कुमाऊनी गीत बेडु पको को प्रसिद्धि दिलाने में मोहन उप्रेती जी का ही योगदान सर्वोपरि है। ब्रजेन्द्र शाह जी द्वारा लिखित इस गीत को मोहन जी द्वारा दी गयी इस कर्णप्रिया धुन ने ही इतना माधुर्य और प्रसिद्ध किया है। आज कुमाऊँ में ऐसे कलाकार विरले ही सुलभ हैं. बारामास को मोहन उप्रेती जी से जुड़े संस्मरण को प्रस्तुत करने हेतु धन्यवाद।
बारामाशा के इतने कम सब्सक्राइबर प्रतीत करवाते है की वर्तमान में क्वालिटी कंटेंट की इतनी दुर्दशा क्यों हो रही है !! उत्तराखंड की जनता द्वारा भी उत्तराखंड की आवाज का इतना कम सपोर्ट दुखद है !! धन्यवाद है चैनल के निर्माता, निर्देशक और प्रस्तुत करता को !!
"बारामासा"की दो लोक कलाकारों की उत्तराखंड के साँस्कृतिक धरोहर को जनसामान्य तक और विश्व प्रसिद्धि बनने की कहानी भरी इस प्रस्तुति को हमेशा की तरह दिलों तक पहुँचाने के लिए बहुत बहुत बधाई। उदिता देवरानी जी जी ने ही बारामासा में "बेडू पाको बारामासा"के प्रसिद्ध होने की प्रस्तुति भी दी थी,आज फिर आपको स्वर्गीय मोहन उप्रेती जी एवं स्वर्गीय नईमा खान जी अविस्मरणीय रचनाओं के संस्मरण के इस अंक को प्रस्तुत करने का सौभाग्य मिला, इस हेतू बधाई। धन्यवाद❤
Mai Halhi mai baramasa se Judi hu. Baramasa kafi aacha content dete hai. Apne uttrakhand ke bare mai kafi mai baate jaanne ka moka milta hai. Dhanyawad ❤.
बहुत बहुत धन्यवाद बारामासा 🙏 बहुत अच्छा लगा बेड़ू पाको boy और नईमा खान के बारे में जानकर और उन्होंने हमारे कुमाऊँ की संस्कृति को जीवित रखा पूरे विश्व मे एक अलग पहचान दिलाई । बहुत बहुत धन्यवाद इसे हम तक पहुँचाने के लिए 🙏🙏
आगे भी इसी तरह की प्रस्तुति लाते रहे ताकि आज के युवा को भी अपनी संस्कृति की जानकारी हो.. ये सही मायने मे कला और संगीत होता है जो समाज को बदल सके.. काश आज का युवा भी सोशल मीडिया से कुछ वक्त निकाल कर ऐसे कार्यक्रम देखे और सीखे
Love you Baramaasa ❤EK AAWAZ PAHAD KI ❤❤ VIDESH MAIN REH KR BHI PAHAD KI YAAD TAJA KR DETA HAI AUR AAPNI SANSKRITI KI KNOWLEDGE BHI DETA HAI LOVE YOU ❤❤
waah kya daur rha hoga . kya log rhe honge. mera payara almora . yai daur or inki khta sunke hi khyalo me kho sa gya me ❤❤❤❤ emotional pyar in mhan hasty ko mera naman thankyou barmasa 😊😊😊
Thanks to Baramasa team for educating, with this amazing and beautiful episode and sharing this historical update about these two beautiful artists from Almora, Uttrakhand. I am very impressed by their struggle and how they managed to succeed and achieve this milestone of promoting rich culture of our state. Jai Uttrakhand.
