@@negipahadi8740 हालात कुछ भी करा देता है। अगर कोई व्यक्ति दुश्मनों को भी जान से मार दे न तो भी वह खुश नहीं रहता है मारने वाला भी ये सोचता है कि काश उसकी जान नहीं जाती।
Those who try to commit suicide he wants to get rid off the problems which they are facing as they don't find any solution to the problem. They don't harm any body nor they think any ugly things for others
शायद रमेश इस दुनिया के लिए बना ही नहीं था लेकिन वह इस संसार रुपी जंजाल में इतनी बुरी तरह फंस गया था कि उसे कोई और विकल्प नहीं सूझा 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
Yes sir he was done crime, he didn't have any rights to kill anyone, without him also family members can leave. He was physic. He didn't understood adhyatma, he didn't want any responsibility. He was in depression because of property issue. I know this sichuvetion from closely. 😭without doing anything wrong his family members got killed because of his madness. 😢sucide is not a solution of any problem ,we have to face, its called life.
He did the wrong thing to his family. His story is heartbreaking. When I was listening to his suicide note then realised that the man was a good writer and express his deepest thought in that letter. Om Shanti to him and his family.
Sir I'm big fan of you Roz aapki khanai sunta hoon or ye silsila phicle 2 sal se chal raha hai aaj phla comment hai umeed karta hoon aap mention karoge sir
Sir.Im big fan of you meri yek request hai aap se Mumbai dombivli gangrape case ke mareme kuch sunny 70 bacoko uthaya tha abhi 33 bache lockup me hai 3-4 months hugaye...ye story se aphi padda utha sakte hai sachai kay hai ?
Respected shmsh ji main Hisar se hi hun.....janta tha use clear hearted banda tha...aapke sabhi episode sunta hun brson se ...Dube ji ips..or Baljeet parmar ko bhi sunta hun......aapne jo bhi btaya purnyata satye hai sadhuwad...aapki khoj or dil se kaam karne ka....mritak jb bhi milta ....mritu ke bad nav jeewan ki prashan mujhse puchhta tha....vo bhi itni aatmiyata se graahak ho ke ..puri dunia ko bhuul jata tha...beieng a astrologer mujhse vo aisi apekshayen rakhta tha....us ki niji paintings me mrityu ke baad jiwan ki kalpanayen hi dekhi maine....vo achhi poem sun kar rone lagta tha....bilkul bache jaisa komal hridye tha usko RIP.
Depression najar aa rha...gharwalo ka dhokha ...ufff...sacha soft nature ...bs yhi lg rha...varna problem mei bhi ji hi rha insan ..jyada acha hona bhi problem hai...om shanti 😥🙏🏼
Dear u r hindu, u should know that sanyas has nothing to do with aatmahatya... Shaashwat sirf ishwar hai iska arth ye nahi ki saniyaas ke liye aap pariwar ya khud ki hatya karen...
Iam Hindu but not blind in faith iam a doctor I can say one thing if a person dies there is some reason behind their death there is nothing like moksh or samadhi the people who take samadhi also is a sucide by tough meditation they practice techniques of breathing they gain so much control over their breathing that if they wish they can stop breathing and they die it is nothing like sole leaves the body there are no scientific proofs.
Mai bhi bahut pareshan hu , jivan me kuch accha nahi ho raha Corona ne zindagi Tahas Nahas kar di Job chali gayi saving khatam ho gayi But mai kabhi suside nahi karunga 😔
अगर रमेश ने ओशो को सुना होता तो उसे अपने सभी सवालों के जवाब मिल जाते और उसने जो किया ये कभी न करता। परिवार में रहते हुए परिवार का भरण पोषण करते हुए भी परमात्मा का चिंतन किया जा सकता है। शरीर कर्मों का आधार है, ये स्वस्थ है तो सब कुछ कर सकते हैं, इसे ही गवां देंगे तो। तो कुछ भी नही कर सकेंगे। संसार में बहादुरी के साथ जीना, परिवार का भरण पोषण और सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करना भी एक महत्व पूर्ण कार्य है। इसे अधूरा छोड़ने वाला आदमी भला और क्या कर पायेगा ? क्या परमात्मा भी ऐसे आदमी को पसंद करेगा? जो अपनी जिम्मेदारियों से भाग खड़ा हुआ हो? सन्यास लेने का ये मतलब नहीं होता की भगौड़ा बन के सब छोड़ के भाग खड़े हो जाओ।
सर यह हमारे ही गांव की घटना है । सुनकर बहुत ही दुख हुआ हमें लेकिन देखने में वह ऐसा नहीं था बहुत अच्छा काम चलता था उसका प्रिंटिंग प्रेस की दुकान और हमारे साथ युवा क्लब का मेंबर भी था वह ।🙏🙏
Actually he was in depression. He needed medical help. But we Indian people don’t understand the seriousness of depression and hide it. Sir I like your stories and the way you describe them. ❤️ from Canada.
