परमपूज्य परमश्रद्धेय परमवंदनीय ब्रह्मस्वरूप श्रीगुरुदेव भगवान स्वामी परमानन्द गिरी जी महाराज के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन, प्रणाम,आभार और धन्यवाद. 🙏🙏🙏💐💐💐
स्वामी जी महाराज: शत शत नमन। आपके उपदेश सुनकर बडे महाराज जी पूज्य गुरूदेव की वह वाणी सामने आ जाती जिसको इन कानो ने बाल्यावस्था मे सुना और खुशी मे सराबोर हो जाता कि हमारे पूज्य ब्रह्मलीन की बगिया का एक पुष्प सारे संसार को सुगंधित कर रहा है । सतगुरु प्रसाद ।
एक प्रश्न ---- कुछ मनुष्य जन्मान्ध होते हैं, कुछ मनुष्य जन्म से गूंगे -बहरे होते हैं। क्या यह संभव है कि एक मनुष्य की पांचों वाह्य ज्ञानेन्द्रियां जन्म से ही निष्क्रिय हों अर्थात् वाह्य लौकिक/भौतिक ज्ञान प्राप्त करने में असमर्थ हों ? इसके साथ ही आत्मा, बुद्धि, मन और पांचों कर्मेन्द्रियों सहित सम्पूर्ण शरीर स्वस्थ और सक्रिय हो। ऐसी अवस्था में उस व्यक्ति द्वारा संपादित शारीरिक,मानसिक,बौद्धिक एवं अन्य आध्यात्मिक कार्यों का रूप/स्वरूप कैसा होगा ? -- डॉ• राम मोहन राय खरे चरखारी, महोबा, उ•प्र•
Then there is no Q for his existence or non-existence either. Just like a stone does exist for "I" and not for itself. A dead body also exist, all the atoms still active in the body. The body is still alive as otherwise how possible all the atomic flow still going on in the body.
@@vinodkumarhypothisis2532 उत्तर देने के लिए धन्यवाद, लेकिन आपका आकलन ठीक नहीं है। यदि ऐसे व्यक्ति को पर्याप्त पोषक तत्व मिलते रहें, तो वह भी अपनी निर्धारित आयु तक जीवित रह सकता है, जैसे "coma" की अवस्था में पड़ी हुई एक महिला रोगी 22 वर्ष तक जीवित रह चुकी है, लेकिन होश में आने के बाद अपनी 24 वर्षीय पुत्री को नहीं पहचान पाई ।
Jay gurudave very good 🙏🏻🙏🏻
Param pujye sadgurudev bhagwan ji ke pavan charno me koti koti naman
🙏 DaduRam SatRam Gurudev pranam 🙏
Hare Krishna prabhu ji 🙏 Dandavat parnam Guru ji
सत् सत् नमन गुरुदेव श्री।
Guru ka shabad rakhware
Choki chogird hamare🙏
Jai shri guru Dev Sadar pranam Jai shri ram
Sadar Charan Vandana
OmshriswamiparmanandGuruDavjay
जय जय रामकृष्ण हरी
Gurudev Bhagwan ki Jai
Jai guru Dev
Srigurucharan me satat naman
जय जय गुरुदेव
ऊं गुरू
JayshriRam
स्वामी जी प्रणाम
परमपूज्य परमश्रद्धेय परमवंदनीय ब्रह्मस्वरूप श्रीगुरुदेव भगवान स्वामी परमानन्द गिरी जी महाराज के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन, प्रणाम,आभार और धन्यवाद.
🙏🙏🙏💐💐💐
Jo kus paia so aka bar kar kar bakha sarjan har nanak sacha kee sachekar
Hey maha prabhu ji .meri vinti swikar kre. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सादर सत सत नमन ।
Jai guru dev🙏🙏🙏🙏
जय परमानंद जी
Jai ho gurudev ki Guruji ke charno me sat sat naman
Swami ji ko Sadar Naman🙏🙏
🙏jay Gurudev🙏
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
जय परमानंद जी
🌟🌟🌟🌟
जय परमानंद जी
Thanks for nice vdo nd pranam swamiji.
