आपकी आवाज सबको मंत्रमुग्ध कर देती है आपके जैसे श्रेष्ठ बहुत युगो के बाद धरती पर अवतरित होते हैं धन है आपके माता-पिता जिन्होंने आप जैसे राम भक्तों को जन्म दिया जय श्री राम🌹🙏
जय श्री राम आप भक्तों के दिल में हमेशा रहोगे । आपने रामायण सीरियल मे जो योगदान दिया है हम सब कई जन्मों तक आपके आभारी रहेंगे। आपने संपूर्ण रामायण गीत के माध्यम से भी प्रस्तुत किया है हमने सुना है बहुत सुनकर बहुत अच्छा लगा। भगवान श्री राम की आप पर हमेशा बनी रहे श्री राम जी से यही विनती करता हूं । जय श्री राम
संत भगवान आपके चरणों में मेरा सादर प्रणाम आपकी अमृत रूपी वाणी के द्वारा राम रूपी कथा रस अमृत पान करके ह्रदय गदगद हो गया आपकी वाणी ने हमारी आत्मा को ठाकुर जी के चरणों में लाकर बिठा दिया जय जय राम कथा जय श्री राम कथा जय हो मेरे गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज की जय जुगल सरकार श्री सिया रामचंद्र भगवान की जय
श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मन मुकुरि सुधारि, बरनउं रघुवर विमल जसु, जो दायक फल चारि । बुद्धिहीन तनु जानके सुमरो पवन कुमार, बल बुद्धि विदद्या देहु, हरहु कलेश विकार । जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर, रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा । (1) महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवारि सुमति के संगी, कंचन बरन विराज सुवेशा, कानन कुंडलि कुंचित केशा । (2) हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे, शंकर स्वयं केशरीनंदन, तेज प्रताप महाजग वंदन । (3) विदद्यावान गुनि अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर, प्रभु चरित्र सुनिवे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया । (4) सूक्ष्म रूप सिंअहि दिखावा, विकट रूप धरि लंक जरावा, भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र जी के काज संवारे । (5) लाये संजीवन लखन जियाये, श्री रघुवीर हरषि उर लाये, रघुपति कीन्हीं बहुत बढाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई । (6) सहस बदन तुमरो जस गावे, अस कहि श्रीपति कंठ लगावें, सनकादिक ब्रम्हादि मुनीषा, नारद शारद सहित अहीसा । (7) यम कुबेर दिग्पाल जहां ते, कबि कोबिद कहीं सके तहां ते, तुम उपकारि सुग्रीवहिं कीन्हा, राममिलाय राज पद दीन्हा । (8) तुमरो मंत्र विभषण माना, लंकेश्वर भये सब जगजाना, जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यों ताहिं मधुर फल जानू । (9) प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहिं, दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुमरे तेते । (10) रामदुवारे तुम रखवारे, होत ना आज्ञा बिनु पैसारे, सबसुख लहें तुमारि शरणा, तुम रक्ष काहु को डर ना । (11) आपन तेज संभारो आपे, तीनों लोक हांक ते कांपे, भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे । (12) नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा, संकट से हनुमान छुडावें, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे । (13) सब पर राम तपस्वी राजा, तिनके काज सकल तुम साजा, और मनोरथ जो कोई लावे, सोई अमित जीवन फल पावे । (14) चारों जुग प्रताप तुमारा, है प्रसिद्ध जगत उजयारा, साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन रामदुलारे । (15) अष्टसिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता, राम रसायन तुमरे पासा, सदा रहो रघुवर के दासा । (16) तुमरे भजन राम खो पावें, जनम जनम के दुख बिसरावें, अंतकाल रघुवर पुरजाई, जहां जन्म हरिभक्ति कहाई । (17) और देवता चित्त न धरहिं, हनुमत सेई सर्वसुख करहिं, संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा । (18) जय जय हनुमंत गुसाई, कृपा करो गुरूदेव की नाहि, जो शतबार पाठ करकोई, छूटहिं बंधि महासुख होई । (19) जो यह पढे हनुमान चालीसा, होये सिद्ध साखि गोरीसा, तुलसीदास सदा हरिचेरा, कीजे नाथ हृदयमंह डेरा । (20) पवनतनय संकट हरण मंगल मूरति रूप, राम लखन सीता सहित हृदय बसहुं सुय भूप । सियावर रामचन्द्र जी की जय उमापति महादेव जी की जय, गुसाईं तुलसीदास जी की जय, बोलो भाई सब संतन की जय । अंबेमात की जय, चण्डीमाई की जय, सिद्धबाबा महराज की जय, भूतेश्वर धाम की जय, मददी वाले हनुमान जी की जय, दक्षिण मुखी हनुमान जी की जय, पंचमुखी हनुमान जी की जय ।
श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम
श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मनमुकुरि सुधारि, बरनउं रघुवर विमल जसु, जो दायक फल चारि । बुद्धिहीन तनु जानके सुमरो पवन कुमार, बल बुद्धि विदद्या देहु, हरहु कलेश विकार । जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर, रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा । (1) महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवारि सुमति के संगी, कंचन बरन विराज सुवेशा, कानन कुंडलि कुंचित केशा । (2) हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे, शंकर स्वयं केशरीनंदन, तेज प्रताप महाजग वंदन । (3) विदद्यावान गुनि अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर, प्रभु चरित्र सुनिवे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया । (4) सूक्ष्म रूप सिंअहि दिखावा, विकट रूप धरि लंक जरावा, भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र जी के काज संवारे । (5) लाये संजीवन लखन जियाये, श्री रघुवीर हरषि उर लाये, रघुपति कीन्हीं बहुत बढाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई । (6) सहस बदन तुमरो जस गावे, अस कहि श्रीपति कंठ लगावें, सनकादिक ब्रम्हादि मुनीषा, नारद शारद सहित अहीसा । (7) यम कुबेर दिग्पाल जहां ते, कबि कोबिद कहीं सके तहां ते, तुम उपकारि सुग्रीवहिं कीन्हा, राममिलाय राज पद दीन्हा । (8) तुमरो मंत्र विभषण माना, लंकेश्वर भये सब जगजाना, जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यों ताहिं मधुर फल जानू । (9) प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहिं, दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुमरे तेते । (10) रामदुवारे तुम रखवारे, होत ना आज्ञा बिनु पैसारे, सबसुख लहें तुमारि शरणा, तुम रक्ष काहु को डर ना । (11) आपन तेज संभारो आपे, तीनों लोक हांक ते कांपे, भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे । (12) नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा, संकट से हनुमान छुडावें, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे । (13) सब पर राम तपस्वी राजा, तिनके काज सकल तुम साजा, और मनोरथ जो कोई लावे, सोई अमित जीवन फल पावे । (14) चारों जुग प्रताप तुमारा, है प्रसिद्ध जगत उजयारा, साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन रामदुलारे । (15) अष्टसिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता, राम रसायन तुमरे पासा, सदा रहो रघुवर के दासा । (16) तुमरे भजन राम खो पावें, जनम जनम के दुख बिसरावें, अंतकाल रघुवर पुरजाई, जहां जन्म हरिभक्ति कहाई । (17) और देवता चित्त न धरहिं, हनुमत सेई सर्वसुख करहिं, संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा । (18) जय जय हनुमंत गुसाई, कृपा करो गुरूदेव की नाहि, जो शतबार पाठ करकोई, छूटहिं बंधि महासुख होई । (19) जो यह पढे हनुमान चालीसा, होये सिद्ध साखि गोरीसा, तुलसीदास सदा हरिचेरा, कीजे नाथ हृदयमंह डेरा । (20) पवनतनय संकट हरण मंगल मूरति रूप, राम लखन सीता सहित हृदय बसहुं सुय भूप । सियावर रामचन्द्र जी की जय उमापति महादेव जी की जय, गुसाईं तुलसीदास जी की जय, बोलो भाई सब संतन की जय । अंबेमात की जय, चण्डीमाई की जय, सिद्धबाबा महराज की जय, भूतेश्वर धाम की जय, मददी वाले हनुमान जी की जय, दक्षिण मुखी हनुमान जी की जय, पंचमुखी हनुमान जी की जय ।
dadushree ki bharpae koe nahi kar sakta,ek alag singing divine singing connect to autometic with the god...aapko sat sat naman aap sarir se hamare beech se chale gaye hai per atma se ham sab ke beech sadev rahege..
राम नाम सुखदाई होते हैं इस लिए बार बार राम महिमा सुनना ओर गाना चाहिए गन्योर सुनने से मनुष्य का कल्याण होता है गाने वाले कोटि कोटि धन्य बाद भगवान आप कोलोगो के कल्याण हमेशा गए रहे
आपकी आवाज में इतना अच्छा लगता है श्री राम के गीत की मैं आध्यात्मिक दुनिया में पहुंच जाता हूं!! लगता है दिन भर सुनता रहूं और इनको अपने कंठो में बिठा लूं और दिनभर गाता रहूं जय श्री राम..!!🙏🙏❤️❤️❤️
श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम जय राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम जय राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम
सर आपके सूर स्वर एंव रामायण कथा सुनकर मन खुशी से झुम पडता है भगवान के प्रति मेरे मन में आगाध प्रेम जाग उठता है दुनिया की सबसे ज्यादा खुशी रामायण महाभारत गीता के पाठ करने मुझे मिलता है । जय जय श्री राम जय हर हर महादेव
क्या गाय हैं बहुत खूब बहुत खूब बहुत सुंदर दिल को छू जाने वाले राम भजन यह भजन मन करता है कि बार-बार सुने जय श्री राम दादा को प्रणाम कोटि कोटि प्रणाम जय श्री राम जय जय राम जय हो
श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मनमुकुरि सुधारि, बरनउं रघुवर विमल जसु, जो दायक फल चारि । बुद्धिहीन तनु जानके सुमरो पवन कुमार, बल बुद्धि विदद्या देहु, हरहु कलेश विकार । जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर, रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा । (1) महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवारि सुमति के संगी, कंचन बरन विराज सुवेशा, कानन कुंडलि कुंचित केशा । (2) हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे, शंकर स्वयं केशरीनंदन, तेज प्रताप महाजग वंदन । (3) विदद्यावान गुनि अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर, प्रभु चरित्र सुनिवे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया । (4) सूक्ष्म रूप सिंअहि दिखावा, विकट रूप धरि लंक जरावा, भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र जी के काज संवारे । (5) लाये संजीवन लखन जियाये, श्री रघुवीर हरषि उर लाये, रघुपति कीन्हीं बहुत बढाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई । (6) सहस बदन तुमरो जस गावे, अस कहि श्रीपति कंठ लगावें, सनकादिक ब्रम्हादि मुनीषा, नारद शारद सहित अहीसा । (7) यम कुबेर दिग्पाल जहां ते, कबि कोबिद कहीं सके तहां ते, तुम उपकारि सुग्रीवहिं कीन्हा, राममिलाय राज पद दीन्हा । (8) तुमरो मंत्र विभषण माना, लंकेश्वर भये सब जगजाना, जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यों ताहिं मधुर फल जानू । (9) प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहिं, दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुमरे तेते । (10) रामदुवारे तुम रखवारे, होत ना आज्ञा बिनु पैसारे, सबसुख लहें तुमारि शरणा, तुम रक्ष काहु को डर ना । (11) आपन तेज संभारो आपे, तीनों लोक हांक ते कांपे, भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे । (12) नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा, संकट से हनुमान छुडावें, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे । (13) सब पर राम तपस्वी राजा, तिनके काज सकल तुम साजा, और मनोरथ जो कोई लावे, सोई अमित जीवन फल पावे । (14) चारों जुग प्रताप तुमारा, है प्रसिद्ध जगत उजयारा, साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन रामदुलारे । (15) अष्टसिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता, राम रसायन तुमरे पासा, सदा रहो रघुवर के दासा । (16) तुमरे भजन राम खो पावें, जनम जनम के दुख बिसरावें, अंतकाल रघुवर पुरजाई, जहां जन्म हरिभक्ति कहाई । (17) और देवता चित्त न धरहिं, हनुमत सेई सर्वसुख करहिं, संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा । (18) जय जय हनुमंत गुसाई, कृपा करो गुरूदेव की नाहि, जो शतबार पाठ करकोई, छूटहिं बंधि महासुख होई । (19) जो यह पढे हनुमान चालीसा, होये सिद्ध साखि गोरीसा, तुलसीदास सदा हरिचेरा, कीजे नाथ हृदयमंह डेरा । (20) पवनतनय संकट हरण मंगल मूरति रूप, राम लखन सीता सहित हृदय बसहुं सुय भूप । सियावर रामचन्द्र जी की जय उमापति महादेव जी की जय, गुसाईं तुलसीदास जी की जय, बोलो भाई सब संतन की जय । अंबेमात की जय, चण्डीमाई की जय, सिद्धबाबा महराज की जय, भूतेश्वर धाम की जय, मददी वाले हनुमान जी की जय, दक्षिण मुखी हनुमान जी की जय, पंचमुखी हनुमान जी की जय ।
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jai shree ram jai shree ram jai shree Ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram .....