उदिता जी द्वारा मोहन उप्रेती जी और नईमा खान के बारे में बहुत ही सुन्दर जानकारी विस्तार से दी गयी। बहुत अच्छा लगा. कार्यक्रम बारामासा में विरासत के टहत बहुत हाय अच्छी और महत्त्वापूर्ण जानकारी दी जाति जो बहुत ही उपयोग और ज्ञानवर्धक होती है। जिसके लिए आपका बहुत आभार और आपको बहुत बहुत हार्दिक बधाई देता हूँ। मोहन उप्रेती जी उत्तराखंड लोककला के मूर्धन्य कलाकार, निर्देशक और बेहद ही बेमिशाल इंसान थे. उत्तराखंड के लोक साहित्य, लोक संगीत इतिहास में उनका व नईमा जी का योगदान आविस्मरणीय रहेगा. इन दोनो महान कलाकारों को शत शत नमन और श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ।
बारामासा I have great respect fo😢r the late Mohan Upreti. This may not be in your record but in 1958 this couple visited Pauri in district Gathwal. In those days we did not have good places to perform musical live performances I was in 10th class and near my DAV school there was a place where one can perform. I was there and had the opportunity to see the live performances of Mohan jee Naima Khan. I remember one song पार रे भीढ़ा को च घसियारी मालू हे मालू ने काटी ??? दीदी को नाम रामदुलारी धन सिंह मीणा तेरी अन्वारी**** love' the song. FYI this song was sung by the Indian Army during the second world war when Britishers sent the India Army to Germany. or some other place. This song is much older than you think. Rest you are the best world
वो बारामासा नहीं, बाडामासा (बड़ा महीना) होता है, बाडामास (ज्येष्ठ का महीना) होता है, क्योंकि बेडु ज्येष्ठ के महीने में पकते हैं, बारामासा (12 महीने) नहीं पकते।
उत्तराखंड बनने के बाद अल्मोड़ा को वह पहचान नहीं बन जो पहले थी यहां पर किसी भी प्रकार के महत्वपूर्ण संस्थान को नहीं बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। यहां पर शिक्षा का सबसे प्राचीन स्थान होते हुए भी किसी प्रकार का बड़ा शैक्षणिक संस्थान नहीं बनाया गया।
Sampradayikta ka vish ghol diya ? Kya baat kar rahe ho History nhi pdi kya kbhi., ek do achhe log mil jaate to tum log pighal jaate ho. Story ko story ki trh dekho.. ye ek do story mil jaati hain kahi bhi. Sampradayikta ka vish to pehle se ghula hua hai nhi to Pakistan bnta aaj?
कुमाऊनी गीत बेडु पको को प्रसिद्धि दिलाने में मोहन उप्रेती जी का ही योगदान सर्वोपरि है। ब्रजेन्द्र शाह जी द्वारा लिखित इस गीत को मोहन जी द्वारा दी गयी इस कर्णप्रिया धुन ने ही इतना माधुर्य और प्रसिद्ध किया है। आज कुमाऊँ में ऐसे कलाकार विरले ही सुलभ हैं.
बारामास को मोहन उप्रेती जी से जुड़े संस्मरण को प्रस्तुत करने हेतु धन्यवाद।
" कुमाऊनी " ❌❌❌❌❌==> " कुमाऊँनी "✅✅
" पको " ❌❌❌❌❌❌===> " पाको " ✅✅
" कर्णप्रिया " ❌❌❌❌❌ ===> " कर्णप्रिय " ✅✅
" बारामास " ❌❌❌❌❌===> " बारामासा " ✅✅
बारामाशा के इतने कम सब्सक्राइबर प्रतीत करवाते है की वर्तमान में क्वालिटी कंटेंट की इतनी दुर्दशा क्यों हो रही है !!
उत्तराखंड की जनता द्वारा भी उत्तराखंड की आवाज का इतना कम सपोर्ट दुखद है !!
धन्यवाद है चैनल के निर्माता, निर्देशक और प्रस्तुत करता को !!
