अभ्यासक महोदय ओकजी और दीक्षित महोदय भारत आपका सदैव ऋणी रहेगा क्योंकि आपने भारतीय संस्कृति के संवर्धन में अपना अद्वितीय योगदान दिया है।👏👏हमारी संस्कृति ही हमारा स्वाभिमान है।🙏
Excellent discussion, Team Shri Dixitji and Shri Oakji. Really, what scholarship! Overwhelmed. Had watched his talk on 'Yuga' in Sangam Talks, so had learnt that part already. But the insights contained throughout the session really educated.
संजय जी, मेरे विचार से हम अब अंग्रेजों द्वारा उच्चारण किए हमारे शब्दों का नैरेटिव भी बदलना चाहिए। जैसे के VEDAS को वेद, YUGAS को युगों कहना शुरू करना चाहिए।।
बहुत ही ज्ञानवर्धक कार्यक्रम (जैसा कि संजय जी का हर कार्यक्रम होता ही है)! मेरे कई सारे प्रश्नों के उत्तर मिल गये, और कई प्रश्नोंके उत्तर मिलने की दिशा मिल गयी. बहुत बहुत धन्यवाद, आप दोनों महानुभावों को...
I was about to type this in superchat but show ended before I could do it... :( Regardless, science or astronomy today tells us that all elements above Hydrogen and Helium (higher in atomic mass like oxygen, carbon, iron etc) were fused in the stars so they accept the stars which means the Sun also as a creator force and not just a giver of energy. In Sanathan, we also worshipped Surya not just as a giver of energy but also the creator force of this shrishti. Sanathan truly is the body of knowledge that is most consistent with Science!!!
It's Dharm not Dharma 🤗🙏Pls use original words not englicised...this is the basic change first we all must do Ram not Rama Krishn not Krishna Ramayan not Ramayana....
निलेश जी. खूप छान विश्लेषण. इस ज्ञानवर्धक संवाद के लिये धन्यवाद संजय जी. आप दोनों के जैसे ज्ञानी लोग ही नयी पीढी की सनातन एवं आध्यात्म की ओर रुची बढा रही है। कोटि कोटि प्रणाम।
Thank you for doing this. I bought the History of Rama by Nilesh Oak ji month back and am amazed that Hindu religion has nothing to do with mythology, everything is just pure history and logic. Ramayana happened about 7000BCE. To call Ramayana and Mahabharata a mythology is a left propaganda, it is history, history of our ancestors, history of the great people and civilization we come from
@@NileshOak but different different Ramayan written by different writers of different regions described the events differently.Why there are no mention of these events and the people involved in the archiology reserch of Harrapa and Mohinjaro civilisation or the writings of forgion travellers who had travelled this Indian region 1300 to 2000 years ago ?? Not just litrary but some type of archeological evidences, writings should needed to be there to declare it history. Sir these are just some queries of a curious mind please don't take it otherwise.
@@NileshOak What do u say about the Timeline of Yugas mentioned in our Puraans and Vedic Scriptures - 1. Satyug - 17 lakh years 2. Treta Yug - 13 Lakh years 3. Dwapar Yug - 8.64 Lakh Years 4. Kaliyug - 4.32 Lakh Years So according to this timeline Ramayan which happened in Treta Yug should be around 8 Lakh years from now. Do you want us to reject the time scale of Yuga's mentioned in our scriptures and believe on some random timeline which suits the present narrative of West??
निलेश और संजय सर , नमस्तुभ्यम ।भले बख्तियार खिलजी ने नालंदा विश्वविद्यालय जला डाला परन्तु उसके ज्ञान के अणु आप लोगों के रूप में आज भी हमें उपलब्ध है ।प्रभु की हमपर असीम कृपा होगी कि वह आप लोगों को लम्बी आयु दे ।
What a fantastic discussion between two Elite personalities. Thank you for throwing light on such important topics. Nilesh sir you rocked and Sanjay sir as usual at its best.
