Mayawati के साथ प्रकाश अंबेडकर भी BJP के साथी, महाराष्ट्र में क्या किया खेला | Politics

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  • Опубліковано 25 вер 2024
  • #mayawati #prakashambedkar #maharashtra #bjp
    महाराष्ट्र में प्रकाश अंबेडकर बीजेपी के किस तरह से सहयोगी बने देखिए उद्भव ठाकरे कांग्रेस को हरवा दी छह सीट मायावती यूपी बिहार में नीतीश और महाराष्ट्र में प्रकाश अंबेडकर बने बीजेपी के सहयोगी
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КОМЕНТАРІ • 986

  • @brijbiharidinkar4506
    @brijbiharidinkar4506 3 місяці тому +12

    बहन जी आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं

    • @dipakkamble4792
      @dipakkamble4792 2 місяці тому

      4 p.m. ko America , China and Russia ka editor banana chahiye .......
      This 4 p.m. is having super knowledge. 4 p.m. should be send on sun to observe is there any chance for world to make abode like earth .Because this 4.p.m. is no 1 intelligent man on entire earth

  • @saveanimals8027
    @saveanimals8027 3 місяці тому +14

    कांग्रेस और बीजेपीदोनों एक ही हैं कांग्रेस बीजेपी की भी टीम है और बीजेपी कांग्रेस की भी टीम है दोनों एक दूसरे की पूरक परिया हैं

  • @bhushanpaikrao3082
    @bhushanpaikrao3082 3 місяці тому +9

    हम महाराष्ट्र के अंदर सिर्फ आदरणीय ॲड.प्रकाश आंबेडकर सहाब के साथ ही थे साथ ही रहेंगे.

  • @SushilKumar-nv8yp
    @SushilKumar-nv8yp 3 місяці тому +31

    जब कांग्रेस व इंडिया गठबंधन । बासपा व दलितों की राजनीति खत्म करना चहाती हैं । तो बासपा व दलितों की जितनी भी पार्टी हैं। उन्हें बीजेपी व NDA से गठबंधन करके । बी टीम बताने वालो को धूल चटानी चाहिए

    • @whatsappuniversity7702
      @whatsappuniversity7702 3 місяці тому

      😂😂😂😂😂😂😂

    • @laxminarayanchaudhary5307
      @laxminarayanchaudhary5307 3 місяці тому

      मायावती खुद अपनी पार्टी की बलि दे चुकी है सत्ता धारी पार्टी के खिलाफ बोलने से जनाधार बढ़ता है मायावती के भतीजा ने भाजपा को आतंकी पार्टी कह दिया तो मायावती ने अपने भतीजा को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया। India गठबन्धन में मिल जाती तो 2019 की तरह 10-12 सीट जीत जाती
      Congress ने SC ST के बहुत गरीब लोगों को टिकट दी है उनमे से कुछ सांसद भी बन गये भरतपुर से संज ना जाटव है 25 साल 10 महिना उम्र हैं पति पुलिस में कांस्टेबल है

  • @SHARADPRIYADARSHI-u8q
    @SHARADPRIYADARSHI-u8q 3 місяці тому +9

    Jisko kisi ke chunaav ladne se haarne ka dar hai use chunaav nahin ladna chahiye BAHAN JI & PRAKASH AMBEDKAR jindabad

  • @rajk9965
    @rajk9965 3 місяці тому +16

    प्रकाश जी और मायावती जी 2029 में आएंगे जी पूरी जनमत से

    • @shyamsingh346
      @shyamsingh346 3 місяці тому

      इनकी जमानत जब्त हो जायेगी।

    • @rooprammeena7617
      @rooprammeena7617 3 місяці тому

      बीजेपी ही आएगी क्योंकि bsp खुद आयेगी नही और को आने नही देगी

    • @randomguy7202
      @randomguy7202 3 місяці тому +1

      Dono ka satya nash ho jaayega

  • @drravipra
    @drravipra 3 місяці тому +12

    लोकतांत्रिक देश में सभी लोगों को चुनाव लड़ने का किसी भी राजनीति दल से अथवा निर्दली पूरा अधिकार है,एक लोकसभा में कम से कम 15 से 20 लोग चुनाव लड़ते हैं, जिस कांग्रेस का इन्होने ठेका ले रखा है वही दिल्ली हिमाचल प्रदेश मध्य प्रदेश उत्तराखंड समेत देश के 12 राज्यों में शून्य सीटों पर अटक गई है ,इनको शून्य ,,सीटों की पहली समीक्षा करनी चाहिए जो कि यह नहीं कर रहे हैं,,

    • @PragyaBoudh-hs2bp
      @PragyaBoudh-hs2bp 3 місяці тому

      लगता है ये भी दलाल मीडिया है इसलिए इन जगहों का समीक्षा नहीं करेंगे।

  • @lovekeshkumar4487
    @lovekeshkumar4487 3 місяці тому

    बहन कुमारी मायावती जी जिंदाबाद बीएसपी जिंदाबाद जय भीम
    जय भीम जय भारत
    बीजेपी और कॉंग्रेस दोनों इक ही पार्टी है

  • @usmanahmad960
    @usmanahmad960 3 місяці тому +6

    क्या मायावती को और ओवैसी को चुनाव नही लड़ना चाहिए,
    इसके बारे में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को सोचना चाहिए।

  • @pramodgajdhar7999
    @pramodgajdhar7999 3 місяці тому

    साथियो जय मूलनिवासी
    राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन के लिए बामसेफ, भारत मुक्ती मोर्चा से जुडे

  • @rajkumarrasal5035
    @rajkumarrasal5035 3 місяці тому +17

    अगर बहनजी और प्रकाश आंबेडकरजी मे इतनी ताकत है तो फिर इंडिया गठबंधन ने इनकी ताकत का सही इस्तेमाल क्यों नही किया ? युपी मे अगर सपा और कांग्रेस ना लडते तो बसपा 60 सिटे आसानी जीतते यह बात आप क्यो नही कहते जनाब ?