रामायण का सहज गान करने के लिए कोटि-कोटि 🙏धन्यवाद🙏 अतः आप से सविनय निवेदन है कि आप महाभारत का भी ऐसे ही एक सहज गायन करे जिससे की समाज मे भक्ति और ज्ञान को बढ़ावा मिल सके जिससे की लोग सत्य पथ का अनुसरण कर सके 🙏धन्यवाद🙏
इस अमृततुल्य भजन को कोटि कोटि नमन श्री रवींद्र जी जैन को कोटि कोटि नमन आपके मुख से श्री राम कथा स्वयं कृपानिधान श्रीराम जी भगवान सुनते हे जय सिया राम जय श्री राम🚩🚩
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम नारायण नारायण
श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मनमुकुरि सुधारि, बरनउं रघुवर विमल जसु, जो दायक फल चारि । बुद्धिहीन तनु जानके सुमरो पवन कुमार, बल बुद्धि विदद्या देहु, हरहु कलेश विकार । जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर, रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा । (1) महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवारि सुमति के संगी, कंचन बरन विराज सुवेशा, कानन कुंडलि कुंचित केशा । (2) हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे, शंकर स्वयं केशरीनंदन, तेज प्रताप महाजग वंदन । (3) विदद्यावान गुनि अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर, प्रभु चरित्र सुनिवे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया । (4) सूक्ष्म रूप सिंअहि दिखावा, विकट रूप धरि लंक जरावा, भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र जी के काज संवारे । (5) लाये संजीवन लखन जियाये, श्री रघुवीर हरषि उर लाये, रघुपति कीन्हीं बहुत बढाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई । (6) सहस बदन तुमरो जस गावे, अस कहि श्रीपति कंठ लगावें, सनकादिक ब्रम्हादि मुनीषा, नारद शारद सहित अहीसा । (7) यम कुबेर दिग्पाल जहां ते, कबि कोबिद कहीं सके तहां ते, तुम उपकारि सुग्रीवहिं कीन्हा, राममिलाय राज पद दीन्हा । (8) तुमरो मंत्र विभषण माना, लंकेश्वर भये सब जगजाना, जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यों ताहिं मधुर फल जानू । (9) प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहिं, दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुमरे तेते । (10) रामदुवारे तुम रखवारे, होत ना आज्ञा बिनु पैसारे, सबसुख लहें तुमारि शरणा, तुम रक्ष काहु को डर ना । (11) आपन तेज संभारो आपे, तीनों लोक हांक ते कांपे, भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे । (12) नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा, संकट से हनुमान छुडावें, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे । (13) सब पर राम तपस्वी राजा, तिनके काज सकल तुम साजा, और मनोरथ जो कोई लावे, सोई अमित जीवन फल पावे । (14) चारों जुग प्रताप तुमारा, है प्रसिद्ध जगत उजयारा, साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन रामदुलारे । (15) अष्टसिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता, राम रसायन तुमरे पासा, सदा रहो रघुवर के दासा । (16) तुमरे भजन राम खो पावें, जनम जनम के दुख बिसरावें, अंतकाल रघुवर पुरजाई, जहां जन्म हरिभक्ति कहाई । (17) और देवता चित्त न धरहिं, हनुमत सेई सर्वसुख करहिं, संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा । (18) जय जय हनुमंत गुसाई, कृपा करो गुरूदेव की नाहि, जो शतबार पाठ करकोई, छूटहिं बंधि महासुख होई । (19) जो यह पढे हनुमान चालीसा, होये सिद्ध साखि गोरीसा, तुलसीदास सदा हरिचेरा, कीजे नाथ हृदयमंह डेरा । (20) पवनतनय संकट हरण मंगल मूरति रूप, राम लखन सीता सहित हृदय बसहुं सुय भूप । सियावर रामचन्द्र जी की जय उमापति महादेव जी की जय, गुसाईं तुलसीदास जी की जय, बोलो भाई सब संतन की जय । अंबेमात की जय, चण्डीमाई की जय, सिद्धबाबा महराज की जय, भूतेश्वर धाम की जय, मददी वाले हनुमान जी की जय, दक्षिण मुखी हनुमान जी की जय, पंचमुखी हनुमान जी की जय ।
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आपकी मधुर वाणी प्रसंसा करते हैं और आप की मधुर वाणी सुन कर मेराम जन्म सफ़ल हुआ आप का दास आप को पणराम करता है मै आपको मै आपने गरू देव आप को मनता हूँ आपका पूत्र आप को परणाम प्रणाम करता हूँ सौरभ सूर्यवंश
अति सुन्दर प्रस्तुति। एक एक शब्द सत्य है। 10:53 जय जय सिया राम
Jay shree raam. Sat sat naman ravindra jain ji ko
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जो सब पर कृपा करे उसे ईश्वर कहते है,
जो ईश्वर को भी जन्म दें उसे मां कहते है।
ऎसी माता जी को मेरा प्रणाम जिसने आप को जन्म दिया ( ravendra Jain)
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3. Ind RTD (lacs)
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4. HV CASA NOA
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5. Assets (lacs)
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6. Axis Direct Subscription noa
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7 .Mapped Book (lace)
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8. Credit Cards
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9. Merchant Acquiring
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10. LI WPC (lacs)
