अच्छा प्रयास किया आपने इस "संथाल हूल" को लोगों तक पहुंचाने में....उम्मीद करते हैं और भी जानकारी आप उपलब्ध कराएंगे...संथाल था ,है और रहेगा ...मै संथाल परगना से....हूल जोहार🙏
जंगल को काटकर खेती नहीं करते थे, बल्कि जंगल से सामंजस्य कर खेती करते थे। जंगल का उपयोग तो करते थे, लेकिन "संधारणीय विकास" को ध्यान में रखकर उपयोग करते थे। जंगल तो पहले लगभग सभी जगह थे, लेकिन आज बचे हैं तो सिर्फ आदिवासी इलाकों में।
सिद्धू, कान्हु, चांद और भैरव चारों भाई थे ये चारो आदिवासी भाई हम भारतीय के लिए अंग्रेजो से लड़े और खुद को हम भारत वासी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी मैं सत सत नमन और वंदन करता हूं ऐसे वीर जवानों को जन्म देने वाली मां और ऐसे जांबाज मेरे आदिवासी नेता को कभी नहीं भूला सकते ये भारत भूमि सदा कर्जदार रहेगा ऐसे वीर बहादुर देशभक्तो की
Santhal ko gulami krna ni aata hein Uska khass naara aata hein Haasi haasi Chorbo faasi But is baat ki hein Log aaj v isko freedom revolt ni maante hein Qki starting me. Yeh log kiye then Mangal. Paandey isko dekke Kr diya Mai bharatiyon se apeal. Hein Plzz national freedom figher me shaamil kiya jaaye Inaka v hakk hein 🥀🥀🥀🥀🥀😒😒😒😒😒😒🌷🌷🌷😒
दुमका परगना को ईस्ट इण्डिया कम्पनी की फोर्ट विलियम सरकार ने बीरभूम जिले से काटकर अलग जिला बनाया, 1855 में। लाखों संथालो ने अपना बलिदान देकर इस भूमि को अपने लिए सुरक्षित किया। लेकिन आजादी के बाद हिंदुओं ने (खासकर बनिया और ब्राह्मण जाति के लोग) संथाल परगना क्षेत्र में कूटनीतिक और राजनीतिक तरीके से अपना पांव जमा लिया। संथालों के साथ बंदोबस्त जमीन को ये लोग जबरन कब्जा भी कर रहे हैं। ब्रिटिश सरकार द्वारा संथालों के पक्ष में पारित किए गए कठोर भूमि अधिनयम के बावजूद भी कमिश्नर कोर्ट, कलेक्टर कोर्ट, एस डी ओ कोर्ट्स, कानून को नजरअंदाज करते हुए, संथालों के पक्ष में फैसला ना देकर दिकुओं से घुस ले कर उनके पक्ष में फैसला दे रही है। और इस तरह संथाल अपने ही जमीन से बेदखल किए जा रहे हैं। मैं इतना इसलिए जानता हूं क्योंकि मैं डिविजनल हेड क्वार्टर दुमका कोर्ट में काम करता हूं। दिकुओंं को इस क्षेत्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है। मुझे भी नहीं। मैं चाहता हूं कि सारे संथाल एक हो जाएं एक बार फिर से। इस बार तुम संख्या में भी ज्यादा हो। स्थानीय भूमि कानून, जिसका ज्ञान तुम्हें ही खुद नहीं है, उसमे भी ताकतवर हो। आखिर किस दिन जागोगे तुम लोग? क्या हूल के बाद तुम सो गए? तुम एथनिक, नस्लीय, प्राकृतिक हर दृष्टिकोण से हिंदुओ और मुस्लिमों से कहीं अच्छे हो। उखाड़ कर फेंक दो सब को यहां से। ये भूमि सिर्फ तुम्हारी है। तुम्हे शर्म नहीं आती अपनी