आचार्य प्रशांत मूर्ख बना रहा है अपना एजेंडा बेच रहा है आचार्य प्रशांत बौद्ध धर्म की बात करता मैं कभी इसको किसी की सेवा करते नहीं देखा और रही गीता की बात तो गीता की जरूरत तुम लोगों को पड़ती है वेदांत कि मैं बिना भी वेदांत गीता के ही सत्य को जानता हूं आचार्य प्रशांत ने कल वीडियो में प्रकृति को सत्य बताया था प्रकृति ही सत्य कोई ईश्वर नहीं है यह बात में 20 10 साल से कर रहा हूं और कमेंट में मैं हर जगह यही बात लिखता हूं मेरी बात को आचार्य प्रशांत ने कह दिया कल की वीडियो में कल का वीडियो पूरा प्रकृति पर था की प्रकृति ही ईश्वर है और उसके आगे कोई नहीं है और हजारी प्रसाद अगर इतना ही बड़ा धार में है तो अपनी निशुल्क पुस्तक क्यों नहीं भेज देता मेरे पति पर भेज दे मुझे आचार्य प्रशांत की टीम में हिम्मत है की पूरी पुस्तक लेकिन अपना एजेंडा चल रहा है संदीप महेश्वरी ने सही कहा था जिनको आप अंधभक्त की तरह फॉलो मत करो बहुत सारे लोग आचार्य प्रशांत को करते हैं मैं इसको कभी अंधभक्त की तरफ फल नहीं करते उसकी कुछ विचारों से सहमत भी नहीं वीडियो में हर किसी की देखता हूं युटुब पर मनोरंजन के लिए सुनता भी हूं लेकिन आचार्य प्रशांत की हर बात से सहमत नहीं आचार्य प्रशांत की सबसे बड़ी पड़ती है कि पैसे कमा रहा है एयर कंडीशनर रूप में बैठा है कभी है और यूट्यूब जो है नितिन जानी खजूर भाई यह हर्ष साइन या संजय कुमार वगैरा या अदनान शेख ऑफिशियल और कहां से मिली बहुत साड़ी ब्लॉक से ऐसे यूट्यूब जो प्रतिदिन लोगों की सेवा जानी खजूर भाई कर मकान बनवा रहा है या कम से कम 500 मकान बनवा चुकी फ्री 10 लाख से ऊपर के मकान और खुद बनवेट हैं खुद बना बनती है अपनी टीम के साथ नहीं सामान भी लोगों को फ्री देते हैं संजय कुमार तो लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं और उपसर्ग सामान बढ़ती संजय कुमार की वीडियो देखो ऐसा लगता है कि व्यक्ति है क्या भगवान से भी ऊपर है क्योंकि उन लोगों की सेवा तो कारण कुछ ऐसी गरीब लोग रहते हैं जो सड़क पर भटक रहा है उसकी क्या सेवा करता आचार्य प्रशांत तो उनके सामने उनके पैर की दूरी बराबर नहीं है मैं इन लोगों को मानता हूं सही माने भगवान जो फ्री में सेव कर रहे हो उनसे प्रेरित में भी लोगों की सेवा कर रहा हूं आचार्य प्रशांत बैठकर ज्ञान देने वाला व्यक्ति है आगरा में तो नहीं वह तो अपनी मेरे पति पर मैं उन पुस्तकों को लोगों को वितरित करूंगा निशुल्क कागज में इतनी हिम्मत है यह तो पैसों का भूखा व्यक्ति है बाकी मुझे ना गीत से मतलब है ना वेदांत से नागपुर के बिना ही सब जान चुका हूं सत्य क्या है
मुझे जिसकी तलाश थी, वो मुझे मिल गए हैं ~~ आचार्य प्रशांत जो ज्ञान, न हमे घरों में मिलता है, नहीं मां - बाप देते हैं, नहीं स्कूल में, नहीं कॉलेज में मिलता है, वो हमें आचार्य जी से मिलता है।
यदि मुझे आज आचार्य जी नही मिले होते तो पता नही कहा होता ❤ कितने दुःख में दर्द में होता या होता ही नही ❤ कितना ज्यादा बेकार का गुस्सा आता था अज्ञान के चलते❤ मेरे दिन नही बदले है मेरा पूरा ही जीवन बदल गया है।❤❤ जब आप में से भी बहुत बहुत दुःख घेर ले तो हो सके तो बहुत जल्दी आचार्य जी का एक बार हांथ थाम के तो देखो ❤फिर पता चलता है सच्चा जीवन किया है ❤ हो सके तो ज्यादा देर न करे जल्दी ही जुड़ जाए ।❤ मैं चाहता हूं की आचार्य जी सब को मिले ❤
आचार्य जी के ज्ञान से पिछले चार सालो से जुड़ा हूँ ,,,, आचार्य जी के चलते वेगन हो सका , औरो को भी प्रेरणा मिली है एक निर्भीक जीवन जी पा रहा हूँ । आचार्य जी के ऑनलाइन सत्रों से 8 माह से जुड़ा हूँ , जीवन 360 ॰ बदल गया है 🔴🔵🟢🟠🟣
आज के समय भी यदि कोई आचार्य जी से दूर है तो बही कितने अभागे है ❤ मुझे कितना दुख इस बात का ही होता रहता है की यदि 2 3 साल पहले ही आचार्य जी मिल गए होते तो बहुत गलत काम करने से बच ही ज्यादा ❤ पर आप देर न करे और बहुत हुआ तुरंत आचार्य जी द्वारा गीता सत्रों से ही जुड़ जाए ।❤
