चंद्रा वंश की कथा व श्री कृष्ण जन्मोत्सव ! Chandra Vansh ki katha & Shri Krishna Janmotsav
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- Опубліковано 30 тра 2019
- चंद्रा वंश की कथा व श्री कृष्ण जन्मोत्सव ! Chandra Vansh ki katha & Shri Krishna Janmotsav #Shri Chinmayanand Bapu Ji
►Video Name :- चंद्रा वंश की कथा व श्री कृष्ण जन्मोत्सव
►Katha Vachak :- Shri Chinmayanand Bapu Ji
►Copyright :- Shri Chinmayanand Bapu
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जय श्री राधा वल्लभ जय श्री हरिवंश जय जय श्यामा जय जय श्याम जय जय श्री वृन्दावन धाम
Bapu ji aap ki ktha me amrt brsta hai aatma ko vises anubhuti hoti hai, dhnywad jai shree krsna jai shree radhe
ययाति के जेष्ठ पुत्र यदु
Guru Ji ke charno mein pranam
जय श्री द्वारिकाधीश 🙏
Radhe radhe प्रभु
Shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe shri Krishna radhe radhe shri Krishna radhe radhe shri Krishna radhe radhe shri Krishna radhe radhe shri Krishna radhe radhe shri Krishna radhe radhe shri Krishna radhe radhe jai shri Krishna radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe
जय सियाराम सद्गुरुदेव भगवन् 🙏🙏
baba kripa banaye rakhana
Jay ho
जय श्री कृष्णा राधे राधे
Jai siyaram bapuji !
Hare Krishna hare Rama Hare Rama Hare Krishna
Radhe Radhe gurujii
Parnam
Sribapujer
Maharsj
Jai vishnu
Jay shree krishna
श्री राधेकृष्ण गुरुदेव श्री❤
Bahut sundar katha,
Maharaj🙏,
Aapne ahi katha sunayethe
Siliguri me mujhe bahut acha laga
Radhe Radhe Guru ji
वर्णयामि महापुण्यं सर्वपापहरं नृणां ।
यदोर्वन्शं नरः श्रुत्त्वा सर्वपापैः प्रमुच्यते।
यत्र-अवतीर्णो भग्वान् परमात्मा नराकृतिः।
यदोसह्त्रोजित्क्रोष्टा नलो रिपुरिति श्रुताः।।
(श्रीमदभग्वत् -महापुराण)
अर्थ:
(यदु वंश परम पवित्र वंश है. यह मनुष्य के समस्त पापों को नष्ट करने वाला है. इस वंश में स्वयम भगवान परब्रह्म ने मनुष्य के रूप में अवतार लिया था जिन्हें श्रीकृष्ण कहते है. जो मनुष्य यदुवंश का श्रवण करेगा वह समस्त पापों से मुक्त हो जाएगा.
नाम यादव
वंश चंद्रवंशी
कुल यदुकुल
इष्टदेव श्रीकृष्ण
ऋषि गोत्र अत्रि
ध्वज पीताम्बरी
रंग केसरिया
वृक्ष कदम और पीपल
नारा जय यादव जय माधव
रण घोष रण बंका यदुवीर
निशान सुदर्शन चक्र
कुछ लोगों का वश चले तो ये वेद, पुराण(ऋग्वेद,हरिवंश पुराण, श्रीमद्भभागवद पुराण ) से यादव तथा आभीर या अहीर शब्द ही हटा दे लेकिन क्या करे बेचारे नहीं कर सकते है इसलिए खिसियाये बिल्ली खम्भा नोचे वाला हाल हो जाता है| तुम लाख कोशिश कर लो लेकिन तुम्हे जानकारी तौर पर बता दू की भारत में यादव 20% to 23% लगभग 27 करोंड़, राजपूत 5.4 % according to 2011 census (6.86 crore) और ब्राम्हण around 5% around 6.5 crores अब भारत में यादव एक समुदाय नहीं एक