राहुल गांधी और अखिलेश यादव कों किसने अधिकार दिया है कि ओं देश की अवाम की जाती पूछें जब अनुराग ठाकुर ने कहा तो गाली लगी तों राहुल गांधी अखिलेश यादव देश की अवाम की जाती पूछ कर उन्हें रोज़ डेली गाली दे रहे हैं
मैं भी पूछ रहा हूं राहुल देव पत्रकार जी राहुल घेंडी की जात क्या है बताओ ना, मुझे जानना है, मैं तो बहुत दिनों से जानना चाहता था कि राहुल घेंडी जी जाति बताएं और सतीश जी भी बताएं।
😃😃😃😃बड़ी समस्या है इस राहुल खान इसाई ब्राह्मण गाँधी की जाति पता करना मुझे लगता है कास्मोकास च युरोपियन अंतरिक्ष एजेंसी च नासा च इसरो को इसकी जाती पता करने का वार्षिक टेंडर देना चाहिए ताकी दूरबीन से देख कर सेटेलाइट से देखकर मंगल ग्रह च चंद्रमा से प्रमाण इकट्ठा कर राहुल खान इसाई ब्राह्मण गाँधी की जाति खोज करके प्रमाणित तथ्य देकर जाति का नाम बताए च इस पर होने वाले खर्च को संसार के सभी पत्राचार मिडिया ब्यवस्था में प्रचारित करना चाहिए ताकि दुबारा असमंजस कि स्थिति न बने।जय माँ भवानी जय श्री परशुराम जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव शिवांश मोदी जी की जय हो
राहुल देव चलिए आप को सुनता हूं दलितों की जात बोलकर बुलाया जाता है की अरे चमरा अरे दुस्धा अरे डोमा । आप सवर्ण लोग अपनी जात बताने से क्यों डरते हो । पहले अपनी जात बताओ फिर दूसरे की जाति पूछो ।
राहुल देव और सतीश यह दोनों ही पत्रकार एक तरफा पत्रकार हैं यह गोलमोल बात करते हैं यह पत्रकारिता के लायक नहीं है इनको चैनल वालों को बुलाना नहीं चाहिए आपकी क्या राय है -?
Sudhanshu ji ka knowledge ko❤🙏🙏mr Anuraag ji MP ne Hinduo ko United keeping Efforting good lage Rahiye For Sanaatan protection & promotion for best of bharat+ world
गलत करने का परिणाम गलती होगा,सरकार सकारात्मक कार्य करे जाति से उठ कर कार्य करे ,सतीश जी चतुराई मत करिये आप किस लाइन पर चल रहे है,बांटो और राज करो,सही कहा रामकृपाल जीने
राहुल देव जी को हम लोग एक सुलझा हुआ अच्छा पत्रकार समझते थे लेकिन जब से उन्हें टीवी डिबेट में सुनने लगा तो यह अहसास हुआ कि जो धारणा हमारे मन मे राहुल देव जी के लिए बनी थी थी असल मे वह उनकी एक्टिंग थी ! असलियत यह है कि राहुल देव पत्रकार नही बल्कि उस परिवार और पार्टी के गुलाम है जिसकी कृपा से उन्हें पत्रकारिता की नौकरी मिली थी, पूरी जिन्दगी उसी पतिवार के फेंके हुए टुकड़ों पर पलते रहे हैं, और अभी भी उस परिवार के लिए थेथरई कर रहे हैं ! सतीश सिंह जी तो शक्ल से ही बधुआ मजदूर लगते हैं, और बधुआ मजदूर मालिकों के इशारे पर भौ भौ करने के लिए विवश होता है ! इन दोनों लोगों के प्रति मेरे मन मे सहानुभूति है कि उम्र के आखिरी पड़ाव पर भी उन लोगों को मालिकों के वारिसों की गुलामी ही करनी पड़ रही है !