धन्यवाद आचार्य जी यदि आप नही मिले होते तो हम अपने जीवन से इतने परेशान थे कि आत्म हत्या करने की सोच रहे थे लेकिन आपको सुनकर अब बहुत खुश रहते हूं और सब समस्या भी हैं उसी प्रकार लेकिन आपको पाकर हमने अपना नया जीवन शुरू किया है और बहुत मस्त हूं।
पुरुष स्वयं संघर्ष करता है इसलिए वो महिला को सम्मान तभी दे पाता है जब संघर्ष करती हुई महिला को देखता है। जब मुक्ति ही लक्ष्य है तो हम इन चार दीवारों में क्यों कैद है। झांसी की रानी लगती है सुंदर क्योंकि हाथ में तलवार है। तुम मानते हो कि तुम उस महिला के लायक नहीं हो, तुम्हें डर है कि वो किसी और पुरुष को चुन लेगी। ऐसा पुरुष किस काम का। उसे थोड़ा एक्सपोजर मिल जायेगा तो भाग जायेगा। दोनों को भरपूर आजादी है,फिर भी साथ रह रहे हैं। संबंधों की शुरुआत ही गलत है,हमें रिश्ते बनाना ही नहीं आता। दैहिक आधार पर या नैतिकता से रिश्ता बन जाता है वो कुछ दिन चलता है और टूट जाता है।
स्त्री, पुरुष से पहले तुम एक मनुष्य हो स्त्री पुरुष देह की बात है,लेकिन मनुष्य होना चेतन की बात है।मनुष्य अकेला ऐसा है,जो अपने शरीर का अतिक्रमण कर सकता है, और कहता है,मुझे इससे मुक्त होना है।
0:01 Intro 3:55 भारत में नारीवाद, शरीर और चेतना 11:51 भारत में महिलाओं की स्थिति 17:37 ग्रंथों में पुरुष स्त्री के लिए व्रत क्यों नहीं रखते? कालातीत व कालसापेक्ष। 28:49 वेदांत को मैनुअल मानें? 30:08 धर्म का मतलब सब छोड़ देना? 31:46 सम्यक उपयोग कैसे? 33:55 स्त्री-पुरुष अनुपात 38:16 क्या करें? समाधान? 44:37 हिंसा दोनों ओर से होती है।
@@Bholedsoza Bholedsoza agar bimar ko davai Leni hogi toh le lega aur agar usee bimari ke sweedha chaheye toh uski marji. Acharya Ji ka video uploaded hae iss mudde par
आचार्य जी का एक एक शब्द ,एक एक वाक्य ब्रह्म वाक्य है l आचार्य जी का ज्ञान तेजी से हमें सत्य की ओर ले जा रहा है lजैसे जैसे आचार्य जी को सुनती जा रही हूं अपनी अज्ञानता का बोध हो रहा है ,माया के प्रति सारे भ्रम टूट रहे हैं l मैंने कृष्ण को , बुद्ध को ,महावीर को ,कबीर साहब को नहीं देखा ,लेकिन मुझे आचार्य जी में ये सब नज़र आते हैं l कोटि कोटि नमन मेरे कृष्ण समान गुरुवर आचार्य प्रशांत को 🙏❤️
हमको एक सुन्दर,असली और अर्थपूर्ण जीवन जीने के लिए राह दिखाकर एक नया जीवन दिया है आपने। आपको जितना भी आभार व्यक्त करूँ कम ही है ।❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ प्रणाम आचार्य जी 🙏🏾❤️❤️❤️❤️
मनुष्य की ये जो पहचान है प्रश्न करने की जिज्ञासा जिसके मूल पर चेतना है हमे ऐसे ही सभी लड़कियों को भी देखना होगा ये हुआ असली नारीवाद-मनुष्यवाद। ~आचार्य प्रशांत
हमारी भूल यह है कि जो कुछ सामाजिक परंपरा से आ रहा है हमने सोच लिया वही तो धर्म है,धर्म वह नहीं है। धर्म की परिभाषा - भीतरी पीड़ा को मिटाने के लिए जो उपयुक्त कर्म किया जाता है, उसे धर्म बोलते हैं।, जो कुछ शांति दे दे,वह धर्म है। सही चुनाव, सार्थक कर्म ,यही धर्म। आचार्य जी 🙏😇
सारी समस्याओं का एक ही हल है और वह है अध्यात्म ,हमें फिर से भारत को वैदिक दर्शनों के पास लाना पड़ेगा। भारत को असली धर्म से जोड़ना पड़ेगा ~ आचार्य जी ❤❤
सीख- प्रश्न -उपवास क्या है? उप का अर्थ निकटता,और वास माने स्थित होना ( सच्चाई के पास बैठने को उपवास रहते हैं) प्रश्न -व्रत क्या है? मैं संकल्प उठाऊंगी की जीवन में मुझे ऊंचा से ऊंचा जाना है, यह है व्रत। अहंकार आत्मा की संगति में आ जाए यह उपवास झूठ सच की संगति में आ जाए यह है उपवास ~आचार्य जी 🙏😇
1. शास्त्र सिर्फ वोह है जो हमे मुक्ति दे. 2. वास्तविक नारीवाद वेदान्त दर्शन मे है. 3. मनुष्य होना चेतना की बात है. 4. वास्तविक अधिकार शोषण के विरुद्ध विद्रोह से मिलेंगे. 5. वास्तविक अधिकारो के लिए स्त्री को भी लडना होगा व्यवस्था से.