मां बहनों को देखकर जो दुमका के गली गली में कूड़ा उठाकर तुम्हारे लिए रात के भोजन की व्यवस्था के लिए ऐसी हीन जीविका के कलंक को लाचारी में अपने माथे पे पोती हुई है। तुम्हारे ही जमीन पर दिकु महल बना कर रह रहा है क्योंकि तुमने ही मात्र 250 रुपए कमाने के लिए लूह में भी उसके लिए ईट ढोया है। तुमसे अच्छे तो वे नक्सली हैं जिन्हें मेरी तरह बोलना तो नहीं आता पर मेरे जैसे ही स्पंदित विचारधारा से प्रेरित होकर तुम्हारे ही हक के लिए वे हथियार उठाए हैं। हथियार तो सिद्दो कान्हु ने भी उठाया था, अंग्रेजों के खिलाफ नहीं बल्कि महाजनों के खिलाफ। तो फिर वे क्रांतिकारी क्यों कहलाए! और आज भी संथाल हथियार उठा रहे हैं इन्हीं गैरकानूनी ताकतों के खिलाफ, तो फिर उन्हें नक्सली कैसे कह सकते हैं! क्रिया तो वही है। तुम्हारे क्षेत्र में जो दोगले लोगों की ताकत घुस आयी है, उन्हीं लोगों ने तुम्हारे शुभचिंतकों को नक्सल का नाम दिया है। तुम अभागे हो कि तुमने स्वीकार भी कर लिया। तुम अनार्य आखिर आर्य के नियंत्रण में जा कर ही रहोगे। और अंततः सड़ोगे। सभी संथालों से मेरा अपील है कि सब एक हो जाओ। खून खराबा बाहर से कोई और आ कर कर रहा है तुम्हारे क्षेत्र में आकर। भगाओ उन सबको। मारो! अब समय नहीं है। आंदोलन करो। जुटो तुम लोग! सबको अपनी सीमा से बाहर खदेड़ दो। प्रकृति भी यही चाह रही है। उसे नाराज मत करो, तुम उसी के उपासक हो। तुम्हारे ऊपर दीकुओं की छाया तुम्हारे लिए अभिशाप है। तुम्हारा और दिकुंओ का मेल ही कैसा! ना वर्ण का, ना भोजन ना पोषक का! कौन सी डर तुम्हे बर्दास्त करने को कह रही है? चाई चंपा से ही तुमने पुरुष से प्रकृति का विकास मानना शुरू कर दिया था। मै नहीं कह रहा हूं कि अपनी ताकत तुम सीमा के बाहर फैलाकर अपना साम्राज्य बढ़ाओ। तुम आखिर अपना दायरा भी तो सुरक्षित करो। कब तक बाजार में कल की तरह ठगे जाते रहोगे! अपना बाजार बनाओ। हर ताकत का सहारा लो। हटाओ यहां से इन चोर चिलरों को, नहीं तो मरांग बुरू का ये पवित्र जगह जनक हो जाएगा और यहां दोगला मियां और लिच्चड़ हिन्दू बार बार पैदा होगा। मेरी आवाज़ को अपनी ऊर्जा बनाओ।
Angrejo ke khilaf is pahle bhishan krantikari vidroh ko dekhte hue swatantrata andolan ko 1857 se na shuru kar balki 1855 se shuru hona chahiye... Bharat ma k un veer saputon ko naman🙏🙏
There is a term called 'Dikku' in santhali. This term was used for outsiders, oppressors and exploiters. British weren't the only exploiters and outsiders. Gen, OBC, and some Sc were also the exploiters before British came. One more thing, 'Dikku' is not used for any other tribes and neither it is used for those castes who have always lived alongside the Santhals.