  • @brijbiharidinkar4506
    @brijbiharidinkar4506 3 місяці тому +1

    बहन जी आगे बढ़ो

  • @defactotruths
    @defactotruths 3 місяці тому +19

    पंजाब में केजरीवाल और काँग्रेस इंडिया गठबंधन में होने के बावजूद सभी सीटों पर एक दूसरे के खिलाफ लड़े।
    ममता बैनर्जी भी बंगाल में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ी। क्यों????

    • @laxminarayanchaudhary5307
      @laxminarayanchaudhary5307 3 місяці тому +1

      वहाँ BJP रेस से बाहर थी

    • @abdulkhalidansari8731
      @abdulkhalidansari8731 3 місяці тому +1

      AAP ko samjhnaa bht mushkil

    • @iloveindia3399
      @iloveindia3399 3 місяці тому

      बीजेपी बंगाल 10 सीट है बेटा​@@laxminarayanchaudhary5307

    • @PravinPravin-ow8gu
      @PravinPravin-ow8gu 3 місяці тому +1

      ईसलिए तकि अपोझिशन के वोट भी इंडिया गठबंधन को मिले,और अगर ये साथ में लडते तो बिजेपी जादा सिट जितने कि संभावना थी

    • @bhauraomeshram9417
      @bhauraomeshram9417 3 місяці тому

      Prakash ambedkar mayavati ne BJP ke sath jana chahiye

  • @vijaynetawate4686
    @vijaynetawate4686 2 місяці тому

    बिलकुल सही कहा रहे आप.....

  • @spandansingh2835
    @spandansingh2835 3 місяці тому +29

    लड़ना था तो दमखम से लड़ते। लेकिन नहीं। न जीतेंगे न जीतने देंगे।

    • @ilovemyindia-mo3om
      @ilovemyindia-mo3om 3 місяці тому +1

      ये पैसे पर बिकने वाले लोग हैं

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

  • @amandeep3517
    @amandeep3517 3 місяці тому

    BSP JINDABAD Prakash Ambedkar ji jindabad

  • @ramnayan6456
    @ramnayan6456 3 місяці тому +21

    कांग्रेस ने सही तरीके से ना बहन जी को और ना प्रकाश आंबेडकर को से बात की उनको लग रहा था की हवा हवाई में हम जीत जाएंगे

    • @OmPrakashSharma-vg4no
      @OmPrakashSharma-vg4no 3 місяці тому

      Karte kya Saudebazi kar rahe the fifty percent seats thali me paros dete kya Majubran akale lade B S pVote katua party nani

    • @PritishSarwade
      @PritishSarwade 3 місяці тому

      Mayawathi ambedkar naam ke he

  • @ravindramohod4503
    @ravindramohod4503 2 місяці тому

    Maharashtra Mayavati aur Prakash Ambedkar ka gatbandhan होना चाहिये अभी Maharashtra me vidhansabha ke chunav hai.

  • @thelandofbuddha7127
    @thelandofbuddha7127 3 місяці тому +3

    चंद्रशेखर को इंडिया गठबंधन में क्यों नहीं लिया गया क्या वह भी बीजेपी की B टीम थी बात यह है कि कांग्रेस कभी भी किसी भी दलित नेता को इंडिपेंडेंस पसंद नहीं करते

  • @VBAOFFCIAL
    @VBAOFFCIAL 3 місяці тому

    Only Prakash Ambedkar Saheb ❤❤❤

  • @dayamanimarandi464
    @dayamanimarandi464 3 місяці тому +4

    यथार्थ आधारित विवेचना, एक दिन पिछाड़ी और Minority को साथ होना है

  • @Zuhairibneharis
    @Zuhairibneharis 3 місяці тому

    Bahut behtar bat hai

  • @vishalchoudharygodara497
    @vishalchoudharygodara497 3 місяці тому +8

    Great analysis dear

    • @subodh0001
      @subodh0001 3 місяці тому

      Kaika analysis, inn ko kuch akal hai nahi kuch bhi bakwass karne aa jate. India mai kya 2 party system hai jo pappu ko bachane ke liye dusre communities ke log chunav ladna chod de. Jisko pappu ke yaha dari bichani hai bichaye hamko kyu apni bakwass salla dere ho.

    • @raoravi
      @raoravi 3 місяці тому

      The Bharat Show dekho ek baar

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

  • @m.shafikasamkhot9878
    @m.shafikasamkhot9878 3 місяці тому

    Really U R telling truth & fact Rashid Zaheer Saheb

  • @PintuKanaujiya-y5b
    @PintuKanaujiya-y5b 3 місяці тому +4

    Great man and great patrakar

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

    • @Alwyslearn
      @Alwyslearn 3 місяці тому

      काँग्रेस का..दलाल पत्राकर.. जातीवादी मनुवादी मानसिकता का.. पत्रकार उसे ग्रेट बोलते हो.. इससे पता चलता हैं आप कितने ग्रेट हो😂😂

  • @AJAYKUMARAJAYKUMAR-gt9km
    @AJAYKUMARAJAYKUMAR-gt9km 3 місяці тому

    कांशीराम जिंदाबाद कुमारी मायावती जी जिंदाबाद आकाश आनंद जिंदाबाद बहुजन समाज पार्टी जिंदाबाद

  • @sudhirkumaryadav1815
    @sudhirkumaryadav1815 3 місяці тому +13

    सही से चुनाव और मतगणना हो भाजपा को 10 सीटें जीतना मुश्किल हो जायेगा यह चुनाव आयोग की देन है भाजपा सत्ता में है