उपवास वहीं से आ रहा है जहाँ से उपनिषद आ रहे हैं। सच्चाई के पास बैठने को उपवास कहा जाता है। अहंकार आत्मा की संगति में आ जाए यही उपवास है। झूठ सच की संगति में आ जाए ये उपवास है। उपवास का अर्थ ये थोड़े ही है कि खाएंगे नहीं और खाएंगे तो कुट्टू का आटा ही खाएंगे। आम आदमी जिस धर्म का पालन करता है, और बहुत विश्वास के साथ कहता है कि "ये तो हमारा धर्म है न।" उसमें धर्म कहीं है ही नहीं। और आम आदमी अपनी उस परंपरा को, अपने व्यवहार को कायम सिर्फ़ इसलिए रख पा रहा है क्योंकि उसने वास्तविक ग्रंथ कभी पढ़े ही नहीं -आचार्य प्रशांत
दैनिक जागरण इंटरव्यू जो किताबें आपको ऊपर उठाए ,उसे ही शास्त्र ही कहा जा सकता है। बाकी हर किताब शास्त्र नहीं है। हमनें महिला को चेतना कहा है,इसलिए शक्ति कहा है। वेदांत ने स्त्री पुरुष का भेद ही खत्म कर दिया, इसलिए बराबर कर दिया है। वेदांत कहता है कि तुम्हें वहां ही पहुंचा दिया कि अब हमारी जरूरत ही न पड़े। जहां देवी आराधना की जाती है,जहां राधा को सम्मान दिया जाता है वहां भी लिंगानुपात बहुत कम है। क्लाइमेट चेंज,नारी उत्पीड़न की एक ही वजह है हमारे पास वास्तविक अध्यात्म नहीं है,जिसने हमको मात्र अज्ञानी ही नहीं हिंसक बना दिया है। भारत उन देशों में आता है जहां मांसाहार तेजी से बढ़ रहा है, जिन देशों में वन सबसे ज्यादा काटे जा रहे हैं,बच्चियां काटने में भारत आगे आ रहा है। भारत जोकि ज्ञान की जन्मभूमि था वो अज्ञान का अड्डा हो गया है। ज्ञान के अलावा अध्यात्म कुछ होता नहीं। भारत ने ज्ञान को छोड़ दिया और न जाने क्या पकड़ लिया को। उदारता हममें रही है,पर वो कम हो रही है। हमें हमारे ही वैदिक दर्शन के पास जाना पड़ेगा। भीतर ज्ञान आएगा तो लड़की को सड़क पर निकलते डर नहीं लगेगा।समस्या कानूनी ताकत की नहीं है, समस्या अंदरूनी ताकत की है। हिंसाएं दोनों करते हैं। महिला महिला की ही शोषक है। शोषक सबका ही शोषण करेगा। वो दृष्टि जिससे करुणा आती है वो अध्यात्म से ही आती है। खराब इंजन के साथ तो गाड़ी पहुंच जाती है,पर खराब चालक के साथ नहीं पहुंच पाती है। बच्चे की खातिर मां को आदर्श बनके सामने आना होगा। मां अगर घर में ही कैद हो गई तो उसका जीवन ही विकसित नहीं होता। मनुष्य का बच्चा बहुत सीखता है तभी जाके इंसान बन सकता है। काम और बच्चे के प्रति प्रेम दोनों साथ साथ चलेंगे। बच्चा भी आ जाए और काम भी न छूटे। एंप्लॉयर को ऐसी स्थिति देनी होगी कि महिला घर पर भी काम कर सके। पिता को भी ये कर्तव्य उठाना चाहिए कि वो भी बच्चे की देखभाल करें। मां को ये ख्याल भी रखना है कि मां खुद ही न डूब जाए। चीन में 60% महिलाएं बड़े पदों को संभाल रही है, जो ज़मीनी तथ्य उन्हें मानना चाहिए। जहां पुरुषों की सोच जितनी दकियानूसी है वो राष्ट्र डूबेगा। अमेरिका की महिलाओं का आर्म्ड फोर्सेस में जितना योगदान है, उतना किसी का भी नहीं। अमेरिका राज करता है ओलंपिक्स में महिलाओं के दम पर। महिलाओं की आत्महत्या ज्यादा है,किसानों की आत्महत्या से।एक बिंदु के आगे नहीं झेला जाता तो आत्महत्या कर लेती है। हममें गजब क्षमता आ गई है तथ्यों को झुठलाने को । किसी भी मनुष्य को सार्थक कर्म चाहिए तो हर लड़की को भी चाहिए।।
Sabse pehli bat agar likhna hain toh facts k sath likho...kaha likha hain ki females suicide rate jyada hain...iss puri duniya main sabse jyada suicide males karte hain... Kuch toh facts check karle...tune firse isko stri or purush main khel khela hain...stri ya purush nehi insan samajh sabko..
जीवन मे मज़बूती आ रही है , शरीर को मज़बूत बना रही हुँ, कर्तव्य मे कर्ता कौन है मै कौन हुँ इसको देखने की चेष्टा कर रही हुँ , यह बोध आपके कारण है अचार्य जी आभार 🙏🙏🙏🙏
जीवन के सबसे मुश्किल समय में आचार्य जी की शिक्षाओं ने मुझे टूटने, बर्बाद होने से बचा लिया। आपकी सीखें अपनी कमियाँ दिखाती हैं और उनमें सुधार का मार्ग भी। अब एक अलग-सी हिम्मत है परिस्थितियों का सामना करने की और एक अलग नज़रिया भी है जीवन के लिए जो पहले नहीं था।🙌😇 आपका आभार प्रकट करने के लिए शब्द नहीं हैं। आपकी सीखें टूटे हुए, हारे हुए, अवसादग्रस्त इंसान को उम्मीद दे सकती हैं। जीवन में भटके हुए इंसान को सही दिशा दे सकती हैं। सभी जीवों, पृथ्वी, प्रकृति के लिए आपकी जो सोच है वो सब तक पहुँचे ताकि यह विश्व व सबका जीवन बेहतर बनें, यही कामना है।🙏
मैं अभी 20 वर्ष का होने वाला हूँ, मुझे बचपन से मेरे मन में न जाने आस पास के चीजो को देखकर कितनी सवाल उठी पर मुझे कभी वैसा उत्तर नही मिला जैसा मै उम्मीद करता था । पर जब से मैंने आचार्य जी को सुनना शुरू किया है ऐसा लग रहा जैसे मैं इन्ही सभी प्रश्नो का उत्तर तो ढूंढ रहा था । मुझे पता है मेरे तरह ही अनेको लोगो का आपने मन में उठ रहे सवालों का उत्तर मिला होगा ।🙏🙏🙏
First time background music irrating lagi mujhe...pta nhi kyu..? sayad isiliye ki acharya ji ke ak ak sabd music se bhi bade hai...sirf unke sabd sunne ki adat hai...dhanywad...pranam acharya ji...🙏🙏🙏🙏
" जो किताब आपको ,आपकी असलियत से रूबरू कराती हो, और आपको मुक्ति की दिशा प्रेरित करती हो, सिर्फ उसको शास्त्र कहा जाएगा "।।
- आचार्य प्रशांत
💯👍
❤❤
MUKTI मतलब क्या
What is maturity of mind
@@SSR492ahankar , lobh , moh ,irshiya kam ho jaye aur jeevan saralta se chale .
