ए बात तो सत्य है कि वेद को बनाने वाले बड़े हैं न की वेद।मूर्ति कार बड़ा है न कि मूर्ति,कहते हैं कि प्राणप्रतिष्ठा कर दियाहै, यदि ऐसा है तो अपने किसी स्वजन को मरने के बाद प्राणप्रतिष्ठित कर दीजिए ओ भी जिंदा हो सकता है।यहाँ पाखण्डियों का ही बोलबाला है, सचाई बहुत कड़वी लगती ही है।
परमात्मा के तीन स्वरूप है आनन्द मय शरीर नाम रूपी शरीर और ज्योतिर्मय चिन्मय शरीर यह सारे शरीर मुरती के सानिध्य में माध्यम से प्राप्त होता है क्योंकि जिसका नाम है उसका रूप है जिसका रूप है उसका गुण भी हैं और उसका धाम भी है
क्या बुद्धि से, चिंतन मनन से आप परम सत्य को जान सकते ? बुद्धि बिचार से कुछ नहीं मिलता, ॐ का जप कर देखिये क्या होता है, अनुभव से जो ज्ञान होता है, वही सच्चा ज्ञान है, न कि घंटो प्रवचनों से । सत्य को बातों से नहीं समझा सकते।
आप एक सम्मानित और वयोवृद्ध पुरुष है आपको अपने ज्ञान की सीमाओं से अधिक नहीं बोलना चाहिए। परंतु आपने बोला है तो हमें भी बोलना पड़ेगा कि आप के जैसा अज्ञानी अगर ज्ञान बांटने लगेगा तो सनातन के लिए आपके जैसा खतरनाक इंसान इस दुनिया में कोई नहीं होगा! संत राम शंकर जी जिस विषय की जानकारी न हो उस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए! परंतु, आप तो नास्तिकता के प्रचारक हैं आप ॐ और ॐ के विज्ञान को नहीं समझ पाएंगे। कृपा करके संत शिरोमणि परम संत पूज्य कबीर दास जी का अभी और गहराई से अध्ययन करें!
प्रत्येक आत्माअव्यक्त ब्रह्म है, इसके अतिरिक्त कुछ नहीं जो तुममें है वो मुझमें है! आत्मा के इस ब्रह्म भाव को वशीभूत करना ही मनुष्य का परम लक्ष्य है, हमको भ्रम में नहीं ब्रह्म में लीन रहना है। "ॐ एकाक्षर निज ब्रह्म ॐ" ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐॐ...........
"जीव से शिव शिव से शव" जब तक आपमें चैतन्यता (आत्मा) है आप शिव है! शिव से शव तक की यात्रा आत्मा अजर, अमर अविनाशी है, जिसको सुक्ष्म भाव से समझना मुश्किल है!
ॐ से तन मन मस्तिष्क और वातावरण सब पवित्र हो जाता है। ॐ ही परमब्रह्म है। और परमब्रह्म का अर्थ कोई नहीं बता सकता सिर्फ अनुभव किया जाता है वो भी सिर्फ ब्रह्मज्ञानी द्वारा।
Adi me bachan tha, bachan parameswar ke sath tha, aur wahi bachan parameswar tha Yaniki bachan ka matlab hai ""AUm"" bachan ka matlab hai ek sabdh, aur wo hai parambrahma, parmeswar, sari duniya ki malik, iswar ko jan na hai to bible padho mere bhai
कबीर जी ने बोला था ,,की ॐ की महिमा इतनी होती है की कोई बखान नहीं कर सकता है। जैसे हर कोई समुद्र की गहराई नहीं नाप सकता वैसे ही ॐ के बारे में हर कोई नहीं बता सकता।
क्यों कबीर जी जैसे महान संत को बदनाम कर रहे हो!किसी भी धर्म के प्रतीक या मानबिंदु की कमी निकाल ने से आप परम् ज्ञानी नहीं हो जाते बल्कि लोगों की हँसी का पात्र ही बनते है
Bhai kon sant hai pata nahin par taarkik bol raha hai Kabir ki baani bol raha hai apni tarf se kuchh nahin mila raha hai. Kabir Sant siromani hain isme koi shak nahin.
