कितनी सरलता से गुरूजी ने आज की समस्यायों का भी समाधान बता दिया, क्योंकि वास्तव में सनातन धर्म तो यही है, जो हम स्वीकार ही नी कर पाते, हम उलझे ही रहते है अपनी कल्पनाओ में, सत्य से कोई वास्ता ही नी रखना चाहते और हमें पता भी तो नी है कि सत्य है क्या, उपनिषदों की रचना ही इसीलिए हुई है की सत्य को जानो और वास्तव में सनातन धर्मी बनों, रूड़ियों को मानकर हम सनातनी हो ही नी सकते, प्रणाम गुरुदेव 🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी मैं आपको बता नहीं सकती कि आप क्या कर रहे हैं❣️ , क्या दे रहें हैं इस संसार को।❣️ (आप तो जानते ही हैं।😊) इस धरती के लोग आपके ऋणी रहेंगे।❣️😊🙏🙏😊❣️ आपकी इस दुनिया को बहुत ज़रूरत है। आपके लंबे और स्वास्थ्य जीवन की कामना। ईश्वर से एक और प्रार्थना कि हम आपके सच्चे शिष्य बन जाऐं। आपकी मेहनत विफल न जाए।❣️❣️❣️❣️
आचार्य जी, मेरे पास शब्द नहीं है कुछ भी कहने के लिए।जिस अमृत की तलाश थी मुझे वो मुझे मिल ही गया था,मगर आपको सुना तो उस तलाश को और बल मिला।मगर जो तलाश या प्यास है वो बुझती ही नही। आपको सुनता हूं तो लगता है ,अमृत पान कर रहा हूं।आपको कोटि कोटि नमन एवं धन्यवाद।🙏🙏
इसका मतलब जो हिन्दू लोग डींगें हाँकते थे कि सनातन धर्म तो हमारा है पर आज समझ आया कि सनातन धर्म सबका है चाहे वो मुस्लिम हो, चाहे वो क्रिश्चियन हो, चाहे वो अमेरिका का हो , चाहे वो चीनी ही क्यों न हो। बस एक शर्त हि कि वो ईश्वर के प्रति सच्चा होना चाहिये।
Sanatan dharma ek inclusive chiz hai..aap uss parmatma jo ki sanatan hai uski prapti ke liye usko jo naam de kisi hindu ko problem nhi hai chaahe wo naam allah ho Jesus ho .lekin jab koi bol de ki mera hi parmatma sachha hai..mera hi pooja karne ka tarika sahi hai..baaki sab galat.. problem starts from that thinking
Jisko log dharm kehte wo to logon dwara krit dharm hai Log dharm ya lok dharm Or lok dharm Sanatan dharm kaise ho skta hai Kyuki Sanatan to sahaswat hai jo kbhi nhi badle weh Sanatan hai Lok dharm me samskritya or manayetaaye hai jo samay ke badalti rehti hai or jo badal gaya wo sashwat kaise Sanatan kaise
सनातन संस्कृति देव निर्मित मानव निर्मित नहीं सत्य ही सनातन है विज्ञान ही सनातन परिवर्तन ही सनातन है पूर्ण निर्मित होना सनातन धर्म की सदा जय हो आपके वचन सत्य और सुंदर है
हे गुरुदेव आपको शत शत नमन। इस हमारी उलझन को इतनी आसानी से से सुलझाने के लिए में भी कालसपेक्ष से कालातीत की और प्रयासरत हूं आप ही की कृपा से आपको निरंतर लगभग 1.5 साल से सुनकर कर्म में ला रहा हूं प्रभू आपको कोटि कोटि प्रणाम🙏
सनातनमेनमाहुरताद्य स्यात् पुनर्णव: । अहो रात्रे प्रजायेते अन्यो अन्यत्र रूपयो: ।। अथर्ववेद - (10/8/23 ) सदा से विद्यमान, नित्य नूतन सनातन वैदिक धर्म ही मानव धर्म है ।
आचार्य जी को सादर प्रणाम हम आप की संस्था की मेहनत की बहुत प्रंशसा करते है और आप जो कर रहे है वो इस दुनिया को एक नई दिशा दे रही है ,🙏 आप से एक छोटी विनती है आप अपने कोर्स में युवावों के लिए विशेष कर हम जैसे छात्रों के लिए कुछ छूट प्रदान करे आचार्य जी को प्रणाम