असल में आजकल शहरों में तो जात पात नही रही है l दूसरा यह है कि व्यक्ति का जो सर नेम है, उसके कही विपरित, वह व्यक्ति दूसरा ही कुछ अलग काम कर रहा है l तो अबकी बार जात गणना नही बल्कि व्यवसाय आधारित जन गणना होनी चाहिए। और नए सर नेम भी व्यवसाय के अनुरूप इजात करके यूज करने चाहिए l जैसे गोपाल विद्यार्थी, यश इंजीनियर, राहुल राजनेता, दीपक दुकानदार, सीमा ब्यूटीशीयन, मनोज अकाउंटेंट, राशिद भंगारवाला, तुषार बाबू, देवेंद्र अधिकारी, तुकाराम कर्मचारी, देवानंद पत्रकार, मनोज जमींदार, तुकाराम खेतीवाला, बबन ज्यूतेवाला, किरण लौंड्रीवाला, हेमंत सेवाकर्मी, सत्येंद्र सब्जीवाला, प्रकाश मिस्त्री, शिबू मूर्तिकार, अविनाश मिल्ट्रिमैन, सगुना निवृत्त, या महेश उद्योगपति, मिलिंद सेल्समैन, सतपति मजूरे, फूलवाला, डॉक्टर, लोटेरीवाला, फार्मासिस्ट, अभिकर्ता, प्रोफेसर, आचार्य, जादूगर, शिक्षाभोगी, सैनिक, वकील, तुइशनवाले, रिपेरर, सायकलवाले, पुजारी, महंत, धंदेवाले, शोधकर्ता, जल्लाद, खिलाड़ी, न्यायाधीश, कथाकार, अभिनेता, शिक्षक,रेस्टोरेंट वाला, रिपेरर, आंदोलनजीवी, आदि आदि आदि ऐसे सेकड़ो व्यवसाय पर आधारित सर नेम हो सकते है । पुरखे क्या थे वह छोड़ो, उनका सर नेम न लो, बल्कि आप आज क्या कर रहे हो उस हिसाब से सर नेम धारण करो । अबकी बार व्यवसाय आधारित ही जन गणना होनी चाहिए ।
जातिगत आरक्षण दिया ही क्यूं गया, आरक्षण सिर्फ़ आर्थिक रूप से निर्बल को दिया जाना चाहिए था इस धर्म निरपेक्ष देश में, बांटने की राजनीति को जन्म किसने दिया वोट बटोरने के लिए और आज भी यही कर रहे हैं
अरे भाई ये सुधांशू त्रिवेदी ब्राह्मण समाज से है और वो चुनाव भी लड़े थे। पर कांग्रेस का समर्थन करने वाले तो 90%को चुनाव लडने की औकात नहीं है वो केवल राजमाता की कृपा से राज्य सभा में शामिल होना चाहते हैं 😅😅😅😅 जेसे मनमोहन सिंह ने कोई चुनाव नही लड़ा और नही जीता और वो PM बन गए थे 😅😅😅
जब यह राहुल देव दूरदर्शन मे समाचार वाचक था उस समय इसके प्रति काफी इज्जत थी।कांग्रेस की चाटूकारिता ने इसकी सारी प्रतिष्ठा समाप्त कर दी।इन लोगों को लज्जा भी आती है या नहीं।कैसे कैसे लोग होते हैं दुनिया मेभाई?जिसको जीवन के किसी मोड़ पर अपना आदर्श मानों वह बाद मे इतना निम्न दर्जे का निकल जाता है।
इंडि गठबंधन के लोग कहते हैं की जाति जनगणना समय की मांग है जब यह लोग सत्ता में थे जब समय की मांग नहीं थी अब सत्ता में नहीं है तो जाति जनगरणा समय की मांगे है
हमारे घर जो भी जाति जनगणना करने आएगा हम तो सब से पहले उसकी जाति पुछेगे और जो लोग जाति जनगणना की बात कर रहे हैं उन्हें अपनी जाति बताने मे तकलीफ कयूँ हो रही है
वामपंथी राहुल जी को वरिष्ट नही थका हुआ पत्रकार कहा जाए तो ठीक है वैसे ये मुझको कांग्रेस के पे रोल पर लगते है इनके विचार और वक्तव्य हर प्रोग्राम में किंतु परंतु के बाद कांग्रेस के पक्ष में होते हैं सच्चाई पे नहीं
Rahul Dev & Satish k Singh ji ko halwa milna band ho gaya hai kya, in dono ko bhi discussion shuru karney se pahley apna parichay jati bata kar hi karna chahiye
