जालंधर और विष्णु में हुआ घमासान युद्ध.
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- Опубліковано 12 лис 2017
- श्री हरि के इस सुझाव पर कि स्वर्गलोक देवनगरी है, यहाँ असुरों का कोई स्थान नहीं इसलिए जालंधर को पाताल लोक लौट जाना चाहिए...नारायण के सुझाव के प्रत्युत्तर में दैत्यराज कहता है कि शक्ति जिसके पास होती है उसे तपस्या और सत्कर्म करने की आवश्यकता नहीं होती...वह विष्णु को युद्ध के लिए ललकारता है...आशुतोष के तेज से उत्पन्न जालंधर का इस युद्ध में क्या होगा ?
- Розваги
Sab ka Malik bhagwan Vishnu h
Doston Bhut se comment hain so sabhi comment ka reply karna mere liye thoda kathin hai. Aap sabhi ka bahut bahut dhanaywad hamare video ko like karne ke liye aur unko itna sara pyaar dene k liye
Hare Krishna hare ram Jai bagrang Bali Hanuman 🙏
Jay visanu puran
OMM NAMO BHAGAWATE BASUDEVAYA 🙏🙏🙏
Bhagwan Shri hari ❤️🙏❤️
Jai shree harri Vishnu
Jai Shri Krishna
हर.हर.हर.महादेव.
Hello
Krishna Leela
Jai shiv sankar jai maa parwati jai Ganesh deva jai laxmi mata jai Mata di jai ganga maiya jai dharti maiya jai naag Devi jai naag devta jai Nandi maharaj jai shubh labh jai maa sarswati jai maa parwati jai kartikey ji jai Vishnu bhagwan jai mansa Devi jai narad muni jai Ganga maiya jai dharti maiya jai Aakash devta
Jai vishnu maharaj🙏🙏
Om VishnuDevay namah
Duniya sirf darti nahi hi . Darti subhi deh dhari jevo ka ghar hi . En sub bato me puran sachai es tarha nahi hi or hi bhi aj bhi woo sub wahi hi
Jai shree haree
om namah narayana.....
Om namah sivay
परमाईश्वरा श्रीकृष्ण आनादिरादि श्रीकृष्णा सर्व कारणा कारण श्रीकृष्ण कोकोईभी पराप्त नही कर सकता हे बन्हा विष्णु महेश श्रीकृष्ण भगवान के कर्मचारी है श्रीकृष्ण विष्णु अवतार नही है उन्ही से सब उप्तन हुए है श्री चक्रधरस्वामी श्रीकृष्ण अवतार हे परमपिताश्रीकृष्ण अवतार है श्रीकृष्ण कालो के काल है हम महानुभाव पंथ है हमारे लिए भगवान श्री चक्रधरस्वामी ही सब कुछ् हे बाकी सबबकवास है जय परमपिताश्रीचक्रधरस्वामी की जयश्री क्षेत्र जाळीचा देव से कोई बडा नही हो सकता वही आदिवही अनंत है भुत प्रेत राक शेश श्री सिर्फ श्रीकृष्ण सेही डरते है वही आदिवही अनंत है
ye ek accha video hai, kripya ise pyaar se dekhiye.