Thanks for this video the way of explanation was easy and interesting i don't like history but this little video told everything and good for memorize 👍
They r aadivasi thats why unki awaj ko Unke freedom ko unke mehnat ko indian k bhramano ne awaj ni uthne diya But kabhi n kabhi sachai bahr niklke aayegi Jis trah lava ko jyada der tk dharti k ander ni rah pata ek n ek jawamukhi bnke niklna h hein
Thank u mam 2018 2019 Santhal vidhroh preliminary exam me aaye the Mam Aur interview me bahut jyada Question pucha jaate hein Santhaal vidhroh k baare me Mostly student ko pta h ni hota Jis karan interview me fail ho jaate hein 😣😣😣😣😣
DOWNLOAD PDF: bit.ly/2W8Iyx3
ua-cam.com/channels/f-gnihy_40UMfAvHZhW0Ow.html m
Ki
अच्छा प्रयास किया आपने इस "संथाल हूल" को लोगों तक पहुंचाने में....उम्मीद करते हैं और भी जानकारी आप उपलब्ध कराएंगे...संथाल था ,है और रहेगा ...मै संथाल परगना से....हूल जोहार🙏
अपना गाँव अपना राज,
दूर भगाओ विदेशी राज।
विद्रोही वीरों को नमन🙏🏻🙏🏻
जंगल को काटकर खेती नहीं करते थे, बल्कि जंगल से सामंजस्य कर खेती करते थे। जंगल का उपयोग तो करते थे, लेकिन "संधारणीय विकास" को ध्यान में रखकर उपयोग करते थे। जंगल तो पहले लगभग सभी जगह थे, लेकिन आज बचे हैं तो सिर्फ आदिवासी इलाकों में।
ekdumm. sahi bole aap
Sahi baat...
Sahi kaha sir
100% correct
Nice
भारत के इन भूमिपुत्रों के अदम्य साहस और स्वतंत्रता, संप्रभुता के अग्रदूतों को नमन।
😊😂😃😂😃😊😊😊😊😃😂😃
@@gauravyadavofficial7784 kyu Hans rahi ho
Good to see someone talking about our Santhal people
सिद्धू, कान्हु, चांद और भैरव
चारों भाई थे
ये चारो आदिवासी भाई हम भारतीय के लिए अंग्रेजो से लड़े और खुद को हम भारत वासी के
लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी
मैं सत सत नमन और वंदन करता हूं
ऐसे वीर जवानों को जन्म देने वाली मां और ऐसे जांबाज मेरे आदिवासी नेता को कभी नहीं भूला सकते
ये भारत भूमि सदा कर्जदार रहेगा ऐसे वीर
बहादुर देशभक्तो की
Hum unki dono behan jhano aur pholo ko v nhi bhul sakte.
@@shortscreator6949
Aap Kahan se
Aami Bihar
I know also santali
I also celebrate Sohray
Santhal ko gulami krna ni aata hein
Uska khass naara aata hein
Haasi haasi
Chorbo faasi
But is baat ki hein
Log aaj v isko freedom revolt ni maante hein
Qki starting me. Yeh log kiye then
Mangal. Paandey isko dekke
Kr diya
Mai bharatiyon se apeal. Hein
Plzz national freedom figher me shaamil kiya jaaye
Inaka v hakk hein
🥀🥀🥀🥀🥀😒😒😒😒😒😒🌷🌷🌷😒
@@RajeshKumarYadav1204
Jharkhand se hu
अबुआ दिशुम अबुआ राज .. ये नारा आदिवासियों का बहुत ही चर्चीत है.
