Alimony or maintenance खत्म कर दो, इतनी मेहनत करने की जरूरत नही है, जल्दी डाइवोर्स होगा नही, यदि होना होगा तो फटाफट हो जाएगा। सारा खेल वसूली का हैं, easy money के लिए महिलाएं सालो साल कोर्ट में आती रहती हैं। Cases लंबे चलने का कारण ही खत्म करो,90 परसेंट cases खत्म हो जाएंगे।
@@amanmanaktala1666 बच्चे उसी के रहने चाहिए, जो बच्चो को maintain करने में सक्षम हो, आप अपने लिए कुछ कर सकते नही ओर मेंटेनेंस मांग रहे हो अपने गुजारे के लिए तो आपको बच्चे रखने का अधिकार भी नही होना चाहिए। पति के पैसे से बच्चे पाल कर अपना future secure करने वाली tendency तो भी रोकने की जरूरत है। जो बच्चे रखे वो खुद जिम्मेदारी उठाये भी।
भाई इस्लाम में सिर्फ पुरुष ही लटका सकते है। लड़किया तलाक नहीं दे सकती। और दूसरी शादी नहीं कर सकती जब की लड़के कर सकते है😂😂😂 मुझे इस्लाम खूब पसंद हैं में शादी करूंगा तो इस्लाम अपना के ही करूंगा।
Mai v ek ladki hu.. mere sath v mere ex husband ne bohot torture Kia.. lekin maine ye v dekha h ek ladki hsbnd ko bohot torture kr rhi h.. divorce nhi dungi yese bol ke bechare hsbnd k life khrb kr rha h.. I hope court koun jhuta koun saccha ye samjhe...
Jo ladkiya Adalat me bina sabut k bolti h mai nhi dungi divorce. Aur bohot sara Paisa demand krti h.. un ladkiyo ko sidha krne ka koi Law banaiye kripya karke🙏
Law khud bolta h sabut k bina koi kam nhi hoga... Fir un ladkiyo se sabut kyu ni mangta.??? Family court Kyu ladke ko prssr dete h 50/ 30 lacs do apko divorce mil jyga.. aise nyae hoga humre desh ka... Aur itna paisa dene k baad ladko k mata pita ka kya hoga ?? Un logo ka kharcha kaun uthayga ???
Very good decision who are all suffering. Nowadays marriages are not sacred anymore these are just contracts. Prenuptial agreement must be made legal now in India.
जो लडकी कोर्ट में आ गई अब उसका परिवार को साथ लेकर चलना संभव नही रह जाता इस स्थिति में माननीय न्यायालय को अंतरभावना समझकर यथा शीघ्र निर्णय कर देना चाहिए महिलाओ का आजकल एक पैकेज कल रहा है जिसमे बह तीन केश तो लगती ही है और बिचारे पूरे सुरलजन फंस जाते है
Yaha to mere sath pura pariwar galt kiya hai family me 35 log se jyada honge sab mere khilaf hai nyi nyi shadi hui meri aur is shadi me itna kuch Saha hai maine kafi bura kiya mere sath mai bhi talak lena chahti hu😢😢
Dusari shadi karne ke chakkar me agar husband Bibi aur bacho se dur ho kar Bibi se talak chahe aur Bibi se alimony ki mang karte huye talak Milne se pehle hi bahut se matrimony me register kare to ise husband liye to ye suprim court ka faisala faydemand hi hoga aur Bibi bacho ka kya dosh hai .
बहन रंजना जी, बहन सीमा जी, भाई अश्विनी जी को नमस्कार। आप लोग बहुत ही गंभीर एवं महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा कर रहे है। आप लोग से प्रार्थना पूर्वक कहना चाहता हूं कि आप लोग के सामने जब भी इस प्रकार के मामला आए तो महिला या पुरुष, जो भी ग़लत हो, उसे आप लोगों का समर्थन नहीं मिलना चाहिए। आज कल अधिकतर महिलाएं अपने पति, बूढ़े सास ससुर और बहन बहनोई पर झूठा मुकदमा दर्ज कर कानून के दुरपयोग कर रही है। वह सिर्फ मां बाप के साथ रह कर ससुराल से पैसा लेना चाहती है। भरण पोषण के नाम पर अधिक से अधिक राशि तय हो जाता है। जिससे पति भुगतान करने मे असमर्थ हो कर या तो जेल जाता है या आत्महत्या करता है। इस प्रकार से ससुराल पक्ष के परिवार बर्बाद हो जाता है। आप पुरुष और महिला में भेद मत रखिए। कानून के नजर में निर्दोष व्यक्ति को आप लोग न्याय दिलवाइए। मैं पचहत्तर वर्ष का बुजुर्ग हूं और इस मामले का भूत भोगी हूं। आप सभी को हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
आप ने बिल्कुल सही कहा और इन सबको मालूम है कोर्ट मै अथि से जादा औरते गलत है लेकिन मर्दो पर उंगली उठाना आसान होता और पेल दो मर्दों को चडा दो फाशी पर इन सबको एक बार भी शर्म नही आती की मर्द भी किसी का भाई है किसी की औलाद हैं मर्द से भी संसार चलता हैं लेकिन मर्द को सजा देना आसान होता है चाहे वो कोर्ट हो या पुलिस सजा सिर्फ मर्द मिलती है 😭
बहन रंजना जी वआपके साथ बहन सीमा जी व भाई अश्वनी जी को नमस्कार इन मामलों में कब तक पुरुष आयोग का गठन नहीं किया जाएगा जब तक इसका समाधान होना मुश्किल है क्योंकि इन मामलों में पुरुष को ज्यादा दबाया जाता है और महिला को अधिक महत्व दिया जाता है इन मामलों में जो हमारे भाई वकील है वह है इसमें मदरस्ता करते हैं और फीस की जगह अपना पर परसेंटेज फैसला होने से पहले ही निर्धारित कर लेते हैं इसमें महिला अपने लोग होना त्याग कर उसकी बातों को ज्यादा महत्व देती है इसलिए यह फैसले नहीं हो पाते और घर बर्बाद होते हैं इसमें ज्यादा हाथ पत्नी की मां का होता है जो घर को खराब करती है गलती के लिए माफी चाहूंगा क्योंकि मैं भी इस केस का शिकार हूं नमस्कार
Kash Hon'ble Supreme Court koi judgment de k certain time limit se jo couple seprated ha unko deemed divorce de diya jaye ya khe k there is no possibility for reconcile. Mutual divorce m to six months kuch bhi time limit nhi ha, actually problem wha ha jha per Mutual divorce nhi ha, unke liye SC ko koi time limit deni chaiye🙏.