जय परमानंद जी
Jaipur Malik
Dada bhagwan
Very good pravachan which take us away fromworld togod
Sadar naman!!!
श्री गुरुवे नमः🙏🙏🙏
🌹❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🌹
सद्गुरु देव भगवान जी की जय। अनंत प्रणाम और आभार।जय गुरुदेव।🙏✨🌼❤️🕉️❤️🌼✨🙏
स्वामी जी महाराज: शत शत नमन।
आपके उपदेश सुनकर बडे महाराज जी पूज्य गुरूदेव की वह वाणी सामने आ जाती जिसको इन कानो ने बाल्यावस्था मे सुना और खुशी मे सराबोर हो जाता कि हमारे पूज्य ब्रह्मलीन की बगिया का एक पुष्प सारे संसार को सुगंधित कर रहा है । सतगुरु प्रसाद ।
Jay Shri Ram 🙏🙏🙏🙏
Jai gurdev
🙏🙏🙏🙏
"JAI GURUDEV "❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘
Bain karma paeia nahe ja bahu tara dava appa app sagal mahia app
Swami parmanand ji ko sut sut or am🙏🙏🙏
Superb 🙏🙏
ॐ परम पूज्यनीय श्रीसद्गुरूदेव भगवानजी के पावन श्रीचरणों में सादर कोटि - कोटि नमन
Sadguru bhagwan ke charno me koti koti naman vandan 🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत सुंदर दिव्य व गूढ ज्ञान
प्रभुजी आपको कोटिशः प्रणाम
Why add advertisements in such profound video...surprising that want to earn while propounding advaitic teachings
Yogi ji parnam
एक प्रश्न ----
कुछ मनुष्य जन्मान्ध होते हैं, कुछ मनुष्य जन्म से गूंगे -बहरे होते हैं।
क्या यह संभव है कि एक मनुष्य की पांचों वाह्य ज्ञानेन्द्रियां जन्म से ही निष्क्रिय हों अर्थात् वाह्य लौकिक/भौतिक ज्ञान प्राप्त करने में असमर्थ हों ?
इसके साथ ही आत्मा, बुद्धि, मन और पांचों कर्मेन्द्रियों सहित सम्पूर्ण शरीर स्वस्थ और सक्रिय हो।
ऐसी अवस्था में उस व्यक्ति द्वारा संपादित शारीरिक,मानसिक,बौद्धिक एवं अन्य आध्यात्मिक कार्यों का रूप/स्वरूप कैसा होगा ?
-- डॉ• राम मोहन राय खरे
चरखारी, महोबा, उ•प्र•
Then there is no Q for his existence or non-existence either. Just like a stone does exist for "I" and not for itself. A dead body also exist, all the atoms still active in the body. The body is still alive as otherwise how possible all the atomic flow still going on in the body.
ऐसा जन्म होता है तो कुछ दिन ही जिन्दा रहेगा ।
अहंकार तो 4-6 महिने बाद बनना सूरू होता है ।
बहुत सुंदर प्रश्न है. उस व्यक्ति की स्थिति सुसुप्ति में स्थित मनुष्य के समान होगी.. आप अपनी सुसुप्ति का मूल्याँकन करें वही आपके प्रश्न का उत्तर है.
@@vinodkumarhypothisis2532 उत्तर देने के लिए धन्यवाद,
लेकिन आपका आकलन ठीक नहीं है।
यदि ऐसे व्यक्ति को पर्याप्त पोषक तत्व मिलते रहें, तो वह भी अपनी निर्धारित आयु तक जीवित रह सकता है, जैसे "coma" की अवस्था में पड़ी हुई एक महिला रोगी 22 वर्ष तक जीवित रह चुकी है, लेकिन होश में आने के बाद अपनी 24 वर्षीय पुत्री को नहीं पहचान पाई ।
Jai gurudev ji ki
Thanks for nice vdo nd koti koti pranam Gurudev.
Thanks for very nice vdo nd pranam swamiji.
🙏🙏🙏
Jai Jai Gurudev🙏🙏
🙏🙏