  • @ansarirashid3003
    @ansarirashid3003 3 місяці тому

    Sahi Baat hai

  • @shelasingh4483
    @shelasingh4483 3 місяці тому +5

    दलित दलित से ही घिन करता

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

  • @AmitVerma-nl9gl
    @AmitVerma-nl9gl 3 місяці тому

    जय भीम जय संविधान जय भारत जय बसपा

  • @DA-do4op
    @DA-do4op 3 місяці тому +3

    Very nice sir Thanks

  • @AyyubKhan-vo6lp
    @AyyubKhan-vo6lp 3 місяці тому

    Thanks

  • @RajeshKumar-ib2bd
    @RajeshKumar-ib2bd 3 місяці тому +3

    अरे पत्रकार भाई india गठबंधन दलितों की पार्टियों को क्यों नही गठबंधन में मिलाया से कौन बताएगा? आप लोग लाल बुझक्कड हो सब जानते हो बताओ असल स्वार्थी क्या ये सवर्ण पार्टियां नही है?

  • @Shblue1153
    @Shblue1153 3 місяці тому

    Baat to sahi he...

  • @mahianjan1081
    @mahianjan1081 3 місяці тому +11

    जय भीम जय संविधान नमो बुद्धाय नमो गुरुवे

  • @dilipkumargoud8368
    @dilipkumargoud8368 3 місяці тому

    यह सत्य प्रतीत होता है । प्रकाश अंबेडकर खुद अपना सीट भी नहीं जीत पाए लेकिन इंडिया गठबंधन को नुकसान तो कर दिया ।
    उन्हें अंबेडकर जी के सिद्धांतो को बचाए रखना है तो इंडिया गठबंधन के साथ बिना टफ कंडीशन के शामिल होना चाहिए ।
    खुशी होती अगर वो इंडिया के साझा उम्मीदवार होते और आज संसद में देखे जाते ।

    • @Nehasanket123
      @Nehasanket123 3 місяці тому

      Abe jb congress ke sath gathbandhan me the tb unki jitne ki lid kitni thi iski jankari nikal akola me congress ke voter kaise kya bjp ke trf mud jate hai ...baba sahab ko harani wali congress hi thi or aaj bhi Bala sahab ko harane wali congress hi hai

  • @antrikshbasera1663
    @antrikshbasera1663 3 місяці тому +47

    Kon Kon 2024me rahul Gandhi Ko pm dekhna chahte hain 😊

    • @subodh0001
      @subodh0001 3 місяці тому +3

      Koi nahi dekhna chahta us pappu ko.

    • @ashutoshgautam3293
      @ashutoshgautam3293 3 місяці тому +2

      Brahmi parties cong aur BJ ko kewal bahujan virodhi hi jitana chahte he. Ravish Kumar Pandey jese patrakar bhi apni jaati ko hi aage badhane me lage rahte he

    • @thesouloflife.9318
      @thesouloflife.9318 3 місяці тому +3

      Bhok me 😡😡😡😡😡😡😡 only prakash ambedkar

    • @subhashingale5040
      @subhashingale5040 3 місяці тому

      Rahul Gandhi p m banege

    • @ravigawande3274
      @ravigawande3274 3 місяці тому

      Sapna Sapna hi Rah gaya 😜😜😜

  • @shashidharkumar8140
    @shashidharkumar8140 3 місяці тому

    Continue your mission.

  • @narkarprakash3501
    @narkarprakash3501 3 місяці тому +30

    ये प्रकाश आंबेडकर साहब का काम ही है, एसलीये इंनोने ठाकरेसे 14 सीट की डिमांड कर रहे थे

    • @generalchannel887
      @generalchannel887 3 місяці тому +1

      भारत के संविधान का मूल ढांचा नही बदल सकता है

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому +3

      48 seat मांगी होंगी
      14 तो आप गलत बता रहे हो

    • @rupalikamble1416
      @rupalikamble1416 3 місяці тому

      खुद 21 सिट लढी ऑर 11 सिट हारे

    • @bilalshaikh4133
      @bilalshaikh4133 3 місяці тому

      😂😂JO.EK.SIT.NAHI.ZITSAKTA.WO.14.SIT.MANGE.TO.KUN.DEGA

    • @rupalikamble1416
      @rupalikamble1416 3 місяці тому

      @@bilalshaikh4133 कोंसे new channel मे देखा seat बोले ऐसा हे तो तू लडके दिखा

  • @krishnakumarwarkade8755
    @krishnakumarwarkade8755 3 місяці тому

    Right sir 100%

  • @nazakatali3378
    @nazakatali3378 3 місяці тому +3

    मेरा समर्थन चंद्रशेखर रावण को और मायावती की असलियत पर और वीडियो डालें लोगों को उनकी असलियत समझाइए जाए

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

    • @SushilKumar-dy3lo
      @SushilKumar-dy3lo 3 місяці тому

      चंद्रशेखर आजाद पुराना भाजपाई है आरएसएस का नेता है यह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का छात्र नेता रहा है भाजपा में छात्र राजनीति की शुरुआत भाजपा से की उसके बाद समाजवादी पार्टी में कार्यकर्ता बनकर काम किया है

  • @mahendrapratap1151
    @mahendrapratap1151 2 місяці тому

    मायावती जी जिंदाबाद

  • @amarkotiya2025
    @amarkotiya2025 3 місяці тому +10

    विश्लेषण शानदार

    • @raoravi
      @raoravi 3 місяці тому

      @thebharatshow dekh lo vaham nikal jayega

  • @maheshbarvekar2240
    @maheshbarvekar2240 3 місяці тому

    आप हमेशा अपनी औलाद को भी अपणा पेट भरणे के लिए किसी को भी गुलाम बना सकते हो🙏ग्रेट
    जय भीम जय बहनजी मायावतीजीं

  • @Bablu-rr8wi
    @Bablu-rr8wi 3 місяці тому +33

    आपकी जो जो पार्टी इंडिया गठबंधन में है उसकी सीट हर चुनाव में बढ़ेंगे देश की जनता उनको बहुत आगे ले जाएगी और नीतीश कुमार मायावती इन सब को जनता खत्म कर देगी

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

    • @DeepakKumar-wo8jl
      @DeepakKumar-wo8jl 3 місяці тому +2

      Beta tum jaise logo ko hi andhbhakt bola jata hai

    • @palabhakar6664
      @palabhakar6664 3 місяці тому +1

      Mayavati to khatam h

    • @DeepakKumar-wo8jl
      @DeepakKumar-wo8jl 3 місяці тому +1

      @@palabhakar6664tum bs din me tare dekhte rho bsp koi party nhi mission hai u understand 💙💙🐘🐘💙💙

    • @ayodhyaprasad3821
      @ayodhyaprasad3821 3 місяці тому

      जनता तो खतम करेगी, बीएसपी को खत्म कर दिया, नितीस को देश का भविष्य (देश का नेता माना जाता था??) अब क्या उपमा मिली है आप सभी जानते हैं,,,

  • @sourabheditz3581
    @sourabheditz3581 3 місяці тому +48

    मायावती और प्रकाश अम्बेडकर दलित समाज के अभिशाप है ।कही ना कही अपना स्वार्थ साध रहे है।लानत है उन पर।

    • @subodh0001
      @subodh0001 3 місяці тому +5

      Chup be apna dimaak apne pass rakho. Hume congRSS aur BJP dono ko vote nahi karna hamare liye yahi hamari party hai tumko jis party ke yaha dari bichani hai bichao dusro ko faltu ka gyan na do.

    • @subodh0001
      @subodh0001 3 місяці тому +4

      Aur ek baat, ye desh ka chunav tha ki bas UP aur Maharashtra ka jo sabko yahi do pradesho se 100% strike rate chahiye. Kabhi BJP ki A team congRSS par bhi dyan do ki kaise usne BJP ko Orissa, Bengal, GJ, MP, RJ CG, etc pardesho ko direct jitane ki madat ki.

    • @ashutoshgautam3293
      @ashutoshgautam3293 3 місяці тому +3

      Mayawati ji ki Aaj ki rajniti ko criticize Kiya ja sakta he. Lekin Jo unhe aur Prakash Ambedkar ji ko BJ ki b team kahkar jhuta badnaam kare, wo dalito ka subhchintak kabhi nahi ho sakta. Kyuki dalito ko sar uthakar chalna unhi ne sikhaya.

    • @ashutoshgautam3293
      @ashutoshgautam3293 3 місяці тому +2

      Sp cong jese dalit virodhi sangathan kisi bhi dalit party ke saath gathbandhan nahi karna chahte the, wo chandarshekhar ji ke liye ek seat tak nahi chhor sake.

    • @Natureandlove06
      @Natureandlove06 3 місяці тому +1

      ​@@subodh0001Jindagi bahar esse hi bethe rahoge..
      Sarkar ya to CONGRESS chlayegi ya BJP..
      😂😂

  • @iloveindia3399
    @iloveindia3399 3 місяці тому +1

    मायावती जी और प्रकाश जी अगर चुनाव न लड़े जरूरी नहीं कि कांग्रेस को ही वोट जाए
    कांग्रेसी चम्मचे BSP और VBA लड़ेगे

  • @mohd.jabbar6194
    @mohd.jabbar6194 3 місяці тому +5

    सही कहा आपने

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

  • @SachinKumar-ci6if
    @SachinKumar-ci6if 3 місяці тому

    अब तो हमारा नेत चंद्रशेखर आजाद है।

  • @brijbiharidinkar4506
    @brijbiharidinkar4506 3 місяці тому +3

    मायावती जिन्दाबाद,
    मायावती को हर सीट पर तब तक चुनाव लड़ना चाहिए।
    जब तक उनकी पार्टी का CM/PM नहीं बन जाता।
    बिन बुलाए गठबंधन में शामिल होना जरूरी है क्या?
    Bahen is the great leader of India .
    she will return again.

    • @akashdeepkanshi1155
      @akashdeepkanshi1155 3 місяці тому

      Right
      Jai Bheem Jai Bharat vote and Sports BSP jindabad jindabad jindabad jindabad

  • @mibiggboss788
    @mibiggboss788 3 місяці тому

    प.बंगाल, ओडिशा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश मे काँग्रेस ने दी BJP को संजीवनी...

  • @veerpalsinghyadav9518
    @veerpalsinghyadav9518 3 місяці тому +8

    बहुत खूब अति सुन्दर हकीकत हेतु जहीर साहब को आदाब

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

  • @bsbisht3237
    @bsbisht3237 3 місяці тому

    Rashid Ji Supreme Patrakar

  • @kailas7863
    @kailas7863 3 місяці тому +22

    संविधान के रक्षक बन गये भक्षक माया वती प्रकाश आंबेडकर 🙏

    • @generalchannel887
      @generalchannel887 3 місяці тому

      संविधान नहीं बदल सकता है उल्लू

    • @generalchannel887
      @generalchannel887 3 місяці тому +1

      संविधान नहीं बदल सकता था है

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

    • @DeepakKumar-wo8jl
      @DeepakKumar-wo8jl 3 місяці тому

      Axa tumhe lagta hai congress bachaegi samvidhan jisne apne karyakal me sabse jyada chhedkhani ki hai samvidhan ke sath ek bar sarkar to banne do congress ki fir dekhna abhi vo apni khoyi hui jagir vapas lana chah rahe hai isliye samvidhan aur baba sahab ki yad a rahi congress ko kyoki uska manuvadi voter bjp ke sath hai isliye congress samvidhan ka lollypop dikhakar tum jaiso ko apne pale me la Rahi hai

    • @White_Devil153
      @White_Devil153 3 місяці тому

      Congress ne 80 se zyada amendment kiya apne tenure mein

  • @AbdheshKumar-yb4yr
    @AbdheshKumar-yb4yr 3 місяці тому

    Bhujan samaj party jindabad

  • @veerpalsinghyadav9518
    @veerpalsinghyadav9518 3 місяці тому +17

    इन गद्दारों ने खूब पैसा लिया है अलग-अलग लड़ने को इंडिया में भी नहीं आये इसी बात के सैकड़ों करोड़ डकारे, समाज जाये भाड़ में।

    • @Rajeshvats-ds9qi
      @Rajeshvats-ds9qi 3 місяці тому

      😂😂 भाई इसका दादा अम्बेडकर भी अंग्रेज का दलाल था संघी ओर जिन्ना के साथ खानदानी गद्दार हे ये समझे

    • @ilovemyindia-mo3om
      @ilovemyindia-mo3om 3 місяці тому +1

      Absolutly

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

    • @thesouloflife.9318
      @thesouloflife.9318 3 місяці тому

      Bhok me ja only prakash ambedkar 😡😡😡😡😡

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

  • @mahendrapratap1151
    @mahendrapratap1151 2 місяці тому

    जय जय जय जय भीम

  • @maheshchandra7402
    @maheshchandra7402 3 місяці тому +17

    बीएसपी BJP की बी टीम है इनको जनता ने तीन बार नकार दिया है

    • @HasteRahi-ho8ke
      @HasteRahi-ho8ke 3 місяці тому +3

      B team nahi hai Ed se fati hai Sampatti itni bana li madam ne

    • @boonsaikia8526
      @boonsaikia8526 3 місяці тому +1

      Agar EC darr hai to India ko karna tha taki vo bas jayega or bjp v har jati. ​@@HasteRahi-ho8ke

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

  • @chandravadaningle8990
    @chandravadaningle8990 3 місяці тому

    Best

  • @VinodKSingh-cd7bl
    @VinodKSingh-cd7bl 3 місяці тому +4

    ये दोनों वर्तमान में बहुजनो के दुश्मन हैं, अपनी अकड़ के कारण कितना नुकसान किया अब तक

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

  • @BalMukandMehra-q6z
    @BalMukandMehra-q6z 3 місяці тому +2

    अब दलितों को खुद ही आगे आना होगा सब दलित नेता सिर्फ अपना थैला भर रहे हैं जै जै बाबा साहेब ऐक अलग चीज थे

  • @NationFirst2014
    @NationFirst2014 3 місяці тому +14

    छोटी परिवारवादी एसटी और एससी की पार्टियाँ जब तक ख़तम नहीं होंगी, तब तक एससी एसटी का कल्याण नहीं होगा

    • @DeepakKumar-wo8jl
      @DeepakKumar-wo8jl 3 місяці тому

      Sahi kah rahe ho jb 1980 ke phle jb sc st ka koi rajnitik vajud nahi tha TB sc st well educated aur mahlo me Raha krte the bhikari to 1980 ke bad Banna suru hue hai
      Tum pakka general category se hoge aur congres ke andhbhakt isliye Aisa bol rhe ho congress aur upper cast vali sabhi partiyan yahi chahti hai but mat bhulo beta jb tk bsp 🐘 hai aur ham jaise educated dalit Yuva hai tb tumhara ye sapna pura nahi hoga 🐘🐘💙💙🐘

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

    • @shelby485
      @shelby485 3 місяці тому

      Kya bakwas karte ho

  • @babandhabarde6932
    @babandhabarde6932 3 місяці тому

    बहुजन के भरोसे कांग्रेस हे

  • @SiddharthSingh-p9l
    @SiddharthSingh-p9l 3 місяці тому +12

    हमारे दलित समाज को तबाह भी मायावती ,प्रकाश अंबेडकर ने किया।😢

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

    • @gajanansontakke7720
      @gajanansontakke7720 3 місяці тому

      ऐसा कहणे वाले थोडा तरी विचार करून बोल काँग्रेस ची चातुगिरी बंद करो.

  • @manojkumaryadav9655
    @manojkumaryadav9655 3 місяці тому

    I was at that shivaji rally. I agree with your views about prakash ambedkar

  • @sureshdhaka3498
    @sureshdhaka3498 3 місяці тому +7

    बहुत सही विश्लेषण है आपका ।

    • @raoravi
      @raoravi 3 місяці тому

      The Bharat Show dekho ek baar

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

  • @santoshsakpal6212
    @santoshsakpal6212 3 місяці тому

    Very good

  • @rk88295
    @rk88295 3 місяці тому +3

    Prakash ambedkar bahot paise lete bjp aur pure Maharashtra mei unke candidate khade krte ,its bjp b team, they had golden chance with india gatbandhan , unke 3 seats ajate theee but money talks

    • @subodh0001
      @subodh0001 3 місяці тому

      Pappu sejyada koi paisa nahi leta BJP se akhirkhar M.K Gandhi aur Nehru ne hi toh banaya RSS BJP ko.

    • @TejaskGangawane
      @TejaskGangawane 3 місяці тому

      फिर भी महाराष्ट्र मे bjp ki कम सीट आती है l

  • @jayantachatterjee2560
    @jayantachatterjee2560 3 місяці тому

    Excellent

  • @mohdfarmanansari5395
    @mohdfarmanansari5395 3 місяці тому +3

    Parkas Ambedkar Aagar 5..ya 3.. cite Lelete To Jit jate Aab Wo Vote Katwa Ban Gaye

    • @subodh0001
      @subodh0001 3 місяці тому +1

      Muslims apna gyan apne pass rakhe. Khudne toh toh Pak aur Bangladesh le liya aur hamko faltu ka gyan dere.

    • @mohdfarmanansari5395
      @mohdfarmanansari5395 3 місяці тому

      @@subodh0001 Aabe Muje kinu Bata Raha Tu muje Kiya Lena PAK aor Bangladesh se Aor Tu bi Aapna Geyan Ya Mat Matte Tujme Himmat hai To Modi se Lad samja

    • @subodh0001
      @subodh0001 3 місяці тому

      @@mohdfarmanansari5395 Tu apna faltu ka gyan Prakash Ambedkar ne kya karna chaiye batara na isliye tumare so called intellectual class, Nawab, Zameendar jo ki RSS se 1000 saalo se mile hue the unhone kya karna chahiye woh batara hu. Khud tumhare so called intellectual class ne duniyabhar ke kand kare(Partition) aur hame gyan dera hame kya karna chahiye aur kitni seat ladna chahiye toh.

    • @mohdfarmanansari5395
      @mohdfarmanansari5395 3 місяці тому

      @@subodh0001 ..Aabe Baba BIM Raw Ambedkar ka Ham bi bhot samman karte Hai samja

    • @subodh0001
      @subodh0001 3 місяці тому

      @@mohdfarmanansari5395 Accha tere likhne se dhikra hai. Bhim ko Bim bolra tere Allah ko kuch bolu kya? Aur samman bolnese nahi kruti se dikhna chahiye. Aur jo tune aur iss dalal patrakar ne Prakash Ambedkar ke liye kaha usse nahi dikhra. Uss dalal patrakar Rashid Zaheer awkaad ke bahar bolra us MC ko tameez nahi aur chala hame binmagi advice karne. Aur baat ghum firke wahi aati, tum Pak, Bangladesh leke baithe ho aur hamse chahte ki hum chunav bhi na lade aisa doglapan late kaha se ho?

  • @dayanandgora7758
    @dayanandgora7758 3 місяці тому +5

    इनके अपने, अपने स्वार्थ ने बीजेपी को फिर मोका दे दिया.. क्या, कहे और किससे कहे..

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

  • @Kapilkumar-ji1mk
    @Kapilkumar-ji1mk 3 місяці тому +2

    मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश ......में कौन हराया इंडी गठबंधन को

  • @news9495
    @news9495 3 місяці тому +9

    संजीवनी वगेरा कूच्छ नहीं. ओ लोग BJP के लिए ही काम करते हैं। बस समाज के आंखों पर काली पट्टी बांध दी है। इसीलिए उन्हें पता नहीं चलता है।

  • @VijayaBtyy
    @VijayaBtyy 3 місяці тому

    Sahi baat hai.
    Ye dono jababdar ahi

  • @meenakamble9244
    @meenakamble9244 3 місяці тому +5

    Mayawati aur parkash bjp arty ke vip log jo bjp ko internal help karte hai dono ko dalit janta se kuch lena dena nahi hai jai bhim

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

    • @thelandofbuddha7127
      @thelandofbuddha7127 3 місяці тому

      चंद्रशेखर को एक भी सीट क्यों नहीं दी इलेक्शन से पहले तो चंद्रशेखर को उठा के घूम रहे थे साथ में वह सिर्फ मायावती के खिलाफ चंद्रशेखर का इस्तेमाल कर रहे थे किचन चंद्रशेखर का कद बड़ा हो गया साइड लाइन कर दिया

  • @thelandofbuddha7127
    @thelandofbuddha7127 3 місяці тому +1

    मैं खुद नहीं पता कि मायावती कभी बीजेपी आंदोलन से नहीं निकली काशीराम जी ने यह आंदोलन खड़ा किया था जेपी आंदोलन अलग है

  • @Angad_0585
    @Angad_0585 3 місяці тому +4

    मायवती हमेशा bjp की मदद करती है 😢😢😢

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

  • @magatwaghmare
    @magatwaghmare 3 місяці тому

    काँग्रेस +बीजेपी को वोट चाएये sc+St+Obc के लेकिन उसक नेतृव नही चाईये।
    कांग्रेस में सब उच्वर्णीय है और बीजेपी में भी
    उच्वर्णीय है कांग्रेस ने 70 साल तक राज किया और बीजेपी ने 20 साल तक राज किया
    तब कुछ नहीं कहा अब अंबेडकर वाद के विरोध में बीजेपी और कांग्रेस इसलिए प्रकाश अंबेडकर और मायावती अकिली लडाई

  • @AbdulSamad-fb6iy
    @AbdulSamad-fb6iy 3 місяці тому +5

    मै महाराष्ट्र से हूं और विषेश प्रकाश आंबेडकर के निर्वाचन क्षेत्र से हु
    कौम को बेजता है थरड कलास है पकया

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

    • @gajanansontakke7720
      @gajanansontakke7720 3 місяці тому

      जबान संभाल के बोल.

  • @brijbiharidinkar4506
    @brijbiharidinkar4506 3 місяці тому +1

    बहन जी इज ए ग्रेट लीडर,
    🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘

  • @ykk123
    @ykk123 3 місяці тому +7

    ये दोनों नींबू के बीज की तरह है को गाँव के लिए बनी खीर को ना खाएँगे और ना किसी को खाने देंगे ???

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

  • @rishikkumar4203
    @rishikkumar4203 3 місяці тому

    Aap sahi.kah.rshe.h

  • @Shorts9553
    @Shorts9553 3 місяці тому +7

    इन तीनों की असलियत पुरी तरह से देश के लोगों के सामने आनी चाहिए ता के अगली बार जनता इनको बिल्कुल ही नकार दे

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गठबंधन का बड़ा फैसला ।
      महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों तक किया अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का एलान ।
      धरने प्रदर्शन की बड़ी वजह आई सामने ।
      सुप्रिया श्रीनेत ने बताया चूंकि बीएसपी, वंचित बहुजन अघाड़ी और एआईएमआईएम के कारण इंडिया गठबंधन चुनाव नही जीत पाता इसलिए चुनाव आयोग से करेगा इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग ।
      उन्होंने आगे बताया कि अगर चुनाव आयोग इनके चुनाव लड़ने पर रोक नही लगाता है तो कांग्रेस इसको संयुक्त राष्ट्र संघ ले जाएगी तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील करेगी कि इंडी गठबंधन के सहयोगी दलों के अलावा सभी दलों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश भारत निर्वाचन आयोग को दे ।
      अगर भारत निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं करता है तो भारत पर आर्थिक, व्यापारिक एवं सामरिक प्रतिबंध लगा दिए जाएं ।
      सपा एवं शिवसेना सहित तमाम दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है और धरने प्रदर्शन में शामिल होने पर सहमति जताई है।

  • @sanjaydeore9770
    @sanjaydeore9770 3 місяці тому

    Jaybm🙏🤞👏♥️♥️♥️💙💙💙💐💐💐💐👑🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @dashrathrajaramsolanke4603
    @dashrathrajaramsolanke4603 3 місяці тому +12

    BJP के ये दोनो B टिम है संविधान बचाव मे उनका कोई भी योगदान नही रहा इसकी नोंद इतिहास लेगा😭😭😭

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में खतरे में था क्योंकि महाराष्ट्र में प्रकाश राव अंबेडकर थे और उत्तर प्रदेश में बहनजी थीं ।
      बाकी मध्य प्रदेश में संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 29/29 जीत लेती है।
      बिहार में संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां एनडीए 30/40 जीत लेता है।
      उत्तराखंड में भी संविधान खतरे में नही था । वहां भाजपा 5/5 जीत लेती है।
      दिल्ली में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 7/7 जीत लेती है ।
      छत्तीसगढ़ में भी संविधान खतरे में नही था क्योंकि वहां भाजपा 10/11 जीत लेती है ।
      उड़ीसा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 20/21 जीत लेती है ।
      अरुणाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 2/2 जीत लेती है ।
      आंध्र प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां एनडीए 21/25 जीत लेता है ।
      असम में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भाजपा 10/14 जीत लेती है ।
      गुजरात में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 25/26 जीत लेती है ।
      हिमाचल प्रदेश में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 4/4 जीत लेती है ।
      झारखंड में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/14 जीत लेती है ।
      कर्नाटक में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 17/28 और एनडीए ने 19/28 जीत ली ।
      राजस्थान में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 14/25 जीत गई ।
      तेलंगाना में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा 8/17 जीत लेती है। कांग्रेस ने भी इतनी ही जीती थी।
      त्रिपुरा में भी संविधान खतरे में नही था, वहां भी भाजपा ने 2/2 जीत ली ।
      इस प्रकार सिद्ध होता है कि संविधान सिर्फ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में ही खतरे में था क्योंकि ये लोग यहां पर स्वतंत्र दलित राजनीति को खत्म करना चाहते थे और उनका संविधान का मुद्दा इन्ही दोनों राज्यों तक सीमित था । बाकी देश ने इस मुद्दे को बुरी तरह नकार दिया था। चुल्ल दलितों को ही लगी थी बस ।

    • @pushpabrijeshgautam5694
      @pushpabrijeshgautam5694 3 місяці тому

      बीजेपी की B टीम BSP नहीं है l जो उसके साथ गठबंधन किए हैं उनको b टीम बोलो BSP को नहीं l

  • @brijbiharidinkar4506
    @brijbiharidinkar4506 3 місяці тому +1

    बहन जी आप संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं

  • @rafat_masood_official
    @rafat_masood_official 3 місяці тому +3

    दलित पिछड़े ओ बी सी मूलनिवासियों और आदिवासियों को अपने समाज के मनुवादियों को पहचानने की बुहत ज़रूरत है जैसे चिराग़ पासवान रामदास आठवले गुरु प्रकाश ओमप्रकाश राजभर जीतनराम मांझी नीतीश कुमार के सी त्यागी मायावती प्रकाश अंबेडकर आदि 👈👈

    • @RahulKumar-gh4zk
      @RahulKumar-gh4zk 3 місяці тому

      ये तो ओबैसी जी को भी बी टीम कहते है क्या आपको ऐसा लगता है।

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      वाह मसूद जी आपने तो सभी दलित समाज के नेताओं को ही मनुवादी दी बता दिया

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      मसूद जी राजनीति का षड्यंत्र समझिए यह दलित और मुसलमान को आपस में लड़ाने की साजिश है

