बहुत से लोग विनेश की धोखे और चालबाजी से मिली जीत पर जो गीत गा रहे थे।उनको पता होना चाहिए कि ये कुछ दिन पहले ही अपने देश की नई पहलवान से दस जीरो से हार चुकी है।ये कभी भी अपने असली वजन में नहीं खेली है।ये वजन के कारण पहले भी डिसक्वालीफाई हो चुकी है।
बजरंग पुनिया को देश छोड़ कर चले जाना चाहिए. Bharat के samman को इन लोगों ने अपने पैरों से कुचला था. भगवान ने इसकी सज़ा दी है. ऐसे गद्दारों के साथ ऐसा ही होना चाहिए.
भारत कुश्ती संघ क्यों इतने पुराने खिलाड़ी को ही बार बार मौका देते हैं नए प्रतिभावान युवाओं को अवसर मिलना चाहिए एक बार पूरा बदलना चाहिए ताकि असली खिलाड़ी भारत का मान बढ़ाएं।
ये 50 kg वर्ग में मध्य प्रदेश की प्रतिभाशाली नेशनल champion की जगह भेजी गयी थी। किसी का हक मारकर सफल कैसे हो सकती है।अब मक्कार विपक्ष CBI जांच की मांग करेगा।
ओमकार सर कितने साधे अंदाज से यह कोटेंट तैयार किया है इस के लिए आप को साधुवाद और विशेष रूप से उन कोंग्रेसी प्रवक्ताओ किस प्रकार उनके जहरिले बयानों पर तज़ कसा है आप को नमन. जयहिंद.
वास्तव मे इस धरनाजीवी ने बहुत से पहलवान बहुत का हक छीना है उनका हक छीन कर बिना ट्रायल दिये ही ओलम्पिक मे गई उसी का फल इसको मिला है।यह खेल कम खेलती है राजनिति ज्यादा करती है।काग्रेस के टिकट पर अगला चुनाव हरियाणा से लडेगी।
इन खिलाड़ियों ने अगर कांग्रेस सरकार में धरना प्रदर्शन किया होता तो क्या ये खिलाड़ी कॉन्ग्रेस को इतने प्यारे होते खिलाड़ी होने के नाते विनेश फोगाट का सम्मान है लेकिन शायद गंगा मईया का श्राप लग गया गंगा मईया नहीं चाहती थीं कि और मैडल बहाए जायें जैसी गंगा मईया की इच्छा
अयोग्य घोषित होने से बहुत दुख हुआ भारत एक मेडल जीतने में चूक गया पर शायद विरोधियों की साजिश से बचाने के लिए ही ईश्वर ने यह सब करवाया इसे ही कहते हैं ईश्वर की ताकत
भगवान का न्याय है ये लोग गंदी राजनीति करने में बाज नई आए नए तो महज 24 घंटे में इतना वेट बड गया की डिस्कालिफाई हो गई, और ये कोई बात नई कर रहा ये 53केजी वर्ग में खेलती थी 2016 के ओलंपिक में भी वेट के कारण बाहर हो चुकी है
आप मुझे पूरा भरोसा हो गया है कि भगवान की लाठी में आवाज नहीं होती विरोध आंदोलन करना गलत नहींहै लेकिन वह भी छद्दर राजनीतिज्ञो के कहने पर किसी बुजुर्ग माननीय के ऊपर घटिया घृणित झूठा आरोप लगाना वह भी इज्जतदार लड़की होकर,, ब्रह्म हत्या से कम अपराध नहीं होता पाप तो पाप है सजा तो मिलकर ही रहेगी कब कैसे किस रूप में इसका कोई ठिकाना नहीं है
जब हम किसी भी चीज़ का सम्मान नही करते तो वह हमसे हमेशा दूर हो जाती है ऐसा ही हुआ इस नेता कम पहलवान के साथ।। हर जगह बदमाशी। किसान यूनियन और कांग्रेस फ्रांस में आन्दोलन करैं।।।
Sir, जो अपने मैडल्स का सम्मान नहीं करते और उसे गंगा में बहाते हैं , वे व्यक्ति मैडल के लायक़ नहीं हैं और इसलिए मैडल भी कभी भी उनका सम्मान नहीं कर सकते ! विनेश अपने इस जीवन में अब कहीं भी और किसी भी तरह का मैडल कभी भी नहीं जीत सकती! आप इस बात को लिख कर रखलें
53 kg weight category me khelne wala agar jabardasti 50 kg category me khele ga toh ye hi hona tha aur desh ko saramsar kar diya. Paise jo Govt ne us par lagaya voh bhi waste hua.
