Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno BISMILLAH = > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ , = > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है " plz read or listen one time quran you will know everything you want . Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more = > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं । = > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा = > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ? = > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं। 1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है । 2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया । = > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से । एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार " एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता . = > काफिर बना देता है यह कहना - या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है। या का मतलब होता है पुकारना। जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं । = ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है। अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो। तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है । तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए । इसी वजह से , 1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई । = > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है। SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h . what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey. and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,.,......,,
Masha Allah ,Allah aap k darjat buland farmaye Ameen mene apni zindagi mein aap k jaisa acha insaan nhi dekha Allah aapko jaza e khair de Ameen Summa Ameen❤❤❤
Yani, hukm e rabi aap ke hr kaam mn hoga . Or raza e ilahi jab aap ka orna bichhona khana pina sona jagna..ho jae gi tub hi Qurbat e ilahi se faizabi hasil ho gi.., MASHAALLAH..
Walaikum assalam warhematullahi vabarakaatuhu Beshk Haque frmaya baba Jaan Allah aap ke drjat blnd frmaye aur aap ke ruhani faiz se hume faiziyab kre Aameen ya rabbul aalameen.
خواب نبوت کا چھیالیسواں حصہ ہے مس ورڈنگ ہو گئ ہے ۔الحمدللہ بہت خوبصورت بیان ہے اللّٰہ ہم سب کو عمل کی توفیق دے آمین ۔اور آپ کے علم میں عمل میں رزق میں برکتیں وسعتیں عطا فرمائے ۔
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno BISMILLAH = > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ , = > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है " plz read or listen one time quran you will know everything you want . Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more = > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं । = > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा = > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ? = > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं। 1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है । 2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया । = > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से । एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार " एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता . = > काफिर बना देता है यह कहना - या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है। या का मतलब होता है पुकारना। जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं । = ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है। अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो। तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है । तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए । इसी वजह से , 1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई । = > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है। SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h . what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey. and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,.,,..,..
WalekumAssalam Wa Rahmatullahi Wa Barkatahu... Allah mujhe bhi tofiq ata farmaye.. or ispar Amal Karne ki tofiq ata kare apse duao ki darkhawast hai... LA ILAHA ILLALLAHU MUHAMMADUR RASULULLAH SALLALLAHU ALAIHI VASLLAM... ALLAH HU AKBAR....
786 thank you Baba GEE for a wonderful teaching you explain so well, La ilaha illallah. Allah Allah Allah Allah Allah hoo, I am nearer to you then yourself then your soul then your breathe say la ilaha illallah, All the prayers belong to Allah subnatala the mercyful the megnificent the creater, I thank you for your blessings God. PEACE TO EVERYONE AMEN. 💐💐💐💐💐💐💐 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🥀🥀🥀🥀🥀🥀 🙏💞😇.
Subhan Allah Jazak Allah Masha Allah Aap ne ilm e Laduni ko bhttt behtreen andaz mn byan farmaya Allah Pak aap ko sehet wali lambi umr ataa farmae Ameen
मैंने ज़िन्दगी भर झूठे मक्कार लोगों में ज़िन्दगी गवाई और हमेशा उन्होंने मेरा दिल तोड़ा उनसे मेरा मिजाज़ न मिला लेकिन जब अल्लाह के बारे में सुना तो दिल ख़ुश हुआ कि ऐसे सच की ही तो मुझे तलाश थी सच सिर्फ अल्लाह है और सब कुछ झूठ है. मैं सिर्फ अल्लाह की मुहब्बत में फ़ना होना चाहता हूँ मुझे और कुछ भी नहीं चाहिए
Kamil peer talash kijiye aur agar nahi mil rahein to dargaho pe Roz jakar duwa kijiye ki koi kamil peer mil jaye ...phir dekhiye aap ko Allah kaise mil jata hai.....peer mil gaya to sari taklife khatam
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno BISMILLAH = > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ , = > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है " plz read or listen one time quran you will know everything you want . Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more = > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं । = > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा = > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ? = > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं। 1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है । 2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया । = > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से । एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार " एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता . = > काफिर बना देता है यह कहना - या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है। या का मतलब होता है पुकारना। जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं । = ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है। अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो। तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है । तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए । इसी वजह से , 1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई । = > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है। SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h . what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey. and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,..,......,..
Assalam o alaikum... aap ney 6 months sey koi cassette nai bhari ... aap ki cassette ka intezaar hey .... Allah aap ko bohut achi sehat dein ameen ....
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno BISMILLAH = > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ , = > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है " plz read or listen one time quran you will know everything you want . Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more = > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं । = > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा = > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ? = > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं। 1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है । 2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया । = > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से । एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार " एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता . = > काफिर बना देता है यह कहना - या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है। या का मतलब होता है पुकारना। जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं । = ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है। अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो। तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है । तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए । इसी वजह से , 1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई । = > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है। SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h . what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey. and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want....,.,.,.,......
Assalam email Heard your thoughts. I have wish to bear your guide line. Please make me your disciple . For this obliged very much. And learn me ladunni. Thanks.
6:07 inhone kaha ki jab Allah tala kisi ko ilme ladunna sikhane lagta hai tab woh Banda jab chahe Allah tala ko batana hi padta hai. Ye jumla ke Allah tala ko batana hi padta hai kehna kahan se sahi hai Allah tala par kisi ka zor nhi wo chahe to bataye na chahe to na bataye yahan par ye jumla istemal karna chahiye tha ki jab Banda Allah tala se puchhta hai to Allah tala apni mohabbat aur apne karam se Bande ko bata deta hai.
WhatsApp number - 9871979621
ua-cam.com/video/nELMmwEtBS0/v-deo.html
Alra tv see
Asalamoalikum..
Allah ka shukar jo us nay mujhy itminan ki aik manzil or bakhshi...
khush rehen buzurgwar..dua go Syed Haidar Ali
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega
Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno
BISMILLAH
= > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ ,
= > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है "
plz read or listen one time quran you will know everything you want .
Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more
= > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं ।
= > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा
= > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ?
= > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं।
1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है ।
2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया ।
= > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से ।
एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार "
एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता .
= > काफिर बना देता है यह कहना -
या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है।
या का मतलब होता है पुकारना।
जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं ।
= ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है।
अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो।
तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है ।
तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए ।
इसी वजह से ,
1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई ।
= > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है।
SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h .
what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey.
and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more
so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,.,......,,
Haider bhai plzzzzz mere liy dua krein Allah mere naseeb jald kholy😭😭😭 main larki hon
Wahabi saale bhaag ja harami@@true558
Allah Taa, laa Babajee ke darajat buland Farmay! Jannat Ul Firdos mai bohat alaa Maqam Atta Farmaye! Ameen Summa Ameen
Masha Allah ,Allah aap k darjat buland farmaye Ameen mene apni zindagi mein aap k jaisa acha insaan nhi dekha Allah aapko jaza e khair de Ameen Summa Ameen❤❤❤
ALLAH , K ZIKR K BARY MAI SAHI KAHA APNY,ZKRE ALLAH SY HI ALLAH MILTA HAI BESHAK ,SEKHNY KI ZRORT NHI ,ASTGHFAR AUR ZIKRE ALLAH KRAIN😌
Who want heart satisfaction to see alra tv and take zakir qalb for supritual enlightenment all nos given on screen true love
Ya gohar haq gohar shai marhaba
Goharshahi marhaba ❤
ye wali me bohat hi nikhalas hai :) Allah ye wali ko nek ajar de aur hamein bhi aise nikhalas ki tofik ata farmah :)
MashaAllah...Rooh khush ho gyi...
Jazzak Allah Maulla Salamat Rakhe...
Masha Allah bahut khoob
Yani, hukm e rabi aap ke hr kaam mn hoga .
Or raza e ilahi jab aap ka orna bichhona khana pina sona jagna..ho jae gi tub hi
Qurbat e ilahi se faizabi hasil ho gi..,
MASHAALLAH..
جزاک اللہ اللہ پاک آپ کے درجات بلند فرمائیں۔
Walaikum assalam warhematullahi vabarakaatuhu
Beshk Haque frmaya baba Jaan
Allah aap ke drjat blnd frmaye aur aap ke ruhani faiz se hume faiziyab kre Aameen ya rabbul aalameen.
Allah miyan hamra buzargun ko yon hi ham mai sajaya rakha ya asi phul han friends jo apni khusbo sa mahsoos hota rahra han subhanallah 🖤🖤
Ameen
@@abdurraufsajjadanashin thank you skriua I'm from Pakistan so give me wattasapp number plz
Masha Allah Bahut khoob
Masha allah sach aur huqq hai.
Bashak 🖤
خواب نبوت کا چھیالیسواں حصہ ہے مس ورڈنگ ہو گئ ہے ۔الحمدللہ بہت خوبصورت بیان ہے اللّٰہ ہم سب کو عمل کی توفیق دے آمین ۔اور آپ کے علم میں عمل میں رزق میں برکتیں وسعتیں عطا فرمائے ۔
بہت اچھا شکریہ جنابِ عالی شان
Maa Shaa Allah .Jazaakallah Aameen Summa Aameen
میرا دل خوش کردیا اپ نے بابا جی
Aa Rahi Sada Dam Dama Dam Qun Faya Qun
Tera Irada Hai Tu Hum Main Laa Illah Ilallah...
اللہ تعالیٰ آپ کی عُمر میں برکت عطا فرمائے با با جان ۔اور آپ کو صحت کللی عطا فرمائے ۔ اور آپ کی نصیحتوں سے ہمیں فیضیاب فرمائے ۔ آمین یارب العالمین
Aameen
Assalaikum bhai kya babaji k khalifa hain.jo madad karen hamari.
زبردست 💛
Aamin alhamdolilah Dua ki darakhast ilteja e gariban Kabul ho ya khwaja
Masha Allah very nice videos
ما شا اللہ ۔جزا کااللہ ۔
Subhaan ALLAH !
Maashaa ALLAH !
Jazakum ALLAH !
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega
Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno
BISMILLAH
= > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ ,
= > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है "
plz read or listen one time quran you will know everything you want .
Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more
= > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं ।
= > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा
= > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ?
= > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं।
1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है ।
2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया ।
= > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से ।
एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार "
एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता .
= > काफिर बना देता है यह कहना -
या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है।
या का मतलब होता है पुकारना।
जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं ।
= ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है।
अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो।
तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है ।
तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए ।
इसी वजह से ,
1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई ।
= > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है।
SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h .
what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey.
and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more
so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,.,,..,..
Tu to nikal ja apni fikr kar bs nikal yahan se
Mashallah very good information jazakallah.
bere naes
WalekumAssalam Wa Rahmatullahi Wa Barkatahu... Allah mujhe bhi tofiq ata farmaye.. or ispar Amal Karne ki tofiq ata kare apse duao ki darkhawast hai... LA ILAHA ILLALLAHU MUHAMMADUR RASULULLAH SALLALLAHU ALAIHI VASLLAM... ALLAH HU AKBAR....
masha allah bohut khub kya baat hai besak
786 thank you Baba GEE for a wonderful teaching you explain so well, La ilaha illallah. Allah Allah Allah Allah Allah hoo, I am nearer to you then yourself then your soul then your breathe say la ilaha illallah, All the prayers belong to Allah subnatala the mercyful the megnificent the creater, I thank you for your blessings God. PEACE TO EVERYONE AMEN. 💐💐💐💐💐💐💐 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🥀🥀🥀🥀🥀🥀 🙏💞😇.
@SUFI RAYYAN follower of imposter of imam mehdi? I think not, he is an agent
AssalamAllykum. Bhoot khoob samjhaya apne
Subhan Allah.
ماشاءاللہسبحان الله جزاك اللهُاَلسَلامُ عَلَيْكُم وَرَحْمَةُ اَللهِ وَبَرَكاتُهُ
4:20 / 17:01
Ilm e laduni Aur Hazarat Khizar AS by Engineer Muhammad Ali Mirza
Jazak ALLAH
Allah aapko jannatul firdous de
Ameen 🤲
Jazakallah
Haq wahdatulwajood
Mashallah❤mere piyyare dada
و علمنا من الدنى علما ( سورة الكهف)
ماشاءالله تبارك الرحمن الله يبارك فيك يا استاذ سعيد الله يعطيك الصحة والعافية
Buht acchey tareeqey sey bayan kardia aur samja bi deya. Jazak Allah o khair.
Alra tv see
अल हमदुलील्लाहा सुब्हानअल्लाह अल्लाह हमें नेक रास्ते पर चलने की तोफीक दे आमीन
SubhanAllah...
Bahut atcha andaz hai bawa
Ma shaa Allah
Best explanation baba jee
Vvvvv nice video baba
Allah aapko salamat rakhe
Subhan Allah Jazak Allah Masha Allah Aap ne ilm e Laduni ko bhttt behtreen andaz mn byan farmaya Allah Pak aap ko sehet wali lambi umr ataa farmae Ameen
Allahh pakray
Very good baba. G
Subhan.Allah.
Han
Masha ALLAH BAHOOT JABRJUST VERY NICE VIDEO.
Subhan Allah 🌹 Sallallahu alayhi wo aalehi o sallam ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Asalam walekum hazrat bahut Acha bataya apne duwa ki g hazrat
मैंने ज़िन्दगी भर झूठे मक्कार लोगों में ज़िन्दगी गवाई और हमेशा उन्होंने मेरा दिल तोड़ा उनसे मेरा मिजाज़ न मिला लेकिन जब अल्लाह के बारे में सुना तो दिल ख़ुश हुआ कि ऐसे सच की ही तो मुझे तलाश थी सच सिर्फ अल्लाह है और सब कुछ झूठ है. मैं सिर्फ अल्लाह की मुहब्बत में फ़ना होना चाहता हूँ मुझे और कुछ भी नहीं चाहिए
Kamil peer talash kijiye aur agar nahi mil rahein to dargaho pe Roz jakar duwa kijiye ki koi kamil peer mil jaye ...phir dekhiye aap ko Allah kaise mil jata hai.....peer mil gaya to sari taklife khatam
Subhan Allah Allah Pak hum se raazi hojaye ameen
But but sukriya aap ka
Haq h mere sarkaar
Salaam bhai ye baba g kahan ke hain main milna chahta hoon
@@sherazmdbaig3396 Bhai Baba Jaan Apna Pataa or phon no har kesit me batate hen .
❤️👌 vaah subhanallah pyaari baat hai 💐👍😏
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega
Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno
BISMILLAH
= > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ ,
= > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है "
plz read or listen one time quran you will know everything you want .
Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more
= > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं ।
= > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा
= > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ?
= > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं।
1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है ।
2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया ।
= > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से ।
एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार "
एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता .
= > काफिर बना देता है यह कहना -
या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है।
या का मतलब होता है पुकारना।
जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं ।
= ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है।
अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो।
तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है ।
तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए ।
इसी वजह से ,
1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई ।
= > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है।
SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h .
what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey.
and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more
so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,..,......,..
اَلسَلامُ عَلَيْكُم وَرَحْمَةُ اَللهِ وَبَرَكاتُهُ ھمیشہ خوشں رھو
JAZAAK ALLAHU KHAIR HAZRAT
Assalam o alaikum... aap ney 6 months sey koi cassette nai bhari ... aap ki cassette ka intezaar hey .... Allah aap ko bohut achi sehat dein ameen ....
Subhanallah
Masha Allah
Mashallah 🖤🖤🖤
Wah
Aamin alhamdolilah Dua ki darakhast
I’llm e ladunni sey murad
Wo ilm jo min janib allah hai wo rahmath hai
Minladunka rahma
Beshak 🙌🏻
MashaAllah 💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💕💕💕💕🌺❤🧡💙💗💗💗❤❤❤❤🧡🧡🧡💙💙🌺🌺💕💕💚❤❤❤❤❤❤❤❤❤💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💕💕💕💕💕💕💕💕🌺💙🧡👍
*Assalamualaikum mashaAllah SubhanAllah Alhamdulillah*
masha Allah
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega
Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno
BISMILLAH
= > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ ,
= > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है "
plz read or listen one time quran you will know everything you want .
Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more
= > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं ।
= > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा
= > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ?
= > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं।
1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है ।
2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया ।
= > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से ।
एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार "
एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता .
= > काफिर बना देता है यह कहना -
या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है।
या का मतलब होता है पुकारना।
जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं ।
= ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है।
अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो।
तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है ।
तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए ।
इसी वजह से ,
1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई ।
= > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है।
SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h .
what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey.
and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more
so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want....,.,.,.,......
سبحان اللہ
Assalam email
Heard your thoughts.
I have wish to bear your guide line.
Please make me your disciple .
For this obliged very much.
And learn me ladunni.
Thanks.
Golden words
ماشاءاللہ
Subhan allha
MashaAllah
Khabeesh ko jalanay ka amal btayen
Assalam valaikum.masallah❤️❤️
Walekum asslamu
Subhan Allah
Assalamu alaikum wa Rahmatullah wa barakatohu
Mashallah
❤
ماشااللّہ سبحان اللہط
Allah jannet mein aap k darjat buland fermaey
Aaameen ya Rabbul Aalameen
Aameen ya rabbul alameen
Bahut Badiya , Mashallah , Apaka Mob No. Muze Kuch Jaruri Kaam hai
Subhaanallah
MashAllah
Assalaamu alaikum warahmath ullahi Wa barka tuhu
Good
میں بہت مشکل میں ہوں میرے لیے دعا کرنا بابا جی
Jii inshallah zroor krunga
Peer sb aapse milne k liye konse amarpur ana ha ? Konsa zila ha ? State konsa ha ?
Jazakallah
Haq haq haq
Hai💓🙏🗑
سچے خواب نبوت کاچھیالیسواں حصّہ فرمایا گیا ہے حدیث میں جناب
6:07 inhone kaha ki jab Allah tala kisi ko ilme ladunna sikhane lagta hai tab woh Banda jab chahe Allah tala ko batana hi padta hai.
Ye jumla ke Allah tala ko batana hi padta hai kehna kahan se sahi hai Allah tala par kisi ka zor nhi wo chahe to bataye na chahe to na bataye yahan par ye jumla istemal karna chahiye tha ki jab Banda Allah tala se puchhta hai to Allah tala apni mohabbat aur apne karam se Bande ko bata deta hai.
Bilkul sahi farmaya aapne
Noorjahan sayed meri maa ka naam khatoon bi duwaa kijiye
Hajrat mere liye bhi dua kare hmari बीमारी दूर हो jaye
Jii zroor
Masaallha
Baba ge aap kahan KY sakada nasheen hain
subhan allah saheb aap kounsa silsiley waley hin chitiya ho kiya