"बारामासा"की दो लोक कलाकारों की उत्तराखंड के साँस्कृतिक धरोहर को जनसामान्य तक और विश्व प्रसिद्धि बनने की कहानी भरी इस प्रस्तुति को हमेशा की तरह दिलों तक पहुँचाने के लिए बहुत बहुत बधाई। उदिता देवरानी जी जी ने ही बारामासा में "बेडू पाको बारामासा"के प्रसिद्ध होने की प्रस्तुति भी दी थी,आज फिर आपको स्वर्गीय मोहन उप्रेती जी एवं स्वर्गीय नईमा खान जी अविस्मरणीय रचनाओं के संस्मरण के इस अंक को प्रस्तुत करने का सौभाग्य मिला, इस हेतू बधाई। धन्यवाद❤
बहुत सुन्दर, सुनकर अल्मोड़ा का लोक कलाकार संघ और उसकेउस समय के कुछ कलाकार याद आ गए जो सायद आज जीवित नही होगे।यह बात 1959/60 कीहै।धन्यवाद।
बहुत सारा धन्यवाद आपको।
बहुत ही रोचक और अर्थपूर्ण वीडियो।
Mai Halhi mai baramasa se Judi hu. Baramasa kafi aacha content dete hai. Apne uttrakhand ke bare mai kafi mai baate jaanne ka moka milta hai. Dhanyawad ❤.
बेहतरीन प्रस्तुति । अफसोस है कि कुमाऊं विश्व विद्यालय का साहित्य का विद्यार्थी ( 1979 स्नातक ) होते हुए भी समय रहते यह सब जानकारी नहीं जान पाया । 2:55
बहुत बहुत धन्यवाद बारामासा 🙏
बहुत अच्छा लगा बेड़ू पाको boy और नईमा खान के बारे में जानकर और उन्होंने हमारे कुमाऊँ की संस्कृति को जीवित रखा पूरे विश्व मे एक अलग पहचान दिलाई ।
बहुत बहुत धन्यवाद इसे हम तक पहुँचाने के लिए 🙏🙏
बहुत सुंदर। वाह
ab uksssc ayog bhi apke chennal ko follow kr rha hai art & culture related 1,2 questions yaha se aate hi aate hai❤ ye bhi agya❤
Bahut badhiya, do mahaan kalakaon ko sachhi shradhanjali,🙏❤️
The untold story ❤
आगे भी इसी तरह की प्रस्तुति लाते रहे ताकि आज के युवा को भी अपनी संस्कृति की जानकारी हो.. ये सही मायने मे कला और संगीत होता है जो समाज को बदल सके.. काश आज का युवा भी सोशल मीडिया से कुछ वक्त निकाल कर ऐसे कार्यक्रम देखे और सीखे
बहुत अच्छा लगा आज विडियो सुनकर। ऐसा लगा मानो वो पल आखों के सामने हो, कितना संघर्ष मय जीवन रहा फिर भी दोनों ने हार नही मानी❤❤
Great job Baramasa for sharing such information. You guys are doing excellent work. Wish you all the best for your future endeavours! ❤
Thanks
Thankyou so much for your support 🙏🏼
बहुत ही ज्ञानवर्धक प्रस्तुति
Love you Baramaasa ❤EK AAWAZ PAHAD KI ❤❤ VIDESH MAIN REH KR BHI PAHAD KI YAAD TAJA KR DETA HAI AUR AAPNI SANSKRITI KI KNOWLEDGE BHI DETA HAI LOVE YOU ❤❤
waah kya daur rha hoga . kya log rhe honge. mera payara almora . yai daur or inki khta sunke hi khyalo me kho sa gya me ❤❤❤❤ emotional pyar in mhan hasty ko mera naman thankyou barmasa 😊😊😊
श श बारमसा आपका श का उच्चारण बताता हैं कि आप कुमाऊं से हैं ❤❤❤
Baramasa itne Kam sansadhan me bhi itna behtareen kaam.... Aapko bhi Uttrakhand ko ek awaj dene ke lie hamesha yaad rakha jayega❤
🙏🙏 बहुत खूबसूरत पहाड़ है हमारा जय हो देवभूमि उत्तराखंड जय हो बाबा केदारनाथ हर हर महादेव
बारामासा बहुत सुंदर जानकारी प्रस्तुत करता है बहुत बहुत बधाई।
Very good presentation.❤
Wow amazing story and presentation
Bahut achha lga ❤ badiya jankari 😊
What a love story
Thanks to Baramasa team for educating, with this amazing and beautiful episode and sharing this historical update about these two beautiful artists from Almora, Uttrakhand. I am very impressed by their struggle and how they managed to succeed and achieve this milestone of promoting rich culture of our state. Jai Uttrakhand.