हिंदुस्तान में कोई जाति नहीं है जाती है लेकिन जिस तरह से यह अपनी जाति के ऊपर कर कि मुझे तो जाती गली है जाती तो सब है लेकिन तेरे को तो तेरी जाति पूछे तो गली और बाकी को तू तो पूछे तो फिर वह जो है तू पूछ सकता राहुल गांधी अकल है बे समझ है इसमें कोई समझ नहीं है इस आदमी को केवल यह आगे लेकर आना चाहते हैं वजह यह है कि यह अपना जो है इंदिरा गांधी का बेटा है राजीव गांधी का बेटा है जवाहरलाल का है फैलाने का है इसकी और तो कोई पहचान है नहीं ना इसमें कोई बुद्धि है लगे रहो इसके पीछे होने वाला कुछ नहीं है भारत की जनता जान चुकी है इस बुद्धू को बैठना नहीं है बिल्कुल भी और कभी जिंदगी में नहीं बनेगा प्रधानमंत्री
Jaati puchhana galat nahi hai 🎉 Anurag Thakur ka soche galat hai intensionally galat bola hai🎉 Sudhanshu ji aap party ke hit me vyakhya kar Rahe Hai 🎉 Anurag Thakur ne intensionally gaali de hai 🎉 Bharat desh ke youths jindabad 🎉
इस महान भारत देश को गर्त की तरफ राजनेता ले जा रहे जिसके जिम्मेदार वरिष्ठ पत्रकार अधिवक्ता जो भ्रष्ट नेता की पैनल पर वार्ता करके जनता को भ्रमित करके अपना जीवन यापन का साधन बना लिया है.
जाति की जनगणना काम के आधार पर जाति रखा गया जैसे लोहा के काम करने वालों को लोहार लकड़ी का काम करने वालों को बढ़ाई वगैरह,अब नये युग में उस जातियों के लोग अलग-अलग कार्य कर रहे हैं फिर अब उन जातियों के लोगों को क्या जात देंगे जैसे डाक्टर वकील डारयवर पायलट वगैरह बहुत सारे नय -नय काम कर रहे हैं?
एक बात समझ में नहीं आ रहा है ये वरिष्ठ पत्रकार महोदय दूसरी जाति का जात पूछना चाहते है परंतु अपनी जाति बताना नही चाहते है। बिना जाति पूछे जाति का जनगणना कैसे करेंगे। और प्रश्न रहा जाति का तो राहुल गांधी जी को ही अपनी जाति बताकर जाति जनगणना का सुभारंभ कर देना चाहिए। सभी जाति भी सहयोग करेंगे ।
सतीश के सिंह से पूछना चाहिए कि अगर पूरानी बातों को भुलाकर बात होनी चाहिए तो आरक्षण क्यों नहीं बंद होना चाहिए? आरक्षण भी तो पुराने तर्कों के ही आधार पर है।ये अब वरिष्ठ पत्रकार नहीं अखिलेश यादव के दरबारी बनने के पंक्ति में खड़े हैं। चुनाव जीतने की ताकत तो है नहीं, राज्यसभा का जुगाड़ लग जाए कहीं।
राहुल देव एवं राहुल गांधी। आख़िर नाम में इतनी समानता है तभी तो 😝😝
राहुल गांधी और अखिलेश यादव कों किसने अधिकार दिया है कि ओं देश की अवाम की जाती पूछें जब अनुराग ठाकुर ने कहा तो गाली लगी तों राहुल गांधी अखिलेश यादव देश की अवाम की जाती पूछ कर उन्हें रोज़ डेली गाली दे रहे हैं
अब पूरी वंश बेल खुलेगी अब्राहमी की इसके वक़्फी गुलाम दरबारियों को देखकर मज़ा आता है
राहुल देव कम्युनिस्ट विचार पर सदैव बोलते है।
सतीश जी आपकी रूदाली में क्या तमाशा और विधवा विलाप अरण्य रूदन है.... भेंकिए
राहुल देव आब समय है सुधारने का, अनुरोध है कि सुधार जाइए ! जाती समाज में चलती है और चलती रहेगी 😊 भारत को भारत रहने दो जीसस स्टेट मत बनाओ 😡
राहुल देव जी भी दूसरे राहुल गांधी हैं
Yeh bhi usi plate se biscuit khata hai jis plate se Rahul nakli Gandhi ka paaltu kutta khata hai
Jee kyon?