दुमका परगना को ईस्ट इण्डिया कम्पनी की फोर्ट विलियम सरकार ने बीरभूम जिले से काटकर अलग जिला बनाया, 1855 में। लाखों संथालो ने अपना बलिदान देकर इस भूमि को अपने लिए सुरक्षित किया। लेकिन आजादी के बाद हिंदुओं ने (खासकर बनिया और ब्राह्मण जाति के लोग) संथाल परगना क्षेत्र में कूटनीतिक और राजनीतिक तरीके से अपना पांव जमा लिया। संथालों के साथ बंदोबस्त जमीन को ये लोग जबरन कब्जा भी कर रहे हैं। ब्रिटिश सरकार द्वारा संथालों के पक्ष में पारित किए गए कठोर भूमि अधिनयम के बावजूद भी कमिश्नर कोर्ट, कलेक्टर कोर्ट, एस डी ओ कोर्ट्स, कानून को नजरअंदाज करते हुए, संथालों के पक्ष में फैसला ना देकर दिकुओं से घुस ले कर उनके पक्ष में फैसला दे रही है। और इस तरह संथाल अपने ही जमीन से बेदखल किए जा रहे हैं। मैं इतना इसलिए जानता हूं क्योंकि मैं डिविजनल हेड क्वार्टर दुमका कोर्ट में काम करता हूं।
दिकुओंं को इस क्षेत्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है। मुझे भी नहीं। मैं चाहता हूं कि सारे संथाल एक हो जाएं एक बार फिर से। इस बार तुम संख्या में भी ज्यादा हो। स्थानीय भूमि कानून, जिसका ज्ञान तुम्हें ही खुद नहीं है, उसमे भी ताकतवर हो। आखिर किस दिन जागोगे तुम लोग? क्या हूल के बाद तुम सो गए? तुम एथनिक, नस्लीय, प्राकृतिक हर दृष्टिकोण से हिंदुओ और मुस्लिमों से कहीं अच्छे हो। उखाड़ कर फेंक दो सब को यहां से। ये भूमि सिर्फ तुम्हारी है। तुम्हे शर्म नहीं आती अपनी मां बहनों को देखकर जो दुमका के गली गली में कूड़ा उठाकर तुम्हारे लिए रात के भोजन की व्यवस्था के लिए ऐसी हीन जीविका के कलंक को लाचारी में अपने माथे पे पोती हुई है। तुम्हारे ही जमीन पर दिकु महल बना कर रह रहा है क्योंकि तुमने ही मात्र 250 रुपए कमाने के लिए लूह में भी उसके लिए ईट ढोया है। तुमसे अच्छे तो वे नक्सली हैं जिन्हें मेरी तरह बोलना तो नहीं आता पर मेरे जैसे ही स्पंदित विचारधारा से प्रेरित होकर तुम्हारे ही हक के लिए वे हथियार उठाए हैं। हथियार तो सिद्दो कान्हु ने भी उठाया था, अंग्रेजों के खिलाफ नहीं बल्कि महाजनों के खिलाफ। तो फिर वे क्रांतिकारी क्यों कहलाए! और आज भी संथाल हथियार उठा रहे हैं इन्हीं गैरकानूनी ताकतों के खिलाफ, तो फिर उन्हें नक्सली कैसे कह सकते हैं! क्रिया तो वही है। तुम्हारे क्षेत्र में जो दोगले लोगों की ताकत घुस आयी है, उन्हीं लोगों ने तुम्हारे शुभचिंतकों को नक्सल का नाम दिया है। तुम अभागे हो कि तुमने स्वीकार भी कर लिया। तुम अनार्य आखिर आर्य के नियंत्रण में जा कर ही रहोगे। और अंततः सड़ोगे।
सभी संथालों से मेरा अपील है कि सब एक हो जाओ। खून खराबा बाहर से कोई और आ कर कर रहा है तुम्हारे क्षेत्र में आकर। भगाओ उन सबको। मारो! अब समय नहीं है। आंदोलन करो। जुटो तुम लोग! सबको अपनी सीमा से बाहर खदेड़ दो। प्रकृति भी यही चाह रही है। उसे नाराज मत करो, तुम उसी के उपासक हो। तुम्हारे ऊपर दीकुओं की छाया तुम्हारे लिए अभिशाप है।
तुम्हारा और दिकुंओ का मेल ही कैसा! ना वर्ण का, ना भोजन ना पोषक का! कौन सी डर तुम्हे बर्दास्त करने को कह रही है? चाई चंपा से ही तुमने पुरुष से प्रकृति का विकास मानना शुरू कर दिया था। मै नहीं कह रहा हूं कि अपनी ताकत तुम सीमा के बाहर फैलाकर अपना साम्राज्य बढ़ाओ। तुम आखिर अपना दायरा भी तो सुरक्षित करो। कब तक बाजार में कल की तरह ठगे जाते रहोगे! अपना बाजार बनाओ। हर ताकत का सहारा लो। हटाओ यहां से इन चोर चिलरों को, नहीं तो मरांग बुरू का ये पवित्र जगह जनक हो जाएगा और यहां दोगला मियां और लिच्चड़ हिन्दू बार बार पैदा होगा। मेरी आवाज़ को अपनी ऊर्जा बनाओ।
❤❤❤❤❤ जय जोहार
I m from jharkhand and I m proud of our heroes sidhu kanhu chand bhairav and her sister fulmaniya
Santhal is very genius people of 🇮🇳India kabhi angrejo ka gulami nahi kiya.., bahut sare rajao ne gulami kiya magar santhalo ne nahi..
