Jeev daya sabse sunder guun hai esliye sabhi jeevo se hamesha pyar respect daya karuna rakhni chahiye sabhi daya karne vale praaniyon per bhagwaan apna ashirwaad sada banaye rakhe
जीवदया एकमात्र ऐसा गुण हैं जो मनुष्य को मनुष्य बनता हैं अन्यथा मनुष्य और जानवर में क्या फर्क रह जायेगा , यह संस्कार अगर आज हम अपने बच्चो को दे सके तो ही इस श्रष्टि को सुंदर रख पाएंगे
*जीव के प्रति दया भाव रखना मानवता का धर्म* हमें प्रत्येक जीव के प्रति प्रेम दया भाव रखना चाहिए। मानवता का यही धर्म है। प्राचीनकाल में भी देवी-देवता के साथ किसी किसी पशु पक्षी का संबंध होना पशु संरक्षण का प्रतीक है। हमें पालतू पशुओं के साथ लावारिस पशुओं का भी ध्यान रखना चाहिए। वर्तमान समाज में पशुओं पर अत्याचार की यह घटना तो शायद गिनती में भी ना आती हो। इससे भी अधिक निर्ममता और क्रूरता इन मूक पशुओं के साथ की जाती है। बेचारे कहीं धर्म का शिकार बनते हैं तो कहीं भोजन का। कहीं समाज विकसित हो रहा है तो कहीं क्रूरता और नीचता त्यौरी चढ़ाये बैठे हैं। ये निरीह पशु तो मनुष्य की क्रूरता के बदले भी अपनी वफादारी और प्रेम ही लुटाते हैं। मनुष्य द्वारा स्वार्थ,सुविधा,लाभ अथवा मनोरंजन किसी की प्रेरणा से भी पशु-पक्षियों के साथ किया हुआ अत्याचार उसकी आत्मा का पतन अवश्य कर देगा। जीवों के साथ क्रूरता करने वाले का हृदय भावनाशून्य होकर कठोर हो जाता है। ऐसा हृदयहीन व्यक्ति न तो आत्मिक उन्नति कर सकता है और न समाज में अपने आचरण को शालीन रख सकता है। हम चाहे जिस भी धर्म के हों,हमें यह समझना होगा कि 'दया ही सभी धर्मों का मूल है'। पशुओं के अधिकार भी मानव-अधिकारों की तरह ही हैं। पशुओं के प्रति हमें दया-भाव उत्पन्न करना होगा। मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म मानवता है और मानवता की रक्षा हेतु दया ही आवश्यक अस्त्र-शस्त्र है।
Jeev daya sabse sunder guun hai esliye sabhi jeevo se hamesha pyar respect daya karuna rakhni chahiye sabhi daya karne vale praaniyon per bhagwaan apna ashirwaad sada banaye rakhe
🙏🏼 Jai Jinendra 🙏🏼
Bht aachi stories banai hain . Jisne bhi ye kaam kiya usne bht aachi stories banai
Bahot hi sundar.jeev daya hi prabhu ki seva. Jay jeev daya
Jai jinendra
wonderful
language,presentation, graphics
many many thanks & anumodhana
अति सुंदर कहानी
Jai ho
Thanks for this great great information I like this video
जीवदया एकमात्र ऐसा गुण हैं जो मनुष्य को मनुष्य बनता हैं अन्यथा मनुष्य और जानवर में क्या फर्क रह जायेगा , यह संस्कार अगर आज हम अपने बच्चो को दे सके तो ही इस श्रष्टि को सुंदर रख पाएंगे
अशोक
Great story.
🙏🏻 Very nice presentation of doing Jivani n Jeev-Daya ... 🙏🏻
🙏🏻 Helpful n Useful,
Thank U! For Sharing. 🙏🏻
🙏🏻 Uttam Kshama! 🙏🏻
Jai Bharat. 🙏🏻
(2021 Nov. 09 Tue. Nit.)
Very good👏
शिक्षाप्रद जय हो गुरूवर
Badhiya
*जीव के प्रति दया भाव रखना मानवता का धर्म*
हमें प्रत्येक जीव के प्रति प्रेम दया भाव रखना चाहिए। मानवता का यही धर्म है। प्राचीनकाल में भी देवी-देवता के साथ किसी किसी पशु पक्षी का संबंध होना पशु संरक्षण का प्रतीक है। हमें पालतू पशुओं के साथ लावारिस पशुओं का भी ध्यान रखना चाहिए।
वर्तमान समाज में पशुओं पर अत्याचार की यह घटना तो शायद गिनती में भी ना आती हो। इससे भी अधिक निर्ममता और क्रूरता इन मूक पशुओं के साथ की जाती है। बेचारे कहीं धर्म का शिकार बनते हैं तो कहीं भोजन का। कहीं समाज विकसित हो रहा है तो कहीं क्रूरता और नीचता त्यौरी चढ़ाये बैठे हैं। ये निरीह पशु तो मनुष्य की क्रूरता के बदले भी अपनी वफादारी और प्रेम ही लुटाते हैं। मनुष्य द्वारा स्वार्थ,सुविधा,लाभ अथवा मनोरंजन किसी की प्रेरणा से भी पशु-पक्षियों के साथ किया हुआ अत्याचार उसकी आत्मा का पतन अवश्य कर देगा। जीवों के साथ क्रूरता करने वाले का हृदय भावनाशून्य होकर कठोर हो जाता है। ऐसा हृदयहीन व्यक्ति न तो आत्मिक उन्नति कर सकता है और न समाज में अपने आचरण को शालीन रख सकता है।
हम चाहे जिस भी धर्म के हों,हमें यह समझना होगा कि 'दया ही सभी धर्मों का मूल है'। पशुओं के अधिकार भी मानव-अधिकारों की तरह ही हैं। पशुओं के प्रति हमें दया-भाव उत्पन्न करना होगा। मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म मानवता है और मानवता की रक्षा हेतु दया ही आवश्यक अस्त्र-शस्त्र है।
Wonderful explanation
Jay Jinendra Namostu Maharaji
Nice story op bolte
बहुत सुंदर
🙏🙏🙏🙏🙏
👌👌👌
नमोस्तु आचार्य महाराज जी जय
Beautiful
बहुत सुंदर कहानी जय जय गुरुदेव
Good
Nice 😘
very nice
y to mook mati ki story h,mere gurudev acharya shri vidyasagar ji ki,namostu gurudev
Ahinsha Parmo dharam
Nice
👍
smadbhadr swmy ki story bhi bnaao
Gati ka video bajo
NO