Nooo its a ideology of mokch not a depression....esi ideology ne in charo ki jaan li hai ab aap mane ya na mane....half knowledge of brahman..sadhu sant Aghori ye sirf hinduo me hote👍
@@sahzankhan6086 You don't have knowledge... According to hindu philosophy moksha cannot be achieved through hatya Or aatmahatya... This man indeed was suffering from some Mental disorder. No sanyaasi ever committed suicide.
Trauma counselling hamare desh main general medicine treatment jaise hoone chaiye. Mental health is very important in other countries but we try to ignore in Sub Continent.
I loved the previous idea of taking sanyas.....coz death would have eventually come to his front door whether he wanted it or not.....but murder and suicide.., absolutely not justifiable......
मेरे गांव से 10 km दूर है ये गांव नगथला ,,हिसार जिले में आता है,,,, बेक्सूर लोगों की जान गई है सिर्फ एक आदमी की खुद की बनाई सोच की vjh से..... उसके हिसाब से वो सही होगा लेकिन किसी बेकसूर की जान लेने का कोई भी हक नहीं है ,,,,,उनका इतना ही कसूर था की वो उसके पत्नी और बच्चे थे
ये इंसान जीव जंतुओं के लिए सदैव बचाव अभियान चलाता था गांव पौधारोपण जैसे कार्य और मेरे गांव के हर बिजली पोल पर अच्छे शब्द भी छपवाई जैसे बेटी बचाओ अभियान स्वच्छता अभियान जैसी बातें लिखवाया है जीवों का रक्षक खुद के बच्चों का भक्षक नहीं बन सकता जांच की जरूरत है अच्छे लोगों जांच भी सही रूप से नहीं होती
Ramesh ji ki soch meri soch se kafi milti julti hai,, parntu zindagi ka dusra naam hi sangarh hai,,apne Liye jiye to kya jiye zindagi to dusron ke liye hoti hai,,har kisi ki soch alag alag hoti hai,is parivaar ke liye mujhe hriday sedukh hai 😭😭😭😭😭😭😭🙏
सर भौतिक सुख तो कुछ भी नही सर अस्ली सुख तो सिर्फ धियान में है जंहा पर हम जब धियान करते है सर वो पल सबसे आनद वाला होता है ।मोक्ष इंसान पा सकता है ग्रहणी जीवन मे रहकर भी पर जो इन्होंने क्या वो बहोत गलत क्या है। म अपनी बताऊं सर सब कुछ है पर इसके पन्नो में बहोत सारी बाते एक दम ठीक है हमारा जीवन जनसंख्या के लिये नही हुआ है जीवन इसलिये मिलता है की हम इस जीवन मे मोक्ष प्राप्त कर ले।और इस जीवन मिरतूयु से से पर चले जाय जैसे महात्मा बुद्ध ने क्या है। बाते तो बहोत है सर पर ये बहोत दुखद घटना है।काश इसको कोई बौद्धिस्ट मिल जाता जो इसको बहोत अछे से समझा सकता और इस कदम को उठाने से पहले ये शक्स ये कदम नही उठता।
कुछ लोग बुरा कहेंगे, कुछ लोग कहेंगे चलो, पर ये सब शादी और तीन बच्चे पैदा करने के पहले सोचना चाहिए। सभी सांसारिक सुख भोग लेने के बाद मोक्ष याद आया। किसी की जान या अपनी भी जान लेने का अधिकार उसे नही था। यही तो जीवन का संघर्ष है, जो सभी डट कर मुकाबला नहीं कर पाते।God will never forgive you Ramesh Verma।
Hello Sir, This man has told the truth of the world to some extent, but it was not right to kill his family for his own comfort. If he had left this world alone, no one would have suffered Ending it was also cruel. God will not forgive him for what he has done. He will not have it in the Hereafter.