Jai Sri ram
jai shri ram
Jai shree Ram 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai Mata Di
Om guruji
sab ka malik 1
Jai vishnu dev jai devi maa
Jai ho jalandhar ji maharaj 🙏🙏
Jai shiv shankar
Jai Ho
ओमकार (ॐ)- ओमकारेश्वर
परब्रह्म - ब्रह्मेश्वर
महाकाल - महाकालेश्वर
मोक्षदाता - मुक्तेश्वर
परम सत्ता - परमेश्वर
अनादि(आरम्भ नहीं)- अनादिश्वर
अनन्त(अंत नहीं) - अनंतेश्वर
सर्व देवो के ईश्वर- सर्वेश्वर
सर्वपति महेश - महेश्वर
अंबिकानाथ - अम्बेश्वर
आत्माओं के ईश्वर - भूतेश्वर
आदियोगी - योगेश्वर
नागों के ईश्वर - नागेश्वर
विश्वनाथ - विशेश्वर
त्रियंबक - त्र्यंबकेश्वर
त्रिलोकीनाथ- त्रिलोकेश्वर
पिनाकधारी - पिनाकेश्वर
सोमनाथ - सोमेश्वर
नारायण के आराध्य - नारायणेश्वर
रामइष्ट(राम के आराध्य)- रामेश्वर
भुवनेश(भुवनेश्वरी के स्वामी)-भुवनेश्वर
परमात्मा परमेश्वर, सर्वज्ञ सर्वव्यापक, आदियोगी महाबैरागी, महाकाल महादेव,आदिदेव महामृत्युंजय, साकार(सगुण) निराकार(निर्गुण), महाशून्य अनादि-अनन्त, परब्रह्म शिव जी के चरणो में कोटि-कोटि नमन 🙏🏻
नमो रुद्राय🙏🏻🙏🏻🙏🏻
नमः शिवाय🙏🏻🙏🏻🙏🏻
jai mahakal
शिव देवों के देव महादेव हैं, आदि पुरुष हैं आदि अनन्त हैं शक्ति के स्वामी हैं अर्थात ईश्वर के साक्षात् स्वरुप हैं लेकिन परब्रह्म नहीं हैं, क्योंकि भगवान शिव तमोगुण धारी हैं।
तथा भगवान ब्रह्मा जी अधिपति हैं एवं रजोगुण धारी हैं इसलिए वह भी परब्रह्म नहीं हैं।
तथा भगवान श्री विष्णु सतगुण धारी हैं इसलिए वह भी पूर्णपरब्रह्म नहीं हैं इसका मतलब यह नहीं की वह परब्रह्म हैं ही नहीं।
जब यह संसार शून्य होता है तब एक ईश्वर ही होता है और वो ईश्वर अपने 2 रूपों में विभक्त हो जाते हैं जिनमें सर्वप्रथम ईश्वर स्वरुप नारायण आकार लेते हैं तत्पश्चात अनंत देव अर्थात शेषनाग अर्थात श्री विष्णु की अतिरिक्त शक्ति आकार लेती है।
उसके बाद ब्रह्मा जी श्री विष्णु के नाभि कमल से उत्पन्न होते हैं।
तब ब्रह्मा जी मधु कैटभ राक्षसों के विनाश हेतु भगवान नारायण का ध्यान करते हैं लेकिन नारायण रूपी ईश्वर के लिए सब समान होते हैं इसलिए वह शिर्फ़ उन राक्षसों से युद्ध ही करते रहते हैं उनका अंत नहीं करते।
जिससे चिंतित होकर ब्रह्मा जी श्री विष्णु की महामाया से विनती करते हैं कि वह इन असुरों के अंत के लिए कोई उपाय करें
तब महामाया श्री विष्णु से उनके तेज को प्रकट करने के लिए कहती हैं।
नारायण अपने तेज को अर्थात अपने तमोगुण को अपने आप से पृथक कर देते हैं और भगवान शिव यानि की ईश्वर के ही 3सरे स्वरुप अर्थात महाकाल सदाशिव प्रकट होते हैं जो मधु कैटभ बल हर लेते हैं और उधर महामाया उन असुरों का ज्ञान हर लेती हैं तथा तमोगुण के अलग हो जाने के बाद नारायण विष्णु स्वरुप में आ जाते हैं जो धर्म की रक्षा करते हैं अर्थात धर्म स्थापना हेतु श्री विष्णु उन असुरों का अंत कर देते हैं।
यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि शिव और विष्णु एक ही हैं यह दोनों परब्रह्म के ही दो स्वरुप हैं तथा ब्रह्मा जी एवं अनंत देव शेषनाग भी परब्रह्म नारायण के ही अंश है।
यह सभी एक दूसरे के आराध्य हैं तथा एक दूसरे को अपना स्वामी मानते हैं।
इनमें न कोई छोटा है न कोई बड़ा।
इनमें किसी एक की भक्ति करने पर सभी की भक्ति स्वतः ही प्राप्त हो जाती है।