देश का हसियत रखता है किसका किसका मुह बंद करोगे यादव वैदिक क्षत्रिय है और अत्रि,सोम,ययाति,यदु, बासुदेव तथा भगवान श्रीकृष्ण के वंशज है चाहे तुम मानो या ना मानो पता है क्यों क्योंकी ऊपर इसीलिए मै पहले यादवो का जनसंख्या बताया हू तुम एक website बनाकर कर लिखोगे हम १०-१० बनाकर लिखेगे तो पुरा वर्ल्ड भर जायेगा | लगता है इस आर्टिकल को लिखने वाला महामूर्ख है| मै सलाह दूंगा श्रीमान को कोई भी लेख लिखने से पहले ये समझ लो की मै क्या लिख रहा हु और इसका स्त्रोत क्या है कहा से लेकर लिख रहा हु| और हा बस एक बार ध्यान से ऊपर का केवल तीन पवित्र किताब को पढ़ लेना यादवो के बारे में तुम्हारा शंका दूर हो जायेगा|और है कुछ कुछ links दे रहा हु उसे पढ़ लेना जरुर क्योकी ज्यादा मै नहीं लिखूंगा इतना कहूँगा की तुम मध्यकालीन इतिहास से पहले कौन सा राजपूत थे तुम्हारा वंश क्या है बता दो क्योंकि द्वापर युग के बाद केवल यादव क्षत्रिय राजपूत बचे थे (कौरव-पाण्डव )थे इसका मतलब या तो तुम पहले कुछ और जाति थे बाद में अपने को राजपूत कहने लगे तो अब ये तुहारा लिखा हुआ लेख तुमपर सटीक बैठ रहा है लोमड़ी शेर की खाल पहनने से शेर नही बन जाती | और हा मै बिना रिसर्च का बात नहीं करता कुछ लिंक दे रहा हु देख लेना पता चल जायेगा .......और हा तमीज की बात कर रहे थे तुम्हारा आर्टिकल पढ़ के नहीं लग रहा है की तुम राजपूत भी हो किसी शुद्र जाति के लग रहे हो क्योकि वही लोग ऐसी बाते करते है और हा पक्का तुक किसी बहुत पिछड़े राज्य से हो समझ गए होगे अगर मै गलत नहीं हु तो तभी जाति पति पर लेख ज्यादा लिखते हो ये जाति पात छोडो और देश विकास के लिए लिखो सब लोगो तुम्हे सराहेंगे और हा | कभी आओ हरियाणा में तुम्हे यादवो के शान दिखाते है ....कौन है यदुवंशी ........
लिखते हो सनातन और करते हो जातिवाद 😂
Jai shri krishna 🙏🙏
Jai...shri....krishna🙏🚩❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🅱️🚩
Jai shri krishna
Jai shri Krishna radhe radhe
Jai SiyaRam Bhagwan 🙏🙏 Aapke Charanon Mein Koti Koti Parnam 🙏🙏🌹🌹
Radha radhe g🙏🙏 Swami ji
जय श्री क्रष्णा गुरु देव
Jai shree krishna 🙏🙏
Jai Sri radha Krishna ji om namo bhagwate vasu devay namah
Jay Shri Ram ji 🙏
jaya sri krishna vasudeva.jay guruji.
Jay shree krishna hare hare
जय श्री कृष्ण
Jai Shri Krishna
जय श्री कृष्णा!
Om guru om.
Jay shri Krishna Jay shri Krishna jay shri Krishna 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
Very. Good maharaj ji
Jay siya Ram 🙏🙏
Radhe Radhe
Jai sitaram guruji !
🙏🌸🌹🌺Jay Shri Radhey Krishna Bhagwan Ki Jay 🌺🌹🌸🙏🪔🪔🪔🪔🪔
Radhe radhe
Jai shri radhe krishna 🙏🙏
बापूजी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
Pinapple
Supar
Good
❤❤❤
राधे॰ राधे
Jai shree krishna🙏🙏🙏
Nice
🌷🙏🙏🙏
Radhe radhe guru ji🌻🌴🙏🙏🌴🌻
Shat shat prnam Guruvar kab apase mulakat hogi yahi...
