अरुण सक्सेना जी ये वीडियो देख कर मुझे आपसे मिलने का बोहोत मन कर रहा है, आपके लिए मेरे मन में बोहोत सम्मान जाग गया है, इसके 2 कारण हैं, पहला कारण ये है कि आपने आई आई टी रुड़की जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से इंजिनियरिंग की शिक्षा प्राप्त की है, ऐसे महान ऐतिहासिक कॉलेज में पढ़ना अपने आप में एक गर्व की बात है, उसके पश्चात आपने देश की सैन्य रक्षा में भी बोहोत योगदान दिया है, आप एक बोहोत ही सफल व्यक्ति हैं, आपको मेरा सादर नमस्कार, दूसरा कारण जिसकी वजह से मेंं आपसे इतना प्रभावित हुआ हूं वो ये है की आप काफी समय से गायत्री साधना कर रहें हैं, मैं पिछले 6 सालों से गायत्री मंत्र की साधना कर रहा हूं, मैं काफी समय से ऐसे व्यक्ति को ढूंढ रहा था जो मुझे इस मंत्र की साधना करने में गाइड कर सके, मैं आपको बताना चाहता हूं कि जबसे मैंने अपने जीवन में गायत्री मंत्र को अपनाया है मेरे अंदर बोहोत सकारात्मक बदलाव आएं हैं, मैंने गायत्री मंत्र के प्रभावों को अनुभव किया है, मेरा ऐसा मानना है कि गायत्री साधना से बड़ी कोई साधना नहीं है, इस मंत्र के प्रभाव को वो ही समझ सकता है जो इसका हर दिन सच्चे मंत्र से जाप करता है, मैं ऐसा मानता हूं कि मैंने अपनी लगन से गायत्री साधना में बोहोत उन्नति कर ली है, जैसे ही मैं गायत्री मंत्र का जाप प्रारम्भ करता हूं मेरे मस्तिष्क और दोनों कानों में घंटियां बजने लगती हैं, मैं अपने अन्दर बोहोत शांति का अनुभव करता हूं, मेरा मन प्रसन्न हो जाता है, गायत्री मंत्र का जाप करते हुए मुझे हंसी आने लगती है, मुझे किसी बात का डर नहीं लगता है, गायत्री साधना मैंने स्वयं ही शुरू की थी और ये अब मेरे जीवन का आधार बन गई है, मुझे मंदिरों में जाकर मूर्ति पूजा करना और मंदिरों के पुजारी झूठे लगते हैैं। लेकिन मेरे मस्तिष्क में कुछ सवाल आते हैैं जिनका मैं उत्तर जानना चाहता हूं -------- 1. पहला सवाल ये है कि गायत्री साधना की परम स्थिति किया है, मेरा मतलब है कि किया उद्देश्य होना चाहिए एक गायत्री साधक का, 2. दूसरा सवाल ये है की मुझे भूर्व का सही pronounciation किया है नहीं पता है, ये भूर्व है या भू है? 3. तीसरा सवाल ये है कि गायत्री मंत्र को सही से पढ़ने का क्या तरीका है। क्या इसको एकान्त में पढ़ना चाहिए, क्या इसको प्रकाश में पढ़ना चाहिए या कमरे में अंधेरा करके पढ़ना चाहिए। 4. चौथा और आखरी सवाल ये है कि गायत्री मंत्र को सूर्य अस्त होने के बाद यानी रात्री में जपना चाहिए या नहीं। अगर आप मेरा ये मेसेज पड़े और मुझे गायत्री साधना में मार्गदर्शन देने के लिए मेरे ऊपर दिए सवालों का उत्तर दें तो इसके लिए मैं आपका बोहोत आभारी रहूंगा। मेरी उमर 46 साल है, मैं लखनऊ का रहने वाला हूं, मैं एक प्राइवेट संस्थान में नौकरी करता हूं।
ॐ नमःशीवाय यह मंत्र भगवान शीव का है। शिव देवो के देव महादेव है वे सर्वशक्तीमान है। वे दिगंबर है। भगवान शीव से ही ब्रम्हा गायत्री और विष्णु उत्पन्न है। सर्वोच्च शिव है सर्वश्रेष्ठ शीव है शीव शांत और अहिंसक है। सब कुछ शिव है। इसके आगे कोही नहीं।
Major effect of any mantra can only be felt after total eradication of ones past bad karma. This can better be illustrated by following example: Well known swami Madhavacharya underwent rigorous Sadhna involving chanting of 2.4 million Gayatri Mantra annually. This would work out chanting 66 malas (rosary of 108 beads daily) which would take roughly 6-7 hours of time daily. He continued his sadhna for a period over 12 years without noticing any effect. He was very sad and disappointed. In his frustration he gave up following his Gayatri sadhna and instead began sadhna of Bhairav ( sort of a tantric powred divine personality) who appeared behind him in only after few days and offered boon to Madhavacharya. When swami asked Bhairav to appear before him, Bhairav said that it was not possible for him to appear in front of a Gayatri Sadhak. Hearing this the Swami replied that he does not want anything from entity that is not even capable of standing in front of him. Instead he asked Bhairav to explain the reason of failiur of his 12 years of Gayatri Sadhna. Bhairav replied that Swamis’ sadhanas have not failed but have helped in eradicating 12 major bad karma of killing 12 brahmins in his previous births. He advised Swami to resume his Gayatri sadhna for visible effects which he did and swami who was an ordinary weak person later became a recognised authority on Ayurved and wrote book on Ayurved named “Madhav Nidan”. I hope you will have grasped the essence of the above real story. I would say that chanting of Gayatri Mantra never fails the person. I have chanted this mantra since past 50 years in disciplined regime and can recommend it to you to see the result for yourself. Amount of inner purity will have effect on results.
बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं🙏
बहुत सुन्दर अनुभव बांटने के लिए धन्यवाद🙏
अरुण सक्सेना जी ये वीडियो देख कर मुझे आपसे मिलने का बोहोत मन कर रहा है, आपके लिए मेरे मन में बोहोत सम्मान जाग गया है, इसके 2 कारण हैं, पहला कारण ये है कि आपने आई आई टी रुड़की जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से इंजिनियरिंग की शिक्षा प्राप्त की है, ऐसे महान ऐतिहासिक कॉलेज में पढ़ना अपने आप में एक गर्व की बात है, उसके पश्चात आपने देश की सैन्य रक्षा में भी बोहोत योगदान दिया है, आप एक बोहोत ही सफल व्यक्ति हैं, आपको मेरा सादर नमस्कार,
दूसरा कारण जिसकी वजह से मेंं आपसे इतना प्रभावित हुआ हूं वो ये है की आप काफी समय से गायत्री साधना कर रहें हैं, मैं पिछले 6 सालों से गायत्री मंत्र की साधना कर रहा हूं, मैं काफी समय से ऐसे व्यक्ति को ढूंढ रहा था जो मुझे इस मंत्र की साधना करने में गाइड कर सके, मैं आपको बताना चाहता हूं कि जबसे मैंने अपने जीवन में गायत्री मंत्र को अपनाया है मेरे अंदर बोहोत सकारात्मक बदलाव आएं हैं, मैंने गायत्री मंत्र के प्रभावों को अनुभव किया है, मेरा ऐसा मानना है कि गायत्री साधना से बड़ी कोई साधना नहीं है, इस मंत्र के प्रभाव को वो ही समझ सकता है जो इसका हर दिन सच्चे मंत्र से जाप करता है, मैं ऐसा मानता हूं कि मैंने अपनी लगन से गायत्री साधना में बोहोत उन्नति कर ली है, जैसे ही मैं गायत्री मंत्र का जाप प्रारम्भ करता हूं मेरे मस्तिष्क और दोनों कानों में घंटियां बजने लगती हैं, मैं अपने अन्दर बोहोत शांति का अनुभव करता हूं, मेरा मन प्रसन्न हो जाता है, गायत्री मंत्र का जाप करते हुए मुझे हंसी आने लगती है, मुझे किसी बात का डर नहीं लगता है, गायत्री साधना मैंने स्वयं ही शुरू की थी और ये अब मेरे जीवन का आधार बन गई है, मुझे मंदिरों में जाकर मूर्ति पूजा करना और मंदिरों के पुजारी झूठे लगते हैैं। लेकिन मेरे मस्तिष्क में कुछ सवाल आते हैैं जिनका मैं उत्तर जानना चाहता हूं --------
1. पहला सवाल ये है कि गायत्री साधना की परम स्थिति किया है, मेरा मतलब है कि किया उद्देश्य होना चाहिए एक गायत्री साधक का,
2. दूसरा सवाल ये है की मुझे भूर्व का सही pronounciation किया है नहीं पता है, ये भूर्व है या भू है?
3. तीसरा सवाल ये है कि गायत्री मंत्र को सही से पढ़ने का क्या तरीका है। क्या इसको एकान्त में पढ़ना चाहिए, क्या इसको प्रकाश में पढ़ना चाहिए या कमरे में अंधेरा करके पढ़ना चाहिए।
4. चौथा और आखरी सवाल ये है कि गायत्री मंत्र को सूर्य अस्त होने के बाद यानी रात्री में जपना चाहिए या नहीं।
अगर आप मेरा ये मेसेज पड़े और मुझे गायत्री साधना में मार्गदर्शन देने के लिए मेरे ऊपर दिए सवालों का उत्तर दें तो इसके लिए मैं आपका बोहोत आभारी रहूंगा।
मेरी उमर 46 साल है, मैं लखनऊ का रहने वाला हूं, मैं एक प्राइवेट संस्थान में नौकरी करता हूं।
Nice
Again I will start to chant Gayatri mantra...