Sir Hi, In Australia, I have seen, One from Hoshiar pur got the , " Divorce in 6-8 weeks ." why in India , year's, taking to Divorce. This is historic judgment ,.people will welcome, .public will get in short time Divorce ,Children's not to suffer .Thanks the SCourtd, and CJI Hi.
Purush Aayog bhi bnao Mai High Court se appeal karta hun. Main bhi sataya Hua hun Apne SAS sasur aur apni Patni Se mera baccha Lekar Bhag gai hai aur uske मां-बाप Baat Nahin Karate Mujhe torcher Karte Hain Mera Sala Bhi Mujhe torcher Karta Hai To Purush Aayog banvao Jay Shri Ram🙏🙏🙏
As per my opinion Indian judicial system is in nascent stage. Bahut sari cheeze sochne wali ye hain k:- (1) Hindu Marriage Act me 6 months me case disposal ki baat ki gai hai, uske baad bhi shayad hee koi Aisa case hota hai Jo k 6 months me decide hota ho. Sawaal ye uthta hai k judiciary kya hee kr Rahi hai? Jab marital cases ko itna lamba kheech diya jaata hai to kya society me Adultery nahi badhegi? (2) Bilkul naa k barabar cases me hee Courts "Cruelty" k basis pr divorce grant karte hain. Family courts jara jara si baato ko lekar itne adjournments de dete hain k mukadma Kai saal chal jaata hai. Mukadma saalo-saal kheech Dene se reconciliation nahi aata, doosri aur badh jaati hai. (3) Ladki paksh ki or se kare gaye farzi/jhoote cases pr judiciary ke dwara koi kadi karrawai nahi Kari jaati aur naa hee cases quash kare jaate (Agar jin cases me farzi case ki wajah se karrawai kar bhi di jati hai to lower courts uska trial hee bahut lamba kheech dete hain aur kisi judgement Tak nahi pahuchte). Is tarah ki practice bilkul bhi sahi nahi hai. (4) Interim orders k through hee ladki ka maintenance payment chalu ho jaata hai, ye kaha Tak theek hai?
But what about the people where one party wants divorce but other party is not ready to give. And the worst part is where they are staying saparate still they can't take divorce becoz of kids becoz of. Financially stability becoz when girl get married she has to left everything and to get start her official life again is not a easy task for her again. It's a gud decision but still for those where both the parties are not agree for any reason they are still standing at the same place
Mam aj bhi 10 day phle dilevery ke time saas ne private part pr lat Mari taaake tod diye ,un betiyo ko bachao aj bhi dukhi h mahilye m kudh bhut buri trh se dukhi hu sasural ki trf se
समय और पैसा बनेगा तो भविष्य मे काम आएगे इसलिए दोनो पक्ष को होना चाहिए की समय नही बर्बाद करे इसमे अगर किसी व्यक्ति को कोर्ट कचहरी की जानकरी नही है तो उससे मोटी रकम ठगेईती किए जाते है वकील के नाम बेचकर वकील साहब मांगे है जबकि ऐसी कोई बात नही होती है उसके रिश्तेदार ही उनको ठगेईती करते है और वकील साहब तक पैसा नही पहुंचता है ।😢😢😢😢🎉🎉🎉😢😢😊
वकील अगर चाहे तो तुरंत मैटर सुलझा दे मगर 😊 सबसे बड़ा उलझाने का काम तो वकील ही करते हैं फैमिली मैटर में वकील अगर सच बोल देगा तो क्लाइंट अपने घर चला जाएगा और वकील का काफी बड़ा नुकसान हो जाएगा ।😢😢
जहां समझोते की समभावना नही है फीर भी लङके वाले को कोट मे परेशान कर के भीखारी बना दो कोट का कहना।है लङकी हर लङके से समबध॔ बना सकती है लेकीन ये बहुत ही गलत बात है तो लङका कीस लीये शादी करता है 😢😢😢😢😢😢😢हमारी भी मदद करो रजनां जी
पत्नी अलग रहने लगती है और divorce भी नही लेती , यदि baby दूसरे का है तो baby का अलुमुनियम किस बात की , जिसका baby हैं उससे डीएनए टेस्ट करवा कर, उस other person से baby का alluminium दिलवानी चाहिए , यदि कोर्ट डीएनए टेस्ट से मना कर देती है तो की कैसा न्याय , लोग न्याय के लिए कोर्ट में गए हैं तो अच्छी तरह से न्याय होनी चाहिए । भेद भाव नही होनी चाहिए but court हमेशा भेद भाव करती हैं ये 100% truth हैं
@@tasveer-il2kq committing suicide is not a solution. Throw him out of your life for ever. Lead a fresh life. Your life is precious for you. Be brave, The world is big.
