परमीबाई को भांत,जाणवी लोलां रो आयो झूलरो सिवाड़ा गोदारां के आंगणै। 11 मई 2024
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- Опубліковано 11 лют 2025
- यह सोंग हिंदुसंस्कृति के अनुसार बैटी को मायेरा भरने की रस्म पर गाया गया है। जो अपने समस्त कुटम्ब परिवार आमंत्रित कर अपने बैटी के ससुराल मे उनकी पुत्रियों की शादी पर भांत भरा उस भांत मे जो सामील हुऐ रिश्तेदारों का वर्णन लिखकर एक सोंग मे कितना भांत भरा उसका विवरण का जिक्र कर एक बड़िया सोंग मय वीडियो बनाकर आम श्रोताओं के सामने प्रेषित किया गया।यह भांत जाणवी के मदाणी परिवार के साथ समस्त लोलां की तरफ से मायेरा गांव शैराणी ढाणी सिवाड़ा पीथाजी गोद काछबजी गोदारा के पौत्र हनुमान /धूड़ाजी गोदारा के आंगण भरा गया ।