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11. GI WPC (Lacs)
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12. Mutual Fund (Lacs)
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Apki aawaj se aesa lagta hai ki ram katha swayam mere hanumanji suna rahe ho
Jai siya ram
ramayan me hanuman jiko inhone hi awaz diya h
बहुत दिनों से ढूंढ रहा था इस सुरीले गायक को आज मिल गया 🔥🔥🔥🔥👍🏻
Same ❤
आपके चरणों मे बारम्बार नमन दादा🙏❤️
जय श्री राम आप भक्तों के दिल में हमेशा रहोगे । आपने रामायण सीरियल मे जो योगदान दिया है हम सब कई जन्मों तक आपके आभारी रहेंगे। आपने संपूर्ण रामायण गीत के माध्यम से भी प्रस्तुत किया है हमने सुना है बहुत सुनकर बहुत अच्छा लगा। भगवान श्री राम की आप पर हमेशा बनी रहे श्री राम जी से यही विनती करता हूं । जय श्री राम
आज दिवाली के पर्व पर राम की नाम की महिमा सुनकर मन शांत और प्रसन्न हुआ आपकी आवाज अदभुत है गुरुजी प्रणाम आपको ❤️❤️
संत भगवान आपके चरणों में मेरा सादर प्रणाम आपकी अमृत रूपी वाणी के द्वारा राम रूपी कथा रस अमृत पान करके ह्रदय गदगद हो गया आपकी वाणी ने हमारी आत्मा को ठाकुर जी के चरणों में लाकर बिठा दिया जय जय राम कथा जय श्री राम कथा जय हो मेरे गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज की जय जुगल सरकार श्री सिया रामचंद्र भगवान की जय
L paan kabhi piya है
सच्ची भजन सम्राट हैं आप आपकी वाणी और आपको साक्षात नमन
श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मन मुकुरि सुधारि, बरनउं रघुवर विमल जसु, जो दायक फल चारि ।
बुद्धिहीन तनु जानके सुमरो पवन कुमार, बल बुद्धि विदद्या देहु, हरहु कलेश विकार ।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर,
रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा । (1)
महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवारि सुमति के संगी,
कंचन बरन विराज सुवेशा, कानन कुंडलि कुंचित केशा । (2)
हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे,
शंकर स्वयं केशरीनंदन, तेज प्रताप महाजग वंदन । (3)
विदद्यावान गुनि अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर,
प्रभु चरित्र सुनिवे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया । (4)
सूक्ष्म रूप सिंअहि दिखावा, विकट रूप धरि लंक जरावा,
भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र जी के काज संवारे । (5)
लाये संजीवन लखन जियाये, श्री रघुवीर हरषि उर लाये,
रघुपति कीन्हीं बहुत बढाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई । (6)
सहस बदन तुमरो जस गावे, अस कहि श्रीपति कंठ लगावें,
सनकादिक ब्रम्हादि मुनीषा, नारद शारद सहित अहीसा । (7)
यम कुबेर दिग्पाल जहां ते, कबि कोबिद कहीं सके तहां ते,
तुम उपकारि सुग्रीवहिं कीन्हा, राममिलाय राज पद दीन्हा । (8)
तुमरो मंत्र विभषण माना, लंकेश्वर भये सब जगजाना,
जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यों ताहिं मधुर फल जानू । (9)
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहिं,
दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुमरे तेते । (10)
रामदुवारे तुम रखवारे, होत ना आज्ञा बिनु पैसारे,
सबसुख लहें तुमारि शरणा, तुम रक्ष काहु को डर ना । (11)
आपन तेज संभारो आपे, तीनों लोक हांक ते कांपे,
भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे । (12)
नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा,
संकट से हनुमान छुडावें, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे । (13)
सब पर राम तपस्वी राजा, तिनके काज सकल तुम साजा,
और मनोरथ जो कोई लावे, सोई अमित जीवन फल पावे । (14)
चारों जुग प्रताप तुमारा, है प्रसिद्ध जगत उजयारा,
साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन रामदुलारे । (15)
अष्टसिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता,
राम रसायन तुमरे पासा, सदा रहो रघुवर के दासा । (16)
तुमरे भजन राम खो पावें, जनम जनम के दुख बिसरावें,
अंतकाल रघुवर पुरजाई, जहां जन्म हरिभक्ति कहाई । (17)
और देवता चित्त न धरहिं, हनुमत सेई सर्वसुख करहिं,
संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा । (18)
जय जय हनुमंत गुसाई, कृपा करो गुरूदेव की नाहि,
जो शतबार पाठ करकोई, छूटहिं बंधि महासुख होई । (19)
जो यह पढे हनुमान चालीसा, होये सिद्ध साखि गोरीसा,
तुलसीदास सदा हरिचेरा, कीजे नाथ हृदयमंह डेरा । (20)
पवनतनय संकट हरण मंगल मूरति रूप,
राम लखन सीता सहित हृदय बसहुं सुय भूप । सियावर रामचन्द्र जी की जय
उमापति महादेव जी की जय, गुसाईं तुलसीदास जी की जय, बोलो भाई सब संतन की जय ।
अंबेमात की जय, चण्डीमाई की जय, सिद्धबाबा महराज की जय, भूतेश्वर धाम की जय,
मददी वाले हनुमान जी की जय, दक्षिण मुखी हनुमान जी की जय, पंचमुखी हनुमान जी की जय ।
श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम
आपका भजन सुनकर हम धन्य हुए हैं हमे राम रतन धन प्राप्त हुआ जय सिया राम जय जय हनुमान।
ये ईश्वर की देन नहीं तो क्या है न कभी एैसा हुआ न कभी एैसा होगा(साक्षात ईश्वर के ये अवतार है)
Beta kya tum bhi iswarke awtaar ho .sant raho warna ling muh me chala jaaiga
