एक धाकड़ ढोली जिसने मण्डाण के दौरान 'पण्डो वार्ता' में बड़े-बड़ों के पसीने छुड़ा दिए। दिलचस्प किस्सा

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  • Опубліковано 16 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 57

  • @manmohanchandola5886
    @manmohanchandola5886 19 днів тому

    अच्छा प्रस्तुतीकरण।पहले ढोल जीवन के कई कार्यों खेती , मंगलमय और अशुभ कार्यों में प्रयुक्त होता था।

  • @balbiranubhavchauhan6421
    @balbiranubhavchauhan6421 2 місяці тому +2

    आपके इस प्रयास को साधुवाद और और ढोल बजाने की कला जो अब तक छिपी हुई थी उसके लिए आपको बहुत बहुत बधाइयां बधाइयां👏🙏🚩

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      धन्यवाद. ☺

  • @pankajdevrani5371
    @pankajdevrani5371 2 місяці тому

    बहुत गज़ब संगत पंवार जी 👌🏻👍🏻

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      भौत धन्यवाद ☺

  • @bikramsinghrawat126
    @bikramsinghrawat126 2 місяці тому +4

    वाह मन्नू जी आप तो अच्छा ढोल बजा लेते हो l आप अपनी संस्कृति को बचाने की खातिर एक बहुत ही अच्छी मुहिम चला रहे हो l
    बहुत ही अच्छी वीडियो और जानकारी l
    👍👌👌🙏,

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      बहुत धन्यवाद आपका

  • @savitrigusain9685
    @savitrigusain9685 2 місяці тому +1

    Very nice live gagwarsayan patti my village tamlag

    • @raftaar12
      @raftaar12 2 місяці тому

      Hum gumain se😂

  • @nandanram1165
    @nandanram1165 2 місяці тому +1

    Excellent efforts deserve all praise.

  • @MCP01413
    @MCP01413 2 місяці тому +2

    Vastav mein ye blog mujhe kafi pasand aaya garhwal ki lupt hoti sanskriti ko bachane aur use wpis lane ka aapne sarahniya prayas kiya hai. Thank u manu.

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      बहुत धन्यवाद आपका

  • @krkandwal7335
    @krkandwal7335 2 місяці тому +1

    Dhol bazana achha prayas
    vedio is good
    sanskriti ko bachane ka or
    logo ko vedio ke madhayam se
    janata ke samne lane ke liye
    atti uttam prastuti he.
    I congratulate you.

  • @BharatSingh-fj4vj
    @BharatSingh-fj4vj 2 місяці тому +3

    बहुत खूब! मनु पंवार जी!🙏🙏🙏

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      धन्यवाद आपका

  • @MCP01413
    @MCP01413 2 місяці тому

    Wah kitna achha dhol bajate hain aap manu ji. Ye dhol bajana aap bahut achha seekha hai aapne.

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      जी धन्यवाद. ढोल बजाना विधिवत नहीं सीखा. बचपन से अपने इन लोक कलाकारों को देख सुनकर आ गया

  • @BharatSingh-fj4vj
    @BharatSingh-fj4vj 2 місяці тому +8

    ढोल का "पुड़ा" यदि synthetic का चढ़ाया गया हो तो पाण्डव वार्ता(मंडाण) में कई देवता नहीं नाचते, क्योंकि चमड़े के "पुड़े" की अनुगूंज ही अनोखी होती है,

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому +1

      ये चमड़े वाले ही हैं

  • @leelarawat2246
    @leelarawat2246 2 місяці тому +2

    ख्याढियूसैण के दास भी बहुत अच्छे थे🎉🎉

  • @vijaymohanpainuly5878
    @vijaymohanpainuly5878 2 місяці тому

    जय उत्तराखण्ड 🙏🙏🙏

  • @madanlalkandwal3040
    @madanlalkandwal3040 2 місяці тому

    मनू पंवार जी सराहनीय प्रयास आपका।👌

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      जी बहुत धन्यवाद आपका 🙏

  • @surjansinghpanwar2592
    @surjansinghpanwar2592 2 місяці тому +1

    Manu jee exploring these folk musicians is appreciable something should be done for their Upliftiment Auji are real
    Carrier of language and culture

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      जी बहुत धन्यवाद। अब तो गिने-चुने ही बचे हैं। दरअसल इनके साथ न्याय नहीं हो पाया। उनके साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया गया, इसीलिए यह कला अब संकट में घिरी हुई है। समाज के तौर पर हम बड़े लेवल पर कोशिश करेंगे तो कुछ लोगों को उनकी कला के साथ बचा सकते हैं।

  • @GarhwaliUK
    @GarhwaliUK 2 місяці тому +1

    Great to know 🎉

  • @SovenNegi-zu2lt
    @SovenNegi-zu2lt 8 днів тому +1

    Hamare forefathers or old citizen se bahut badi galati hui jo inki value nahi ki
    Jaat paat ki wajah se inko ignore Kiya. Hum sabko apni galti maanni chahiye agar abhi yeah log Hain toh unka sarakhchan karna chahiye

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  8 днів тому

      बिल्कुल. इसीलिए ये कला लुप्त होने की कगार पर है

  • @rgahtori
    @rgahtori 2 місяці тому

    परमार जी साधू वाद। आप गढ़वाल की ही नहीं उत्तराखंड की बात कर रहे हैं। मंडाण कुमायुं खण्ड में जागर है। झूशिया दमाई प्रसिद्ध ढोल वादकों में से रहे हैं। आप उत्तराखंड की आवाज हैं। जागर में भी महाभारत की कहानियां होती हैं। पूरा पर्व 22 दिन का आयोजन होता है। जिसे बैसी भी कहते हैं।