Pagal हैं, जब तक किसी भी चीज़ ke बारे मे पूरी अच्छी तरह gyan n हो तो kisi bhi व्यक्ति की बात सुनकर us चीज़ ko गलत नहीं बोल सकते अगर बोलते हैं तो सबसे bare अज्ञानी आप और आपके गुरु. आप बढ़े लिखे हैं भी या न आपने Science का नेम कभी सुना है... पहले कुछ padh likh liya करें फिर कमेन्ट करें... aaj दुनिया साइंटिस्ट्सto कि हैं. इसलिए दुनिया सबूत खोजती है, आप किन्ही kathavachak ke बातों मे aakar ओम शब्द ko गलत बोलते हैं bina resurch किए कुछ बोलते हो तो आप सबसे बारे अज्ञानी हो. h@@mahendraprasad8076
जब तक आप जैसे गुरू होंगे भारतीय दर्शन का प्रतीक चक्र की महत्ता को ॐ कभी भी नहीं खत्म कर सकता ।ॐ।संभु की व्यवस्था (चन्द्र विंदू, त्रिशुल)को तोड़कर(टंकार)बनाई गयी व्यवस्था है।
श्री कृष्ण - भांति भांति वचनों को सुनकर भ्रमित तुम्हारी बुद्धि अब एकाग्रचित्त होकर मेरी वचनों को सुन... जो जिसको पूजता है, (प्रेम love करता है या love है)अन्त में उसी को प्राप्त होओगे होता है । चाहे वो जिस चीज के पीछे उसकी आत्मा चेतना चित्त होगी। चाहे वो भूत हो प्रेत हो प्राणी हो, देवी हो देवता हो लेकिन अवतरित ईश्वर के अंश महापुरूष को पूजने ज्ञान लेने उनका अनुसरण करने से वो अर्जून जैसा हो जाता है! 🙏 जय जय जय।
Kabir maharaj bhi bhagwan ka hi vandan karte the...lekin ye makkar toh pure sansaar me kabir ko hero bana diya.allah bhagwan jesus waheguru buddha budh sarna dharmesh aur anya devi devta ki koi jagah hi nahi.
रमा शंकर जैसी सोच के लोगों की कमी नहीं है जगत में।एक होता है समालोचक और एक होता है आलोचक।सनातन धर्म के बहुत बड़े प्रचारक हैं रमा शंकर जी। ऐसे बोलने से सनातन धर्म के अनुयाई सोते में भी जाग जायेंगे।बहुत बहुत आभार रमाशंकर जी आपका।
सत्य सत्य का भया प्रकाश ......सत्य से बनी धरती आकाश सत्य से बनी.......... ओमकार ( निरंजन ) का निर्माण करने वाले भी सत्य हैं.. साहेब की सोलवि सूर्ता आदीमाया के भरम ( ब्रह्म)निर्माते भी सत्य हैं.. अलख लखे अल्खो लखे... सद्गुरू के मर्जी के बिना कही पर भी पत्ता भी नहीं हिलता है... सत्य पुरुष की छ्टी सूर्त निरंजन को किसने प्रगट किया.. सद्गुरू ने.. सत्यपुरूष की सोलवी सुर्त माया को किसने प्रगट किया. सद्गुरू ग्यानिजी ने.. क्यु? प्रगट किया सत्यलोक में कूछ हंस बिगड गये थे वो भक्ती नहीं कर रहे थे.. ईनके लिये अलग लोक बनाया.गया . ऐसे सब बिगडे हुये सत्य लोक के बच्चे को सुधार ने के लिये निरंजन लोक बनाया.. ओर् इसका इन्चार्ज सबसे बडा खतरनाक जेलर किसको बानाया... वो है सद्गुरू के सबसे प्यारा विश्वसनीय पुत्र निरंजन को... तो ये धर्मराय सच्चा सत्य लोक से चुना गया न्यायाधीश है.. ओर वो अपने ढंग से काम कर रहा है..जैसा सत्य पुरुष ने बताया वैसा ही अपने सुधार गृह में कडी मेहनत से काम कर रहा है.. मार धाड करके. प्यार से. समझा बुझा कर वो अपना काम कर रहा है.. तो आपको क्यू? तकलिब हो रही है.. उन्होंने अबतक कई जिवो को हंस बनाकर सत्य लोक भेजा.. जैसे संत मीराबाई, नामदेव, तुलसी दास नानकजी साहेब, गरीब दास, धर्मदास साहेब, ऐसे कई जिवो को सत्यलोक भेजा ओर जो अभी थोडेसे कच्चे है. ऊस को अपनेही समीप निरंजन लोक में रखा..