Shupe rem coat ने बहुत ही अच्छा dcigean ली गई है यह बहुत अच्छी बात है अच्छा फैसला लिए है । चुकी पत्नी ने अपने पति और ससुराल पक्ष पर झूठे मुकदमे दर्ज करती है 89% 498a झूठे होते है और पति को परेशान करने के लिए किए जाते है इसमे समय और पैसा बर्बाद होता है ।इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने सबसे महत्वपूर्ण फैसला किए है ।🎉🎉🎉🎉😢😢😢😢😊😊
Hmare India me girls'ko nyaay nhi milta h...hmare District Etah Court me lakho ladkiya ro rhi h..koi nyay nhi mil rha h...ldke ...sadi krne ke bad bhi...extra Affair chla rha h ..Aurato se..plz mam ham ladkiyo ki.. support kre..Seema , Supreme court se..😭😭😭😭😭, Mujhe 4 sal ho gya..ab ham Atmahatya krne ja rhe h.......hamri Agg bhut ho gyi h..ab krna h jeeke...kisi court me nyay nhi milta h..😭😭, Ldka to police'ko Paisa bhar deta h..jisse aage kayvahi nhi hoti h..PM Narendra Modiji se Nivedan h...ham ladkiyo ko..apna hak jeene de...😢😢
Gud mrng madam m aapke channel k माध्यम se poochna chahta hu k, misuse to ab ho raha ha kanoon ka bilkul ektarfa ha in favour of female, I hv got divorce in jan 2019 after fight of 6 yrs from District family court nd opposite party has filed an appeal Before Ld. P & H High Court against order of family court. From 2019 to till date even yesterday was my hearing, appellant advocate not appeared deliberately on last five dates/two yrs nd adjournment has been given by court, this is the matter of jast argument on appeal which is on day course of action nd 4 year passed. After all we are seprated from 2012 likely to 11 years sepration nd waiting for justice. Now my age is 41 yr nd parents age is 84 yrs. Wife is Already well settled as govt lecturer. अब कोई मुझे बतायेगा की six month nhi ग्यारह साल से अलग है हम लोग फिर भी divorce की wait है. अगर कोई Female को family court se divorce mil jata to kya really uske saath bhi same treatment rehta🙏 I mean 11 years nd still waiting for 🙏🙏
Apke tarah bohot sare male k sath nainsafi ho rha h... Mai v is raste se gujr chuki hu.. lekin maine mutual divorce kr li.. but mujhe lgta h law ko kuch femal ne galat istemal kia h... Court sab samjhte h konsa Sadi tike ga ya nhi ... But fir v date pe date dete hi jate h.... Male k liye v law ban na chahiye🙏🙏🙏
Bahut Bhari kar rahi hai madam jaldi se jaldi Talaq mil jaaye aur jaldi se Samne Wale Ka Sansar jud Jaaye Chika madam bahut Pareshan karte hain yah log
Shadi karne se dipression hota hai isy liye boys and girls ko allag allag rehna chahiye is se medicine lene ki zarurat nahi padhe gi this is my experience
अब तो पत्नी अपने पति को दुख में छोड़कर जाने उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का बीमारी के चलते हमारे चार ऑपरेशन पत्नी अपने मायके चली। तलाक दहेज मांग। सर हमारे बच्चों को दिल दिया जाए से हम अपना भविष्य आगे का चला। क्योंकि वह अब रहना नहीं। कि हमारे चार ऑपरेशन हो चुके है। हमारा मामला कोर्ट में लीन है वहां से तो बस तारीख पर तारीख मिलती। अगर हम तारीक।पर।ना। जाएं वारंट कट जाते। एक भी तारीख पर नहीं। कोई उनके लिए कानून
Seema maam ne kaha ki, economic rup se kamjor mahilayein nahi balki jinka backgrond badia hota h vah ladko fusakar rakhti hai. Aur apni condition munbane ke liye baithi rahti hai.
Ye jo power h sabhi court ko Di jani chahiye. Ki jab husband wife nhi rehna chah rhe h kisi karan se to unhe truant divorce diya jaye na ki unhe Sath rehne k liye Mazboor kiya jaye. Or agar wife Mayke chali jati h or Ati nhi h Kai salon tak to uski Dramebaji bhi band ki jaye or husband ko Dusri sadi karne ka Right diya jaye. Pure kanoon to ladies k liye Banaye gye h. Agar Wife zhuti siqayat karti h to uske khilaf bhi Saza ka kanoon ho Khali Use datne or Fatkar lagane se kuch nhi hota. Ye jitni bhi mahilaye jo false case Kar rhi h Uska Sabse bda reason yhi h ki sabhi kanoon usi ke fevar me bne huye h. Kanoon sakt kiya jaye mahila k liye bhi. Fir Dekho Automatically sari mahilaye jo galat raste pe chal rhi sab thik ho jayegi. Neta or mantri logo ne Apni Vote k liye mahilaon ke fevar me kanoon Bna diye h. Or Bhugtna Hum jese Aam logo ko pad rha h....