Good work
9:00
Jai Shri Krishna Radhey Radhey Maharaj Ji 9313644235 Noida
राजेंद्र साहू कबीरधम
बापूजी कभी गया श्री तीर्थ के ऊपर आम कथा सुनाइए
Jay ho Chandravansi samaj
Lalu Prasad Radhe Radhe bolana padega
Guruji ye bhich me aduziment nahi aani chaye
यह कथाकार गलत बोल रहा है ययाति महाराज के सबसे जेष्ठ पुत्र थे यदु महाराज
baba lottery q nahi lagti
Bhagvan Shri Krishna ka janma. Chandravansi me na ,,. Ahir me nahi
Ahir 3 typs Jo Yadav likhate hai 1 Gopal ahir 3 nandvansi ahir 3 yaduvansi ahir . Ahir me krishnavansi bhi hai, upasak bhi vans ke bhi hai. Meghastnij ke vristrik adhyayan ke bad rubbel es niskars par pahuchay ki Krishna Ke vansaj ahir hai naki koi aur rajvans. Radhey radhey 🙏🙏
क्यो चूतिये जैसी बात कर रहे हो पढ़ा लिखा है या ऐसे ही बकचोदी करने आ गए हो
ये देख और चुतियापन छोड़
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facebook.com/groups/836649223392357/permalink/1397423853981555/?app=fbl
@ Padma puran me kalki mahatmay me Yadav raja kirtvirya Arjun ko yadukule Chandravanshi abhir kaha Gaya hai abhir vartman ahir hai Jo haihayvansi Yadav bhi hai vrishnivansi bhi vaishya nahi nand ki ma unaka Nam vaishysparna tha, yah janbhooghkar ghoot bol rahe hai, yadu bade putra the chhote nahi ,😂 aur beta , ahir 3 tarah ke hote hai gop, nandvansi ahir aur yaduvanshi ahir , ahir Krishna Ke upasak bhi hai. krishanvanshi bhi Krishna Ke vans ke bhi, Krishna Ke janm ke samay Sabhi Devi devtao ne brajmandal ke yadukul me Devi devata ke rup me janm liya Jo gval hai vah sab devata the Jo sasharan manushya rup me janme the, Lila karane ke liye,
@ Gopi to mahadev bhi bane the , gopeswar mahadev bhagvan ko kaha jata hai jab vah Gopi bane the.
P p
कितनी गलत कथा कर रहे हैं ये महाशय.... यदु सबसे छोटे नहीं सबसे बड़े पुत्र थे.... और देवमीढ़ की दूसरी पत्नी का नाम वैश्यपर्णा था तो इसका ये मतलब नहीं कि वो वैश्य जाति की हो गई और अगर वैश्य है भी तो क्या फर्क पड़ता है क्योंकि कुल हमेशा पिता की तरफ से चलता है न कि माता की तरफ से.... अगर पिता क्षत्रिय है तो संतान भी क्षत्रिय ही कहलाएगा भले ही उसकी पत्नी ब्राह्मण हो या वैश्य...
अगर इनकी बात को माना जाए तो यदु महाराज को ब्राह्मण मान लेना चाहिए क्योंकि उनकी माँ तो ब्राह्मणी थीं और शर्मिष्ठा के पुत्रों को जिनमें आगे चलकर पाँडव हुए उन्हें राक्षस मान लेना चाहिए क्योंकि शर्मिष्ठा राक्षस राज की पुत्री थी... बस करिए आप लोग अपना नाटक... ये सारे नाटक यादव ओर अहीर को अलग दिखाने के लिए और नंद बाबा को यदुवंशी क्षत्रिय कुल से अलग दिखाने के लिए चले जा रहे हैं लेकिन सत्य को आप सब झुठला नहीं सकते...
यदुवंश शुरू से ही एक महान क्षत्रिय और गोप आभीर वंश है क्योंकि यदु महाराज ने गौपालन करते हुए ही साम्राज्य बसाया था इसलिए उन्हें गोप आभीर कहा जाता है... और इस वंश में कोई राजा हो या रंक लेकिन गौपालन प्रेरणात्मक रूप से अनिवार्य समझकर सारे यदुवंशी करते आए और आज भी गौपालन से जुड़े हुए हैं लेकिन निम्न लोगों की दृष्टि में गौपालन करने वाले निम्न लगते हैं और ये अहीर यादवों का नहीं बल्कि यदु महाराज और भगवान कृष्ण का अपमान है क्योंकि वो भी सबसे पहले गौपालक थे और उसी रूप में प्रसिद्ध हुए ...