बहुत सुंदर चित्रण। पुरी पीठ के वर्तमान शंकराचार्य का अद्भुत ज्ञान है इस विषय में। मैं नियमित रूप से उनको भी सुनता हूं।संजय जी आपको साधुवाद नीलेश जी का विषय पर वाचन के लिए।संजय जी आप मल्टीडिमेंशनल हो।
Brilliantly explained. Fantastic knowledge. Super delivery with right examples. Relevance is very nice. Bridging great. Thanks how we have to understand the subtle words selected for the days topi. Congratulations . Thanks immensely
बहुत बहुत बहुत साधुवाद, निलेश जी और संजय जी को🙏👏👏👏 इतना अद्भुत वार्तालाप हम तक पहुँचाने के लिए । आप दोनों को फॉलो करती हूँ। आप दोनों ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं, और सनातन धर्म के ज्ञान के वर्तमान ज्वलन्त दीप हैं🙏
खूपच सुंदर विश्लेषण निलेश सर....इतक्या कमी वेळेत वेद अवतार आणि युगे यांचा आढवे घेणं खूप कठीण आहे.पण तरी तुम्ही ते खूप परिणाम कारक केलंय. शतशः धन्यवाद Sanjay sir thank you for this session. Jay shree Ram. Jai Mahakal.
संजय जी आप कृपया वेदों पर अधिकतम कार्यक्रम करें क्योंकि ज्ञान के अभाव में आम लोग मिथ्याचार वाले पंथों का अनुसरण करने लगते है - जैसे राधा स्वामी, साईबाबा, साहिब बंदगी इत्यादि
Meri ankh main aansu aa gaye sir... Muzhe kitna garv feel hua ye sun ke ki hmara sanatan dharm is prithvi ka sabse purana dharm hai itna gyan hai jo hm sab ke chote si sankuchit buddhi main nai aayega lekin sir meri pehchan meri jadon se mera introduction karane ke liye aap dono ko koti koti naman sir ........
Oakji aur Sanjayji, aap dono ke gyaan ko naman karta hoon. Request you to kindly also do a discussion to enlighten us about the 4 varna and debunk the popular myths around it.
Lpt of knowledge from Dr.Oak.Thanks to Dr and Sanjayji..but in future we would like to hear more from Dr.Oak..but in more general language...😊❤👍🙏..thanks once again to Sanjayji🙏
राजा राम और प्राचीन मिस्र के बारे में दिलचस्प खोज जो आपको बताती है कि प्राचीन दुनिया कितनी जुड़ी हुई थी: प्राचीन मिस्र कुछ हज़ार साल पहले। 1. प्राचीन मिस्र की भाषा में रा का मतलब सूर्य होता है। रा को 2000 ईसा पूर्व के आसपास लोगों द्वारा एकेश्वरवादी तरीके से पूजा जाता था। 2. एक नया मिस्र का शासक दृश्य में प्रवेश करता है और अपने विशाल साम्राज्य पर शासन करने के लिए संघर्ष कर रहा है। वह खुद को भगवान घोषित करता है ताकि उसकी प्रजा पर आसानी से शासन किया जा सके। उन्होंने खुद का नाम बदलकर रामसेस कर दिया, जिसका शाब्दिक अर्थ प्राचीन मिस्र की भाषा में रा से है, जैसा कि मानवविज्ञानियों द्वारा समझा गया है। 3. उसके बाद रामसेस नाम के कई बाद के राजा हुए क्योंकि सभी अपनी प्रजा से पूर्ण समर्थन चाहते थे और ईश्वरीय दिखाई देते थे। कइयों के पास कोई न कोई कहानी थी जो रामायण के Sri राम से मिलती जुलती थी। 4. रामसे/राम के बारे में कई पौराणिक कहानियां धीरे-धीरे पहले उपजाऊ अर्धचंद्र (मेसोपोटामिया/सीरिया) के माध्यम से पूर्व की ओर फैल गईं, फिर भारत से आगे पूर्व में जावा बाली, चिआम्पा (वर्तमान दक्षिण वियतनाम), खमेर (वर्तमान कंबोडिया) और सियाम ( थाईलैंड में वास्तव में अयुत्या नामक एक शहर है)। सभी स्थानीय लोगों ने राजा भगवान राजा राम की कहानी को और संशोधित किया और स्थानीय स्वाद जोड़ा। क्या हम सब जुड़े नहीं हैं? क्या मानव इतिहास अद्भुत नहीं है? मैं किसी से भी दिल से माफी मांगता हूं, जो किसी भी तरह से आहत हुआ हो क्योंकि इसका इरादा नहीं था। मैं केवल मानव अनुभव को उजागर करना चाहता था।
Sanjay sir pls talk about Sri Aurobindo and pls tell the world what he wrote in the ideal of human unity and how also that India will be the country that will lead the world towars Light and how evolution and where are we in the Evolutionary progress of mankind . How the Vedic rishis foresaw this and had a glimpse of the Supramental Light and Truth .