❤
Chhotu
श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्री,राम,जय,राम,जय,जय,राम,श्री,राम,जय,राम,जय,जय,राम,श्री,राम,जय,राम,जय,जय,राम,श्री,राम,जय,राम,जय,जय,राम,श्री,राम,जय,राम,जय,जय,राम,श्री,राम,जय,राम,जय,जय,राम ,श्री,राम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम,श्रीराम,जय,राम,जय,जय,राम
श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम
मैं तो निशब्द हो गया हूं दादू आपके मुख से श्री राम नाम वर्णन सुन के❤
श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मनमुकुरि सुधारि, बरनउं रघुवर विमल जसु, जो दायक फल चारि ।
बुद्धिहीन तनु जानके सुमरो पवन कुमार, बल बुद्धि विदद्या देहु, हरहु कलेश विकार ।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर,
रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा । (1)
महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवारि सुमति के संगी,
कंचन बरन विराज सुवेशा, कानन कुंडलि कुंचित केशा । (2)
हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे,
शंकर स्वयं केशरीनंदन, तेज प्रताप महाजग वंदन । (3)
विदद्यावान गुनि अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर,
प्रभु चरित्र सुनिवे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया । (4)
सूक्ष्म रूप सिंअहि दिखावा, विकट रूप धरि लंक जरावा,
भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र जी के काज संवारे । (5)
लाये संजीवन लखन जियाये, श्री रघुवीर हरषि उर लाये,
रघुपति कीन्हीं बहुत बढाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई । (6)
सहस बदन तुमरो जस गावे, अस कहि श्रीपति कंठ लगावें,
सनकादिक ब्रम्हादि मुनीषा, नारद शारद सहित अहीसा । (7)
यम कुबेर दिग्पाल जहां ते, कबि कोबिद कहीं सके तहां ते,
तुम उपकारि सुग्रीवहिं कीन्हा, राममिलाय राज पद दीन्हा । (8)
तुमरो मंत्र विभषण माना, लंकेश्वर भये सब जगजाना,
जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यों ताहिं मधुर फल जानू । (9)
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहिं,
दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुमरे तेते । (10)
रामदुवारे तुम रखवारे, होत ना आज्ञा बिनु पैसारे,
सबसुख लहें तुमारि शरणा, तुम रक्ष काहु को डर ना । (11)
आपन तेज संभारो आपे, तीनों लोक हांक ते कांपे,
भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे । (12)
नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा,
संकट से हनुमान छुडावें, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे । (13)
सब पर राम तपस्वी राजा, तिनके काज सकल तुम साजा,
और मनोरथ जो कोई लावे, सोई अमित जीवन फल पावे । (14)
चारों जुग प्रताप तुमारा, है प्रसिद्ध जगत उजयारा,
साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन रामदुलारे । (15)
अष्टसिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता,
राम रसायन तुमरे पासा, सदा रहो रघुवर के दासा । (16)
तुमरे भजन राम खो पावें, जनम जनम के दुख बिसरावें,
अंतकाल रघुवर पुरजाई, जहां जन्म हरिभक्ति कहाई । (17)
और देवता चित्त न धरहिं, हनुमत सेई सर्वसुख करहिं,
संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा । (18)
जय जय हनुमंत गुसाई, कृपा करो गुरूदेव की नाहि,
जो शतबार पाठ करकोई, छूटहिं बंधि महासुख होई । (19)
जो यह पढे हनुमान चालीसा, होये सिद्ध साखि गोरीसा,
तुलसीदास सदा हरिचेरा, कीजे नाथ हृदयमंह डेरा । (20)
पवनतनय संकट हरण मंगल मूरति रूप,
राम लखन सीता सहित हृदय बसहुं सुय भूप । सियावर रामचन्द्र जी की जय
उमापति महादेव जी की जय, गुसाईं तुलसीदास जी की जय, बोलो भाई सब संतन की जय ।
अंबेमात की जय, चण्डीमाई की जय, सिद्धबाबा महराज की जय, भूतेश्वर धाम की जय,
मददी वाले हनुमान जी की जय, दक्षिण मुखी हनुमान जी की जय, पंचमुखी हनुमान जी की जय ।
मेरे राम जैसा दूसरा कोई नही 💖💖 जय सियाराम 💖💖
dadushree ki bharpae koe nahi kar sakta,ek alag singing divine singing connect to autometic with the god...aapko sat sat naman aap sarir se hamare beech se chale gaye hai per atma se ham sab ke beech sadev rahege..
Aap की aavaj amar है, jab भी naye generation ke log सुनेंगे, unhe shant pradaan karegi.
Jai shri ram
Kya likha hai teek se likh
राम नाम सुखदाई होते हैं इस लिए बार बार राम महिमा सुनना ओर गाना चाहिए गन्योर सुनने से मनुष्य का कल्याण होता है गाने वाले कोटि कोटि धन्य बाद भगवान आप कोलोगो के कल्याण हमेशा गए रहे
Jai shree ram sab par apni kripa banay rakhiye mere ram🙏🙏
जय श्री राम बहुत ही अच्छी आवाज है रविंद्र जी राम आप पर कृपा करें
जय श्री राम बहुत ही सुंदर भजन है
आपके गाने मे कोई कुछ अलग ही बात है भक्तिमय मन हो जाता है
Jay shreemadram ji . Jo bhi ram ki sharan me aata he wahi param guni or gyani ho jata he . Aap bhi mahan ho gye Jain ji
Aap logo ki wajah se ajj hame yah ram kahani soonne ka moka mila is ke liye dhanywab
Tere baap ne kabhi नहीं sunaya tha
आपकी आवाज में इतना अच्छा लगता है श्री राम के गीत की मैं आध्यात्मिक दुनिया में पहुंच जाता हूं!!