HMA मे पहले ही से ही प्रावधान है कि मामला 6 महीने मे निपटाया जाये मगर कोई मानता ही नहीं दूसरा तलाक के मामले मे औरत पैसा ऐंठना चाहती है खर्चे के नाम पर कुछ औरत के अधिकारों पर भोंकने वाले या वाली बात समानता के नाम पर उछलते है लेकिन ज़ब कमाकर खाने की बात आती है तो अबला अपाहिज हो जाती है पैसा उसे ही मिले जो अपाहिज हो या कोई प्राकृतिक कारणों से कमाने खाने मे अक्षम हो पढ़ी लिखी औरतें खर्चे के नाम पर पैसा लूट रही है काम करने के बजाय कोर्ट मे पैसा मांगने पहुँच जाती है बच्चों की जिम्मेदारी और अधिकार दोनों का बराबर है लेकिन औरत बच्चों को लेकर भाग जाती है फिर बच्चों के नाम पर पैसा लूटती है मामले को लटकाने का असली कारण पैसा ही है औरतें ज्यादा से ज्यादा पैसा ऐंठना चाहती है यहाँ भी एक वक़ील प्रॉपर्टी प्रॉपर्टी ही चिल्ला रही है इनको असल मे तलाक के नाम पर पैसा ही लूटना है परिवार समाज से किसी को कोई मतलब नहीं
Family court shirf time waist karti hai date mago to bolti hai tumhari tarha bahot cases hai so pl suprim court ne turant divorce Dena cahiye q ki cases jada nahi hoggi
Purush aayog jaruri he. Please me bhot paresan hu .mujh par jhuthe aarope lagaye. Mujse khana khuraki bandvayi.mera carear life kharab kar diya .mujhe rod par la diya .ar Aaj meri wife dusro ke sath mere paiso se gulchare uda rhi he. Na aa rhi he. Na divorce de rhi he. Na bacho se mil pa rha hu. Ar demand 50 lakh ki he divorce ke liye .meri itni hesiyat nhi he. Mere pass Marne ke Siva koi rasta nhi rh gya he
Sari Ladies ak jesi nahi hoti un logo ki vajah hamari jese bhi pressaan he jo 5 years se cash chal raha he devours ke liy bas tarik par tarik milti he or na hi aage wali party samne aati he bahut pressan ho chuki hu pls help
इनको कानून के मिसयूज की चिंता हो रही मैम...जबकि पॉक्सो कानून ,दहेज कानून ,रेप कानून, एससी एसटी कानून का कितना दुरुपयोग होता है कभी इस पर डिबेट भी कर लिया करो....बाकी 25 साल तक लटकाने का क्या मतलब है...आखिर 20 20 साल लोगों के जीवन का इंपोर्टेंस कुछ भी नहीं है।
क्योंकि आजकी लड़कियां रिश्ते नही निभा रही है और झूठे केस दर्ज कर परेशान कर रही हैं l
5:49
पुरषों को टॉर्चर करना सरकार और बहुआ का कानूनी हक ह भारत में
Alimony or maintenance खत्म कर दो, इतनी मेहनत करने की जरूरत नही है, जल्दी डाइवोर्स होगा नही, यदि होना होगा तो फटाफट हो जाएगा।
सारा खेल वसूली का हैं, easy money के लिए महिलाएं सालो साल कोर्ट में आती रहती हैं।
Cases लंबे चलने का कारण ही खत्म करो,90 परसेंट cases खत्म हो जाएंगे।
Right bro ji
Right
Wife ko मेटनेन्स ना भी दो 😅पर बच्चो के लिए पैसे देना ही पड़ेगा ये वाला law हर देश में ऐसा ही होता । क्यों की बच्चे तो दोनो के है😅😅😅
Baache ko toh milne bhi chaiye
@@amanmanaktala1666 बच्चे उसी के रहने चाहिए, जो बच्चो को maintain करने में सक्षम हो, आप अपने लिए कुछ कर सकते नही ओर मेंटेनेंस मांग रहे हो अपने गुजारे के लिए तो आपको बच्चे रखने का अधिकार भी नही होना चाहिए।
पति के पैसे से बच्चे पाल कर अपना future secure करने वाली tendency तो भी रोकने की जरूरत है।
जो बच्चे रखे वो खुद जिम्मेदारी उठाये भी।
सुप्रीम कोर्ट को एक कदम उन लाखों महिलाओ के लिए भी उठाना चाहिए जो बगैर तलाक के लटकाई हुई हैं
अगर कोर्ट कचहरी सही तरीके से काम करने लगी तो लाखों करोड़ों वकील बेरोजगार हो जाएंगे
भाई इस्लाम में सिर्फ पुरुष ही लटका सकते है। लड़किया तलाक नहीं दे सकती। और दूसरी शादी नहीं कर सकती जब की लड़के कर सकते है😂😂😂 मुझे इस्लाम खूब पसंद हैं में शादी करूंगा तो इस्लाम अपना के ही करूंगा।
तारिक पर तारिक और कुछ नही,,, जो साथ नही रहना चाहते है चाहे हसबैंड हो या वाइफ तो तलाक लो बस और कुछ नही
Dono me se ek talak Lena chahta ho aur ek nahi to kya kare berozgari me
👍👍👍👍👍👍👍👍
@@salimkalaniya4575 दे दो तलाक । जबर्दस्ती तुम किसी को साथ नहीं रख सकते चाहे wife हो या हसबैंड
कई बार लड़कियों द्वारा झूठा बलात्कार का मुकदमा लगाने की वजह से लड़के आत्महत्या तक कर लेते है उस वजह से किसी लड़की को आजतक सजा हुई है ?
Mai v ek ladki hu.. mere sath v mere ex husband ne bohot torture Kia.. lekin maine ye v dekha h ek ladki hsbnd ko bohot torture kr rhi h.. divorce nhi dungi yese bol ke bechare hsbnd k life khrb kr rha h.. I hope court koun jhuta koun saccha ye samjhe...
दोगली अदालत सच देखकर भी अधीं बनी हुई है
Jo ladkiya Adalat me bina sabut k bolti h mai nhi dungi divorce. Aur bohot sara Paisa demand krti h.. un ladkiyo ko sidha krne ka koi Law banaiye kripya karke🙏
Law khud bolta h sabut k bina koi kam nhi hoga... Fir un ladkiyo se sabut kyu ni mangta.??? Family court Kyu ladke ko prssr dete h 50/ 30 lacs do apko divorce mil jyga.. aise nyae hoga humre desh ka... Aur itna paisa dene k baad ladko k mata pita ka kya hoga ?? Un logo ka kharcha kaun uthayga ???
सारे रेपिस्ट को भी तो फांसी नही होती 8 से 10साल सजा काट के बाहर आ जाते
जो सुप्रीम कोर्ट मे जायेंगा ! उसे ही divorce मिलेंगे ! जिसके पास पैसा नही है सुप्रीम कोर्ट जाने का ! उनका क्या ?
यही रुल फॅमिली मे भी करो.
Wife divorce deti nhi..saath rehti nhi..saas sasur ko saath nahi rkhugi..is matter me abb husband relex rhage..thxx Hon'ble Supreme Court 👌👌👌👌👌👌👌
Meri wife aisa hi kar rahi hai , I am Bareilly, sir
Mere sath v aisa hi ho rha hai
पर ये High court, lower court, family court को भी power दे please 🙏🙏🙏🙏🙏. लोगो की जिंदगी, पिढी बरबाद हो रही है !