इसिमे साहेब की प्यारी कन्या माया का भी अच्छा साथ मिल रहा है.. माया इस गउ की पालन कर्ता है. इस धरती मां गौ गऊ का दूध भी निकाल रही हैं. ईसिको बिघाड भी रही है.. इसिको दधी बनाकर अच्छेसे दुःख देकर रगड रही है..भिन्न भिन्न धर्म भाषा विचार फैला कर आग्यान रुपी इसी जीव रुपी दूध को बिघाड रही है. ओर ज्ञान रुपी वेद संत रुपी आरी से इनका माखन भी अलग निकाल कर शुद्ध स्वरुपी हंस तयार कर रही है...अपने परम पूज्य पिता सत्य पुरुष के लिये.. सा हे ब बं द गी... # भिन्न भिन्न सभी धर्म पंथ जात विचार बुद्धी आदी माया कर रही है.. कबिर पंथ में भी ऐसे ही अलक थोडे सुधारे हूये विचार धारा में माया 95% प्रवेश किया हैं.. ये मायावी लोग इसमे पाणी डाल कर..(अपना अलग अलग विचार फैला कर ) इस शुद्ध दूध को भी बिघाड रहे हैं.. ओर जो सच्चे भक्त हंस है वो ही इस मटकी से दूध दूध पिकर 95% पाणी त्याग देणे वाले है.. है दूध रुपी ज्ञान से अपणी जीवनी भक्ती की सेहद सुधार रहे हैं.. *साधू ऐसा चाहिए जैसा सूप सुहाय..सार सार गही लेत है पोधा देई उडाय* ❤❤❤❤❤ ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
कबीर दास जी जो भी कहे हैं सब सच कहें आज के जितना भी कथावाचक है सब झूठ मुठ के गाय के सिंह बल में बैठ किसिंग गए में मिलाकर के आप कहते हैं कि सनातन धर्म में लिखा हुआ है कौन लिखा है उसको आदमी
ए बात तो सत्य है कि वेद को बनाने वाले बड़े हैं न की वेद।मूर्ति कार बड़ा है न कि मूर्ति,कहते हैं कि प्राणप्रतिष्ठा कर दियाहै, यदि ऐसा है तो अपने किसी स्वजन को मरने के बाद प्राणप्रतिष्ठित कर दीजिए ओ भी जिंदा हो सकता है।यहाँ पाखण्डियों का ही बोलबाला है, सचाई बहुत कड़वी लगती ही है।
परमात्मा के तीन स्वरूप है आनन्द मय शरीर नाम रूपी शरीर और ज्योतिर्मय चिन्मय शरीर यह सारे शरीर मुरती के सानिध्य में माध्यम से प्राप्त होता है क्योंकि जिसका नाम है उसका रूप है जिसका रूप है उसका गुण भी हैं और उसका धाम भी है
तो वेद के बनाने वाले को ही जान लो
क्या बुद्धि से, चिंतन मनन से आप परम सत्य को जान सकते ? बुद्धि बिचार से कुछ नहीं मिलता, ॐ का जप कर देखिये क्या होता है, अनुभव से जो ज्ञान होता है, वही सच्चा ज्ञान है, न कि घंटो प्रवचनों से ।
सत्य को बातों से नहीं समझा सकते।
संत सम्राट कबीर जी धन्य है उनका ज्ञान सर्वश्रेष्ठ है इसको समझना तलवार की धार पर चलने के बराबर है जैसे हीरा घर मे रखा है ढुड बाहर रहा है
यूनिवर्स का पहला सब्द है ॐ।
ॐ एक ब्रह्मांडीय गूंज है और कुछ नहीं।
बिल्कुल सही है।
Tu suna hai kya bramhand ka awaj .😅😅😅😅😅
Humne suna hai aur nirantar andar se Om ki gunj mere andar har waqt goonj raha hai.
Om namah shivay
इसलिए एक सुई को नोक भी नही बना सके
परमपूज्य सदगुरुदेव अनंत श्री संत कबीर साहेब के श्रीचरणों में श्रद्धांजलि बारंबार सादर नमन वंदन प्रणाम !
आप एक सम्मानित और वयोवृद्ध पुरुष है आपको अपने ज्ञान की सीमाओं से अधिक नहीं बोलना चाहिए। परंतु आपने बोला है तो हमें भी बोलना पड़ेगा कि आप के जैसा अज्ञानी अगर ज्ञान बांटने लगेगा तो सनातन के लिए आपके जैसा खतरनाक इंसान इस दुनिया में कोई नहीं होगा! संत राम शंकर जी जिस विषय की जानकारी न हो उस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए! परंतु, आप तो नास्तिकता के प्रचारक हैं आप ॐ और ॐ के विज्ञान को नहीं समझ पाएंगे।
कृपा करके संत शिरोमणि परम संत पूज्य कबीर दास जी का अभी और गहराई से अध्ययन करें!