Apka video bohut hi achi hai madamgi apko bohut bohut johar?
🙏 सत नमन उन वीरों का 🙏
Thanks to the DNS team
Great Session Sir 🙏🏻🙏🏻
Jai Hind Jai Bharat 🇮🇳🇮🇳🙏🏻🙏🏻🥰
Ma'am
Thank you very much Sir/Madam 🙏🙏🙏 for taking about Santal People and History.
One of the best UA-cam channel very informative channel
I am from Santhal Pragna, Hazaribagh..
Correct information Sir
उलगूलान को मिटा या दबा नहीं सकते
समय आने पर उलगुलान के शब्द फिर से गूंजेंगे..।।🔥🔥🏹🏹🦁🦁
Jo topic hum book mai padte hai wo bhul jata hai but ye vedio deakne k baad concept clere ho jata hai aur yaad bhi rehta hai thanks mam🤗🤗🤗🤗🤗
aajadi ki ladai sabse pehle aadiwasiyo ne ladhi...
lekin aaj sabse upekchhit aadiwasi hi hai
Great Session Ma'am 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Super content 👏👏👏
Nepal has also small number of santhal population.
Tribals have always been exploited by everyone.
Especially by hindus(sanatanis) that's why Jharkhand was created
M Rajasthan se hu or history ki student hu....aap plz sare vidroh krva dijiye
It was the india's first freedom struggle .not 1857
RIGHT
Right
Absolutely right
Inke vjse se
Log awaj uthane pe majboor ho gye
Yes, Tilak Majhi from Tribal was the first Indian who fight against British. But people think Mangal Pandey was the first.
Beautiful explanation
Thank you so much for this amazing piece 👏🙏
Thq so much 😊 it's really helpful 🙏
Happy to help
Johar SANTHAL 👥👥👥Community's.. 🏹🏹🏹...
Thank you dhyeya ias
Very useful video
Thanks .👍Today u provide realty so I salute you , other days you provide unauthentic knowledge like godi media .....
Super session thanks mam
Txxx mam 🌹 🌹 🌹
बहुत अच्छा समझाये
Thank you sir ji🙏🙏 💯👍👍👍👍
Sir please find the attached ua-cam.com/channels/f-gnihy_40UMfAvHZhW0Ow.html
पहले अंग्रेजों ने संथालों की जमीन जमींदारों को सौंप दी थी ।
अब सरकार पूंजीपतियों को सौंप रही है ।
All tym best videos
Thanks Dhyeya IAS 🌷🙏🌷
Angrejo ke khilaf is pahle bhishan krantikari vidroh ko dekhte hue swatantrata andolan ko 1857 se na shuru kar balki 1855 se shuru hona chahiye... Bharat ma k un veer saputon ko naman🙏🙏
धन्यवाद ध्येय आईएएस टीम🙏
God bless you Guru.ji. ....
Yours information , research and content are very useful .
आज के नव-युवकों को कुछ नही पता......सब खोएं हुए है ना जाने कहाँ।
Social media aur jaati paati k naam par ek dusre ko nicha dikhane me vyast h aisa mahaul jo bana dia gya h kuch to agenda chahiye hi netao ko
Sidhu kaanhu chandh bhairav
India k first freedom figher shamil hone chahiye
I am from jharkhand 😍😍😍
There is a term called 'Dikku' in santhali. This term was used for outsiders, oppressors and exploiters. British weren't the only exploiters and outsiders. Gen, OBC, and some Sc were also the exploiters before British came. One more thing, 'Dikku' is not used for any other tribes and neither it is used for those castes who have always lived alongside the Santhals.