    • @ArvindKumar-jf2gz
      @ArvindKumar-jf2gz 3 місяці тому

      इंडिया गंठबंधन से निवेदन है कि वो बसपा के लिए 'रोना न रोए '
      रोना हैं तो इनके लिए रोए
      1.बहन मायावती जी इंडिया गठबंधन में आई तो हम गठबंधन छोड़ देंगे (अखिलेश यादव जी और रामगोपाल यादव ने कहा)
      2.बहन मायावती जी को हमने इंडिया गठबंधन में शामिल होने के लिए बुलाया ही नहीं है (लालू यादव जी पत्रकारों का सवाल का जवाब देते हुए कहा)
      3.नीतीश कुमार जी लखनऊ आए तो अखिलेश यादव जीने नीतीश कुमार जी के सामने यह शर्त रख दी कि आप बहन मायावती जी से नहीं मिलोगे
      4. नीतीश कुमार जी को प्रधानमंत्री पद से रोकने के लिए अरविंद केजरीवाल जी और ममता बनर्जी ने मल्लिका अर्जुन खड़गे जी को प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा जबकि सच्चाई आज यह है संसदीय दल का नेता श्रीमती सोनिया गांधी जी को चुना गया है और विपक्ष का नेता राहुल गांधी जी को चुना गया है आज खड़गे यूजलेस हो चुके हैं आज खड़गे जी किसी गिनती में नहीं है जो कल तक खड़गे को प्रधानमंत्री बना रहे थे दलितों को ये बात कभी समझ नहीं आएगी उनका 'यूज एंड थ्रो ' हुआ है।
      5. महाराष्ट्र में महा विकास अगाडी में श्री प्रकाश अंबेडकर जी को गठबंधन में शामिल न कर यह वहां भी हारे। श्री प्रकाश अंबेडकर जी आखिरी वक्त तक इंडिया गठबंधन में शामिल होने की कोशिश करते रहे लेकिन श्री शरद पवार और उद्धव ठाकरे की वजह से उन्हें शामिल नहीं किया गया आज नतीजा सबके सामने हैं।
      6.आज यह प्रमाणित हो चुका है बहन मायावती जी और श्री प्रकाश अंबेडकर जी एक भी सीट नहीं जीत पाए हो लेकिन इन दोनों नेताओं को नजर अंदाज करने के कारण ही एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों हारे है बहन मायावती जी और श्री प्रकाश आंबेडकर जी के राजनीतिक कद ने इंडिया गठबंधन और एनडीए गठबंधन दोनों के अहंकार को चकनाचूर कर दिया
      Note: राजनीति में मंजिल मिलने पर ही खुश हुआ जाता है और सच्चाई यह है कि खुश कोई दल नहीं है कोई हारकर दुखी है कोई जीतकर दुखी है क्योंकि मंजिल किसी को नहीं मिली। अगर आप निष्पक्ष तरीके से आकलन करोगे तो पाओगे 2024 के लोकसभा आमचुनाव में सभी हारे हैं जीता कोई नहीं है यह इस चुनाव की वास्तविकता है पर इसे स्वीकार कोई नहीं करेगा सब अपने पक्ष के हिसाब से गुणा भाग करेंगे और कुछ नहीं

    • @gajanansontakke7720
      @gajanansontakke7720 3 місяці тому

      प्रकाश आंबेडकर सहाबकी बराबरी इन्से मत कर.तरी औकात नाही है.

  • @ShobhitGautam-v8i
    @ShobhitGautam-v8i 3 місяці тому

    इंडिया गठबंधन में बहन जी नहीं आई तो क्या हुआ चंद्रशेखर रावण को तो लेना चाहिए था आज का युवा नेता उसके साथ सभी लोगतो हैं

  • @bhujangrathod-tu5by
    @bhujangrathod-tu5by 3 місяці тому

    Good

  • @brijbiharidinkar4506
    @brijbiharidinkar4506 3 місяці тому

    बाबा तेरा मिशन अधूरा हम सब मिलकर करेंगे पूरा

  • @brijbiharidinkar4506
    @brijbiharidinkar4506 3 місяці тому +1

    बसपा का बहुत नुकसान हो रहा है लोगों को आगे बढ़कर बहन जी को वोट करना चाहिए

  • @anandkumar-xm5bu
    @anandkumar-xm5bu 3 місяці тому

    ❤❤

  • @ram_singh201
    @ram_singh201 3 місяці тому

    अगर उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस चुनाव न लड़े तो बीएसपी अकेले अपने दम पर 60 सीटर की शक्ति

  • @bhashkerstudyvlogs7574
    @bhashkerstudyvlogs7574 3 місяці тому +1

    आप लोगो का मतलब इंडिया में सिर्फ दो ही पार्टी चुनाव लड़े। फिर तो इसे तानाशाही कहेंगे क्या ऐसे ही संविधान और लोकतंत्र बचाएंगे विपक्ष वाले दूसरी पार्टी को चुनाव ना लड़ने देकर इस हिसाब से तो कांग्रेस को उड़ीसा में नहीं लड़ना चाहिए था

  • @ajendrakumar2845
    @ajendrakumar2845 3 місяці тому

    Bahanji jindabad

  • @brijbiharidinkar4506
    @brijbiharidinkar4506 3 місяці тому

    ISI tarah bahan ji aur prakash Ambedkar apni apni jagah chunav ladte rahe aur jitne ke liye koshish karte rahen

  • @PintuKushwah-ls8tl
    @PintuKushwah-ls8tl 2 місяці тому

    Bhai Satya kahani aapane aap na

  • @shrushtiganage3709
    @shrushtiganage3709 3 місяці тому

    आपकी टिप्पणी पोस्ट बहुत सुन्दर है

  • @RahulKumar-gh4zk
    @RahulKumar-gh4zk 3 місяці тому +1

    MP , Rajsthan , Utrakhand Himanchal ,मे कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली वह तो BJPऔर कांग्रेस में तो सीधी लड़ाई थी बल्कि वहाँ तो कांग्रेस तो बहुत बुरी तरह से हारी।

  • @laxminarayanchaudhary5307
    @laxminarayanchaudhary5307 3 місяці тому +1

    मायावती को INDIA गठबन्धन में लाने के लिए अंतिम दिन तक बहुत कोशिश हुई परन्तु वो अपनी जिद पर अड़ी रही।
    गठबन्धन में आ जाती तो 10-15 सीट जीत जाती

    • @pushpabrijeshgautam5694
      @pushpabrijeshgautam5694 3 місяці тому

      कोई कोशिश नहीं हुयी l अखिलेश यादव जी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर मायावती इंडिया गठबंधन में शामिल होंगी तो वो गठबंधन से निकल जायेगे l