Ji बिल्कुल वो Science padhe होते तब न, अधूरा ज्ञानी, और विज्ञान तो 0 hai
व्यवहारिकता बिना सब कुछ अधकचरा है।
ओम नमः शिवाय
प्रत्येक आत्माअव्यक्त ब्रह्म है, इसके अतिरिक्त कुछ नहीं जो तुममें है वो मुझमें है! आत्मा के इस ब्रह्म भाव को वशीभूत करना ही मनुष्य का परम लक्ष्य है, हमको भ्रम में नहीं ब्रह्म में लीन रहना है।
"ॐ एकाक्षर निज ब्रह्म ॐ"
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐॐ...........
Atma hota hi nahi.
"जीव से शिव
शिव से शव"
जब तक आपमें चैतन्यता (आत्मा) है आप शिव है! शिव से शव तक की यात्रा
आत्मा अजर, अमर अविनाशी है, जिसको सुक्ष्म भाव से समझना मुश्किल है!
आपकी बात सही है भाई भ्रम में नही परंतु ब्रह्रा में समाना हे हम भ्रम से नहीं हे परतू भ्रम हमसे हे ओर हम ऐक आत्म देव हे साहेब बंदगी संत नाम
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ से तन मन मस्तिष्क और वातावरण सब पवित्र हो जाता है। ॐ ही परमब्रह्म है। और परमब्रह्म का अर्थ कोई नहीं बता सकता सिर्फ अनुभव किया जाता है वो भी सिर्फ ब्रह्मज्ञानी द्वारा।
Bible padha karo bhai sab samaj jaogi
Adi me bachan tha, bachan parameswar ke sath tha, aur wahi bachan parameswar tha
Yaniki bachan ka matlab hai ""AUm"" bachan ka matlab hai ek sabdh, aur wo hai parambrahma, parmeswar, sari duniya ki malik, iswar ko jan na hai to bible padho mere bhai
Om hi shrishti ka adhar
Om se upar tat hai tat se upar sat hai gita adhyay 17 ke 23 slok om tat sat parbramkopane ka mantr hai jo abhi sirf rampal maharaj ke pas hai
@@kshitijdeshmukh3982 जिसके पास परमब्रह्म ज्ञान होगा वो किताबों के अधीन नहीं होगा।
Baba. Ji. Ke. Parsang. Sunker. Mera. Man. Khush. Hogaya. Mera. Koty. Koty. Naman. Baba. Ki. Jay. Ho. Gk. Sahani
Sat sahib ji❤❤
कलयुग ये हा अपन आप ल बहुत होसियार..... समझत हे
कबीर जी ने बोला था ,,की ॐ की महिमा इतनी होती है की कोई बखान नहीं कर सकता है।
जैसे हर कोई समुद्र की गहराई नहीं नाप सकता वैसे ही ॐ के बारे में हर कोई नहीं बता सकता।
840000000000000 करोड़ जन्म के बाद भी ऊॅ खत्म नही है कर पायेगा।
ॐ केवल एक शब्द ही नही अपितु एक ध्वनि भी है, जिसका अर्थ है निराकार ब्रह्म। इसके सुमिरन मात्र से ही मन के सभी विकार नष्ट हो जाते है। हरि ॐ ❤❤❤
आप झुठ बो ल रहे है। ॐ सुन्दर ध्वनी से बढकर कुछ कुछ नहिं। न तो निराकार ब्रम्ह न तो इनसे कोई विकार नष्ट होता। कह देने मात्र से होता है क्या?
👍🏻♥️🙏🏻♥️ Right
कलिकाल में अब संत नहीं हैं अब अर्थ का अनर्थ तर्क पर कुतर्क करने वाले असंतो की बाढ आ गयी है जो व्यर्थ बकवाद करते हुए मिलेंगे।
Inke pota poti nahi manta ho devi devta pujne se chale hamlog ko updesh dene
Bilkul sahi kaha aapne ❤❤❤
Bilkul sahi yah sari bate upnisado me nisaniyo k rup me likhi gayi hai
क्यों कबीर जी जैसे महान संत को बदनाम कर रहे हो!किसी भी धर्म के प्रतीक या मानबिंदु की कमी निकाल ने से आप परम् ज्ञानी नहीं हो जाते बल्कि लोगों की हँसी का पात्र ही बनते है
Bhai kon sant hai pata nahin par taarkik bol raha hai Kabir ki baani bol raha hai apni tarf se kuchh nahin mila raha hai. Kabir Sant siromani hain isme koi shak nahin.