जो व्यक्ति यह कहता है कि शिव बड़े हैं या विष्णु बड़े हैं वो नरकगामी होता है।
क्योंकि यदि रामायण सत्य है और महाभारत सत्य है तो परब्रह्म शिर्फ़ एक ही हैं और वो हैं नारायण
1-माँ गंगा श्री विष्णु के चरणों में वाश करती हैं
ब्रह्मा जी के कमंडल में रहती हैं
भगवान शिव की जटाओं से निकलती हैं
2- शिर्फ़ श्री विष्णु के नाम में ही श्री आता है
3- जब माता सती भस्म होती हैं तो त्रिदेवों में से कोई शक्तिहीन नहीं होता, लेकिन जब माता लक्ष्मी वैकुंठलोक छोड़कर पाताललोक चली जाती हैं तो श्री विष्णु को छोड़कर सारा संसार श्रीहीन अर्थात शक्तिहीन हो जाता है।
4- जब भगवान श्री विष्णु ध्यान में चले जाते हैं तब कोई भी पुण्यकार्य सफल नहीं होते हैं
तथा आसुरी शक्तियां प्रबल हो जाती हैं
इसी प्रकार भगवान शिव भी जब माता सती के वियोग में तड़पते हैं तो संसार अस्तव्यस्त होने लगता है।
इसलिए हरि और हर में कोई फर्क नहीं दोनों ही एक हैं।
ॐ नमः शिवाय, जय बजरंगबली
Wah mere bhai wah kya baat khi h dill se samal tere ko
बेटा तुमने जो बात कही बो विष्णु पुराण में है ar तुम यहां नारायण को सारबो श्रेष्ठ मानते हो ar तुम येबी जान लो कि एक पुराण में हमे सही जवाब नहीं मिलेगा इसके लिए सारे पुराण को पड़के मैच कर देखना होगा तभी हमे सही जवाब मिलेगा में इसलिए के rahahu kiuki जिसकी भी पुराण पड़ो बौही श्रेष्ठ मिलता है बस्टव में नहीं शिव नहीं नारायण कोई किसी से श्रेष्ठ नहीं कियुकि प्रोम bromha परमेश्वर निराकार है उसका कोई नाम नहीं है बो कुछ भी नहीं है आर सबकुछ है बो शक्ति है बो माता है बो प्रकृति है बो प्रेम है बो मोमता है बो सुंदर है बो गियान है बो सम्पत्ति है बो आर्णपुर्ण है बो आदिशक्ति है बो हि सबसे श्रेष्ठ है जिस प्रोकार तुम नारायण को श्रेष्ठ बताया उसितरा में भी मेरी माता को श्रेष्ठ बनाया धरती बो है आकाश बो है संपूर्णा जगत की माता बो है मेरी पियरी मा ओम बा 🙏🙏🙏🙏🙏🌻जय भारत माता भी बो हि है🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏मा से बड़ा शिव या नारायण नहीं है
ब्रम्हा से bade vishnu hai.
Vishnu se bade dev k dev mahadev hai
JAY MAHADEV
@@ashishpatel2505 om namhay shivay🌼🌼🌼🙏🙏🙏
सबको भगवानतरफ जानापडेगा
Radhe Radhe Jay siri Krishna
Radhe radhe bhai, Jai shree Krishna
Merey har questions jo merey man me hota hai us ka answer millrha hai Thanku g God bless you
ok
Bhagwan aapki har iccha poori kare
Nice
Nice video
Shri hari se koi nahi jeet sakta h
Rait
Jai balaji maharaj ki
Yar kitno ki jai bologe.
Sreekrishna
sab ka malik 1
sib
V
Bhagwan me bhi ham insano k jase riste hote han???
Thank you mam g so nice of you
Thanks dear
Jai bhole nath
Jai Bhole nath
Thik kaha e sab bachcha ke liya thik hay
विष्णु पुराण का वीडियो भेजो
Agye ka episode to upload kro
jai ho
nice one
Ghansyam Tivari 9
Best
Jay ho
Roshan verma🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
jai matta di
episode 9 uploaded kijiy
SON U raj
nice
hariom
Sabbar Shaikh
Ho
Bhai character to ache bharti krne the🙏🏻
Lord Vishnu is supreem.
Savi devta k manta me AUM (OM) jor k bola jata hai.
AUM namah Shivay.
AUM namah Ganeshay.
Ek matra Vishnuji ke mantra me hai Hari om ,Vishnur om.