स्त्री पुरुष देह की बात है
मनुष्य होना चेतना की बात है 💥💫
आचार्य जी जीवन दे रहे हैं निर्जीव लोगों को 💯🌟🙏
Kya gjb bat bole h ap 100/sahi bat h nirjiv h samaj humara jise jivit kr rhe h acharya ji koti naman acharya ji ko
जो आचार्य जी के गीता सत्रों से जुड़ गया वो नयी जिदंगी जीता है, समाज में फालतू चीजों के चक्कर में नहीं पड़ता
M hu abi bodh pratusha m live chlra h
आचार्य प्रशांत मूर्ख बना रहा है अपना एजेंडा बेच रहा है आचार्य प्रशांत बौद्ध धर्म की बात करता मैं कभी इसको किसी की सेवा करते नहीं देखा और रही गीता की बात तो गीता की जरूरत तुम लोगों को पड़ती है वेदांत कि मैं बिना भी वेदांत गीता के ही सत्य को जानता हूं आचार्य प्रशांत ने कल वीडियो में प्रकृति को सत्य बताया था प्रकृति ही सत्य कोई ईश्वर नहीं है यह बात में 20 10 साल से कर रहा हूं और कमेंट में मैं हर जगह यही बात लिखता हूं मेरी बात को आचार्य प्रशांत ने कह दिया कल की वीडियो में कल का वीडियो पूरा प्रकृति पर था की प्रकृति ही ईश्वर है और उसके आगे कोई नहीं है और हजारी प्रसाद अगर इतना ही बड़ा धार में है तो अपनी निशुल्क पुस्तक क्यों नहीं भेज देता मेरे पति पर भेज दे मुझे आचार्य प्रशांत की टीम में हिम्मत है की पूरी पुस्तक लेकिन अपना एजेंडा चल रहा है संदीप महेश्वरी ने सही कहा था जिनको आप अंधभक्त की तरह फॉलो मत करो बहुत सारे लोग आचार्य प्रशांत को करते हैं मैं इसको कभी अंधभक्त की तरफ फल नहीं करते उसकी कुछ विचारों से सहमत भी नहीं वीडियो में हर किसी की देखता हूं युटुब पर मनोरंजन के लिए सुनता भी हूं लेकिन आचार्य प्रशांत की हर बात से सहमत नहीं आचार्य प्रशांत की सबसे बड़ी पड़ती है कि पैसे कमा रहा है एयर कंडीशनर रूप में बैठा है कभी है और यूट्यूब जो है नितिन जानी खजूर भाई यह हर्ष साइन या संजय कुमार वगैरा या अदनान शेख ऑफिशियल और कहां से मिली बहुत साड़ी ब्लॉक से ऐसे यूट्यूब जो प्रतिदिन लोगों की सेवा जानी खजूर भाई कर मकान बनवा रहा है या कम से कम 500 मकान बनवा चुकी फ्री 10 लाख से ऊपर के मकान और खुद बनवेट हैं खुद बना बनती है अपनी टीम के साथ नहीं सामान भी लोगों को फ्री देते हैं संजय कुमार तो लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं और उपसर्ग सामान बढ़ती संजय कुमार की वीडियो देखो ऐसा लगता है कि व्यक्ति है क्या भगवान से भी ऊपर है क्योंकि उन लोगों की सेवा तो कारण कुछ ऐसी गरीब लोग रहते हैं जो सड़क पर भटक रहा है उसकी क्या सेवा करता आचार्य प्रशांत तो उनके सामने उनके पैर की दूरी बराबर नहीं है मैं इन लोगों को मानता हूं सही माने भगवान जो फ्री में सेव कर रहे हो उनसे प्रेरित में भी लोगों की सेवा कर रहा हूं आचार्य प्रशांत बैठकर ज्ञान देने वाला व्यक्ति है आगरा में तो नहीं वह तो अपनी मेरे पति पर मैं उन पुस्तकों को लोगों को वितरित करूंगा निशुल्क कागज में इतनी हिम्मत है यह तो पैसों का भूखा व्यक्ति है बाकी मुझे ना गीत से मतलब है ना वेदांत से नागपुर के बिना ही सब जान चुका हूं सत्य क्या है
@@VedantShiksha-oz5tmor live me bhai shahb comment kar rhe h😢
मैं संकल्प उठाउंगी कि मुझे जीवन में ऊँचे से ऊँचा जाना है, इसे व्रत कहते हैं।
-आचार्य प्रशांत
अद्भुत ✨️🙏🌿
Ha sahi kaha aapne karwa chauth ya Teej haritalika nahi
मुझे जिसकी तलाश थी, वो मुझे मिल गए हैं ~~ आचार्य प्रशांत
जो ज्ञान, न हमे घरों में मिलता है, नहीं मां - बाप देते हैं, नहीं स्कूल में, नहीं कॉलेज में मिलता है, वो हमें आचार्य जी से मिलता है।
Right
Mujhe bh🙏🙏🙏🙏
बिल्कुल सही 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Acharaya jii ko sunke ke saari doubt clear ho jata hai 🤗🤗
@@rahulkumar-wi9kq sahi baat
महान तार्किक व्यक्तित्व ❤❤❤❤
यदि मुझे आज आचार्य जी नही मिले होते तो पता नही कहा होता ❤ कितने दुःख में दर्द में होता या होता ही नही ❤ कितना ज्यादा बेकार का गुस्सा आता था अज्ञान के चलते❤ मेरे दिन नही बदले है मेरा पूरा ही जीवन बदल गया है।❤❤
जब आप में से भी बहुत बहुत दुःख घेर ले तो हो सके तो बहुत जल्दी आचार्य जी का एक बार हांथ थाम के तो देखो ❤फिर पता चलता है सच्चा जीवन किया है ❤ हो सके तो ज्यादा देर न करे जल्दी ही जुड़ जाए ।❤ मैं चाहता हूं की आचार्य जी सब को मिले ❤
Geeta se judiye
आचार्य जी के ज्ञान से पिछले चार सालो से जुड़ा हूँ ,,,, आचार्य जी के चलते वेगन हो सका , औरो को भी प्रेरणा मिली है
एक निर्भीक जीवन जी पा रहा हूँ ।
आचार्य जी के ऑनलाइन सत्रों से 8 माह से जुड़ा हूँ , जीवन 360 ॰ बदल गया है
🔴🔵🟢🟠🟣
शरीर बीमार हो जाए तो कोई बात नहीं,
जिंदगी बीमार नहीं होनी चाहिए |❤❤❤
Kya baat !!
चलो इतना आगे नहीं बढ़ते। मन और शरीर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। मानसिक स्वास्थ्य के लिए शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखना ज़रूरी है।
शरीर अपंग हो,पर मन अपंग नही होना चाहिए। मन की चेतना उच्च होनी चाहिए।।
सारी बाध्यताएं स्वार्थ का दूसरा नाम है।
~आचार्य प्रशांत
अध्यात्म त्याग की नहीं
सही उपयोग की बात करता है
आचार्य जी 🌼💫🙏
आचार्य जी आप मिल गए नया जीवन मिल गया है।❤❤मुझे तो ❤ आज में सही जी पा रहा हूं ❤
बात को गहराई से समझने के लिए गीता सत्रों से जुड़े ❤
आज के समय भी यदि कोई आचार्य जी से दूर है तो बही कितने अभागे है ❤ मुझे कितना दुख इस बात का ही होता रहता है की यदि 2 3 साल पहले ही आचार्य जी मिल गए होते तो बहुत गलत काम करने से बच ही ज्यादा ❤ पर आप देर न करे और बहुत हुआ तुरंत आचार्य जी द्वारा गीता सत्रों से ही जुड़ जाए ।❤
shi kha bhai meri life bhi badal rhi he
Acharya ji se meri life hi change ho gai. ek sachche guru hain acharya ji.
dhanywad acharya ji 🙏
Same here💝
Kya change aaya hai ??
धन्यवाद आचार्य जी यदि आप नही मिले होते तो हम अपने जीवन से इतने परेशान थे कि आत्म हत्या करने की सोच रहे थे लेकिन आपको सुनकर अब बहुत खुश रहते हूं और सब समस्या भी हैं उसी प्रकार लेकिन आपको पाकर हमने अपना नया जीवन शुरू किया है और बहुत मस्त हूं।
पुरुष स्वयं संघर्ष करता है इसलिए वो महिला को सम्मान तभी दे पाता है जब संघर्ष करती हुई महिला को देखता है।
जब मुक्ति ही लक्ष्य है तो हम इन चार दीवारों में क्यों कैद है। झांसी की रानी लगती है सुंदर क्योंकि हाथ में तलवार है।
तुम मानते हो कि तुम उस महिला के लायक नहीं हो, तुम्हें डर है कि वो किसी और पुरुष को चुन लेगी। ऐसा पुरुष किस काम का। उसे थोड़ा एक्सपोजर मिल जायेगा तो भाग जायेगा।
दोनों को भरपूर आजादी है,फिर भी साथ रह रहे हैं।
संबंधों की शुरुआत ही गलत है,हमें रिश्ते बनाना ही नहीं आता। दैहिक आधार पर या नैतिकता से रिश्ता बन जाता है वो कुछ दिन चलता है और टूट जाता है।
💯 correct
Toh tum kaise RISHTE banate ho
Bhai yeh toh rhyme kar raha hae😮
My life changed by listening acharya prashant he is the true darmrakshak in the Era where dharma has been politicized so harshly.
स्त्री, पुरुष से पहले तुम एक मनुष्य हो स्त्री पुरुष देह की बात है,लेकिन मनुष्य होना चेतन की बात है।मनुष्य अकेला ऐसा है,जो अपने शरीर का अतिक्रमण कर सकता है, और कहता है,मुझे इससे मुक्त होना है।
"स्त्री " आचार्य ज़ी की श्रेष्ठ पुस्तक है !
सबको पढ़नी चाहिए ! ❤
Mujhe ye book chahiye, kaise milegi
@@rameshvaid2656 online mil jayagi Amazon pr
@@rameshvaid2656 unke application se aap e- book le sakte h bas 21rs me!
Ya unke channel pr link diya jata h books ka waha ja k khrid skte h
@@rameshvaid2656आजकाल तो हर जगह आचार्य जी का बुक स्टॉल लगायाजाता है आप यूट्यूब पर भी फॉलो ऑफ कर सकतेहैं
@@rameshvaid2656 ऑनलाइन मिल जाएगी
*हम लिंग नहीं है, हम मनुष्य हैं।*
*मनुष्य माने चेतना*
स्त्री हो या पुरुष दोनों ही चेतना मात्र हैं। स्वयं को चेतना जान कर मुक्ति का प्रयास ही मनुष्य मात्र का धर्म है। 🙏
🏹सच मेरा आधार है और निर्भयता मेरा तरीका, बात खतम 🏹
~Acharya Prasant
0:01 Intro
3:55 भारत में नारीवाद, शरीर और चेतना
11:51 भारत में महिलाओं की स्थिति
17:37 ग्रंथों में पुरुष स्त्री के लिए व्रत क्यों नहीं रखते? कालातीत व कालसापेक्ष।
28:49 वेदांत को मैनुअल मानें?
