जीवन मुक्त ब्रह्म पर प्रानी । जीव मुक्त नहीं होता जब आत्मा प्राण प्राणी को छोड़ देता है। आत्मा ही संसार का बंधन है। विना आत्मा के भक्ति दर्शन नहीं होगा।
सुभ अरु असुभ करम अनुहारी। देत ईस फल समय विचारी। शुभ कर्म चैन से रहने सोने देगा। लेकिन अनैतिक कर्म चैन से रहने नही देता। आत्मा के द्वारा कर्म किया और आत्मा प्राण के द्वारा ही भोगेगा जीव। आत्मा ही समय काल है जो ई सवार है शरीर जीव पर।
हर हि शिष्य धन सोक न हरही। सो गुरु घोर नरक महं पर ई। आज का गुरु अन्धकारी चेलों से सिर्फ उनके संसाधनों अर्थ को छीन रहा है। ऐसे अज्ञानी मूर्ख नर्क गामी होंगे जिनकी संसार मे थू थू हो रही है।
Jai jai guru dev
Narmade har Sadhguru Maharaj ko koti koti naman 🙏
जय श्री सीता राम जी❤
❤ जय श्री संत भगवान जी ❤
🙏🙏♥️Maat Narmday har Guruji koti koti parnaam dhanyawaad karti.♥️🙏🙏Bahut badhiya jankari 💯✔️👌👌👌
संत भगवान के चरणों में साष्टांग दंडवत प्रणाम जय श्री मन नारायण
मात नर्मदे हर
जय मा
सद्गुरु श्री चरणों में सादर नमन
जय गुरु
गुरूजी चरण स्पर्श प्रणाम मात नर्मदे हर
Jai maa Narmade 🙏 pranam Guruji
प्रणाम गुरुदेव।
MANT NARMDE HAR GURU JI
मात नर्मदे हर गुरुजी
Guruji ekdam sahi bol ke bta rahe hai,💯✔️👌👌♥️🙏🙏 guruji ko jitana dhanyawaad kare utna Kam hai. Ekdam Sacha gayaan hai♥️🙏🙏
Narmadhe Har Guruji 🌹💐♥️🙏
Guruji pranam
Har Har narmde Har
Narmde Guru ji
गुरूदेव साष्टांग चरण स्पर्श। आपके दर्शन कब अभी तो वीडीयो पर दो दिन से दर्शन कर आशीर्वाद वचन सुन रहा हूँ
Jay shri Radha Krishna
Maat narmade hare
प्रणाम
Mat.narmde.har.prnam.guruji
Matnarmdeher
Guru.jee
❤❤
Gurujee.chard.isprs
संत की पहचान है।
उदर समाता अन्न लेइ
तन इ समाता चीर ।
इसके आगे कुछ नहीं ।
जीवन मुक्त ब्रह्म पर प्रानी ।
जीव मुक्त नहीं होता जब आत्मा प्राण प्राणी को छोड़ देता है।
आत्मा ही संसार का बंधन है।
विना आत्मा के भक्ति दर्शन नहीं होगा।
सुभ अरु असुभ करम अनुहारी।
देत ईस फल समय विचारी।
शुभ कर्म चैन से रहने सोने देगा।
लेकिन अनैतिक कर्म चैन से रहने नही देता।
आत्मा के द्वारा कर्म किया और आत्मा प्राण के द्वारा ही भोगेगा जीव।
आत्मा ही समय काल है जो ई सवार है शरीर जीव पर।
मात नर्मदेहर आत्मा पूरे शरीर में निर्वात रूप से भ्रमण करती है फिर भी लोग चरणों को स्पर्श करके आशीर्वाद क्यों लेते हैं शंका का समाधानकरें गुरुजी
Guru g ko pranam ye kha pr h
Enka pta Kha h
ठगों के पास आलीशान भवन और वाहन किसके पैसे से उपलब्ध हैं
हर हि शिष्य धन सोक न हरही।
सो गुरु घोर नरक महं पर ई।
आज का गुरु अन्धकारी चेलों से सिर्फ उनके संसाधनों अर्थ को छीन रहा है।
ऐसे अज्ञानी मूर्ख नर्क गामी होंगे जिनकी संसार मे थू थू हो रही है।
आस पास के बच्चे कोला हल कर रहे हैं आवाज साफ नहीं है🙏 रिकॉर्ड करने वाले धयान दे
ध्यान लगाए