साहब आपका पूरा नाम बताओ मैं जिस दिन आप की कहानी सुनने लगा उस दिन से मुझे बहुत अनुभव मिला है मेरी पूरी फैमिली आप जो कहानी सुनाते हो मेरी पूरी फैमिली एक साथ में आपकी गाने सुनते हैं
Sir aap jis tarah se kahani samjhate ho bahut interest paida hoti hai. Keep it up. Ek request hai ki aap Elana Fric Shamji ki murder case ke baare mein story sunayein please.
संसार मे मन न लगाने वाला , कमजोर दिल नही होता , और न ही ये अंधविश्वास है । जो भावना जिसके मन मे चल रही होती है , वही समझ सकता है । सब कुछ होने के बाद भी वह ये सब नही पाना चाह रहा है , वो बस एकांत चाहता था पर परिवार की बेडी डल चुकी जिसे छोड नही पा रहा था।तो सब को साथ ले गया
रमेश वर्मा गांव नंगथला जिला हिसार हरियाणा,,थोडी आपकी जानकारी गलत है जी , नंगथला जिला नहीं है गांव है और ये गांव हिसार जिले में है ये गांव महाराजा अग्रसेन धाम अग्रोहा के पास है अग्रोहा में रमेश प्रिंटिंग प्रेस का काम करता था, और इसने यह जो कहा कि चुनाव में बहुत पैसा बनता तो इसका मतलब हरियाणा में सरपंच पदों पर चुनाव होने थे अगले साल ,तो इसलिए इसने कहा था कि बहुत पैसा बन जाता चुनावों में, हमारे से थोड़ी दुरी पर हुआ है ये सब परमात्मा उन सबकी आत्मा को शांति दे
wo accident ke baad se sehat kharab hone ki wajah se depression me tha...sanyasi vicharo se prabhavit to tha lekin depression hi mukhya vajah bani, tension hadd se jyada kar li usne
अगर कोई व्यक्ति का संसार में मन नहीं लगता है, तो उसे उसके रास्ते छोड़ देना चाहिए । जबरदस्ती संसार में बांधे रखने से यह लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं और उसका अन्त वही होता है जो इसी काहानी का हुआ
Jindagi ka safar hai ye kaisa safar,Koi samjha nahi koi jana nahi.....om shanti 🕉 bhagvan tino baccho ki or Pati patni ki atma ko shanti de or dono bhaiyo ko ek ek lakh ki badhai de kyunki unhe to yehi sab chahiye tha,
Sahi baat h duniya me sub matlabi h lekin ek dusre nazriye see duniya ko dekha Jaye to bahot khubsurat h himmat harni nahi chahiye duniya ke har hisse me ladhna chahiye
Shamsherji salamalikam. Again same thing, lack of patience or tolerance, he becomes cyco, he think everything in this world is toys,why I have to wait natural death, why I have to runaround for artificial or unnatural things.
मेरे नगंथला गांव में शायद ऐसा पहले कभी नहीं हुआ इनके यहां चिड़िया व जीव जंतुओं से प्यार करता था चंडीगढ़ व दिल्ली से विशेष टीम इनके घर दोरे करते थे इनके घर इतने घोंसले गिनती नहीं हो सकती
पता नहीं ज़िन्दगी किस मोर पे ले जाएगी लेकिन ये जरूर कहना चाहुगा कि खुदखुशी करने वाले व्यक्ति किसी दूसरे के बारे में बुरा नहीं सोचते।
लेकिन उसने बच्चों को क्यों मारा ये बुरा नहीं है था
@@negipahadi8740 हालात कुछ भी करा देता है।
अगर कोई व्यक्ति दुश्मनों को भी जान से मार दे न तो भी वह खुश नहीं रहता है मारने वाला भी ये सोचता है कि काश उसकी जान नहीं जाती।
Those who try to commit suicide he wants to get rid off the problems which they are facing as they don't find any solution to the problem. They don't harm any body nor they think any ugly things for others
शम्स सर से सादर अनुरोध है कि रतन टाटा जी की कहानी जब भी सुनाएं उसमें उनकी शादी से जुड़ी बातों को विस्तार से बतायें
नफ़रत कमाना भी,
इस दुनिया में आसान नहीं है.....
आँखों में खटकने के लिए भी,
कुछ खूबियाँ तो होनी चाहिए ...!
Kya khub likhi ho janu
शायद रमेश इस दुनिया के लिए बना ही नहीं था लेकिन वह इस संसार रुपी जंजाल में इतनी बुरी तरह फंस गया था कि उसे कोई और विकल्प नहीं सूझा 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और
परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले।.
🌸🦚🌸🦚🌸🦚🌸🦚🌸🦚🌸🦚
Sahi kaha...mein bhi yahi soch ta hu
राइट
Nice
मेरे ख्याल से यह बन्दा अपने भाई और अन्य परिवार के धोखे की वजह से अवसाद में था और सपरिवार उसने जान दे दी
ऐसा नहीं h है ब्रो तुम नहीं समझोगे ऐसे लोग होते ह इनको कोई धोका नहीं देता इनका दिमाग ऐसे ही होता है इस स्टोरी मै जो बाते h 90 परसेंट मेरे भाई करता है
Ye mere village ka hai jisne suside ki hai pta ni ku isne Aisa mind mein aa gya
ये कहानी नहीं ये हकीकत सुनने के बाद इतना जरुर कह सकता हूँ कि उन व्यक्ति की मौत पहले हीं हो चुकी थी जब अपनो ने पराये जैसा व्यवहार किया।
Same mere jaisa 😭💔😥
@@mohammadrafi9593 aapko Kya ho gaya mere Bhai.
@@mohammadrafi9593 aap thik to hain.
@@crazyrbc bs maut ke kuchh Kareeb hoon
" पल दो पाल की मस्ती है ,
बस दो दिन की बस्ती है,
चैन यहाँ पर महंगा है और मौत यहाँ ,
मौत यहाँ पर सस्ती है " .....😢
Kisne kaha mout sasti sham Shan me agar paise na ho to kuch ni hota ....,is kirya ke liye kitna kharch aata pata hai.....
ये दर्द वही इंसान समझ सकता है जो अपने ही भाई और परिवार वालो की नजर में ना होने के बराबर हो
Belkul mere jsa bhai it's true
😥😥😥😥💔💔💔💔💔😭
@@monuchahal4251 😭💔😥same
महानता इस बात में नहीं की इन्सान कभी न गिरे,
गिरना इन्सान की नियति है,
महानता तो गिर कर उठने और आगे बढ़ जाने में है !!
🍂🌷🍂🌷🍂🌷
सर भूतिया कहानी सुने महीनो हो गए। कुंडनबाग हॉन्टेड हाउस हैदराबाद।
Aap twitter par request bhej dijiya meri taraf sa bhi please
Yes sir he was done crime, he didn't have any rights to kill anyone, without him also family members can leave. He was physic. He didn't understood adhyatma, he didn't want any responsibility. He was in depression because of property issue. I know this sichuvetion from closely. 😭without doing anything wrong his family members got killed because of his madness. 😢sucide is not a solution of any problem ,we have to face, its called life.
आपने सही कहा कभी हिम्मत नहीं हारना चाहिए कभी भी जीवन में।
इस सभी के कातिल वो बेईमान लोग हैं जिन्होंने इसके साथ बेईमानी की सब कुछ हड़प लिया
सभी ने इसके साथ धोखा दिया है
इसलिए इसने ऐसा कदम उठाया
दैनिक जागरण ने पूरा मामला ,हर पहलू से कवर किया, पाठको की हर जिज्ञासा को किया शान्त।
शुक्रिया दैनिक जागरण।
He did the wrong thing to his family. His story is heartbreaking. When I was listening to his suicide note then realised that the man was a good writer and express his deepest thought in that letter.
Om Shanti to him and his family.
ua-cam.com/video/UbvEMn4tPD0/v-deo.html
ÀÀ
Uuuuuuyuio
🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
RIP to that family. Om Shanti Om
Sir I'm big fan of you Roz aapki khanai sunta hoon or ye silsila phicle 2 sal se chal raha hai aaj phla comment hai umeed karta hoon aap mention karoge sir
Sir.Im big fan of you meri yek request hai aap se Mumbai dombivli gangrape case ke mareme kuch sunny 70 bacoko uthaya tha abhi 33 bache lockup me hai 3-4 months hugaye...ye story se aphi padda utha sakte hai sachai kay hai ?