Pls upload more video of revolt before 1857
Wow 😲😲😲
Feeling Proud For being bihari By These Great Worrier ❤️
Nice session ma'am 👍👌👌
Superb 💯💯💐💐❤🇮🇳
Thanks mam👍 this important topic
Thanks ❤️❤️ for
Naman🙌❣️
Santhal revolt KA AAPKA CONSEPT ACCHA H
Thanks for this video the way of explanation was easy and interesting i don't like history but this little video told everything and good for memorize 👍
सर आपकी सभी वीडियो का बेसब्री से इंतजार रहता है 👀👀👈
सर आपका बहूत बहुत धन्यवाद हमारे लिए इतना सब करने के लिए 👍
☺good night sir 👈 🌠 🌠 🌠 ✨
Hey good morning....🙄🙄🙄
khana khaya ya nhi good morning ho rhe h kya abhi 😎😎😎👀👈👈
@@reetrathre7835 ohhhh इतना क्रोध
वैसे हमारे यहाँ मोर्निंग ही हो रही थी। 😏😏
it is true but we never study with a single line in our textbook...anywhere....in indian history 60% cover with muslim king.
Absolutely true
IAS me bahut baaar puche gye
IAs k liye sabse achhi topic hote hein interview k liye
1855 india ka first revolt hein. 1857 se pehle
They r aadivasi thats why unki awaj ko
Unke freedom ko unke mehnat ko indian k bhramano ne awaj ni uthne diya
But kabhi n kabhi sachai bahr niklke aayegi
Jis trah lava ko jyada der tk dharti k ander ni rah pata ek n ek jawamukhi bnke niklna h hein
Thankuuu☺☺
Thanks team!!
Thank u mam
2018 2019
Santhal vidhroh preliminary exam me aaye the
Mam
Aur interview me bahut jyada
Question pucha jaate hein
Santhaal vidhroh k baare me
Mostly student ko pta h ni hota
Jis karan interview me fail ho jaate hein 😣😣😣😣😣
Sir, plz ek video aadi wasi Jan jati vidrow pr bhi bana dijiye,
Ek sath sare vodhrow ko
Right
Aap sahi bol rahe ho
Taaki clarity mil ske
Hulgariya sidhu, Kanhu, chand ,
Bhairav ,Hor Hopon pahta khon
Saay saay God Johar , ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Mamta ji aapki voice to jasleen bhala ko bhi piche chor rhi he 👌👌
Thank you so much 💞
Sir please ua-cam.com/channels/f-gnihy_40UMfAvHZhW0Ow.html
Thanks maam ji
Lajwab sir
Thank you Ma'am👍
धन्यवाद सर
They r real freedom fighters
🥀🥀🥀🥀🥀🥀😊😊😊🎋🥀🥀🐎🌷🌷🌷i
Thnqu...😊😊😊😊🙏🙏🙏
बेहतरीन जानकारी है 👌
Very helpfully vidio mam your good voice 👌
Thank you ma'am 🙏🙏🙏
Very nice maam
this revolt is very imprtant for bpsc mans and pt thanks
Shi bat h❤❤❤
Jai aadiwashi Jai santhal
Tnq mam 🙏
Great..✌️✌️
Thanku so much ❤
सत सत नमन
Mind blowing
Hool Johar mam
Please don't use background music!
You are doing good work.
Thank u mam
Aur ek video
Tilka manjhi urf tilka murmu
K baare me plzz. Video bana do
Usme. Se v kuch question aa rahe hein
Best study channel
Thank you ma'am
Nice video 👌
Nice sir...
हुल हुल जोहार जोहार।
Great video...
Great
Fabulous
Thanks Mam 💐💐
Do you have the English version of this video?
Very Good sir
Thanks mam 🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐❤️