ब्लास्टर भैया में आपका सम्मान करता हूँ पर एक चीज के लिए आपकी बात पर टिप्पड़ी जरूर करूँगा ... दीपावली शब्द का विच्छेदन आपने बिलकुल गलत किया है , वली और बली में आप फर्क नहीं कर पाये आपने दीपावली को राजा बली से जोड़ दिया है जो बिलकुल ही गलत है , दीपावली का अगर संधि विच्छेद करेगे तो दीप + आवली दो पूर्ण शब्द प्राप्त होगे दोनों के अर्थ भी है दीप का अर्थ दीपक और आवली संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ पंक्ति ,कतार , क्रम होता है जहाँ तक मैंने पड़ा है
भाई साहेब दीपाबली को ब्राह्मणों ने दीपावली बनाया है ।आप इतिहास को सही ढंग से पढ़िए कि ब्राह्मण शब्दों की चोरी कर करके प्राचीन इतिहास को बदल दिया है।जैसे हिंदू शब्द था ही नहीं उसको सिंधू से चुराया गया है।जो हमारे देश की सबसे प्राचीन सभ्यता थी सिंधु घाटी सभ्यता और यह सभ्यता बौद्धों की थी इसी समय भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था।तो इसलिए ये जो आचार्य जी बोल रहे हैं ये बिल्कुल सही बता रहे हैं
Ram aur Ravan yuddh 9 din nahin balki 84 din chala Ram jab se vanvas Gaye tab se dipawali tak hi 14 varsh pure hote hain na ke Ravan ki dashara ko yah logon mein galat Manyata hai sahi jawab diya karo Shastri ji
Mai maanta hu grantho me jhoot likha h bnaabti kahaniy h lekin iska matlab sankrit bhasa bhi bnaabti hogi agr boudhdh ki bhasa alg thi to sankrit kon bolta tha kb se chali ye bhasa btaaye please kyoki aapko hr cheej buddh se hi jodnee h baad baaki sb kalpnik h tu btana h to kuchh jeeban yapan ke baare me bolna sekho dharm ke naam pr batbara krn kaha ka gyan kya sanatni buddh bhagbaan ko nhi maante jo aap dusro ke sb granth bkbaas ginaa dete ho
Manoj ji aapne bahut Sundar baat kahini iske liye aapko deepdan utsav ki hardik badhai.p.s.shakya.
बहुत सुंदर 👈👈
विनाश काले विपरीत बुद्धि 👈
कोई सक नहीं है 👈
Namo buddhay
❤
Namobudhay
मनोज जी आपने बहुत अच्छी बात बोली आपको ढेर सारी शुभकामनाएं दीपदान नमो बुद्धाय जय सम्राट जय मौर्य समराज
पृदूषण बाली बात अच्छी लगी ❤❤❤❤
Right bhai
Budh deepdanutsaw namobudhay
ब्लास्टर भैया में आपका सम्मान करता हूँ पर एक चीज के लिए आपकी बात पर टिप्पड़ी जरूर करूँगा ... दीपावली शब्द का विच्छेदन आपने बिलकुल गलत किया है , वली और बली में आप फर्क नहीं कर पाये आपने दीपावली को राजा बली से जोड़ दिया है जो बिलकुल ही गलत है , दीपावली का अगर संधि विच्छेद करेगे तो दीप + आवली दो पूर्ण शब्द प्राप्त होगे दोनों के अर्थ भी है दीप का अर्थ दीपक और आवली संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ पंक्ति ,कतार , क्रम होता है जहाँ तक मैंने पड़ा है
भाई साहेब दीपाबली को ब्राह्मणों ने दीपावली बनाया है ।आप इतिहास को सही ढंग से पढ़िए कि ब्राह्मण शब्दों की चोरी कर करके प्राचीन इतिहास को बदल दिया है।जैसे हिंदू शब्द था ही नहीं उसको सिंधू से चुराया गया है।जो हमारे देश की सबसे प्राचीन सभ्यता थी सिंधु घाटी सभ्यता और यह सभ्यता बौद्धों की थी इसी समय भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था।तो इसलिए ये जो आचार्य जी बोल रहे हैं ये बिल्कुल सही बता रहे हैं
Balee or bali me antr h deep+ abli (abli ka matalab hot h line kataar tb bni deepabali or rahi baat date ki to amavsya ko hi ravn mara h
Bahut hi sahi bat hi ye
बहुत सुन्दर व्याख्या की है भईया जी आपने
Bhut sunder
सच ,, गुरु जी सही व्याख्या
very good Blaster ji❤
Super my brother 💗💗💗💗
Ram aur Ravan yuddh 9 din nahin balki 84 din chala Ram jab se vanvas Gaye tab se dipawali tak hi 14 varsh pure hote hain na ke Ravan ki dashara ko yah logon mein galat Manyata hai sahi jawab diya karo Shastri ji
Love you Bro❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Bhaiyaji
Very good 👍
Dashara Devi Navratri hai na ki Ram ka koi kam hai
Geetam Singh shakya Chirala good bhai 🎉🎉🎉❤❤❤🎉🎉🎉
😢 Manoj Bhai koi galat baat mat karo Achcha Nahin lag raha hai
अरे भाई जब रावण को ही दान में मिली थी लंका फिर रावण लंका में पैदा कैसे हुआ सोच समझ कर बात किया करो
Good.Guru.je.❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Mai maanta hu grantho me jhoot likha h bnaabti kahaniy h lekin iska matlab sankrit bhasa bhi bnaabti hogi agr boudhdh ki bhasa alg thi to sankrit kon bolta tha kb se chali ye bhasa btaaye please kyoki aapko hr cheej buddh se hi jodnee h baad baaki sb kalpnik h tu btana h to kuchh jeeban yapan ke baare me bolna sekho dharm ke naam pr batbara krn kaha ka gyan kya sanatni buddh bhagbaan ko nhi maante jo aap dusro ke sb granth bkbaas ginaa dete ho
अरे किसी के धर्म के बारे में सोच समझ कर बोला करो
Good thoughts thanks Sir OK.