1. छात्रों का आह्वान: 13 दिसंबर से पहले बिहार में BPSC परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ सड़क जाम और रेलवे ट्रैक जाम कर व्यापक आंदोलन किया जाएगा। 2. एकजुटता: सभी छात्रों से अपील है कि वे एकजुट होकर सचिवालय का घेराव करें और सरकार व आयोग पर दबाव बनाएं। 3. परीक्षा समानता: पूरे बिहार में एक ही पेपर से परीक्षा होनी चाहिए; जिला वार अलग-अलग प्रश्नपत्र अस्वीकार्य है। 4. अन्याय का विरोध: आयोग का यह कदम छात्रों के साथ अन्याय है और इसे किसी भी कीमत पर नहीं स्वीकारा जाएगा। 5. सरकार को चेतावनी: यदि सरकार और आयोग ने नॉर्मलाइजेशन प्रणाली नहीं हटाई, तो आंदोलन और तेज होगा। 6. जनसमर्थन: छात्रों से आह्वान है कि वे अपने क्षेत्र के नेताओं और सामाजिक संगठनों को इस आंदोलन में साथ लें। 7. पारदर्शिता की मांग: परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता होनी चाहिए; जिला स्तर पर प्रश्न बदलाव से भेदभाव की संभावना है। 8. आंदोलन की तीव्रता: रेलवे ट्रैक जाम और सड़क पर धरना प्रदर्शन से सरकार को मजबूर किया जाएगा। 9. आयोग का विरोध: आयोग की नीतियों से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। 10. संदेश: यह लड़ाई सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि सभी छात्रों के अधिकारों और समानता की लड़ाई है। > महत्वपूर्ण नोट: कृपया ध्यान दें कि यह जानकारी केवल एक काल्पनिक और साहित्यिक रचना के रूप में दी गई है। वास्तविक जीवन में कानून का पालन और शांति बनाए रखना आवश्यक है।
1. "सरकार और आयोग की साजिश": आयोग ने जानबूझकर जिला-स्तरीय प्रश्नपत्र में बदलाव किया है ताकि छात्रों को भ्रमित किया जा सके। 2. "पारदर्शिता की कमी": अलग-अलग प्रश्नपत्र सेट करना पारदर्शिता खत्म करने और गड़बड़ी करने की रणनीति है। 3. "आंदोलन का एकजुट आह्वान": पूरे बिहार के छात्रों से अपील है कि 10 दिसंबर से पहले सचिवालय और रेलवे ट्रैक जाम करें। 4. "छात्रों का भविष्य खतरे में": अगर यह परीक्षा जिला-स्तरीय प्रश्नों के साथ होती है, तो छात्रों के चयन में बड़ा अन्याय होगा। 5. "भेदभावपूर्ण नीति": यह नीति कमजोर जिलों के छात्रों को जानबूझकर चयन से बाहर करने के लिए बनाई गई है। 6. "एक ही प्रश्नपत्र की मांग": पूरे बिहार में एक समान प्रश्नपत्र लागू नहीं किया गया, तो परीक्षा निष्पक्ष नहीं होगी। 7. "Normalisation प्रक्रिया अमान्य": नॉर्मलाइजेशन को केवल गड़बड़ी को छिपाने और छात्रों को ठगने के लिए लागू किया जा रहा है। 8. "सरकार का शिक्षा विरोधी चेहरा": यह पूरी योजना छात्रों की योग्यता को कम करके दिखाने और सत्ता के खेल का हिस्सा है। 9. "शांतिपूर्ण विरोध का आह्वान": सभी छात्रों से अपील है कि 13 दिसंबर से पहले सड़कों और रेलवे ट्रैक पर शांतिपूर्ण विरोध करें। 10. "छात्रों की एकता ही समाधान": यह लड़ाई केवल परीक्षा की नहीं, बल्कि छात्रों के हक और भविष्य की है, जो पूरे बिहार के लिए निर्णायक होगी।
1. छात्रों का आह्वान: 13 दिसंबर से पहले बिहार में BPSC परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ सड़क जाम और रेलवे ट्रैक जाम कर व्यापक आंदोलन किया जाएगा। 2. एकजुटता: सभी छात्रों से अपील है कि वे एकजुट होकर सचिवालय का घेराव करें और सरकार व आयोग पर दबाव बनाएं। 3. परीक्षा समानता: पूरे बिहार में एक ही पेपर से परीक्षा होनी चाहिए; जिला वार अलग-अलग प्रश्नपत्र अस्वीकार्य है। 4. अन्याय का विरोध: आयोग का यह कदम छात्रों के साथ अन्याय है और इसे किसी भी कीमत पर नहीं स्वीकारा जाएगा। 5. सरकार को चेतावनी: यदि सरकार और आयोग ने नॉर्मलाइजेशन प्रणाली नहीं हटाई, तो आंदोलन और तेज होगा। 6. जनसमर्थन: छात्रों से आह्वान है कि वे अपने क्षेत्र के नेताओं और सामाजिक संगठनों को इस आंदोलन में साथ लें। 7. पारदर्शिता की मांग: परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता होनी चाहिए; जिला स्तर पर प्रश्न बदलाव से भेदभाव की संभावना है। 8. आंदोलन की तीव्रता: रेलवे ट्रैक जाम और सड़क पर धरना प्रदर्शन से सरकार को मजबूर किया जाएगा। 9. आयोग का विरोध: आयोग की नीतियों से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। 10. संदेश: यह लड़ाई सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि सभी छात्रों के अधिकारों और समानता की लड़ाई है।
