Bagirathi prayathna,this usage is there in tamil culture too,often i have heard my mother saying for any difficult project,bageeratha prayatnam karke ye huva .Now we viewers ko bagirathi prayathna ka kuch details rakiyega in another discussion.
Kya aap punarjanm mein Vishwas karte Hain अगर आपको विश्वास है तो पुरानी पत्रिकाओं पर भी विश्वास होगा 1932 1931 में एक पत्र का छपती थी प्रयागराज से jisko japt kar liya gaya tha वह पत्रिका आर्काइव पर मुझे मिली थी उसको पढ़ने के बाद मालूम पड़ा किसको पढ़ने के बाद मालूम पड़ा कि नागपुर सेवा संघ ने भी आजादी की लड़ाई में भाग लिया था वह पत्रिका आरएसएस की नहीं थी पर वह पत्रिका साप्ताहिक और मासिक समाचार थीं।करीब सभी को एक PDF फाइल में रखा गया है।करीब 600 pages हैं। वहीं से फोटो देखकर मालूम हुआ कि नागपूर सेवा मंच महिलाओं को भी लाठी संचालन सिखाता था।
मिनाक्षी आप की खबर बहुत पसंद है
हर हर महादेव🙏
बंगलादेश पर मोदी का मूकदर्शक बने रहना बहुत बहुत खल रहा है हिंदू समाज को केवल और केवल योगी जी से थोड़ी सी आशा बची है
17:26 सच्चाई से मुंह मोड़ने वाले लोग हर कल और हर युग में पैदा होते हैं
जय हो हर-हर महादेव शिव शंकर जय हो मां भगवान के घर देर है अंधेरे नहीं जय हो
13:21
जाति न पूछो साधु की पूछ लीजिएज्ञान
मोल करो तलवार का पड़ा रहने दो म्यान।
@narad
जय श्री राम ❤ जय हिंद ❤
Good analisis
जय श्री राम
Om namah shivay ❤❤❤❤❤
हर हर महादेव
जय गंगा मैया
🙏🙏🙏🙏
HAR HAR MAHADEV.
harsh ji aap satik jankari de rhe ho...hum bhi prayagraj se hi hai...
Aache din Yogi ji ke alava koi nahi laa skta hai
Bagirathi prayathna,this usage is there in tamil culture too,often i have heard my mother saying for any difficult project,bageeratha prayatnam karke ye huva .Now we viewers ko bagirathi prayathna ka kuch details rakiyega in another discussion.
Saurabh ji awdhesh ji ko bulaya kijiye kahani kursi me bhi ache journalist hai .
Vijay ji ki soch par mujhe atraj h
Kya aap punarjanm mein Vishwas karte Hain
अगर आपको विश्वास है तो पुरानी पत्रिकाओं पर भी विश्वास होगा 1932 1931 में एक पत्र का छपती थी प्रयागराज से jisko japt kar liya gaya tha वह पत्रिका आर्काइव पर मुझे मिली थी उसको पढ़ने के बाद मालूम पड़ा किसको पढ़ने के बाद मालूम पड़ा कि नागपुर सेवा संघ ने भी आजादी की लड़ाई में भाग लिया था वह पत्रिका आरएसएस की नहीं थी पर वह पत्रिका साप्ताहिक और मासिक समाचार थीं।करीब सभी को एक PDF फाइल में रखा गया है।करीब 600 pages हैं।
वहीं से फोटो देखकर मालूम हुआ कि नागपूर सेवा मंच महिलाओं को भी लाठी संचालन सिखाता था।
Is se pehle pm banege
28 को तांडव😂 की शुरुआत
Harsh vardhan g ki tiipdi acchi aur fact based hoti hi