विश्वामित्र की कथा भाग 18 - मुकेश खन्ना, अरुण गोविल - Vishwamitra Katha
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- Опубліковано 17 лис 2024
- प्रजापति के पुत्र कुश, कुश के पुत्र कुशनाभ और कुशनाभ के पुत्र राजा गाधि थे। विश्वामित्र जी उन्हीं गाधि के पुत्र थे। विश्वामित्र शब्द विश्व और मित्र से बना है जिसका अर्थ है- सबके साथ मैत्री अथवा प्रेम। एक दिन राजा विश्वामित्र अपनी सेना को लेकर वशिष्ठ ऋषि के आश्रम में गये। विश्वामित्र जी उन्हें प्रणाम करके वहीं बैठ गये। वशिष्ठ जी ने विश्वामित्र जी का यथोचित आदर सत्कार किया और उनसे कुछ दिन आश्रम में ही रह कर आतिथ्य ग्रहण करने का अनुरोध किया। इस पर यह विचार करके कि मेरे साथ विशाल सेना है और सेना सहित मेरा आतिथ्य करने में वशिष्ठ जी को कष्ट होगा, विश्वामित्र जी ने नम्रतापूर्वक अपने जाने की अनुमति माँगी किन्तु वशिष्ठ जी के अत्यधिक अनुरोध करने पर थोड़े दिनों के लिये उनका आतिथ्य स्वीकार कर लिया।
वशिष्ठ जी ने नंदिनी गौ का आह्वान करके विश्वामित्र तथा उनकी सेना के लिये छः प्रकार के व्यंजन तथा समस्त प्रकार के सुख सुविधा की व्यवस्था कर दिया। वशिष्ठ जी के आतिथ्य से विश्वामित्र और उनके साथ आये सभी लोग बहुत प्रसन्न हुये।
नंदिनी गौ का चमत्कार देखकर विश्वामित्र ने उस गौ को वशिष्ठ जी से माँगा पर वशिष्ठ जी बोले राजन! यह गौ मेरा जीवन है और इसे मैं किसी भी कीमत पर किसी को नहीं दे सकता।
वशिष्ठ जी के इस प्रकार कहने पर विश्वामित्र ने बलात् उस गौ को पकड़ लेने का आदेश दे दिया और उसके सैनिक उस गौ को डण्डे से मार मार कर हाँकने लगे। नंदिनी गौ ने क्रोधित होकर उन सैनिकों से अपना बन्धन छुड़ा लिया और वशिष्ठ जी के पास आकर विलाप करने लगी। वशिष्ठ जी बोले कि हे नंदिनी! यह राजा मेरा अतिथि है इसलिये मैं इसको शाप भी नहीं दे सकता और इसके पास विशाल सेना होने के कारण इससे युद्ध में भी विजय प्राप्त नहीं कर सकता। मैं स्वयं को विवश अनुभव कर रहा हूँ। उनके इन वचनों को सुन कर नंदिनी ने कहा कि हे ब्रह्मर्षि! आप मुझे आज्ञा दीजिये, मैं एक क्षण में इस क्षत्रिय राजा को उसकी विशाल सेनासहित नष्ट कर दूँगी। और कोई उपाय न देख कर वशिष्ठ जी ने नंदिनी को अनुमति दे दी।
आज्ञा पाते ही नंदिनी ने योगबल से अत्यंत पराक्रमी मारक शस्त्रास्त्रों से युक्त पराक्रमी योद्धाओं को उत्पन्न किया जिन्होंने शीघ्र ही शत्रु सेना को गाजर मूली की भाँति काटना आरम्भ कर दिया। अपनी सेना का नाश होते देख विश्वामित्र के सौ पुत्र अत्यन्त कुपित हो वशिष्ठ जी को मारने दौड़े। वशिष्ठ जी ने उनमें से एक पुत्र को छोड़ कर शेष सभी को भस्म कर दिया।
अपनी सेना तथा पुत्रों के नष्ट हो जाने से विश्वामित्र बड़े दुःखी हुये। अपने बचे हुये पुत्र को राज सिंहासन सौंप कर वे तपस्या करने के लिये हिमालय की कन्दराओं में चले गये। कठोर तपस्या करके विश्वामित्र जी ने महादेव जी को प्रसन्न कर लिया ओर उनसे दिव्य शक्तियों के साथ सम्पूर्ण धनुर्विद्या के ज्ञान का वरदान प्राप्त कर लिया।
महर्षि वशिष्ठ से प्रतिशोध
इस प्रकार सम्पूर्ण धनुर्विद्या का ज्ञान प्राप्त करके विश्वामित्र बदला लेने के लिये वशिष्ठ जी के आश्रम में पहुँचे। उन्हें ललकार कर विश्वामित्र ने अग्निबाण चला दिया। वशिष्ठ जी ने भी अपना धनुष संभाल लिया और बोले कि मैं तेरे सामने खड़ा हूँ, तू मुझ पर वार कर। क्रुद्ध होकर विश्वामित्र ने एक के बाद एक आग्नेयास्त्र, वरुणास्त्र, रुद्रास्त्र, इन्द्रास्त्र तथा पाशुपतास्त्र एक साथ छोड़ दिया जिन्हें वशिष्ठ जी ने अपने मारक अस्त्रों से मार्ग में ही नष्ट कर दिया। इस पर विश्वामित्र ने और भी अधिक क्रोधित होकर मानवास्त्र, मोहनास्त्र, गान्धर्वास्त्र, जूंभणास्त्र, दारणास्त्र, वज्र, ब्रह्मपाश, कालपाश, वरुणपाश, पिनाक धनुष , दण्डास्त्र, पैशाचास्त्र , क्रौंचास्त्र, धर्मचक्र, कालचक्र, विष्णुचक्र, वायव्यास्त्र, मंथनास्त्र , कंकाल, मूसल, विद्याधर, कालास्त्र आदि सभी अस्त्रों का प्रयोग कर डाला। वशिष्ठ जी ने उन सबको नष्ट करके उन पर ब्रह्माण्ड अस्त्र छोड़ दिया। ब्रह्माण्ड अस्त्र के भयंकर ज्योति और गगनभेदी नाद से सारा संसार पीड़ा से तड़पने लगा। सब ऋषि-मुनि उनसे प्रार्थना करने लगे कि आपने विश्वामित्र को परास्त कर दिया है। अब आप ब्रह्माण्ड अस्त्र से उत्पन्न हुई ज्वाला को शान्त करें। इस प्रार्थाना से द्रवित होकर उन्होंने ब्रह्माण्ड अस्त्र को वापस बुलाया और मन्त्रों से उसे शान्त किया।