अगर ऐसा नही करेंगे तो जनसामान्य ठगा जाएगा
@@Kishanlal-rt9yuउसमें उनका अपना कुछ नहीं वे सम्पूर्ण कबीर वाणी ही सुनाते हैं
Sachaiee बोल रहे है
पाखण्डवाद से मुक्त होने का ज्ञान देते हैं ।
Good information
ॐ सब से दुनियाँ के अच्छा शुद्ध सब्द है । देख्ने वाली अँखा कैसी है सुन्ने वाले कान कैसा है उसिमे निर्भर रहता है ।
Bilkul sahi baat
बिल्कुल सत्य कहा
जब दुनिया के अच्छा शुद्ध सब्द ॐ है तो दुनिया मे कितना देश जनता है इसको दो चार देश को छोड़ कर दुनिया मे इसका कोई महत्व नहीं है।
रामशंकर साहब सही बोल रहे
Pagal हैं, जब तक किसी भी चीज़ ke बारे मे पूरी अच्छी तरह gyan n हो तो kisi bhi व्यक्ति की बात सुनकर us चीज़ ko गलत नहीं बोल सकते अगर बोलते हैं तो सबसे bare अज्ञानी आप और आपके गुरु. आप बढ़े लिखे हैं भी या न आपने Science का नेम कभी सुना है... पहले कुछ padh likh liya करें फिर कमेन्ट करें... aaj दुनिया साइंटिस्ट्सto कि हैं. इसलिए दुनिया सबूत खोजती है, आप किन्ही kathavachak ke बातों मे aakar ओम शब्द ko गलत बोलते हैं bina resurch किए कुछ बोलते हो तो आप सबसे बारे अज्ञानी हो.
h@@mahendraprasad8076
आप जैसे संत से यह उम्मीद नही थी
बुराईयाँ दूसरों में ढूंढते है लेकिन सबसेअधिक बुराई अपने अन्दर ही होती है।
कोई बुराई नहीं है कबीर की शिक्षा मे
Tum aur tumhara Gyan swayam hi is duniya ke liye bahut khatarnak hai..
अति सुन्दर चित्रमुद्रण ,बोध हुआ ,आपने केश नहीं बडाये,और तिलक नहीं लगाया ,ये अच्छी बात है |साधुवाद ""जयहिंद जयभारत "'
पर दाढ़ी जरूर बढ़ाये😊😊😊
जब तक आप जैसे गुरू होंगे भारतीय दर्शन का प्रतीक चक्र की महत्ता को ॐ कभी भी नहीं खत्म कर सकता ।ॐ।संभु की व्यवस्था (चन्द्र विंदू, त्रिशुल)को तोड़कर(टंकार)बनाई गयी व्यवस्था है।
Satnam Shree Kabeer Saheb Ji 🌷🙏🌷 ki
रमा शंकर जी आप 100%सत्य बचन कहते है
आपकी बात अंधभक्तो की समझ से बाहर है
रमा शंकर झूठ बोल रहा है।
@joy
जैसे कि आप अंधभक्त Pagal अज्ञानी ।
पढ़ना लिखना तो है नहीं और आ जाते है अधूरी gyan ले के कमेन्ट करने.
धन्य संतजी दुनिया में पहला ज्ञान i मेरी आत्मा का कहा आपने इस संसार के भीतर।।।।।सोहम।।।।।।
Sat shaib Real God is Kabeer shaib.