India and Indian people Literally Need To Understand " The Very Importance of Mental Health". I feel Sad & Peace to soul
Waheguru mehar karan sab teh.
Respected shmsh ji main Hisar se hi hun.....janta tha use clear hearted banda tha...aapke sabhi episode sunta hun brson se ...Dube ji ips..or Baljeet parmar ko bhi sunta hun......aapne jo bhi btaya purnyata satye hai sadhuwad...aapki khoj or dil se kaam karne ka....mritak jb bhi milta ....mritu ke bad nav jeewan ki prashan mujhse puchhta tha....vo bhi itni aatmiyata se graahak ho ke ..puri dunia ko bhuul jata tha...beieng a astrologer mujhse vo aisi apekshayen rakhta tha....us ki niji paintings me mrityu ke baad jiwan ki kalpanayen hi dekhi maine....vo achhi poem sun kar rone lagta tha....bilkul bache jaisa komal hridye tha usko RIP.
आप कहाणी अच्छे से सुनाते हैं. 👌🙏🏻मुझे बहुत अच्छा लगता.
तुम यह सब कभी नहीं समझ पाओगे मोक्ष क्या होता
Same here.. Insan har musibat se lad sakta par khud k logo se nhi. Aur insan ki santi ka sabse accha tarika yhi hai
Depression najar aa rha...gharwalo ka dhokha ...ufff...sacha soft nature ...bs yhi lg rha...varna problem mei bhi ji hi rha insan
..jyada acha hona bhi problem hai...om shanti 😥🙏🏼
इसमे अंधविश्वास क्या है ?
सब सही लिखा है , सबका खत्म हो जाना ही एकमात्र विकल्प है ।
लेकिन दुसरो की हत्या करना जायज नही
Dear u r hindu, u should know that sanyas has nothing to do with aatmahatya... Shaashwat sirf ishwar hai iska arth ye nahi ki saniyaas ke liye aap pariwar ya khud ki hatya karen...
Iam Hindu but not blind in faith iam a doctor I can say one thing if a person dies there is some reason behind their death there is nothing like moksh or samadhi the people who take samadhi also is a sucide by tough meditation they practice techniques of breathing they gain so much control over their breathing that if they wish they can stop breathing and they die it is nothing like sole leaves the body there are no scientific proofs.
Kuch baatein to sach kahi hai is khat mai 😭
Depression bohat buri bemari hy bhai,,
jisko hota hy woh zinda laash ki tarha hota hy,,,,.
Main b yehi sochra tha ye banda depression ka shikar tha magar aur ek baat itne bate likhna fir canfuse hora , janedo sukun to sirf namaz me hain
Mai bhi bahut pareshan hu , jivan me kuch accha nahi ho raha
Corona ne zindagi Tahas Nahas kar di
Job chali gayi saving khatam ho gayi
But mai kabhi suside nahi karunga 😔
Jay Gurudev Baba Neem Karoli Maharaj ki Jay ❣ ⚘ 🙌
Sending love and blessings to all CrimeTak family members ❤ 🙏
अगर रमेश ने ओशो को सुना होता तो उसे अपने सभी सवालों के जवाब मिल जाते और उसने जो किया ये कभी न करता। परिवार में रहते हुए परिवार का भरण पोषण करते हुए भी परमात्मा का चिंतन किया जा सकता है। शरीर कर्मों का आधार है, ये स्वस्थ है तो सब कुछ कर सकते हैं, इसे ही गवां देंगे तो। तो कुछ भी नही कर सकेंगे। संसार में बहादुरी के साथ जीना, परिवार का भरण पोषण और सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करना भी एक महत्व पूर्ण कार्य है। इसे अधूरा छोड़ने वाला आदमी भला और क्या कर पायेगा ?
क्या परमात्मा भी ऐसे आदमी को पसंद करेगा? जो अपनी जिम्मेदारियों से भाग खड़ा हुआ हो? सन्यास लेने का ये मतलब नहीं होता की भगौड़ा बन के सब छोड़ के भाग खड़े हो जाओ।
सर यह हमारे ही गांव की घटना है । सुनकर बहुत ही दुख हुआ हमें लेकिन देखने में वह ऐसा नहीं था बहुत अच्छा काम चलता था उसका प्रिंटिंग प्रेस की दुकान और हमारे साथ युवा क्लब का मेंबर भी था वह ।🙏🙏
very sad news.