Very good decision who are all suffering. Nowadays marriages are not sacred anymore these are just contracts. Prenuptial agreement must be made legal now in India.
Last six months Mai decision ho Jana chahaiye 15-20 Saal tak mamla latka Kar Nahi eakhna chahaiye
अधिवक्ता महोदया को फीमेल कहां से कमजोर दिखती है, एक केश करदो पूरा परिवार परेशान।क्या केश करने वाली महिला कमजोर है।गजब है!
रंजना मैम ने बिल्कुल सही कहा है ऐसे परिवार मे प्रेम नही होसकता तो लम्बा कयूं खीच रहे हौ
wahi to bahut acha h.
Respected Ranjana Kumari ji and Res. Sh. dubbe sir ji best speech and excellent debate 👏 👍
P
इसके बजाय गांव की पंचायत द्वारा जो तय किया जाता है वो ही ठीक है ...
जो लडकी कोर्ट में आ गई अब उसका परिवार को साथ लेकर चलना संभव नही रह जाता इस स्थिति में माननीय न्यायालय को अंतरभावना समझकर यथा शीघ्र निर्णय कर देना चाहिए महिलाओ का आजकल एक पैकेज कल रहा है जिसमे बह तीन केश तो लगती ही है और बिचारे पूरे सुरलजन फंस जाते है
Yaha to mere sath pura pariwar galt kiya hai family me 35 log se jyada honge sab mere khilaf hai nyi nyi shadi hui meri aur is shadi me itna kuch Saha hai maine kafi bura kiya mere sath mai bhi talak lena chahti hu😢😢
Ranjana ma'am ne bilkul sahi baat boli hain
Dusari shadi karne ke chakkar me agar husband Bibi aur bacho se dur ho kar Bibi se talak chahe aur Bibi se alimony ki mang karte huye talak Milne se pehle hi bahut se matrimony me register kare to ise husband liye to ye suprim court ka faisala faydemand hi hoga aur Bibi bacho ka kya dosh hai .
रंजना कुमारी जी मॅडम की बाते 100%Best 👌🏻. 🙏🙏
भारत से तलाक़ कानून व्यवस्था समाप्त होनी चाहिए।
😂😂😂
बहन रंजना जी, बहन सीमा जी, भाई अश्विनी जी को नमस्कार। आप लोग बहुत ही गंभीर एवं महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा कर रहे है। आप लोग से प्रार्थना पूर्वक कहना चाहता हूं कि आप लोग के सामने जब भी इस प्रकार के मामला आए तो महिला या पुरुष, जो भी ग़लत हो, उसे आप लोगों का समर्थन नहीं मिलना चाहिए। आज कल अधिकतर महिलाएं अपने पति, बूढ़े सास ससुर और बहन बहनोई पर झूठा मुकदमा दर्ज कर कानून के दुरपयोग कर रही है। वह सिर्फ मां बाप के साथ रह कर ससुराल से पैसा लेना चाहती है। भरण पोषण के नाम पर अधिक से अधिक राशि तय हो जाता है। जिससे पति भुगतान करने मे असमर्थ हो कर या तो जेल जाता है या आत्महत्या करता है। इस प्रकार से ससुराल पक्ष के परिवार बर्बाद हो जाता है। आप पुरुष और महिला में भेद मत रखिए। कानून के नजर में निर्दोष व्यक्ति को आप लोग न्याय दिलवाइए। मैं पचहत्तर वर्ष का बुजुर्ग हूं और इस मामले का भूत भोगी हूं।
आप सभी को हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
आप ने बिल्कुल सही कहा और इन सबको मालूम है कोर्ट मै अथि से जादा औरते गलत है लेकिन मर्दो पर उंगली उठाना आसान होता और पेल दो मर्दों को चडा दो फाशी पर इन सबको एक बार भी शर्म नही आती की मर्द भी किसी का भाई है किसी की औलाद हैं मर्द से भी संसार चलता हैं लेकिन मर्द को सजा देना आसान होता है चाहे वो कोर्ट हो या पुलिस सजा सिर्फ मर्द मिलती है 😭
बहन रंजना जी वआपके साथ बहन सीमा जी व भाई अश्वनी जी को नमस्कार इन मामलों में कब तक पुरुष आयोग का गठन नहीं किया जाएगा जब तक इसका समाधान होना मुश्किल है क्योंकि इन मामलों में पुरुष को ज्यादा दबाया जाता है और महिला को अधिक महत्व दिया जाता है इन मामलों में जो हमारे भाई वकील है वह है इसमें मदरस्ता करते हैं और फीस की जगह अपना पर परसेंटेज फैसला होने से पहले ही निर्धारित कर लेते हैं इसमें महिला अपने लोग होना त्याग कर उसकी बातों को ज्यादा महत्व देती है इसलिए यह फैसले नहीं हो पाते और घर बर्बाद होते हैं इसमें ज्यादा हाथ पत्नी की मां का होता है जो घर को खराब करती है गलती के लिए माफी चाहूंगा क्योंकि मैं भी इस केस का शिकार हूं नमस्कार
इस पूरी चर्चा मे पुरुष पक्ष तो था ही नही क्यो?
Aajkal purush ka koi astitva hi nahi hai kanoon ki duniya me.
Kash Hon'ble Supreme Court koi judgment de k certain time limit se jo couple seprated ha unko deemed divorce de diya jaye ya khe k there is no possibility for reconcile. Mutual divorce m to six months kuch bhi time limit nhi ha, actually problem wha ha jha per Mutual divorce nhi ha, unke liye SC ko koi time limit deni chaiye🙏.
Bilkul sahi.....5 yrs se jyda ka tym ho gya h to divorce grant kr dena chahiye chahe ek partner ready ho ya nhi
पारिवारिक के शो का समय निर्धारित किया जाए 1 वर्ष के ऊपर कोई केस नहीं चलेगा
Sir Hi, In Australia, I have seen,
One from Hoshiar pur got the , " Divorce in 6-8 weeks ." why in India , year's, taking to Divorce.