Joy Chakraborty shiv hi omkar hai bhai jiska koi aakar nai jo nirakar hai shiv puran padho ya ved padho shiv is supream god aur vishnu dev ki uttapati shiva se hui hai
@@ShubhamSharma-eb9ym ved aor vedant vishnu bhakti ke marg dikhata hai..
Vikas Khadia not the all four ved. Ved ke anusar iswar ek hai wahi sab kuch hai nirakar hai usse chod kar kisi aur ko pujna bhi galat hai ye sab likha hua hai ved me acche se original ved padhoge to samajh aaegi faltu mat padho jo vaisnaw dwara likhi gai hai becz usse usme to vishnu bhakti hi dekhegi kewal😡😡
Vikas Khadia ved me murti puja bhi galat hai fir bhi sare aandhbhakt hindu pujhte hai murti aur use bhi pujte hai jo iswar hai hi nai😡😡
@@ShubhamSharma-eb9ym agar kisi murti ke upar aap ko sradha bhakti a ho iswar ke prati to murti puja verth hai.. par yadi koi prani mera sachche dil se mujhe kisi bhi rup me chahe pathar ke rup me hi kyu na ho agar mujhe sradha aor bhakti se puja karega to uska puja archana mujhe prapt hoga.. ye bhagvat gita ka sar hai..
Mahadew ke pas ja ke dekh
Srimad bhagwat gita study kre sbka answer mil jayega
Bilkul jisko bhi is video me koi bhi baat ghalat lagti hai, aap please hamare shastron ko dhyan se padhiye.
Brishnu bohot buddhiman hai.
बच्चों के लिए ठीक है
Vvd
Baccho k dekhne k liye accha h
Amit Kumar nnkhuhvgvhy
Hi
Sexy i like to you
Vishnu ka ungli ma chakr ki bjaye c.d rakhi ha
Bindass 🖖🖖🖖🖖🖖
Axa h
भगवान शिव के प्रमुख 10 रुद्रावतार और उनकी 10 महाशक्ति
10 रुद्रावतार 10 महाविद्या
1. महाकाल- महाकाली
2. तारा - तारादेवी
3. भुवनेश- भुवनेश्वरी
4. षोडश श्रीविद्येश- भगवती षोडशी
5. भैरव- भैरवी
6. छिन्नमस्तक- छिन्नमस्ता
7. द्यूमवान- धूमावती
8. बगलामुख- बगलामुखी
9. मातंग- मातंगी
10. कमल- कमला
शिव के अन्य ग्यारह अवतार- कपाली, पिंगल, भीम, विरुपाक्ष, विलोहित, शास्ता, अजपाद, आपिर्बुध्य, शम्भू, चण्ड तथा भव
शिव के प्रमुख 19 रुद्रांश
1. वीरभद्र 11.यतिनाथ
2. पिप्पलाद 12. कृष्णदर्शन
3. नंदी 13. अवधूत
4. कालभैरव 14. भिक्षुवर्य
5. अश्वत्थामा 15. सुरेश्वर
6.शरभावतार 16. किरात
7. गृहपति 17. ब्रह्मचारी
8. ऋषि दुर्वासा 18. सुनटनर्तक
9. हनुमान 19. यक्ष
10. वृषभ
भगवान शिव के प्रमुख 12 ज्योतिर्लिंग
1. सोमनाथ
2. मल्लिकार्जुन
3. महाकालेश्वर
4. ओंकारेश्वर
5. केदारनाथ
6. भीमशंकर
7. विश्वेश्वर
8. त्र्यम्बकेश्वर
9. बैद्यनाथ
10. नागेश्वर
11. रामेश्वर
12. घुश्मेश्वर
ओमकार (ॐ)- ओमकारेश्वर
परब्रह्म - ब्रह्मेश्वर
महाकाल - महाकालेश्वर
मोक्षदाता - मुक्तेश्वर
परम सत्ता - परमेश्वर
अनादि(आरम्भ नहीं)- अनादिश्वर
अनन्त(अंत नहीं) - अनंतेश्वर
सर्व देवो के ईश्वर- सर्वेश्वर
सर्वपति महेश - महेश्वर
अंबिकानाथ - अम्बेश्वर