Bhai inki shop kha thi
@@arshpreetsingh7520 agroha mod
@@Explainexpertdahiya acha kha pe location
Actually he was in depression. He needed medical help. But we Indian people don’t understand the seriousness of depression and hide it. Sir I like your stories and the way you describe them. ❤️ from Canada.
I listen to your stories from Canada too but pls say the numbers in english u.
I have asked for this many times
Nooo its a ideology of mokch not a depression....esi ideology ne in charo ki jaan li hai ab aap mane ya na mane....half knowledge of brahman..sadhu sant Aghori ye sirf hinduo me hote👍
@@sahzankhan6086 You don't have knowledge... According to hindu philosophy moksha cannot be achieved through hatya Or aatmahatya... This man indeed was suffering from some Mental disorder. No sanyaasi ever committed suicide.
@@sahzankhan6086 Bhai Wo Educated Tha...Wo Depressed Tha...Aur Apne Kahani Me Suna Hoga Ki uska Bhai Bhi alag Ho Gya tha...wo Apna Dukh kisi se Share nhi kr pata ..krta v to kisase krta....Isiliye usne kiya sayad
Sir i like your stories
Trauma counselling hamare desh main general medicine treatment jaise hoone chaiye. Mental health is very important in other countries but we try to ignore in Sub Continent.
Om Shanti🙏
Bhagwan atma ko shaanti de🙏
sahi bole ap sis
I loved the previous idea of taking sanyas.....coz death would have eventually come to his front door whether he wanted it or not.....but murder and suicide.., absolutely not justifiable......
स्टोरी सुन कर अच्छा आदमी लगा बस पुराने ख्यालात का था और सबको साथ लेकर चलने वाला था।
His writing is near to truth of life.
ये बच्चे पैदा करने के बाद मोक्ष की याद आई।। हद है पागलपन की
He was disturbed with brain ,a kind of maniac I think
heart taching
मैं एक मजदूर हूं आप ही कहानी हर रोज सुनता हूं
मेरे गांव से 10 km दूर है ये गांव नगथला ,,हिसार जिले में आता है,,,, बेक्सूर लोगों की जान गई है सिर्फ एक आदमी की खुद की बनाई सोच की vjh से..... उसके हिसाब से वो सही होगा लेकिन किसी बेकसूर की जान लेने का कोई भी हक नहीं है ,,,,,उनका इतना ही कसूर था की वो उसके पत्नी और बच्चे थे
Ye story 5 baar maine su li hai fir bhe sunne ka dil karta hai is story ki ek ek line dil ko chuti hai very sad story
Rip..may lord give there soul shelter. Hare Krishna
बहुत ही दुखत कहानी है
अजीब सा लग रहा है ये कहानी सुनकर
I loving it this sosaait notes 😭😭😭
Allah bless you sir 💐
Crime tak ke madhyam se bohot ajeeb- ajeeb kahani sunne ko mile,,,,ese kahani sun kr bohot dukh hota h
ये इंसान जीव जंतुओं के लिए सदैव बचाव अभियान चलाता था गांव पौधारोपण जैसे कार्य और मेरे गांव के हर बिजली पोल पर अच्छे शब्द भी छपवाई जैसे बेटी बचाओ अभियान स्वच्छता अभियान जैसी बातें लिखवाया है जीवों का रक्षक खुद के बच्चों का भक्षक नहीं बन सकता जांच की जरूरत है अच्छे लोगों जांच भी सही रूप से नहीं होती
Ramesh ji ki soch meri soch se kafi milti julti hai,, parntu zindagi ka dusra naam hi sangarh hai,,apne Liye jiye to kya jiye zindagi to dusron ke liye hoti hai,,har kisi ki soch alag alag hoti hai,is parivaar ke liye mujhe hriday sedukh hai 😭😭😭😭😭😭😭🙏
उनके घरवाले अगर उनकी बात 14 साल पहिले सूनते तो आज 4 मासुम जान बच जाती