सुपर episode थैंक्स baramasa टीम
यह कार्यक्रम अच्छा लगा, उप्रेती जी का मेरे शहर इलाहाबाद से कनेक्शन जानकर और भी खुशी हुई।
Bahut sundar ❤❤
उदिता जी द्वारा मोहन उप्रेती जी और नईमा खान के बारे में बहुत ही सुन्दर जानकारी विस्तार से दी गयी। बहुत अच्छा लगा. कार्यक्रम बारामासा में विरासत के टहत बहुत हाय अच्छी और महत्त्वापूर्ण जानकारी दी जाति जो बहुत ही उपयोग और ज्ञानवर्धक होती है। जिसके लिए आपका बहुत आभार और आपको बहुत बहुत हार्दिक बधाई देता हूँ। मोहन उप्रेती जी उत्तराखंड लोककला के मूर्धन्य कलाकार, निर्देशक और बेहद ही बेमिशाल इंसान थे. उत्तराखंड के लोक साहित्य, लोक संगीत इतिहास में उनका व नईमा जी का योगदान आविस्मरणीय रहेगा. इन दोनो महान कलाकारों को शत शत नमन और श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ।
Bahut bahut sukriya baramasa ka jo humare virasaat ko jeewat rakhna ka paryas kar re hai 🙏🙏
Meru pyaru uttrakhand ❤bhooot sundr ❤
Thanks....
शानदार स्क्रिप्ट और प्रस्तुति, शाबास टीम बारामासा❤
best episode ever❤😭❤
Mohan upreti g and BL Sah g was my father's friends during nainital collage.
BM Sah
Mohan upreti's daughters r doing good job in line to her parents n r the real heirs of the Upreti family..🙏🙏🙌🙌
Kon ha inki daughter
@@pankajpharswan418 famous pahadi singers two Upreti sisters..
unke bache nahi h koi
Udita mam always a gem ❤❤
Thanku BARAMASA🎉🎉great content n super prestation...🎉
Almora ko yuhi cultural state of uttarakhand nahi bola jata, bedu pako jaise lokpriya geet almora ne hi diye ❤
Ek samaj ko chalane m uska sanrakshan krne m sabka hath hota h ....asha karta hu humare rajya m aur aise vibhutiyo ka Janam ho .
Mero pahad..Meri pehchaan ❤...Dono he Kalakaro ko mera naman🙏🙏
Great
जय हो जय हो उत्तराखण्ड की
BAhut badiya jankariya
Bhut sundar prastuti ❤
Khoobsurat peshkash ❤❤❤
Excellent presentation.
धन्यवाद उत्तराखंड को उत्तराखंड से मिलाने के लिए
अति सुंदर लव यू बरामाशा
बहुत सुन्दर
Jaankari ke liye bahut bahut dhanyabad
Nice👍👍
बारामासा I have great respect fo😢r the late Mohan Upreti. This may not be in your record but in 1958 this couple visited Pauri in district Gathwal. In those days we did not have good places to perform musical live performances I was in 10th class and near my DAV school there was a place where one can perform. I was there and had the opportunity to see the live performances of Mohan jee Naima Khan. I remember one song पार रे भीढ़ा को च घसियारी मालू हे मालू ने काटी
??? दीदी को नाम रामदुलारी धन सिंह मीणा तेरी अन्वारी**** love' the song.