श्री कृष्ण - भांति भांति वचनों को सुनकर भ्रमित तुम्हारी बुद्धि अब एकाग्रचित्त होकर मेरी वचनों को सुन... जो जिसको पूजता है, (प्रेम love करता है या love है)अन्त में उसी को प्राप्त होओगे होता है । चाहे वो जिस चीज के पीछे उसकी आत्मा चेतना चित्त होगी। चाहे वो भूत हो प्रेत हो प्राणी हो, देवी हो देवता हो लेकिन अवतरित ईश्वर के अंश महापुरूष को पूजने ज्ञान लेने उनका अनुसरण करने से वो अर्जून जैसा हो जाता है! 🙏 जय जय जय।
सही कहा जाग्रति का यही चुनाव होता है जिसने भेजा उसने नियम नही बनाए तुम उसको पूजो या इसको पूजो वो चेतना का चुनाव होना चाय 100000% करेक्ट hai
Tarkik vicharon ke dhani hai aap hum sunte hai samjhte hai aapke vaigyanik tathyon ko saadar naman namo budhay loktantra
Radhe. Radhe. ❤❤
यह कोई संत नहीं है सनातनी विरोधीहै जिसको गाली देना वह दे सकता है
Bina budhi ka inshan ha ya
सुनने वाले लोग पागल,, ऐसे संत सेक्स के भूखे हैं जो आगे चल कर आशाराम जैस नाम कमैंगे
Ye sab नीले कबूतर h
जैसे देवी देवता को पढ़ें वैसे ही सद्गुरु कबीर को भी पढ़े वर्ना सनातनी का सर्टिफिकेट मत बाटो
Krantikari ramashankar Saheb 🙏❤️❤️❤️. Correct 💯 pravachan ❤❤
आप जैसा कोई संत नहीं आप बहुत बहुत धन्यवाद
Saheb bandagi 😢😢🎉🎉❤❤
Rambhakat burbak manukhdeba hai sabhi sanatani ko gumrah kar thakta hai ,om shanti,jay mahakal
Very good Sant Ramakant ji
साहेब बंदगी रामाशंकर साहेब ऐक नंबर सत्संग 🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏Jai Sri ram
श्री रमाशंकर साहब की जय❤🎉🎉
बाबाजी सटीया गया बुढ़ापा मैं कबीर जी कुछ ओर बता कै गया यह लोग मनगटन काहानी सुना रहा है
सप्रेम साहिब बन्दगी साहिब🌹🌹🌹🙏🙏🙏🌷
जय सनातन धर्म
Frazi number one बाबा
Ved उपनिषद की पढ़ाई की नहीं
ज्ञान dene aagye
कलयुग में अधर्मी ऐसे ही प्रवचन करते और तर्क देते दिखेंगे
कुछ गलत नहीं है बिल्कुल सही कहा है
बात सही है
Om reverberates entire universe. Let's prostrate before Om
मनुवादियों से शिक्षा मागकर कितना ज्ञान मिले जब शिक्षा ही अपनी ना हो तो शिक्षा का दुष्प्रभाव स्वाभाविक ही है
Agar aap itne Gyani ho to Kabir ke Mata pita ka naam bataiye
बहुत बहुत ही सुन्दर प्रवचन महाराज जी, साहेब बंदगी। महाराज जी, जय जय सतनाम।
बात मै दम है, समझने वाली बात है ❤
औम् औङ अऔम् अउम अः+म=ओम उच्चारण नाद व्रम्ह श्वसन अवरोध नाभि शनैः प्रक्रियात्मक निरंतर बक्ष तब कंठ अंततः आज्ञाचक्र योग आसन परंपरानुसार सतत् ध्यान केंद्रित कर सूक्ष्म अशरीर आत्म योग। ।जय हिंद
Right baba jee
आप मानवता को समाज को नया क्या दे रहे हैं ये बताइए । रात दिन आप केवल नुक्ताचीनी करते रहते हैं । अपने को स्वयं महान समझते हैं तो समझते रहिए ।
तुझे क्या प्रॉब्लम है,तु मात् देख इसका विडिओ।
Sab jaan ker vartsnaa ker rahaa hai .
Kyu iska matlab ye sach kah raha hai 😮😅@@Nep69Rock
सन्त शिरोमणि कबीर साहेब की बराबरी कोई ईश्वरवादी व्यक्ति नहीं कर सकता है। कबीर साहेब को सब कोई समझने में असमर्थ है।
@@ramsahai7325Ye ramashankar ji bhi samjh nhi paye Kabir Ji ko
🕉️ ही सत्य है सनातन है
एक राम दशरथ का बेटा दूजा राम घाट घाट में बैठा तेजाराम सकल पसारा चौथा राम है वो जग से न्यारा
The word OM contains everything including all God and Goddess.Thanks??
मन मरा ना माया मरी मरी मरी गया शरीर।
इक ॐ आकर सत् नाम।
जल में कुंभ कुंभ में जल है अंदर बाहर पानी कोन निकल गया आत्मा यां मन?
आज पता चला कि मनगढ़ंत कथाएं भी तैयार कि जा सकती है जो अपने पंथ और धर्म को माहान बताने में किसी भी हद तक जाया जा सकते हैं।
आप जैसे संतपुरुष
संत श्री कवीर साहेब मानव सभ्यता के सुधारक थे दोहा के माध्यम से जो कह गए परम सत्य हैं
क्रान्तिकारी सन्थ
कबीर जी रामकृष्णन के चरणों मे क्यो पड़े थे उनको गुरु बनाया
हम भगवान हैं पृथ्वी पर जन्म लिया जिसमें
Kabir maharaj bhi bhagwan ka hi vandan karte the...lekin ye makkar toh pure sansaar me kabir ko hero bana diya.allah bhagwan jesus waheguru buddha budh sarna dharmesh aur anya devi devta ki koi jagah hi nahi.