@@anandkrishna8078 निश्चित रूप से प्रकृति परिवर्तनशील है आचार्य जी वही तो कह रहे हैं प्रकृति सदा ही परिवर्तनशील रहेगी और यही समझने के लिए जो बौद्ध उठता है और उठता रहेगा वही सनातन धर्म है
प्रणाम आचार्य जी। सनातन धर्म को बहुत ही अच्छी तरह समझाया आपने। एक जगह जहां आस्तिकता और नास्तिकता की बात आती है वहां मैं थोड़ा समझ नही पाया अच्छे से। स्वामी विवेकानंद कहते हैं कि पुराने समय मे नास्तिक वो होता था जिसे ईश्वर पे विश्वास नही, लेकिन अभी के समय मैं नास्तिक वो है जिसे स्वयं पर विश्वास नही। और श्री रामकृष्ण परमहंस कहते हैं कि ब्रह्म और ईश्वर एक ही जानो, वो सांप जो कुंडली मार के स्थिर बैठा है वो ब्रह्म है और वही सांप जब चलायमान होता है तो वो ईश्वर है। जीवन का लक्ष्य भी उन्होंने ईश्वरप्राप्ति को बताया है, जो कि ठीक ईश्वर प्राप्ति बोलिये या ब्रह्मलीन सब एक ही बात है। बस ये ईश्वर और ब्रह्म का भेद कुछ समझ नही आया। फिर मीराबाई भी तो उन्ही ईश्वर की उपासना करते हुए उनमे लीन हो गयी थी। इसपे थोड़ा प्रकाश डालने की कृपा करें।
आचार्य जी मुझे इस प्रश्न का उत्तर आपसे अवश्य चाहिये। मैं तक़रीबन 1 साल से आपकी वीडियोज़ देख रहा हूँ और अब आध्यात्मिकता की ओर ना सिर्फ जीवन मुड़ा है बल्कि अनावश्यक और नश्वर चीज़ों की तरफ आकर्षण भी नियंत्रित हुआ है। जीवन को, प्रकृति को, लोगों को, समाज को देखने और समझने का नजरिया भी विकसित हुआ है। परंतु मैं आजकल देख रहा हूँ, धर्म के नाम पर इतनी मनगढ़ंत कहानियां, कथावाचकों द्वारा और अन्य जो धर्म के ठेकेदार बने बैठे है, वे समाज को अलग ही दिशा में मोड़ रहे हैं। मेरे परिवार में माता पिता ज्यादातर ऐसे कथावाचकों की वीडियो देखते रहते है। वे कथावाचक कभी हाथ की रेखाओं का महत्त्व बताते हैं, कभी अलग अलग तरीके अपनाने को कहकर घर में सुख समृद्धि लाने का तरीका बताते है। मुझे ये सब सुनकर बड़ा क्रोध आता है, उन्हें जबर्दस्ती एक दो बार आपके वीडियो दिखाये, प्रकृति, जीवन, और अध्यात्म के, पर देखकर दोबारा देखना पसंद नही करते। फिर रोज वही कथाएं और उनके भजन सुनने लगते है। और तो और वे कथावाचक सत्संग के नाम पर भगवानों की ऐसी ऐसी कहानियां सुनाते रहते है जैसे कि भगवान सब कुछ उनके सामने ही करते थे और वे हर वक्त वहां मौजूद रहते थे। और इन महाराजों और सत्संगों से धर्म को ग्रहण करने वाले और मानने वाले बहुत हैं। समझ नही आता क्या करूँ? अपने सामने ऐसे लोग देखता हूँ तो सुनने और सुनाने वाले, दोनों पर गुस्सा आता है।
अहंकार कोशिश कर रहा था यार कोशिश कर रहे the माता पिता के प्रति प्रेम भी रखा जरूरी है. मl मैंने भी पूरी कोशिश की है पिताजी तो पहले से ही बचपन में कुछ किताबों का अध्ययन किया हुआ था इसलिए उन्हें अचार्य जी की बातें समझने में आसानी ho gayi अपनी माताजी को वीडियो दिखा कर और अपने तरीके से जो भी कुछ हो सका किया मैंने. और यह कोई एक या 10 दिन की कोशिश नहीं हो सकता है महीनों लग जाए लेकिन कोशिश नहीं छोड़ना है अपनी नाराज भी हो जाते हैं गुस्सा भी हो जाते हैं लेकिन इस चीज को नजरअंदाज करके भी कोशिश करते रहना है. यही आचार्य जी से सीखा और किया मैंने 🙏
आचार्य जी मेरा नाम आकाश है और राजस्थान से हु। मैं 24 साल का मेरा जीवन अब तक बिना किसी मतलब के जिये जा रहा हू मुझे बस ये जीवन नहीं जीना है जो मैं जी रहा हू बस में आपन जीवन के काम बदलना चाहता हूं!