ओक जी को सुनकर प्रसन्नता हुई । अच्छा है कि विधि और दर्शन की पृष्ठभूमि का आधार है । पर इस शोध का यहाँ समापन नहीं होता । पाराशर होरा के आधार पर जीव और ईश्वर अंश परिमाण की बात अशास्त्रीय लगती है । वेदान्त दर्शन के यह सर्वथा विरुद्ध है ।
अभ्यासक महोदय ओकजी और दीक्षित महोदय भारत आपका सदैव ऋणी रहेगा क्योंकि आपने भारतीय संस्कृति के संवर्धन में अपना अद्वितीय योगदान दिया है।👏👏हमारी संस्कृति ही हमारा स्वाभिमान है।🙏
🙏🙏
@@NileshOak ॥┅🍁┅॥🔷🟡❤🌷💜👨👩💠🌸Happy Winters 🌸Happy New Year 🌸Happy Holidays🌸💠👩👨💜🌷❤🟡🔷॥┅🍁┅॥
खरचंच निलेशजी आणी दीक्षित जी, तुम्हाला तोड नाही, कौतुक आहे तुमचं
🙏🏼🙏🏼🙏🏼❤️🕉❤️🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Excellent discussion, Team Shri Dixitji and Shri Oakji. Really, what scholarship! Overwhelmed.
Had watched his talk on 'Yuga' in Sangam Talks, so had learnt that part already. But the insights contained throughout the session really educated.
So heartening to see that 20 thousand people are taking interest in seeing ch topics. Kudos, JD
संजय जी, मेरे विचार से हम अब अंग्रेजों द्वारा उच्चारण किए हमारे शब्दों का नैरेटिव भी बदलना चाहिए। जैसे के VEDAS को वेद, YUGAS को युगों कहना शुरू करना चाहिए।।
🙏🙏कुछ चीजों को हम सबको अपने अपने स्तर पर ठीक करना होगा ,सारी चीजें संजय जी, नीरज जी तुफैल जी नही करेंगे
योगा को योग
B
👍👍👍👍👍🙋♂️🙋♂️🙋♂️🙋♂️🙋♂️
Sir actually Sanskrit me Veda, Rama, Krishna Kehte hain (end me -a uchcharit hota hai). Hindi Bolne vaalo ko yeh Odd lagta hai.
Im still surprised that the subscribers have not crossed a million on this account. The content, panelist selection is impeccable.
That's because most people now a days just want mindless entertainment, not something that will engage their mind.
Hope things change!
भगवान करे कि jd के मिलियन सबस्क्राईबर हों। आपके मुंह में घीं शक्कर।🙏
Because we are mentally raped by the Western ideologies.
Those who are not subscribed, do no deserve this knowledge
धर्म रक्षति रक्षित से ही सर्वत्र पूर्ण सही हर एक सुरक्षा-शान्ति-खुशहाली सम्पन्न जीवन एवं जनरेशनों का अस्तित्व है
बहुत ही ज्ञानवर्धक कार्यक्रम (जैसा कि संजय जी का हर कार्यक्रम होता ही है)! मेरे कई सारे प्रश्नों के उत्तर मिल गये, और कई प्रश्नोंके उत्तर मिलने की दिशा मिल गयी. बहुत बहुत धन्यवाद, आप दोनों महानुभावों को...
One of the Most Enlightening Episode. Love the intelligent talk selection at JD. Naman SDji
I was about to type this in superchat but show ended before I could do it... :(
Regardless, science or astronomy today tells us that all elements above Hydrogen and Helium (higher in atomic mass like oxygen, carbon, iron etc) were fused in the stars so they accept the stars which means the Sun also as a creator force and not just a giver of energy.
In Sanathan, we also worshipped Surya not just as a giver of energy but also the creator force of this shrishti.
Sanathan truly is the body of knowledge that is most consistent with Science!!!
It's not just consistent with science. It IS science.
Nileshji, After comparing your very 1st HINDI video on UA-cam & today's Hindi video , lots of Progress 👌👌👌👌👌👌
🙏🙏
Knowledge about our Dharma is the only key to save and defend it.🚩
Thank you for sharing this knowledge.
It's Dharm not Dharma 🤗🙏Pls use original words not englicised...this is the basic change first we all must do
Ram not Rama
Krishn not Krishna
Ramayan not Ramayana....