आत्माओं के ईश्वर - भूतेश्वर
आदियोगी - योगेश्वर
नागों के ईश्वर - नागेश्वर
विश्वनाथ - विशेश्वर
त्रियंबक - त्र्यंबकेश्वर
त्रिलोकीनाथ- त्रिलोकेश्वर
पिनाकधारी - पिनाकेश्वर
सोमनाथ - सोमेश्वर
नारायण के आराध्य - नारायणेश्वर
रामइष्ट(राम के आराध्य)- रामेश्वर
भुवनेश(भुवनेश्वरी के स्वामी)-भुवनेश्वर
परमात्मा परमेश्वर, सर्वज्ञ सर्वव्यापक, आदियोगी महाबैरागी, महाकाल महादेव,आदिदेव महामृत्युंजय, साकार(सगुण) निराकार(निर्गुण), महाशून्य अनादि-अनन्त, परब्रह्म शिव जी के चरणो में कोटि-कोटि नमन 🙏🏻
नमो रुद्राय🙏🏻🙏🏻🙏🏻
नमः शिवाय🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Narayan 2
Jalandhar is great raja ise kisi bhagwan ke baap v hara nehi sakta . Sirf bhagwanone chhalana karke harana jante hain amne samne ke ladai se koi bhawan nehi jit sakte asuron se ye bilkul sach hai. Jai jalandhar raja
koun Sha puran main padhe thein ki jaldhar aur Shri Hari Ji ka youdh hua tha
Aap kisi bhi puran me check kar sakte hain bhai, isme kuch bhi jhoot nahi hai
Konsa ved padh liya yar
@@sandeshkadam8774 aapne ved padhe hain. agar aapne padhe hote to aap ye msg nahi karte. bhai ved puran koi google application nahi hai jisme aadhi jankari ghalat nikal jaayein, jiske liye aap itne aaram se comment kar rhe hain us kahani ko likhne me waqt lagta hai aur bina padhe koi bhi writer kuch nahi likhta.
Ja ke pahale achchhe abhyas kar lo
Narayan ke Ichha Matr se ye Brahmand khatm ho sakti hai...
lord narayan protector of intire universe devadidev
Jalandhar shiv putra tha
murkhata ki bhi hadd hoti hai apke is reply se ,, sab ek hi hai jiska koi aakar nhi hai.... nirakaar .
@@shyamgupta8023 shivansh tha shiv putra nhi,,,
मैं आपके चैनल को सब्सक्राइब करते हुए वीडियो को भी लाइक करता हूं लेकिन मेरे पास अच्छे-अच्छे वीडियो भेजना सबसे पहले मेरे पास
ok sir
कृष्ण लीला
Bina hari ki icha ke kuch bhi gatit nahi hota iss sansar mai
ha bhai sahi kaha aapne lekin kayi baar ghalat ko sahi karne ke liye bhagwan bhi jaanbujh kar ghalati karte hain.
jalndhar aur bhagwaan Vishnu ku yudh Hua tha
vaah
Renu Rawat nice
Renu Rawat
hii renu
Renu Rawat x
+Manish Chobe haii
ye kesa video lord bishnuta 4 vhuja wala hai yar
RAHUL
Krishna's sound is not interesting
Mi
Jai bheem
Thank you
Jisne yah banaya hai Uska kuch knowledge nahi hai.
ho sakta hai aapne jo suna ya padha ho alag ho. lekin aap sanatan dharm ke saare ved puran utha kar dekh liiye aapko jawab mil jayega ki knowledge hai ya nahi.
Jai Shri Ram
Yar pehle hi Shree ram ki jai bol Dete Balaji hn to unke bhakt as aur sewak hi.tum log Yar eeman as aur vishwas k bahut kachche ho ABHI tk.