30:08 धर्म का मतलब सब छोड़ देना?
31:46 सम्यक उपयोग कैसे?
33:55 स्त्री-पुरुष अनुपात
38:16 क्या करें? समाधान?
44:37 हिंसा दोनों ओर से होती है।
👏👏🌟
Baba jara Manusmriti ka Bhi ullekh krr dete 😂 With Sarsavati puran 😂
@@Bholedsoza बहुत बोला हुआ है उन्होंने इस पर। जाकर सर्च करो और सुन लो
@@Bholedsoza..bola he..unhone...aap search kr ke sun sakte he
@@Bholedsoza
Bholedsoza agar bimar ko davai Leni hogi toh le lega aur agar usee bimari ke sweedha chaheye toh uski marji. Acharya Ji ka video uploaded hae iss mudde par
आचार्य जी का एक एक शब्द ,एक एक वाक्य ब्रह्म वाक्य है l आचार्य जी का ज्ञान तेजी से हमें सत्य की ओर ले जा रहा है lजैसे जैसे आचार्य जी को सुनती जा रही हूं अपनी अज्ञानता का बोध हो रहा है ,माया के प्रति सारे भ्रम टूट रहे हैं l मैंने कृष्ण को , बुद्ध को ,महावीर को ,कबीर साहब को नहीं देखा ,लेकिन मुझे आचार्य जी में ये सब नज़र आते हैं l कोटि कोटि नमन मेरे कृष्ण समान गुरुवर आचार्य प्रशांत को 🙏❤️
हमको एक सुन्दर,असली और अर्थपूर्ण जीवन जीने के लिए राह दिखाकर एक नया जीवन दिया है आपने। आपको जितना भी आभार व्यक्त करूँ कम ही है ।❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
प्रणाम आचार्य जी 🙏🏾❤️❤️❤️❤️
हमारे आचार्य जी वास्तव में हम सब के बहुत उच्च सेलिब्रिटी हैं कोटि कोटि नमन है आपको
"स्त्री पुरुष होना देह की बात है परंतु मनुष्य होना चेतना की बात है।"
आचार्य प्रशांत 🙏
Aapse milne ke baad jindagi badal gayi hai acharya ji❤❤❤
I love Acharya Prashant's HONESTY. ❤
मनुष्य की ये जो पहचान है प्रश्न करने की जिज्ञासा जिसके मूल पर चेतना है हमे ऐसे ही सभी लड़कियों को भी देखना होगा ये हुआ असली नारीवाद-मनुष्यवाद।
~आचार्य प्रशांत
अब इस चैनल पर कुछ देखने लायक बात हो रही है👌🏻👌🏻
आचार्य जी को आप उनका चैनल से देख सकते हो ❤
आचार्य जी को विश्व के हर मन में होना चाहिए 🙏🌄
feeling very proud of this man reaching every news platform these days.
He's saved me😁
आचार्य जी प्रणाम
आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें
अभी वर्तमान में सिर्फ आचार्य प्रशांत ही एक ऐसा व्यक्ति हैं जो पूरा देश ही नहीं पूरी दुनिया को सही दिशा मे मोर सकते सिर्फ आचार्य प्रशांत ही
शत् शत् नमन आचार्य जी को ❤❤❤❤❤
स्त्री और पुरुष दोनों को अपने को देह कम मानकर और ज़्यादा चेतना मानकर अपनी conscious को better करना होगा।
Thank you sir.❤🙏
Who is here after Acharya Prashant's community post
❤
Me
Not me.
मै भी
What's the post?
✋
हमारी भूल यह है कि जो कुछ सामाजिक परंपरा से आ रहा है हमने सोच लिया वही तो धर्म है,धर्म वह नहीं है।
धर्म की परिभाषा -
भीतरी पीड़ा को मिटाने के लिए जो उपयुक्त कर्म किया जाता है, उसे धर्म बोलते हैं।, जो कुछ शांति दे दे,वह धर्म है।
सही चुनाव, सार्थक कर्म ,यही धर्म।
आचार्य जी 🙏😇
आचार्य जी जब से आपको सुना है तब से और दूसरे धर्म गुरुओं को नही सुना है और ना ही वो सब हमे अच्छे लगते हैं,
Baaki sab pakhand karte hai bas
विश्व की सभी समस्याओं का हल, वेदांत को जीवन में उतारने से ही होगा।
आचार्य प्रशान्त 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Faminism का सही अर्थ आचार्य जी ने बताया है। स्त्री देह मात्र नहीं है वह एक चेतना है। पुरुष हो या महिला हो दोनों को मनुष्य की तरह देखना है।
I don't like Denik Jagran, but I love to watch Acharya parasant ji❤
आचार्य जी का इंटरव्यू लेने के लिए धन्यवाद ❤❤❤❤
Modern Light Of Asia 🙏🙏🙏🚩
🌺अध्यात्म का मतलब ही है ज्ञान।
आचार्य जी सादर प्रणाम
Great Personality Prashant Acharya Sir 📚🖊️📖✏️
❤❤
मनुष्य होना चेतना की बात है।
सारी समस्याओं का एक ही हल है और वह है अध्यात्म ,हमें फिर से भारत को वैदिक दर्शनों के पास लाना पड़ेगा। भारत को असली धर्म से जोड़ना पड़ेगा ~ आचार्य जी ❤❤
Waah dhanyawad achrya ji namaste sir ❤ kya baat hai ❤
हर पुरानी किताब शास्त्र नहीं होते।
आचार्य श्री 🙏❤️
Our Acharya ji ❤ is extremely.... Extremely Higher ❤🔥💙🙏💯
स्त्री चेतना है और यह वही चेतना है जो पुरुषों में है इसलिए स्त्री को शक्ति कहा गया है ~ आचार्य जी ❤
गीता से जुड़ने के बाद हम स्त्री पुरुष देह को अच्छी तरह से समझ पाते हैं।ये हमे भगवद गीता ही सिखा पाती है।
आचार्य प्रशांतजी को बहुत बहुत नमन ❤❤❤
My guru my ideal ❤pranam acharya ji🙏🏻
Love you aachariye ji ❤❤
नारीवाद हो या climate change हो कुछ भी great करणे के लिये एक ही चीझ काफी हैं अद्यातम से आत्मज्ञान की और बढना शत शत नमन आचार्य जी सत्यमेव जयते🙏🙏❤️😍
बहुत ही शानदार और महान विचार आचार्य जी का ,सिर्फ सुनने से लाभ नहीं होगा ,ज्ञान को अपने आचरण में भी लाना होगा🙏🙏👏❤️
Gratitude Acharya ji
Mukti hi life ka purpose hai
Self Dissolution
Acharya Prashant 🚩🙏❤
सीख-
प्रश्न -उपवास क्या है?