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।।🌷🙏🙂
जय गुरुदेव, परम वंदनीय माता जी, जय मां गायत्री
Sahi baat hai....... Gayatri mantra is powerful Mantra
Apka contact no. Chaiye
Great conversation about gurusatta
गायत्री मंत्र से मानसिक शांति एवं हमारे कार्यों में सफलता प्राप्त होती है, यह scientists bhi prove kr chuke h
Kya Tumne bhi experience Kiya hai
Plz , I need your contact no.
@@vikaskumawat4984 ha bhai Maine experience kiya he bhai bahut he power full nantra he aaj mere pass sab kuch he gaytri maa ki kripa se
Kya isse memory tej hoti he
जय माँ गायत्री जी की 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐
Jay gurudev
I thank full to u that u can share this experience with society
Jai Gurudev Jai Gayatri
Jai gurudev jii jai mata jii jai gaytri mata jii jai dadaguru jii
Great HINDU SPIRITUAL
Jay Ho Gurudev
Jai gurudev
Jai maa Gayatri
G गायत्री मंत्र is very इमोपोर्टेन्ट
Very powerful mantra
Really Nice Experience by Scientist Mahodya about Param Pujya Gurudev Pt. Shri Ram Sharma...Scientific proved Gayatari Mantra.Nice.
Amazing
Thanku manish bhaiya for uploading these videos
ॐ नमःशीवाय यह मंत्र भगवान शीव का है। शिव देवो के देव महादेव है वे सर्वशक्तीमान है। वे दिगंबर है। भगवान शीव से ही ब्रम्हा गायत्री और विष्णु उत्पन्न है।
सर्वोच्च शिव है सर्वश्रेष्ठ शीव है शीव शांत और अहिंसक है। सब कुछ शिव है। इसके आगे कोही नहीं।
ओम् भूर्भुवः स्व: तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गो देवस्यधीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳
Great Experiences..............
Major effect of any mantra can only be felt after total eradication of ones past bad karma. This can better be illustrated by following example:
Well known swami Madhavacharya underwent rigorous Sadhna involving chanting of 2.4 million Gayatri Mantra annually. This would work out chanting 66 malas (rosary of 108 beads daily) which would take roughly 6-7 hours of time daily. He continued his sadhna for a period over 12 years without noticing any effect. He was very sad and disappointed. In his frustration he gave up following his Gayatri sadhna and instead began sadhna of Bhairav ( sort of a tantric powred divine personality) who appeared behind him in only after few days and offered boon to Madhavacharya. When swami asked Bhairav to appear before him, Bhairav said that it was not possible for him to appear in front of a Gayatri Sadhak. Hearing this the Swami replied that he does not want anything from entity that is not even capable of standing in front of him. Instead he asked Bhairav to explain the reason of failiur of his 12 years of Gayatri Sadhna. Bhairav replied that Swamis’ sadhanas have not failed but have helped in eradicating 12 major bad karma of killing 12 brahmins in his previous births. He advised Swami to resume his Gayatri sadhna for visible effects which he did and swami who was an ordinary weak person later became a recognised authority on Ayurved and wrote book on Ayurved named “Madhav Nidan”.
I hope you will have grasped the essence of the above real story. I would say that chanting of Gayatri Mantra never fails the person. I have chanted this mantra since past 50 years in disciplined regime and can recommend it to you to see the result for yourself. Amount of inner purity will have effect on results.
The best convinced
Very good with real best real example
Thanks
👍👍🙏🙏
Kya onion and garlic kha sakte hein chanting karte hue
🙏
Could anyone translate it to me? I don't understand hindi.
Nice
Pyaaj kha sakte h ya nhi agar gayatri mantra japte h to please Bataye
You have to do sadna everyday and so it's quite not possible to leave onion forever
Sir.
When to chant?
Which time is very effective?
Please share.
Any time but ब्रह्म मुहूर्त is स्पेशल
non veg khasakte hai ya nahi gayatri jap karne walo
Prashant Chaudhary nhi
aap gurudev ke likhi hui kitab dhyan se padhe aur manan kare to fir apki sari buri adate chhot jaayegi ..
@@vikasbharti2017 ye gurudev h kaun kya name h inka?
@@ambrishshivhare2617 pandit shri ram sharma acharya ..founder of gayatri pariwar
No
How can a spiritual man involve in security develolments in wars
Bhagvad Gita was told in a war field.
गा़यञी जप वाले नान वेज नही खाते हैं ये सब खाके जप मै सफलता नही मिलती है
Lata Mishra esa nhin hai non veg to sabhi khate hai aaj kal.
@@btensionfree Aisa sirf tumko lagta hai
Lataji don't spread misinformation
Ekdam sahi kaha aapne
Bor kr diya
Jai guru Dev
Nice
Jai guru mata
Nice