  • @salonisingh9832
    @salonisingh9832 2 місяці тому +2

    श्रीमान जी हमारे इलाके के प्रख्यात ढोल सागर के जानकर श्री जम्मा दास जी भी ढोल विधा में काफी प्रगाढ़ जानकारी रखते थे उनका गांव पट्टी कंडवालस्यु ग्राम कुंडी था
    उन्हें ढोल सागर की विद्या ज्योतिष शास्त्र एवं ढोल सागर के प्रकांड विद्वान पंडित श्री भास्कर जोशी जी ने दी थी जो गंगा तट स्थित देवप्रयाग में रहते हैं और नक्षत्र वेधशाला का संचालन करते हैं
    यदि आप जम्मा दास जी के बारे में कोई जानकारी मिले दे सकें तो आपकी अति कृपा होगी
    जय भारत जय उत्तराखंड 🚩🚩

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      जोशी जी से बहुत पुरानी मुलाकात है. कभी जाना होगा तो ज़रूर पता लगाऊंगा. आपका धन्यवाद

  • @subhashchandrachandra4510
    @subhashchandrachandra4510 2 місяці тому +1

    वाह

  • @rameshchandrapandey7404
    @rameshchandrapandey7404 2 місяці тому

    Aap Kyark ke hainnkya

  • @deepanshukunwar5259
    @deepanshukunwar5259 2 місяці тому +3

    मनु जी गढ़वाल के मोदी जी है,🎉🎉

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому +1

      हा हा हा😆भाई 🙏

  • @HoshiyarsinghRawat-q6w
    @HoshiyarsinghRawat-q6w 2 місяці тому +1

    Bhanwar ji jod bajata tha jod

  • @vimalbhatt2828
    @vimalbhatt2828 2 місяці тому +1

    Ha sawal jabab puchey jate they

  • @KiranBelwal-n1u
    @KiranBelwal-n1u 2 місяці тому

    Mujhe aapse question karna hai agar aapko yah lagta hai ki UN Logon ne apni Sanskriti ko kyon chhod diya hai

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      संस्कृति को बचाने की जिम्मेदारी किसी एक तबके की नहीं होती. पूरे समाज की होती है. हमारे इन लोककलाकारों के इस हुनर को अगर रोज़गार से जोड़ा जाता तो आज ऐसी नौबत नहीं आती. उनको भी अपना और अपनी आने वाली पीढ़ियों का अच्छा-भला सोचने का हक है

  • @rajendraprasadkamadgajnaut4079
    @rajendraprasadkamadgajnaut4079 2 місяці тому

    आपने बहुत बड़ी बेकूफी की। हमारे क्षेत्र में उन्हें तब व अब भी सम्मान देते हैं। मैं उत्तरकाशी गाजणा से

  • @sandeeprawat2206
    @sandeeprawat2206 2 місяці тому +1

    Sastrasat sirf ved puran padha hoo na ki anpad admi pandav moksh hoo gya woo atma nhi ha ab

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому +1

      भाई, ये किसने कह दिया कि शास्त्रार्थ सिर्फ वेद-पुराणों में होता है?
      शास्त्रार्थ का मतलब वाद-विवाद, जिरह, प्रश्न-प्रतिप्रश्न, सवाल-जवाब होता है.
      जो हमारी ढोली करते रहे हैं, वो भी किसी शास्त्रार्थ से कम नहीं है.
      अनपढ़ होने का मतलब अज्ञानी नहीं होता
      शास्त्रार्थ किसी की बपौती नहीं है.

    • @sandeeprawat2206
      @sandeeprawat2206 2 місяці тому

      @@ManuPanwar sastrath ladai jhagde koo murkh log maharbharat kahte ha baat bibad sastrath nhi hoo sakta sastro ke sahi arth niklate ha jab bidwan jaisa addi jagat guru sankracharaya galat arth matt khiye doli koi sastrath nhi karta sirf sabar tantra ka thoda prtog kharte ha Joo ki local wali attmao ke ahawan ke liye hota devtao ka ahawan sirf mantro ka purusaran karna padta ha Joo kii meet daru pine walay nhi kar sakte hawan sa vi hota ha per sastro ke anusar na ki tashila me hawan

  • @sandeeprawat2206
    @sandeeprawat2206 2 місяці тому

    Uttrakhand himachal devta nhi hote ye pisach attma hote ha joo body me khelte ha woo jinke atma ball kamjor hota ha or puja karne ke liye bolte ha bakra bhiasha kat te ha inko pujna khatra hota ha chote mote kam kar dete ye atma

  • @Prooju
    @Prooju 2 місяці тому

    Pnvar g please phad nhi only garhwali bola kro

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      एक ही बात है वैसे भाई

    • @Prooju
      @Prooju 2 місяці тому

      @@ManuPanwar sr phadi mtlb Naga kuki Himachal Pradesh or Nepal k log garhwali mtlb pure log

    • @ManuPanwar
      @ManuPanwar  2 місяці тому

      @@Prooju वैसे दिल्ली और इर्दगिर्द के इलाकों में हमारी पहचान सिर्फ पहाड़ी के रूप में ही है. फिर चाहे हम गढ़वाली हों या कुमाऊंनी

  • @MaBharatvarsh
    @MaBharatvarsh Місяць тому

    ढोली का फोन no. मिलेगा क्या