Caste to batana hee padhega.Har koi freebies ke chakkar me Jaat census ko itna mahatwa kyon? Ss st be cancelled.
क्या खूब नाम में भी समानता है
Ab malai nahi mil raha hai
अब तो राहुल गाँधी की जाति पता करने के लिए हीं सरकार को जातीय जनगणना करवा देना चाहिए
Vo non Hindu h vo census me nhi ata h
राहुल देव ने जिंदगी बिता दी कांग्रेस का चरण-चुंबन करते हुए, अब अपने बिल से फिर निकल आए।
मैं भी पूछ रहा हूं राहुल देव पत्रकार जी राहुल घेंडी की जात क्या है बताओ ना, मुझे जानना है, मैं तो बहुत दिनों से जानना चाहता था कि राहुल घेंडी जी जाति बताएं और सतीश जी भी बताएं।
😃😃😃😃बड़ी समस्या है इस राहुल खान इसाई ब्राह्मण गाँधी की जाति पता करना मुझे लगता है कास्मोकास च युरोपियन अंतरिक्ष एजेंसी च नासा च इसरो को इसकी जाती पता करने का वार्षिक टेंडर देना चाहिए ताकी दूरबीन से देख कर सेटेलाइट से देखकर मंगल ग्रह च चंद्रमा से प्रमाण इकट्ठा कर राहुल खान इसाई ब्राह्मण गाँधी की जाति खोज करके प्रमाणित तथ्य देकर जाति का नाम बताए च इस पर होने वाले खर्च को संसार के सभी पत्राचार मिडिया ब्यवस्था में प्रचारित करना चाहिए ताकि दुबारा असमंजस कि स्थिति न बने।जय माँ भवानी जय श्री परशुराम जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव शिवांश मोदी जी की जय हो
@@chandrabhushanpandey1528 पाण्डेय भाई जी को सैनिक मुकेश गराटी झुंझुनूं का बार बार सेल्यूट जय हिन्द।
क्यों राहुल जी 10जनपथ का प्रवचन दीजिए
राहुल देव चलिए आप को सुनता हूं दलितों की जात बोलकर बुलाया जाता है की अरे चमरा अरे दुस्धा अरे डोमा । आप सवर्ण लोग अपनी जात बताने से क्यों डरते हो । पहले अपनी जात बताओ फिर दूसरे की जाति पूछो ।
ये दलाल चिता की राख पर रोटी सेंकने वाले लोग हैं!
चमरा कह देने मात्र से एससी एसटी एक्ट लगा दिया जायेगा।।चमार को चमरा केवल चमार ही कह सकता है।
चमरा कह देने मात्र से एससी एसटी एक्ट लगा दिया जायेगा।।चमार को चमरा केवल चमार ही कह सकता है।
जाती नही बता रहे ....
धर्म नही बता रहे ....
यानेकी ....
गोलमाल है भाई सब गोलमाल है ...
जहां कांग्रेस सरकार है वहां जातिगत जनगणना क्यों नहीं हो रहा 😂😂😂😂
कर्नाटक हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना 😂😂
Gangadhar hi shaktiman hai
राहुल जी तुम ही कॉकटेल परिवार की जाति बता दो
राहुल देव को 100% आरक्षण चाहिए 😂😂😂
भले ही भारत सोमालिया बन जाए
Ye hi toh plan hai
राहुल देव और सतीश यह दोनों ही पत्रकार एक तरफा पत्रकार हैं
यह गोलमोल बात करते हैं यह पत्रकारिता के लायक नहीं है इनको चैनल वालों को बुलाना नहीं चाहिए आपकी क्या राय है -?
Sudhanshu ji ka knowledge ko❤🙏🙏mr Anuraag ji MP ne Hinduo ko United keeping Efforting good lage Rahiye For Sanaatan protection & promotion for best of bharat+ world
सुधांसू जी ने सच कह दिया तो हिंदू विरोधी मानसिकता का पत्रकार उन्हे ज्ञानी कहने लगा।
सतीश भी एक वामपंथी विचारक है
वामपंथी कुकुर है
ये सारे बारिस्थ पत्रकार सभी ने मलाई खाई है जो आज मिल नहिं राही, बेरोजगार हो गए 😅
Esme koe sak nhi hai ki Shudhanshu Trivedi sir great jenius h aur great leader h
सतीश जी कर्नाटक, हिमाचल, तेलंगाना में राहुल बाबा से जाति जनगणना करवा दीजिए फिर सुधांशु जी से पूछिए
Divide and rule by congress.