This is historic judgment ,.people will welcome, .public will get in short time Divorce ,Children's not to suffer .Thanks the SCourtd, and CJI Hi.
Purush Aayog bhi bnao Mai High Court se appeal karta hun. Main bhi sataya Hua hun Apne SAS sasur aur apni Patni Se mera baccha Lekar Bhag gai hai aur uske मां-बाप Baat Nahin Karate Mujhe torcher Karte Hain Mera Sala Bhi Mujhe torcher Karta Hai To Purush Aayog banvao Jay Shri Ram🙏🙏🙏
Ladki ko hard punishment hona chahiye .hard proof court ko dekhna chahiye.stridhan or DV ka v limitation hona chahiye.
Ranjana madam bohat Sahi bol Rahi hai
As per my opinion Indian judicial system is in nascent stage.
Bahut sari cheeze sochne wali ye hain k:-
(1) Hindu Marriage Act me 6 months me case disposal ki baat ki gai hai, uske baad bhi shayad hee koi Aisa case hota hai Jo k 6 months me decide hota ho.
Sawaal ye uthta hai k judiciary kya hee kr Rahi hai?
Jab marital cases ko itna lamba kheech diya jaata hai to kya society me Adultery nahi badhegi?
(2) Bilkul naa k barabar cases me hee Courts "Cruelty" k basis pr divorce grant karte hain. Family courts jara jara si baato ko lekar itne adjournments de dete hain k mukadma Kai saal chal jaata hai. Mukadma saalo-saal kheech Dene se reconciliation nahi aata, doosri aur badh jaati hai.
(3) Ladki paksh ki or se kare gaye farzi/jhoote cases pr judiciary ke dwara koi kadi karrawai nahi Kari jaati aur naa hee cases quash kare jaate (Agar jin cases me farzi case ki wajah se karrawai kar bhi di jati hai to lower courts uska trial hee bahut lamba kheech dete hain aur kisi judgement Tak nahi pahuchte).
Is tarah ki practice bilkul bhi sahi nahi hai.
(4) Interim orders k through hee ladki ka maintenance payment chalu ho jaata hai, ye kaha Tak theek hai?
But what about the people where one party wants divorce but other party is not ready to give. And the worst part is where they are staying saparate still they can't take divorce becoz of kids becoz of. Financially stability becoz when girl get married she has to left everything and to get start her official life again is not a easy task for her again. It's a gud decision but still for those where both the parties are not agree for any reason they are still standing at the same place
Simple hai then don't leave house apnea Ghar baithee rahoo
Mam aj bhi 10 day phle dilevery ke time saas ne private part pr lat Mari taaake tod diye ,un betiyo ko bachao aj bhi dukhi h mahilye m kudh bhut buri trh se dukhi hu sasural ki trf se
नारको टैस्ट जैसा प्रावधान होना चाहिए.... ताकि न कोई किसी को प्रताड़ित करे और न ही किसी पर मुकदमा चले
Ranjana Kumari ji best speech debate
मैं सुप्रीम कोर्ट को सलूट करता हूं सर आप को
समय और पैसा बनेगा तो भविष्य मे काम आएगे इसलिए दोनो पक्ष को होना चाहिए की समय नही बर्बाद करे इसमे अगर किसी व्यक्ति को कोर्ट कचहरी की जानकरी नही है तो उससे मोटी रकम ठगेईती किए जाते है वकील के नाम बेचकर वकील साहब मांगे है जबकि ऐसी कोई बात नही होती है उसके रिश्तेदार ही उनको ठगेईती करते है और वकील साहब तक पैसा नही पहुंचता है ।😢😢😢😢🎉🎉🎉😢😢😊
Mahilaaye pese ke liye
Free nhi Karti Aadmi ko 😢
वकील अगर चाहे तो तुरंत मैटर सुलझा दे मगर 😊
सबसे बड़ा उलझाने का काम तो वकील ही करते हैं फैमिली मैटर में वकील अगर सच बोल देगा तो क्लाइंट अपने घर चला जाएगा और वकील का काफी बड़ा नुकसान हो जाएगा ।😢😢
जहां समझोते की समभावना नही है फीर भी लङके वाले को कोट मे परेशान कर के भीखारी बना दो कोट का कहना।है लङकी हर लङके से समबध॔ बना सकती है लेकीन ये बहुत ही गलत बात है तो लङका कीस लीये शादी करता है 😢😢😢😢😢😢😢हमारी भी मदद करो रजनां जी
ये झुठी पतनी से कैसे बचे आजकल बेबी कीसी और का शादी कीसी और से करके डीभोज लेने के धधें बना रही है आने वाला समय बहुत भयकरं आ रहा 😢😢😢😢😢😢
👍👍
पत्नी अलग रहने लगती है और divorce भी नही लेती ,
यदि baby दूसरे का है तो baby का अलुमुनियम किस बात की , जिसका baby हैं उससे डीएनए टेस्ट करवा कर, उस other person से baby का alluminium दिलवानी चाहिए , यदि कोर्ट डीएनए टेस्ट से मना कर देती है तो की कैसा न्याय , लोग न्याय के लिए कोर्ट में गए हैं तो अच्छी तरह से न्याय होनी चाहिए ।
भेद भाव नही होनी चाहिए but court हमेशा भेद भाव करती हैं ये 100% truth हैं
वो परिवार बहुत बिगड़ रहे है जिन घरो मे लड़की के घर वालो का खास रहेता है
बिल्कुल सही है
अब सही औरत को तलाक लेने बड़ी दिक्कत होती थी
Ranjna mam Apne bahut Accha bola apne
Ranjana ji is right.
Ladies ke liye Smaaz main divorcy sunkar jeena mushkil ho jayega 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
लिंगभेद की बात न कीजिए.... आजकल ladies भी समानता चाहती है ! Divorcy पुरूष हो या स्त्री... ये दोनो के लिए एक समान हुआ न !
Fir adjust Karen.sasural ka Matlab jano.