Krantikari santram Shankar Sahib Sahib bandagi❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
यह तो बहुत ज्ञानी है ऐसा ज्ञानी आज तक नहीं सुना शायद इसको अपने बारे में जानकारी नहीं ak संत महात्मा कबीर को ईश्वर का पद de दिया ।
ॐ नम: शिवाय🙏
ॐ शब्द भ्रम है, तत् परब्रम है,सत पूर्ण परब्रम हैं यही तत्वज्ञान है
Om nam shivaye
हर हर महादेव 🙏🙏🚩🚩
रमा शंकर जैसी सोच के लोगों की कमी नहीं है जगत में।एक होता है समालोचक और एक होता है आलोचक।सनातन धर्म के बहुत बड़े प्रचारक हैं रमा शंकर जी।
ऐसे बोलने से सनातन धर्म के अनुयाई सोते में भी जाग जायेंगे।बहुत बहुत आभार रमाशंकर जी आपका।
Pahale padho Kabir kya the
पाखंडी लोग कबीर को क्या जानेंगे
कबीर केवल कुछ हिंदुओं के लिए ही है अन्य धर्म के लोग इनको रत्ती भर देवता नही मानते सारी नौटंकी कुछ हिंदुओं में ही है ।। हर हर महादेव।।
@@hsrai7241 कबीर देवता थे ही नहीं, नौटंकी तो अन्य धर्म वालों ने लगा रखी है,
@@kantikumar1246 किस धर्म से संबंधित है कबीर साहेब हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई या कोई और
એ પોપટ ૐ ૐ ૐ ૐ ૐ ઓમકાર હી મહાન હૈ,એક બાર ધ્યાનસ્થ હોકે અનુભવ કીજીયે પ્રભુ🙏
ॐ के रहस्य से परिचित आप स्वयं नहीं हो मानव प्यारे !
महाराजजी जींस ध्वनि का कोई प्रकार नहीं वोही ॐ
Jai ho g sahi bat he
आप अपने को सबसे बड़ा ज्ञानी हो, रामाशंकर जी, आप नास्तिक हो,
सत्य कड़वा होता है जिसे तुम समझ नहीं सकते
@@skcbrahmart6172 बड़े बराई नहीं करे , बड़े न बोले बोल निज मन हीरा कब कहे लाख टका मेरो मोल
कम बोल सातवीं फेल 🤣🤣@@skcbrahmart6172
नास्तिक किसे कहते हैं।
ॐ नम शिबाय ॐ
ओम एक साधारण सब्द जिसका अर्थ है आदर सूचक सब्द जैसे किसी के आगे श्री लिखते है वैसे ओम आदर सूचक सब्द है
😂😂 thoda gyaan ki jarurat hai tereko
@@Gayatridevi-bs6jj आप को ग्यान कि जरूरत संस्कृत की डिक्शनरी खोल कर देखो ओम का अर्थ ओम आदर सूचक सब्द है
सत्य सत्य का भया प्रकाश ......सत्य से बनी धरती आकाश सत्य से बनी..........
ओमकार ( निरंजन ) का निर्माण करने वाले भी सत्य हैं.. साहेब की सोलवि सूर्ता आदीमाया के भरम ( ब्रह्म)निर्माते भी सत्य हैं.. अलख लखे अल्खो लखे...
सद्गुरू के मर्जी के बिना कही पर भी पत्ता भी नहीं हिलता है...
सत्य पुरुष की छ्टी सूर्त निरंजन को किसने प्रगट किया.. सद्गुरू ने..
सत्यपुरूष की सोलवी सुर्त माया को किसने प्रगट किया. सद्गुरू ग्यानिजी
ने..
क्यु? प्रगट किया सत्यलोक में कूछ हंस बिगड गये थे वो भक्ती नहीं कर रहे थे.. ईनके लिये अलग लोक बनाया.गया
. ऐसे सब बिगडे हुये सत्य लोक के बच्चे को सुधार ने के लिये निरंजन लोक बनाया.. ओर् इसका इन्चार्ज सबसे बडा खतरनाक जेलर किसको बानाया...
वो है सद्गुरू के सबसे प्यारा विश्वसनीय पुत्र निरंजन को... तो ये धर्मराय सच्चा सत्य लोक से चुना गया न्यायाधीश है.. ओर वो अपने ढंग से काम कर रहा है..जैसा सत्य पुरुष ने बताया वैसा ही अपने सुधार गृह में कडी मेहनत से काम कर रहा है..