सुधांशु जी ने इन वरिष्ठ पत्रकारो को भी पानी पीने को मजबूर कर दिया
सतीश जी! आपके बाप, दादा और पूर्वज कौन थे इसको पहले छोड़ दीजिए। तब इतिहास छोडने की बात करते।
राहुलदेव भी दरबारी चाटुकार है इसकी हेसियत नहीं की शुधांसु जी कै सामने नहीं टिक सकता ।
अरे सुधांशु जी ये परम विद्वान और ज्ञानी हैं
गलत करने का परिणाम गलती होगा,सरकार सकारात्मक कार्य करे जाति से उठ कर कार्य करे ,सतीश जी चतुराई मत करिये आप किस लाइन पर चल रहे है,बांटो और राज करो,सही कहा रामकृपाल जीने
राहुल देव जी को हम लोग एक सुलझा हुआ अच्छा पत्रकार समझते थे लेकिन जब से उन्हें टीवी डिबेट में सुनने लगा तो यह अहसास हुआ कि जो धारणा हमारे मन मे राहुल देव जी के लिए बनी थी थी असल मे वह उनकी एक्टिंग थी ! असलियत यह है कि राहुल देव पत्रकार नही बल्कि उस परिवार और पार्टी के गुलाम है जिसकी कृपा से उन्हें पत्रकारिता की नौकरी मिली थी, पूरी जिन्दगी उसी पतिवार के फेंके हुए टुकड़ों पर पलते रहे हैं, और अभी भी उस परिवार के लिए थेथरई कर रहे हैं ! सतीश सिंह जी तो शक्ल से ही बधुआ मजदूर लगते हैं, और बधुआ मजदूर मालिकों के इशारे पर भौ भौ करने के लिए विवश होता है ! इन दोनों लोगों के प्रति मेरे मन मे सहानुभूति है कि उम्र के आखिरी पड़ाव पर भी उन लोगों को मालिकों के वारिसों की गुलामी ही करनी पड़ रही है !
असल में आजकल शहरों में तो जात पात नही रही है l दूसरा यह है कि व्यक्ति का जो सर नेम है, उसके कही विपरित, वह व्यक्ति दूसरा ही कुछ अलग काम कर रहा है l
तो अबकी बार जात गणना नही बल्कि व्यवसाय आधारित जन गणना होनी चाहिए। और नए सर नेम भी व्यवसाय के अनुरूप इजात करके यूज करने चाहिए l
जैसे
गोपाल विद्यार्थी,
यश इंजीनियर,
राहुल राजनेता,
दीपक दुकानदार,
सीमा ब्यूटीशीयन,
मनोज अकाउंटेंट,
राशिद भंगारवाला,
तुषार बाबू,
देवेंद्र अधिकारी,
तुकाराम कर्मचारी,
देवानंद पत्रकार,
मनोज जमींदार,
तुकाराम खेतीवाला,
बबन ज्यूतेवाला,
किरण लौंड्रीवाला,
हेमंत सेवाकर्मी,
सत्येंद्र सब्जीवाला,
प्रकाश मिस्त्री,
शिबू मूर्तिकार,
अविनाश मिल्ट्रिमैन,
सगुना निवृत्त,
या महेश उद्योगपति,
मिलिंद सेल्समैन,
सतपति मजूरे,
फूलवाला, डॉक्टर, लोटेरीवाला, फार्मासिस्ट, अभिकर्ता, प्रोफेसर, आचार्य, जादूगर, शिक्षाभोगी, सैनिक, वकील, तुइशनवाले, रिपेरर, सायकलवाले, पुजारी, महंत, धंदेवाले, शोधकर्ता, जल्लाद, खिलाड़ी, न्यायाधीश, कथाकार, अभिनेता, शिक्षक,रेस्टोरेंट वाला, रिपेरर, आंदोलनजीवी, आदि आदि आदि ऐसे सेकड़ो व्यवसाय पर आधारित सर नेम हो सकते है ।
पुरखे क्या थे वह छोड़ो,
उनका सर नेम न लो, बल्कि आप आज क्या कर रहे हो उस हिसाब से सर नेम धारण करो ।
अबकी बार व्यवसाय आधारित ही जन गणना होनी चाहिए ।
सुधांशु जी सुन्दर विश्लेषण 👌👌
जातिगत आरक्षण दिया ही क्यूं गया, आरक्षण सिर्फ़ आर्थिक रूप से निर्बल को दिया जाना चाहिए था इस धर्म निरपेक्ष देश में, बांटने की राजनीति को जन्म किसने दिया वोट बटोरने के लिए और आज भी यही कर रहे हैं
