🌻 वह स्थान जहां माता सीता धरती में समा गयी थी "सीतामाता मंदिर " ...सीतामाता वन्य जीव अभयारण्य 🐿🦃🦚🦡

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  • Опубліковано 12 лис 2022
  • 🌹🌻हम किसी भी लोक मान्यता और भावनाओं को अपने चेनल के माध्यम से "स्थानम् प्रधानम् "आधार पर ही दिखाते और बताते हें और जेसा वो हें या वंहा दर्शाया गया हें हमारा किसी भी प्रकार से व्यक्तिगत रूप से मत या विचार प्रसारित और प्रचारित करने का कोई प्रयास नहीं हें कृपया दर्शक गण अपने श्रध्दा ,विश्वास,आस्था और मान्यताओं के लियॆ स्वतंत्र हें वो अपने विवेक ,भावनाओं अनुरूप माने 🐿🦃🦚🦡...🌻डॉ॰ श्रवण कुमार सैन आर्यावर्त योग पीठ 🥀🌷
    • विश्व 🌍 की सबसे पुरानी...

КОМЕНТАРІ • 6

  • @chandrashekharjosh9574
    @chandrashekharjosh9574 12 днів тому +1

    Jay shree ram

    • @dr.shrawankumarsain2289
      @dr.shrawankumarsain2289  12 днів тому +1

      जय श्रीराम 🙏:🥀
      आभार जो शुभ और पवित्र अभिवादन से आपने हमारा दिन शुभ बना दिया 🥀

  • @Royalslmewari
    @Royalslmewari Місяць тому +2

    Me sitamata se hi hu sir Mera gav mujwa barisadari Chittorgarh

  • @ritapanditkafle5359
    @ritapanditkafle5359 Місяць тому +1

    devghat par hey last god sidha nadipar

    • @dr.shrawankumarsain2289
      @dr.shrawankumarsain2289  Місяць тому +1

      भारत सरकार द्बारा पुरातत्व विभाग द्बारा सुरक्षित संरक्षित स्थान हें और इस स्थान का नाम भी सीतामाता हें अतः राजस्थान सरकार ने इस स्थान के वन्य क्षेत्र को " सीतामाता वन्य जीव अभयारण्य घोषित "कर दिया ... राजस्थान , गुजरात , मध्यप्रदेश , सभी के आदि वासी समाज के लोग इस स्थान के प्रति विशेष आस्था रखते हें और श्रध्दालुओं के रूप में 10 km घनघोर जंगल में पेदल ही आते हें यहां सामान्य व्यक्ति वाहन नहीं ला सकता ... सामान्य नागरिकों को वाहन लाना प्रतिबंधित हें
      यहां सभी जगहों में वाल्मीकि आश्रम , बारह बीघा बट वृक्ष पुरातत्व विभाग ने बाकायदा शिलालेख लिख कर बता रखा हें ... आप् का बिचार और मेरा बिचार अलग हों सकता हें परंतु सरकार द्बारा प्रामाणिकता को मानना पड़ेगा और यही सत्य हें भी 🙏::🌹