निलेश जी को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
निलेश जी. खूप छान विश्लेषण.
इस ज्ञानवर्धक संवाद के लिये धन्यवाद संजय जी. आप दोनों के जैसे ज्ञानी लोग ही नयी पीढी की सनातन एवं आध्यात्म की ओर रुची बढा रही है। कोटि कोटि प्रणाम।
🙏🙏
युग, वेद एवं अवतार के विषय में बहुत ही विशुद्ध, आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और तकनीकी विश्लेषण।
Excellent. Always a pleasure to listen to Nilesh Oak sir. Thank you Sanjay ji for this discussion.
This was a very enlightening discussion
Thank you for doing this. I bought the History of Rama by Nilesh Oak ji month back and am amazed that Hindu religion has nothing to do with mythology, everything is just pure history and logic. Ramayana happened about 7000BCE. To call Ramayana and Mahabharata a mythology is a left propaganda, it is history, history of our ancestors, history of the great people and civilization we come from
Ramayana - 12209 BCE
Mahabharat - 5561 BCE
🙏🙏
@@NileshOak thank you Nilesh ji for clarifying. Can I work with you on any project? I would like to do so
@@NileshOak but different different Ramayan written by different writers of different regions described the events differently.Why there are no mention of these events and the people involved in the archiology reserch of Harrapa and Mohinjaro civilisation or the writings of forgion travellers who had travelled this Indian region 1300 to 2000 years ago ?? Not just litrary but some type of archeological evidences, writings should needed to be there to declare it history. Sir these are just some queries of a curious mind please don't take it otherwise.
@@NileshOak What do u say about the Timeline of Yugas mentioned in our Puraans and Vedic Scriptures -
1. Satyug - 17 lakh years
2. Treta Yug - 13 Lakh years
3. Dwapar Yug - 8.64 Lakh Years
4. Kaliyug - 4.32 Lakh Years
So according to this timeline Ramayan which happened in Treta Yug should be around 8 Lakh years from now. Do you want us to reject the time scale of Yuga's mentioned in our scriptures and believe on some random timeline which suits the present narrative of West??
@@HiddenHistoryofBharat there is nowhere written that yugas are of lakhs year
Dhanyawad Nilesh GURUJI 🙏🇮🇳🕉️🔱🚩
🙏🙏
निलेश और संजय सर , नमस्तुभ्यम ।भले बख्तियार खिलजी ने नालंदा विश्वविद्यालय जला डाला परन्तु उसके ज्ञान के अणु आप लोगों के रूप में आज भी हमें उपलब्ध है ।प्रभु की हमपर असीम कृपा होगी कि वह आप लोगों को लम्बी आयु दे ।
I like the last line. Jasi praza waisa yug.
Nilesh ji aur sanjay ji aap dono aadhunik yug ke rishi hai.. Sath sath naman 🙏
🙏🙏
What a fantastic discussion between two Elite personalities. Thank you for throwing light on such important topics. Nilesh sir you rocked and Sanjay sir as usual at its best.
🙏🙏
Bahut Bahut Dhanywaad aapko aur Shri Nilesh Oakji!
Precious knowledge and mind blowing facts , intellectual discussion!!
बहुत सुंदर चित्रण। पुरी पीठ के वर्तमान शंकराचार्य का अद्भुत ज्ञान है इस विषय में। मैं नियमित रूप से उनको भी सुनता हूं।संजय जी आपको साधुवाद नीलेश जी का विषय पर वाचन के लिए।संजय जी आप मल्टीडिमेंशनल हो।
Best wishes to Mr.nilesh oak, please keep up the great work.
Salute to Nilesh Oak for Wonderfull knowledge. 🙏🙏🙏
Namaste sir...🙏😊.
Very very fantastic job..
Thank you very very much sir..🙏🙏🙏.
Neelesh Ji namaskaram 🙏🚩🚩🚩🚩🚩, being a sanathan been not aware all these days but today been known with your help 😊.
Nilesh oakji is so polite and calm!!
Brilliantly explained. Fantastic knowledge.
Super delivery with right examples. Relevance is very nice.
Bridging great.
Thanks how we have to understand the subtle words selected for the days topi.
Congratulations . Thanks immensely
🙏🙏
THANK YOU...BOTH...!!!