@@latakakkar9753 agr ldki beksoor ho to ?
Husband kisi aur se chori se shadi kr chuka ho to ?
Phir wo first wife suicide kr le kya ?
@@tasveer-il2kq committing suicide is not a solution.
Throw him out of your life for ever.
Lead a fresh life.
Your life is precious for you.
Be brave, The world is big.
Bahut hi achchha nirnay
Purush AAYOG BAHUT JAROORI HAI
Supreme Court Ka Faisla bahut Achcha hai ab shayad Mera Talak Ka Mamla bhi nipat jaega
Sunny Deol sahi kaha hai....district aur family court me kuch nahi ho rha..
Shupe rem coat ने बहुत ही अच्छा dcigean ली गई है यह बहुत अच्छी बात है अच्छा फैसला लिए है । चुकी पत्नी ने अपने पति और ससुराल पक्ष पर झूठे मुकदमे दर्ज करती है 89% 498a झूठे होते है और पति को परेशान करने के लिए किए जाते है इसमे समय और पैसा बर्बाद होता है ।इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने सबसे महत्वपूर्ण फैसला किए है ।🎉🎉🎉🎉😢😢😢😢😊😊
कभी निचली अदालतों में आ के देखे
Family court ko bhi ye right milna chahiye ki jald se jald divorce ke prosese ko khatam h kafi lamba na khiche pl bahut sari jindigiya barbad ho gya
Its good decision, maximum case of well being families, and it should be in time-bound manner...
Hmare India me girls'ko nyaay nhi milta h...hmare District Etah Court me lakho ladkiya ro rhi h..koi nyay nhi mil rha h...ldke ...sadi krne ke bad bhi...extra Affair chla rha h ..Aurato se..plz mam ham ladkiyo ki.. support kre..Seema , Supreme court se..😭😭😭😭😭, Mujhe 4 sal ho gya..ab ham Atmahatya krne ja rhe h.......hamri Agg bhut ho gyi h..ab krna h jeeke...kisi court me nyay nhi milta h..😭😭, Ldka to police'ko Paisa bhar deta h..jisse aage kayvahi nhi hoti h..PM Narendra Modiji se Nivedan h...ham ladkiyo ko..apna hak jeene de...😢😢
Ucc is the must for our socieity...for u me and everyone...
498ए के झूठे मामले के बारे मे क्या कहना चाहेंगे आप ना जाने कितने लडको औरउनकी फैमिली की धज्जियां उड़ गई है
Gud mrng madam m aapke channel k माध्यम se poochna chahta hu k, misuse to ab ho raha ha kanoon ka bilkul ektarfa ha in favour of female, I hv got divorce in jan 2019 after fight of 6 yrs from District family court nd opposite party has filed an appeal Before Ld. P & H High Court against order of family court. From 2019 to till date even yesterday was my hearing, appellant advocate not appeared deliberately on last five dates/two yrs nd adjournment has been given by court, this is the matter of jast argument on appeal which is on day course of action nd 4 year passed. After all we are seprated from 2012 likely to 11 years sepration nd waiting for justice. Now my age is 41 yr nd parents age is 84 yrs. Wife is Already well settled as govt lecturer.
अब कोई मुझे बतायेगा की six month nhi ग्यारह साल से अलग है हम लोग फिर भी divorce की wait है.
अगर कोई Female को family court se divorce mil jata to kya really uske saath bhi same treatment rehta🙏
I mean 11 years nd still waiting for 🙏🙏
Apke tarah bohot sare male k sath nainsafi ho rha h... Mai v is raste se gujr chuki hu.. lekin maine mutual divorce kr li.. but mujhe lgta h law ko kuch femal ne galat istemal kia h... Court sab samjhte h konsa Sadi tike ga ya nhi ... But fir v date pe date dete hi jate h.... Male k liye v law ban na chahiye🙏🙏🙏
Maintanence should be finished if wife is 12th pass because she can earn
Wife को ना मिले तब but bachho kq मेनटेनस to देना होगा वो दोनो के है
Wife or husband separately file appeal before supreme Court for divorce. Is it possible in Articles 142 constitution of India.
Bahut Bhari kar rahi hai madam jaldi se jaldi Talaq mil jaaye aur jaldi se Samne Wale Ka Sansar jud Jaaye Chika madam bahut Pareshan karte hain yah log
Ladki ko ke bhi laws lavo...pehle..alimony, khauti, maintainance nikal jaye na...to divorce apne aap bnd ho jayenge..
Lekin resata khatam nahi hota Saadi ek baar hi hoti hai isliye saadi badan ko samwal ke rakhana chaiye
Director sab thanks
U r right mam family court sirf latka rehta h
Kanoon andha nhi he bs apni aanke bnd kr leta he kyuki kanoon sirf ladies ki tarf dekhta he
Shadi karne se dipression hota hai isy liye boys and girls ko allag allag rehna chahiye is se medicine lene ki zarurat nahi padhe gi this is my experience
I salute ranjana mam
अब तो पत्नी अपने पति को दुख में छोड़कर जाने उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का बीमारी के चलते हमारे चार ऑपरेशन पत्नी अपने मायके चली। तलाक दहेज मांग। सर हमारे बच्चों को दिल दिया जाए से हम अपना भविष्य आगे का चला। क्योंकि वह अब रहना नहीं। कि हमारे चार ऑपरेशन हो चुके है। हमारा मामला कोर्ट में लीन है वहां से तो बस तारीख पर तारीख मिलती। अगर हम तारीक।पर।ना। जाएं वारंट कट जाते। एक भी तारीख पर नहीं। कोई उनके लिए कानून
Barobar aahe madam
Seema maam ne kaha ki, economic rup se kamjor mahilayein nahi balki jinka backgrond badia hota h vah ladko fusakar rakhti hai. Aur apni condition munbane ke liye baithi rahti hai.
Agr husband preshan ho divors chahta ho.. But wife dene ko ready n ho.. 4sal se sath n rhte ho. To is it possible..??