इस प्रकार विचार करके वे अपनी पत्नीसहित दक्षिण दिशा की और चल दिये। उन्होंने तपस्या करते हुये अन्न का त्याग कर केवल फलों पर जीवनयापन करना आरम्भ कर दिया। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने उन्हें राजर्षि का पद प्रदान किया। इस पद को प्राप्त करके भी, यह सोचकर कि ब्रह्मा जी ने मुझे केवल राजर्षि का ही पद दिया महर्षि-देवर्षि आदि का नहीँ, वे दुःखी ही हुये। वे विचार करने लगे कि मेरी तपस्या अब भी अपूर्ण है। मुझे एक बार फिर से घोर तपस्या करना चाहिये।"
❤❤ shakha Marg mein bhi durvasa Rishi ka mishran hai durvasa Rishi to hai hi hai❤❤❤
❤ Keval ine sab chijon Ko Hanuman hi dekh sakte hain baki kisi ke bacche kuchh bhi nahin❤❤❤
अपने.भारत.देश.नाम.इस.भारत.के.नाम.से.पडा
❤❤ durvasa Jaise Rishi ke Krodh ke bagair Sundar vigyan aata bhi nahin hai Sundar vigyan prapt karne ke liye Krodh bhi bahut jaruri hai❤❤❤
❤❤
Jai shree Krishna 🙏
❤ is Milan Ko dekhkar ke Hanuman kitne khush ho rahe honge durvasa jyada khush ho rahe honge durvasa se bhi jyada khush ho rahe honge❤❤❤
❤ main durvasa Ji ko sabse adhik pasand karta hun❤❤❤
It is great and universal love of heart of Sakuntala which expressed at the time of left the heart love to all creature it is great for all
पिता के वात्सल्य भाव को नमन।
Dil ko chhu gaya hai yah episode thanks ❤️🙏🙏
शांतीप्रिया❤शकुंतला सुंदर❤
2:32
जय.गुरूदेव.की.जय
Wow kitni sunder hai Bhanu priya 🥰🥰
The Universal love of heart of Kannamuni and extream point of love to Sakuntala with expression to others and love of imagination is the eye of soul it is great for all
Achhi siriyal banane ke liye aabhar
Shakuntola is exactly look like Santipriya (actress)
Vahi h 😊
She's elder sister of shantipriya
The expression of Rishivar to Sakuntala is so depth and spiritual which is touching the heart of every humanbeing
was a very nice and warm
He Prabhu hamare parivar acha ho jaiye
अति सुन्दर
Jay Lord Krishna.
Very nice serial it's unforgetful serial
❤ aap hi se bahar rakshason ko Keval rok sakte hain durvasa Rishi aur kisi ke bus ki hai hi nahin hai aur kisi ke bus ki nahin
Nice video
এ এক হ্নদয় বিদারক দৃশ্য,কন্যা বিদায় ।
भारत की पुण्य स्मृति को नमन।
जय हो ❤
Very nice ❤
😢 Jai Ho shakuntala g aapki
Jay rishi baruah
Jaisheeram
Jai Shri ram
Jai Shri Krishna
5
Super episode 👍👌👌
Me tin gnte se dekha rhi hu
सन्दर्भ
❤ is tarah nari ko Kaun pahchan sakta jab nari jaati hi Prithvi hai to fir samajh sakte hain ki FIR kitni badi Shakti hai yah Keval durvasa Rishi pahchan sakte hain gussa theek aata hai unhen gussa ISI murkh log raksha ke liye kuchh nahin isiliye main bhi chahta Hun ki pure bhasm kar diya jaaye Jo raksha nahin kar sakte unhen khatm hi kar diya jaaye❤❤❤
😭🙏👍❤
Home make road make water saltions make bridges
Aise rishiyo ke liye ek nark alag se bana hona chahiye
दर्शन
पुत्री की विदाई बहुत कष्ट कारक होती है
पुत्री का जन्म एक अभिशाप हैं 😢
HR hr mhadev
🚌💨💨💨🏃😂
Missed a bus!