1
jai mata di
yeh toh jatra bana diye ,,,,,
Rajesh Kumar and raj
Kya be kuch bhi edit krke batate rhte ho...jo sahi he vo bataya kro...or ye character bilkul bhi suit nhi ho rhe
Sunil pagare
ji aapko charachter acche nahi lage ham mante hain lekin isme kuch bhi ghalat nahi hai. ham khud apne darshakon ko fake cheezein bechna nahi chahte
Chakra is too small
suspended suplex cihannel
suspended s
uplex channel
@
suspended suplex channel its fidget spinner 😂
+Madara Uchiha to
Haha 😂 what a funny serial
Sakl dekh kr aa apni
Stupid
@@wahidansari84 haa isliye tumlogo Ka baap 56 hai
Munnaraj
Bilkul sahi galt Hai ye
Sachin Raj
God Vishnu is looking like clean shave ms dhoni😂😂
S
G
C
ranu
Pahle inh logoku kuchh khilao pilao.....
jalandarka lord shivaka bardan kirpa tha isliya lord bishnu hara nahisaka
purano me kuchh glti ke karan aaj hindu unit nhi ho pata hai hai
jo baba shiv ko mante hai aur supreme mante hai
aur dusre mat wale dusron ko
har har mahadev
Bhai ye sirf vicharon ka farak hai. Ye kuranon ki ghalati nahi hai. Hum logon ne kuranon mein likhi baaton ko ghalat tarike se grahan kiya hai. So galato hamari hai granthon ki nahi :)
Radhe radhe
@@premrajput101 yehi galti ko sudhar krna chahiye
@@shailesh_bhawani Ji bilkul sahi kaha aapne, aur iss ghalati ko koi sudhar nahi sakta hamare alawa. Hamein hi apne sochne ke tarike ko badlna padega :)
@@premrajput101 hindu dharm me revolution lana hoga jitne v shastra and jo aaj ke hindu divide krta hau usse hatana ya sudharna hoga
nhi to aaj kai yese dharm hai jo aaj pair jama rha hai
@@shailesh_bhawani sahi kaha aapne, lekin jab tak ham sath hain hum par koi bhi apna aadhipatya sthapit nahi kar sakta hai
विष्णु पुराण के आठवें अध्याय में मुख्य क्या है
मुझे जानना है
Yeh vedio bilkul jhuta aur galat hai aur usne ise banane ke liye vedo aur purano ka adhyan nahi kiya
Nice idea
Rishabh Choudhary
guy
Bilkul galat h
aisa nahi hai aap kuch bhi bolne se pahle ek baar ved puran padh lijiye.
भगवान शिव के प्रमुख 10 रुद्रावतार और उनकी 10 महाशक्ति
10 रुद्रावतार 10 महाविद्या
1. महाकाल- महाकाली
2. तारा - तारादेवी
3. भुवनेश- भुवनेश्वरी
4. षोडश श्रीविद्येश- भगवती षोडशी
5. भैरव- भैरवी
6. छिन्नमस्तक- छिन्नमस्ता
7. द्यूमवान- धूमावती
8. बगलामुख- बगलामुखी
9. मातंग- मातंगी
10. कमल- कमला
शिव के अन्य ग्यारह अवतार- कपाली, पिंगल, भीम, विरुपाक्ष, विलोहित, शास्ता, अजपाद, आपिर्बुध्य, शम्भू, चण्ड तथा भव
शिव के प्रमुख 19 रुद्रांश
1. वीरभद्र 11.यतिनाथ
2. पिप्पलाद 12. कृष्णदर्शन
3. नंदी 13. अवधूत
4. कालभैरव 14. भिक्षुवर्य
5. अश्वत्थामा 15. सुरेश्वर
6.शरभावतार 16. किरात
7. गृहपति 17. ब्रह्मचारी
8. ऋषि दुर्वासा 18. सुनटनर्तक
9. हनुमान 19. यक्ष
10. वृषभ
भगवान शिव के प्रमुख 12 ज्योतिर्लिंग