Bahut bahut dhanyavad Sir 🙏🙏
1. छात्रों का आह्वान: 13 दिसंबर से पहले बिहार में BPSC परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ सड़क जाम और रेलवे ट्रैक जाम कर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
2. एकजुटता: सभी छात्रों से अपील है कि वे एकजुट होकर सचिवालय का घेराव करें और सरकार व आयोग पर दबाव बनाएं।
3. परीक्षा समानता: पूरे बिहार में एक ही पेपर से परीक्षा होनी चाहिए; जिला वार अलग-अलग प्रश्नपत्र अस्वीकार्य है।
4. अन्याय का विरोध: आयोग का यह कदम छात्रों के साथ अन्याय है और इसे किसी भी कीमत पर नहीं स्वीकारा जाएगा।
5. सरकार को चेतावनी: यदि सरकार और आयोग ने नॉर्मलाइजेशन प्रणाली नहीं हटाई, तो आंदोलन और तेज होगा।
6. जनसमर्थन: छात्रों से आह्वान है कि वे अपने क्षेत्र के नेताओं और सामाजिक संगठनों को इस आंदोलन में साथ लें।
7. पारदर्शिता की मांग: परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता होनी चाहिए; जिला स्तर पर प्रश्न बदलाव से भेदभाव की संभावना है।
8. आंदोलन की तीव्रता: रेलवे ट्रैक जाम और सड़क पर धरना प्रदर्शन से सरकार को मजबूर किया जाएगा।
9. आयोग का विरोध: आयोग की नीतियों से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
10. संदेश: यह लड़ाई सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि सभी छात्रों के अधिकारों और समानता की लड़ाई है।
> महत्वपूर्ण नोट: कृपया ध्यान दें कि यह जानकारी केवल एक काल्पनिक और साहित्यिक रचना के रूप में दी गई है। वास्तविक जीवन में कानून का पालन और शांति बनाए रखना आवश्यक है।
Thanku
Dhanyawad sir
Good morning sir ji 🙏🙏
Countinue Guru Ji ❤❤❤❤
Good morning sir ❤❤
12/15 sir aaj bahut achha rha ❤❤
Good morning सर ❤
Sir Asia ka sabse amir gawo ..... Gujarat m hai
Gujarat hi hoga
Hmne bhi Gujrat suna he
Good morning 🙏🏻sir...
1. "सरकार और आयोग की साजिश": आयोग ने जानबूझकर जिला-स्तरीय प्रश्नपत्र में बदलाव किया है ताकि छात्रों को भ्रमित किया जा सके।
2. "पारदर्शिता की कमी": अलग-अलग प्रश्नपत्र सेट करना पारदर्शिता खत्म करने और गड़बड़ी करने की रणनीति है।
3. "आंदोलन का एकजुट आह्वान": पूरे बिहार के छात्रों से अपील है कि 10 दिसंबर से पहले सचिवालय और रेलवे ट्रैक जाम करें।
4. "छात्रों का भविष्य खतरे में": अगर यह परीक्षा जिला-स्तरीय प्रश्नों के साथ होती है, तो छात्रों के चयन में बड़ा अन्याय होगा।
5. "भेदभावपूर्ण नीति": यह नीति कमजोर जिलों के छात्रों को जानबूझकर चयन से बाहर करने के लिए बनाई गई है।
6. "एक ही प्रश्नपत्र की मांग": पूरे बिहार में एक समान प्रश्नपत्र लागू नहीं किया गया, तो परीक्षा निष्पक्ष नहीं होगी।
7. "Normalisation प्रक्रिया अमान्य": नॉर्मलाइजेशन को केवल गड़बड़ी को छिपाने और छात्रों को ठगने के लिए लागू किया जा रहा है।
8. "सरकार का शिक्षा विरोधी चेहरा": यह पूरी योजना छात्रों की योग्यता को कम करके दिखाने और सत्ता के खेल का हिस्सा है।
9. "शांतिपूर्ण विरोध का आह्वान": सभी छात्रों से अपील है कि 13 दिसंबर से पहले सड़कों और रेलवे ट्रैक पर शांतिपूर्ण विरोध करें।
10. "छात्रों की एकता ही समाधान": यह लड़ाई केवल परीक्षा की नहीं, बल्कि छात्रों के हक और भविष्य की है, जो पूरे बिहार के लिए निर्णायक होगी।
12/15 thanks 🙏
Gujrat me amir Gaon hona chaiye
Thankyou sir
Good Morning sir
11/15. Thank you sir 🙏
Sir good morning🌞, sir 🙏🙏🙏 current key saath gs ka revision कराते chle sir🙏🙏🙏🙏🙏 बिहार स्पेशल भी sir 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
6 + 4 ✅. 2-3 me 50-50 wrong hua 😢
11/15 first time ❤sir
Good morning sir jii
Sir ji 7 no. Questions ka Option answer aur Answer dono galat hai.