FYI this song was sung by the Indian Army during the second world war when Britishers sent the India Army to Germany. or some other place. This song is much older than you think. Rest you are the best world
It was to emotional 😭
Sunder prastuti
Wish, the song be included in full as part of the commentry .We used to hear this song in our younger days .
beautiful
Great soul Naeema Khan to have donated her body to AIIMS 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
वो बारामासा नहीं, बाडामासा (बड़ा महीना) होता है, बाडामास (ज्येष्ठ का महीना) होता है, क्योंकि बेडु ज्येष्ठ के महीने में पकते हैं, बारामासा (12 महीने) नहीं पकते।
बहुत अच्छे से explain किया है. धन्यवाद.
बहुत अच्छा लगा
Thanks
बहुत सुंदर 🙏
Tell Something about our ancestor's khas empire 🏔🏔🔱🔱🚩🚩
Very nice
❤😊
Very nice presentation
Nice
Sir plz upload one video on hemwanti nandan bhauguna ...apki sbhi video State pcs m bhut helpful hai....
Naman baramasa
Sab kuch bahut achha hai lekin kripaya apani kumauni boli ko bolane ka bhi thoda abhyash karenge to bahut achha rahta
❤❤🎉
बहुत सुंदर,
बेडू पाको बारमासा गीत, स्वर्गीय कुंवर चंद्र बर्टवाल जी का लिखा हुवा है,
जो रुद्रप्रयाग मायकोटी गांव के रहने वाले थै।
ye kumaoni geet h B.M. shah ne likha h galat mat boliye
बृजेन्द्र लाल शाह जी ने लिखा था और मोहन उप्रेती जी ने गाया था।
❤❤❤
रोचक
🙏❤️
1st
0:15 aap galat jagah aagye apko toh singer hona chaiye ❤️😍 such a sweet voice ek gana le aao apni avaj m bedu pako wala paka trend karega
आज 1दिसंबर 2024 है।मेरी आयु 81 बर्ष है।
bhoo kanun kb ayega
उत्तराखंड बनने के बाद अल्मोड़ा को वह पहचान नहीं बन जो पहले थी यहां पर किसी भी प्रकार के महत्वपूर्ण संस्थान को नहीं बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। यहां पर शिक्षा का सबसे प्राचीन स्थान होते हुए भी किसी प्रकार का बड़ा शैक्षणिक संस्थान नहीं बनाया गया।
You should have invited himanshu joshi indian ocean band musician, mohan upreti is his uncle
❤❤
🎉❤❤❤
🎉❤
Hume humare Samaj ke Udaharan hi chahiye, hum apne Uttarakhand mein Santosh rakhte hai aur hum garv se Uttarakhandi hai
🎉🎉
Not Baramasa its badamasa means (jeysth mahina)
Bedu yaani anjeer (fig) 12 month nhi pakte hain
१९५५ m taal katora stedium tha kya🤔🤔
Thumbnails m background ki photo humare gaw liti ki h dhanyvad ❤
Aajkal hota to bjp wale desh drohi bol dete😂
Sahi kaha , desh mein sampradayik vish ghol diya h
@@shrutijadhav9688bjp kya hi kr leti ....pahadi nhi hone deta wse bhi
Sampradayikta ka vish ghol diya ? Kya baat kar rahe ho History nhi pdi kya kbhi., ek do achhe log mil jaate to tum log pighal jaate ho. Story ko story ki trh dekho.. ye ek do story mil jaati hain kahi bhi. Sampradayikta ka vish to pehle se ghula hua hai nhi to Pakistan bnta aaj?
4 ghanto m Almora jail se bareli ghuma diya tha jail superintendent sahab ne. Ye kaise..
Ye kb hua?
🚩🚩🚩🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Bedu pako boy ❌ Bedu boy ✅
❤
💕🔰📝💕