फिर क्या दिक्कत है, टिप्पणी तो व्यक्ति गत है ही नहीं
रामकृपाल जी ने एकदम सटीक बात कही
राहुल देव और सतीश के सिंह निष्पक्ष पत्रकार नही है।
राहुल देव जी आप परम ज्ञानी हैं
Jai Ho shudhanshu bhai
सुधांशु जी ,को वाद-विवाद में पार पाना मुश्किल ही नहीं असंभव है। जब तक जाति वाद पर प्रहार नहीं होगा, देश आगे कैसे जा सकता है? 9:31
पत्रकार का काम है सही बोलने पर यह चाटुकारहै 😭😁😂
SUDHANSHU JI REALLY GREAT JOB SIR
कृपा से राज्यसभा सदस्यता पानेवाला सुधांशु त्रिवेदी किस जाति का नेता है? दम है तो चुनाव लड़ कर लाओ.
अरे भाई ये सुधांशू त्रिवेदी ब्राह्मण समाज से है और वो चुनाव भी लड़े थे। पर कांग्रेस का समर्थन करने वाले तो 90%को चुनाव लडने की औकात नहीं है वो केवल राजमाता की कृपा से राज्य सभा में शामिल होना चाहते हैं 😅😅😅😅 जेसे मनमोहन सिंह ने कोई चुनाव नही लड़ा और नही जीता और वो PM बन गए थे 😅😅😅
Teri kya aukat h uske saamne
यह सतीश के सिंह पत्रकार हैं या कांग्रेसी प्रवक्ता है। यह हर डिबेट में बीजेपी के ही खिलाफ बोलते हैं और अपने को पत्रकार कहते हैं ।
जो जाति के नाम पर देश को विभाजित करने की मंशा से जाति जंगणना कराने को अगर कोई टितपनी कर भी दिया तो कौन सा पहाड़ टूट पड़ा
राहुल जी वरिष्ठ के साथ ही साथ निम्न सोच के पत्रकार है
जब यह राहुल देव दूरदर्शन मे समाचार वाचक था उस समय इसके प्रति काफी इज्जत थी।कांग्रेस की चाटूकारिता ने इसकी सारी प्रतिष्ठा समाप्त कर दी।इन लोगों को लज्जा भी आती है या नहीं।कैसे कैसे लोग होते हैं दुनिया मेभाई?जिसको जीवन के किसी मोड़ पर अपना आदर्श मानों वह बाद मे इतना निम्न दर्जे का निकल जाता है।
भगवा राज हिंदू एकता 🚩🚩🚩
इंडि गठबंधन के लोग कहते हैं की जाति जनगणना समय की मांग है जब यह लोग सत्ता में थे जब समय की मांग नहीं थी अब सत्ता में नहीं है तो जाति जनगरणा समय की मांगे है
Rahul ji sudhansu ji har bat tarak ke shath bolaitai h
Ram Kumar ur right
Sudhanshu is great analyses n right kahte hain
Excellent debate
हमारे घर जो भी जाति जनगणना करने आएगा हम तो सब से पहले उसकी जाति पुछेगे और जो लोग जाति जनगणना की बात कर रहे हैं उन्हें अपनी जाति बताने मे तकलीफ कयूँ हो रही है
राहुल गांधी की जाति अगर जानी हे। तो जातीय जानगण होना चाहिए। बीजेपी वालो जाति जनगणा करवानी चाहिए।
Rahul Khan ki Jaat Rahul Dev Tu Hi Bol De Ki Vo VaranShankar Hai Bharat Me Bahut Log VaranShankar Hai 😍😍😍😂😂🕉️🚩🙏
जब जात पुछना इतनी शरम की बात है तो स्कुल, विविध परिक्षा फाॅर्म मे और कही भी जात का काॅलम क्यु रहता है. बतावे राहुलजी गांधी और देव जी
Rahul jb jati ki rajniti krega to use apni jati bhi batana hoga 😂😂😂😂😂😂
वामपंथी राहुल जी को वरिष्ट नही थका हुआ पत्रकार कहा जाए तो ठीक है वैसे ये मुझको कांग्रेस के पे रोल पर लगते है इनके विचार और वक्तव्य हर प्रोग्राम में किंतु परंतु के बाद कांग्रेस के पक्ष में होते हैं सच्चाई पे नहीं