1400 वर्षो में इस्लाम जो मजहब है जो लगभग पूरी दुनिया मे फेल चुका तो उसमें ऐसी क्या खासियत है जो फैले ही जा रहा है ? और सनातन या सनातनी हिन्दू,जैन, सिख, जो मानवता की बात करते है उसका दायरा सिमटता जा रहा है आख़ीर क्या कमी या कारण है ? ओर इसे किस प्रकार दूर किया जाए?....
संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें: acharyaprashant.org/enquiry?formid=209
उपनिषद और जीवन पर ऑनलाइन कोर्स: solutions.acharyaprashant.org
🙏🌺🕊️
आचार्य जी सत्य क्या है?
बहुत स्पष्टता है प्रशांत जी
सनातन धर्म का मर्म समझाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद गुरुजी 🙏🙏
🙏🙏 nice
🙏🙏सनातन धर्म का इतना स्पष्ट व सरलतम अर्थ समझाने के लिए कोटिशः धन्यवाद
सनातन धर्म कभी मिट नही सकता क्योंकि जबतक इंसान है, इंसान की वेदना है तो सनातन धर्म भी है ।
कितनी सरलता से गुरूजी ने आज की समस्यायों का भी समाधान बता दिया, क्योंकि वास्तव में सनातन धर्म तो यही है, जो हम स्वीकार ही नी कर पाते, हम उलझे ही रहते है अपनी कल्पनाओ में, सत्य से कोई वास्ता ही नी रखना चाहते और हमें पता भी तो नी है कि सत्य है क्या, उपनिषदों की रचना ही इसीलिए हुई है की सत्य को जानो और वास्तव में सनातन धर्मी बनों, रूड़ियों को मानकर हम सनातनी हो ही नी सकते, प्रणाम गुरुदेव 🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी मैं आपको बता नहीं सकती कि आप क्या कर रहे हैं❣️ , क्या दे रहें हैं इस संसार को।❣️ (आप तो जानते ही हैं।😊)
इस धरती के लोग आपके ऋणी रहेंगे।❣️😊🙏🙏😊❣️
आपकी इस दुनिया को बहुत ज़रूरत है। आपके लंबे और स्वास्थ्य जीवन की कामना।
ईश्वर से एक और प्रार्थना कि हम आपके सच्चे शिष्य बन जाऐं। आपकी मेहनत विफल न जाए।❣️❣️❣️❣️
पूरी बातों का सार जिसको शांत मन आत्मा स्वरूप ❤जीना हैँ उसको सच्चाई मे जीना ही होगा ❤
सनातन धर्म की इतनी स्पष्ट परिभाषा आजतक नहीं सुनी। अद्भुत वीडियो।
चरण स्पर्श, गुरूजी। 🙏🙏🙏
तुम्हे बोध की तरफ बढ़ना है, सबकुछ छोड़ो सत्य की ओर बढ़ो यही सनातन धर्म है।🔥
सत्य क्या है।
@@osmknowledge5610
Sab kuch myth hai lakin Janam aur Mrityu hi satya hai...