1. सोमनाथ
2. मल्लिकार्जुन
3. महाकालेश्वर
4. ओंकारेश्वर
5. केदारनाथ
6. भीमशंकर
7. विश्वेश्वर
8. त्र्यम्बकेश्वर
9. बैद्यनाथ
10. नागेश्वर
11. रामेश्वर
12. घुश्मेश्वर
Dhanayawad
@@premrajput101 share on all social media platforms Factbook, whatsapp, instragram, messenger, UA-cam, etc
@@premrajput101 शिव ही परम सत्य हैं, परम सत्य ही सुन्दर, सुन्दर ही शिव हैं (सत्यम् शिवम् सुन्दरम्)
ओमकार (ॐ)- ओमकारेश्वर
परम ब्रह्म - ब्रह्मेश्वर
महाकाल - महाकालेश्वर
आदिशक्ति पति- दुर्गेश्वरनाथ
मोक्षदाता - मुक्तेश्वर
परम सत्ता - परमेश्वर
अनादि(आरम्भ नहीं)- अनादिश्वर
अनन्त(अंत नहीं) - अनंतेश्वर
सर्वे ईश्वर(सबके स्वामी)- सर्वेश्वर
परमानंददाता - आनंदेश्वर
सर्वपति महेश - महेश्वर
अंबिकानाथ - अम्बेश्वर
आत्माओं के ईश्वर - भूतेश्वर
आदियोगी(योग के ईश्वर)- योगेश्वर
नागों के ईश्वर - नागेश्वर
विश्वनाथ - विशेश्वर
त्रियंबक - त्र्यंबकेश्वर
त्रिलोकीनाथ- त्रिलोकेश्वर
पिनाकधारी - पिनाकेश्वर
सोमनाथ - सोमेश्वर
गंगा के आराध्य - गंगेश्वर
नर्मदा के स्वामी - नर्मदेश्वर
अघोरियों के ईश्वर - अघोरेश्वर
नारायण के आराध्य - नारायणेश्वर
रामइष्ट(राम के आराध्य)- रामेश्वर
भुवनेश(भुवनेश्वरी के स्वामी)-भुवनेश्वर
सभी देवताओं में भगवान शिव ही एकमात्र दोहरे चरित्र वाले देवता हैं बारिकी से समझिए
● एक तरफ शिव जी परम वैरागी हैं जो की हर तरह के बंधनो से परे हैं वहीं दूसरी तरफ वे सबसे बड़े गृहस्थ भी हैं शेरावाली माता आदिशक्ति उमा- गौरी के पति, प्रथम पूज्यनीय देव श्री गणेश और देवों के रक्षक अपराजित परम पराक्रमी कार्तिक के पिता
● एक तरफ शिव जी अति रौद्र परम प्रलयंकारी रुद्रदेव व भैरव हैं वहीं दूसरी तरफ वो अति सौम्य, सुन्दर मूर्ति, परम कल्याणकारी, भोले भंडारी, औघड़दानी, परम दयालु परम कृपालु, करूणानिधान हैं
● एक तरफ शिव जी का स्वरुप निराकार हैं जो की अनादि-अनन्त महाशून्य हैं जिस निराकार स्वरुप में असंख्य ब्रह्मांड, सभी देवी-देवता, काल (समय-गति), अधिभूत, अधिदैव, ब्रह्म, सर्वशक्ति सभी निहित हैं शिव जी का निर्गुण स्वरुप अतुलनीय एवं अकल्पनीय हैं शिवलिंग शिव जी के निराकार स्वरुप का ही प्रतीक हैं संस्कृत भाषा में लिंग शब्द का अर्थ (प्रतीक या चिन्ह) होता हैं वहीं दूसरी तरफ संसार के मनुष्यों को मार्गदर्शन देनें हेतु शिव स्वयंभू (शंभू) साकार देहधारी रूप में प्रकट हुए
शंभू (स्वयंभू) का अर्थ होता हैं जो स्वयं की इच्छा से प्रकट हुआ हो
भगवान शिव का मूर्ति शिव के साकार स्वरुप का प्रतीक हैं
● एक तरफ शिव जी सभी नियमों से परे होकर भी किसी नियम का उल्लंघन नहीं करते सबसे अनुशासित और सबसे स्थिर देवता भगवान शिव जी को माना जाता हैं
तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें सबसे अर्भंगी तथा तांडव नृत्य करने वाले नटराज भी माना जाता हैं
● एक तरफ शिव जी महासनयासी हैं तो वहीं दूसरी तरफ वो सभी देवों के देव देव-आदि-देव महादेव हैं
● एक तरफ शिव जी सभी देवताओं के आराध्य हैं तो दूसरी तरफ वे सभी असुरों के आराध्य भी हैं