बहुत बहुत बहुत साधुवाद, निलेश जी और संजय जी को🙏👏👏👏 इतना अद्भुत वार्तालाप हम तक पहुँचाने के लिए । आप दोनों को फॉलो करती हूँ। आप दोनों ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं, और सनातन धर्म के ज्ञान के वर्तमान ज्वलन्त दीप हैं🙏
ये सारी बातों को हमें पुस्तक के रूप में लाकर पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए ।
स्कूली पाठ्यक्रम में तो हमारी सरकारें और देश की परिस्थितियाॅ शामिल नहीं होने देंगी। राहुल तो इसे हिंदुत्व आतंकवाद घोषित कर देगा।😂
Namaste ji
I'm in awe that your research is explained so well that even when hindi is not my forte I understood you.
🙏🙏
अतिसुन्दर....अद्भुत....आपको कोटि धन्यवाद🙏🙏🙏
खूपच सुंदर विश्लेषण निलेश सर....इतक्या कमी वेळेत वेद अवतार आणि युगे यांचा आढवे घेणं खूप कठीण आहे.पण तरी तुम्ही ते खूप परिणाम कारक केलंय.
शतशः धन्यवाद
Sanjay sir thank you for this session.
Jay shree Ram. Jai Mahakal.
🙏🙏
Thanks for inviting Nilesh Oakji
Sanjayji,nileshji.naman.
It's a pleasure to see both the rashtravadi and sanatan dharm rakshak together .🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
The people of some other different thought process and philosophy
can also be Rashtarwadi.
Always excited to hear Mr Oak🙏🙏🙏
🙏🙏
Thanks for calling Sh. Neelesh ji on your channel
संजय जी आप कृपया वेदों पर अधिकतम कार्यक्रम करें क्योंकि ज्ञान के अभाव में आम लोग मिथ्याचार वाले पंथों का अनुसरण करने लगते है - जैसे राधा स्वामी, साईबाबा, साहिब बंदगी इत्यादि
Aap mahanubhav ko pranam 🙏
Ram ram 🙏
DIXIT JI YOUR CHANNEL IS TREASURE HOUSE OF KNOWLEDGE. THANKS
Extra ordinary knowledge
जय सनातन की
Jai Sri Ram.
आपके आंकडे वर्णित होते है जो निर्धारित है यह भारतीय लोजिक से शुन्य है
आप दोनों को हमारा प्रणाम।
Thanks!
I really feel amazingly every time I watch ur video, proud of Hinduism
Great explanation, feel blessed
Excellent knowledgeable discussion ..🙏
Nileshji is way ahead of the current generation!
हर हर महादेव
सत्य सनातन धर्म की जय हो हर हर महादेव🙏
Excellent discussion. Please bring Nilesh ji more often on the show sonwe get more understanding on our vedic history. 🙏🙏
Nilesh ji is Ocean of knowledge...!!!!
🙏🙏
Meri ankh main aansu aa gaye sir... Muzhe kitna garv feel hua ye sun ke ki hmara sanatan dharm is prithvi ka sabse purana dharm hai itna gyan hai jo hm sab ke chote si sankuchit buddhi main nai aayega lekin sir meri pehchan meri jadon se mera introduction karane ke liye aap dono ko koti koti naman sir ........
Sanjay sir good information
संजय sir, को धन्यवाद नीलेश जी को लाने के लिये,
Very enlightening. Thanks a ton to Sri Sanjay Ji and Jaipur Dialogues team for bringing such luminaries to the show.
हर हे महादेव अदभुत जानकारी हेतु सभी सनातनीयो की तरफ़ से बहुत बहुत साधुवाद जयःहो
Oakji aur Sanjayji, aap dono ke gyaan ko naman karta hoon. Request you to kindly also do a discussion to enlighten us about the 4 varna and debunk the popular myths around it.
BARAMBAAR NAMASKAAR TO BOTH OF YOU SIR 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Lpt of knowledge from Dr.Oak.Thanks to Dr and Sanjayji..but in future we would like to hear more from Dr.Oak..but in more general language...😊❤👍🙏..thanks once again to Sanjayji🙏
🙏🙏
Mind blowing
Jay Siya Ram 🙏🙏🙏
Radhe Radhe 🙏 🙏🙏
"Touched by an Angel."
👌🏻👌🏻 अद्भुत 👍🏻👍🏻
Very enlightening and very interesting.
Very interesting sabject and knowledgeable discussion
Good work Sanjay ji
Brilliant! There has to be an English version of this, so more people across the world are better informed.