Sikh dharam ke ansaar janam jhooth aur marna sach hai
आचार्य जी, मेरे पास शब्द नहीं है कुछ भी कहने के लिए।जिस अमृत की तलाश थी मुझे वो मुझे मिल ही गया था,मगर आपको सुना तो उस तलाश को और बल मिला।मगर जो तलाश या प्यास है वो बुझती ही नही। आपको सुनता हूं तो लगता है ,अमृत पान कर रहा हूं।आपको कोटि कोटि नमन एवं धन्यवाद।🙏🙏
Bhai please share Aacharya jee video.
वो करो जो तुम्हे शांति तक लेकर जाता हो🙏🏻
शांति की तरफ क्या लेकर जाता है।
Thankyou so much aachary ji❤hame Gyan Dene ke liye❤koti koti pranam aapko❤❤
सत्य के प्रति मेरी चाहत, मेरी तडप, मात्र वही तो सनातन है।
वही करो जो तुम्हें शांति की तरफ ले जाता हो यही सनातन धर्म है।।🙏
इसका मतलब जो हिन्दू लोग डींगें हाँकते थे कि सनातन धर्म तो हमारा है पर आज समझ आया कि सनातन धर्म सबका है चाहे वो मुस्लिम हो, चाहे वो क्रिश्चियन हो, चाहे वो अमेरिका का हो , चाहे वो चीनी ही क्यों न हो। बस एक शर्त हि कि वो ईश्वर के प्रति सच्चा होना चाहिये।
ईश्वर के प्रति नही सत्य के प्रति जुड़ाव होना चाहिए।
🙏
ईश्वर मतलब सत्य
Sanatan dharma ek inclusive chiz hai..aap uss parmatma jo ki sanatan hai uski prapti ke liye usko jo naam de kisi hindu ko problem nhi hai chaahe wo naam allah ho Jesus ho .lekin jab koi bol de ki mera hi parmatma sachha hai..mera hi pooja karne ka tarika sahi hai..baaki sab galat.. problem starts from that thinking
Jisko log dharm kehte wo to logon dwara krit dharm hai
Log dharm ya lok dharm
Or lok dharm Sanatan dharm kaise ho skta hai
Kyuki Sanatan to sahaswat hai jo kbhi nhi badle weh Sanatan hai
Lok dharm me samskritya or manayetaaye hai jo samay ke badalti rehti hai or jo badal gaya wo sashwat kaise Sanatan kaise
आप जो भी कहते हो बहुत ही स्पष्ट तरीके से कहते हो,आपसे ज्यादा स्पष्ट करने वाला मैंने अभी कोई वक्ता नहीं देखा।।🙏🙏
धर्म वही अच्छा है जो तुम्हें शिखर तक ले जाये!
~ आचार्य प्रशांत ________ ✍️
ये शिखर कहा है,ओर केसा है।
@@osmknowledge5610 जान लोगे निष्कर्ष निकाल लोगे और उस निष्कर्ष के पिछे भागोगे , उँचाई का रास्ता कही ओर छुट जायेगा
Aaj Sanatan Dharm ka Arth Samajh Mein Aaya kitne Saral dhang se samjhaya Aacharya Ji ko Koti Koti Pranam👣👣👣👣👣🙏🙏🙏
सनातन संस्कृति देव निर्मित मानव निर्मित नहीं सत्य ही सनातन है विज्ञान ही सनातन परिवर्तन ही सनातन है पूर्ण निर्मित होना सनातन धर्म की सदा जय हो आपके वचन सत्य और सुंदर है
हमे सच्चाई और रोशनी चाहिए मात्र यही सनातन धर्म है।
सनातन कभी समाप्त न होने वाला है।अद्भुत।🧡🙏🏻
सनातन धर्म का अर्थ है सब कुछ छोड़ो, सिर्फ सत्य को तलाशो। मुझे सिर्फ सत्य चाहिए, रोशनी चाहिए।🙏
Usame bhedbhav q hai
@@shitalvaidya9573 किसमे?
