गांव की दिवाली भाग (छिल्ला लाने) -0।। Village Deepawali Part-0 ।। गांव की बग्वाल भाग -0
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- Опубліковано 9 лют 2025
- चीड़ के पेड़ से एक विशेष प्रकार कि लकड़ी प्राप्त होती है जिसमें तारकोल काफी मात्रा में चिपका हुआ होता है। इस विशेष प्रकार कि लकड़ी को छिल्ला कहते हैं। छिल्ला तारकोल। के कारण जल्दी आग पकड़ता है और काफी देर तक जलता है। ऐसे छिल्ले का एक बंडल बना कर उसको बबूल की मजबूत घास की बनी रस्सी से बांधा जाता है जिसे भैला कहते हैं। जब इसपर आग लगाकर घुमाया जाता है तो इसे भैला खेलना कहते हैं।