उप का अर्थ निकटता,और वास माने स्थित होना ( सच्चाई के पास बैठने को उपवास रहते हैं)
प्रश्न -व्रत क्या है?
मैं संकल्प उठाऊंगी की जीवन में मुझे ऊंचा से ऊंचा जाना है, यह है व्रत।
अहंकार आत्मा की संगति में आ जाए यह उपवास
झूठ सच की संगति में आ जाए यह है उपवास
~आचार्य जी 🙏😇
उप का अर्थ निकटता और वास का अर्थ स्थित होना
आचार्य प्रशांत जी love you ❤❤❤
Great person in the 🌎
मनुष्य होना चेतना की बात है प्रणाम आचार्य जी🙏🏻
Pranaam Acharya Prashant ji 🙏🏻🙏🏻
We Love you
चेतना का चुनाव ही इंसान को वास्तविक इंसान बनाता है
मनुष्य होना चेतना की बात है
सभी समस्याओंका समाधान है अध्यात्म। जब सारे अध्यात्म के रास्ते पर चलेंगे तो सभी समस्या अपने आप कम होगी।
बहुत अच्छा इंटरव्यू है।।
आपको आचार्य प्रशांत जी से बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है । आपके भ्रम तोड़ने का काम करते हैं आचार्य जी।
सही चीज़ को पकड़ने का अर्थ सिर्फ़ ये नहीं होता कि आप सही रास्ते पर हैं। उसका ये भी अर्थ है कि अब आप ग़लत रास्ते पर नहीं हैं।👍
Acharya Ji is best.
मानव जीवन का उद्देश्य मुक्ति है।
ज्यों ज्यों आप आचार्य जी को सुनते जाओगे और मनन चिंतन करोगे, आपका जीवन बेहतर और बेहतर बनेगा। प्रणाम आचार्य जी ❤🙏❣️
Pranam Guruji 🙏🙏🙏
आत्म ज्ञान के प्रकाश में,
अंधे कर्म सब त्याग दो।
निराश हो निर्मम बनो,
ताप रहित बस युद्ध हो।।
1. शास्त्र सिर्फ वोह है जो हमे मुक्ति दे.
2. वास्तविक नारीवाद वेदान्त दर्शन मे है.
3. मनुष्य होना चेतना की बात है.
4. वास्तविक अधिकार शोषण के विरुद्ध विद्रोह से मिलेंगे.
5. वास्तविक अधिकारो के लिए स्त्री को भी लडना होगा व्यवस्था से.
मनुष्य बड़ा(ऊंचा) अपनी चेतना के बल पर होता है ना की आपने पद,नाम,लिख, उम्र, सत्ता, से
वेदों का दर्शन वेदांत है 🙏
Samaj ko yah batane ke liye ki nari bhi manushya hai koti koti dhanyawad acharya ji🙏🙏🙏
Parnam acharya ji 🙏
Pranam Gurudev
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏
आचार्य जी को बिना बैकग्राउंड म्यूजिक से सुनने की आदत है, ये किसने लगा दिया है ? उनके शब्दो को कोई बैकग्राउंड म्यूजिक की जरूरत नहीं है।
उपवास वहीं से आ रहा है जहाँ से उपनिषद आ रहे हैं।
सच्चाई के पास बैठने को उपवास कहा जाता है।
अहंकार आत्मा की संगति में आ जाए यही उपवास है।
झूठ सच की संगति में आ जाए ये उपवास है।
उपवास का अर्थ ये थोड़े ही है कि खाएंगे नहीं और खाएंगे तो कुट्टू का आटा ही खाएंगे।
आम आदमी जिस धर्म का पालन करता है, और बहुत विश्वास के साथ कहता है कि "ये तो हमारा धर्म है न।"
उसमें धर्म कहीं है ही नहीं।
और आम आदमी अपनी उस परंपरा को, अपने व्यवहार को कायम सिर्फ़ इसलिए रख पा रहा है क्योंकि उसने वास्तविक ग्रंथ कभी पढ़े ही नहीं
-आचार्य प्रशांत
Naman acharya ji🙏🙏🙏
दैनिक जागरण इंटरव्यू
जो किताबें आपको ऊपर उठाए ,उसे ही शास्त्र ही कहा जा सकता है। बाकी हर किताब शास्त्र नहीं है।
हमनें महिला को चेतना कहा है,इसलिए शक्ति कहा है।
वेदांत ने स्त्री पुरुष का भेद ही खत्म कर दिया, इसलिए बराबर कर दिया है। वेदांत कहता है कि तुम्हें वहां ही पहुंचा दिया कि अब हमारी जरूरत ही न पड़े।
जहां देवी आराधना की जाती है,जहां राधा को सम्मान दिया जाता है वहां भी लिंगानुपात बहुत कम है।
क्लाइमेट चेंज,नारी उत्पीड़न की एक ही वजह है हमारे पास वास्तविक अध्यात्म नहीं है,जिसने हमको मात्र अज्ञानी ही नहीं हिंसक बना दिया है। भारत उन देशों में आता है जहां मांसाहार तेजी से बढ़ रहा है, जिन देशों में वन सबसे ज्यादा काटे जा रहे हैं,बच्चियां काटने में भारत आगे आ रहा है। भारत जोकि ज्ञान की जन्मभूमि था वो अज्ञान का अड्डा हो गया है। ज्ञान के अलावा अध्यात्म कुछ होता नहीं। भारत ने ज्ञान को छोड़ दिया और न जाने क्या पकड़ लिया को।
उदारता हममें रही है,पर वो कम हो रही है। हमें हमारे ही वैदिक दर्शन के पास जाना पड़ेगा।