जो शाश्वत है वही सनातन है ।।😍😎☝️
सनातन धर्म का अर्थ आज तक पता नहीं था बहुत नमन और धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏
सनातन धर्म का अर्थ है सबकुछ छोड़ो मात्र सत्य को तलाशो।
सही बात कहाँ आपने!
मै किसी समूह या पंथ और संप्रदाय में नहीं हूं, मै हमेशा खुद को सनातनी मानता हूं।
शत शत नमन गुरुदेव 🙏🙏
धर्म वही अच्छा है जो आपको शिखर की ओर ले जाए।।🙏
हे गुरुदेव आपको शत शत नमन। इस हमारी उलझन को इतनी आसानी से से सुलझाने के लिए
में भी कालसपेक्ष से कालातीत की और प्रयासरत हूं आप ही की कृपा से
आपको निरंतर लगभग 1.5 साल से सुनकर कर्म में ला रहा हूं
प्रभू आपको कोटि कोटि प्रणाम🙏
धर्म वहीं अच्छा है,जो तुम्हे शिखर की ओर ले जाए।🙏
@@prashantsharma344
सत्य।
जिसको पंथ से नही , सच से मतलब हो गया वो सनातनी हो गया ।
धन्यवाद आचार्य श्री इस महत्वपूर्ण विषय को लेने के लिए अब तो पूरे जीवन भर मैं इसे नही भूलूंगा।🙏
सनातनमेनमाहुरताद्य स्यात् पुनर्णव: ।
अहो रात्रे प्रजायेते अन्यो अन्यत्र रूपयो: ।।
अथर्ववेद - (10/8/23 )
सदा से विद्यमान, नित्य नूतन सनातन वैदिक धर्म ही मानव धर्म है ।
हे दयालू क्रपालू हे अवतारी पुरूष धन्य हुआ हमारा जीवन जो आपके सपसट दर्षन हुए
आचार्य जी को सादर प्रणाम
हम आप की संस्था की मेहनत की बहुत प्रंशसा करते है और आप जो कर रहे है वो इस दुनिया को एक नई दिशा दे रही है ,🙏
आप से एक छोटी विनती है आप अपने कोर्स में युवावों के लिए विशेष कर हम जैसे छात्रों के लिए कुछ छूट प्रदान करे
आचार्य जी को प्रणाम
आप नये युग को बदलकर ही दम लेंगे / सत् सत् प्रणाम
धर्म वहीं है जो आपको सबसे ऊंचे तक ले जाए
~
🙏🙏
आचार्य जी आनंद आ गया आपको शत-शत नमन
सनातन माने वो जो लगातार है,लगातार कौन है लगातार प्रकृति है, और प्रकृति में जो अहम वृती है वो है लगातार और अहम वृत्ति प्यासी है उसी के लिए है धर्म🙏🏻
वाह di अच्छे से वर्णन कर दिया आपने😊
प्रकृति सनातन नहीं है। वह परिवर्तनशील है।
@@anandkrishna8078 निश्चित रूप से प्रकृति परिवर्तनशील है आचार्य जी वही तो कह रहे हैं प्रकृति सदा ही परिवर्तनशील रहेगी और यही समझने के लिए जो बौद्ध उठता है और उठता रहेगा वही सनातन धर्म है
प्रणाम आचार्य जी🙏 शुद्ध मन निर्मल मन निश्चल मन ही सच्चा धर्म है आपके वचन बहुत प्रिय लगे आचार्य जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार🙏🙏🙏🙏
Aad sanatan iti sanatan ka arath aaj samaj aya acharia ji bhoat 2dhanyabadi
Clarity देने के लिए अति आभार 🙏
बिल्कुल सही उत्तर दिए, सनातन शब्द का, बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी।
khub khub dhanyawad acharyaji khub dhanyawad es satsang k liyai
Bahut din k baad es prashn ka sahi answer mila .....dhanyawaad acharya ji hm sbko sahi gyan dene k liye ...
Sat sat naman aapko
👏👏👍 Good questions and very good Answers Guruji 🙏.
🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी। सनातन धर्म को बहुत ही अच्छी तरह समझाया आपने। एक जगह जहां आस्तिकता और नास्तिकता की बात आती है वहां मैं थोड़ा समझ नही पाया अच्छे से। स्वामी विवेकानंद कहते हैं कि पुराने समय मे नास्तिक वो होता था जिसे ईश्वर पे विश्वास नही, लेकिन अभी के समय मैं नास्तिक वो है जिसे स्वयं पर विश्वास नही। और श्री रामकृष्ण परमहंस कहते हैं कि ब्रह्म और ईश्वर एक ही जानो, वो सांप जो कुंडली मार के स्थिर बैठा है वो ब्रह्म है और वही सांप जब चलायमान होता है तो वो ईश्वर है। जीवन का लक्ष्य भी उन्होंने ईश्वरप्राप्ति को बताया है, जो कि ठीक ईश्वर प्राप्ति बोलिये या ब्रह्मलीन सब एक ही बात है। बस ये ईश्वर और ब्रह्म का भेद कुछ समझ नही आया। फिर मीराबाई भी तो उन्ही ईश्वर की उपासना करते हुए उनमे लीन हो गयी थी। इसपे थोड़ा प्रकाश डालने की कृपा करें।
गुरुदेव अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाने के लिए सत सत नमन आप को 🙏🙏
Ati sundar
सनातन धर्म किसी इंसान में नही बनाया इसीलए वो मिट नही सकता ।
बहुत सुंदर प्रवचन ...नमन आचार्य जी
🙏नमन आचार्य जी🙏
रिया 🌺नमन आचार्य जी 🌺🌺🙏🙏🙏🙏
Eyes opening video achary ji,...
Great understanding person achary ji 💝
as I imagined based on all videos I have watched till yet:-
Jbtk chetna rhegi sanatan rhega.🙏
This video makes my morning fresh ❤️❤️❤️
🙏🙏🙏जय श्री कृष्ण🙏🙏🙏
सुन्दर बिश्लेषन 🙏
सारा धर्म अहंता के लिए ही होता है।
Adbhut satya 🙏
Guruji ko mera Sashtang namann...!!
जय श्री राम⛳🚩🙏🏻🛕
Wahoo very nice and simple of explaining ,Parham Acharya ji 🙏
Prem pranam aachary g.. 🙏🙏Adbudh vyakhya 🌺🙏💕
आचार्य जी मुझे इस प्रश्न का उत्तर आपसे अवश्य चाहिये।
मैं तक़रीबन 1 साल से आपकी वीडियोज़ देख रहा हूँ और अब आध्यात्मिकता की ओर ना सिर्फ जीवन मुड़ा है बल्कि अनावश्यक और नश्वर चीज़ों की तरफ आकर्षण भी नियंत्रित हुआ है। जीवन को, प्रकृति को, लोगों को, समाज को देखने और समझने का नजरिया भी विकसित हुआ है।
परंतु मैं आजकल देख रहा हूँ, धर्म के नाम पर इतनी मनगढ़ंत कहानियां, कथावाचकों द्वारा और अन्य जो धर्म के ठेकेदार बने बैठे है, वे समाज को अलग ही दिशा में मोड़ रहे हैं। मेरे परिवार में माता पिता ज्यादातर ऐसे कथावाचकों की वीडियो देखते रहते है। वे कथावाचक कभी हाथ की रेखाओं का महत्त्व बताते हैं, कभी अलग अलग तरीके अपनाने को कहकर घर में सुख समृद्धि लाने का तरीका बताते है। मुझे ये सब सुनकर बड़ा क्रोध आता है, उन्हें जबर्दस्ती एक दो बार आपके वीडियो दिखाये, प्रकृति, जीवन, और अध्यात्म के, पर देखकर दोबारा देखना पसंद नही करते। फिर रोज वही कथाएं और उनके भजन सुनने लगते है। और तो और वे कथावाचक सत्संग के नाम पर भगवानों की ऐसी ऐसी कहानियां सुनाते रहते है जैसे कि भगवान सब कुछ उनके सामने ही करते थे और वे हर वक्त वहां मौजूद रहते थे। और इन महाराजों और सत्संगों से धर्म को ग्रहण करने वाले और मानने वाले बहुत हैं। समझ नही आता क्या करूँ? अपने सामने ऐसे लोग देखता हूँ तो सुनने और सुनाने वाले, दोनों पर गुस्सा आता है।
अहंकार कोशिश कर रहा था यार कोशिश कर रहे the माता पिता के प्रति प्रेम भी रखा जरूरी है. मl मैंने भी पूरी कोशिश की है पिताजी तो पहले से ही बचपन में कुछ किताबों का अध्ययन किया हुआ था इसलिए उन्हें अचार्य जी की बातें समझने में आसानी ho gayi अपनी माताजी को वीडियो दिखा कर और अपने तरीके से जो भी कुछ हो सका किया मैंने.