यह विनेश फोगाट बेईमानी से अपने से हल्की रेसलर के बीच में घुसकर अपने से छोटी महिलाओं का हक मार रही थी। यही इसकी योग्यता है। यह अपनी समकक्ष रेसलरों से तो भारत में ही हार गयी थी।
VERY TRUE , EVERYONE FORGOT THAT .THEY ALL MADE IT A BIG ISSUE AND TOOK ALL THEIR MEDALS IN FRONT OF MEDIA TO GANGES BUT FINALY ON THAT DAY THEY HANDED OVER THOSE MEDALS TO KISAN NETA MAY GOD BLESS MODI , NO ONE CAN HURT HIM .
53 किलोग्राम केटेगरी की खिलाड़ी यदि अपने से कम 50 किलोग्राम केटेगरी की हल्की खिलाड़ी से जीतने के लिए 50 किलोग्राम की केटेगिरी में शामिल हो जाती है और कुछ हद तक उसमें सफल भी हो जाती है पर आखिरी में यह चालाकी पकड़ी गई यदि अपने पर इतना भरोसा था तो 53 किलोग्राम की केटेगिरी में खेलना था तो पता चलता जब बराबरी के खिलाड़ी से सामना होता पर अपने से कमजोर खिलाड़ी के सामने जीतने की चाहत अधुरी रह गई क्योंकि इनकी चालाकी ओलंपिक वालों ने पकड़ ली और ओलंपिक से बाहर भगा दिया
नहीं, अब हरियाणा के चुनावों में शत प्रतिशत कोई खास पार्टी इन्हें दोबारा मोहरे के रूप में उपयोग करेगी l ये खिलाड़ी पर निर्भर करेगा कि वह इस कैसे सोचती है ?
विपक्ष को विनेश की इस बुरी असफलता जो दुर्भाग्य से हुई की कोई परवाह नहीं हैं उन्हें तो इसमें भी मोदीजी को दोषी बनाना हैं! अब ये विनेश पर हैं की वो इन धुर्तो के लिए चारा बनती हैं या अपनी खोई प्रतिष्ठा को अब और खराब नहीं करना चाहती! इसी सरकार ने उसे सारी सुविधाएं दी और भारत की और से प्रतिनिधित्व करने का अधिकार भी दिया ये नहीं भूलना चाहिए!मोदीजी ने कोई दूरभावना नहीं पाली ये सबसे महत्वपूर्ण बात हैं!
हर खिलाड़ी को अपनी एवम खेल की गरिमा बनी रहे ये सोच के बयान देना चाहिए। सस्ती लोकप्रियता से तो अपनी ही उपलब्धि का महत्व गीरा देते है।अब इस मामले में कुछ न बोलके नए खिलाड़ियों को तैयार कर देश का कर्ज उतारनेमे अपने समय का सदुपयोग करे ताकि, आनेवाली पीढियो की दुवाओ से सारी नेगेटिविटी चली जाय।
अगर विनेश bronze medal भी जीत जाती है तो इसका और इसके घटिया supporters का घमंड और बद्तमीजी सातवेँ आसमां पर होगी - बगैर सरकारी सहयोग और प्रयास के क्या इनकी olympic games मे जाने की औकात थी क्या- ??? पूछता है भारत
सरकार सरकारी शिक्षा संस्थानों में अच्छी खेल सुविधाएं दे । ना की खिलाड़ियों के व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए लाखो करोड़ों खिलाड़ियों पर खर्चे और वे खिलाड़ी बाद में सरकार के मूंह पर थूंके। असल में खिलाड़ियों के मेडल के बहाने अपने को भारत का विश्वगुरु साबित करने की महत्वाकांक्षा के चलते इन्होंने ही खिलाड़ियों को सर पे चढ़ा रखा । अपना अपना खर्च करो और जो चाहे जितने चाहे मेडल लाए ये संदेश होना चाहिए था । दर दर कारपोरेट से फंडिंग की भीख मांगने में चप्पले घिस जाती तो खिलाड़ियों के दिमाग में हवा नही जाती ।
हरियाणा में जैसे ओलंपिक माफिया ने जड़े जमाई और देश के बाकी हिस्सों के खिलाड़ियों की उपेक्षा सरकार ने की । सरकार दबाव में आती है और डरती भी है । कोई आवश्यकता नही थी प्रधान मंत्री ने सांत्वना का ट्वीट करने की एक अपने कर्मो से बाहर किए गए खिलाड़ी के लिए ... पर वो उन्होंने किया और फिर एक बार अपने कमजोर होने का परिचय दिया ।
मुझे अब अहसास हो गया कि कोई कितना भी ताकत वर व्यक्ति हो गलत लोगों के साथ मिलकर राजनीतिक खेल में शामिल हो जाता है तो उसको ईश्वर निश्चित रूप से असली जगह भेज देता है
सर नमस्कार बेटी को बाहर का रास्ता दिखाना दुखद समाचार है दिल दुखी हुआ लेकिन अतीत में झांकना चाहिए क्या कमी रही जीतने से पहले जिन लोगों ने ट्वीट किया ये में इनको जिमेदार मानता हूं वो bines के लिए पनौती बन गए बेटी हार नहीं मानना दुआए साथ है जय हिंद जय भारत वंदेमातरम
देश की बेटी मनु भाखर का ऐतिहासिक स्वागत हुआ ओलंपिक में 2 मेडल 🏅 जीत कर रचा इतिहास बड़ाया भारत 🇮🇳 का सम्मान
बधाई हो मनु भाखर
🚩🚩🚩
इसे तो बाहर होना ही चाहिए, विपक्ष के हाथ में खेल रही थी, कांग्रेस से हरियाणा में चुनाव लड़ेगी
जैसी करनी वैसी भरनी बृजभूष्ण के लिये जो किया भागवान ने उसका नतीज़ा दे दिया
इन्हें अपने कर्मो की सही सजा मिली ईश्वर का शुक्रिया
भगवान की लाठी आवाज किए बिना चली ।
जो हुआ ठीक हुआ, वैसे भी पोलिटिकल पहलवान, किसान मेडल गंगा जी में बहातीं?
विपक्षियों को तो मौका चाहिए. इस बेटी से ही ट्वीट करवा दीजिए की साजिश हुई या उसकी गलती थी. Vinesh फोकट ने तो बेमानी करके देश का सर झुकाया.
बहुत से लोग विनेश की धोखे और चालबाजी से मिली जीत पर जो गीत गा रहे थे।उनको पता होना चाहिए कि ये कुछ दिन पहले ही अपने देश की नई पहलवान से दस जीरो से हार चुकी है।ये कभी भी अपने असली वजन में नहीं खेली है।ये वजन के कारण पहले भी डिसक्वालीफाई हो चुकी है।
बजरंग पुनिया को देश छोड़ कर चले जाना चाहिए. Bharat के samman को इन लोगों ने अपने पैरों से कुचला था. भगवान ने इसकी सज़ा दी है. ऐसे गद्दारों के साथ ऐसा ही होना चाहिए.
I personally feel very Happy... Karma pays back. No exception😊
सेकुलर गिरोह अगर मोदी जी नही चाहते तो क्या फोगाट पेरिस पहुंच पाती
लफंगे पप्पूओं ,टिकैतों के संगत में इसने करोड़ों भारतीयों को दुख पहुंचाया था।
अच्छा हुआ
मुझे कोई दुख नहीं है
ईश्वर ने इसे इसके कुकर्मो की सजा दी है।
भारत कुश्ती संघ क्यों इतने पुराने खिलाड़ी को ही बार बार मौका देते हैं नए प्रतिभावान युवाओं को अवसर मिलना चाहिए एक बार पूरा बदलना चाहिए ताकि असली खिलाड़ी भारत का मान बढ़ाएं।
ये 50 kg वर्ग में मध्य प्रदेश की प्रतिभाशाली नेशनल champion की जगह भेजी गयी थी। किसी का हक मारकर सफल कैसे हो सकती है।अब मक्कार विपक्ष CBI जांच की मांग करेगा।
ओमकार सर कितने साधे अंदाज से यह कोटेंट तैयार किया है इस के लिए आप को साधुवाद और विशेष रूप से उन कोंग्रेसी प्रवक्ताओ किस प्रकार उनके जहरिले बयानों पर तज़ कसा है आप को नमन. जयहिंद.
पहलवान आंदोलन एक बहुत बड़ा फरजीवाड़ा था। ये हक़ से ज़्यादा लूटने की क़वायद थी।
The Law of Karma ❤
हरियाणा चुनाव में "पोस्टर गर्ल " बनाना चाह रहे थे...
ये सबराजनीती देखने के बाद आगे क्या देश के खिलाडी राजकीय नेताओं और उनके चमचोंसे दूरी बनाए रखेंगे ?
Ye apne aap ko desh se uppar samjh rahi the
Bahut badhiya huaa
Sir, विनेश फोगाट के गोल्ड मैडल जीतने पर भारत का जन जन उतना खुश नहीं होता जितना इसके disqualify होने पर है
वास्तव मे इस धरनाजीवी ने बहुत से पहलवान बहुत का हक छीना है उनका हक छीन कर बिना ट्रायल दिये ही ओलम्पिक मे गई उसी का फल इसको मिला है।यह खेल कम खेलती है राजनिति ज्यादा करती है।काग्रेस के टिकट पर अगला चुनाव हरियाणा से लडेगी।
इन खिलाड़ियों ने अगर कांग्रेस सरकार में धरना प्रदर्शन किया होता तो क्या ये खिलाड़ी कॉन्ग्रेस को इतने प्यारे होते
खिलाड़ी होने के नाते विनेश फोगाट का सम्मान है लेकिन शायद गंगा मईया का श्राप लग गया गंगा मईया नहीं चाहती थीं कि और मैडल बहाए जायें
जैसी गंगा मईया की इच्छा
अयोग्य घोषित होने से बहुत दुख हुआ भारत एक मेडल जीतने में चूक गया पर शायद विरोधियों की साजिश से बचाने के लिए ही ईश्वर ने यह सब करवाया इसे ही कहते हैं ईश्वर की ताकत
Ishvar ki takat to dekh tere bhaiyo ko bangladesh me kata ja raha he Tu yaha b. J. P ke jute chatne vyast
अभी बजरंग पूनियां का थोबड़ा देखने लायक होगा
सच कह रहे हैं आप, राहुल गांधी तो इससे शादी ही कर लेते।
जीत के क्या करना था जब गंगा जी में उसने विसर्जन कर देना था
. उपर की थूका हुआ अपने मूंह पर पड़ता है
ईश्वर जो करता है अच्छा करता है
।
अब कांग्रेस का टिकट पक्का
भगवान जो करता है वो ठीक ही करता है ❤❤❤
फोगाट को कुश्ती का नाम लेने में शर्म करनी चाहिए तुम पहले भी भारत को बदनाम किया और आज भी किया 😢😢😢😢😢😢😢
भगवान का न्याय है ये लोग गंदी राजनीति करने में बाज नई आए नए तो महज 24 घंटे में इतना वेट बड गया की डिस्कालिफाई हो गई, और ये कोई बात नई कर रहा ये 53केजी वर्ग में खेलती थी 2016 के ओलंपिक में भी वेट के कारण बाहर हो चुकी है
Sir, झूठे और धोखेवाज़ व्यक्ति कहीं भी जाँय, अपनी प्रकृति नहीं बदलते और अंततः उन्हें अपने झूठ और धोखा देने की सज़ा मिलती है है
Karma caught up
Binesh Fogat got divine justice for her deeds.
जब ये लड़की 53 kg की खिलाड़ी है तो 50 kg में खेलने की क्या जरूरत थी।
अपने से बड़े बुजुर्गो को कभी भी गाली नहीं देना चाहिए।
अच्छा हुआ दिनेश फोगाट फेल हुई नहीं तो उसका घमंड टुट गया उसको तो कोई चांचणी परिक्षा देनी नही थी
Gold कैसे जीतती, 50 kg category है नहीं, 53 kg लड़ना नहीं चाहती। कारण अब वर्ल्ड जाहिर है।
बजरंग पुनिया स्वयं फुके हुए कारतूस है 😊😊
@@StiffDownsone-mo8xr railway की नौकरी का आनंद ले रहे हैं
राहुल गांधी इस पहलवान को कांग्रेस के कोटे से मेडल दिलवा देना चाहिए।
आप मुझे पूरा भरोसा हो गया है कि भगवान की लाठी में आवाज नहीं होती विरोध आंदोलन करना गलत नहींहै लेकिन वह भी छद्दर राजनीतिज्ञो के कहने पर किसी बुजुर्ग माननीय के ऊपर घटिया घृणित झूठा आरोप लगाना वह भी इज्जतदार लड़की होकर,, ब्रह्म हत्या से कम अपराध नहीं होता पाप तो पाप है सजा तो मिलकर ही रहेगी कब कैसे किस रूप में इसका कोई ठिकाना नहीं है
फर्जी ओलम्पिक चैम्पियन से लिब्रांडो चित हो गए है 😅😅😅😅😅😅
मेडल मिला होता तो ये गंगा में बहाने जाती इसलिए मेडल ने आने से मना कर दिया।
💯💯💯
A nationalist analysis.
जब हम किसी भी चीज़ का सम्मान नही करते तो वह हमसे हमेशा दूर हो जाती है ऐसा ही हुआ इस नेता कम पहलवान के साथ।। हर जगह बदमाशी। किसान यूनियन और कांग्रेस फ्रांस में आन्दोलन करैं।।।
Sir, जो अपने मैडल्स का सम्मान नहीं करते और उसे गंगा में बहाते हैं , वे व्यक्ति मैडल के लायक़ नहीं हैं और इसलिए मैडल भी कभी भी उनका सम्मान नहीं कर सकते ! विनेश अपने इस जीवन में अब कहीं भी और किसी भी तरह का मैडल कभी भी नहीं जीत सकती! आप इस बात को लिख कर रखलें
Omkar choudhary sir sat sat naman
Jai Ganga maiya
भगवान जो भी करता है ठीक करता है।
Omkar जी, fact छोड़कर बाकी इधर उधर की बात ho रही है.
She was a फ्रॉड.
भगवान के घर देर है अंधेर नही
दर है कि ट्विटर के वीर सुसाइड न कर लें। वैसे बेशर्म हैं तो संभावना तो कम ही है। कोई नया मुखौटा लगा लेंगे।
हीन मानसिकता का प्रदर्शन... इन (so called) पत्रकारों और नेताओं के द्वारा...
सब मुंह पर गिर गये...
53 kg weight category me khelne wala agar jabardasti 50 kg category me khele ga toh ye hi hona tha aur desh ko saramsar kar diya. Paise jo Govt ne us par lagaya voh bhi waste hua.
यह विनेश फोगाट बेईमानी से अपने से हल्की रेसलर के बीच में घुसकर अपने से छोटी महिलाओं का हक मार रही थी। यही इसकी योग्यता है। यह अपनी समकक्ष रेसलरों से तो भारत में ही हार गयी थी।
ओलंपिक मैडल का अपमान किया था, गंगा में बहाने को ले गए थे।
अब मैडल ने कर दिया... बदला पूरा।
VERY TRUE , EVERYONE FORGOT THAT .THEY ALL MADE IT A BIG ISSUE AND TOOK ALL THEIR MEDALS IN FRONT OF MEDIA TO GANGES BUT FINALY ON THAT DAY THEY HANDED OVER THOSE MEDALS TO KISAN NETA
MAY GOD BLESS MODI , NO ONE CAN HURT HIM .
लड़ी तो क्या , फर्जीवाड़ा कर ५० किग्रा में गई थीं , न्याय हो गया। इसके पहले रिओ में ४८ केजी में गईं थीं वहाँ भी ओवर वेट हो गई थीं।
53 किलोग्राम केटेगरी की खिलाड़ी यदि अपने से कम 50 किलोग्राम केटेगरी की हल्की खिलाड़ी से जीतने के लिए 50 किलोग्राम की केटेगिरी में शामिल हो जाती है और कुछ हद तक उसमें सफल भी हो जाती है पर आखिरी में यह चालाकी पकड़ी गई यदि अपने पर इतना भरोसा था तो 53 किलोग्राम की केटेगिरी में खेलना था तो पता चलता जब बराबरी के खिलाड़ी से सामना होता पर अपने से कमजोर खिलाड़ी के सामने जीतने की चाहत अधुरी रह गई क्योंकि इनकी चालाकी ओलंपिक वालों ने पकड़ ली और ओलंपिक से बाहर भगा दिया
Spot on excellent analysis
इंडी गैंग टिकट देगा हरियाणा मे
विनेश फोगाट की अब दुकान बंद हो गई है।
नहीं, अब हरियाणा के चुनावों में शत प्रतिशत कोई खास पार्टी इन्हें दोबारा मोहरे के रूप में उपयोग करेगी l ये खिलाड़ी पर निर्भर करेगा कि वह इस कैसे सोचती है ?
Karm ka fal milta hai.
विपक्ष को विनेश की इस बुरी असफलता जो दुर्भाग्य से हुई की कोई परवाह नहीं हैं उन्हें तो इसमें भी मोदीजी को दोषी बनाना हैं! अब ये विनेश पर हैं की वो इन धुर्तो के लिए चारा बनती हैं या अपनी खोई प्रतिष्ठा को अब और खराब नहीं करना चाहती! इसी सरकार ने उसे सारी सुविधाएं दी और भारत की और से प्रतिनिधित्व करने का अधिकार भी दिया ये नहीं भूलना चाहिए!मोदीजी ने कोई दूरभावना नहीं पाली ये सबसे महत्वपूर्ण बात हैं!
Bilkul theek sir main point per baat ki aap ne
मुझे तो कोई दुख नहीं हुआ। धोखाधड़ी से लिया हुआ मेडल हमें पसंद नहीं।
जो हुआ अच्छा हुआ
विनेश फोगाट पर बिपक्ष और फोगाट को मौका तो सरकार ने ही दिया था, यह भूल गई, सोना परखे बार -बार आदमी परखे एक बार l
हर खिलाड़ी को अपनी एवम खेल की गरिमा बनी रहे ये सोच के बयान देना चाहिए। सस्ती लोकप्रियता से तो अपनी ही उपलब्धि का महत्व गीरा देते है।अब इस मामले में कुछ न बोलके नए खिलाड़ियों को तैयार कर देश का कर्ज उतारनेमे अपने समय का सदुपयोग करे ताकि, आनेवाली पीढियो की दुवाओ से सारी नेगेटिविटी चली जाय।
बाबूजी राम राम राम किसी को नहीं मारते सबके दाता राम पापी खुद मर जायेगे कर कर खोटे काम
What happened to Phogat is her destiny made by her karma. Law of karma does justice and nothing but divine justice.
मुझे नहीं है पीड़ा 😂😂😂😂
जनता सब देख और समझ रही है
आंदोलनके चलते खेळ से ध्यान हट गळा था.. मोदी जेसे नेक इन्सापर जो बाते काही.... कर्म रिटर्न्स
Toolkit haar gaye.
Yeh olympic ka medal ganga main jake phenkti
अगर विनेश bronze medal भी जीत जाती है तो इसका और इसके घटिया supporters का घमंड और बद्तमीजी सातवेँ आसमां पर होगी - बगैर सरकारी सहयोग और प्रयास के क्या इनकी olympic games मे जाने की औकात थी क्या- ??? पूछता है भारत
KYA KERNA HAI MEDAL LEKAR VYSE BHI GANGA ME BAHANA HAI 😅
मोहरा, बस इसके अतिरिक्त कुछ नहीं
Kanoon se upar gold medalist bhi nahi hona chahiye
सरकार सरकारी शिक्षा संस्थानों में अच्छी खेल सुविधाएं दे । ना की खिलाड़ियों के व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए लाखो करोड़ों खिलाड़ियों पर खर्चे और वे खिलाड़ी बाद में सरकार के मूंह पर थूंके। असल में खिलाड़ियों के मेडल के बहाने अपने को भारत का विश्वगुरु साबित करने की महत्वाकांक्षा के चलते इन्होंने ही खिलाड़ियों को सर पे चढ़ा रखा । अपना अपना खर्च करो और जो चाहे जितने चाहे मेडल लाए ये संदेश होना चाहिए था । दर दर कारपोरेट से फंडिंग की भीख मांगने में चप्पले घिस जाती तो खिलाड़ियों के दिमाग में हवा नही जाती ।
विजय से पूर्व हर्ष तथा विजय के बल पर किसी को अपमानित करने की इच्छा उचित नहीं है, यह विनेश की स्थिति से जाना अथवा सीखा जा सकता है।
हरियाणा में जैसे ओलंपिक माफिया ने जड़े जमाई और देश के बाकी हिस्सों के खिलाड़ियों की उपेक्षा सरकार ने की । सरकार दबाव में आती है और डरती भी है । कोई आवश्यकता नही थी प्रधान मंत्री ने सांत्वना का ट्वीट करने की एक अपने कर्मो से बाहर किए गए खिलाड़ी के लिए ... पर वो उन्होंने किया और फिर एक बार अपने कमजोर होने का परिचय दिया ।
अगर ये गोल्ड मेडल लाती तो ये हरियाणा सहित बहुत सारे जगहों पर लूटपाट और दंगे करते करते।एक बार जाट आरक्षण के नाम पर कर चुके हैं।
Well said sir
When sports person gets into politics that too with anti nationals, the downfall is guaranteed.
विपच्छियों की नानी मर गई 😂
KARMA
With toxic elements , less player more poltician.
मैडल लेकर सर पर घूमते और खाली आग मूतते।😠
मुझे अब अहसास हो गया कि कोई कितना भी ताकत वर व्यक्ति हो गलत लोगों के साथ मिलकर राजनीतिक खेल में शामिल हो जाता है तो उसको ईश्वर निश्चित रूप से असली जगह भेज देता है
Amazing analysis sir
Phone karunga matlab raveesh ki cheli hain.
Sahi hai sir
Thanks
Modi जी बीजेपी कमजोर है जो ऐसे लोगो पर fir दर्ज नहीं करवाते, bjp आन्दोलन nhi करते
सर नमस्कार बेटी को बाहर का रास्ता दिखाना दुखद समाचार है दिल दुखी हुआ लेकिन अतीत में झांकना चाहिए क्या कमी रही जीतने से पहले जिन लोगों ने ट्वीट किया ये में इनको जिमेदार मानता हूं वो bines के लिए पनौती बन गए बेटी हार नहीं मानना दुआए साथ है जय हिंद जय भारत वंदेमातरम
😂😂ek dum jazbaat badal bdl gye 😂😂 I full support modi ji 🚩🚩
Samay kisi ko nahi chorta hai
Karma returns😅😅
Vinesh yahi deserve karti hai......galat logon ka sath diya sare benefits lekar bhee govt. Ke against rahi
Very true sir.