● एक तरफ शिव जी पूर्ण सात्विक देवता हैं जो की साधु, संत, योगी, महायोगी, ऋषि, ब्रह्मऋषि, महाऋषि, देवताओं के आराध्य हैं
वहीं दूसरी तरफ अघोरी, यक्ष, नाग, दैत्य और असुर भी उनकी तामसिक आराधना करते हैं
● एक तरफ जहाँ शिव जी अकाल-मृत्यु से ग्रसित भूत-प्रेत एवं पिशाचों के स्वामी हैं
वहीं दूसरी तरफ वे मोक्षदाता हैं
● एक तरफ शिव जी संसार के जनकल्याण हेतु अत्यंत निर्मल एवं पवित्र गंगा को अपने जटाओं में धारण करते हैं और साथ साथ अपने जटा पर अत्यंत सौम्य एवं शीतल चंद्रमा को धारण करते हैं
तो वहीं दूसरी तरफ शिव जी सृष्टि की रक्षा हेतु अति तीव्र और अत्यंत विनाशक कालकूट विष (हलाहल विष) को अपने कण्ठ में धारण किए तथा नाग प्रजाति की रक्षा हेतु संपूर्ण नागों के राजा नागराज वासुकि को अपने गले में धारण किए हैं
● एक तरफ आदिदेव स्वयं का साकार स्वरुप पुरुष रूप में दर्शाते है
तो दूसरी तरफ वे अर्द्धनारीश्वर शिव-शक्ति के रूप को प्रदर्शित करते हैं शिव और आदिशक्ति का अर्द्धनारीश्वर रूप अर्ध नर और नारी अर्ध शिव तथा शक्ति के रूप को प्रदर्शित करता हैं
@@premrajput101 ● एक तरफ शिव जी सर्वव्यापक हैं
पंचभूतों से बना शरीर शिव के बिना शव हैं शरीर से शिव निकल गए तो शरीर शव हो जाता हैं और शव चेतनाहीन होता हैं तथा चेतनाहीन शव पंचभूतों में ही विलीन हो जाता हैं
तो वहीं दूसरी तरफ शिव जी साकार स्वरुप में सांसारिकता से बिल्कुल दूर निर्जन कैलाश पर निवास करते हैं असंख्यों ब्रह्मांड, सभी देवी-देवता, अधिभूत, अधिदैव, ब्रह्म, काल (समय-गति), सर्वसिद्धीयों एवं शक्ति के स्वामी महाकाल सर्वेश्वर सदाशिव देहधारी साकार स्वरुप में रुद्र और भस्म धारण करते हैं
● भगवान शिव जी का डमरू जो की ब्रह्मा जी के निर्माण एवं विष्णुजी के पालन पोषण के कार्य को अत्यंत सरल बना देता हैं
वहीं शिव जी का त्रिशूल जिनमें तीन शूल हैं जो की ब्रह्मा द्वारा ब्राह्मण का सृजन नारायण द्वारा संचालन और अंतत काल का क्रम पूरा होने पर शिव में संपूर्ण ब्राह्मण का विलय यहीं ब्राह्मण के पूर्णता को दर्शाता हैं
परमेश्वर परमात्मा परब्रह्म शिव जी के लीलाओं को समझें उनके चरित्र को और स्वयं शिव को समझें शिव को समझ लिए यानी आप स्वयं को भी समझ लिए परम सत्य को जान लिए एवं पूर्ण आध्यात्म को समझ लिए
आप स्वयं को शिव पर पूर्णरूप से समर्पित कर दीजिए तथा शिव में लीन हो जाए यहीं शिव में विलय (मोक्ष प्राप्ति) का एक मात्र उपाय हैं
नमो रुद्राय🙏🏻🙏🏻🙏🏻
नमः शिवाय🙏🏻🙏🏻🙏🏻
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@@Kshatriya_Aniket_Singh_ sahi kaha bhai
Character not suited
wrong story...no one can able to defeat lord vishnu...and in this lord vishnu spare jhalander life due to maa lakshmi promise as jhalander is her brother.
Correct
Ravinandan Mishra
Ravinandan Mishra saran
Ab ye parampita parmeshwar kon hai jo tridev se bhi bde hai kya bakchodi hai yrr kon hai iska directr or writter usko pass lao mere
sahi hai
glat hai ye
nahi bhai ghalat nahi hai, har shastr aur har granth me aisa hi likha hai
@@premrajput101 nhi bhai