Main Door कहां पर होना चाहिए ! वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मैन डोर कहां पर लगाना चाहिए !
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- Опубліковано 28 гру 2020
- Main Door कहां पर होना चाहिए ! वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मैन डोर कहां पर लगाना चाहिए !
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वास्तु शास्त्र के अनुसार पॉजिटिव और नेगेटिव एनर्जी क्या है पॉजिटिव एनर्जी है देवता यानी की देव यदि आपके घर में देवताओं का वास है देवी देवताओं का स्मरण होता है आपने व्यवस्था देवी-देवताओं के अनुसार की गई है आपके घर में हमेशा पॉजिटिव एनर्जी बनी रहेगी जिस घर में देवताओं का वास होता है वहां पर पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है
नेगेटिव एनर्जी जहां पर आसुरी शक्ति यानी की दानवो का वास होता है , वहां पर यानी कि उस घर में हमेशा पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है यदि आपके घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहेगी तो आपके घर में हमेशा तरक्की होगी घर में किसी भी तरह की प्रेशिया निया नहीं आएंगे और रोगों से मुक्त रहेंगे कोई भी अचानक विडंबना आने से आपके घर में बचा होगा किसी भी कार्य को करने के लिए आपको जिस चीज की जरूरत होती है वह जरूरत है आपका मोटिवेशन आपको पॉजिटिव एनर्जी मैं उस कार्य में लगे रहना और यदि आप पॉजिटिव एनर्जी के साथ किसी भी कार्य को करते हैं तो वह कार्य आपका हमेशा सफल होता है इसलिए घर के अंदर पॉजिटिव एनर्जी बनी रहनी चाहिए पॉजिटिव एनर्जी आपकी हमेशा मदद करती है यदि आपके घर को वास्तु अनुसार पॉजिटिव एनर्जी के हिसाब से बनाया गया है आपके घर में देवताओं को ध्यान में रखकर दिशाओं ध्यान में रखकर आपके घर को बनाया गया है तो पॉजिटिव एनर्जी हमेशाा बनी और आप अपने जीवन में खुशहाली समृद्धि और हमेशा मोटिवेट रह कर अपने जीवन को और अपने बच्चोंंं के लिए अपनेेे घर को पॉजिटिव एनर्जी के साथ अपने घर को छोड़कर जाएंगे और बच्चे भी आपके जीीवन में तरक्की करेंगे
गृहस्थस्य क्रियास्सर्वा न सिद्धयन्ति गृहं विना। [1]वास्तु शास्त्र घर, प्रासाद, भवन अथवा मन्दिर निर्मान करने का प्राचीन भारतीय विज्ञान है जिसे आधुनिक समय के विज्ञान आर्किटेक्चर का प्राचीन स्वरुप माना जा सकता है। जीवन में जिन वस्तुओं का हमारे दैनिक जीवन में उपयोग होता है उन वस्तुओं को किस प्रकार से रखा जाए वह भी वास्तु है वस्तु शब्द से वास्तु का निर्माण हुआ है
डिजाइन दिशात्मक संरेखण के आधार पर कर रहे हैं। यह हिंदू वास्तुकला में लागू किया जाता है, हिंदू मंदिरों के लिये और वाहनों सहित, बर्तन, फर्नीचर, मूर्तिकला, चित्रों, आदि।
दक्षिण भारत में वास्तु का नींव परंपरागत महान साधु मायन को जिम्मेदार माना जाता है और उत्तर भारत में विश्वकर्मा को जिम्मेदार माना जाता है।उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम ये चार मूल दिशाएं हैं। वास्तु विज्ञान में इन चार दिशाओं के अलावा 4 विदिशाएं हैं। आकाश और पाताल को भी इसमें दिशा स्वरूप शामिल किया गया है। इस प्रकार चार दिशा, चार विदिशा और आकाश पाताल को जोड़कर इस विज्ञान में दिशाओं की संख्या कुल दस माना गया है। मूल दिशाओं के मध्य की दिशा ईशान, आग्नेय, नैऋत्य और वायव्य को विदिशा कहा गया है।
वास्तुशास्त्र में पूर्व दिशा संपादित करें
वास्तुशास्त्र में यह दिशा बहुत ही महत्वपूर्ण मानी गई है क्योंकि यह सूर्य के उदय होने की दिशा है। इस दिशा के स्वामी देवता इन्द्र हैं। भवन बनाते समय इस दिशा को सबसे अधिक खुला रखना चाहिए। यह सुख और समृद्धि कारक होता है। इस दिशा में वास्तुदोष होने पर घर भवन में रहने वाले लोग बीमार रहते हैं। परेशानी और चिन्ता बनी रहती हैं। उन्नति के मार्ग में भी बाधा आति है।
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/ excusemeindianemi
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आप ने बहुत अच्छा बताया
धन्यवाद
One and only mata ji cannal राधे राधे
Thaks guru ji
अच्छा है
Dhanwad ji
❤❤❤❤❤❤
Thanks for this information
Great
Very nice information Sir
Very very nice
Ok sir thank you
Very nice 👍👍🙏🙏
👌👌
✍✍✍✍Thank ji ap ka✍✍✍
Nice
Right ji
Very good 😊
गुरुजी प्रणाम
बहुत ही सुन्दर जानकारी दी आपका हार्दिक आभार
मेरे प्लाट का साइज़ 26×32का है इसमें पूर्व मुखी भवन बनाना है दक्षिण से पश्चिम 26 और दक्षिण से पूर्व 32है दक्षिण में रोड़ है
नयां घर के ऊपर सीढ़ियां किस दिशा में बनाए तथा चारों दिशाओं को बताएं।
Namaskaar sir kya uttar mukhi ghar me mukyadwar uttar ke center me laga sakte h
Respected guru ji very nice best bahut sunder explanation on vastu shastra please explain in detail can we make bath room below the stairs case and toilet 🚻 with respect and regards thanks ❤️ 😊 😀
ज्योतिष से किसी तरह की सलाह पाने के लिए सम्पर्क कर एमाउंट देना पड़ता है लोग काॅमेंट करके सलाह लेते रहत😢है ऐसा नहीं होता है
🙏.
Guruji mere Ghar me vastu ke hisab se shochaly eshan kon me he . Me kya Karu karu me 1 building me Rehti hu
west side plot in main door and one shop and stairs pls show the plan 20*60
west side plot in main door and one shop and stairs pls show the plan
कैम्पस में कहा पर लोहे का गेट लगाना चाहिए
Good morning guru ji Mera makan do block ka h dono ka bastu ansar men get alag alag banana hoga kya ji
25 by 45 ka nksa btaye
13×150 south mukhi house darwaja kha lage
Can you visit our site please in Faridabad Sir
9 bhag me banty ya 8 bhag me
हम दरवाजा जहां लगाएंगे किसीको नहीं बताएंगे
Door colour indication and ..your naratives are all confusing . Or Dont use colour . RATHER USE NUMBER
1 और 2 नंबर पर मेन door बना है तो क्या परिणाम मिलेंगे पूर्व मुखी मकान के ।
Plz reply
दुनिया बदला आप नहीं पैसे कमाने के लिए चैनल है।
aap kah rahe ho ki desha sab achhi hoti hai bhagwan ji ne banai hai hmmm to fir South deshaa me darwaja ko kyu wrong mana jata hai????
Toilat s may kidar kidhar ho
Mere ghr ka man door kha hona chahiye
Thanku aapka contact number sor
Nice