सर भौतिक सुख तो कुछ भी नही सर अस्ली सुख तो सिर्फ धियान में है जंहा पर हम जब धियान करते है सर वो पल सबसे आनद वाला होता है ।मोक्ष इंसान पा सकता है ग्रहणी जीवन मे रहकर भी पर जो इन्होंने क्या वो बहोत गलत क्या है। म अपनी बताऊं सर सब कुछ है पर इसके पन्नो में बहोत सारी बाते एक दम ठीक है हमारा जीवन जनसंख्या के लिये नही हुआ है जीवन इसलिये मिलता है की हम इस जीवन मे मोक्ष प्राप्त कर ले।और इस जीवन मिरतूयु से से पर चले जाय जैसे महात्मा बुद्ध ने क्या है। बाते तो बहोत है सर पर ये बहोत दुखद घटना है।काश इसको कोई बौद्धिस्ट मिल जाता जो इसको बहोत अछे से समझा सकता और इस कदम को उठाने से पहले ये शक्स ये कदम नही उठता।
क्या गजब किया है। सेम यही कहानी सम यही नाम रमेश वर्मा ऐसा ही कुछ साल पहले श्री गंगानगर में भी हुआ था।
He knows very well that how to play with words, but suicide note was so clear by his writing.😟
ये बिल्कुल सच बात है,,थोड़े दिन ही हुए है इस घटना को
मैंने गौरेया चिड़िया दिवस पर इसकी स्टोरी प्रकाशित की थी।
दुख + सुख = जीवन
यही जीवन का परिभाषा है
जीवन जीने के लिए मिली है मरना तो विधि का विधान है
तो अभी जी लो मरने के समय मौत तो आनी है ।
कुछ लोग बुरा कहेंगे, कुछ लोग कहेंगे चलो, पर ये सब शादी और तीन बच्चे पैदा करने के पहले सोचना चाहिए। सभी सांसारिक सुख भोग लेने के बाद मोक्ष याद आया। किसी की जान या अपनी भी जान लेने का अधिकार उसे नही था। यही तो जीवन का संघर्ष है, जो सभी डट कर मुकाबला नहीं कर पाते।God will never forgive you Ramesh Verma।
U r epic sir. U r the one nd only there's no one like u in this profession.
Great man of the world 🙏🙏🙏😭
@Lonéwòlf 1920 sahi m pata nhi kya Keh raha h
Rona aagya 😭😭😭so sad 😭😢
Sir You are Good Person
Prabhu sabko jab may rakhege 🙏
Thank you sir ji
So sad.
It's so sad how life becomes so depressed n meaningless....
But yet so true about life n how we keep running n running n running.
Hello Sir, This man has told the truth of the world to some extent, but it was not right to kill his family for his own comfort. If he had left this world alone, no one would have suffered Ending it was also cruel. God will not forgive him for what he has done. He will not have it in the Hereafter.
It was not right for his parents to pressurise him to marry when he was not ready to settle down.. parents should understand their kids..
God is an imagination. It was created by human.
जो अच्छे काम करने से मोक्ष मिलता है
साहब आपका पूरा नाम बताओ मैं जिस दिन आप की कहानी सुनने लगा उस दिन से मुझे बहुत अनुभव मिला है मेरी पूरी फैमिली आप जो कहानी सुनाते हो मेरी पूरी फैमिली एक साथ में आपकी गाने सुनते हैं
Shams tahir khan
मुझे आपकी कहानी सुनने की आदत हो गई है , आपकी आवाज बहुत अच्छी है
Love from Bihar 💕
नजले की दवा लेने का भी बोल दो।
I should cry or be happy this story made me like this wish his parents could have understand 😔 that sannyasi brain cannot leave in material world
Hii hu ke
Right
Waiting for completing 1000 episode love you Sr from satna madhya Pradesh
मोक्ष किसी के चाहने या ना चाहने से नहीं मिलती है
ये सब "काल" का काम होता है💀💀
Sir aap jis tarah se kahani samjhate ho bahut interest paida hoti hai. Keep it up. Ek request hai ki aap Elana Fric Shamji ki murder case ke baare mein story sunayein please.