और यह कोई एक या 10 दिन की कोशिश नहीं हो सकता है महीनों लग जाए लेकिन कोशिश नहीं छोड़ना है अपनी नाराज भी हो जाते हैं गुस्सा भी हो जाते हैं लेकिन इस चीज को नजरअंदाज करके भी कोशिश करते रहना है.
यही आचार्य जी से सीखा और किया मैंने
🙏
किस्से-कहानियों की मनाही नही है और बाक़ी जिसका जैसा बोध विकसित हुआ वो वैसी चीजो को पकड़ लेता है...
धन्यवाद
👌
Jai shri Ram Acharya ji
Wah guruji ,bodh se pripurn hai aap, 🙏🙏🙏
सत् सत् प्रणाम आचार्य जी🙏🙏🙏🙏
जो शास्वत है वही सनातन है या जो सनातन है वही शास्वत है
Namesty acharya ji
प्रणाम आचार्य श्री 🙏🙏🙏
आज समझ में आई बात 🙏
🙏🌼🌼❤️
Acharya Ji Sadar Namann
किस किस ने आचार्य जी का ऐप इंस्टॉल किया है?
आचार्य जी मेरा नाम आकाश है और राजस्थान से हु। मैं 24 साल का मेरा जीवन अब तक बिना किसी मतलब के जिये जा रहा हू मुझे बस ये जीवन नहीं जीना है जो मैं जी रहा हू बस में आपन जीवन के काम बदलना चाहता हूं!
Parnam acharya ji 🙏
धन्यवाद गुरुदेव
🙏🙏🙏 प्रणाम आचार्यजी
प्रकृति तो परिवर्तनशील है तो फिर प्रकृति सत्य कैसे हो सकती है?
Woh reference hai but ,chetna satya, atma woh continue hai
#motivating
Danya guru ji namsakar
Pranaam acharyaji...!!!🙏
सत्य सनातन धर्म की जय हो..... जय हो गुरुदेव 🙏🙏🙏
1400 वर्षो में इस्लाम जो मजहब है जो लगभग पूरी दुनिया मे फेल चुका तो उसमें ऐसी क्या खासियत है जो फैले ही जा रहा है ?
और सनातन या सनातनी हिन्दू,जैन, सिख, जो मानवता की बात करते है उसका दायरा सिमटता जा रहा है आख़ीर क्या कमी या कारण है ? ओर इसे किस प्रकार दूर किया जाए?....
JAI GURU DEV 🙏🙏🙏
जयगुरुदेव 🙏
Guruji प्रणाम
21:38 best part 👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
Bilkul sahi Aacharya ji Pranam❤🎉
सारी मानव जाति के लिए है सनातन धर्म
सनातन धर्म किसी इंसान द्वारा बनाया ही नहीं गया तो इंसान उसे मिटा भी नहीं सकता🙏
🙏🌺
सनातन धर्म की क्या बात है🙏🙏🙏
The Almighty is the truth
❤️❤️🙏🙏
मैं धर्म नहीं जानता हूं ना ही और कुछ मे अपना ये जीवन बदलना चाहता हूं बस
चरण स्पर्श गुरुदेव🙏
Wah guru ji😳😳🙏🙏🙏😍