यदुवंश एक ऐसा क्षत्रिय वंश है जो राजशासक भी रहे और गौपालक भी लेकिन आज के कुछ तुच्छ लोग भेद करने में लगे हैं और गौपालन तथा गौपालक को निम्न समझ रहे हैं भगवान ऐसे लोगों को सद्बुद्धी दें और इनके अहंकार का नाश करें...
अहीर शब्द यादवों की एक महान उपाधी है जो आभीर का तद्भव रूप है जिसका मतलब निर्भीक योद्धा होता है और ये उपाधी सबसे पहले यदु महाराज को मिली थी जब उन्होंने गौ पालन करते हुए अपने बाहुबल से महान यदुवंशी साम्राज्य की स्थापना की थी तबसे सारे यदुवंशी भी आभीर-अहीर कहलाए लेकिन सबसे ज्यादा ये उपाधी आहुक वंशी, वृष्णी वंशी, नंद वंशी यादवों में ज्यादा प्रचलित हुई... और कृष्ण जी को कालिया दमन के बाद श्रेष्ठ अहीर कहा गया...
आभीर अहीर गोप आदि उपाधी यादवों में यदु महाराज के समय से ही चलती आ रही है जिसका उल्लेख वेद पुराण महाभारत सबमें है... और यही बात समस्त ज्ञानी ब्राह्मण भी कहते हैं जो वास्तव में वेद पुराण के ज्ञाता हैं... और हमेशा ही यादवों में जो राजा नहीं बनते थे उन्हें गोप मुखिया जमींदार और सरदार बनाया जाता था जो कि नंद जी और वासुदेव जी दोनों ही समान रूप से थे और इन सब यादवों के राजा उग्रसेन थे और राजकुमार कंस था जिसे मारकर कृष्ण राजा बने अन्यथा नहीं बनते, इसके बाद राजकाज वृष्णी वंशी यादवों हाथ में आया जिसमें नंद और वासुदेव दोनों भाई आते हैं.... जो लोग जबरदस्ती भेद विभेद दिखाने की कोशिश कर रहे हैं उनकी चालाकी भगवान देख रहे हैं इसलिए थोड़ा शर्म करें... जय श्री कृष्ण...
@ अरे मूर्ख शास्त्र से बढ़कर नहीं ये पंडित जी... और ये आदमी ये नहीं कह रहा है की अहीर यादव नहीं हैं और नंद तथा वासुदेव भाई नहीं थे बल्कि ये दिखा रहा है कि नंद जी यादव होते हुए भी वैश्य हुए क्योंकि उनकी माँ वैश्यपर्णा थी... क्या एकदम तू मूर्ख ही है क्या जो ध्यान से न देखता है न सुनता है...
जो व्यास पीठ पर बैठकर झूठ बोलता है उसे कुंभी बात नाम कर्नल होता है जो नाली का कीड़ा बनता है यह सब नाली के कीड़े बनेंगे
@ Jahangir phi Rajput ho gya na kyuki uski mata Jadha thi jo Rajput thi
Bilku sahi kah raho ho bhai
वर्णयामि महापुण्यं सर्वपापहरं नृणां ।
यदोर्वन्शं नरः श्रुत्त्वा सर्वपापैः प्रमुच्यते।
यत्र-अवतीर्णो भग्वान् परमात्मा नराकृतिः।
यदोसह्त्रोजित्क्रोष्टा नलो रिपुरिति श्रुताः।।
(श्रीमदभग्वत् -महापुराण)
अर्थ:
(यदु वंश परम पवित्र वंश है. यह मनुष्य के समस्त पापों को नष्ट करने वाला है. इस वंश में स्वयम भगवान परब्रह्म ने मनुष्य के रूप में अवतार लिया था जिन्हें श्रीकृष्ण कहते है. जो मनुष्य यदुवंश का श्रवण करेगा वह समस्त पापों से मुक्त हो जाएगा.
नाम यादव
वंश चंद्रवंशी
कुल यदुकुल
इष्टदेव श्रीकृष्ण
ऋषि गोत्र अत्रि
ध्वज पीताम्बरी
रंग केसरिया
वृक्ष कदम और पीपल
नारा जय यादव जय माधव
रण घोष रण बंका यदुवीर
निशान सुदर्शन चक्र
कुछ लोगों का वश चले तो ये वेद, पुराण(ऋग्वेद,हरिवंश पुराण, श्रीमद्भभागवद पुराण ) से यादव तथा आभीर या अहीर शब्द ही हटा दे लेकिन क्या करे बेचारे नहीं कर सकते है इसलिए खिसियाये बिल्ली खम्भा नोचे वाला हाल हो जाता है| तुम लाख कोशिश कर लो लेकिन तुम्हे जानकारी तौर पर बता दू की भारत में यादव 20% to 23% लगभग 27 करोंड़, राजपूत 5.4 % according to 2011 census (6.86 crore) और ब्राम्हण around 5% around 6.5 crores अब भारत में यादव एक समुदाय नहीं एक देश का हसियत रखता है किसका किसका मुह बंद करोगे यादव वैदिक क्षत्रिय है और अत्रि,सोम,ययाति,यदु, बासुदेव तथा भगवान श्रीकृष्ण के वंशज है चाहे तुम मानो या ना मानो पता है क्यों क्योंकी ऊपर इसीलिए मै पहले यादवो का जनसंख्या बताया हू तुम एक website बनाकर कर लिखोगे हम १०-१० बनाकर लिखेगे तो पुरा वर्ल्ड भर जायेगा | लगता है इस आर्टिकल को लिखने वाला महामूर्ख है| मै सलाह दूंगा श्रीमान को कोई भी लेख लिखने से पहले ये समझ लो की मै क्या लिख रहा हु और इसका स्त्रोत क्या है कहा से लेकर लिख रहा हु| और हा बस एक बार ध्यान से ऊपर का केवल तीन पवित्र किताब को पढ़ लेना यादवो के बारे में तुम्हारा शंका दूर हो जायेगा|और है कुछ कुछ links दे रहा हु उसे पढ़ लेना जरुर क्योकी ज्यादा मै नहीं लिखूंगा इतना कहूँगा की तुम मध्यकालीन इतिहास से पहले कौन सा राजपूत थे तुम्हारा वंश क्या है बता दो क्योंकि द्वापर युग के बाद केवल यादव क्षत्रिय राजपूत बचे थे (कौरव-पाण्डव )थे इसका मतलब या तो तुम पहले कुछ और जाति थे बाद में अपने को राजपूत कहने लगे तो अब ये तुहारा लिखा हुआ लेख तुमपर सटीक बैठ रहा है लोमड़ी शेर की खाल पहनने से शेर नही बन जाती | और हा मै बिना रिसर्च का बात नहीं करता कुछ लिंक दे रहा हु देख लेना पता चल जायेगा .......और हा तमीज की बात कर रहे थे तुम्हारा आर्टिकल पढ़ के नहीं लग रहा है की तुम राजपूत भी हो किसी शुद्र जाति के लग रहे हो क्योकि वही लोग ऐसी बाते करते है और हा पक्का तुक किसी बहुत पिछड़े राज्य से हो समझ गए होगे अगर मै गलत नहीं हु तो तभी जाति पति पर लेख ज्यादा लिखते हो ये जाति पात छोडो और देश विकास के लिए लिखो सब लोगो तुम्हे सराहेंगे और हा | कभी आओ हरियाणा में तुम्हे यादवो के शान दिखाते है ....कौन है यदुवंशी ........
गलत कथा वाचक है ।यदु बड़े पुत्र है
Jagesh Vishwakarma
Aap Vaishanav Nahi Ho Aur Upar Se Kala Angvastra Liye Huye Hai Iska Majara Kya Hai ,Aap Log Vyaspeeth Ki Maryada Ko Kalankit Na Karein ,Iske Pehle Bhi Aap Ka Naam Katha Jihadi Ke Roop Mein Aa Chuka Hai.
Radhe Radhe Guru ji
Aapka mobile number chahiye tha
Jay ho
Jay Shree Krishna
jai shree krishna