संसार मे मन न लगाने वाला , कमजोर दिल नही होता , और न ही ये अंधविश्वास है । जो भावना जिसके मन मे चल रही होती है , वही समझ सकता है । सब कुछ होने के बाद भी वह ये सब नही पाना चाह रहा है , वो बस एकांत चाहता था पर परिवार की बेडी डल चुकी जिसे छोड नही पा रहा था।तो सब को साथ ले गया
रमेश वर्मा गांव नंगथला जिला हिसार हरियाणा,,थोडी आपकी जानकारी गलत है जी , नंगथला जिला नहीं है गांव है और ये गांव हिसार जिले में है
ये गांव महाराजा अग्रसेन धाम अग्रोहा के पास है
अग्रोहा में रमेश प्रिंटिंग प्रेस का काम करता था, और इसने यह जो कहा कि चुनाव में बहुत पैसा बनता तो इसका मतलब हरियाणा में सरपंच पदों पर चुनाव होने थे अगले साल ,तो इसलिए इसने कहा था कि बहुत पैसा बन जाता चुनावों में, हमारे से थोड़ी दुरी पर हुआ है ये सब
परमात्मा उन सबकी आत्मा को शांति दे
Sir aapki voice bdi damdaar h.. 🔥
wo accident ke baad se sehat kharab hone ki wajah se depression me tha...sanyasi vicharo se prabhavit to tha lekin depression hi mukhya vajah bani, tension hadd se jyada kar li usne
Please do not stop any one who wants to leave the world ALONE
Bht hi bhayanak soch or dukhad ghatna... Dil. Bhar gya sunkr...
Maine bhi Ramesh Jaisa Jindagi gujarta hun lekin Tumhara Kahani bahut jyada Sunta Tumhara Kahani sunane Mein Achcha lagta hai
Sir m haryana hisar se aap ki कहानी sunta hu
Looking dashing.. Shams.. Love you always... Big fan from jhansi.. ❤❤❤❤❤❤
अगर कोई व्यक्ति का संसार में मन नहीं लगता है, तो उसे उसके रास्ते छोड़ देना चाहिए । जबरदस्ती संसार में बांधे रखने से यह लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं और उसका अन्त वही होता है जो इसी काहानी का हुआ
Sir कोई motivational कहानी सुनाये ।।
Jindagi ka safar hai ye kaisa safar,Koi samjha nahi koi jana nahi.....om shanti 🕉 bhagvan tino baccho ki or Pati patni ki atma ko shanti de or dono bhaiyo ko ek ek lakh ki badhai de kyunki unhe to yehi sab chahiye tha,
Thnx sir
Extreme Depression का शिकार इंसान ।
मोक्ष एक धार्मिक चूटियाप है । न्याय की स्थापना करने के लिए युद्ध करते रहना ही जीवन का अंतिम लक्ष्य है ।
Man ko shant rakhna chahiye
Man jb shant nhi rhega to kuch bhi accha nhi lgega
Mrityu hi Satya hai
Hello sir I am Dr. Sameera Ahrar Ahmad
Following you from many years its interesting to hear new stories of crime and learn many things also
Dnt know right and wrong...but somwhere i connect with this guy
Sahi baat h duniya me sub matlabi h lekin ek dusre nazriye see duniya ko dekha Jaye to bahot khubsurat h himmat harni nahi chahiye duniya ke har hisse me ladhna chahiye
I. Addicted to hear crime tak story. Without listen I don't feel sleepy. Every day l listen.
नंगथला कोई जिला नही है ये गांवो है जो मेरे गांव से 30 किलोमीटर है ये पशु को bhoot प्यार करता था
Apki kahani se hamye kuj sikh ne ko milta hai app ka dil se dhanywaad
Isko depression kahte hai shams sir, moksha nahi.. timely treatment can save these kind of patients.
बहुत ही दुखद घटना है
Shamsherji salamalikam. Again same thing, lack of patience or tolerance, he becomes cyco, he think everything in this world is toys,why I have to wait natural death, why I have to runaround for artificial or unnatural things.
All stories very good 👍
Very sad..Emotional story....
मेरे नगंथला गांव में शायद ऐसा पहले कभी नहीं हुआ इनके यहां चिड़िया व जीव जंतुओं से प्यार करता था चंडीगढ़ व दिल्ली से विशेष टीम इनके घर दोरे करते थे इनके घर इतने घोंसले गिनती नहीं हो सकती
Life is very hard. Don't know what happened next Minute 🙏 Very sad 😭
Shams ji eska dimagi santulan bigra tha ese medition ki zarurat thi