Thanks very much to all🙏om 🕉 NAMO SHIVAYA 🙏🙏🙏
Nice vidio sir jai Shri Ram 🙏🕉🙏🚩🚩😍😍😍
Jai Shree Ram ji...🙏🙏🙏😌
Awesome
Wa bhai wa
Hari om
बहुत अच्छा लगा l very good clarity,
One of my fav sessions 👍❤️
Very intresting🫂 jay shree krishna
Nitesh ji aapki research hum sub hinduo mein swabhimann apni sabyatta mein aur gehra karti hein aapko koti koti naman
Ek truti ho gayi sir aap bhi kaal ko linear samaj kar baat kar rahe hai. Kitnu bharat mein samay ka concept circular hai linear nahi
Excellent discussion! Very very impressive.
The few times SM is useful. Listening these two speak.
Bahut badhiya Gyani he sir.
राजा राम और प्राचीन मिस्र के बारे में दिलचस्प खोज जो आपको बताती है कि प्राचीन दुनिया कितनी जुड़ी हुई थी:
प्राचीन मिस्र कुछ हज़ार साल पहले।
1. प्राचीन मिस्र की भाषा में रा का मतलब सूर्य होता है। रा को 2000 ईसा पूर्व के आसपास लोगों द्वारा एकेश्वरवादी तरीके से पूजा जाता था।
2. एक नया मिस्र का शासक दृश्य में प्रवेश करता है और अपने विशाल साम्राज्य पर शासन करने के लिए संघर्ष कर रहा है। वह खुद को भगवान घोषित करता है ताकि उसकी प्रजा पर आसानी से शासन किया जा सके। उन्होंने खुद का नाम बदलकर रामसेस कर दिया, जिसका शाब्दिक अर्थ प्राचीन मिस्र की भाषा में रा से है, जैसा कि मानवविज्ञानियों द्वारा समझा गया है।
3. उसके बाद रामसेस नाम के कई बाद के राजा हुए क्योंकि सभी अपनी प्रजा से पूर्ण समर्थन चाहते थे और ईश्वरीय दिखाई देते थे। कइयों के पास कोई न कोई कहानी थी जो रामायण के Sri राम से मिलती जुलती थी।
4. रामसे/राम के बारे में कई पौराणिक कहानियां धीरे-धीरे पहले उपजाऊ अर्धचंद्र (मेसोपोटामिया/सीरिया) के माध्यम से पूर्व की ओर फैल गईं, फिर भारत से आगे पूर्व में जावा बाली, चिआम्पा (वर्तमान दक्षिण वियतनाम), खमेर (वर्तमान कंबोडिया) और सियाम ( थाईलैंड में वास्तव में अयुत्या नामक एक शहर है)। सभी स्थानीय लोगों ने राजा भगवान राजा राम की कहानी को और संशोधित किया और स्थानीय स्वाद जोड़ा।
क्या हम सब जुड़े नहीं हैं? क्या मानव इतिहास अद्भुत नहीं है?
मैं किसी से भी दिल से माफी मांगता हूं, जो किसी भी तरह से आहत हुआ हो क्योंकि इसका इरादा नहीं था। मैं केवल मानव अनुभव को उजागर करना चाहता था।
Sanjay sir pls talk about Sri Aurobindo and pls tell the world what he wrote in the ideal of human unity and how also that India will be the country that will lead the world towars Light and how evolution and where are we in the Evolutionary progress of mankind . How the Vedic rishis foresaw this and had a glimpse of the Supramental Light and Truth .
Excellant discussion.
Best episode ever
JaiShreeRam HarHarMahadev
ओक जी को सुनकर प्रसन्नता हुई । अच्छा है कि विधि और दर्शन की पृष्ठभूमि का आधार है । पर इस शोध का यहाँ समापन नहीं होता । पाराशर होरा के आधार पर जीव और ईश्वर अंश परिमाण की बात अशास्त्रीय लगती है । वेदान्त दर्शन के यह सर्वथा विरुद्ध है ।
We should take interest in reading Vedas Upanishads and puranas intstead of reading mindless fiction books
Nice 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻
Yes. Good exposition. It is all with I centric. One could simply enjoy. It may not be useful for those who are faithful ones.
Excellent
Always very enlightening to hear
VG 5432
Jay shree ram
Thank you so much!
Perfect.true sir thanks Jay Hind sir