🚌💨💨🏃😂
Missed a bus!
Shakuntala banupriya ki behen hai sabhi 😊😊😊
शानदार
❤jjdurvasakee❤❤❤
The episodes of Vishwamitra episodes please show them in serial. Give them numbers and present. It will be continuity of the story. They are good and educative. Do not show in irregular pattern. Dr. DVRao
J
વિષમિતધનયહો
जय श्री राम 🙏🙏
Welcome to film Shantipriya ji
0
❤❤❤
Jay shri hari.
भानुप्रिया.कि.ये.छोटी.बहन.शांतिप्रिया.है
Good video🎥🎥📹🎥
Narayan BBF Education In Name for Warsa Next of kin is not against Narayan puja or Mantra Mantrana ya Ratana
But Jine us name se Asamayeek tataws nikalta Hai ua Narshingha maha Awrat Hai Wah Bhai Hai parantu Sadhanako sadhak ko Nahi chute
My Father Allowed MANDIR
Make we ith Villages to Narayen Named recipient please contact Dr.Narayen DUTT SHRIMALI JI DIKHSHA Pariwar
AMBEDKAR Kya Without Study Narayan Named recipient Superim Court Judgment because Counstitution is Delhi and British council meeting with Shark Sambelan Patrika Pariwar helth Also compos
Shakuntala, banupriya ki Saghi behen hai.....
Jai ho
Good story
Good
Shakuntala jaise lag rahi hai sridevi hai
Shanti Priya h
Sri Devi
Jio is the
Very good
Ft
7:35 स्वस्तिक उल्टा
Lockdown me kon kon bekh raha h like kare 👍 👍
Sakuntla bahut vala
🙏🙏 Jay Shree Ram 🙏🙏
Kandwa asram kotdwar
😢😢😢😢😢
Durvasha Rishi Galati karete they Raha chalte Raha me Bithe huwe Logo se Athiti Satkar Chahte they kise ko keya pata ki y Rishi kun hai.
❤ khardushan mein yah gun kahan milta hai isiliye maar Diya jaate Hain bhasm kar❤❤❤
Medina Dean
Haii
V
Good. Hat
Neee
देवी जी कोरुना वायरस कब ख़तम होगा
😅
Chhu
Ganga
😅😅😅😅YA YA Hohohooooooooo
Hi
Vinod Kumar
XXX
55
ये आश्रम कहां है पता है क्या किसी को?
😊सतियुग का समय या त्रेता युग का समय होगा... कहाँ कलियुग में मिलेगा आश्रम..???
@@Aअनामिका जी आश्रम तो होगा, क्योंकि बिना प्रमाण के सनातन धर्म में कोई भी बात नहीं की गई है, गूगल या yt पर हैं वीडियो कणवा ऋषि आश्रम के
@@Aअनामिका जी आश्रम तो होगा, क्योंकि बिना प्रमाण के सनातन धर्म में कोई भी बात नहीं की गई है, गूगल या yt पर हैं वीडियो कणवा ऋषि आश्रम के
Jy kuldavi
R
Rishi durwasa ta pandavs de tym bhi c matlav sakuntla Diya 6.....7peerhiya Tak durwasa rishi jinda tha ???
duravasa risi shiv ki ansh the jish parakar aaj hunuman amar hai ushi tarah ve bhi ush samay manav kalayan ke liye duravasa jinda the
@@FactsMine712 ओओओऐओओओ ओ ओ तेरी के ओओओऐऐओओऐ
@@FactsMine712 एजूकेशनल में ऐसे ओओओऐऐओओऐ ही ओओओऐऐओओऐ में भी कर दिया था ऐएएऊउएएएऐऐऐएऐए
@@FactsMine712 पिट पफ 333
@@FactsMine712 ¹a
छछछऔ
ब
,,,
Hhv
Gg the yr
महर्षि कुछ नही पाखंडी है
govind ramyia trrttyg
Pahpp😊
Good
Rishi durwasa ta pandavs de tym bhi c matlav sakuntla Diya 6.....7peerhiya Tak durwasa rishi jinda tha ???
'm"
@@Rakeshkumar-ge2hy
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'm
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Good
Rishi durwasa ta pandavs de tym bhi c matlav sakuntla Diya 6.....7peerhiya Tak durwasa rishi jinda tha ???
Ji durvasa amer rishi ha
Rishi durwasa ta pandavs de tym bhi c matlav sakuntla Diya 6.....7peerhiya Tak durwasa rishi jinda tha ???