त्रिवेदी जी ने ध्वस्त कर दिया सबको
Congress jaha cm hai vaha jatigat janganana hona chahiye 😠😠
राहुल देव जी आजकल चाइनीज एजेंट के पायरोल्ल पर हैं इसीलिए बकवास करते हैं।
राहुल देव जी कांग्रेस के हितैषी पत्रकार है दूसरी बात नहीं सुनेंगे
बरिषट पतरकार बन कर बैठे आपने आप को हिन्दू कहते हैं इन्हें लोगों के
Ram Kripal ji aur Sudhangshu ji sahi bishleshan kya hya.
Rahul Dev & Satish k Singh ji ko halwa milna band ho gaya hai kya, in dono ko bhi discussion shuru karney se pahley apna parichay jati bata kar hi karna chahiye
हिंदुस्तान में कोई जाति नहीं है जाती है लेकिन जिस तरह से यह अपनी जाति के ऊपर कर कि मुझे तो जाती गली है जाती तो सब है लेकिन तेरे को तो तेरी जाति पूछे तो गली और बाकी को तू तो पूछे तो फिर वह जो है तू पूछ सकता राहुल गांधी अकल है बे समझ है इसमें कोई समझ नहीं है इस आदमी को केवल यह आगे लेकर आना चाहते हैं वजह यह है कि यह अपना जो है इंदिरा गांधी का बेटा है राजीव गांधी का बेटा है जवाहरलाल का है फैलाने का है इसकी और तो कोई पहचान है नहीं ना इसमें कोई बुद्धि है लगे रहो इसके पीछे होने वाला कुछ नहीं है भारत की जनता जान चुकी है इस बुद्धू को बैठना नहीं है बिल्कुल भी और कभी जिंदगी में नहीं बनेगा प्रधानमंत्री
Mr. Satish Singh Please tell which party not makes caste equation for election.
राहुलदेव लाल झंडा मार्का है यह देश हित मे नहीं देश के विरूद्ध ही बातें की है मैंने ऐसे ही आज तक देखा है यह पत्र कार नहीं खतरनाक है
Jaati puchhana galat nahi hai 🎉 Anurag Thakur ka soche galat hai intensionally galat bola hai🎉 Sudhanshu ji aap party ke hit me vyakhya kar Rahe Hai 🎉 Anurag Thakur ne intensionally gaali de hai 🎉 Bharat desh ke youths jindabad 🎉
राहुल जी गर्व से कहो हम इटेलियन पाॅप है। हल्दीराम मिक्सर हमारी जाति है। हम हिन्दुओ को जाति मे लडाकर pm बनूगा
राहुल को अपनी जात नहीं पता हैं
Iranian jat
He who knows Zero should not demand or claim he is only witty in the world and to be treated in the befitting manner.
जाति आधारित राजनीति की शुरुआत किसने की है सतीश जी, पिच अगर जाति की बनाई है तो दूसरी टीम को भी मजबूरन खेलना ही पड़ेगा।
हर एक MP को अपनी जात बतना चाहिए पाहिले .. तभी हर एक नागरिक census के लिये तयार होगा .....
बेरोजगार पत्रकार कांग्रेस के समय रोजगार था अब कुढ़ना स्वाभाविक है ।
Kya baat hai sudhanshu sir ji ki❤
राहुल देव यह बताये कि तुम अपने आका से पहले यह पूछो कि वह १४० करोड़ से जाति कैसे पूछी।
That's why caste census is essential to be held
सतीश कहता है कि काँग्रेस ने क्या किया उसे छोड़ दिजीए और अपनी बात बताए तो ऐसा क्योँ पूछता है भारत ...?