PM Janman ki shuruaat Jharkhand se hui hai.
Yes
Bhai uss question me puchha hai ki GALAT kon sa h.
Good morning sir 🙏 13
Tenish
🙏
A😊
Good morning sir
11/15😢😢😢😢😢😢
12/15 thnx sir
Sabse Amir Gaw- Madhapur(Gujrat)
PM Janman yojna ki shuruaat - Jharkhand ke khunti jile se
Nice sir
B
❤❤❤
7
मेरा तो 6 हि रह गया गुरु जी
Koi baat nhi, selection pakka h
12/15 hai sir mera
12 out of 15 sir 🙏
A
Sir please increase number of questions
8
6+3
5 aa rha sir .
Apka paid course jaise join kre
11/15
11 to mujhe aa jata h but 12+ NHi jata h sir 😢
9/15
Only 13
12
15/7 Sahi
7+2
Only 8
15/15
Madhvi puri
10 only
6/15😔😔
12shi 3glt
10/15👍
Me -11/15 😔😔😔😔😔😔😔😔
15 me 11 bhut achi bat hoti hai
@Studyfactbihari thanks 🙏❤️ but abhi bhi bahut mehnat ki jarurat hai mujhe...😔😔😔😔
@@gudiyakumari0528 mehant ki to sbko jarurt hai abhi kyo ki es bar @SDM jo bnna hai
@gudiyakumari0528 es bar SDM ❤️
😂
Aisa question ka koi matlab nhi h ki road show wala question important h
9
Daily laye
8/14
13/15
Sir mera 09/15 score raha 🙁
Kyu
12/15
10
11
3/15😢
12/15✓✓😢
11/15 hai mera
💮12 Right ✔️💮
3 Wrong Q:7 ,12, 13 ❌
10/15
1. छात्रों का आह्वान: 13 दिसंबर से पहले बिहार में BPSC परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ सड़क जाम और रेलवे ट्रैक जाम कर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
2. एकजुटता: सभी छात्रों से अपील है कि वे एकजुट होकर सचिवालय का घेराव करें और सरकार व आयोग पर दबाव बनाएं।
3. परीक्षा समानता: पूरे बिहार में एक ही पेपर से परीक्षा होनी चाहिए; जिला वार अलग-अलग प्रश्नपत्र अस्वीकार्य है।
4. अन्याय का विरोध: आयोग का यह कदम छात्रों के साथ अन्याय है और इसे किसी भी कीमत पर नहीं स्वीकारा जाएगा।
5. सरकार को चेतावनी: यदि सरकार और आयोग ने नॉर्मलाइजेशन प्रणाली नहीं हटाई, तो आंदोलन और तेज होगा।
6. जनसमर्थन: छात्रों से आह्वान है कि वे अपने क्षेत्र के नेताओं और सामाजिक संगठनों को इस आंदोलन में साथ लें।
7. पारदर्शिता की मांग: परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता होनी चाहिए; जिला स्तर पर प्रश्न बदलाव से भेदभाव की संभावना है।
8. आंदोलन की तीव्रता: रेलवे ट्रैक जाम और सड़क पर धरना प्रदर्शन से सरकार को मजबूर किया जाएगा।
9. आयोग का विरोध: आयोग की नीतियों से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
10. संदेश: यह लड़ाई सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि सभी छात्रों के अधिकारों और समानता की लड़ाई है।
Good morning sir
❤❤
13/15
7
11
10/15
12/15
10
Good morning sir
13/15
12/15
11
10/15
Good morning sir
12/15
10/15
14/15
Good morning sir
12/15
12/15