समय और पैसा बचेगा 😢😢😢
Nera bhi ek case hai madam 5 saal se chal raha hai koi natija nahi ho rsha....
mere sath meri wife bahut Galat kar rahi hai kuchh Meri help kijiye 😢😢😢😢🙏🙏🙏
MISUSE, aaj tak 498a or dv cases se jayada misuse koi bhi law nahi hua hai…… women have misused their ryts.
Purush ayog banna chaiye
Ye jo power h sabhi court ko Di jani chahiye. Ki jab husband wife nhi rehna chah rhe h kisi karan se to unhe truant divorce diya jaye na ki unhe Sath rehne k liye Mazboor kiya jaye. Or agar wife Mayke chali jati h or Ati nhi h Kai salon tak to uski Dramebaji bhi band ki jaye or husband ko Dusri sadi karne ka Right diya jaye. Pure kanoon to ladies k liye Banaye gye h. Agar Wife zhuti siqayat karti h to uske khilaf bhi Saza ka kanoon ho Khali Use datne or Fatkar lagane se kuch nhi hota. Ye jitni bhi mahilaye jo false case Kar rhi h Uska Sabse bda reason yhi h ki sabhi kanoon usi ke fevar me bne huye h. Kanoon sakt kiya jaye mahila k liye bhi. Fir Dekho Automatically sari mahilaye jo galat raste pe chal rhi sab thik ho jayegi. Neta or mantri logo ne Apni Vote k liye mahilaon ke fevar me kanoon Bna diye h. Or Bhugtna Hum jese Aam logo ko pad rha h....
HMA मे पहले ही से ही प्रावधान है कि मामला 6 महीने मे निपटाया जाये मगर कोई मानता ही नहीं दूसरा तलाक के मामले मे औरत पैसा ऐंठना चाहती है खर्चे के नाम पर कुछ औरत के अधिकारों पर भोंकने वाले या वाली बात समानता के नाम पर उछलते है लेकिन ज़ब कमाकर खाने की बात आती है तो अबला अपाहिज हो जाती है पैसा उसे ही मिले जो अपाहिज हो या कोई प्राकृतिक कारणों से कमाने खाने मे अक्षम हो पढ़ी लिखी औरतें खर्चे के नाम पर पैसा लूट रही है काम करने के बजाय कोर्ट मे पैसा मांगने पहुँच जाती है बच्चों की जिम्मेदारी और अधिकार दोनों का बराबर है लेकिन औरत बच्चों को लेकर भाग जाती है फिर बच्चों के नाम पर पैसा लूटती है मामले को लटकाने का असली कारण पैसा ही है औरतें ज्यादा से ज्यादा पैसा ऐंठना चाहती है यहाँ भी एक वक़ील प्रॉपर्टी प्रॉपर्टी ही चिल्ला रही है इनको असल मे तलाक के नाम पर पैसा ही लूटना है परिवार समाज से किसी को कोई मतलब नहीं
Jb patni aaor pati one year se saath me nhi rahte aaor baat chit bhi nhi kate ... court se talak ho jana chahiye....
Vakil toh judgement ko ulzayenge ...coz bussines h vakil ka.y
Beksoor ladkion ko smaaz main klunkk lagega😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
Ranajan ji aapka status bhut accha lga
4:26 4:26
Family court shirf time waist karti hai date mago to bolti hai tumhari tarha bahot cases hai so pl suprim court ne turant divorce Dena cahiye q ki cases jada nahi hoggi
Purush aayog jaruri he. Please me bhot paresan hu .mujh par jhuthe aarope lagaye. Mujse khana khuraki bandvayi.mera carear life kharab kar diya .mujhe rod par la diya .ar Aaj meri wife dusro ke sath mere paiso se gulchare uda rhi he. Na aa rhi he. Na divorce de rhi he. Na bacho se mil pa rha hu. Ar demand 50 lakh ki he divorce ke liye .meri itni hesiyat nhi he. Mere pass Marne ke Siva koi rasta nhi rh gya he
Mam mera sabal ye hain hi mahileye agar chahti hain to talab ho jata Pr agar koi purush chahe to talak kyun nhi hota
Very good descision
jisdin alimony milna band ho jayega usdin gher tutna ban ho jayega
V good👍
Good congratulations 🎉
Sari Ladies ak jesi nahi hoti un logo ki vajah hamari jese bhi pressaan he jo 5 years se cash chal raha he devours ke liy bas tarik par tarik milti he or na hi aage wali party samne aati he bahut pressan ho chuki hu pls help
Kyu ki mahilaye shadi to kar leti hai par mayke me bhaith jati hai na hi rahna chahti na hi talak dena chahti
Mera kc 4 sl h g ab to kcb nh bn ky karn c
इनको कानून के मिसयूज की चिंता हो रही मैम...जबकि पॉक्सो कानून ,दहेज कानून ,रेप कानून, एससी एसटी कानून का कितना दुरुपयोग होता है कभी इस पर डिबेट भी कर लिया करो....बाकी 25 साल तक लटकाने का क्या मतलब है...आखिर 20 20 साल लोगों के जीवन का इंपोर्टेंस कुछ भी नहीं है।
Good decision sir am happy
Live in relation ko band kar dena chahie use divorce case jyada ho raha hai
Sahi baat hai mahilaon ko itne Din Intezar karna padta hai Jindagi kharab ho Jaati Hai turant Faisla Hona chahie Talaq ke bare mein
Bacche na ho turant hona chahiye divorce usme bhi bohat time lag Jata hai
Jis Insan ke pas paisa nhi hai o sc kaise jayega vakil ko paisa kaha se dega or tarik per tarik milta hai
हमारा मुकदमा जो है 10 साल से चल रहा है डुमरियागंज में हमारा जमीन जो है एक दिन में कब्जा किया है तो उसके लिए मैं क्या करूं कि हमारा जमीन हमको मिल
Uttar Pradesh bulandshahr 95 divorse ka case hai ma'am ji