... बहुत बहुत आभार 🙏🙏🙏🙏🙏
★♬ जी धन्यवाद ....
I like it thanks Panditji.
Dhanyawad pandit ji 👌🙂👍
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
बहुत सुंदर , प्रभु चट ओर मोटक के बारे मे जानकारी प्रदान करे
अति सुन्दर विप्रदेव
बहुत बहुत धन्यवाद्
अब तो हम भी सीख गए
बहुत बढिया ।
जय श्री राम ।
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
गुरुजी सत्यनारायण कथा वीडियो banakar ke daliye
🙏 बहुत बहुत आभार एवं धन्यभाग। जब इतना कर ही दिया है तब हे बंधु अनुरोध करता हूँ कि कृपया इस वनस्पति की प्राप्ति स्थलों के बारे में भी जानकारी दें। इससे मिलती-जुलती अन्य वनस्पतियों ने हमलोगों को भ्रमित कर रखा है। धन्यवाद 🙏 🙏
Doing great job! Best wishes!!!
बहुत सुंदर अति सुंदरम
मोटक के बारे में भी कुछ प्रकाश डालिए 🙏🙏🙏
Jaiguru ji sukrana guru ji apna payar banay rakhna guru ji mere prevar par kirpa bnay rakhna sukrana guru ji apna bachaiytai khushiyài kli kirpa Karo guru ji Dan Dan guru ji thank guru ji sukrana guru ji
Guruji शंख कैसे बजाए जाता है वीडियो डालिए
दीपावली पर्व में लक्ष्मी,गणेश कुबेर सरस्वती पूजन विधि-विधान, कलश स्थापना से लेकर हवन-पूजन विसर्जन तक की सरल विधि मंत्रों सहित विडिओ बनाए
Mujhe nhi pta tha.. Bahot bahot dhanywad apka
Danayavad jankari danake liye🙏
Ek video janauu banane ka bhi daliye
बहुत सुंदर
नमन ब्राह्मण देवता 🙏🙏
hari 🕉🕉🕉 narayanam ji ati sunder gyan brama karma,🙏
Pandit ji apne bahut accha vedio banaya he lekin e jo banarehe pavitri to unke hath le lagta nahi hai kusa grass bahut sharp hoti te to kese banaye
गुरु जी आपने जो कुशा बनाने का विचार दिया वह हमें बहुत अच्छा लगा पर त्रिकुशा और मोटक के बारे में भी कुछ सुझाव दें हमें इंतजार रहेगा
बहुत सुन्दर 🙏
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
Bahut bahut app ko dhanyawad aur pranam
बहुत-बहुत धन्यवाद आचार्य जी🙏
महाराज प्रणाम । बहुत सुंदर बनाई ह महाराज ।किन्तु यहांदर्भा तीन प्रयोग होती है या दो। हमारे काशी की तरफ जड़ युक्त तीन कुशा का प्रयोग होता है मार्जनी व पवित्री निर्माण में
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
मुकेश जी कुशा पुरुष वर्ग के लिए 3 स्त्री वर्ग के लिए दो उपयोग की जाती जड़ युक्त कुशा संपूर्ण भारत में प्रयोग की जाती है परंतु जहां हम रहते हैं वहां कुशा पत्र ही अधिक प्राप्त होता है जिसके परिणाम स्वरुप हमें स्थिति बस वीडियो में वही लेना पड़ा, आपके प्रति उत्तर के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
mukesh ji जड़युक्त अर्थात मूल सहित कुशा कहलाती है और मूलरहित दर्भा कहलाती है
चतुभिरदरभेपिंजुलैर्ब्रह्मणस्य पवित्रकम ।
एकैकन्यूनमुद्दीष्टम वर्णे वर्णे यथाक्रमम।।
(मार्कण्डेय:)
विप्र वर्ण हेतु 4 कुश , अन्य वर्णों हेतु क्रम से 1 ,1 कम कर पवित्र हेतु दी जाती है
त्रिकुशा और मोटक , जिनका अधिकाँशतः प्रयोग तर्पण आदि कर्मों में होता है , उसे बनाने की सरलतम विधि का भी वर्णन करें ...सादर
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
धन्यवाद प्रभु आपने बहुत सुंदर सुझाव दिया है,
शीघ्र ही इसपर कार्य किया जायेगा
आपके त्रिकुश और मोटक के निर्माण प्रक्रिया के वीडियो के इंतजार में है। कृप्या वीडियो का निर्माण करके प्रेषित कर।
@@poojapath धन्यवादः
जी जय हो कुशा का आसन बनाने की कृपा करें आप की महान दया होगी।अपने हाथों से स्वयं कुशा का आसन कैसे बनाएं गुरुजी इस पर वीडियो बनाएं अवश्य। कुशा का आसन बनाना मैं नहीं जानता हूं आप कृपा करके बताएं
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
इस विषय पर जल्दी ही वीडियो बनाने वाले हैं ...
Bhut bareaaa GURIJEE
Ati mahtv purn jankari
Kumkum kaise banaye uska bhi video banao guruji
Kis Puja me kitne drabh ka kurch hona chahiye sastr sammt batane ki krupa kare
बहुत सुन्दर ❤❤❤
श्री शिवेशा, गुरुजी आपने जो शोडश मातृका, ओर ६४ योगिनी मातृका पीठ स्खापन क्रिया बताई है ओ कालीका माई की पूजा मे भी अनिवार्य होती है? कृपया बताये ऐक ईच्छूक
प्रणाम पंडितजी अत्यंत सुंदर तरिका प्रस्तुत किया है पवित्री और कुशा बनाने का यदि हमारे माता पिता जीवित है या दोनों मे से यदी माता या पिता जीवित ना हो तब पुजा के समय पवित्री घारण कर सकते हैं ? प्रश्न हमारी समज के बहार है कृपया मागँदशँन कीजिए
धनयवाद 🙏
Y konsa podha hai vry nice video acharya g
क्या आप कृपया करके आन लाइन हमें पवित्री और कुशा भेज सकते हैं ।
Pranam panditaji, bahot hi achhi tarah se bataya hai,. Aap ek meharbani kar sakate hai,? Hum Mumbai me rahate hai, yahaa par original aur akhand kusha nahi milati hai, to aap hume original, akhand kusha courier se bhej sakate hai ? Ho sake to bata dijiye,.
हर हर महादेव... धन्यवाद
Jay Sri Ram 🙏🙏🙏
Jay Hanuman Baba 🙏🙏🙏
Jay Maa Samleiswari 🙏🙏🙏
बहुत ही रोचक
God bless you thanks
आजकल अनेक ब्राह्मण कुशा को पहचानते तक नहीं और कई यजमान भी इसके उपयोग के बारे मे नहीं जानते 🎉