लगता है दिन भर सुनता रहूं और इनको अपने कंठो में बिठा लूं और दिनभर गाता रहूं जय श्री राम..!!🙏🙏❤️❤️❤️
Pujya daduji apke shri muk se bhajan sunkar lagti hey jese atma me sama gai.....Dhanya ho ap.Ap jese santji ke jarurat hey desh ko.....💐💟👣💟👣💟👣💟👣💟👣💟💐
जय हो बाबा Ravindra jain जी की
Ram Naam say preeta mujhay mare guru or Ravindra Jain ne Kiya mara koti koti pranaam .aap pr ram ji ki sada kripa rahe
सुन के मन को तस्सली मिलती है मुझे गर्व है अपने हिंदू धर्म पर jai shree 🚩 ram
Pp p tiyla bidia ump kase pta ni to get the
1%qqq
@@sunilrai9067 MATLAB
very nice
@@Straightfitt 9oooooo
जय श्री राम🙏🚩
जय श्री राम भक्त हनुमान जी महाराज की जय🙏🚩
श्री रविन्द्र जैन जी आप सदा अमर रहे🙏🚩
जय श्री राम, रविन्द्र जैन जी की आवाज़ में जो मिट्ठास है वो हमे जीवन में भक्ति का एक अलग ही आनंद देती
जय श्री राम जय हनुमान
Hari kripa se hi sambhab hai
दिल को छू लेने वाला भजन श्री राम कथा राम राम जी
Shree Rama charitra ko Namaska🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏🙏🙏🙏Siyaram Katha sunker Mann bhave mayur ho gyaaaa ..
रविन्द्र जी जैन आप साक्छात ईश्वर के परम भक्त हो
हमारे प्रिय संगीत वाद्य हमारे गायक कार रविंद्र जैन जी को सादर प्रणाम 🙏🙏
तेरी........m. ... .k. c......
Jay Shri Ram ji Jay Shri Ravindra Baba ji ki Jay 🙏🙏🙏🙏🙏
Jai shree ram Jai Jai Siya ram Apke Charno me to Swarg hai Ravindra Jain Maharaj
अद्भुत , कथा पात्र कवीराम
रामचरित मानस को प्रणाम
संत कबीर दास जी महाराज जैसे रविन्द्र जैन जी को नमन करते हैं धन्यवाद
Rajendra saraf ap ko sadar pradam karata hu
जय सियाराम🤝🍊जय श्री राम🤝🍊🍎
आप जैसे महामानव को सादर नमन 🙏🙏
श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम जय राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम जय राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम
JAI SIYARAM❤️🙏
JAI SHREE LAXMAN❤️🙏
JAI SHREE HANUMAN❤️🙏
भगवान के प्रतिनिधि श्री रविन्द्र जी जैन को नमन
सर आपके सूर स्वर एंव रामायण कथा सुनकर मन खुशी से झुम पडता है भगवान के प्रति मेरे मन में आगाध प्रेम जाग उठता है दुनिया की सबसे ज्यादा खुशी रामायण महाभारत गीता के पाठ करने मुझे मिलता है ।
जय जय श्री राम
जय हर हर महादेव
Jay shree ram jai hanuman
Jai shree Ram Ram ji
Ram katha ki tarah aap bhi mahan gayak hn Ravinder jain ji. You are legendary singer, may God bless you sir. 🙏🙏
क्या गाय हैं बहुत खूब बहुत खूब बहुत सुंदर दिल को छू जाने वाले राम भजन यह भजन मन करता है कि बार-बार सुने जय श्री राम दादा को प्रणाम कोटि कोटि प्रणाम जय श्री राम जय जय राम जय हो
श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मनमुकुरि सुधारि, बरनउं रघुवर विमल जसु, जो दायक फल चारि ।
बुद्धिहीन तनु जानके सुमरो पवन कुमार, बल बुद्धि विदद्या देहु, हरहु कलेश विकार ।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर,
रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा । (1)
महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवारि सुमति के संगी,
कंचन बरन विराज सुवेशा, कानन कुंडलि कुंचित केशा । (2)
हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे,
शंकर स्वयं केशरीनंदन, तेज प्रताप महाजग वंदन । (3)
विदद्यावान गुनि अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर,
प्रभु चरित्र सुनिवे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया । (4)
सूक्ष्म रूप सिंअहि दिखावा, विकट रूप धरि लंक जरावा,
भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र जी के काज संवारे । (5)
लाये संजीवन लखन जियाये, श्री रघुवीर हरषि उर लाये,
रघुपति कीन्हीं बहुत बढाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई । (6)
सहस बदन तुमरो जस गावे, अस कहि श्रीपति कंठ लगावें,
सनकादिक ब्रम्हादि मुनीषा, नारद शारद सहित अहीसा । (7)
यम कुबेर दिग्पाल जहां ते, कबि कोबिद कहीं सके तहां ते,
तुम उपकारि सुग्रीवहिं कीन्हा, राममिलाय राज पद दीन्हा । (8)
तुमरो मंत्र विभषण माना, लंकेश्वर भये सब जगजाना,
जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यों ताहिं मधुर फल जानू । (9)
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहिं,
दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुमरे तेते । (10)
रामदुवारे तुम रखवारे, होत ना आज्ञा बिनु पैसारे,
सबसुख लहें तुमारि शरणा, तुम रक्ष काहु को डर ना । (11)
आपन तेज संभारो आपे, तीनों लोक हांक ते कांपे,
भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे । (12)
नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा,
संकट से हनुमान छुडावें, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे । (13)
सब पर राम तपस्वी राजा, तिनके काज सकल तुम साजा,
और मनोरथ जो कोई लावे, सोई अमित जीवन फल पावे । (14)
चारों जुग प्रताप तुमारा, है प्रसिद्ध जगत उजयारा,
साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन रामदुलारे । (15)
अष्टसिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता,
राम रसायन तुमरे पासा, सदा रहो रघुवर के दासा । (16)
तुमरे भजन राम खो पावें, जनम जनम के दुख बिसरावें,
अंतकाल रघुवर पुरजाई, जहां जन्म हरिभक्ति कहाई । (17)
और देवता चित्त न धरहिं, हनुमत सेई सर्वसुख करहिं,
संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा । (18)
जय जय हनुमंत गुसाई, कृपा करो गुरूदेव की नाहि,
जो शतबार पाठ करकोई, छूटहिं बंधि महासुख होई । (19)
जो यह पढे हनुमान चालीसा, होये सिद्ध साखि गोरीसा,
तुलसीदास सदा हरिचेरा, कीजे नाथ हृदयमंह डेरा । (20)
पवनतनय संकट हरण मंगल मूरति रूप,
राम लखन सीता सहित हृदय बसहुं सुय भूप । सियावर रामचन्द्र जी की जय
उमापति महादेव जी की जय, गुसाईं तुलसीदास जी की जय, बोलो भाई सब संतन की जय ।
अंबेमात की जय, चण्डीमाई की जय, सिद्धबाबा महराज की जय, भूतेश्वर धाम की जय,
मददी वाले हनुमान जी की जय, दक्षिण मुखी हनुमान जी की जय, पंचमुखी हनुमान जी की जय ।
*आधुनिक भारत के सूरदास है रविंद्र जैन जी
अहो भाग्य जो में इन्हें सुन पाया* ।
जय श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
आप को बहुत बहुत धन्यवाद जो आप ने राम राम का संकीदन
मुझे संगीत बहुत पसंद
जय श्री राम
राम श्री राम जय जय राम जय जय राम सिया राम जय जय राम जय जय राम जय जय राम राम सिया राम जय जय राम जय जय राम सिया राम जय जय राम जय जय राम राम सिया राम जय जय राम जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम
राम राम जय राजा राम🙏 राम राम जय सीता राम🙏
baah prabhu dhanya h aapki mahima jai shree ram om namaha shivay
Wow inki awaj seede dil ko touch krti h ......mai kafi din se inhe search kr rhi thi
अद्भुत देव स्वरूप हैं रविन्द्र जैन जी
मिट्टी में मिल गये वो " बादशाह " जिन्हें खुद पर गुमान था वो "पत्थर" भी नहीं डूबा जिस पर प्रभु श्री राम का नाम था।।
जय श्री राम✨💐♥️
Jay shree Ram Jai shree ram
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Jai shree Ram ⛳⛳
Jay shree Ram ❤
jai shree ram jai shree ram jai shree Ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram .....
Ko
Bhos......ki... ..aage bhi to bol
राम राम जय राजा राम राम राम जय राजा राम राम राम जय सीता राम जय हनुमान
कलियुग के श्री तुलसी को सत् सत् नमन ।
Jay. Shiree. 🙏Ram🙏🚩🙏. Jay. Sitaptey. Ki
रामायण का सहज गान करने के लिए कोटि-कोटि 🙏धन्यवाद🙏
अतः आप से सविनय निवेदन है कि आप महाभारत का भी ऐसे ही एक सहज गायन करे जिससे की समाज मे भक्ति और ज्ञान को बढ़ावा मिल सके जिससे की लोग सत्य पथ का अनुसरण कर सके 🙏धन्यवाद🙏
बहुत सुंदर, सुमधुर, कर्णप्रिय आवाज, भक्ति भाव भरी काव्यात्मक रामकथा हेतु श्री रवींद्र जैन का हार्दिक आभार।जय श्री सीताराम
जय श्री राम🤝
राम रामाय रामाय रमे राम मनोरमे सहस्र नाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने॥
जय हो दिव्य रचना हुई है प्रभु की हृदय को भाव विभोर कर दिया है जय श्री हरि की वाह प्रभु क्या
आनंद है जय श्री राम 🚩🙏🚩
जय श्री राम 🥰 बहुत-बहुत धन्यवाद आपका रविन्द्र जैन जी 😊❤
रविंद्र जैन जी के चरणों में कोटि-कोटि नमन आप भी प्रभु श्रीराम से कम नहीं है आपकी आवाज सुन कर दिल शांत हो जाता है हमारे लिए आप भी युग मार्गदर्शक
Ravindra jain ji ko bahut bahut dhanyavaad ki unho ne ye bhajan itni shraddha aur sumaddhur awaz me kiya. Nobody can match him
Issue achha singer to Maine sapne me bhi Nahi Dekha tha Mai Apka bahut t Bada bhakti hun Ravindra Jain Ji Jai Shree ram. Har Har mahadev
इस अमृततुल्य भजन को कोटि कोटि नमन श्री रवींद्र जी जैन को कोटि कोटि नमन आपके मुख से श्री राम कथा स्वयं कृपानिधान श्रीराम जी भगवान सुनते हे जय सिया राम जय श्री राम🚩🚩
Shri Ram-katha ki trha hi aapji ki,ye amrit-vaani es jhaan m Amar ujala laayegi,aapke Shri charno me koti koti naman h ji, Jai Shri Ram ❤❤❤❤❤
great................ salute to Great legend Ravindra Jain
Can you take my l
अमेजिंग गाते रविन्द्र जैन मन को शांति मिलता हैं इनका आवाज़ सुन कर
🙏🌹❤️🌿🔱🕉️ जय सियाराम जय जय सियाराम भज मन गोविंद भज मन राम गंगा तुलसी शालीग्राम जय राधे कृष्ण🙏🌹❤️🌿🔱🕉️
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम नारायण नारायण
Kash is yug me ye vaps aaye or ese hi ramayan ki mhima sunaye
श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मनमुकुरि सुधारि, बरनउं रघुवर विमल जसु, जो दायक फल चारि ।
बुद्धिहीन तनु जानके सुमरो पवन कुमार, बल बुद्धि विदद्या देहु, हरहु कलेश विकार ।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर,
रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा । (1)
महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवारि सुमति के संगी,
कंचन बरन विराज सुवेशा, कानन कुंडलि कुंचित केशा । (2)
हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे,
शंकर स्वयं केशरीनंदन, तेज प्रताप महाजग वंदन । (3)