राहुल देव को डर है की कल को कोई उसकी जाति ना पूछ ले।
इनलोगों को तो पत्रकारिता छोड़ देनी चाहिए और कहना चाहिए इंडी पत्रकार इतनी उम्र हो गई और अपने पेशा के साथ धोखा शर्म आनी चाहिए
अरे कोई तो बताए कि राहुल गांधी किस जाती का है।
@@Patriot-gw7ki teglawa baba
गाली है तो खुलासा करो अपनी जाति का। गांधीजी के पिछे अब छिपने नहीं मिलेगा।
राहुल देव आप कहा।भटक।रहे।है।आप से।ऐसी।उम्मीद नही।थी।जतीजनगणना।करायेंगे अपनी।जाती।नही।बतायेंगे
Sudhansuji and l donot defended the indefensible.Anurag should apologise I public.
इस महान भारत देश को गर्त की तरफ राजनेता ले जा रहे जिसके जिम्मेदार वरिष्ठ पत्रकार अधिवक्ता जो भ्रष्ट नेता की पैनल पर वार्ता करके जनता को भ्रमित करके अपना जीवन यापन का साधन बना लिया है.
राहुल देव पत्रकार कम कांग्रेस स्पोक्सपर्सन ज्यादा है। मीडिया का एक बड़ा हिस्सा मोदी विरोध में अंधा हो गये है।
जाति की जनगणना काम के आधार पर जाति रखा गया जैसे लोहा के काम करने वालों को लोहार लकड़ी का काम करने वालों को बढ़ाई वगैरह,अब नये युग में उस जातियों के लोग अलग-अलग कार्य कर रहे हैं फिर अब उन जातियों के लोगों को क्या जात देंगे जैसे डाक्टर वकील डारयवर पायलट वगैरह बहुत सारे नय -नय काम कर रहे हैं?
Y senior gerlalist h ,isse samjh m ata h y kitne deshdrohi h, Congress k sarkar m haddi mil rahe hogi or ab nhi mil rahe
Yehi log asli Godi Media...1947-2014
सतीश जी एक्सीडेंटल पत्रकार है
राहुल देव अन्तिम पड़ाव पर है परन्तु सच्चाई का सामना करने की हिम्मत नहीं है।
पत्रकार श्री राम कृपाल जी मैं आपकी बात से बिल्कुल सहमत हूं
एक बात समझ में नहीं आ रहा है ये वरिष्ठ पत्रकार महोदय दूसरी जाति का जात पूछना चाहते है परंतु अपनी जाति बताना नही चाहते है। बिना जाति पूछे जाति का जनगणना कैसे करेंगे। और प्रश्न रहा जाति का तो राहुल गांधी जी को ही अपनी जाति बताकर जाति जनगणना का सुभारंभ कर देना चाहिए। सभी जाति भी सहयोग करेंगे ।
Lalu ji. Ji for 5 time convict for corrpution. Shame on u Sudhanshu ji.
राहुल देव जी तो ऐसे न थे,इन महोदय को सेक्युलरिज्म का ऐसा भूत चढ़ा कि इनके विचार भी अजीत अंजुम जैसे विध्वंसक हो गए।
Sudhanshu ji jindabad
सतीश पत्रकार की खूब मौज आ रही है। घमंडिया गिरोहियाओ के उपकृत गवैया पत्रकार बने बैठे हैं।
Sudhanshu ji is very clear in his mind. Some rascals will remain rascals.
सतीश के सिंह से पूछना चाहिए कि अगर पूरानी बातों को भुलाकर बात होनी चाहिए तो आरक्षण क्यों नहीं बंद होना चाहिए? आरक्षण भी तो पुराने तर्कों के ही आधार पर है।ये अब वरिष्ठ पत्रकार नहीं अखिलेश यादव के दरबारी बनने के पंक्ति में खड़े हैं। चुनाव जीतने की ताकत तो है नहीं, राज्यसभा का जुगाड़ लग जाए कहीं।
Rahul dev sathiya gaye hai ,