मार धाड करके. प्यार से. समझा बुझा कर वो अपना काम कर रहा है.. तो आपको क्यू? तकलिब हो रही है..
उन्होंने अबतक कई जिवो को हंस बनाकर सत्य लोक भेजा.. जैसे संत मीराबाई, नामदेव, तुलसी दास नानकजी साहेब, गरीब दास, धर्मदास साहेब, ऐसे कई जिवो को सत्यलोक भेजा ओर जो अभी थोडेसे कच्चे है. ऊस को अपनेही समीप निरंजन लोक में रखा..इसिमे साहेब की प्यारी कन्या माया का भी अच्छा साथ मिल रहा है.. माया इस गउ की पालन कर्ता है. इस धरती मां गौ गऊ का दूध भी निकाल रही हैं. ईसिको बिघाड भी रही है.. इसिको दधी बनाकर अच्छेसे दुःख देकर रगड रही है..भिन्न भिन्न धर्म भाषा विचार फैला कर आग्यान रुपी इसी जीव रुपी दूध को बिघाड रही है. ओर ज्ञान रुपी वेद संत रुपी आरी से इनका माखन भी अलग निकाल कर शुद्ध स्वरुपी हंस तयार कर रही है...अपने परम पूज्य पिता सत्य पुरुष के लिये.. सा हे ब बं द गी...
# भिन्न भिन्न सभी धर्म पंथ जात विचार बुद्धी आदी माया कर रही है..
कबिर पंथ में भी ऐसे ही अलक थोडे सुधारे हूये विचार धारा में माया 95% प्रवेश किया हैं.. ये मायावी लोग इसमे पाणी डाल कर..(अपना अलग अलग विचार फैला कर ) इस शुद्ध दूध को भी बिघाड रहे हैं.. ओर जो सच्चे भक्त हंस है वो ही इस मटकी से दूध दूध पिकर 95% पाणी त्याग देणे वाले है.. है दूध रुपी ज्ञान से अपणी जीवनी भक्ती की सेहद सुधार रहे हैं..
*साधू ऐसा चाहिए जैसा सूप सुहाय..सार सार गही लेत है पोधा देई उडाय* ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में तीन मित्रों का निर्देश है ओम तत् सत
Sat saheb 🙏😊
ॐकारसे खतरा?
ये कैसा सत्संग?
Bahut sundar kaha🙏
Aapke charanon mein sat sat Naman Rama Shankar ji
एक वीडियो बांग्लादेश मे जिन लोगों पर जुल्म हुए हैं उन पर भी बनाओ l
जयश्रीराम जयभारतजयभारतीय मंगलमय भारत सत्यमेव जयते।जब,आपको।सनातनधर्मकोनहीजानतेतबफोफोसर्पकीतरहक्योफुफकारतेरहतेहो।जयश्रीराम आपकेअनुसारभृमणतीरथयातायातसबबेकारहै।दुरागृहीमानव।ऊ,अर्थनहीसमझसकोगे। जागृतस्वप्नसुषुप्त्यादिपृपंचमयदिपृकाशतेतद्दबृह्म,अहम्इति
सत्य है 🙏💕कबीर कि वानी
Sachhi baat kahi hai aapne .
Jai ho bhagwaan Kabir Saheb ji ki
कबीर जी ज्ञान हे सबके पास तुमने तुम्हारा नया कोनसा ज्ञान प्रगट कीया है
Yah Baat aapane Satya kahi hai yah Satya hai Satya hai iske liye Satya hai Satya hai Satya Satya hai
जो साहेब कह रहे हैं यह वेद की कहानी नहीं है, यह पौराणिक कथाओं में लेख मिलते हैं l जय विज्ञान
" ओम हरि ॐ,,
ज़हर मीठा होता है, अमृत कणवी । जो जानै सो भया सयाना।
Saheb bandagi saheb satnam guru dev ji...
किसी,भी,धरम,के,खिलाफ,नही,बोलना,चाहिए,मानो,या,न,मानो
सत्य वचन सबको कड़वा लगता है
जय गुरूदेव जी को प्रणाम
आसमानी किताब , कब्र में मुर्दे द्वारा लिखी हुई किताब ।
🙏ॐ ॐ ॐ 🙏🚩
कबीर दास जी जो भी कहे हैं सब सच कहें आज के जितना भी कथावाचक है सब झूठ मुठ के गाय के सिंह बल में बैठ किसिंग गए में मिलाकर के आप कहते हैं कि सनातन धर्म में लिखा हुआ है कौन लिखा है उसको आदमी
सत्य वचन श्रीमान