विदद्यावान गुनि अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर,
प्रभु चरित्र सुनिवे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया । (4)
सूक्ष्म रूप सिंअहि दिखावा, विकट रूप धरि लंक जरावा,
भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र जी के काज संवारे । (5)
लाये संजीवन लखन जियाये, श्री रघुवीर हरषि उर लाये,
रघुपति कीन्हीं बहुत बढाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई । (6)
सहस बदन तुमरो जस गावे, अस कहि श्रीपति कंठ लगावें,
सनकादिक ब्रम्हादि मुनीषा, नारद शारद सहित अहीसा । (7)
यम कुबेर दिग्पाल जहां ते, कबि कोबिद कहीं सके तहां ते,
तुम उपकारि सुग्रीवहिं कीन्हा, राममिलाय राज पद दीन्हा । (8)
तुमरो मंत्र विभषण माना, लंकेश्वर भये सब जगजाना,
जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यों ताहिं मधुर फल जानू । (9)
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहिं,
दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुमरे तेते । (10)
रामदुवारे तुम रखवारे, होत ना आज्ञा बिनु पैसारे,
सबसुख लहें तुमारि शरणा, तुम रक्ष काहु को डर ना । (11)
आपन तेज संभारो आपे, तीनों लोक हांक ते कांपे,
भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे । (12)
नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा,
संकट से हनुमान छुडावें, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे । (13)
सब पर राम तपस्वी राजा, तिनके काज सकल तुम साजा,
और मनोरथ जो कोई लावे, सोई अमित जीवन फल पावे । (14)
चारों जुग प्रताप तुमारा, है प्रसिद्ध जगत उजयारा,
साधु संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन रामदुलारे । (15)
अष्टसिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता,
राम रसायन तुमरे पासा, सदा रहो रघुवर के दासा । (16)
तुमरे भजन राम खो पावें, जनम जनम के दुख बिसरावें,
अंतकाल रघुवर पुरजाई, जहां जन्म हरिभक्ति कहाई । (17)
और देवता चित्त न धरहिं, हनुमत सेई सर्वसुख करहिं,
संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलवीरा । (18)
जय जय हनुमंत गुसाई, कृपा करो गुरूदेव की नाहि,
जो शतबार पाठ करकोई, छूटहिं बंधि महासुख होई । (19)
जो यह पढे हनुमान चालीसा, होये सिद्ध साखि गोरीसा,
तुलसीदास सदा हरिचेरा, कीजे नाथ हृदयमंह डेरा । (20)
पवनतनय संकट हरण मंगल मूरति रूप,
राम लखन सीता सहित हृदय बसहुं सुय भूप । सियावर रामचन्द्र जी की जय
उमापति महादेव जी की जय, गुसाईं तुलसीदास जी की जय, बोलो भाई सब संतन की जय ।
अंबेमात की जय, चण्डीमाई की जय, सिद्धबाबा महराज की जय, भूतेश्वर धाम की जय,
मददी वाले हनुमान जी की जय, दक्षिण मुखी हनुमान जी की जय, पंचमुखी हनुमान जी की जय ।
Ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram mere Priya ram Jai siya ram🙏🙏🙏
साक्षात माँ सरस्वती जैन साहब की वाणी पर विराजमान हो कर प्रभु के ये सब भजन गाये है
बोलो जय श्री राम
जय कारा विरबजरंगी
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i hai 🎉e🎉 sir ne sir ki e es @@rambabukurmi2831
Kisi kisi ki awaj me hi bhakti hoti hai, wese hi inki awaj h, jyese bas bhajan ke liye hi hai inki awaj. Jai sri ram🙏
Ravindra Jain ji ap bahut mahan h ? AP bhi ek bhgwan jysa ek avatar h & bahut sundar awaj hai
Mujhay ram or ravindra ji say lagab hh may apne aapko lucky manta hu ki mujhay ravindra ji say itna sunder ram ki mahima bahut sunder milta h sunne ko
Hey prabhuji Apne charno mai sthan dijiye sabko 🙏
Mujhe lagta hai I'd banwana pada......bhos..............ke
Vah vah Ravindra jain ki jitni parsansa karein utni kam hain
JAI SHREE RAM/ RAVINDRA JI JAIN
जय श्री राम रविन्द्र जैन जी की आवाज मन्त्र मुग्ध करने बाली है
Jai Shree Ram
जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम
Apke shri charon me koti koti pranam.Jay Shri Ram......💐👣💐👣💐👣💐
bhut hi sundar sampurna ramayan.jai shree ram
हे महामुनि रविन्द्र जैन हारपिंग महाना मामा को साधा नमन प्रणाम करते हैं जयश्री राम
Jai shri ram jai siya ramjai jai jai siya ram ram siya ramsiya ram jai jai ram
आपके द्वारा गाय की रामायण कानों में ऐसा रसगुल्ला है की सुनते सुनते मन नहीं भरता, जय श्री राम 🙏🌹💐🌸
आपकी मधुर वाणी प्रसंसा करते हैं और आप की मधुर वाणी सुन कर मेराम जन्म सफ़ल हुआ
आप का दास आप को पणराम करता है मै आपको मै आपने गरू देव आप को मनता हूँ
आपका पूत्र आप को परणाम प्रणाम करता हूँ
सौरभ सूर्यवंश
Jai sriram
I am proud of my hindu religion.... 🙏Jai shree ram jai hanuman ji
धन्यवाद रविन्द्र जैन
Jay ram
हम है अयोध्या वासी। धन्य है प्रभू ने इस भूमि पे जन्म दिया।
हर हर महादेव
जय हो प्रभु जी ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Shree Ram jai ram jai jai ram 🙏🙏
Aapki bi
JAI 🙏 Ho shiree 🙏
Ravindr jen ji
Aapko bi koti koti pranam 🙏🙏 Bhagwan Aapko sukhi rakhe
Verry verry Nice 👌 song 👌🏻🙏✅✅🙏🙏🙏🙏