भीतर ज्ञान आएगा तो लड़की को सड़क पर निकलते डर नहीं लगेगा।समस्या कानूनी ताकत की नहीं है, समस्या अंदरूनी ताकत की है। हिंसाएं दोनों करते हैं।
महिला महिला की ही शोषक है। शोषक सबका ही शोषण करेगा। वो दृष्टि जिससे करुणा आती है वो अध्यात्म से ही आती है।
खराब इंजन के साथ तो गाड़ी पहुंच जाती है,पर खराब चालक के साथ नहीं पहुंच पाती है।
बच्चे की खातिर मां को आदर्श बनके सामने आना होगा। मां अगर घर में ही कैद हो गई तो उसका जीवन ही विकसित नहीं होता। मनुष्य का बच्चा बहुत सीखता है तभी जाके इंसान बन सकता है।
काम और बच्चे के प्रति प्रेम दोनों साथ साथ चलेंगे। बच्चा भी आ जाए और काम भी न छूटे। एंप्लॉयर को ऐसी स्थिति देनी होगी कि महिला घर पर भी काम कर सके। पिता को भी ये कर्तव्य उठाना चाहिए कि वो भी बच्चे की देखभाल करें। मां को ये ख्याल भी रखना है कि मां खुद ही न डूब जाए।
चीन में 60% महिलाएं बड़े पदों को संभाल रही है, जो ज़मीनी तथ्य उन्हें मानना चाहिए। जहां पुरुषों की सोच जितनी दकियानूसी है वो राष्ट्र डूबेगा। अमेरिका की महिलाओं का आर्म्ड फोर्सेस में जितना योगदान है, उतना किसी का भी नहीं। अमेरिका राज करता है ओलंपिक्स में महिलाओं के दम पर।
महिलाओं की आत्महत्या ज्यादा है,किसानों की आत्महत्या से।एक बिंदु के आगे नहीं झेला जाता तो आत्महत्या कर लेती है। हममें गजब क्षमता आ गई है तथ्यों को झुठलाने को । किसी भी मनुष्य को सार्थक कर्म चाहिए तो हर लड़की को भी चाहिए।।
Sabse pehli bat agar likhna hain toh facts k sath likho...kaha likha hain ki females suicide rate jyada hain...iss puri duniya main sabse jyada suicide males karte hain... Kuch toh facts check karle...tune firse isko stri or purush main khel khela hain...stri ya purush nehi insan samajh sabko..
👏👏🌟
Aacharya g ko sunte hain to asa lagta hai hamara parmpita parmeshvar bol rha hai Apne baccho ko achha soch KR ❤❤❤❤❤❤❤❤
Dhanyawad acharya ji 😊🙏🙏
जीवन मे मज़बूती आ रही है , शरीर को मज़बूत बना रही हुँ, कर्तव्य मे कर्ता कौन है मै कौन हुँ इसको देखने की चेष्टा कर रही हुँ , यह बोध आपके कारण है अचार्य जी आभार 🙏🙏🙏🙏
जीवन के सबसे मुश्किल समय में आचार्य जी की शिक्षाओं ने मुझे टूटने, बर्बाद होने से बचा लिया। आपकी सीखें अपनी कमियाँ दिखाती हैं और उनमें सुधार का मार्ग भी। अब एक अलग-सी हिम्मत है परिस्थितियों का सामना करने की और एक अलग नज़रिया भी है जीवन के लिए जो पहले नहीं था।🙌😇
आपका आभार प्रकट करने के लिए शब्द नहीं हैं। आपकी सीखें टूटे हुए, हारे हुए, अवसादग्रस्त इंसान को उम्मीद दे सकती हैं। जीवन में भटके हुए इंसान को सही दिशा दे सकती हैं। सभी जीवों, पृथ्वी, प्रकृति के लिए आपकी जो सोच है वो सब तक पहुँचे ताकि यह विश्व व सबका जीवन बेहतर बनें, यही कामना है।🙏
मैं अभी 20 वर्ष का होने वाला हूँ, मुझे बचपन से मेरे मन में न जाने आस पास के चीजो को देखकर कितनी सवाल उठी पर मुझे कभी वैसा उत्तर नही मिला जैसा मै उम्मीद करता था ।
पर जब से मैंने आचार्य जी को सुनना शुरू किया है ऐसा लग रहा जैसे मैं इन्ही सभी प्रश्नो का उत्तर तो ढूंढ रहा था ।
मुझे पता है मेरे तरह ही अनेको लोगो का आपने मन में उठ रहे सवालों का उत्तर मिला होगा ।🙏🙏🙏
आचार्य जी से जुड़ने के बाद पता लगता है कि आप जी ही नहीं रहे थे।। 🙏
ऊँची सोच ऊँचा काम 👌🙏👍
Acharya Ji salute for your work 👏🏻👏🏻👏🏻
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
जब से आचार्य जी को सुना है और किसी गुरु को सुनने का मन ही नहीं होता
pranam gurudev❤❤you are true well wisher of women's 🙏🏻🙏🏻
First time background music irrating lagi mujhe...pta nhi kyu..? sayad isiliye ki acharya ji ke ak ak sabd music se bhi bade hai...sirf unke sabd sunne ki adat hai...dhanywad...pranam acharya ji...🙏🙏🙏🙏